🇮🇳 Meesho की भारत वापसी पर NCLT की मुहर,

Meesho

भारत की घरेलू ई-कॉमर्स कंपनी Meesho ने अपने कॉर्पोरेट मुख्यालय को अमेरिका के Delaware से भारत में स्थानांतरित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठा लिया है। National Company Law Tribunal (NCLT) ने Meesho के इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिससे कंपनी का भारत में IPO (Initial Public Offering) लाने का रास्ता साफ हो गया है।

इस फैसले से Meesho अब अपनी अमेरिकी इकाई से पूरी तरह अलग होकर भारत की मूल कंपनी के साथ फिर से विलय कर सकेगी, जिसे ‘रिवर्स फ्लिप’ कहा जाता है।


🔁 क्या है ‘Reverse Flip’?

रिवर्स फ्लिप’ का मतलब होता है किसी भारतीय कंपनी का विदेशी इकाई से अलग होकर दोबारा भारत में रजिस्टर होना। कई भारतीय स्टार्टअप्स पहले विदेशी निवेश पाने के लिए अमेरिका या सिंगापुर जैसे देशों में रजिस्टर होते हैं, लेकिन IPO या नियामकीय सरलता के लिए वे वापस भारत में आना पसंद करते हैं।

इस प्रक्रिया में कंपनियों को भारी टैक्स भी चुकाना पड़ता है।


💰 Meesho को लगेगा $288 मिलियन का टैक्स

Moneycontrol की रिपोर्ट के अनुसार, Meesho को इस रिवर्स फ्लिप के लिए $288 मिलियन (लगभग ₹2,400 करोड़) टैक्स देना होगा। हालांकि, Meesho की ओर से इस टैक्स राशि की पुष्टि नहीं की गई है।

Entrackr से बात करते हुए Meesho के प्रवक्ता ने कहा:

“यह फाइलिंग हमारे भारत में फिर से डोमिसाइल होने की प्रक्रिया का हिस्सा है। हमारे ग्राहक, सेलर्स, क्रिएटर्स और Valmo पार्टनर्स पहले से ही भारत में हैं, इसलिए हमारा कॉर्पोरेट स्ट्रक्चर भी भारत केंद्रित होना चाहिए।”


🏦 IPO की ओर बड़ा कदम

Meesho ने हाल ही में खुद को प्राइवेट लिमिटेड से पब्लिक लिमिटेड कंपनी में बदल लिया है, जो IPO की प्रक्रिया का अहम हिस्सा है। अब कंपनी लगभग $1 बिलियन (₹8,000 करोड़) के IPO की तैयारी में जुट गई है, जिसे साल के अंत तक लॉन्च किया जा सकता है।

📑 संभावित बैंकर:

  • Morgan Stanley
  • Kotak Mahindra Capital
  • JP Morgan
  • Citi Bank

इन बैंकों को Meesho ने IPO मैनेजमेंट के लिए शॉर्टलिस्ट किया है।


📈 Flipkart, Razorpay जैसे स्टार्टअप्स की राह पर Meesho

Meesho अकेली कंपनी नहीं है जो भारत में फिर से डोमिसाइल हो रही है। इससे पहले कई प्रमुख स्टार्टअप्स ने भी यही कदम उठाया है:

स्टार्टअपटैक्स भुगतान (रिवर्स फ्लिप के लिए)
PhonePe₹8,000 करोड़ ($1 बिलियन)
Groww₹1,340 करोड़ ($157 मिलियन)
Razorpay$150 मिलियन
Dream11राशि अघोषित
Zeptoराशि अघोषित
Flipkartप्रक्रिया जारी

Meesho की प्रतिद्वंद्वी Flipkart (वैल्यूएशन: $36 बिलियन) भी फिलहाल सिंगापुर से भारत में वापसी की प्रक्रिया में है।


🛍️ Meesho: भारत का तेजी से उभरता हुआ ई-कॉमर्स ब्रांड

Meesho एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो छोटे और मध्यम विक्रेताओं को ऑनलाइन बिज़नेस शुरू करने और बढ़ाने का अवसर देता है। इसकी खासियत यह है कि ग्राहक बिना किसी मिनिमम ऑर्डर वैल्यू के भी खरीदारी कर सकते हैं, और सेलर्स के लिए यह जीरो-कमिशन मॉडल पर काम करता है।

कंपनी का बिजनेस मॉडल मुख्य रूप से सोशल कॉमर्स और डायरेक्ट-टू-कंज़्यूमर (D2C) आधारित है, जिसने भारत के टियर-2 और टियर-3 शहरों में खासा प्रभाव डाला है।


📊 Meesho की ग्रोथ और स्केल

  • 140 मिलियन+ डाउनलोड्स
  • 11 लाख+ एक्टिव सेलर्स
  • टियर-2, 3 और 4 शहरों में जबरदस्त पकड़
  • फैशन, होम डेकोर, ब्यूटी और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी कैटेगरीज में मजबूत उपस्थिति

Meesho की यह वापसी भारतीय बाजार और निवेशकों के विश्वास को मजबूत करती है कि भारत में बने स्टार्टअप्स अब भारत में ही लिस्ट होना चाहते हैं।


🌐 FundingRaised की राय

Meesho का भारत लौटना महज एक कारोबारी निर्णय नहीं, बल्कि नई पीढ़ी के स्टार्टअप्स की मानसिकता का बदलाव है। जहां एक समय विदेशी रजिस्ट्रेशन को ग्लोबल स्केल का प्रतीक माना जाता था, अब वही कंपनियां भारत के स्टॉक मार्केट्स पर भरोसा कर रही हैं।

Meesho की IPO योजना और पुनः भारत आगमन इस बात का संकेत है कि आने वाला समय भारतीय टेक स्टार्टअप्स का होगा, और वे देश में ही अपना फाइनेंशियल फ्यूचर बनाना चाहेंगे।


📌 निष्कर्ष

Meesho ने NCLT की मंज़ूरी पाकर अपने IPO की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ाया है। रिवर्स फ्लिप के ज़रिए कंपनी भारत में पूरी तरह स्थापित होकर भारतीय निवेशकों को अपने शेयर ऑफर करने की तैयारी में है।

आगामी महीनों में Meesho का IPO घरेलू बाजार के लिए एक प्रमुख इवेंट बन सकता है, जो भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के आत्मनिर्भर बनने की ओर बढ़ता एक और कदम होगा।


📲 ऐसे ही IPO अपडेट्स, फंडिंग न्यूज और स्टार्टअप कवरेज के लिए पढ़ते रहें: FundingRaised.in

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🛒 IPO की तैयारी में Meesho!, ₹1 अरब इश्यू की दिशा में बड़ा कदम

Meesho

भारत की तेज़ी से उभरती ई-कॉमर्स कंपनी Meesho ने अपने आईपीओ (IPO) की दिशा में बड़ा कदम उठा लिया है। कंपनी ने खुद को एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी में बदल लिया है — जो इसके आगामी $1 बिलियन के पब्लिक इश्यू की तैयारी का स्पष्ट संकेत है।


📑 कंपनी अब Meesho Limited बनी

Meesho Private Limited ने अब अपना नाम बदलकर “Meesho Limited” कर लिया है। यह बदलाव कंपनी की RoC (Registrar of Companies) को दी गई रेगुलेटरी फाइलिंग से सामने आया है।

इससे पहले मई 2025 में, कंपनी ने अपना रजिस्टर्ड नाम Fashnear Technologies Private Limited से बदलकर Meesho Private Limited किया था। अब, Meesho का यह नाम परिवर्तन इंगित करता है कि कंपनी पूरी तरह से पब्लिक लिस्टिंग के लिए तैयारी कर रही है।


🧾 IPO की आधिकारिक प्रक्रिया अभी शुरू नहीं

हालांकि Meesho ने अब तक आईपीओ की आधिकारिक प्रक्रिया (DRHP फाइलिंग आदि) शुरू नहीं की है, लेकिन कंपनी के निदेशक मंडल ने यह नाम परिवर्तन इसीलिए किया है ताकि जब भी पब्लिक इश्यू लाया जाए, तो रेगुलेटरी और कॉम्प्लायंस स्तर पर कोई अड़चन न हो।


💰 शेयरहोल्डर्स को ₹411 करोड़ के बोनस शेयर

Meesho ने एक अन्य बड़ी घोषणा करते हुए अपने मौजूदा शेयरधारकों को ₹411 करोड़ मूल्य के बोनस शेयर देने का प्रस्ताव भी रखा है। इससे शेयरधारकों का विश्वास और कंपनी की मार्केट पोजिशन दोनों मजबूत होंगी।


🏦 ये बैंकर्स संभालेंगे Meesho का IPO

सूत्रों के अनुसार, Meesho ने अपने संभावित आईपीओ के लिए इन्वेस्टमेंट बैंकर्स भी तय कर लिए हैं। कंपनी ने जिन बैंकों को शॉर्टलिस्ट किया है, वे हैं:

  • Morgan Stanley
  • Kotak Mahindra Capital
  • JP Morgan
  • Citi Group

इन बैंकर्स के सहयोग से Meesho का आईपीओ 2025 के अंत तक लॉन्च होने की संभावना है।


📈 FY24 में शानदार ग्रोथ: राजस्व ₹7,615 करोड़

Meesho ने वित्त वर्ष 2023–24 (FY24) में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। कंपनी ने:

  • 33% की वार्षिक वृद्धि के साथ ₹7,615 करोड़ का राजस्व दर्ज किया।
  • अपनी एडजस्टेड घाटा को 97% तक घटाकर ₹53 करोड़ कर लिया, जो पहले के मुकाबले एक बड़ी उपलब्धि है।

इसका मतलब है कि Meesho अब मुनाफे की ओर अग्रसर है, जो किसी भी संभावित निवेशक के लिए बेहद सकारात्मक संकेत है।


🌍 अमेरिका से भारत शिफ्ट कर रही है डोमिसाइल

Meesho फिलहाल अपना कानूनी डोमिसाइल अमेरिका से भारत में शिफ्ट कर रही है। इसके लिए कंपनी ने National Company Law Tribunal (NCLT) में आवेदन दायर किया है।

यह ट्रेंड अब कई यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स फॉलो कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, Pine Labs ने भी हाल ही में सिंगापुर से भारत डोमिसाइल शिफ्ट किया है और उसे NCLT से अंतिम मंज़ूरी मिल चुकी है।

इस कदम से Meesho को भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग के लिए नियमों का पालन करना आसान होगा और यह सरकार की “Make in India” और “Startups in India” जैसी पहलों से भी मेल खाता है।


👥 कंपनी का बैकअप: निवेशकों की लंबी कतार

Meesho के बैकर्स में दुनिया के प्रमुख निवेशक शामिल हैं:

  • SoftBank
  • Prosus Ventures
  • Elevation Capital
  • Sequoia Capital India
  • Meta (Facebook)

इन निवेशकों के समर्थन से Meesho ने अब तक $1.2 बिलियन से अधिक की फंडिंग जुटाई है और भारत के सबसे बड़े सोशल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स में से एक बन चुकी है।


🛍️ Meesho का बिज़नेस मॉडल

Meesho एक सोशल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है जो छोटे विक्रेताओं, घरेलू व्यवसायों और महिलाओं को बिना इन्वेंट्री के व्यापार शुरू करने की सुविधा देता है। यह खासकर उन यूज़र्स को टारगेट करता है जो WhatsApp, Facebook, Instagram जैसे प्लेटफॉर्म्स पर प्रोडक्ट शेयर करके सेलिंग करते हैं।

कंपनी ने पिछले वर्षों में:

  • लोकल MSMEs को डिजिटल प्लेटफॉर्म दिया
  • हज़ारों महिलाओं को बिज़नेस शुरू करने का साधन बनाया
  • देश के छोटे शहरों और गांवों तक पहुंच बनाई

🚀 आगे की रणनीति: IPO से पहले पुख्ता नींव

Meesho अब IPO से पहले अपनी नींव को और मजबूत करने में लगी है:

  • डोमिसाइल शिफ्ट
  • पब्लिक कंपनी का रूप
  • बोनस शेयर
  • बैलेंस शीट की सफाई
  • टॉप बैंकर्स की नियुक्ति

इन सब संकेतों से स्पष्ट है कि Meesho एक अच्छी तरह से प्लान किया गया IPO लॉन्च करने जा रही है — जो निवेशकों और मार्केट दोनों के लिए एक बड़ी घटना होगी।


📍 निष्कर्ष

Meesho का पब्लिक कंपनी में बदला जाना और $1 बिलियन IPO की तैयारी भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए मील का पत्थर है। यह कदम न सिर्फ Meesho की मजबूती दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि भारत की नई पीढ़ी की डिजिटल कंपनियां अब ग्लोबल निवेशकों के बीच विश्वास अर्जित कर रही हैं।

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✍️ लेखक: FundingRaised हिंदी न्यूज़ टीम

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📢 Meesho बदलेगा अपना आधिकारिक नाम, IPO से पहले बड़ी रणनीतिक तैयारी

Meesho

घरेलू ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Meesho ने अपने आगामी पब्लिक लिस्टिंग (IPO) से पहले एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी के बोर्ड ने अपनी लीगल पहचान बदलने के लिए मंजूरी दे दी है। अब “Fashnear Technologies Private Limited” का नाम बदलकर “Meesho Private Limited” किया जाएगा।

आइए जानते हैं इस बदलाव के पीछे का कारण और Meesho की भविष्य की बड़ी योजनाओं के बारे में।

🏷️ ब्रांड पहचान के साथ नाम का मेल

Meesho ने वर्षों से डिजिटल कॉमर्स में अपनी एक मजबूत पहचान बनाई है।
कंपनी ने छोटे विक्रेताओं और ग्राहकों के बीच जबरदस्त विश्वास और ब्रांड वैल्यू हासिल की है।

रेगुलेटरी फाइलिंग के अनुसार, बोर्ड ने यह महसूस किया कि Meesho ब्रांड के साथ कंपनी की कानूनी पहचान को मेल कराना अब जरूरी हो गया है। इससे निवेशकों और ग्राहकों दोनों के बीच एक स्पष्ट और मजबूत छवि बनेगी, जो कंपनी के दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए फायदेमंद होगी।

📈 IPO की तैयारी जोरों पर

यह विकास ऐसे समय में हुआ है जब Meesho अपने $1 बिलियन (लगभग ₹8,300 करोड़) के आईपीओ की तैयारी कर रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक:

  • कंपनी ने अपने IPO एडवाइज़र्स के तौर पर Morgan Stanley, Kotak Mahindra Capital और Citi को शॉर्टलिस्ट किया है।
  • JP Morgan को भी इस सिंडिकेट में शामिल करने की चर्चा चल रही है।

बैंकरों ने Meesho का अनुमानित मूल्यांकन $10 बिलियन (लगभग ₹83,000 करोड़) तय किया है।
कंपनी की योजना है कि इस साल दिवाली के आसपास स्टॉक एक्सचेंज पर अपनी सूचीबद्धता पूरी करे।

💸 ESOP बायबैक से कर्मचारियों को बड़ा फायदा

Meesho ने इस साल अपने अब तक के सबसे बड़े ESOP बायबैक प्रोग्राम की भी घोषणा की।
इस कार्यक्रम के तहत:

  • कंपनी ने ₹200 करोड़ (लगभग $25 मिलियन) मूल्य के शेयर वापस खरीदे।
  • इस योजना से करीब 1,700 पूर्व और वर्तमान कर्मचारी लाभान्वित हुए, जिनमें जूनियर एग्जीक्यूटिव से लेकर सीनियर लीडरशिप तक के लोग शामिल हैं।

इसके अलावा, इस महीने की शुरुआत में Meesho के को-फाउंडर्स ने भी 27 लाख ऑप्शंस एक्सरसाइज़ किए, जिनकी कुल वैल्यू लगभग $120 मिलियन थी।
यह खबर सबसे पहले Entrackr ने रिपोर्ट की थी।

📊 वित्तीय प्रदर्शन में जबरदस्त सुधार

Meesho ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में शानदार प्रदर्शन किया है:

  • कंपनी की सालाना राजस्व वृद्धि 33% रही, जो बढ़कर ₹7,615 करोड़ पहुंच गई।
  • कंपनी ने अपने एडजस्टेड घाटे को 97% तक घटाकर मात्र ₹53 करोड़ कर दिया।

यह वित्तीय प्रदर्शन यह दिखाता है कि Meesho न केवल तेज़ी से बढ़ रही है, बल्कि मुनाफे की दिशा में भी मजबूती से कदम बढ़ा रही है।

इसके अलावा, वित्त वर्ष 2025 के पहले नौ महीनों में कंपनी ने 1.3 बिलियन ऑर्डर डिलीवर किए हैं, जो इसके बढ़ते हुए ग्राहक आधार और संचालन क्षमता का प्रमाण है।

📦 Meesho का बिजनेस मॉडल और बाजार में पकड़

Meesho भारत का एक प्रमुख सोशल कॉमर्स प्लेटफॉर्म बन चुका है।
कंपनी छोटे विक्रेताओं, खासकर महिलाओं और छोटे व्यवसायों को सीधे ग्राहकों से जोड़ती है, जिससे वे बिना किसी बड़े निवेश के ऑनलाइन व्यापार कर सकते हैं।

Meesho का बिजनेस मॉडल निम्नलिखित पहलुओं पर केंद्रित है:

  • कम लागत वाला और डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर मॉडल।
  • छोटे शहरों और कस्बों में गहरी पहुंच।
  • सरल और सुलभ मोबाइल ऐप अनुभव।
  • विक्रेताओं के लिए सुविधाजनक लॉजिस्टिक्स और पेमेंट सॉल्यूशंस।

कंपनी की रणनीति ने उसे भारत के तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स सेक्टर में एक मजबूत स्थान दिलाया है, खासकर उस सेगमेंट में जो Amazon और Flipkart जैसे बड़े खिलाड़ियों से अलग है।

🌟 भविष्य की योजनाएं

Meesho की भविष्य की योजनाएं भी बेहद दिलचस्प हैं:

  • IPO से जुटाई गई पूंजी का इस्तेमाल अपने तकनीकी प्लेटफॉर्म को और मजबूत बनाने में किया जाएगा।
  • नए-नए क्षेत्रों में विस्तार, खासकर ग्रामीण और सेमी-अर्बन मार्केट्स पर ध्यान।
  • लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाना।
  • और अधिक विक्रेताओं और ग्राहकों को जोड़ने के लिए बेहतर मार्केटिंग और ब्रांडिंग अभियान।

Meesho का लक्ष्य है न केवल भारत में, बल्कि भविष्य में अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपने पंख फैलाना।


🔥 निष्कर्ष

Meesho का “Fashnear Technologies” से “Meesho Private Limited” बनने का कदम केवल एक नाम परिवर्तन नहीं है, बल्कि एक बड़ी रणनीतिक चाल है।
IPO के ज़रिए Meesho भारत के सबसे बड़े टेक आईपीओ में से एक बन सकता है और अपने सोशल कॉमर्स मॉडल को दुनिया के सामने पेश कर सकता है।

जैसे-जैसे कंपनी अपने अगले विकास चरण में प्रवेश कर रही है, सभी की निगाहें Meesho पर टिकी हैं। अगर सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो दिवाली 2025 भारत के स्टार्टअप और फिनटेक इतिहास में एक सुनहरा अध्याय जोड़ सकती है। 🚀

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IPO की तैयारी में Meesho इस साल जुटाएगा $1 बिलियन,

Meesho

घरेलू ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Meesho इस साल के अंत तक आईपीओ (IPO) लाने की योजना बना रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी $1 बिलियन (₹8,300 करोड़) जुटाने की योजना बना रही है और इसका वैल्यूएशन $10 बिलियन (₹83,000 करोड़) तक हो सकता है

SoftBank समर्थित इस कंपनी की IPO योजना में JP Morgan भी शामिल हो सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, Meesho जल्द ही ड्राफ्ट डॉक्यूमेंट दाखिल करेगा और इसकी लिस्टिंग दिवाली के आसपास (सितंबर-अक्टूबर 2025) होने की संभावना है।


Meesho: भारत का तीसरा सबसे बड़ा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म

Meesho, भारत का तीसरा सबसे बड़ा होरिजॉन्टल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है, जो Flipkart और Amazon के बाद आता है।

Meesho के 14.5 करोड़ वार्षिक ट्रांजैक्टिंग यूजर्स हैं, जो इसे भारत में तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स में से एक बनाता है।
जनवरी से दिसंबर 2024 के बीच, कंपनी के ऑर्डर वॉल्यूम में 3 गुना वृद्धि दर्ज की गई है।
Meesho ने 21,000 से अधिक कंटेंट क्रिएटर्स के साथ पार्टनरशिप की है, जिससे प्लेटफॉर्म पर सेलर्स और खरीदारों की संख्या तेजी से बढ़ी है।

Vidit Aatrey द्वारा स्थापित Meesho की सफलता का प्रमुख कारण इसका अनूठा बिजनेस मॉडल है, जिसमें छोटे कारोबारियों और महिलाओं को ऑनलाइन व्यापार करने का अवसर मिलता है।


IPO से Meesho को क्या फायदा होगा?

Meesho के IPO से:

कंपनी को विस्तार और नई टेक्नोलॉजी में निवेश करने के लिए पूंजी मिलेगी।
ई-कॉमर्स मार्केट में Flipkart और Amazon को टक्कर देने की क्षमता बढ़ेगी।
सप्लाई चेन और डिलीवरी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा सकेगा।
नए इन्वेस्टर्स को Meesho का हिस्सा खरीदने का मौका मिलेगा।

अगर Meesho का वैल्यूएशन $10 बिलियन तक पहुंचता है, तो यह भारत के सबसे बड़े ई-कॉमर्स IPOs में से एक हो सकता है।


Meesho का वैल्यूएशन और फंडिंग हिस्ट्री

Meesho की वैल्यूएशन में हाल के वर्षों में काफी उतार-चढ़ाव आया है:

📉 2024 की शुरुआत में, Meesho की वैल्यूएशन $3.9–4 बिलियन थी, जो पहले के $4.9 बिलियन से 20% कम थी।
📈 SoftBank, Sequoia Capital, और Facebook जैसे निवेशकों ने Meesho में भारी निवेश किया है।
📊 TheKredible की रिपोर्ट के अनुसार, Meesho ने FY24 में 33% की सालाना ग्रोथ दर्ज की, और इसका ऑपरेटिंग रेवेन्यू ₹7,615 करोड़ पहुंच गया।

इससे साफ है कि, Meesho IPO के जरिए अपनी वैल्यूएशन और बाजार में पकड़ को फिर से मजबूत करना चाहता है।


Meesho का बिजनेस मॉडल और रणनीति

Meesho का बिजनेस मॉडल मुख्य रूप से छोटे और मध्यम विक्रेताओं को ऑनलाइन बिजनेस करने में मदद करता है।

🔹 रेसेलिंग मॉडल: Meesho मुख्य रूप से रेसेलिंग पर आधारित है, जिसमें लोग बिना किसी इन्वेंटरी के सामान बेच सकते हैं।
🔹 छोटे कारोबारियों का समर्थन: छोटे व्यापारी और महिलाएं आसानी से Meesho पर अपने उत्पाद लिस्ट कर सकते हैं।
🔹 कंटेंट कॉमर्स: Meesho ने डिजिटल कंटेंट और क्रिएटर्स के जरिए अपने प्रोडक्ट्स को प्रमोट करने की रणनीति अपनाई है, जिससे इसके ऑर्डर वॉल्यूम में 3 गुना वृद्धि हुई है।
🔹 लोकल से ग्लोबल: Meesho भारत के छोटे शहरों में मजबूत पकड़ बनाने के बाद अब इंटरनेशनल मार्केट में भी विस्तार की योजना बना रहा है


Meesho का मुकाबला किन कंपनियों से है?

Meesho को भारत के ई-कॉमर्स सेक्टर में कई बड़ी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है:

🏆 Flipkart – भारत का सबसे बड़ा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म।
🏆 Amazon India – दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी, जो भारतीय बाजार में अपनी पकड़ बना रही है।
🏆 Snapdeal – डिस्काउंट प्रोडक्ट्स के लिए प्रसिद्ध भारतीय प्लेटफॉर्म।
🏆 JioMart – रिलायंस का ऑनलाइन रिटेल प्लेटफॉर्म, जो Meesho के टारगेट ऑडियंस को कड़ी टक्कर देता है।

Meesho का मुख्य फोकस Tier-2 और Tier-3 शहरों के छोटे व्यापारियों और रेसलर्स पर है, जिससे यह Flipkart और Amazon से थोड़ा अलग बिजनेस मॉडल अपनाता है।


Meesho IPO क्यों खास है?

$1 बिलियन की फंडिंग जुटाने का लक्ष्य
दिवाली 2025 के आसपास लिस्टिंग की योजना
भारत में सबसे बड़े ई-कॉमर्स IPOs में से एक बनने की संभावना
SoftBank समर्थित कंपनी, जिसका 14.5 करोड़ ट्रांजैक्टिंग यूजर्स का मजबूत बेस है

अगर Meesho का IPO सफल होता है, तो यह भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए एक बड़ा मील का पत्थर होगा


निष्कर्ष: क्या Meesho IPO निवेशकों के लिए अच्छा मौका है?

Meesho का IPO भारत के ई-कॉमर्स सेक्टर में एक महत्वपूर्ण घटना हो सकती है

  • कंपनी की ग्रोथ दर मजबूत है, और इसका कंटेंट कॉमर्स मॉडल तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
  • IPO से Meesho को पूंजी जुटाने और विस्तार करने का अवसर मिलेगा
  • निवेशकों के लिए, यह भारत के तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स सेक्टर में निवेश करने का एक अच्छा अवसर हो सकता है

अब देखना यह होगा कि Meesho अपने IPO के जरिए निवेशकों और बाजार की उम्मीदों पर कितना खरा उतरता है! 🚀

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Meesho ने लॉन्च किया AI-पावर्ड मल्टीलिंगुअल वॉयस बॉट

Meesho

Meesho, भारत के अग्रणी हॉरिजॉन्टल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने एक नया जनरेटिव AI-समर्थित मल्टीलिंगुअल वॉयस बॉट लॉन्च किया है।

  • यह बॉट व्यक्तिगत और मानव-समान ग्राहक सहायता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  • Meesho का लक्ष्य इसे बड़े पैमाने पर उपयोग में लाकर ग्राहक संतुष्टि को नई ऊंचाइयों तक ले जाना है।

Meesho ग्रामीण और टियर II शहरों के ग्राहकों के लिए खास

साधारण स्मार्टफोन पर भी कार्यशील

Meesho के मुताबिक:

  • इसके 80% उपयोगकर्ता टियर II शहरों और उससे आगे के क्षेत्रों से आते हैं।
  • यह वॉयस बॉट विशेष रूप से साधारण स्मार्टफोन्स और शोरगुल भरे वातावरण में भी प्रभावी तरीके से काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

बॉट की विशेषताएं

  1. इंटरप्शन हैंडलिंग:
    • बॉट बातचीत के दौरान रुकावटों को प्रभावी ढंग से संभालता है।
    • यह “जी”, “ओके” जैसे सामान्य शब्दों और वास्तविक रुकावटों में अंतर कर सकता है।
  2. भाषाई समर्थन:
    • वर्तमान में, यह हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं का समर्थन करता है।
    • Meesho ने छह अतिरिक्त क्षेत्रीय भाषाओं को जोड़ने की योजना बनाई है।
  3. इमोशन रिकग्निशन:
    • कंपनी ने इस बॉट में भावना पहचान क्षमता जोड़ने की योजना बनाई है, जिससे ग्राहक अनुभव और बेहतर होगा।

कस्टमर सपोर्ट में सुधार

उच्च कॉल हैंडलिंग क्षमता

  • Meesho का वॉयस बॉट प्रतिदिन लगभग 60,000 ग्राहक कॉल संभालता है।
  • 95% की प्रभावशाली समाधान दर के साथ, यह ग्राहकों के लिए तेज़ और कुशल सेवा सुनिश्चित करता है।

ग्राहक संतुष्टि में वृद्धि

  • वॉयस बॉट ने Meesho की ग्राहक संतुष्टि स्कोर (CSAT) में 10% की वृद्धि की है।
  • कंपनी का दावा है कि औसत कॉल हैंडलिंग समय (AHT) में 50% सुधार हुआ है।

Meesho का ई-कॉमर्स में योगदान

Meesho एक ऐप-आधारित मार्केटप्लेस है जो ग्राहकों और सप्लायर्स को जोड़ता है।

  • यह सप्लायर्स को रीसैलर्स से जोड़ता है, जिससे वे अपने उत्पादों को Facebook, WhatsApp, और अन्य सोशल प्लेटफॉर्म पर बेच सकते हैं।

Meesho का वित्तीय प्रदर्शन

FY24 में राजस्व में वृद्धि

  • Meesho के संचालन से प्राप्त राजस्व 32.8% बढ़कर ₹7,615 करोड़ हो गया।
  • FY23 में यह ₹5,734 करोड़ था।

घाटे में कमी

  • कंपनी ने अपने घाटे को 81.8% तक घटाकर ₹305 करोड़ कर लिया।
  • Meesho ने जून 2023 में लाभप्रदता हासिल करने का दावा भी किया है।

Meesho की रणनीतियां और भविष्य की योजनाएं

ग्राहकों के लिए बेहतर अनुभव

  • AI-पावर्ड वॉयस बॉट का लॉन्च ग्राहकों को तेज़, व्यक्तिगत, और सटीक सेवा प्रदान करने का लक्ष्य रखता है।
  • भावनाओं की पहचान और क्षेत्रीय भाषाओं का समर्थन जोड़ने से यह ग्राहक अनुभव को और बेहतर करेगा।

टियर II और III बाजारों में विस्तार

  • Meesho का ध्यान मुख्य रूप से ग्रामीण और छोटे शहरों में अपने ग्राहक आधार को बढ़ाने पर है।

स्थिर वित्तीय प्रदर्शन

  • FY24 में कंपनी ने राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि और घाटे में भारी कमी दर्ज की।
  • भविष्य में Meesho का लक्ष्य स्थायी लाभप्रदता बनाए रखना है।

Meesho का महत्व भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में

छोटे व्यवसायों के लिए प्लेटफॉर्म

  • Meesho ने छोटे व्यवसायों, किराना दुकानों, और व्यक्तिगत विक्रेताओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने में अहम भूमिका निभाई है।

प्रतिस्पर्धा में बढ़त

  • Meesho ने अपने ग्राहकों को किफायती कीमत और बेहतर सेवा प्रदान करके Flipkart, Amazon, और अन्य प्लेटफॉर्म्स से कड़ी प्रतिस्पर्धा में अपनी जगह बनाई है।

सोशल कॉमर्स का नेतृत्व

  • सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए बिक्री को बढ़ावा देना Meesho की अनूठी रणनीति है।

निष्कर्ष

Meesho का AI-पावर्ड वॉयस बॉट न केवल एक तकनीकी नवाचार है, बल्कि ग्राहक सेवा को और अधिक कुशल और व्यक्तिगत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

  • FY24 में वित्तीय सुधारों और वॉयस बॉट जैसी नई तकनीकों के साथ, Meesho ने खुद को एक आधुनिक और प्रभावी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित किया है।
  • भविष्य में, यह नवाचार और विस्तार रणनीतियां Meesho को भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में अग्रणी बनने में मदद करेंगी।

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Meesho का वित्तीय उछाल: FY24 में 33% राजस्व वृद्धि और 97% घाटे में कमी

Meesho

भारतीय ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Meesho ने जून 2023 में लाभप्रदता का दावा किया था और अब यह कंपनी FY25 या FY26 में पूरे वित्तीय वर्ष में लाभप्रदता की ओर बढ़ रही है। सॉफ्टबैंक समर्थित इस कंपनी ने FY24 में अपने समायोजित घाटे को 97% घटाकर 53 करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया है, जो पिछले वित्तीय वर्ष FY23 में 1,569 करोड़ रुपये था।

FY24 में 33% की वृद्धि के साथ रिकॉर्ड राजस्व

FY24 में Meesho का परिचालन राजस्व 33% बढ़कर 7,615 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जबकि FY23 में यह 5,735 करोड़ रुपये था। कंपनी की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस राजस्व वृद्धि का प्रमुख कारण ऑर्डर में 36% की वृद्धि है। मीनशो की सबसे लोकप्रिय श्रेणियों में होम और किचन, ब्यूटी और पर्सनल केयर, और बेबी आवश्यकताएँ शामिल हैं। बेंगलुरु स्थित यह प्लेटफॉर्म इन श्रेणियों में लगातार विकास कर रहा है और ग्राहकों के बीच इसकी मांग बढ़ रही है।

वैल्मो लॉजिस्टिक्स से लागत में कटौती

हालांकि कंपनी ने FY24 के लिए अपने खर्चों के विशिष्ट आंकड़े साझा नहीं किए हैं, मीनशो का कहना है कि उसकी अपनी लॉजिस्टिक्स कंपनी, वैल्मो लॉजिस्टिक्स (Valmo Logistics), के माध्यम से की गई कार्यकुशलताओं और प्राकृतिक वृद्धि से उसे कुल खर्चों में कमी करने में मदद मिली है। फरवरी 2023 में लॉन्च किए गए इस नए लॉजिस्टिक्स वर्टिकल ने कंपनी की लागत घटाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और इसे अपने ऑर्डर प्रोसेसिंग को अधिक प्रभावी और कुशल बनाया है। इससे मीनशो की लॉजिस्टिक्स पर निर्भरता कम हुई है और इसके संचालन की दक्षता में सुधार हुआ है।

घाटे में भारी गिरावट और ESOP बायबैक कार्यक्रम

मीनशो ने FY24 में अपने साल-दर-साल घाटे में 97% की भारी कमी की, जो पिछले वित्तीय वर्ष FY23 के 1,569 करोड़ रुपये के घाटे से घटकर केवल 53 करोड़ रुपये रह गया है। हालांकि, यह आंकड़ा समायोजित है, और यह स्पष्ट नहीं है कि किन लागतों को इसमें से निकाला गया है। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि कर्मचारियों को दिए गए शेयर-आधारित मुआवजे को इस समायोजित आंकड़े से बाहर रखा गया था।

महत्वपूर्ण बात यह है कि मीनशो ने FY24 के अंतिम महीने में अपने सबसे बड़े ESOP बायबैक कार्यक्रम को भी सफलतापूर्वक पूरा किया, जिसकी कुल कीमत $25 मिलियन थी। इस कार्यक्रम के तहत, मीनशो ने कर्मचारियों के लिए अपने शेयरों का पुनर्खरीद किया, जो कि इसके कर्मचारियों को कंपनी की वित्तीय सफलताओं का हिस्सा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

FY25 और FY26 में लाभप्रदता की दिशा में मीनशो का सफर

FY24 में राजस्व वृद्धि और घाटे में कमी की शानदार उपलब्धि के बाद, मीनशो अगले कुछ वर्षों में पूर्ण लाभप्रदता की ओर बढ़ने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। कंपनी की योजना है कि वह अपनी लोकप्रिय श्रेणियों में ऑर्डर वृद्धि जारी रखे और अपने लॉजिस्टिक्स में सुधार करे। इसके साथ ही, मीनशो अधिक ग्राहकों को आकर्षित करने और उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए नए उत्पाद और सेवाएं पेश कर सकता है।

मीनशो की इस सफलता में उसकी कुशलता, लागत नियंत्रण, और विकास रणनीति का बड़ा योगदान रहा है। कंपनी अब अपने खर्चों को नियंत्रित करते हुए और ऑर्डर में वृद्धि करते हुए एक स्थिर और लाभकारी व्यवसाय मॉडल की दिशा में आगे बढ़ रही है।

लागत नियंत्रण और नई रणनीतियों से मीनशो की मजबूती

मीनशो की FY24 की रिपोर्ट में एक प्रमुख बात सामने आई है—कंपनी ने अपने परिचालन खर्चों को नियंत्रित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिसमें अपने लॉजिस्टिक्स को आंतरिक रूप से संभालने के लिए वैल्मो लॉजिस्टिक्स का लॉन्च भी शामिल है। मीनशो का मानना है कि अपनी लॉजिस्टिक्स सेवाओं को मजबूत करने से उसे न केवल ऑर्डर प्रोसेसिंग में तेजी लाने में मदद मिली, बल्कि इससे वितरण की लागत में भी कमी आई है।

कंपनी के मुताबिक, इसके कारण मीनशो ग्राहकों को तेजी से सेवा प्रदान कर पा रहा है और बिना अतिरिक्त लागत के उन्हें उच्च-गुणवत्ता का अनुभव दे रहा है। इससे ग्राहकों का विश्वास और बढ़ा है, जो सीधे ऑर्डर की बढ़ती संख्या में दिखाई देता है।

खुदरा ग्राहकों के बीच बढ़ता रुझान

मीनशो के प्लेटफॉर्म पर होम और किचन, ब्यूटी और पर्सनल केयर, और बेबी आवश्यकताओं जैसी श्रेणियों में भारी मांग देखी जा रही है। इन श्रेणियों में विशेष वृद्धि होने का एक बड़ा कारण मीनशो का “बजट फ्रेंडली” और “ग्राहक केंद्रित” दृष्टिकोण है। मीनशो ने छोटे और मध्यम व्यापारियों को ऑनलाइन बेचने का मंच देकर उन्हें एक व्यापक ग्राहक आधार तक पहुंचने का मौका दिया है। यह खुदरा विक्रेताओं के लिए भी लाभकारी साबित हो रहा है, जो अब मीनशो के माध्यम से भारत के हर कोने में अपने उत्पाद बेच पा रहे हैं।

ESOP बायबैक के जरिए कर्मचारियों का विश्वास बढ़ाना

मीनशो ने FY24 के अंत में अपने $25 मिलियन के ESOP बायबैक कार्यक्रम की घोषणा की थी, जो इसके कर्मचारियों को उनकी मेहनत और योगदान का प्रतिफल देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल थी। ESOP (Employee Stock Ownership Plan) के तहत मीनशो ने कर्मचारियों के लिए शेयर बायबैक की पेशकश की, जिससे कंपनी में उनकी हिस्सेदारी को मान्यता मिली। यह न केवल मीनशो की वित्तीय मजबूती को दिखाता है, बल्कि कर्मचारियों को भी कंपनी के प्रति अधिक जुड़ाव और प्रतिबद्धता प्रदान करता है।

FY25 और उसके बाद का रोडमैप

मीनशो की FY24 में राजस्व और लाभप्रदता में वृद्धि ने FY25 और उससे आगे के लक्ष्यों को स्पष्ट कर दिया है। कंपनी का अगला कदम लागतों को और अधिक अनुकूल बनाना है ताकि मुनाफे को बनाए रखा जा सके और उसमें वृद्धि हो सके। मीनशो ने संकेत दिया है कि वह अपनी सेवाओं को और विस्तार देने के लिए नई पहल कर सकता है, जैसे कि अपनी उत्पाद श्रेणियों में विविधता लाना, लॉजिस्टिक्स नेटवर्क को मजबूत बनाना, और नई तकनीकों में निवेश करना।

यह अनुमान लगाया जा रहा है कि मीनशो अगले एक-दो वर्षों में पूरी तरह लाभप्रदता हासिल कर सकता है, जिससे भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र में अपनी मजबूत स्थिति और प्रभाव को और बढ़ाएगा।

निष्कर्ष

FY24 में मीनशो की राजस्व वृद्धि और घाटे में कमी इस बात का सबूत है कि कंपनी ने लागत नियंत्रण और आंतरिक दक्षताओं पर खासा ध्यान दिया है। इसके लॉजिस्टिक्स वर्टिकल वैल्मो लॉजिस्टिक्स, नए ESOP बायबैक कार्यक्रम, और ग्राहक केंद्रित दृष्टिकोण ने मीनशो को वित्तीय रूप से मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आने वाले वर्षों में मीनशो का लक्ष्य न केवल लाभप्रदता बनाए रखना है, बल्कि अपनी सेवाओं को और बेहतर बनाकर ग्राहकों को एक उत्कृष्ट अनुभव प्रदान करना है।

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