Infinity Fincorp Solutions ने जुटाए $35 मिलियन

Infinity Fincorp Solutions

Infinity Fincorp Solutions, जो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के तहत पंजीकृत एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) है, ने $35 मिलियन (लगभग ₹290 करोड़) की फंडिंग हासिल की है। इस निवेश का नेतृत्व जंगल वेंचर्स ने किया, जिसमें आर्चरमैन कैपिटल और मैग्निफिको ने भी भाग लिया।

इस निवेश के साथ, इनफिनिटी की कुल नेट वर्थ बढ़कर ₹530 करोड़ ($61.6 मिलियन) हो गई है।


Infinity Fincorp Solutions माइक्रो-उद्यमियों को समर्थन देने का उद्देश्य

लक्षित ग्राहक

Infinity Fincorp छोटे उद्यमियों को कर्ज प्रदान करती है, जैसे:

  • चाय की दुकान चलाने वाले व्यापारी
  • सब्जी विक्रेता
  • इलेक्ट्रीशियन और प्लंबर
  • छोटे निर्माता

ये वे लोग हैं, जिन्हें अक्सर पारंपरिक वित्तीय संस्थान अनदेखा कर देते हैं।

भौगोलिक विस्तार

इनफिनिटी वर्तमान में आठ राज्यों में सक्रिय है और इसके पास 120 शाखाओं का नेटवर्क है।

फंडिंग और वितरण

कंपनी का दावा है कि उसने पिछले 12 महीनों में ₹562 करोड़ ($65.4 मिलियन) का वितरण किया है, जिससे हजारों छोटे व्यापारियों को फायदा हुआ है।


एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) में बड़ी उपलब्धि

1,000 करोड़ का मील का पत्थर

इनफिनिटी ने नवंबर 2024 तक ₹1,000 करोड़ के एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) का आंकड़ा पार कर लिया है। यह मार्च 2024 से 33% की वृद्धि दर्शाता है।

भविष्य की योजनाएं

कंपनी का लक्ष्य मार्च 2025 तक AUM को बढ़ाकर ₹1,300 करोड़ तक ले जाना है।

  • यह वृद्धि उन सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को वित्तीय सहायता प्रदान करने के मिशन से प्रेरित है, जो पारंपरिक वित्तीय सेवाओं तक नहीं पहुंच पाते।

वित्तीय प्रदर्शन और लाभ

FY24 का प्रदर्शन

इनफिनिटी ने वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में ₹26 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया।

FY25 की भविष्यवाणी

कंपनी को उम्मीद है कि FY25 में यह लाभ बढ़कर ₹47 करोड़ तक पहुंच जाएगा।


निवेश और रणनीति का महत्व

जंगल वेंचर्स की भूमिका

जंगल वेंचर्स का यह निवेश न केवल इनफिनिटी के वित्तीय प्रदर्शन को मजबूत करेगा, बल्कि कंपनी की विस्तार योजनाओं को भी गति देगा।

MSME सेक्टर पर फोकस

भारत में MSMEs को अक्सर औपचारिक वित्तीय सहायता प्राप्त करने में कठिनाई होती है। इनफिनिटी का मॉडल उन्हें सस्ती दरों पर ऋण प्रदान करता है, जिससे उनके व्यवसायों को बढ़ने में मदद मिलती है।

डिजिटल तकनीक का उपयोग

इनफिनिटी अपनी सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग कर रही है।


इनफिनिटी की सफलता के कारण

समाज के अनदेखे वर्ग को सेवा देना

इनफिनिटी ने उन ग्राहकों को प्राथमिकता दी है, जिन्हें पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली अक्सर नजरअंदाज करती है।

  • छोटे कर्ज प्रदान करके, कंपनी ने इन व्यापारियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है।

सुदृढ़ नेटवर्क और वितरण प्रणाली

120 शाखाओं का नेटवर्क इनफिनिटी को भारत के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में गहराई से पहुंचने में सक्षम बनाता है।

संगठित और दीर्घकालिक दृष्टिकोण

कंपनी की डेटा-संचालित रणनीतियां और संगठित दृष्टिकोण ने इसे स्थिरता और विकास दोनों प्रदान किए हैं।


भविष्य की योजनाएं और विस्तार

नए बाजारों में प्रवेश

इनफिनिटी की योजना अगले वित्तीय वर्ष में अपने भौगोलिक विस्तार को और बढ़ाने की है।

नए उत्पाद और सेवाएं

कंपनी MSMEs के लिए नई वित्तीय सेवाएं और योजनाएं पेश करने पर काम कर रही है, जो उनकी अलग-अलग जरूरतों को पूरा कर सकें।

सस्टेनेबल ग्रोथ पर जोर

इनफिनिटी अपने विस्तार के साथ पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभावों पर भी ध्यान केंद्रित करेगी, जिससे यह एक जिम्मेदार वित्तीय सेवा प्रदाता के रूप में उभर सके।


निष्कर्ष

इनफिनिटी फिनकॉर्प सॉल्यूशंस ने छोटे उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करके न केवल अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत किया है, बल्कि भारतीय MSME सेक्टर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

  • $35 मिलियन की फंडिंग और ₹1,000 करोड़ AUM के साथ, कंपनी वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
  • इसके दीर्घकालिक लक्ष्य और मजबूत प्रदर्शन इसे भारत के फिनटेक क्षेत्र में एक प्रभावशाली खिलाड़ी बनाते हैं।
  • आने वाले वर्षों में, इनफिनिटी का उद्देश्य MSMEs को वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान करना और भारत के आर्थिक विकास में योगदान देना है।

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Mintoak ने 71 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाई

Mintoak

Mintoak, एक मर्चेंट SaaS प्लेटफॉर्म जो बैंकों और मर्चेंट एक्वायरर्स को सेवाएं प्रदान करता है, ने 71 करोड़ रुपये (लगभग $8.2 मिलियन) का फंड सेकेंडरी फंडिंग राउंड में जुटाया है। इस राउंड का नेतृत्व Z3Partners ने किया।


Mintoak फंडिंग डील का विवरण

Z3Partners की हिस्सेदारी

  • इस ट्रांजैक्शन के तहत, Z3Partners ने मिन्टोक के शुरुआती संस्थागत निवेशकों से अल्पसंख्यक हिस्सेदारी खरीदी।
  • हालांकि, Mintoak ने इस सेकेंडरी ट्रांजैक्शन में शामिल निवेशकों के नामों का खुलासा नहीं किया।

पहले की फंडिंग

  • फरवरी 2023 में, मुंबई स्थित इस स्टार्टअप ने $20 मिलियन का सीरीज A फंडिंग राउंड पूरा किया, जिसका नेतृत्व PayPal Ventures और अन्य निवेशकों ने किया।
  • इससे पहले, दिसंबर 2022 में, HDFC बैंक ने $3.7 मिलियन की नकद राशि के लिए मिन्टोक में हिस्सेदारी हासिल की थी।
  • बाद में HDFC बैंक ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 7.75% कर ली, जो पहले 5.20% थी।

अब तक जुटाई गई कुल फंडिंग

मिन्टोक ने अब तक कुल 192 करोड़ रुपये (लगभग $25 मिलियन) की फंडिंग जुटाई है।


मिन्टोक का परिचय और उत्पाद पोर्टफोलियो

स्थापना और संस्थापक

  • मिन्टोक की स्थापना रमन खंडूजा, रमा तादेपल्ली, और संजय नजरेथ ने की थी।
  • कंपनी की शुरुआत 7 साल पहले हुई थी और इसका मुख्यालय मुंबई में है।

उत्पाद और सेवाएं

  • मिन्टोक का सॉफ़्टवेयर-एज़-ए-सर्विस (SaaS) पोर्टफोलियो बैंकों और मर्चेंट एक्वायरर्स को छोटे और मध्यम उद्यम (SME) ग्राहकों से जुड़ने में मदद करता है।
  • इसके प्रमुख उत्पादों में शामिल हैं:
    • फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स का क्रॉस-सेल
    • मर्चेंट के लिए डिजिटल भुगतान समाधान
    • डेटा-चालित एनालिटिक्स टूल्स
    • ग्राहक संबंध प्रबंधन सेवाएं

मिशन और दृष्टिकोण

  • कंपनी का उद्देश्य बैंकों और मर्चेंट एक्वायरर्स को स्मार्ट, कस्टमाइज्ड समाधान प्रदान करना है, जिससे छोटे व्यापारियों को उनके व्यवसाय में सुधार करने का अवसर मिले।

ग्राहक और बाजार पहुंच

मिन्टोक का प्रभाव

  • मिन्टोक का दावा है कि यह 1.5 मिलियन से अधिक व्यापारियों को सेवाएं प्रदान करता है।
  • इसके प्रमुख साझेदारों में भारत के अग्रणी बैंक जैसे:
    • HDFC बैंक
    • स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)
    • YES बैंक
  • इसके अलावा, कंपनी अफ्रीका और मध्य पूर्व जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी सक्रिय है।

बढ़ती मांग और विस्तार

  • भारत और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में डिजिटल भुगतान और फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी की बढ़ती मांग के साथ, मिन्टोक ने इस क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत की है।
  • कंपनी के समाधान छोटे व्यापारियों को डिजिटल और फाइनेंशियल उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करते हैं।

भविष्य की योजनाएं और प्राथमिकताएं

तकनीकी उन्नयन

  • हाल ही में जुटाई गई फंडिंग का उपयोग मिन्टोक अपने AI-ड्रिवन प्लेटफॉर्म को और उन्नत बनाने के लिए करेगा।
  • कंपनी अपने उत्पादों में डेटा एनालिटिक्स और मशीन लर्निंग जैसी तकनीकों को और मजबूत करेगी।

भौगोलिक विस्तार

  • मिन्टोक ने भारत के अलावा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी पहुंच बढ़ाने की योजना बनाई है।
  • विशेष रूप से, मध्य पूर्व और अफ्रीका जैसे क्षेत्रों में कंपनी की उपस्थिति बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

नई निवेश संभावनाएं

  • मिन्टोक अपने ग्राहकों के लिए हाई-वैल्यू इन्वेस्टमेंट अवसर प्रदान करने की दिशा में काम करेगा।
  • कंपनी छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए उन्नत वित्तीय समाधान पेश करेगी।

मिन्टोक की सफलता के कारण

डेटा-ड्रिवन दृष्टिकोण

  • मिन्टोक का AI-आधारित एनालिटिक्स सिस्टम बाजार की ट्रेंड्स और मर्चेंट की आवश्यकताओं को समझने में मदद करता है।
  • यह व्यापारियों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित समाधान प्रदान करता है।

ग्राहक-केंद्रितता

  • छोटे व्यापारियों की समस्याओं को समझते हुए मिन्टोक ने एक ऐसा प्लेटफॉर्म विकसित किया है, जो उनके लिए फायदेमंद है।
  • इसका फोकस ग्राहकों के अनुभव को सरल और प्रभावी बनाना है।

अंतरराष्ट्रीय पहुंच

  • भारत में अपने प्रभावशाली प्रदर्शन के साथ-साथ, कंपनी ने वैश्विक बाजारों में अपनी स्थिति मजबूत की है।

निष्कर्ष

मिन्टोक ने अपनी 71 करोड़ रुपये की फंडिंग और अब तक 192 करोड़ रुपये की कुल फंडिंग के साथ फिनटेक इंडस्ट्री में एक प्रमुख स्थान बना लिया है।

  • बैंकों और छोटे व्यापारियों के लिए तकनीकी समाधान प्रदान करके, मिन्टोक ने खुद को एक भरोसेमंद ब्रांड के रूप में स्थापित किया है।
  • इसकी AI-आधारित रणनीतियां और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण इसे उद्योग में और ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे।
  • आने वाले वर्षों में, मिन्टोक का फोकस अपने अंतरराष्ट्रीय विस्तार, उत्पाद विकास, और तकनीकी उन्नयन पर होगा, जिससे यह फिनटेक क्षेत्र में नवाचार और नेतृत्व की दिशा में कदम बढ़ाएगा।

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Drishti IAS ने वित्तीय वर्ष 2024 में पार किया 400 करोड़ का राजस्व

Drishti IAS

दिल्ली स्थित Drishti IAS इंस्टीट्यूट ने वित्तीय वर्ष मार्च 2024 में 400 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व दर्ज किया। साथ ही, विकास दिव्यकीर्ति के नेतृत्व वाली इस फर्म का मुनाफा इसी अवधि में 90 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।


Drishti IAS आय में प्रभावशाली वृद्धि

वित्तीय प्रदर्शन

  • Drishti IAS का ऑपरेटिंग राजस्व वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में 30.6% बढ़कर 405 करोड़ रुपये हो गया।
  • पिछले वर्ष, FY23, में यह राजस्व 310 करोड़ रुपये था।
  • पिछले चार वर्षों में संस्थान की आय में लगातार वृद्धि हुई है:
    • FY21 में 40 करोड़ रुपये
    • FY22 में 119 करोड़ रुपये
    • FY23 में 310 करोड़ रुपये

मुख्य आय स्रोत

कोचिंग सेवाएं

  • संस्थान की आय का 94.8% हिस्सा सिविल सेवा परीक्षा (CSE) की तैयारी के लिए प्रदान की जाने वाली ऑफलाइन कोचिंग सेवाओं से आता है।
  • FY24 में कोचिंग सेवाओं से आय 37.6% बढ़कर 384 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष 279 करोड़ रुपये थी।

स्टडी मटीरियल से आय

  • कोचिंग सेवाओं के अलावा, दृष्टि आईएएस अन्य स्रोतों से भी आय अर्जित करता है, जिनमें शामिल हैं:
    • पेन ड्राइव क्लासेस
    • पुस्तकें
    • टेस्ट पेपर्स
    • अन्य अध्ययन सामग्री
  • संस्थान ने 15.3 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व मुख्य रूप से निवेशों पर ब्याज से अर्जित किया।
  • इन सभी स्रोतों को मिलाकर कुल राजस्व FY24 में 421 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष 314 करोड़ रुपये था।

दृष्टि आईएएस की सफलता के पीछे कारण

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा

  • दृष्टि आईएएस अपनी सटीक और प्रासंगिक कोचिंग के लिए प्रसिद्ध है।
  • संस्थान का फोकस छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा की विस्तृत और गहन तैयारी प्रदान करने पर है।
  • अनुभवी शिक्षकों और व्यवस्थित पाठ्यक्रम ने छात्रों का विश्वास जीता है।

अध्ययन सामग्री की विविधता

  • संस्थान द्वारा प्रदान की जाने वाली अध्ययन सामग्री व्यापक है और छात्रों की परीक्षा तैयारी में सहायक होती है।
  • ऑनलाइन और ऑफलाइन संसाधनों का संयोजन छात्रों के लिए अधिक उपयोगी साबित हुआ है।

विकासशील व्यापार मॉडल

  • संस्थान ने ऑफलाइन कोचिंग के साथ-साथ डिजिटल साधनों को भी अपनाया है।
  • पेन ड्राइव कोर्सेस और ई-बुक्स जैसे विकल्प ने इसे व्यापक दर्शकों तक पहुंचने में मदद की है।

वित्तीय प्रबंधन और मुनाफा

मुनाफे की स्थिरता

  • संस्थान का 90 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा इसकी आर्थिक स्थिरता को दर्शाता है।
  • यह मुनाफा राजस्व वृद्धि के साथ संतुलित खर्च प्रबंधन का परिणाम है।

भविष्य की संभावनाएं

  • संस्थान अपनी सेवाओं का विस्तार कर सकता है, जिसमें अधिक शहरों में ऑफलाइन केंद्र खोलना और डिजिटल प्लेटफॉर्म का उन्नयन शामिल है।
  • डिजिटल लर्निंग और ऑनलाइन कोचिंग के क्षेत्र में निवेश इसकी पहुंच को और बढ़ा सकता है।

चुनौतियां और प्रतिस्पर्धा

बढ़ती प्रतिस्पर्धा

  • कोचिंग इंडस्ट्री में ऑनलाइन एजुकेशन प्लेटफॉर्म और अन्य प्रमुख कोचिंग संस्थानों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।
  • छात्रों का ध्यान आकर्षित करना और उन्हें बनाए रखना संस्थान के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

डिजिटल परिवर्तन की आवश्यकता

  • तेजी से बढ़ती डिजिटल शिक्षा के युग में संस्थान को अपनी ऑनलाइन सेवाओं को और मजबूत करना होगा।
  • एडटेक कंपनियों के उभरते मॉडल को अपनाना आवश्यक होगा।

दृष्टि आईएएस का योगदान

शिक्षा क्षेत्र में प्रभाव

  • दृष्टि आईएएस ने हजारों छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा के लिए तैयार किया है।
  • इसकी व्यवस्थित कोचिंग प्रणाली ने छात्रों को आईएएस, आईपीएस, और अन्य प्रशासनिक सेवाओं में स्थान पाने में मदद की है।

भारत की शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा

  • संस्थान ने भारत की कोचिंग इंडस्ट्री में एक मजबूत और भरोसेमंद ब्रांड के रूप में अपनी पहचान बनाई है।
  • छात्रों की जरूरतों के अनुसार अपनी सेवाओं को लगातार अपडेट कर संस्थान ने गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने में योगदान दिया है।

निष्कर्ष

दृष्टि आईएएस इंस्टीट्यूट का वित्तीय वर्ष 2024 में 405 करोड़ रुपये का राजस्व और 90 करोड़ रुपये का मुनाफा इसकी गुणवत्तापूर्ण सेवाओं, उत्कृष्ट प्रबंधन, और बाजार की मांग के प्रति अनुकूलता को दर्शाता है।

  • संस्थान का लगातार बढ़ता राजस्व और छात्रों में बढ़ता विश्वास इसे कोचिंग इंडस्ट्री में एक अग्रणी स्थान पर स्थापित करता है।
  • हालांकि, बढ़ती प्रतिस्पर्धा और डिजिटल परिवर्तन के युग में इसे नवाचार और डिजिटल सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
  • शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के साथ-साथ, दृष्टि आईएएस आने वाले वर्षों में और अधिक ऊंचाइयों को छू सकता है।

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Otipy ने गुरुग्राम में पेश किए electric carts, ऑफलाइन फ्रूट्स और वेजिटेबल्स

Otipy

फार्म-टू-फोर्क कंपनी Otipy (Otipy) ने गुरुग्राम शहर में इलेक्ट्रिक कार्ट्स का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। यह कदम ग्राहकों तक ताजा फल और सब्जियां पहुंचाने के लिए उठाया गया है। सूत्रों के अनुसार, ओटिपी ने पिछले 5-6 महीनों से लगभग 15 कार्ट्स के साथ इस परियोजना को आजमाया है।

  • शुरुआती प्रतिक्रिया के आधार पर, कंपनी आने वाले महीनों में अधिक कार्ट्स तैनात करने की योजना बना रही है।
  • ओटिपी इन कार्ट्स पर फल और सब्जियों के अलावा दूध और ब्रेड जैसी दैनिक आवश्यकताएं भी जोड़ने का विचार कर रही है।

Otipy कार्ट्स की संचालन योजना

समय और ऑपरेशन

  • ये ऑफलाइन कार्ट्स सुबह 6:30 से 10:00 बजे तक और शाम 6:30 से 10:00 बजे तक संचालित होंगे।
  • कार्ट्स को फ्रेंचाइज़ी मॉडल के माध्यम से संगठित किया जाएगा।
  • वर्तमान में, प्रत्येक कार्ट प्रतिदिन 8,000 से 10,000 रुपये की बिक्री कर रहा है, और इनमें से अधिकांश लाभदायक हैं।

भविष्य की योजना

Otipy ने 2026 तक दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में 5,000 से 7,000 कार्ट्स तैनात करने का लक्ष्य रखा है।

  • फ्रेंचाइज़ी मॉडल के तहत, एक ऑपरेटर प्रति माह 30,000 से 35,000 रुपये तक कमा सकता है।

क्यों खास है ओटिपी का यह मॉडल?

ऑफलाइन सेगमेंट में कदम

ओटिपी का यह कदम उन कंपनियों के लिए खास है जो क्विक कॉमर्स मॉडल को अपना रही हैं।

  • उदाहरण के लिए, बिगबास्केट ने पहले स्लॉट-बेस्ड डिलीवरी का मॉडल अपनाया था, लेकिन अब यह पूरी तरह से 10-15 मिनट डिलीवरी मॉडल में बदल गया है।
  • इसके विपरीत, ओटिपी ऑफलाइन मोड के माध्यम से ग्राहकों के करीब पहुंचने का प्रयास कर रही है।

स्थानीय स्तर पर सशक्तिकरण

  • यह पहल न केवल ग्राहकों को ताजा उत्पाद पहुंचाने में मदद करेगी बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी।
  • फ्रेंचाइज़ी मॉडल से छोटे उद्यमियों और विक्रेताओं को अपने व्यवसाय को बढ़ाने का मौका मिलेगा।

पर्यावरण के लिए बेहतर समाधान

  • इलेक्ट्रिक कार्ट्स का उपयोग करने से यह पहल पर्यावरण के अनुकूल है, क्योंकि यह प्रदूषण रहित संचालन सुनिश्चित करता है।

ओटिपी का फार्म-टू-फोर्क मॉडल

ताजा और गुणवत्ता उत्पाद

ओटिपी अपने फार्म-टू-फोर्क मॉडल के तहत:

  • सीधे किसानों से ताजा फल और सब्जियां एकत्र करती है।
  • उन्हें न्यूनतम समय में ग्राहकों तक पहुंचाती है।
  • इससे उत्पादों की गुणवत्ता बनी रहती है और ग्राहक अधिक संतुष्ट होते हैं।

डिजिटल और ऑफलाइन का संयोजन

  • पहले ओटिपी अपने ऐप के माध्यम से ताजा उत्पादों की डिलीवरी करती थी।
  • अब यह ऑफलाइन कार्ट्स के जरिए भी ग्राहकों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।

कार्ट्स का पायलट प्रोजेक्ट: शुरुआती परिणाम

सकारात्मक प्रतिक्रिया

  • शुरुआती 15 कार्ट्स की प्रतिक्रिया सकारात्मक रही है।
  • ग्राहकों ने फल और सब्जियों की गुणवत्ता और त्वरित सेवा की सराहना की है।

लाभदायक संचालन

  • अधिकांश कार्ट्स लाभ में चल रहे हैं, जो इस मॉडल की सफलता का संकेत है।
  • फ्रेंचाइज़ी मॉडल इसे और अधिक कुशल और आकर्षक बना सकता है।

भविष्य की संभावनाएं और चुनौतियां

संभावनाएं

  • बड़े स्तर पर विस्तार से ओटिपी अपने उत्पादों की पहुंच बढ़ा सकती है।
  • अधिक फ्रेंचाइज़ी साझेदारों को जोड़कर स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
  • यह मॉडल ग्राहकों और विक्रेताओं दोनों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है।

चुनौतियां

  • क्विक कॉमर्स मॉडल के साथ प्रतिस्पर्धा करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
  • बड़े पैमाने पर संचालन के लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचा और प्रबंधन जरूरी होगा।
  • ताजगी और गुणवत्ता बनाए रखना हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए।

निष्कर्ष

ओटिपी का इलेक्ट्रिक कार्ट्स पायलट प्रोजेक्ट एक सकारात्मक और टिकाऊ पहल है, जो ग्राहकों को ताजा उत्पादों तक पहुंचाने के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल भी है।

  • यह मॉडल न केवल स्थानीय स्तर पर रोजगार को बढ़ावा देगा बल्कि ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने में भी मदद करेगा।
  • ओटिपी का लक्ष्य 2026 तक 7,000 कार्ट्स तैनात करना है, जो इसे वाणिज्यिक बाजार में एक मजबूत प्रतिस्पर्धी बना सकता है।

ओटिपी का यह प्रयास क्विक कॉमर्स के बढ़ते दबाव के बीच एक नया और अनूठा विकल्प पेश करता है।

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hBits ने सीरीज ए फंडिंग में जुटाए 40 करोड़ रुपये

hBits

मुंबई आधारित hBits (hBits), जो वाणिज्यिक रियल एस्टेट में निवेश का प्लेटफॉर्म प्रदान करता है, ने सीरीज ए फंडिंग राउंड में कैप्रिकॉन रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड (ठक्करसी ग्रुप की इकाई) से 40 करोड़ रुपये जुटाए हैं।

इससे पहले कंपनी ने श्री नमन ग्रुप और अन्य निवेशकों से $3.32 मिलियन जुटाए थे।


hBits फंडिंग का उपयोग और विस्तार की योजनाएं

एआई-ड्रिवन प्लेटफॉर्म में सुधार

hBits ने घोषणा की है कि इस फंडिंग का उपयोग कंपनी के एआई-आधारित प्लेटफॉर्म को बेहतर बनाने के लिए किया जाएगा।

  • यह प्लेटफॉर्म बाजार के रुझानों का विश्लेषण करता है, संपत्तियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करता है, और निवेशकों के लिए सर्वोत्तम अवसरों की पहचान करता है।
  • डेटा-ड्रिवन दृष्टिकोण से जोखिम को कम करना और रिटर्न को अनुकूलित करना हबिट्स की प्राथमिकता है।

भौगोलिक विस्तार

  • हबिट्स भारत के अन्य प्रमुख शहरों में अपने संचालन का विस्तार करेगा।
  • कंपनी का उद्देश्य अधिक से अधिक निवेशकों तक पहुंचना और उन्हें वाणिज्यिक रियल एस्टेट में क्यूरेटेड और उच्च-मूल्य निवेश के अवसर प्रदान करना है।

नए उत्पादों का विकास

  • हबिट्स एसएम आरईआईटी (SM REITs) का परिचय कराएगा, जो एक रेगुलेटेड फ्रेमवर्क प्रदान करेगा।
  • यह मॉडल म्यूचुअल फंड्स की तरह काम करेगा और वाणिज्यिक रियल एस्टेट में निवेश को अधिक संरचित और सहज बनाएगा।

हबिट्स की स्थापना और उद्देश्य

संस्थापक और मिशन

हबिट्स की स्थापना शिव पारेख और समीर भंडारी ने की थी।

  • कंपनी का उद्देश्य भारत में वाणिज्यिक रियल एस्टेट निवेश को सशक्त बनाना है।
  • यह प्लेटफॉर्म निवेशकों को ग्रेड-ए वाणिज्यिक संपत्तियों में निवेश करने का अवसर प्रदान करता है।
  • न्यूनतम 10 लाख रुपये के निवेश के साथ, हबिट्स ने रियल एस्टेट निवेश को पहले से अधिक सुलभ बनाया है।

रिटर्न और स्थिरता

हबिट्स निवेशकों को निम्नलिखित लाभ प्रदान करता है:

  • 10% तक औसत किराए का रिटर्न।
  • 18% तक की अनुमानित आंतरिक दर (Internal Rate of Return – IRR)।
  • यह निवेश मॉडल स्थिरता और वृद्धि का अद्वितीय संयोजन प्रदान करता है, जो नए और अनुभवी निवेशकों दोनों के लिए आकर्षक है।

हबिट्स की प्रौद्योगिकी-आधारित रणनीति

एआई-आधारित समाधान

हबिट्स अपने उन्नत एआई तकनीक का उपयोग करके निवेश प्रक्रिया को आसान और जोखिम मुक्त बनाता है।

  • बाजार का विश्लेषण: एआई प्लेटफॉर्म बाजार के रुझानों को समझने और बेहतर निर्णय लेने में मदद करता है।
  • संपत्ति का मूल्यांकन: यह तकनीक संपत्तियों की परफॉर्मेंस का मूल्यांकन करती है और उपयोगकर्ताओं के लिए सर्वोत्तम विकल्पों की पहचान करती है।
  • जोखिम प्रबंधन: डेटा-ड्रिवन दृष्टिकोण से जोखिम को कम किया जाता है।

एसएम आरईआईटी्स (SM REITs) का महत्व

एसएम आरईआईटी्स हबिट्स के बिजनेस मॉडल को और मजबूत बनाएंगे।

  • यह म्यूचुअल फंड्स जैसा एक संरचित और रेगुलेटेड मॉडल होगा।
  • यह निवेशकों के लिए वाणिज्यिक रियल एस्टेट में निवेश करना अधिक सरल और सुरक्षित बनाएगा।

वाणिज्यिक रियल एस्टेट में हबिट्स की भूमिका

नए निवेशकों के लिए अवसर

  • हबिट्स ने वाणिज्यिक रियल एस्टेट निवेश को अधिक सुलभ और पारदर्शी बना दिया है।
  • यह प्लेटफॉर्म छोटे और मध्यम आकार के निवेशकों के लिए उपयुक्त है, जो सुरक्षित और उच्च रिटर्न देने वाले विकल्पों की तलाश में हैं।

डेटा और पारदर्शिता पर जोर

हबिट्स का पूरा मॉडल डेटा और पारदर्शिता पर आधारित है, जो निवेशकों को सूचित और आत्मविश्वासपूर्ण निर्णय लेने में मदद करता है।

पारंपरिक निवेश की तुलना में लाभ

  • पारंपरिक रियल एस्टेट निवेश की तुलना में हबिट्स का मॉडल अधिक व्यवस्थित और जोखिम मुक्त है।
  • यह निवेशकों को स्थिर आय और दीर्घकालिक मूल्य वृद्धि दोनों प्रदान करता है।

वर्तमान और भविष्य की योजनाएं

संपत्ति पोर्टफोलियो का विस्तार

  • कंपनी नए क्षेत्रों में निवेश के अवसरों का विस्तार करेगी।
  • उच्च-मूल्य वाली संपत्तियों का पोर्टफोलियो तैयार किया जाएगा।

निवेशकों के लिए अनुभव को बेहतर बनाना

  • हबिट्स का लक्ष्य निवेशकों के लिए एक संपूर्ण और निर्बाध अनुभव प्रदान करना है।
  • प्रौद्योगिकी और मानव अनुभव का सही मिश्रण कंपनी की रणनीति का हिस्सा है।

बाजार में नेतृत्व स्थापित करना

  • भारत में वाणिज्यिक रियल एस्टेट निवेश के क्षेत्र में हबिट्स का उद्देश्य बाजार में अग्रणी बनना है।
  • कंपनी उन्नत तकनीक और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण के माध्यम से इस लक्ष्य को प्राप्त करना चाहती है।

निष्कर्ष

हबिट्स ने सीरीज ए फंडिंग के साथ अपने विस्तार और प्रौद्योगिकी में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

  • यह प्लेटफॉर्म निवेशकों के लिए वाणिज्यिक रियल एस्टेट में एक सुरक्षित और लाभदायक अवसर प्रदान करता है।
  • कंपनी का फोकस एआई तकनीक, पारदर्शिता, और निवेशकों के लिए सुलभता पर है।

इस फंडिंग के साथ, हबिट्स भारतीय वाणिज्यिक रियल एस्टेट बाजार में एक मजबूत स्थान बनाने और वैश्विक मानकों के अनुरूप निवेश अनुभव प्रदान करने के लिए तैयार है।

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Vehant Technologies ने हासिल की $9 मिलियन की फंडिंग, IPO की तैयारी तेज

Vehant Technologies

सुरक्षा और निगरानी समाधान प्रदान करने वाली कंपनी Vehant Technologies ने ट्रू नॉर्थ के प्राइवेट क्रेडिट फंड से मेजेनाइन राउंड में 75 करोड़ रुपये ($9 मिलियन) जुटाए हैं। इस फंडिंग से कंपनी अपने आरएंडडी (रिसर्च एंड डेवलपमेंट) प्रयासों को बढ़ाने और नई तकनीकी समाधान विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ेगी।


Vehant Technologies फंडिंग का उपयोग और कंपनी की योजनाएं

आरएंडडी और इनोवेशन पर जोर

Vehant Technologies ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि फंडिंग का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जाएगा:

  • वर्तमान उत्पादों में सुधार: कंपनी अपने मौजूदा समाधानों को अधिक प्रभावी बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
  • नए समाधान विकसित करना: खासतौर पर एविएशन सुरक्षा, स्मार्ट सिटी समाधान, और एंटरप्राइज एनालिटिक्स के लिए इनोवेटिव टेक्नोलॉजी विकसित की जाएगी।
  • निर्यात पर फोकस: मध्य पूर्व और यूरोप जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात को बढ़ावा दिया जाएगा।

IPO की तैयारी

विहेंट की योजना अगले 12 से 18 महीनों में IPO लॉन्च करने की है।

  • कंपनी को उम्मीद है कि वह FY26 तक 350 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित कर लेगी।
  • इस फंडिंग का एक हिस्सा IPO की तैयारी और ग्रोथ स्ट्रैटेजी पर खर्च किया जाएगा।

कंपनी का इतिहास और उद्देश्य

विहेंट टेक्नोलॉजीज की स्थापना 2005 में कपिल बर्देजा और अनूप प्रभु ने की थी।

  • यह कंपनी IIT दिल्ली में इनक्यूबेट की गई थी और ‘मेड-इन-इंडिया’ तकनीकी समाधान प्रदान करने पर जोर देती है।
  • विहेंट का मिशन है:
    • स्मार्ट और सुरक्षित दुनिया बनाना।
    • भौतिक सुरक्षा प्रणाली, स्मार्ट सिटी समाधान, और एंटरप्राइज एनालिटिक्स के लिए उन्नत तकनीक विकसित करना।

मेड-इन-इंडिया समाधान

कंपनी पूरी तरह से भारत में विकसित और निर्मित तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करती है।

  • यह न केवल घरेलू जरूरतों को पूरा करती है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी प्रतिस्पर्धा करती है।

आर्थिक और मानव संसाधन विस्तार

टीम का विस्तार

  • कंपनी ने घोषणा की है कि वह 75 से अधिक आरएंडडी विशेषज्ञों को नियुक्त करेगी।
  • इस नियुक्ति के बाद, विहेंट की टीम का आकार 500 सदस्यों से अधिक हो जाएगा।
  • यह विस्तार कंपनी के ग्रोथ प्लान्स और बढ़ती वैश्विक मांग को पूरा करने में मदद करेगा।

वैश्विक विस्तार की तैयारी

  • मध्य पूर्व और यूरोप जैसे प्रमुख बाजारों में निर्यात बढ़ाने के लिए कंपनी सक्रिय रूप से काम कर रही है।
  • यह कदम विहेंट को अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और निगरानी बाजार में मजबूत स्थान बनाने में मदद करेगा।

विहेंट के उत्पाद और सेवाएं

भौतिक सुरक्षा प्रणाली

कंपनी अत्याधुनिक सुरक्षा समाधान प्रदान करती है, जो विभिन्न उद्योगों और सरकारी संगठनों की जरूरतों को पूरा करते हैं।

स्मार्ट सिटी समाधान

  • स्मार्ट शहरों के लिए निगरानी और सुरक्षा समाधानों का विकास।
  • यातायात प्रबंधन, अपराध रोकथाम, और सार्वजनिक सुरक्षा में योगदान।

एंटरप्राइज एनालिटिक्स

  • कंपनियों को डेटा-चालित निर्णय लेने में मदद करने वाले समाधान।
  • उन्नत विश्लेषणात्मक उपकरण जो दक्षता और उत्पादकता बढ़ाते हैं।

विहेंट की वैश्विक दृष्टि

तकनीकी नवाचार में अग्रणी

विहेंट का मुख्य उद्देश्य तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देना और भारत को सुरक्षा समाधान के वैश्विक हब के रूप में स्थापित करना है।

  • कंपनी IoT आधारित ऊर्जा अनुकूलन समाधान और स्केलेबल टेक इकोसिस्टम पर काम कर रही है।
  • वर्तमान में, विहेंट का बुनियादी ढांचा 10 मिलियन IoT डिवाइस को संभालने में सक्षम है।

राइजिंग ग्लोबल डिमांड

  • बढ़ती वैश्विक मांग के बीच, विहेंट अपनी तकनीकों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तारित करने के लिए तैयार है।
  • कंपनी की रणनीति स्थानीय जरूरतों को समझते हुए उत्पादों को अनुकूलित करने पर केंद्रित है।

क्यों महत्वपूर्ण है यह फंडिंग?

वित्तीय स्थिरता

  • फंडिंग से कंपनी को अपनी विकास योजनाओं को तेजी से लागू करने में मदद मिलेगी।
  • यह मेजेनाइन फंडिंग कंपनी की वित्तीय स्थिति को मजबूत बनाएगी।

मार्केट में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त

  • उन्नत आरएंडडी और नई तकनीकों के विकास से विहेंट बाजार में अपनी स्थिति और भी मजबूत कर सकेगा।
  • घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में विस्तार के लिए यह फंडिंग एक महत्वपूर्ण कदम है।

निष्कर्ष

विहेंट टेक्नोलॉजीज ने अपनी नवीनतम फंडिंग के साथ अपनी ग्रोथ और इनोवेशन रणनीतियों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का लक्ष्य रखा है।

  • कंपनी का ध्यान न केवल मेड-इन-इंडिया समाधानों पर है, बल्कि वह वैश्विक बाजारों में भी अपनी पहचान बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
  • IPO लॉन्च की तैयारी और आरएंडडी में निवेश से विहेंट न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुरक्षा और निगरानी समाधान के क्षेत्र में अग्रणी बन सकता है।

विहेंट का यह कदम भारत के डीप-टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करेगा और मेड-इन-इंडिया ब्रांडिंग को बढ़ावा देगा।

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Swiggy ने launched किया SNACC ऐप, 15 मिनट में मिलेगा खाना

Swiggy

फूडटेक दिग्गज Swiggy ने 15 मिनट में खाना डिलीवर करने के लिए अपना नया ऐप SNACC लॉन्च किया है। यह ऐप स्विगी की तेजी से बढ़ती डिलीवरी सेवाओं का हिस्सा है, जो ग्राहकों को जल्द से जल्द उनका ऑर्डर पहुंचाने पर केंद्रित है।


Swiggy का त्वरित डिलीवरी सफर: Bolt से SNACC तक

Bolt की शुरुआत

पिछले साल अक्टूबर में, Swiggy ने चुनिंदा शहरों में 10 मिनट की फूड डिलीवरी सेवा Bolt लॉन्च की थी।

  • Bolt का उद्देश्य ग्राहकों को लोकप्रिय रेस्टोरेंट्स और क्विक-सर्विस रेस्टोरेंट्स (QSR) से जल्दी तैयार होने वाले भोजन की डिलीवरी करना था।
  • यह सेवा ग्राहक के 2-किलोमीटर के दायरे में उपलब्ध रेस्टोरेंट्स से भोजन प्रदान करती थी।

SNACC का आगमन

SNACC Bolt के ही विस्तारित वर्शन के रूप में सामने आया है, जो 15 मिनट में फूड डिलीवरी की सुविधा देता है।

  • यह ऐप ब्रेकफास्ट, कॉफी, बेकरी आइटम, कोल्ड बेवरेज, अंडे और प्रोटीन जैसे उत्पादों की डिलीवरी करता है।
  • SNACC पर मौजूद भोजन को थर्ड-पार्टी फूड प्रोवाइडर्स और Blue Tokai तथा The Whole Truth जैसे ब्रांड्स से मंगवाया जाता है।

SNACC की विशेषताएं और रणनीति

तेज और कुशल सेवा

SNACC ऐप का मुख्य फोकस ग्राहकों को तेज और कुशल डिलीवरी सेवा प्रदान करना है।

  • 15 मिनट की समय सीमा ग्राहकों की सुविधा और त्वरित जरूरतों को पूरा करने के लिए तय की गई है।
  • SNACC का मॉडल उन उत्पादों पर आधारित है, जिन्हें जल्दी तैयार किया जा सकता है और ग्राहकों तक तेजी से पहुंचाया जा सकता है।

डेडिकेटेड ऐप का लाभ

स्विगी का SNACC ऐप Zepto और Blinkit जैसे प्रतिस्पर्धियों की रणनीति का अनुसरण करता है, जिन्होंने फूड डिलीवरी के लिए अलग-अलग ऐप्स लॉन्च किए हैं।

  • यह कदम ग्राहकों को अधिक केंद्रित अनुभव देने और स्पेशलाइज्ड मार्केट में प्रवेश करने की दिशा में है।

ग्राहकों के लिए नए अवसर

विविधता और गुणवत्ता

SNACC ग्राहकों को न केवल त्वरित डिलीवरी की सुविधा देता है, बल्कि वह गुणवत्ता और विविधता के लिए भी जाना जाएगा।

  • लोकप्रिय ब्रांड्स और उत्पादों की उपस्थिति SNACC को प्रतिस्पर्धियों से अलग बनाती है।
  • Blue Tokai की कॉफी और The Whole Truth के हेल्दी स्नैक्स जैसे ब्रांड्स ग्राहकों के बीच SNACC की लोकप्रियता बढ़ाने में मदद करेंगे।

लघु दूरी पर डिलीवरी

SNACC केवल 2 किलोमीटर के दायरे में सेवाएं प्रदान करता है, जिससे डिलीवरी समय कम हो जाता है और भोजन की ताजगी बरकरार रहती है।


स्विगी की बढ़ती बाजार हिस्सेदारी

फूडटेक इंडस्ट्री में अग्रणी

SNACC ऐप लॉन्च करना स्विगी की फूडटेक बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा है।

  • त्वरित डिलीवरी सेवाओं की मांग में वृद्धि के साथ, स्विगी ने ग्राहकों की जरूरतों को प्राथमिकता दी है।
  • SNACC का लॉन्च प्रतिस्पर्धा में बढ़त बनाए रखने का प्रयास है।

प्रतिस्पर्धियों को चुनौती

SNACC सीधे तौर पर Zepto और Blinkit जैसे ब्रांड्स को चुनौती देता है, जो पहले ही क्विक फूड डिलीवरी मार्केट में सक्रिय हैं।

  • स्विगी का बड़ा नेटवर्क और ग्राहकों का भरोसा SNACC को प्रतिस्पर्धा में लाभ देगा।

स्विगी की भविष्य की योजनाएं

नई श्रेणियों में विस्तार

SNACC की लॉन्चिंग के साथ, स्विगी अन्य नई श्रेणियों में भी विस्तार कर सकता है।

  • ब्रेकफास्ट और स्नैक्स के अलावा, मुख्य भोजन और विशेष रेस्टोरेंट्स से साझेदारी SNACC की अपील को और बढ़ा सकती है।

टेक्नोलॉजी और लॉजिस्टिक्स में निवेश

  • स्विगी अपने लॉजिस्टिक्स और तकनीकी बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए निवेश कर रहा है।
  • तेजी से बढ़ती मांग को संभालने और ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए AI और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग किया जाएगा।

ग्राहकों के लिए क्या है नया?

बेहतर सुविधा और समय की बचत

SNACC ग्राहकों को समय की बचत और आसान पहुंच प्रदान करता है।

  • ऑफिस गोअर्स और कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए यह सेवा विशेष रूप से लाभदायक होगी।
  • सुबह का नाश्ता, कॉफी ब्रेक, या काम के बीच स्नैक्स, SNACC हर जरूरत के लिए तैयार है।

विशेष ऑफर्स और डिस्काउंट

  • SNACC ऐप पर विशेष छूट और ऑफर्स ग्राहकों को आकर्षित करेंगे।
  • नए लॉन्च के साथ, स्विगी ग्राहकों को लुभाने के लिए शुरुआती प्रमोशन भी कर सकता है।

निष्कर्ष

SNACC ऐप का लॉन्च स्विगी के फूडटेक इकोसिस्टम में एक बड़ा कदम है।

  • 15 मिनट की डिलीवरी सेवा के साथ, स्विगी ग्राहकों को तेज, गुणवत्ता-पूर्ण और सुविधाजनक अनुभव प्रदान करने का वादा करता है।
  • बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच, SNACC स्विगी की बाजार हिस्सेदारी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

भविष्य में, SNACC और स्विगी का यह कदम फूडटेक इंडस्ट्री में नए मानक स्थापित कर सकता है।

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Deep-tech startup Enlog ने CTO आयुष गुप्ता को सह-संस्थापक बनाया

Enlog

डीप-टेक स्टार्टअप Enlog ने अपने मुख्य तकनीकी अधिकारी (CTO) आयुष गुप्ता को कंपनी के सह-संस्थापक के रूप में प्रमोट किया है। आयुष गुप्ता ने 2023 में Enlog जॉइन किया था और उनके पास तकनीकी क्षेत्र में पांच से अधिक वर्षों का अनुभव है।

इससे पहले, आयुष एक हाइपर-लोकल ई-कॉमर्स स्टार्टअप में वाइस प्रेसिडेंट ऑफ टेक्नोलॉजी के पद पर काम कर चुके हैं।


आयुष गुप्ता: Enlog की सफलता के स्तंभ

तकनीकी विशेषज्ञता और अनुभव

Enlog के अनुसार, आयुष गुप्ता की विशेषज्ञता स्केलेबल टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम तैयार करने और IoT-आधारित ऊर्जा अनुकूलन समाधानों को विकसित करने में है।

  • उनके नेतृत्व में, Enlog ने ऐसा बुनियादी ढांचा तैयार किया है जो:
    • 10 मिलियन IoT डिवाइसेस को संभाल सकता है।
    • बिलियंस ऑफ डेटा लॉग्स को प्रोसेस कर सकता है।
    • उपयोगकर्ताओं को मापने योग्य ऊर्जा दक्षता लाभ प्रदान करता है।

मार्केट लीडरशिप में योगदान

गुप्ता की तकनीकी दृष्टि ने Enlog को अपने क्षेत्र में नेतृत्व की स्थिति हासिल करने में मदद की है। उनके योगदान ने कंपनी को एनर्जी मैनेजमेंट स्पेस में एक मजबूत खिलाड़ी बनाया है।


Enlog का ESOP पहल और टीम विस्तार

Enlog ने हाल ही में अपने मुख्य तकनीकी टीम को ₹1 करोड़ के ESOP (Employee Stock Ownership Plan) प्रदान किए हैं।

ESOP पहल का उद्देश्य

  • शीर्ष प्रतिभाओं को आकर्षित करना
  • नवाचार को बढ़ावा देना
  • कंपनी की एनर्जी मैनेजमेंट स्पेस में स्थिति को मजबूत करना

टीम विस्तार पर जोर

Enlog अपनी टेक और नॉन-टेक टीमों में तेजी से विस्तार कर रहा है।

  • यह पहल कंपनी की विकास यात्रा का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य इनोवेशन और उत्पादकता में सुधार करना है।

Enlog: ऊर्जा प्रबंधन में एक अग्रणी स्टार्टअप

Enlog का विज़न

Enlog एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो उन्नत तकनीकों और IoT समाधानों के माध्यम से ऊर्जा दक्षता बढ़ाने पर केंद्रित है।

  • कंपनी स्व-प्रबंधित ऊर्जा अनुकूलन प्रणाली विकसित कर रही है जो उपयोगकर्ताओं को उनकी ऊर्जा खपत को मॉनिटर और अनुकूलित करने में मदद करती है।

टेक्नोलॉजी और IoT में निवेश

  • Enlog का IoT प्लेटफॉर्म बड़े पैमाने पर डेटा प्रोसेसिंग में सक्षम है।
  • यह उपयोगकर्ताओं को उनकी ऊर्जा खपत और लागत को प्रभावी ढंग से कम करने में मदद करता है।

पर्यावरणीय लाभ

Enlog की तकनीक न केवल ऊर्जा दक्षता बढ़ाने में सहायक है, बल्कि यह कार्बन उत्सर्जन को कम करके पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देती है।


Enlog का भविष्य: नवाचार और विकास

टीम निर्माण और प्रतिभा प्रबंधन

  • Enlog शीर्ष प्रतिभाओं को आकर्षित करने और बनाए रखने के लिए निवेश कर रहा है।
  • ESOP पहल कंपनी के कर्मचारियों को प्रेरित करने और दीर्घकालिक लक्ष्यों के साथ जोड़ने का एक प्रमुख कदम है।

मार्केट विस्तार

  • कंपनी का उद्देश्य ऊर्जा प्रबंधन में अपनी सेवाओं को और अधिक उपयोगकर्ताओं तक पहुंचाना है।
  • इसके साथ ही, Enlog अपने IoT-आधारित समाधानों को बड़े पैमाने पर स्केल करने की योजना बना रहा है।

तकनीकी नवाचार

  • Enlog नई तकनीकों और समाधानों पर काम कर रहा है जो उपयोगकर्ताओं को रीयल-टाइम डेटा एनालिटिक्स और ऊर्जा खपत अनुकूलन में मदद करेंगे।
  • कंपनी अपने उत्पादों को और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल और किफायती बनाने के लिए R&D में भी निवेश कर रही है।

आयुष गुप्ता: नेतृत्व में नई संभावनाएं

Enlog के सह-संस्थापक के रूप में, आयुष गुप्ता के पास कंपनी को अगले स्तर तक ले जाने की जिम्मेदारी होगी।

  • उनकी विशेषज्ञता कंपनी के तकनीकी दृष्टिकोण को और अधिक सशक्त बनाएगी।
  • उनके नेतृत्व में, Enlog अपनी एनर्जी मैनेजमेंट स्पेस में वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने की दिशा में काम करेगा।

निष्कर्ष

Enlog का आयुष गुप्ता को सह-संस्थापक बनाना कंपनी के विकास और नवाचार के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

  • IoT-आधारित ऊर्जा समाधान और स्केलेबल तकनीकी प्लेटफॉर्म के माध्यम से Enlog न केवल बाजार में नेतृत्व की स्थिति बनाए रखने का प्रयास कर रहा है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे रहा है।
  • कंपनी की ESOP पहल और टीम विस्तार रणनीति इसे दीर्घकालिक सफलता के लिए तैयार कर रही है।

Enlog का यह कदम भारतीय डीप-टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक नई मिसाल कायम करेगा और ऊर्जा प्रबंधन के क्षेत्र में नवाचार को प्रेरित करेगा।

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South Park Commons: भारत-केंद्रित फंड के लिए जुटा रहा है निवेश

South Park

South Park Commons (SPC), एक तकनीकी समुदाय और प्रारंभिक-स्तर का वेंचर फंड, भारत-केंद्रित फंड के लिए धन जुटाने की प्रक्रिया में है। यह जानकारी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) में दायर फाइलिंग से सामने आई है।

South Park Commons $40 मिलियन जुटाने का लक्ष्य


भारत में SPC की मौजूदगी

SPC की यह फंडरेजिंग गतिविधि भारत में प्रवेश के छह महीने बाद सामने आई है।

  • जून 2023 में, SPC ने भारत में अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय शाखा बेंगलुरु में शुरू की।
  • यह पहल फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक बिन्नी बंसल के सहयोग से की गई।

SPC का सफर: शुरुआत और उद्देश्य

स्थापना

SPC की स्थापना 2015 में रुचि सांघवी ने की थी।

  • रुचि सांघवी फेसबुक की पहली महिला इंजीनियर और ड्रॉपबॉक्स की पूर्व ऑपरेशन्स वाइस प्रेसीडेंट रही हैं।
  • बाद में, आदित्य अग्रवाल, ड्रॉपबॉक्स के पूर्व CTO, ने 2018 में SPC फंड की स्थापना में रुचि का साथ दिया।

मिशन

SPC का उद्देश्य शुरुआती चरण के स्टार्टअप संस्थापकों, टेक्नोलॉजिस्ट और शोधकर्ताओं को एक समर्थनशील वातावरण प्रदान करना है।

  • यह प्लेटफॉर्म इनोवेटर्स को उनके करियर की शुरुआती चुनौतियों को समझने और पार करने में मदद करता है।

SPC के फंड और निवेश

पहला फंड

SPC का पहला फंड 2018 में लॉन्च हुआ, जिसकी वैल्यू $50 मिलियन (लगभग ₹415 करोड़) थी।

दूसरा फंड

इसके बाद, SPC ने 2020 में दूसरा फंड लॉन्च किया, जिसकी वैल्यू $150 मिलियन (लगभग ₹1,240 करोड़) थी।

भारत-केंद्रित फंड

SPC का नया भारत-केंद्रित फंड इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।

  • यह फंड भारतीय टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स और इनोवेटिव उद्यमों के विकास में सहायक होगा।

बेंगलुरु: एक रणनीतिक केंद्र

SPC ने भारत में अपने पहले केंद्र के लिए बेंगलुरु को चुना।

  • बेंगलुरु को भारत का “स्टार्टअप हब” माना जाता है, जहां तकनीकी और नवाचार की गहरी जड़ें हैं।
  • यहां SPC का उद्देश्य स्थानीय उद्यमियों को वैश्विक स्तर पर सफल होने में मदद करना है।

बिन्नी बंसल का सहयोग

  • SPC और बिन्नी बंसल की साझेदारी भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक बड़ा अवसर पैदा करती है।
  • यह पहल भारतीय संस्थापकों को SPC के वैश्विक अनुभव और नेटवर्क से जोड़ने का काम करेगी।

SPC के योगदान और प्रभाव

टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को बढ़ावा

SPC तकनीकी समुदायों और शुरुआती-स्तर के उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है।

  • यह न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करता है, बल्कि एक सहयोगी वातावरण भी बनाता है।

वैश्विक अनुभव का लाभ

SPC के पास अमेरिका में कई सफल स्टार्टअप्स के साथ काम करने का अनुभव है।

  • भारत में इसका विस्तार स्थानीय प्रतिभाओं को वैश्विक मानकों तक पहुंचाने में मदद करेगा।

भारतीय स्टार्टअप्स के लिए संभावनाएं

  • SPC का भारत-केंद्रित फंड स्थानीय स्टार्टअप्स को आवश्यक वित्तीय और रणनीतिक समर्थन देगा।
  • इससे भारतीय उद्यमी नई तकनीकों और विचारों को साकार कर पाएंगे।

SPC के भविष्य की योजनाएं

SPC की भारत-केंद्रित फंडिंग और बेंगलुरु में उपस्थिति इसकी भविष्य की योजनाओं की ओर संकेत देती है:

  1. भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश
    • फंड का उपयोग शुरुआती चरण के भारतीय स्टार्टअप्स को सपोर्ट करने में किया जाएगा।
  2. तकनीकी नवाचार को बढ़ावा
    • भारत के तकनीकी क्षेत्र में वैश्विक स्तर की तकनीक और संसाधनों का समावेश।
  3. स्थानीय और वैश्विक नेटवर्क का निर्माण
    • भारतीय उद्यमियों को वैश्विक निवेशकों और संसाधनों से जोड़ना।

निष्कर्ष

South Park Commons का भारत-केंद्रित फंड न केवल भारतीय स्टार्टअप्स को आवश्यक वित्तीय और तकनीकी समर्थन देगा, बल्कि देश में इनोवेशन और उद्यमिता को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

  • बेंगलुरु जैसे तकनीकी केंद्र में SPC की उपस्थिति भारतीय तकनीकी क्षेत्र के लिए ग्लोबल कनेक्शन और सस्टेनेबल ग्रोथ का संकेत है।
  • SPC की यह पहल भारतीय स्टार्टअप्स और तकनीकी समुदायों को वैश्विक सफलता की दिशा में प्रेरित करेगी।

SPC का भारत-केंद्रित दृष्टिकोण न केवल भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह देश के तकनीकी भविष्य को भी उज्जवल बनाने में सहायक होगा।

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Farm-to-face luxury skincare brand RAS ने सीरीज़ A राउंड में जुटाए $5 मिलियन

RAS

प्राकृतिक और वैज्ञानिक रूप से तैयार उत्पादों के लिए प्रसिद्ध फार्म-टू-फेस लक्ज़री स्किनकेयर और पर्सनल केयर ब्रांड RAS Luxury ने हाल ही में सीरीज़ A फंडिंग राउंड में $5 मिलियन (लगभग ₹41 करोड़) जुटाए। इस राउंड का नेतृत्व यूनिलीवर वेंचर्स ने किया, जो यूनिलीवर की इन्वेस्टमेंट शाखा है। इस फंडिंग में Amazon Smbhav Venture Fund ने भी हिस्सा लिया।


RAS Luxury पहले भी जुटाई थी फंडिंग

अप्रैल 2023 में RAS ने $1.5 मिलियन (लगभग ₹12 करोड़) की प्री-सीरीज़ A फंडिंग हासिल की थी। यह फंडिंग ग्रीन फ्रंटियर कैपिटल, न्यूयॉर्क स्थित क्लाइमेट-चेंज और सस्टेनेबिलिटी-केंद्रित वेंचर कैपिटल फर्म से मिली थी।


फंड का उपयोग

RAS Luxury ने फंड का उपयोग निम्न क्षेत्रों में करने की योजना बनाई है:

  1. रिटेल विस्तार
    • एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट्स (EBOs) और शॉप-इन-शॉप रिटेल नेटवर्क का विस्तार।
  2. टैलेंट एक्विजिशन
    • उच्च-स्तरीय पेशेवरों की भर्ती।
  3. नए प्रोडक्ट्स के लिए R&D
    • नवीन प्रोडक्ट लाइन विकसित करने के लिए अनुसंधान एवं विकास।
  4. ब्रांडिंग और मार्केटिंग
    • ब्रांड पहचान को मजबूत बनाने और उपभोक्ता तक पहुंच बढ़ाने के लिए।
  5. टेक्नोलॉजी एन्हांसमेंट
    • डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और संचालन में तकनीकी सुधार।

मौजूदा निवेशकों की भागीदारी

RAS के मौजूदा निवेशकों, जैसे Sixth Sense Ventures और प्रमुख एंजल निवेशकों (जैसे केकी मिस्त्री का परिवार), ने भी इस राउंड में भाग लिया है।


RAS की स्थापना और दृष्टिकोण

RAS की स्थापना शुभिका जैन, संगीता जैन, और सुरम्या जैन ने की थी।

उद्देश्य

  • प्राकृतिक और शक्तिशाली वैज्ञानिक फॉर्मुलेशन के जरिए प्रीमियम स्किनकेयर उत्पाद उपलब्ध कराना।
  • ग्राहकों को लक्ज़री स्किनकेयर अनुभव प्रदान करना।

निर्माण सुविधाएं

  • RAS के उत्पाद रायपुर, छत्तीसगढ़ में स्थित वर्टिकली इंटीग्रेटेड रिसर्च फैसिलिटी और फार्म्स में बनाए जाते हैं।

उत्पाद पोर्टफोलियो

RAS विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक और वैज्ञानिक रूप से तैयार स्किनकेयर और ब्यूटी उत्पाद प्रदान करता है।

प्रमुख विशेषताएं:

  1. प्राकृतिक अवयवों का उपयोग।
  2. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से तैयार फॉर्मुलेशन।
  3. पर्यावरण के अनुकूल उत्पादन प्रक्रिया।

रिटेल विस्तार

वर्तमान स्थिति

  • फिलहाल RAS के पास दो एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट्स (EBOs) हैं।

भविष्य की योजना

  • अगले 3 वर्षों में पूरे भारत में 50 और EBOs खोलने की योजना।
  • यह कदम ब्रांड की रिटेल उपस्थिति को मजबूत करेगा और इसे देश भर के ग्राहकों के करीब लाएगा।

भारतीय ब्यूटी और स्किनकेयर बाजार में RAS की भूमिका

बढ़ता बाजार

भारतीय ब्यूटी और स्किनकेयर बाजार तेजी से बढ़ रहा है, जिसमें प्राकृतिक और लक्ज़री उत्पादों की मांग अधिक है।

  • उपभोक्ता अब केमिकल-मुक्त और पर्यावरण-अनुकूल उत्पादों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
  • ब्रांड्स जो गुणवत्ता, प्रकृति और विज्ञान का मेल प्रस्तुत करते हैं, वे बाजार में अधिक लोकप्रिय हो रहे हैं।

RAS की ताकत

RAS अपनी अनूठी पेशकशों के कारण इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है:

  1. फार्म-टू-फेस दृष्टिकोण
    • उत्पाद सीधे खेतों से बनाकर ग्राहकों तक पहुंचाना।
  2. लक्ज़री और नैचुरल ब्रांड
    • ग्राहकों को प्रीमियम अनुभव प्रदान करना।
  3. स्थानीय उत्पादन
    • अपने उत्पाद भारत में ही विकसित और निर्मित करना।

यूनिलीवर और अमेज़न का समर्थन

यूनिलीवर वेंचर्स

RAS के साथ यूनिलीवर वेंचर्स का जुड़ना ब्रांड के लिए एक बड़ा समर्थन है। यह निवेश ब्रांड को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में मदद कर सकता है।

Amazon Smbhav Venture Fund

अमेज़न के साथ साझेदारी से RAS की डिजिटल उपस्थिति और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर पहुंच बढ़ेगी।


RAS का प्रभाव और भविष्य

RAS न केवल एक ब्रांड है, बल्कि भारतीय सौंदर्य और स्किनकेयर बाजार में एक ट्रेंडसेटर है।

प्रभाव:

  1. स्थानीय समुदायों का समर्थन
    • रायपुर के खेतों और अनुसंधान केंद्रों के माध्यम से स्थानीय रोजगार सृजन।
  2. पर्यावरण संरक्षण
    • प्रकृति के अनुकूल उत्पादन और पैकेजिंग प्रक्रियाएं।

भविष्य की योजनाएं:

  1. नई उत्पाद लाइन लॉन्च करना।
  2. वैश्विक बाजार में प्रवेश करना।
  3. ग्राहकों के साथ मजबूत जुड़ाव बनाना।

निष्कर्ष

RAS का सीरीज़ A फंडिंग राउंड ब्रांड के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

  • यह न केवल ब्रांड की रिटेल उपस्थिति और तकनीकी क्षमताओं को मजबूत करेगा, बल्कि भारतीय और वैश्विक बाजार में इसकी पकड़ को भी और मज़बूत करेगा।

RAS का यह कदम भारत के स्किनकेयर और ब्यूटी उद्योग में नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा और पर्यावरण-अनुकूल लक्ज़री उत्पादों के महत्व को बढ़ावा देगा।

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