Paytm Cloud ने Seven Tech में 25% हिस्सेदारी खरीदी,

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Paytm Cloud, जो One97 Communications की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, ने डेलावेयर (अमेरिका) स्थित Seven Tech में 25% हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की है। यह डील करीब ₹8.70 करोड़ ($1 मिलियन) में पूरी होगी।

Paytm का यह अधिग्रहण अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने मर्चेंट पेमेंट और फाइनेंशियल सर्विसेज मॉडल के विस्तार की रणनीति का हिस्सा है।


🔹 Seven Tech का परिचय और Paytm के लिए इसकी भूमिका

Seven Tech ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स को डिजिटल फाइनेंशियल सर्विसेज उपलब्ध कराने में मदद करता है, खासतौर पर ब्राजील के माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज (MSMEs) के लिए।

💡 Paytm के इस अधिग्रहण के बाद, Seven Tech और Dinie (Seven Tech की फिनटेक यूनिट) दोनों Paytm के एसोसिएट एंटिटीज बन जाएंगी

इसका मतलब यह है कि Paytm अब ब्राजील के छोटे व्यापारियों को डिजिटल वित्तीय सेवाएं देने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है


🔹 Paytm Cloud का अंतरराष्ट्रीय विस्तार

📌 2018 में लॉन्च हुए Paytm Cloud ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह UAE, सऊदी अरब और सिंगापुर में अपना बिजनेस शुरू करेगा

📌 इसका उद्देश्य अपने टेक्नोलॉजी-सक्षम मर्चेंट पेमेंट्स और फाइनेंशियल सर्विसेज मॉडल को इन नए बाजारों में ले जाना है

📌 Paytm Cloud के इस कदम से अंतरराष्ट्रीय व्यापारियों को डिजिटल पेमेंट और वित्तीय समाधान उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी


🔹 Paytm के Q3 FY25 वित्तीय नतीजे

Seven Tech में हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा Paytm के Q3 FY25 (अक्टूबर-दिसंबर 2024) के वित्तीय नतीजों के ठीक बाद आई है

📌 Paytm ने इस तिमाही में ₹1,828 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया, लेकिन कंपनी को ₹208 करोड़ का नुकसान हुआ

📌 यह परिणाम भारतीय डिजिटल पेमेंट मार्केट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और रेगुलेटरी चैलेंजेज को दर्शाता है

📌 ऐसे में Paytm नए बाजारों में प्रवेश कर अपनी सेवाओं का विस्तार करना चाहता है, ताकि लंबे समय में रेवेन्यू ग्रोथ को बढ़ावा मिले


🔹 Paytm के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अवसर

Paytm Cloud के अंतरराष्ट्रीय विस्तार की यह रणनीति कई नए अवसरों के दरवाजे खोल सकती है

ब्राजील का MSME सेक्टर: ब्राजील में छोटे और मध्यम व्यापारियों की संख्या बहुत अधिक है, जो डिजिटल वित्तीय सेवाओं की मांग बढ़ा रहे हैं।

UAE और सऊदी अरब का फिनटेक इकोसिस्टम: इन देशों में डिजिटल पेमेंट और ई-कॉमर्स तेजी से बढ़ रहा है। Paytm Cloud यहां मर्चेंट पेमेंट सॉल्यूशंस के लिए बड़ी संभावनाएं देख रहा है

सिंगापुर में टेक्नोलॉजी का बड़ा बाजार: सिंगापुर एक ग्लोबल फिनटेक हब बन चुका है, जहां Paytm अपनी मजबूत टेक्नोलॉजी के साथ उतर सकता है।


🔹 चुनौतियां और आगे की राह

हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रवेश करना Paytm के लिए आसान नहीं होगा

⚠️ रेगुलेटरी चैलेंजेज: अलग-अलग देशों के फाइनेंशियल रेगुलेशंस और डिजिटल पेमेंट गाइडलाइंस को समझना और पालन करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

⚠️ लोकल ब्रांड्स से प्रतिस्पर्धा: ब्राजील, UAE और सिंगापुर में पहले से ही मजबूत लोकल प्लेयर्स मौजूद हैं, जिनसे मुकाबला करना होगा।

⚠️ फंडिंग और प्रॉफिटेबिलिटी: Paytm अभी भी मुनाफे में नहीं आया है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय विस्तार पर खर्च कंपनी के फाइनेंशियल परफॉर्मेंस को प्रभावित कर सकता है।


🔹 निष्कर्ष: क्या Paytm की यह रणनीति सफल होगी?

Paytm Cloud का Seven Tech में निवेश और अंतरराष्ट्रीय विस्तार का प्लान एक महत्वपूर्ण कदम है

📌 अगर Paytm ब्राजील, UAE और सिंगापुर में अपने मर्चेंट पेमेंट और डिजिटल फाइनेंस मॉडल को सफलतापूर्वक स्थापित कर पाता है, तो इससे कंपनी के रेवेन्यू ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा

📌 हालांकि, रेगुलेटरी चैलेंजेज और प्रतिस्पर्धा के कारण यह राह आसान नहीं होगी।

👉 क्या Paytm का यह निवेश उसे ग्लोबल डिजिटल पेमेंट लीडर बनने में मदद करेगा?
👉 क्या कंपनी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मुनाफे की ओर बढ़ पाएगी?

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Paytm पेमेंट्स के एमडी और सीईओ नकुल जैन ने दिया इस्तीफा

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Paytm की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी Paytm Payments Services Limited के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ नकुल जैन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

नकुल जैन ने Paytm से पहले स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक में मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में काम किया था, जहां वे प्राइवेट बैंकिंग, प्रायोरिटी बैंकिंग, डिपॉजिट्स और ब्रांच बैंकिंग के प्रभारी थे। उन्होंने अप्रैल 2022 में Paytm ज्वाइन किया था।

Paytm ने शेयर बाजार को दी गई जानकारी में बताया कि नकुल जैन ने अपना इस्तीफा एक उद्यमशीलता (Entrepreneurial Venture) को आगे बढ़ाने के लिए दिया है।


Paytm के लिए नया नेतृत्व तलाशने की प्रक्रिया जारी

Paytm ने अपने बयान में कहा है कि वह नकुल जैन के स्थान पर एक नया उम्मीदवार तलाशने की प्रक्रिया में है। कंपनी ने यह भी कहा कि वह अपने विकास और व्यवसायिक लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित रखेगी।

कंपनी ने यह भी जानकारी दी कि उसकी सहायक इकाई को भारत सरकार से डाउनस्ट्रीम इन्वेस्टमेंट के लिए मंजूरी मिल गई है और वह ऑनलाइन मर्चेंट्स को पेमेंट एग्रीगेशन सर्विसेज उपलब्ध कराने का काम जारी रखेगी।


पिछले साल Paytm में हुए बड़े बदलाव

Paytm ने पिछले साल कुछ महत्वपूर्ण नेतृत्व परिवर्तन देखे:

  • 8 अप्रैल 2024 को सुरिंदर चावला ने Paytm Payments Bank के एमडी और सीईओ के पद से इस्तीफा दिया।
  • Paytm के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने पार्ट-टाइम नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और बोर्ड सदस्य के पद से इस्तीफा दे दिया।
  • अक्टूबर 2024 में, सिद्धार्थ शकधर ने ओला मोबिलिटी में अपने मुख्य व्यवसाय अधिकारी (CBO) पद को छोड़कर Paytm में बिजनेस हेड के रूप में शामिल हुए।

Paytm का वित्तीय प्रदर्शन

Paytm ने चालू वित्तीय वर्ष (FY25) की तीसरी तिमाही (Q3) के लिए अपने वित्तीय परिणाम घोषित किए।

  • इस तिमाही में कंपनी ने 1,828 करोड़ रुपये का राजस्व (Revenue) दर्ज किया।
  • हालांकि, कंपनी को 208 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा (Net Loss) हुआ।

यह राजस्व और घाटा Paytm के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय की ओर संकेत करते हैं, लेकिन कंपनी ने अपने भविष्य के लक्ष्यों पर ध्यान बनाए रखने की बात कही है।


Paytm की भविष्य की योजनाएं

Paytm का फोकस अभी भी डिजिटल पेमेंट्स और फाइनेंशियल सर्विसेज में अपनी पकड़ मजबूत करने पर है।

  • कंपनी अपने पेमेंट एग्रीगेशन सर्विसेज को और अधिक ऑनलाइन व्यापारियों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
  • Paytm ने डाउनस्ट्रीम इन्वेस्टमेंट के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिलने के बाद अपनी सेवाओं के विस्तार की योजना बनाई है।
  • कंपनी के बयान के अनुसार, वह अपने नेतृत्व में नए परिवर्तन के साथ सुदृढ़ विकास और नवाचार की दिशा में काम करना जारी रखेगी।

नकुल जैन की उद्यमशीलता की यात्रा की शुरुआत

Paytm से इस्तीफा देने के बाद, नकुल जैन अपनी नई उद्यमशीलता यात्रा शुरू करने जा रहे हैं। उनके इस फैसले ने संकेत दिया है कि वे फिनटेक और पेमेंट्स इंडस्ट्री में अपने अनुभव का उपयोग करके कुछ नया और प्रभावशाली करना चाहते हैं।


Paytm और भारतीय डिजिटल पेमेंट्स इंडस्ट्री

Paytm भारत में डिजिटल पेमेंट्स क्रांति का नेतृत्व करने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है।

  • कंपनी ने अपने QR कोड आधारित पेमेंट्स, वॉलेट, और फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स के माध्यम से ग्राहकों का विश्वास जीता है।
  • हालांकि, बढ़ती प्रतिस्पर्धा और वित्तीय घाटे ने कंपनी के लिए चुनौतियां भी खड़ी की हैं।

निष्कर्ष

Paytm Payments Services Limited में नेतृत्व परिवर्तन कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। नकुल जैन का इस्तीफा और उनकी उद्यमशीलता यात्रा की शुरुआत Paytm और पूरे फिनटेक सेक्टर के लिए एक नई दिशा तय कर सकती है।

Paytm का ध्यान अब अपने वित्तीय प्रदर्शन में सुधार, नेतृत्व की स्थिरता, और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने पर केंद्रित होगा। आगामी समय यह बताएगा कि Paytm इन चुनौतियों का सामना कैसे करता है और अपने व्यवसाय को नई ऊंचाइयों पर ले जाता है।

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Paytm ने Q3 FY25 राजस्व ₹1,828 करोड़, घाटा ₹208 करोड़

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फिनटेक कंपनी Paytm ने मौजूदा वित्तीय वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही (Q3 FY25) के वित्तीय नतीजे सोमवार को जारी किए। नोएडा स्थित इस कंपनी ने ₹1,828 करोड़ का राजस्व और ₹208 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया है।

Paytm राजस्व में गिरावट, तिमाही दर तिमाही सुधार

Paytm द्वारा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में दायर अ-ऑडिटेड कंसोलिडेटेड रिपोर्ट के अनुसार:

  • कंपनी का संचालन से राजस्व साल-दर-साल 35.9% घटकर ₹2,850 करोड़ (Q3 FY24) से ₹1,828 करोड़ (Q3 FY25) हो गया।
  • हालांकि, पिछली तिमाही (Q2 FY25) की तुलना में राजस्व में 10% की वृद्धि दर्ज की गई।

राजस्व स्रोत

पेटीएम का कुल संचालन राजस्व मुख्य रूप से तीन प्रमुख खंडों से आया:

  1. भुगतान सेवा राजस्व:
    • कुल राजस्व का 55%, यानी ₹1,003 करोड़।
  2. वित्तीय और मार्केटिंग सेवाएं:
    • वित्तीय सेवाओं से ₹502 करोड़ और मार्केटिंग सेवाओं से ₹267 करोड़ का योगदान।
  3. गैर-परिचालन आय:
    • अन्य गैर-परिचालन स्रोतों से ₹189 करोड़ का इजाफा, जिससे कुल राजस्व ₹2,016.5 करोड़ तक पहुंचा।

कंपनी के खर्चों में गिरावट

पेटीएम ने अपने खर्चों में उल्लेखनीय कमी की, जो कि कंपनी के घाटे को कम करने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।

  1. कर्मचारी लाभ:
    • कुल खर्च का 34% हिस्सा, ₹756 करोड़।
    • इसमें ₹182 करोड़ ESOP (इक्विटी शेयर आधारित भुगतान) का गैर-नकद खर्च शामिल है।
    • FY24 की तुलना में कर्मचारी लागत में 36% की कमी।
  2. भुगतान प्रसंस्करण शुल्क और मार्केटिंग लागत:
    • भुगतान प्रसंस्करण शुल्क ₹982 करोड़ से घटकर ₹570 करोड़ हो गया (42% की कमी)।
    • मार्केटिंग लागत ₹275 करोड़ से घटकर ₹141 करोड़ हो गई (48.7% की कमी)।
  3. अन्य खर्च:
    • सॉफ्टवेयर, संचार, कानूनी, कैशबैक और अन्य ओवरहेड खर्च Q3 FY24 में ₹3,216 करोड़ से घटकर Q3 FY25 में ₹2,220 करोड़ हो गए।

आर्थिक प्रदर्शन का अवलोकन

  • कंपनी का घाटा ₹208 करोड़ रहा, जो पिछले वित्तीय वर्ष की समान तिमाही की तुलना में कम है।
  • तिमाही दर तिमाही प्रदर्शन में सुधार ने कंपनी की संचालन क्षमता में सुधार को दर्शाया।

प्रमुख संकेतक और रणनीतिक दिशा

पेटीएम के नतीजे उसके बढ़ते ऑपरेशनल एफिशिएंसी और खर्च नियंत्रण के प्रयासों को दर्शाते हैं। कंपनी ने अपने भुगतान प्रोसेसिंग शुल्क और मार्केटिंग लागत में कटौती की है, जिससे उसके घाटे में कमी आई है।

  1. भुगतान सेवाओं में स्थिरता:
    • पेटीएम का प्रमुख राजस्व स्रोत भुगतान सेवा बना हुआ है, जो उसकी मजबूत बाजार उपस्थिति को दर्शाता है।
  2. वित्तीय सेवाओं का बढ़ता योगदान:
    • वित्तीय और मार्केटिंग सेवाओं ने कुल राजस्व में 42% से अधिक का योगदान दिया।
  3. गैर-परिचालन आय:
    • गैर-परिचालन आय से कंपनी को ₹189 करोड़ का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ।

चुनौतियाँ और अवसर

  1. चुनौतियाँ:
    • राजस्व में साल-दर-साल गिरावट कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती है।
    • बढ़ते प्रतिस्पर्धात्मक माहौल और बाजार स्थितियों ने राजस्व पर असर डाला।
  2. अवसर:
    • पेटीएम अपनी वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में अधिक विस्तार कर सकता है।
    • खर्च नियंत्रण की मौजूदा रणनीति कंपनी को लाभप्रदता की ओर ले जा सकती है।

पेटीएम का भविष्य

कंपनी ने तिमाही दर तिमाही प्रदर्शन में सुधार दिखाया है, जो इसके दीर्घकालिक विकास और लाभप्रदता की संभावना को दर्शाता है।

  • प्रबंधन का ध्यान: खर्चों को नियंत्रित करने और उच्च राजस्व वृद्धि वाले क्षेत्रों में निवेश पर है।
  • डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवाओं का विस्तार: पेटीएम को इस क्षेत्र में अपनी स्थिति को और मजबूत करने का मौका मिल सकता है।

निष्कर्ष

पेटीएम के Q3 FY25 के नतीजे इसके खर्च प्रबंधन और ऑपरेशनल सुधार को दर्शाते हैं।

  • जबकि साल-दर-साल राजस्व में गिरावट एक चिंता का विषय है, तिमाही दर तिमाही सुधार कंपनी की रिकवरी रणनीति की सफलता को इंगित करता है।
  • पेटीएम का फोकस लाभप्रदता और बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने पर है, जिससे यह भारतीय फिनटेक उद्योग में अपनी पहचान बनाए रखने में सफल हो सकता है।

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Paytm को NPCI से मिली नई UPI यूजर्स जोड़ने की मंजूरी

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One97 Communications Limited, जो कि Paytm की पेरेंट कंपनी है, ने हाल ही में घोषणा की है कि उसे नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) से अपनी UPI प्लेटफॉर्म पर नए यूजर्स को जोड़ने की मंजूरी मिल गई है। यह निर्णय NPCI द्वारा Paytm के अनुरोध की जांच के बाद लिया गया है, जिसे कंपनी ने 1 अगस्त 2024 को प्रस्तुत किया था। इस फैसले के बाद अब Paytm नए UPI यूजर्स को अपनी ऐप पर जोड़ सकता है, जो कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के निर्देशों के चलते रोका गया था।

RBI के निर्देश और Paytm की यात्रा

RBI ने जनवरी और फरवरी 2024 में दिए गए निर्देशों के तहत Paytm को नए UPI यूजर्स को जोड़ने से रोक दिया था। इसके पीछे UPI ट्रांजेक्शन्स और डेटा सुरक्षा के नियमों का पालन सुनिश्चित करना मुख्य कारण था। इसके बाद Paytm के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने NPCI को पत्र लिखकर नए यूजर्स को जोड़ने की मंजूरी मांगी। NPCI के प्रमुख दिलीप अस्बे ने इस अनुरोध पर विचार करने के बाद Paytm को यह मंजूरी दी।

NPCI के प्रमुख दिलीप अस्बे ने अपने पत्र में लिखा, “हम आपके 1 अगस्त 2024 के पत्र की प्राप्ति की पुष्टि करते हैं जिसमें आपने नए UPI यूजर्स को जोड़ने की मंजूरी मांगी थी, जो कि RBI के 31 जनवरी 2024 और 16 फरवरी 2024 के निर्देशों के अनुसार रोक दी गई थी। आपके अनुरोध की जांच के बाद, हम आपको नए UPI यूजर्स को Paytm ऐप पर जोड़ने की मंजूरी देते हैं।”

NPCI की शर्तें और Paytm की जिम्मेदारियाँ

हालांकि, NPCI ने इस मंजूरी के साथ कुछ शर्तें भी लगाई हैं। Paytm को NPCI द्वारा निर्धारित विशेष दिशानिर्देशों और आवश्यकताओं का पालन करना होगा, जिनमें जोखिम प्रबंधन, ब्रांड मानक, मल्टी-बैंक प्रोटोकॉल, TPAP मार्केट शेयर, और ग्राहक डेटा सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण पहलू शामिल हैं। इसके अलावा, Paytm को NPCI और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर (PSP) बैंकों के साथ त्रिपक्षीय समझौते के तहत अपने दायित्वों को भी पूरा करना होगा।

NPCI ने Paytm से यह भी कहा है कि वह 2018 में जारी भुगतान प्रणाली डेटा संग्रहण (Storage of Payment System Data) दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित करे।

Paytm के लिए यह है राहत का समय

Paytm के लिए यह मंजूरी एक बड़ी राहत के रूप में आई है, क्योंकि इससे कंपनी एक बार फिर से अपने UPI प्लेटफॉर्म पर नए यूजर्स को जोड़ सकेगी। NPCI के आंकड़ों के अनुसार, Paytm फिलहाल UPI पेमेंट्स के क्षेत्र में तीसरे स्थान पर है, जहां PhonePe और Google Pay क्रमशः पहले और दूसरे स्थान पर हैं। सितंबर 2024 के आंकड़ों के मुताबिक, Paytm हर महीने 1 अरब से अधिक ट्रांजेक्शन्स को प्रोसेस करता है।

वित्तीय परिणाम और Paytm की सफलता

Paytm के लिए यह नई मंजूरी ऐसे समय में आई है जब कंपनी के तिमाही वित्तीय परिणाम भी सामने आए हैं। Q2 FY25 (वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही) में, नोएडा स्थित इस कंपनी ने ₹1,660 करोड़ का राजस्व अर्जित किया है, साथ ही ₹960 करोड़ का मुनाफा भी दर्ज किया है। यह Paytm के लिए वित्तीय दृष्टिकोण से भी सकारात्मक संकेत है, क्योंकि कंपनी न केवल भारतीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी पहचान बना रही है।

Paytm की यह सफलता उसकी मजबूत फाइनेंशियल और टेक्नोलॉजिकल रणनीतियों का परिणाम है। कंपनी ने न केवल अपने ऑपरेशन्स को डिजिटल माध्यमों पर केंद्रित किया है, बल्कि अपने ग्राहकों को एक सहज और सुरक्षित UPI अनुभव भी प्रदान किया है।

Paytm का भविष्य

Paytm के लिए UPI सेगमेंट में फिर से नए यूजर्स को जोड़ने की मंजूरी मिलना, कंपनी की ग्रोथ के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। UPI पेमेंट्स के बढ़ते बाजार में, Paytm को अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए नए यूजर्स का जुड़ाव बेहद जरूरी है।

कंपनी का ध्यान अब इस दिशा में होगा कि वह NPCI के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए, अपने UPI प्लेटफॉर्म को और बेहतर बनाए और ग्राहकों को बेहतरीन सेवा प्रदान करे। इसके साथ ही, Paytm यह भी सुनिश्चित करेगा कि उसकी सुरक्षा और डेटा प्रोटेक्शन नीतियां मजबूत रहें ताकि उसके यूजर्स को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।

निष्कर्ष

Paytm के लिए NPCI से नए UPI यूजर्स जोड़ने की मंजूरी एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे कंपनी अपने ग्राहक आधार को और अधिक बढ़ा सकेगी। वित्तीय दृष्टिकोण से भी कंपनी की स्थिति मजबूत होती दिख रही है, और आने वाले समय में Paytm UPI सेगमेंट में अपनी पकड़ और भी मजबूत कर सकता है।

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Paytm ने Q2 में 1,660 करोड़ रुपये की income दर्ज की

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One97 Communications Limited, जो Paytm की मूल कंपनी है, ने वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही (Q2 FY25) में अपने संचालन से 1,659.5 करोड़ रुपये की आय दर्ज की। यह पहली तिमाही (Q1 FY25) की तुलना में 10.5% की तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) वृद्धि को दर्शाता है।

भुगतान सेवाओं से आय में 9% की वृद्धि

Paytm की कुल ऑपरेटिंग आय का 59% हिस्सा भुगतान सेवाओं से आया, जो कि Q2 FY25 में 9% बढ़कर 981 करोड़ रुपये हो गया। इसके अतिरिक्त, शेष आय वित्तीय सेवाओं, उपकरणों की बिक्री, और अन्य संबंधित सेवाओं से प्राप्त हुई।

कर्मचारी लाभों पर खर्च और लागत में कमी

कंपनी ने अपनी कुल लागत का 38% हिस्सा कर्मचारी लाभों पर खर्च किया। Q2 FY25 में यह खर्च 11.2% घटकर 709 करोड़ रुपये रहा, जिसमें 225 करोड़ रुपये ईएसओपी (ESOP) खर्च शामिल हैं।

विपणन और भुगतान प्रोसेसिंग लागत

Paytm ने Q2 FY25 में 151 करोड़ रुपये विपणन खर्च और 305 करोड़ रुपये भुगतान प्रोसेसिंग खर्च किए। इसके अलावा, सॉफ़्टवेयर, तकनीक, वित्त, कानूनी, और अन्य खर्चों को मिलाकर कुल खर्च 1,864 करोड़ रुपये रहा, जो कि Q1 FY25 में 2,099 करोड़ रुपये था।

घाटे में 47% की कमी

Paytm ने अपनी लागतों को नियंत्रित रखते हुए और विपणन एवं कर्मचारी लाभों में संतुलन स्थापित करते हुए Q2 FY25 में अपने घाटे को 47% तक घटाया। इस तिमाही में कंपनी का घाटा 437 करोड़ रुपये रहा।

मनोरंजन टिकटिंग व्यवसाय की बिक्री से आय

कंपनी ने Q2 FY25 में अपनी मनोरंजन टिकटिंग सेवा को Zomato को बेचकर 1,345 करोड़ रुपये की गैर-ऑपरेटिंग आय बुक की। चूंकि यह एक बार का लेन-देन था और ऑपरेशनल आय का हिस्सा नहीं था, इसलिए इसे घाटे की गणना से बाहर रखा गया है।

व्यापारिक और व्यक्तिगत ऋण वितरण में वृद्धि

इस तिमाही में Paytm ने अपने व्यापारिक ऋण वितरण में उल्लेखनीय वृद्धि देखी। Q2 FY25 में व्यापारिक ऋण 3,303 करोड़ रुपये तक पहुँच गया, जो कि Q1 FY25 में 2,508 करोड़ रुपये था। हालाँकि, व्यक्तिगत ऋण वितरण में थोड़ी गिरावट देखी गई, जो कि 1,977 करोड़ रुपये रही। यह गिरावट मुख्य रूप से ऋणदाताओं द्वारा जोखिम नीतियों को सख्त करने के कारण हुई।

EBITDA में सुधार, लेकिन अभी भी नकारात्मक

Paytm का EBITDA (ईएसओपी खर्चों से पहले) Q2 FY25 में 186 करोड़ रुपये नकारात्मक रहा, लेकिन इसमें Q1 FY25 के मुकाबले 359 करोड़ रुपये का सुधार देखा गया। यह सुधार कंपनी के लागत नियंत्रण और लाभप्रदता सुधार के प्रयासों को दर्शाता है।

मजबूत नकदी स्थिति

Q2 FY25 के अंत में Paytm ने 9,999 करोड़ रुपये की नकद शेष राशि दर्ज की, जो उसकी मजबूत तरलता स्थिति को दर्शाती है। हालाँकि, इन वित्तीय सुधारों के बावजूद, कंपनी के शेयरों में 7.39% की गिरावट देखी गई। आज के कारोबार सत्र में कंपनी के शेयर की कीमत 672.3 रुपये प्रति शेयर रही, जिससे उसकी कुल बाजार पूँजीकरण लगभग 42,800 करोड़ रुपये (5 अरब डॉलर) पर आ गई।

भविष्य की चुनौतियाँ और संभावनाएँ

हालाँकि Paytm ने लागत में कटौती और लाभप्रदता सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, कंपनी को अभी भी बाजार में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। शेयर बाजार में कीमतों की गिरावट और व्यक्तिगत ऋण वितरण में कमी इस बात की ओर संकेत करती हैं कि कंपनी को अपने रणनीतिक निर्णयों को और सटीक बनाने की आवश्यकता है।

फिर भी, Paytm की वित्तीय सेवाओं और भुगतान सेवाओं में बढ़ती हिस्सेदारी, साथ ही उसकी मजबूत नकदी स्थिति, उसे आने वाले समय में बाजार में मजबूती से खड़ा रहने का अवसर प्रदान करती हैं।

Paytm के लिए अगला कदम यह होगा कि वह अपनी सेवाओं को और अधिक विस्तारित करे और अपने ऑपरेशनल प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए तकनीकी नवाचारों पर ध्यान केंद्रित करे। अगर कंपनी अपने लागत ढाँचे को और नियंत्रित कर पाती है और बाजार की माँगों के अनुसार अपनी सेवाओं में सुधार करती है, तो वह आने वाले समय में और भी बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।

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