भारतीय बीयर बाजार में अपनी अलग पहचान बनाने वाली देसी बीयर ब्रांड Proost ने अपनी सीरीज-A फंडिंग राउंड में ₹30 करोड़ जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व चाइम्स ग्रुप और श्रीनिवासन नमला ने किया, जबकि हैदराबाद एंजल्स, द चेन्नई एंजल्स, और अन्य हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) ने भी इसमें हिस्सा लिया।
दिल्ली स्थित प्रूस्ट, जिसे 2017 में तरुण भार्गव और विजय पी. शर्मा ने सह-स्थापित किया था, ने इससे पहले अक्टूबर 2023 में अपनी प्री-सीरीज A फंडिंग राउंड में ₹25 करोड़ (लगभग $3 मिलियन) जुटाए थे।
Proost नए फंड का उपयोग
Proost एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि नई फंडिंग का उपयोग कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में किया जाएगा:
- सप्लाई चेन को मजबूत बनाना – बेहतर आपूर्ति श्रृंखला स्थापित कर तेजी से बाजार में उत्पाद पहुंचाना।
- नए बाजारों में विस्तार – अधिक से अधिक राज्यों और शहरों में अपने उत्पादों को पहुंचाना।
- प्रोडक्ट पोर्टफोलियो का विस्तार – नई और इनोवेटिव बीयर वेरायटी को लॉन्च करना।
- ब्रांड-बिल्डिंग गतिविधियों में निवेश – मार्केटिंग और विज्ञापन अभियानों के जरिए ब्रांड की पहुंच बढ़ाना।
प्रूस्ट का सफर और ब्रांड की खासियत
प्रूस्ट भारतीय बीयर बाजार में एक उभरता हुआ ब्रांड है, जिसका उद्देश्य इस उद्योग में क्रांति लाना है। यह ब्रांड अपने उच्च गुणवत्ता वाले, कम कड़वाहट और ज्यादा पीने योग्य (high drinkability) बीयर के लिए जाना जाता है।
स्थानीय संसाधनों पर ध्यान
प्रूस्ट 99% कच्चे माल को स्थानीय रूप से स्रोत करता है। यह इसे न केवल पर्यावरण के अनुकूल बनाता है, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करता है। ब्रांड का उद्देश्य उपभोक्ताओं को प्रीमियम और रिफ्रेशिंग अनुभव प्रदान करना है, जो इसे अन्य बीयर ब्रांड्स से अलग बनाता है।
प्रूस्ट के लोकप्रिय उत्पाद
प्रूस्ट का प्रोडक्ट पोर्टफोलियो विभिन्न वेरायटी के बीयर को कवर करता है, जो अलग-अलग उपभोक्ताओं के स्वाद और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किए गए हैं।
भारतीय बीयर बाजार में प्रूस्ट की जगह
भारतीय बीयर उद्योग, जो तेजी से बढ़ता हुआ क्षेत्र है, में प्रूस्ट ने अपने प्रीमियम प्रोडक्ट्स और नवाचार के माध्यम से एक विशेष जगह बनाई है। ब्रांड का फोकस युवा उपभोक्ताओं और उन लोगों पर है, जो बीयर में नई वेरायटी और बेहतर अनुभव की तलाश में हैं।
मार्केट ट्रेंड्स और प्रतिस्पर्धा
भारत में बीयर बाजार का आकार लगातार बढ़ रहा है, जहां कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू ब्रांड्स सक्रिय हैं। प्रूस्ट जैसी देसी ब्रांड्स इस प्रतिस्पर्धा में अपनी अलग पहचान बना रही हैं, जो ‘लोकल फॉर वोकल’ अभियान के तहत भी उपभोक्ताओं के बीच लोकप्रिय हो रही हैं।
स्थापना और संस्थापक
तरुण भार्गव और विजय पी. शर्मा ने 2017 में प्रूस्ट की शुरुआत की थी। उनका उद्देश्य एक ऐसी बीयर ब्रांड तैयार करना था, जो भारतीय उपभोक्ताओं के स्वाद और गुणवत्ता की उम्मीदों पर खरी उतरे।
संस्थापकों की दृष्टि
तरुण और विजय का मानना है कि भारतीय बीयर बाजार में बहुत संभावनाएं हैं। उनकी रणनीति प्रीमियम प्रोडक्ट्स के साथ-साथ बाजार के हर सेगमेंट में विस्तार करने की है।
फंडिंग का महत्व
फंडिंग के जरिए प्रूस्ट अपनी स्थिति को और मजबूत करेगा और नए बाजारों में अपनी पैठ बनाएगा। यह न केवल ब्रांड की विकास दर को बढ़ाएगा, बल्कि उपभोक्ताओं को और बेहतर विकल्प प्रदान करने में मदद करेगा।
मार्केट एक्सपैंशन प्लान
प्रूस्ट का लक्ष्य अगले कुछ वर्षों में भारतीय बीयर बाजार के प्रमुख खिलाड़ियों में शामिल होना है। नई फंडिंग कंपनी को अपने विस्तार और ब्रांडिंग के लिए जरूरी संसाधन प्रदान करेगी।
प्रूस्ट का भविष्य
प्रूस्ट ने अपने मजबूत सप्लाई चेन, स्थानीय कच्चे माल, और गुणवत्ता केंद्रित दृष्टिकोण के साथ भारतीय बीयर बाजार में तेजी से पहचान बनाई है।
नए बाजार और उत्पाद
- नए राज्यों में विस्तार – ब्रांड अधिक से अधिक राज्यों और शहरों में अपने उत्पादों को लॉन्च करने की योजना बना रहा है।
- नए फ्लेवर्स और वेरायटी – ब्रांड लगातार उपभोक्ताओं की मांग और पसंद के अनुसार नई वेरायटी पेश करने पर काम कर रहा है।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रवेश – भविष्य में प्रूस्ट अपने उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ले जाने की योजना बना सकता है।
निष्कर्ष
प्रूस्ट जैसी कंपनियां न केवल भारतीय उपभोक्ताओं को विश्वस्तरीय प्रोडक्ट्स प्रदान कर रही हैं, बल्कि स्थानीय उद्योग को भी बढ़ावा दे रही हैं। नई फंडिंग के साथ प्रूस्ट का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है और यह भारतीय बीयर उद्योग में अपनी मजबूत पहचान बनाने की ओर अग्रसर है।
क्या प्रूस्ट भारतीय बीयर बाजार में अपनी जगह बना पाएगा? यह देखने वाली बात होगी, लेकिन इसके वर्तमान कदम इसे सफलता की दिशा में मजबूती से ले जा रहे हैं।
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