भारत में ऑनलाइन ज्योतिष की बढ़ती मांग में AstroTalk का योगदान

AstroTalk

भारत में ज्योतिष को लेकर रुचि और विश्वास काफी गहरा है, और यही कारण है कि यह इंडस्ट्री इतनी तेजी से बढ़ रही है। इस क्षेत्र में एक अग्रणी भूमिका निभा रही कंपनी Astrotalk ने वित्तीय वर्ष 2024 में अपनी ग्रोथ को दोगुना किया है और लाभ में करीब 12 गुना की वृद्धि दर्ज की है। नोएडा स्थित Astrotalk एक डिजिटल ज्योतिष परामर्श प्लेटफ़ॉर्म है जो उपयोगकर्ताओं को मोबाइल और वेब ऐप्स के माध्यम से प्रोफेशनल ज्योतिषियों से जोड़ता है।

AstroTalk का वित्तीय प्रदर्शन

Astrotalk ने वित्तीय वर्ष 2024 में भारत से आय में दोगुनी वृद्धि दर्ज की, जो 529.6 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। इसके अलावा, विदेशी बाजारों से कंपनी की आय में 4.2 गुना वृद्धि हुई और यह आंकड़ा 121.44 करोड़ रुपये तक जा पहुंचा। इस तरह कंपनी की कुल ऑपरेशनल आय 651.12 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वित्तीय वर्ष (FY23) में 283.32 करोड़ रुपये थी। इसके साथ ही, ब्याज से 8 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय हुई, जिससे कंपनी की कुल आय 659 करोड़ रुपये हो गई।

कंपनी की बढ़ती खर्च संरचना

हालांकि Astrotalk की आय में तेजी से वृद्धि हुई है, लेकिन उसके खर्चों में भी काफी इज़ाफा हुआ है।

  • कर्मचारी लाभ खर्च: कर्मचारी लाभ खर्च में 28.29% की वृद्धि हुई और यह 29.61 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो कुल खर्च का 5.5% हिस्सा है। यह दिखाता है कि कंपनी अपने कर्मचारियों की बेहतरी और उनकी संख्या में वृद्धि पर भी ध्यान दे रही है।
  • विज्ञापन और प्रमोशन: ज्योतिष के प्रति लोगों को जागरूक करने और ब्रांड का प्रचार-प्रसार करने के लिए विज्ञापन और प्रमोशन में 116% की बढ़ोतरी हुई, जो 162.68 करोड़ रुपये रही। यह खर्च कंपनी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, क्योंकि इसके माध्यम से अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच बनाई जा रही है।
  • कानूनी और प्रोफेशनल खर्च: कंपनी के कुल खर्च का 60% हिस्सा कानूनी और प्रोफेशनल खर्चों में गया, जिसमें 103% की वृद्धि हुई और यह 319 करोड़ रुपये तक जा पहुंचा।

भारत में बढ़ती डिजिटल ज्योतिष की मांग

AstroTalk का तेज़ी से विकास यह दिखाता है कि भारतीयों के बीच डिजिटल ज्योतिष की मांग किस प्रकार बढ़ रही है। AstroTalk ने अपने प्लेटफ़ॉर्म पर उपयोगकर्ताओं को सुविधा प्रदान की है कि वे मोबाइल ऐप या वेबसाइट के माध्यम से किसी भी समय प्रोफेशनल ज्योतिषियों से संपर्क कर सकते हैं। लोग सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी इस सेवा का उपयोग कर रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी पैर पसार रहा AstroTalk

AstroTalk की आय का एक बड़ा हिस्सा अब विदेशी बाजारों से भी आने लगा है। विदेशों में कंपनी की आय में 4.2 गुना वृद्धि हुई है, जिससे यह संकेत मिलता है कि AstroTalk का विस्तार न केवल भारत तक सीमित है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोकप्रिय हो रहा है।

ऑनलाइन ज्योतिष उद्योग में AstroTalk का भविष्य

AstroTalk ने जिस तरह से वित्तीय वर्ष 2024 में दोगुनी वृद्धि दर्ज की है, उससे यह स्पष्ट है कि कंपनी आने वाले समय में भी अपनी ग्रोथ को बनाए रख सकती है। डिजिटल और मोबाइल-केंद्रित सेवा प्रदान करने की वजह से यह उपयोगकर्ताओं के लिए एक भरोसेमंद प्लेटफ़ॉर्म बन चुका है। कंपनी ने विज्ञापन और प्रमोशन में निवेश बढ़ाकर अपनी पहुंच और बढ़ा दी है, जिससे अधिक से अधिक लोग इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं।

कंपनी के भविष्य में कानूनी और प्रोफेशनल खर्चों का अनुपात काफी बड़ा है, जो यह दर्शाता है कि AstroTalk अपनी सेवा और परामर्श की गुणवत्ता को लेकर काफी गंभीर है। यह निवेश ग्राहकों के डेटा और उनके अनुभव की सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष

AstroTalk ने जिस प्रकार से वित्तीय वर्ष 2024 में अपनी आय और लाभ को कई गुना बढ़ाया है, उससे यह स्पष्ट होता है कि भारत में डिजिटल ज्योतिष उद्योग में कंपनी की पकड़ मजबूत हो रही है। भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कंपनी की उपस्थिति और पहुंच को देखते हुए, यह कहना गलत नहीं होगा कि AstroTalk आने वाले समय में भी इस क्षेत्र में अपनी अग्रणी भूमिका बनाए रखेगी।

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ऑम्नीचैनल आईवियर रिटेलर Lenskart ने FY24 में धीमी लेकिन स्थिर ग्रोथ बनाए रखी

Lenskart

ऑम्नीचैनल आईवियर रिटेलर Lenskart (Lenskart) ने वित्तीय वर्ष 2024 में अपनी ग्रोथ को बरकरार रखा है, हालांकि FY23 की तुलना में इस वर्ष ग्रोथ की रफ्तार थोड़ी धीमी रही। FY23 में 2.5 गुना वृद्धि के मुकाबले इस बार लेंसकार्ट की ग्रोथ 43% रही, जिससे कंपनी का कुल ऑपरेटिंग राजस्व 5,427.7 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।

उत्पाद और सेवाओं से आय में बढ़ोतरी

Lenskart का प्रमुख राजस्व स्रोत चश्मों के फ्रेम, लेंस, गॉगल्स और अन्य संबंधित सेवाएं जैसे आई चेकअप हैं। वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार, FY24 में लेंसकार्ट का उत्पादों से प्राप्त राजस्व 43.1% बढ़कर 5,166.2 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष में 3,609.8 करोड़ रुपये था। यह कंपनी के कुल संग्रह का 95.18% हिस्सा है। वहीं, सेवाओं से प्राप्त आय 26.4% बढ़कर 104.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। अन्य ऑपरेटिंग स्रोतों से प्राप्त आय 157 करोड़ रुपये रही।

दिल्ली स्थित इस कंपनी ने गैर-ऑपरेटिंग गतिविधियों से भी 182.17 करोड़ रुपये कमाए, जिससे FY24 में कुल राजस्व बढ़कर 5,609.87 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का 58% यानी 3,154.5 करोड़ रुपये का राजस्व भारत से आया।

भारत और विदेश में मजबूत उपस्थिति

लेंसकार्ट का दावा है कि उसके 2,500 से अधिक स्टोर्स हैं, जिनमें से लगभग 2,000 भारत में हैं। कंपनी वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख भारतीय कंज्यूमर इंटरनेट कंपनी के रूप में उभर रही है, क्योंकि उसका 42% राजस्व (2,273 करोड़ रुपये) विदेशी बाजारों से आया है। कंपनी ने जापान, सिंगापुर, ताइवान और थाईलैंड जैसे बाजारों में अपना खासा दबदबा बनाया है।

बढ़ते बाजार और भविष्य की योजनाएँ

लेंसकार्ट का यह प्रदर्शन इस बात को दर्शाता है कि कंपनी न केवल भारतीय बाजार में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान को और मजबूत कर रही है।

आय के विभिन्न स्रोत और वृद्धि का योगदान

लेंसकार्ट की आय में सबसे अधिक योगदान उत्पादों की बिक्री से रहा। FY24 में उत्पादों से प्राप्त आय में 43.1% की वृद्धि दर्ज की गई, जिससे यह आंकड़ा 5,166.2 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इसके अलावा, सेवाओं से भी अच्छी आय हुई, जो 26.4% बढ़कर 104.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। लेंसकार्ट अपनी सेवाओं में आई चेकअप जैसे मूल्य वर्धित सेवाएं भी प्रदान करता है, जो ग्राहकों के अनुभव को और भी बेहतर बनाती हैं।

वहीं, कंपनी के गैर-ऑपरेटिंग स्रोतों जैसे निवेश और अन्य गतिविधियों से 182.17 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय हुई। इन स्रोतों से प्राप्त आय से कंपनी की कुल कमाई 5,609.87 करोड़ रुपये हो गई।

घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में वृद्धि

लेंसकार्ट की राजस्व का बड़ा हिस्सा भारत से आता है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी कंपनी की पकड़ मजबूत होती जा रही है। FY24 में कुल आय का 42% (2,273 करोड़ रुपये) विदेशों से आया, जिसमें प्रमुख बाजार जापान, सिंगापुर, ताइवान और थाईलैंड रहे। इन बाजारों में कंपनी की मजबूत उपस्थिति से संकेत मिलता है कि लेंसकार्ट ने वैश्विक स्तर पर भी अपने लिए एक बड़ा बाजार तैयार किया है।

कंपनी का भारतीय बाजार में भी दबदबा बना हुआ है, जहां उसके 2,000 से अधिक स्टोर्स हैं। भारत में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए लेंसकार्ट न केवल शहरी क्षेत्रों में बल्कि छोटे शहरों और कस्बों में भी तेजी से विस्तार कर रही है।

लेंसकार्ट का विस्तार और भविष्य की रणनीति

लेंसकार्ट आने वाले समय में न केवल अपने स्टोर नेटवर्क का विस्तार करना चाहती है बल्कि तकनीकी नवाचारों पर भी जोर दे रही है। कंपनी का फोकस ओम्नीचैनल अनुभव को और भी बेहतर बनाने पर है, ताकि ग्राहक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आसानी से खरीदारी कर सकें। इसके साथ ही, लेंसकार्ट ग्राहकों की जरूरतों को समझने के लिए AI और मशीन लर्निंग जैसी तकनीकों का भी उपयोग कर रही है, जिससे उन्हें व्यक्तिगत सेवाएं प्रदान की जा सकें।

बाजार की चुनौतियां और लेंसकार्ट का प्रभाव

हालांकि लेंसकार्ट का प्रदर्शन सराहनीय है, लेकिन प्रतिस्पर्धा के इस दौर में चुनौतियां भी कम नहीं हैं। बाजार में कई अन्य आईवियर ब्रांड्स हैं जो नए-नए नवाचार और प्रतिस्पर्धात्मक मूल्य निर्धारण के साथ ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं। इसके बावजूद लेंसकार्ट की ग्रोथ इस बात को दर्शाती है कि कंपनी ने ग्राहकों की आवश्यकताओं को सही से समझा और अपनी रणनीतियों में उस हिसाब से बदलाव किए।

लेंसकार्ट का भविष्य और संभावनाएं

आगे बढ़ते हुए, लेंसकार्ट ने अपने विस्तार और नवाचार की योजनाओं के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अपनी उपस्थिति को और मजबूत करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी की योजनाओं में नए स्टोर्स खोलने के साथ-साथ नए उत्पाद श्रेणियों में भी विस्तार करने की संभावनाएं हैं।

इसके अलावा, लेंसकार्ट का फोकस ग्राहकों के अनुभव को और बेहतर बनाने पर भी है। कंपनी का उद्देश्य है कि ग्राहकों को एक बेहतरीन खरीदारी अनुभव मिले, चाहे वे ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हों या किसी स्टोर में जाकर खरीदारी कर रहे हों। इसके लिए, लेंसकार्ट नई तकनीकों और डिजिटल नवाचारों का भी उपयोग कर रही है।

निष्कर्ष

लेंसकार्ट का FY24 में राजस्व में 43% की वृद्धि इस बात का प्रमाण है कि कंपनी सही दिशा में आगे बढ़ रही है। मजबूत घरेलू बाजार और तेजी से बढ़ते अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी पकड़ के चलते लेंसकार्ट का भविष्य उज्जवल नजर आ रहा है। कंपनी ने नवाचार, ग्राहकों की जरूरतों पर फोकस और वैश्विक विस्तार की रणनीति अपनाई है, जो उसे प्रतिस्पर्धा में मजबूती से टिकाए रखेगी।

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स्पेस टेक स्टार्टअप GalaxEye को $10 मिलियन की फंडिंग मिली

GalaxEye

स्पेस टेक्नोलॉजी में तेजी से उभर रहे स्टार्टअप GalaxEye ने हाल ही में अपने सीरीज A फंडिंग राउंड में $10 मिलियन जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व MountTech Growth Fund ने किया है, जिसमें Mela Ventures, Speciale Invest, ideaForge, Rainmatter, Navam Capital, Faad Capital और Anicut Capital जैसे प्रमुख निवेशकों ने भी भाग लिया है। इस फंडिंग से GalaxEye को अपनी स्पेस टेक्नोलॉजी को और अधिक उन्नत बनाने और अपनी सेवाओं का विस्तार करने में सहायता मिलेगी।

GalaxEye: डेटा प्रिसिजन में विशेषज्ञ

GalaxEye की स्थापना 2020 में सैयाश सिंह, देनिल चावड़ा, किशन ठक्कर, प्रणीत मेहता और रक्षित भट्ट ने की थी। कंपनी का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष और एरियल प्लेटफॉर्म से सटीक डेटा उपलब्ध कराना है। GalaxEye अपने मल्टी-सेंसर पेलोड तकनीक के लिए प्रसिद्ध है, जो Optical MSI (मल्टीस्पेक्ट्रल इमेजिंग) और SAR (सिंथेटिक अपर्चर रडार) सेंसर को मिलाकर बेहतर डेटा प्रोसेसिंग में सहायता करता है। यह अत्याधुनिक तकनीक डिफेंस, सर्विलांस, एग्रीकल्चर, इंश्योरेंस और एक्वाकल्चर जैसे क्षेत्रों में काफी उपयोगी साबित हो रही है।

कंपनी का दावा है कि उन्होंने भारत का पहला UAV SAR सिस्टम विकसित किया है, जो विशेष रूप से डिफेंस मार्केट के लिए डिजाइन किया गया है। इस UAV SAR पेलोड के साथ GalaxEye ने 300 से अधिक सफल उड़ानों को पूरा किया है, जिससे इसकी तकनीकी क्षमता और सटीकता का प्रमाण मिलता है।

फंड का उपयोग और भविष्य की योजनाएँ

GalaxEye इस फंड का उपयोग अपने मल्टी-सेंसर पेलोड टेक्नोलॉजी को और अधिक उन्नत बनाने, अंतरिक्ष आधारित डेटा प्रोसेसिंग में सुधार करने और अंतरिक्ष में निगरानी की नई क्षमताओं को विकसित करने के लिए करेगा। इसके अलावा, कंपनी ने इस तकनीक को और अधिक सटीक बनाने और व्यावसायिक उपयोग के लिए पूरी तरह से तैयार करने की योजना बनाई है।

कंपनी का फोकस अंतरिक्ष आधारित डेटा सेवाओं को अधिक उपयोगी और सुलभ बनाना है। GalaxEye की यह तकनीक भारत के रक्षा और कृषि जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नई संभावनाएँ खोल सकती है, जहाँ सटीकता और तेज डेटा प्रोसेसिंग की आवश्यकता होती है।

भारतीय स्पेस सेक्टर में सरकार का समर्थन

हाल ही में, केंद्र सरकार ने भारतीय अंतरिक्ष स्टार्टअप्स के समर्थन के लिए 1,000 करोड़ रुपये के वेंचर कैपिटल फंड को मंजूरी दी है। इस फंड का उद्देश्य स्पेस टेक्नोलॉजी में नवाचार को बढ़ावा देना और करीब 40 स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। भारत में तेजी से बढ़ते अंतरिक्ष क्षेत्र के विकास में यह फंडिंग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

सरकार द्वारा प्रदान किए गए इस फंड के माध्यम से GalaxEye जैसे स्टार्टअप्स को और अधिक नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। इससे भारतीय स्पेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नवाचार और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, साथ ही भारत की तकनीकी क्षमता को वैश्विक स्तर पर मजबूत करने में भी सहायता मिलेगी।

GalaxEye का प्रभाव: डिफेंस और कृषि क्षेत्रों में नए अवसर

GalaxEye की तकनीक भारतीय रक्षा और कृषि क्षेत्रों में नए अवसरों को जन्म दे रही है। डिफेंस के लिए उपलब्ध SAR तकनीक भारत की सीमाओं पर निगरानी को और अधिक प्रभावी बना सकती है। वहीं, कृषि क्षेत्र में भी इसका उपयोग कर किसान अपने फसलों की स्थिति का सटीक अनुमान लगा सकते हैं, जिससे उनकी पैदावार और उत्पादन में सुधार हो सकेगा।

इसके अलावा, बीमा क्षेत्र में GalaxEye का डेटा विश्लेषण किसानों को उनकी फसल बीमा के लिए सटीक डेटा प्रदान करने में सहायक हो सकता है। एक्वाकल्चर और अन्य उद्योगों के लिए भी यह तकनीक संभावनाओं को बढ़ावा देती है, जिससे डेटा सटीकता और फैसले लेने में सरलता आती है।

अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर कदम

GalaxEye जैसे स्टार्टअप्स का उभार भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है। GalaxEye का मिशन न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सटीक डेटा उपलब्ध कराना है। कंपनी के संस्थापक और टीम का मानना है कि उनकी तकनीक भारत को एक डेटा-ड्रिवन समाज बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, जहाँ हर क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाला डेटा आसानी से उपलब्ध हो सकेगा।

GalaxEye के सह-संस्थापक सैयाश सिंह का कहना है, “हमारा लक्ष्य अंतरिक्ष डेटा तकनीक में भारत को अग्रणी बनाना है। इस फंडिंग के माध्यम से हम अपनी तकनीकी क्षमताओं को और अधिक उन्नत बनाएंगे और अंतरिक्ष डेटा सेवाओं में नयी ऊँचाईयों को प्राप्त करेंगे।”

वैश्विक स्पेस डेटा बाजार में भारत की बढ़ती हिस्सेदारी

ग्लोबल स्पेस डेटा मार्केट में भारत की हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है। मौजूदा रिपोर्टों के अनुसार, इस बाजार का कुल मूल्य $50 बिलियन है, और GalaxEye जैसे भारतीय स्टार्टअप्स इस बाजार में अपनी जगह बना रहे हैं। भारतीय स्पेस टेक स्टार्टअप्स का यह उभार दर्शाता है कि देश तकनीकी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और नवाचार की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

निष्कर्ष

GalaxEye का यह फंडिंग राउंड और उनके द्वारा विकसित की जा रही तकनीक भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देगी। यह कदम न केवल GalaxEye के विकास में सहायक होगा, बल्कि भारत को अंतरिक्ष डेटा प्रोसेसिंग में एक नई दिशा प्रदान करेगा। भारत में अंतरिक्ष टेक्नोलॉजी की मांग और नए अवसरों के चलते यह फंडिंग और तकनीकी विस्तार भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित हो सकती है।

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Easy Home Finance को मिला $35 मिलियन का फंड, 24 महीनों में $300 मिलियन AUM लक्ष्य

Easy Home Finance

मुंबई स्थित होम फाइनेंसिंग स्टार्टअप, Easy Home Finance, ने हाल ही में $35 मिलियन का नया फंडिंग राउंड पूरा किया है। इस निवेश दौर का नेतृत्व Ranjan Pai की फैमिली ऑफिस Claypond Capital और Sumitomo Mitsui Banking Corporation के Asia Rising Fund ने किया है। इसके अलावा, Xponentia Capital, Finsight Ventures, Harbourfront Capital और Pegasus India Evolving Opportunities Fund जैसे मौजूदा निवेशकों ने भी इस दौर में भाग लिया।

इस ताजा फंडिंग के साथ, Easy Home Finance की कुल पूंजी $100 मिलियन से अधिक हो गई है। कंपनी इस नए निवेश का उपयोग अपने असेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) को अगले 24 महीनों में $300 मिलियन तक पहुँचाने के लिए करेगी। इसके अलावा, Easy Home Finance की योजना भारत में अपने परिचालन नेटवर्क का विस्तार कर 150 से अधिक स्थानों तक पहुंच बनाने की भी है, ताकि होम फाइनेंसिंग सेवाओं की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके।

Easy Home Finance: एक व्यापक होम फाइनेंसिंग समाधान

Easy Home Finance मुख्य रूप से होम लोन वितरण और इससे जुड़ी सेवाओं जैसे कि घर ढूँढने, नवीनीकरण, और शिफ्टिंग में सहायता प्रदान करने पर केंद्रित है। कंपनी का दावा है कि उसने तीसरे पक्ष के लेंडर्स के माध्यम से अब तक ₹500 करोड़ से अधिक के लोन वितरित किए हैं, जिससे लगभग 5,000 परिवारों को घर खरीदने में मदद मिली है।

राजस्व में भारी वृद्धि, लाभ में भी इजाफा

मार्च 2024 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में, Easy Home Finance ने अपनी आय में 90% की वृद्धि दर्ज की, जो ₹33.38 करोड़ से बढ़कर ₹63.73 करोड़ हो गई। कंपनी ने पिछले वित्तीय वर्ष में लाभ में भी सुधार दर्ज किया, जिसमें उसका मुनाफा 10.8% बढ़कर ₹5.23 करोड़ हो गया। Easy Home Finance का लक्ष्य है कि इस मजबूत राजस्व वृद्धि और नए फंडिंग के सहारे वह और अधिक ग्राहकों तक पहुँच सके।

होम फाइनेंस क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा

Easy Home Finance के अलावा, कई अन्य होम फाइनेंस स्टार्टअप भी तेजी से उभर रहे हैं। सितंबर में, एक अन्य होम फाइनेंस स्टार्टअप Basic Home Loan ने अपने सीरीज़ B फंडिंग राउंड में $10.6 मिलियन जुटाए थे। हाल ही में, Vridhi Home Finance ने भी Norwest Venture Partners के नेतृत्व में $35 मिलियन से अधिक की फंडिंग जुटाने की प्रक्रिया शुरू की है।

Easy Home Finance की इस नई फंडिंग से यह स्पष्ट है कि होम फाइनेंसिंग बाजार में प्रतिस्पर्धा लगातार बढ़ रही है, और कंपनियाँ अधिक से अधिक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए अपनी सेवाओं का विस्तार करने में लगी हुई हैं।

Easy Home Finance ने अपनी सेवाओं का विस्तार करने का रखा लक्ष्य

Easy Home Finance का कहना है कि इस नई फंडिंग से वह न केवल अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत बनाएगी, बल्कि अपने ग्राहक आधार को भी व्यापक करेगी। इसके अंतर्गत कंपनी की योजना भारत में 150 से अधिक स्थानों पर अपने संचालन का विस्तार करने की है। यह कदम छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती होम फाइनेंसिंग आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक होगा, जहाँ पारंपरिक होम लोन सेवाओं तक पहुँच अभी भी सीमित है।

Easy Home Finance का मानना है कि भारत में बढ़ते आवासीय जरूरतों के साथ होम फाइनेंसिंग की माँग भी तेजी से बढ़ रही है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए, कंपनी ने अपने सिस्टम और टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर को और अधिक मजबूत बनाने की योजना बनाई है, जिससे लोन प्रोसेसिंग में तेजी आएगी और ग्राहकों को समय पर सेवाएँ मिल सकेंगी।

लोन प्रोसेसिंग में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल

Easy Home Finance अपने लोन प्रोसेसिंग सिस्टम में एडवांस टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है ताकि लोन मंजूरी और वितरण की प्रक्रिया को सरल और तेज बनाया जा सके। कंपनी का कहना है कि वह AI और मशीन लर्निंग जैसी तकनीकों का उपयोग कर रही है, जिससे लोन अप्रोवल में सहूलियत होती है और ग्राहकों को समय पर लोन मिल जाता है। इसके साथ ही, कंपनी डिजिटल प्रक्रियाओं का अधिकतम उपयोग कर रही है ताकि ग्राहकों को एक सहज अनुभव प्राप्त हो सके।

छोटे और मध्यम आय वर्ग के लिए फायदेमंद सेवाएँ

Easy Home Finance का मुख्य फोकस छोटे और मध्यम आय वर्ग के ग्राहकों पर है, जो बैंकिंग प्रणाली से दूर हैं या जिनके लिए पारंपरिक बैंकों से लोन प्राप्त करना कठिन होता है। कंपनी का मानना है कि इस वर्ग के ग्राहकों के लिए लोन प्रोसेसिंग और भुगतान योजनाओं में लचीलापन प्रदान करके वे उन्हें होम फाइनेंसिंग में सुविधा दे सकते हैं।

Easy Home Finance अपनी सेवाओं में विविधता लाने पर भी जोर दे रही है। इस प्रकार, वे अपने ग्राहकों को न केवल होम लोन बल्कि घर की खोज, नवीनीकरण, और अन्य संबंधित सेवाएँ भी एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध करा रहे हैं। कंपनी का कहना है कि इस व्यापक समाधान के कारण ग्राहकों को अपनी होम फाइनेंसिंग जरूरतों को पूरा करने में आसानी होगी और उन्हें अलग-अलग सेवाओं के लिए अलग-अलग प्लेटफार्म्स पर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

होम फाइनेंस मार्केट में Easy Home Finance का बढ़ता प्रभाव

भारत में होम फाइनेंसिंग की बढ़ती माँग और नए निवेशकों के समर्थन से Easy Home Finance का बाजार में प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। कंपनी का लक्ष्य है कि वह अपने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत बनाकर अधिक से अधिक ग्राहकों तक पहुँच सके। कंपनी की यह वृद्धि दर्शाती है कि Easy Home Finance ने न केवल बाजार की आवश्यकताओं को समझा है, बल्कि टेक्नोलॉजी के सहारे होम लोन इंडस्ट्री में एक मजबूत पहचान भी बनाई है।

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MPL ने 2024 में 1,000 करोड़ रुपये का राजस्व पार किया, बढ़ी हुई चुनौतियों के बावजूद

MPL

बेंगलुरु स्थित ऑनलाइन गेमिंग कंपनी Mobile Premier League (MPL) की पेरेंट कंपनी, M-League, ने 2024 के वित्तीय वर्ष में प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की है। कंपनी ने नियामकीय चुनौतियों का सामना करते हुए दो अंकों में सालाना वृद्धि हासिल की है और इस वर्ष में 1,000 करोड़ रुपये का राजस्व पार किया है।

2024 में 22.2% की वृद्धि

MPL का संचालन से होने वाला राजस्व 2024 में 22.2% बढ़कर 1,068 करोड़ रुपये ($127.9 मिलियन) हो गया है, जो 2023 में 873.7 करोड़ रुपये ($104.63 मिलियन) था। ये आंकड़े कंपनी के समूह M-League Ltd द्वारा सिंगापुर में दाखिल की गई समेकित वित्तीय रिपोर्ट से प्राप्त हुए हैं। MPL एक ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म संचालित करता है, जिसमें फैंटेसी स्पोर्ट्स, एडवेंचर, एक्शन और अन्य श्रेणियाँ शामिल हैं। हालांकि, कंपनी ने 2023 में अपने खेल सामग्री की बिक्री वाली वर्टिकल को बंद कर दिया था।

राजस्व के स्रोत: ऑनलाइन गेमिंग का दबदबा

कंपनी ने अपने राजस्व का लगभग 99% हिस्सा ऑनलाइन गेमिंग से अर्जित किया, जबकि शेष आय विज्ञापन और अन्य परिचालन गतिविधियों से हुई। गैर-परिचालन आय को मिलाकर, कंपनी का कुल राजस्व 1,085.17 करोड़ रुपये ($130 मिलियन) तक पहुँच गया।

नियामकीय चुनौतियों का सामना

भारत में गेमिंग इंडस्ट्री को कई तरह की नियामकीय बाधाओं का सामना करना पड़ता है, विशेषकर ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े कड़े कानूनों और टैक्स नियमों के चलते। पिछले कुछ सालों में MPL जैसी कंपनियों के लिए चुनौतियाँ बढ़ी हैं, फिर भी कंपनी ने उल्लेखनीय वित्तीय प्रगति हासिल की है। इन नियमों के चलते MPL को अपने संचालन के तरीके में भी कुछ बदलाव करने पड़े हैं, ताकि वह कानूनी ढांचे के भीतर रहकर विकास कर सके।

MPL का बढ़ता विस्तार

Mobile Premier League का मुख्य आकर्षण उसका गेमिंग प्लेटफॉर्म है, जो फैंटेसी स्पोर्ट्स, पज़ल्स, एक्शन गेम्स और कैज़ुअल गेम्स की विस्तृत श्रेणियाँ प्रदान करता है। इस गेमिंग प्लेटफॉर्म ने कई गेमिंग एंथुज़ियास्ट्स का ध्यान आकर्षित किया है और कंपनी को तेज़ी से बढ़ने में मदद की है। MPL का लक्ष्य अपने ग्राहकों को एक अनूठा और सुरक्षित गेमिंग अनुभव प्रदान करना है, जो उद्योग की प्रतिस्पर्धा में उसे विशेष बनाता है।

राजस्व की संभावनाएं और विस्तार की योजनाएं

वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार, MPL का राजस्व ऑनलाइन गेमिंग की लोकप्रियता और भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की बढ़ती संख्या के चलते बढ़ने की संभावना है। साथ ही, MPL अपने विज्ञापन और अन्य ऑपरेशनल सेगमेंट में भी नई संभावनाओं की तलाश कर रही है, ताकि वह अपने राजस्व स्रोतों का विस्तार कर सके।

2024 के बाद की रणनीति

आगे की रणनीति में MPL अपने ग्राहकों को और अधिक आकर्षक गेमिंग अनुभव देने के लिए तकनीकी सुधार और नवाचारों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके अलावा, कंपनी अपने यूजर बेस को विस्तारित करने और अधिक विज्ञापनदाताओं को आकर्षित करने के लिए भी कदम उठा रही है।

ऑनलाइन गेमिंग का उभरता हुआ बाजार

भारत में ऑनलाइन गेमिंग एक उभरता हुआ क्षेत्र है और MPL जैसी कंपनियाँ इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। MPL की सफलता से यह भी स्पष्ट है कि ऑनलाइन गेमिंग का बाजार बड़े पैमाने पर राजस्व सृजन की क्षमता रखता है, खासकर यदि कंपनियाँ नए और आकर्षक कंटेंट के साथ उपयोगकर्ताओं को जोड़े रखने में सफल होती हैं।

निष्कर्ष

हालांकि MPL को चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, लेकिन इसने अपनी वित्तीय वृद्धि को बनाए रखा है और नए अवसरों को तलाशने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। आने वाले वर्षों में, MPL की वृद्धि दर भारतीय ऑनलाइन गेमिंग बाजार में और भी अधिक गति पकड़ने की संभावना है, जिससे यह उद्योग के विकास में एक प्रमुख योगदानकर्ता साबित हो सकता है।

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Udaan का राजस्व स्थिर, घाटे में 19% की कमी

Udaan

B2B ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Udaan को अपने व्यापार को बढ़ाने में चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिससे वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का राजस्व स्थिर बना रहा। बेंगलुरु स्थित इस कंपनी को इक्विटी पूंजी जुटाने में भी कठिनाई हुई, जिसके परिणामस्वरूप इसका मूल्यांकन 59% से अधिक गिरकर $1.3 बिलियन हो गया, जो पहले $3.2 बिलियन के उच्चतम स्तर पर था। राजस्व में स्थिरता के बावजूद, Udaan ने पिछले वित्तीय वर्ष में अपने घाटे को 19% से अधिक कम कर लिया।

Udaan GMV में मामूली वृद्धि

Udaan का कुल राजस्व या ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) वित्त वर्ष 2024 में केवल 1.7% बढ़कर 5,706.6 करोड़ रुपये तक पहुंचा, जो कि वित्त वर्ष 2023 में 5,609.3 करोड़ रुपये था। इसके विपरीत, वित्त वर्ष 2022 में Udaan का GMV इससे कहीं अधिक था, जो 9,900 करोड़ रुपये तक पहुंचा था। इससे यह साफ दिखता है कि कंपनी को पिछले कुछ वर्षों में चुनौतियों का सामना करना पड़ा है।

प्रमुख राजस्व स्रोत

Udaan विभिन्न सेवाओं के माध्यम से राजस्व उत्पन्न करता है, जिनमें व्यापार किए गए उत्पादों की बिक्री, प्लेटफॉर्म शुल्क, लॉजिस्टिक्स सेवाएं, क्रेडिट सेवाएं, और विज्ञापन शामिल हैं। कंपनी रिटर्न किए गए उत्पादों को स्क्रैप के रूप में बेचकर भी कमाई करती है, साथ ही क्रेडिट लेन-देन के संग्रह सेवाओं से भी आय प्राप्त करती है। Udaan Capital के जरिए लोन के वितरण पर प्रोसेसिंग शुल्क भी वसूला जाता है।

उत्पादों की बिक्री प्रमुख आय स्रोत

Udaan के GMV का 98.5% हिस्सा व्यापार किए गए उत्पादों की बिक्री से आता है, जो कंपनी का सबसे बड़ा आय स्रोत है। इसके अलावा, ऋण पर ब्याज और सेवा शुल्क भी कंपनी के राजस्व में योगदान करते हैं। वित्त वर्ष 2024 में, इन आय स्रोतों ने Udaan के राजस्व में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिससे यह साफ है कि व्यापारिक गतिविधियों के साथ-साथ वित्तीय सेवाओं का भी महत्वपूर्ण योगदान है।

पूंजी जुटाने में कठिनाइयाँ और मूल्यांकन में गिरावट

Udaan को इक्विटी पूंजी जुटाने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिससे इसका मूल्यांकन $3.2 बिलियन से घटकर $1.3 बिलियन तक आ गया है। यह गिरावट कंपनी के विस्तार में आने वाली रुकावटों और निवेशकों की बदलती प्राथमिकताओं को दर्शाती है। वैश्विक निवेशकों की ओर से इक्विटी फंडिंग में कमी के कारण भारतीय स्टार्टअप्स, विशेषकर बड़े प्लेटफार्म, वित्तीय दबाव में आ रहे हैं।

लागत प्रबंधन और घाटे में कमी

हालांकि Udaan के राजस्व में वृद्धि नहीं हुई, फिर भी कंपनी ने लागत नियंत्रण और अन्य संचालन सुधार के जरिए अपने घाटे में 19% की कमी करने में सफलता पाई। कंपनी के घाटे में यह कमी दर्शाती है कि Udaan अपने खर्चों को नियंत्रित करने और संचालन दक्षता बढ़ाने में कामयाब रही है। यह कंपनी के लिए एक सकारात्मक संकेत है, खासकर ऐसे समय में जब राजस्व वृद्धि रुक गई है।

B2B ई-कॉमर्स क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा और Udaan की स्थिति

B2B ई-कॉमर्स क्षेत्र में Udaan को कई प्रतिस्पर्धियों से चुनौती मिल रही है, जिसमें विशेषकर SME और MSME सेक्टर के लिए कई अन्य ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म हैं। Udaan का विस्तारित व्यापार मॉडल, जो कि व्यापारिक उत्पादों, वित्तीय सेवाओं और लॉजिस्टिक्स सेवाओं का संयोजन है, इसे बाजार में एक मजबूत स्थिति बनाए रखने में मदद करता है।

भविष्य की संभावनाएँ और चुनौतियाँ

आगे की राह में Udaan को नए निवेशकों से पूंजी जुटाने और राजस्व बढ़ाने के लिए नये उत्पाद व सेवाओं को लॉन्च करना होगा। कंपनी को अपने वर्तमान व्यापार मॉडल में सुधार और उन्नति करनी होगी ताकि वह बाजार में प्रतिस्पर्धा का सामना कर सके। वित्तीय सेवाओं और लॉजिस्टिक्स सेवाओं में इनोवेशन और तकनीकी निवेश की आवश्यकता होगी ताकि कंपनी व्यापारियों को अधिक सहूलियत दे सके और राजस्व में स्थिरता ला सके।

निष्कर्ष

Udaan का वित्तीय प्रदर्शन और स्थिर राजस्व वृद्धि इस बात का संकेत है कि B2B ई-कॉमर्स क्षेत्र में कंपनी के सामने चुनौतियाँ हैं, लेकिन कंपनी ने लागत नियंत्रण और घाटे में कमी के जरिए अपने विकास के लिए एक सकारात्मक कदम उठाया है। आने वाले समय में, कंपनी के लिए यह आवश्यक होगा कि वह अपने व्यापार मॉडल में और सुधार लाए और नई रणनीतियों को अपनाए ताकि वह बाजार में अपनी स्थिति को और मजबूत बना सके।

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एग्रीटेक मार्केटप्लेस DeHaat ने वित्त वर्ष 2024 में 36% की वृद्धि की, नुकसान में 34% की कमी

DeHaat

फुल-स्टैक एग्रीटेक मार्केटप्लेस DeHaat ने वित्त वर्ष 2024 के अंत में अपने सकल राजस्व में 36% की वृद्धि करते हुए 2,600 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है। कंपनी ने अपने घाटे में भी 34% की उल्लेखनीय कमी दर्ज की है।

DeHaat का सकल राजस्व, जिसे ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) भी कहा जाता है, वित्त वर्ष 2023 में 1,965 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में 2,674.8 करोड़ रुपये हो गया है। यह आंकड़े कंपनी द्वारा रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के साथ दाखिल की गई वार्षिक वित्तीय रिपोर्ट में प्रकाशित किए गए हैं।

DeHaat का परिचय और सेवाएं

DeHaat एक त्रि-आयामी एग्रीटेक मार्केटप्लेस है जो किसानों को फसल परामर्श, मौसम की जानकारी और मंडी दरों जैसी सुविधाएं प्रदान करता है। इसके अलावा, छोटे उद्यमी DeHaat केंद्र खोल सकते हैं, जहां वे किसानों को ये सेवाएं उपलब्ध करवा सकते हैं। हालांकि, DeHaat की अधिकांश आय कृषि उत्पादों की बिक्री से हो रही है, जो कंपनी की प्राथमिक सेवा का मुख्य हिस्सा बन चुका है।

कृषि उत्पादों की बिक्री में वृद्धि, आय का प्रमुख स्रोत

DeHaat की वृद्धि का मुख्य कारण कृषि उत्पादों की बिक्री में 49.2% की वृद्धि है, जिससे कंपनी ने 2,121.6 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया। यह कंपनी की कुल आय का 79.3% हिस्सा है। दूसरी ओर, कृषि इनपुट्स की बिक्री में मामूली वृद्धि देखी गई, जो सिर्फ 1.1% थी और इसने 545.82 करोड़ रुपये का योगदान दिया। इसके अतिरिक्त, Prosus समर्थित इस कंपनी ने ब्याज और अन्य आय से 45 करोड़ रुपये कमाए, जिससे DeHaat का कुल राजस्व वित्त वर्ष 2024 में 2,720 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।

खर्चों का विश्लेषण और वृद्धि

वित्त वर्ष 2024 में DeHaat के लिए सबसे बड़ा खर्च सामग्री की लागत रही, जो 2,414 करोड़ रुपये थी। यह खर्च कुल लागत का 81.4% हिस्सा था और सालाना आधार पर इसमें 29.6% की वृद्धि हुई। इसके अलावा, परिवहन शुल्क में भी 76.8% की वृद्धि दर्ज की गई, जो 89.42 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। वहीं, कर्मचारी लाभ खर्चों में 13% की कमी आई और यह 206.86 करोड़ रुपये रहा।

DeHaat के कुल खर्च वित्त वर्ष 2024 में 15.2% बढ़कर 2,965 करोड़ रुपये हो गए। हालांकि, कंपनी ने अपनी लागत को नियंत्रित करने के प्रयास किए हैं, विशेषकर कर्मचारियों की संख्या और अन्य खर्चों में सुधार कर।

वित्तीय प्रदर्शन और भविष्य की योजना

DeHaat का वित्तीय प्रदर्शन इंगित करता है कि कंपनी अपने राजस्व में निरंतर वृद्धि कर रही है और घाटे को भी प्रभावी रूप से कम कर रही है। कंपनी का लक्ष्य है कि वह अपने एग्रीटेक प्लेटफॉर्म का विस्तार करते हुए किसानों के लिए अधिक सेवाएं और बेहतर सुविधाएं प्रदान करे।

नए अवसर और तकनीकी विस्तार

DeHaat के पास ग्रामीण क्षेत्रों में अपने प्रभाव को बढ़ाने और किसानों को डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से सहायता प्रदान करने का एक बड़ा अवसर है। कंपनी की योजना है कि वह अपने उत्पादों और सेवाओं को और बेहतर बनाते हुए कृषि क्षेत्र में तकनीकी नवाचार लेकर आए ताकि अधिक से अधिक किसान इन सेवाओं का लाभ उठा सकें।

DeHaat के राजस्व में कृषि उत्पादों की प्रमुख भूमिका

DeHaat के राजस्व में सबसे बड़ा योगदान कृषि उत्पादों की बिक्री का रहा है, जिसने वित्त वर्ष 2024 में 2,121.6 करोड़ रुपये का योगदान दिया। यह DeHaat के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि कृषि उत्पादों की मांग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसके अलावा, DeHaat ने किसानों के लिए खेती से जुड़ी अन्य सेवाओं को भी विस्तारित किया है, जैसे बीज, खाद, और उर्वरकों की आपूर्ति, जो कृषि उत्पादन में सहायक होती हैं। कृषि इनपुट्स की बिक्री में 1.1% की मामूली वृद्धि देखने को मिली, जिससे कंपनी को 545.82 करोड़ रुपये की आय प्राप्त हुई।

तकनीकी उन्नति और सेवा विस्तार का महत्व

DeHaat अपने डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए किसानों को आवश्यक सूचनाएं और सेवाएं प्रदान कर रहा है। कंपनी ने छोटे और मझोले किसानों के लिए कृषि विशेषज्ञता और विपणन सेवाओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपने प्लेटफार्म में AI और डेटा-ड्रिवन विश्लेषण का उपयोग किया है। DeHaat का लक्ष्य है कि वह अपनी डिजिटल सेवाओं को और अधिक सुलभ बनाए और किसानों को बाजार के साथ जोड़ने में मदद करे ताकि वे अपने उत्पादों के लिए बेहतर मूल्य प्राप्त कर सकें।

सामग्री की लागत में वृद्धि और वितरण खर्च

वित्त वर्ष 2024 में सामग्री की लागत में 29.6% की वृद्धि हुई, जिससे यह 2,414 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। इसके पीछे मुख्य कारण कृषि उत्पादों की मांग में वृद्धि के साथ-साथ बाजार की गतिशीलता रही है। इसके अलावा, परिवहन और वितरण के खर्चों में भी 76.8% की वृद्धि देखी गई, जो कि 89.42 करोड़ रुपये रही। परिवहन लागत में यह वृद्धि कंपनी के विस्तार और बड़े पैमाने पर वितरण को दर्शाती है, जो DeHaat के विस्तार प्रयासों का हिस्सा है।

कर्मचारी लाभ खर्चों में कमी

DeHaat ने वित्त वर्ष 2024 में अपने कर्मचारी लाभ खर्चों को 13% तक घटाकर 206.86 करोड़ रुपये कर दिया। कंपनी ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि कर्मचारियों के लिए बेहतर कार्यक्षेत्र और उत्पादकता में वृद्धि हो। इससे कंपनी को खर्चों में कटौती करने में मदद मिली, साथ ही यह संकेत भी मिला कि कंपनी कुशल कर्मचारियों और सुव्यवस्थित संसाधनों के माध्यम से अपने संचालन को और अधिक प्रभावी बना रही है।

घाटे में कमी और लाभ में सुधार की दिशा में कदम

DeHaat ने वित्त वर्ष 2024 में अपने घाटे को 34% तक घटाकर एक मजबूत वित्तीय प्रगति दिखाई है। कंपनी का ध्यान अपनी लागत संरचना को नियंत्रित करने और प्रभावी व्यावसायिक रणनीतियों का पालन करने पर है, ताकि वह अपने घाटे को और कम कर सके और लाभ में सुधार कर सके। DeHaat के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह अपने मुख्य खर्चों को ध्यान में रखते हुए लाभकारी विकास की राह पर आगे बढ़े।

कृषि में नवाचार और भविष्य की रणनीति

DeHaat का उद्देश्य है कि वह भारतीय कृषि क्षेत्र में नवाचार और प्रौद्योगिकी का बेहतर उपयोग करे। कंपनी की योजना है कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल तकनीक को और अधिक सुलभ बनाए ताकि छोटे और सीमांत किसान भी इसका लाभ उठा सकें। DeHaat अपने सेवाओं का विस्तार करते हुए नए उत्पादों और सेवाओं को पेश करने की योजना बना रही है, जिनमें विशेषकर कृषि उपकरण और उन्नत बीज शामिल हैं। साथ ही, कंपनी का फोकस यह सुनिश्चित करना है कि किसानों को मौसम, बाजार की जानकारी, और खेती से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां समय पर उपलब्ध हों।

DeHaat का ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

DeHaat का मॉडल ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और व्यवसायिक अवसरों को बढ़ावा देता है। छोटे स्तर के उद्यमी DeHaat के साथ जुड़कर अपने समुदायों में किसानों के लिए सेवाएं प्रदान कर सकते हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की संभावनाएं बढ़ती हैं। DeHaat का उद्देश्य है कि वह अपनी सेवाओं के माध्यम से न केवल किसानों की आय में वृद्धि करे बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बनाए।

निष्कर्ष

DeHaat ने वित्त वर्ष 2024 में मजबूत वित्तीय प्रदर्शन करते हुए अपने राजस्व को बढ़ाया है और घाटे को नियंत्रित किया है। कृषि क्षेत्र में नवाचार और प्रौद्योगिकी का बेहतर उपयोग करते हुए DeHaat ने छोटे और मझोले किसानों के लिए एक प्रभावशाली प्लेटफॉर्म तैयार किया है। कंपनी का उद्देश्य भविष्य में भी अपने व्यापार मॉडल को विस्तार देते हुए भारतीय कृषि क्षेत्र में नए मानक स्थापित करना है, जो किसानों की आय में वृद्धि और उनकी जीवनशैली में सुधार की दिशा में सहायक होगा।

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Sushain Wellness ने प्राकृतिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जुटाए 2 करोड़ रुपये,

Sushain Wellness

प्राकृतिक उपचार और तकनीक के संगम से स्वास्थ्य सेवाओं को नया आयाम देने वाली हेल्थटेक कंपनी Sushain ने अपने सीड फंडिंग राउंड में मुंबई आधारित वेंचर कैपिटल फर्म Prajay Advisors LLP से 2 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इस फंड का उपयोग Sushain Wellness अपनी तकनीकी संरचना को मजबूत करने और संपूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए करेगा।

प्राकृतिक स्वास्थ्य सेवाओं की बढ़ती मांग को पूरा करने का लक्ष्य

Sushain के संस्थापक विक्रम सिंह परमार का मानना है कि वर्तमान में लोग प्राकृतिक और तकनीकी-आधारित स्वास्थ्य समाधान की ओर रुख कर रहे हैं। आधुनिक जीवनशैली से उत्पन्न तनाव, प्रदूषण, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए लोग आयुर्वेद और होम्योपैथी जैसी पारंपरिक उपचार पद्धतियों में विश्वास दिखा रहे हैं। Sushain Wellness ने इस बदलते रुझान को पहचाना है और अपने तकनीकी बुनियादी ढांचे में सुधार करके एक व्यापक प्राकृतिक स्वास्थ्य समाधान प्रदान करने का लक्ष्य रखा है।

संपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं और एकीकृत देखभाल

Sushain Wellness एक संपूर्ण समाधान प्रदान करता है, जिसमें रोगियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए शुरुआत से लेकर इलाज तक का प्रबंधन शामिल है। इस प्लेटफॉर्म पर 1,000 से अधिक सत्यापित आयुर्वेद और होम्योपैथी डॉक्टरों का नेटवर्क है, साथ ही 10,000 से अधिक प्राकृतिक स्वास्थ्य उत्पादों तक पहुंच भी उपलब्ध कराई जाती है। इसके अतिरिक्त, 100 से अधिक ऑनलाइन योग प्रशिक्षक और आहार विशेषज्ञ भी इस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं, जो उपयोगकर्ताओं को स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए व्यक्तिगत मार्गदर्शन देते हैं।

तकनीक के साथ उपचार यात्रा का निजीकरण

Sushain Wellness अपने रोगियों की स्वास्थ्य यात्रा को और अधिक व्यक्तिगत बनाने के लिए मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कर रहा है। इस तकनीकी प्रगति से Sushain Wellness उपयोगकर्ताओं की स्वास्थ्य समस्याओं की जड़ तक पहुंचने में सक्षम है और उन्हें सही उपचार प्रदान करता है। इस प्लेटफॉर्म पर आने वाले रोगियों की स्वास्थ्य यात्रा को व्यक्तिगत रूप से समझकर, उन्हें उनकी समस्या के अनुसार विशेष सलाह और उपचार प्रक्रिया दी जाती है, जिससे उनका स्वास्थ्य बेहतर तरीके से सुधर सके।

कैसे काम करता है Sushain Wellness?

Sushain Wellness पर रोगी सबसे पहले ऑनलाइन परामर्श के जरिए डॉक्टर से अपनी स्वास्थ्य समस्याओं पर चर्चा कर सकते हैं। इसके बाद, डॉक्टर रोगियों को उनकी जरूरत के अनुसार उचित उपचार प्रक्रिया का सुझाव देते हैं, जिसमें आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाएं शामिल होती हैं। यह प्लेटफॉर्म रोगियों को संपूर्ण उपचार प्रक्रिया के दौरान सहायता प्रदान करता है, जिसमें परामर्श, दवाइयों की आपूर्ति और स्वास्थ्य सुधार पर नजर रखना शामिल है।

आयुर्वेद और होम्योपैथी के साथ योग और आहार का समन्वय

Sushain Wellness का उद्देश्य न केवल पारंपरिक उपचार पद्धतियों का उपयोग करना है, बल्कि योग और आहार की मदद से संपूर्ण स्वास्थ्य को संतुलित करना भी है। प्लेटफॉर्म पर मौजूद आहार विशेषज्ञ और योग प्रशिक्षक रोगियों को सही जीवनशैली अपनाने के लिए मार्गदर्शन देते हैं। आयुर्वेद के अनुसार आहार का महत्व और योग के द्वारा शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के साथ-साथ, Sushain Wellness रोगियों की समग्र देखभाल पर विशेष ध्यान देता है।

तकनीकी ढांचे में सुधार और विस्तार की योजना

Sushain Wellness अपने तकनीकी ढांचे को और बेहतर बनाने के लिए जुटाए गए फंड का इस्तेमाल करेगा, ताकि उपयोगकर्ताओं को अधिक सुगम, त्वरित और प्रभावी सेवाएं दी जा सकें। साथ ही, यह फंड कंपनी के विस्तार में भी मदद करेगा, जिससे अधिक से अधिक लोग इस सेवा का लाभ उठा सकें। कंपनी का लक्ष्य ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों तक अपनी सेवाएं पहुंचाने का है, ताकि हर कोई प्राकृतिक और स्वास्थ्यप्रद उपचार का लाभ उठा सके।

Sushain Wellness का भविष्य और समाज पर प्रभाव

विक्रम सिंह परमार की यह कंपनी न केवल लोगों को प्राकृतिक स्वास्थ्य समाधान प्रदान कर रही है, बल्कि समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी फैला रही है। Sushain Wellness का उद्देश्य न केवल लाभ कमाना है, बल्कि समाज में प्राकृतिक उपचार पद्धतियों के महत्व को पुनर्जीवित करना है।

पारंपरिक भारतीय चिकित्सा प्रणाली का भविष्य अब तकनीकी माध्यमों से और अधिक समृद्ध हो रहा है, और Sushain Wellness इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

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ड्रोनटेक स्टार्टअप Marut Dronetech ने जुटाए $6.2 मिलियन

Marut Dronetech

ड्रोनटेक स्टार्टअप Marut Drones ने अपनी सीरीज़ A फंडिंग में Lok Capital से $6.2 मिलियन (करीब ₹51 करोड़) का निवेश प्राप्त किया है। इस फंड का उपयोग कृषि क्षेत्र के लिए कस्टम ड्रोन विकसित करने, टियर II-III शहरों में पार्टनर नेटवर्क और सर्विस सेंटर स्थापित करने और ग्रामीण क्षेत्रों में “ड्रोन-एज़-ए-सर्विस” हब बनाने के लिए किया जाएगा।

Marut Dronetech: कृषि से लेकर आपदा प्रबंधन तक

2019 में प्रेम कुमार विस्लावथ, सूरज पेड्डी, और साई कुमार चिंथाला द्वारा स्थापित, Marut Drones की मुख्य फोकस कृषि ड्रोन पर है, लेकिन कंपनी आपदा प्रबंधन और सर्विलांस के लिए भी अपने ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल कर रही है। हैदराबाद स्थित इस स्टार्टअप का दावा है कि उनकी टीम में 200 से अधिक सदस्य हैं, 750 ड्रोन का बेड़ा है, और उनके पास 1,000 से अधिक प्रशिक्षित ड्रोन पायलट हैं, जो 14 राज्यों में सक्रिय हैं।

ड्रोन प्रशिक्षण और उद्यमिता को बढ़ावा देने की योजना

Marut Dronetech का लक्ष्य न केवल अपने व्यापार का विस्तार करना है, बल्कि ड्रोन से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में पेशेवरों को भी जोड़ना है। कंपनी का इरादा सभी विभागों में कुशल लोगों की भर्ती करने, ड्रोन उद्यमिता को प्रोत्साहन देने, और 17 नए ड्रोन अकादमी स्थापित करने का भी है, जहां पेशेवरों को ड्रोन संचालन और तकनीकी कौशल सिखाया जाएगा। इसके अलावा, कंपनी अपने अनुसंधान और विकास कार्यों को भी और अधिक सुदृढ़ करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

AG365H: आधुनिक कृषि के लिए उन्नत ड्रोन

पिछले महीने Marut Dronetech ने AG365H नामक DGCA द्वारा प्रमाणित मीडियम कैटेगरी का कृषि ड्रोन लॉन्च किया। यह ड्रोन विशेष रूप से कृषि में उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है और मछली पालन, उर्वरक डालने, कीटनाशकों का छिड़काव, और ऑपरेटरों के लिए व्यापक प्रशिक्षण प्रदान करने में सक्षम है।

ग्रामीण क्षेत्रों में सेवाएं बढ़ाने की तैयारी

Marut Dronetech का लक्ष्य भारत के टियर II और टियर III शहरों में भी अपनी सेवाओं का विस्तार करना है, जिससे ग्रामीण और कृषि क्षेत्रों में तकनीकी पहुंच आसान हो सके। इसके लिए वे विभिन्न पार्टनरशिप के जरिए ‘ड्रोन-एज-ए-सर्विस’ हब स्थापित करेंगे, ताकि कृषि और अन्य क्षेत्र इससे सीधे लाभान्वित हो सकें।

Marut Dronetech का भविष्य

Marut Dronetech की यह फंडिंग उन्हें देशभर में ड्रोन तकनीक को और अधिक सशक्त बनाने में मदद करेगी। इस नए निवेश से, कंपनी ग्रामीण कृषि और आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ड्रोन सेवाओं का विस्तार कर पाएगी।

Marut Dronetech का दृष्टिकोण: टिकाऊ कृषि और आधुनिक तकनीक का मेल

Marut Dronetech ने कृषि और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में टिकाऊ तकनीकी समाधानों का वादा किया है। कंपनी का मानना है कि ड्रोन तकनीक का सही उपयोग किसानों के लिए उन्नत समाधान लेकर आ सकता है, जिससे खेती की उत्पादकता बढ़ाई जा सकती है और संसाधनों की बचत भी हो सकती है। इस उद्देश्य के साथ, Marut Dronetech ने ड्रोन-आधारित कृषि को एक ऐसे साधन के रूप में देखा है जो न केवल उत्पादन बढ़ाएगा बल्कि संसाधनों का भी कुशल प्रबंधन करेगा।

ड्रोन तकनीक में विविधताः कृषि, आपदा प्रबंधन, और सर्विलांस

Marut Dronetech के लिए कृषि ड्रोन एक प्राथमिकता है, लेकिन इसके साथ ही कंपनी आपदा प्रबंधन और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में भी अपनी तकनीक का विस्तार करने की योजना बना रही है। आपदाओं के समय ड्रोन की तेजी से पहुंच, और लाइव निगरानी जैसी क्षमताएं आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को सुगम बना सकती हैं। इसके अतिरिक्त, ड्रोन का उपयोग जनसंख्या निगरानी, फसल निगरानी, और सुरक्षा के उद्देश्य से भी किया जा सकता है।

AG365H ड्रोन की विशेषताएं

हाल ही में लॉन्च किया गया AG365H ड्रोन, कंपनी की उन्नत तकनीकी क्षमताओं का उदाहरण है। यह ड्रोन मछली पालन, उर्वरक छिड़काव, कीटनाशक स्प्रे, और फसल की नियमित निगरानी में सक्षम है। Marut Dronetech ने इसे खासकर किसानों के लिए एक बहुउद्देश्यीय समाधान के रूप में डिज़ाइन किया है, ताकि एक ही ड्रोन कई कृषि कार्यों में सहायक साबित हो सके। AG365H में DGCA द्वारा टाइप-सर्टिफाइड क्षमता है, जिससे यह बाजार में भरोसेमंद विकल्प बन गया है।

ग्रामीण क्षेत्रों में Marut Dronetech का बढ़ता नेटवर्क

Marut Dronetech का उद्देश्य केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं रहना है; वे चाहते हैं कि ड्रोन तकनीक ग्रामीण इलाकों में भी आसानी से पहुंच सके। इसके लिए कंपनी ने टियर II और टियर III शहरों में पार्टनर नेटवर्क और सर्विस सेंटर खोलने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, कंपनी स्थानीय स्तर पर “ड्रोन-एज-ए-सर्विस” (Drone-as-a-Service) हब स्थापित करेगी, जो स्थानीय किसानों और छोटे व्यापारियों को तकनीकी सहायता प्रदान करेगा।

ड्रोन ऑपरेटर प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर

Marut Dronetech का लक्ष्य न केवल ड्रोन बेचने का है, बल्कि वे ड्रोन तकनीक में कुशल पेशेवर तैयार करने का भी प्रयास कर रहे हैं। कंपनी के नए 17 ड्रोन अकादमियों के माध्यम से, देशभर में योग्य ड्रोन ऑपरेटरों का प्रशिक्षण होगा, जो कि रोजगार के नए अवसरों का निर्माण करेगा। इसके साथ ही, Marut Dronetech ड्रोन तकनीक में नए उद्यमियों को भी बढ़ावा दे रही है ताकि देश में अधिक संख्या में तकनीकी पेशेवरों का विकास हो सके।

अनुसंधान और विकास में विस्तार

Marut Dronetech की योजना है कि वे अनुसंधान और विकास (R&D) पर भी जोर दें ताकि ड्रोन तकनीक में नई खोजें की जा सकें। R&D टीम के विस्तार के साथ, कंपनी कृषि और सुरक्षा दोनों क्षेत्रों में बेहतर और उपयोगी ड्रोन डिजाइन करने पर ध्यान केंद्रित करेगी। Marut Dronetech का मानना है कि ड्रोन तकनीक में नवाचार की असीम संभावनाएं हैं, और अनुसंधान कार्यों को मजबूत करने से यह क्षेत्र और अधिक सशक्त बनेगा।

Marut Dronetech के लिए भविष्य की संभावनाएं

Marut Dronetech ने जिस तरह से भारतीय कृषि और अन्य क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई है, उससे भविष्य में उनके विस्तार की संभावनाएं बढ़ गई हैं। कंपनी का उद्देश्य न केवल मुनाफा कमाना है, बल्कि ड्रोन तकनीक के जरिए समाज में वास्तविक बदलाव लाना भी है। Marut Dronetech के मुताबिक, इस फंडिंग का उपयोग उन्हें और अधिक नवाचार करने और भारतीय किसानों तथा आपदा प्रबंधन में तकनीकी समाधान प्रदान करने की दिशा में ले जाएगा।

Marut Dronetech का यह प्रयास भारत में तकनीकी क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ने के समान है, जहां ड्रोन तकनीक का उपयोग खेती, सुरक्षा, और राहत कार्यों में सहायक साबित होगा।

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Yubi की कमाई में 47% का उछाल, घाटा 22% घटा

Yubi

भारतीय डिजिटल ऋण मंच Yubi (पहले CredAvenue) ने वित्त वर्ष 2024 में बेहतरीन वृद्धि दर्ज की है। कंपनी का ऑपरेटिंग राजस्व 47.6% बढ़ा है, जबकि संचालन दक्षता और लागत अनुकूलन के चलते Yubi ने अपने घाटे में भी 22% से अधिक की कमी की है।

Yubi का ऑपरेटिंग राजस्व FY24 में ₹483.7 करोड़ तक पहुँच गया, जो पिछले वर्ष ₹327.57 करोड़ था। यह कंपनी एक ऋण मंच है जो बैंकों, फिनटेक्स, एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ) और उद्यमों के लिए ऋण पुनर्संरचना, क्रेडिट मूल्यांकन और संग्रहण सेवाएँ प्रदान करती है। Yubi के पास छह उत्पाद हैं, जिनमें एक लेंडिंग मार्केटप्लेस, आपूर्ति श्रृंखला वित्तीय मार्केटप्लेस और अचल संपत्ति व बुनियादी ढांचा वित्तीय समाधान शामिल हैं।

भारतीय डिजिटल ऋण मंच Yubi (पहले CredAvenue) ने वित्त वर्ष 2024 में बेहतरीन वृद्धि दर्ज की है। कंपनी का ऑपरेटिंग राजस्व 47.6% बढ़ा है, जबकि संचालन दक्षता और लागत अनुकूलन के चलते Yubi ने अपने घाटे में भी 22% से अधिक की कमी की है।

Yubi का ऑपरेटिंग राजस्व FY24 में ₹483.7 करोड़ तक पहुँच गया, जो पिछले वर्ष ₹327.57 करोड़ था। यह कंपनी एक ऋण मंच है जो बैंकों, फिनटेक्स, एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ) और उद्यमों के लिए ऋण पुनर्संरचना, क्रेडिट मूल्यांकन और संग्रहण सेवाएँ प्रदान करती है। Yubi के पास छह उत्पाद हैं, जिनमें एक लेंडिंग मार्केटप्लेस, आपूर्ति श्रृंखला वित्तीय मार्केटप्लेस और अचल संपत्ति व बुनियादी ढांचा वित्तीय समाधान शामिल हैं।

Yubi राजस्व का मुख्य स्रोत

Yubi का अधिकांश राजस्व इसके प्लेटफॉर्म सेवाओं से आता है, जो FY24 में ₹220.54 करोड़ रहा। संग्रहण राजस्व, यानी ऋणों पर प्राप्त ब्याज, ₹133.95 करोड़ का रहा। शुल्क आधारित सेवाओं और कॉर्पोरेट डेटाबेस सेवाओं से प्राप्त आय क्रमशः ₹89.38 करोड़ और ₹44.46 करोड़ रही। इस तरह Yubi ने अलग-अलग सेवाओं के माध्यम से अपना राजस्व बढ़ाने का काम किया है।

खर्च और लागत में सुधार

Yubi के सबसे बड़े खर्चों में कर्मचारियों को मिलने वाले लाभ शामिल हैं, जो साल-दर-साल 12.1% कम होकर ₹379.98 करोड़ पर आ गए। वहीं, मूल्य ह्रास और अमूर्त लागत में 66.5% की वृद्धि हुई और ये ₹134.05 करोड़ तक पहुँच गई। अन्य ऑपरेशनल खर्चों में, जैसे कि आईटी और मार्केटिंग, में 9.4% की बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह FY24 में ₹405.09 करोड़ तक पहुँच गई।

हालांकि Yubi का कुल खर्च मामूली 1.7% की वृद्धि के साथ FY24 में ₹938.82 करोड़ तक पहुँच गया है।

घाटे में कमी और बेहतर प्रदर्शन

Yubi ने अपने राजस्व में वृद्धि के साथ ही अपने घाटे को भी नियंत्रित किया है। FY24 में कंपनी का घाटा ₹509.83 करोड़ से घटकर ₹395.8 करोड़ पर आ गया है। कंपनी का ROCE (रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड) और EBITDA मार्जिन -29.28% और -39.74% पर नकारात्मक बना रहा है। प्रति यूनिट के हिसाब से Yubi ने प्रत्येक ₹1 की आय के लिए ₹1.94 खर्च किए हैं।

Yubi की यूनिकॉर्न यात्रा

Yubi ने मार्च 2022 में $135 मिलियन की सीरीज बी राउंड के बाद यूनिकॉर्न का दर्जा प्राप्त किया, जिसमें Insight Partners, Dragoneer Investment Group और B Capital Group प्रमुख निवेशक थे। पिछले साल एक द्वितीयक बिक्री के बाद कंपनी का मूल्यांकन $1.5 बिलियन तक पहुंच गया था। अगस्त में Yubi के संस्थापक और CEO गौरव कुमार ने कंपनी में ₹250 करोड़ ($30 मिलियन) का निवेश किया। Yubi की NBFC इकाई, Vivriti Capital, कंपनी में 50% से अधिक की हिस्सेदारी रखती है।

आगे की संभावनाएँ और निष्कर्ष

Yubi ने FY24 में अपने राजस्व और घाटों पर बेहतरीन नियंत्रण दिखाया है, जिससे यह कंपनी भारतीय वित्तीय तकनीकी क्षेत्र में एक प्रमुख स्थान पर है। इसके अद्वितीय उत्पाद और सेवाएं इसे वित्तीय क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने में सहायक हैं। Yubi का ध्यान आगे भी अपने संचालन को प्रभावी बनाने और ग्राहक अनुभव को बेहतर करने पर रहेगा।

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