वेल्थटेक प्लेटफॉर्म Nivesh ने Wealthzi का acquires किया,

Nivesh

वेल्थटेक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, Nivesh ने वेल्थ मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म Wealthzi का अधिग्रहण कर लिया है। Wealthzi का संचालन Lime Internet Private Limited द्वारा किया जाता है और यह उच्च संपत्ति वाले व्यक्तियों (HNIs) और परिवार कार्यालयों के लिए वेल्थ मैनेजमेंट सेवाएं प्रदान करता है।

Nivesh: एक परिचय

Nivesh की स्थापना 2016 में अनुराग गर्ग और श्रीधर श्रीनिवासन द्वारा की गई थी। यह प्लेटफॉर्म अपने ग्राहकों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित तकनीक और समर्थन के माध्यम से बेहतर वित्तीय परिणाम देने का लक्ष्य रखता है। कंपनी का मुख्य उद्देश्य निवेशकों को सरल और प्रभावी वेल्थ मैनेजमेंट समाधान प्रदान करना है। फिलहाल Nivesh के पास 6,000 से अधिक भारतीय पिन कोड्स में 60,000 से अधिक ग्राहक हैं। इसे IAN Fund, LetsVenture, और कई प्रमुख उद्योग नेताओं का समर्थन प्राप्त है, जिनमें बसब प्रधान, राहुल गुप्ता, और दीपक गुप्ता शामिल हैं।

Wealthzi: उच्च-श्रेणी के ग्राहकों के लिए सेवाएँ

Wealthzi की स्थापना 2020 में पीवी सहाद और प्रदीप पिल्लई द्वारा की गई थी। Wealthzi की टीम के पास उच्च संपत्ति वाले व्यक्तियों (HNIs), अति उच्च संपत्ति वाले व्यक्तियों (UHNIs), और परिवार कार्यालयों के लिए निवेश प्रबंधन का 20 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वर्तमान में Wealthzi लगभग Rs. 500 करोड़ के एसेट्स का प्रबंधन कर रहा है, जिनमें म्यूचुअल फंड, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (PMS), अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड्स (AIFs), बॉन्ड्स, और अन्य एसेट क्लासेस शामिल हैं। हाल ही में Wealthzi ने SEBI से RIA (रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर) लाइसेंस प्राप्त किया है, जिससे यह अपने ग्राहकों को अधिक विस्तारित सेवाएं और सलाहकार सेवाएं प्रदान कर सकेगा।

अधिग्रहण का महत्व और फायदा

Nivesh के साथ जुड़ने के बाद, Wealthziको Nivesh के अत्याधुनिक तकनीकी प्लेटफॉर्म का लाभ मिलेगा, जिससे यह अपने यूजर्स को बेहतर अनुभव प्रदान कर सकेगा और अपनी सेवाओं का विस्तार कर सकेगा। इस अधिग्रहण से दोनों कंपनियों को एक दूसरे के उत्पादों, रिसर्च, और ऑपरेशन्स में तालमेल का लाभ मिलेगा। इसके साथ ही, इस विलय के बाद दोनों कंपनियों की संयुक्त एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) Rs. 2,500 करोड़ तक पहुँच चुकी है। Nivesh का लक्ष्य है कि अगले तीन वर्षों में यह आंकड़ा Rs. 10,000 करोड़ तक पहुँच सके।

Nivesh और Wealthzi के अधिग्रहण के बाद की योजनाएँ

Nivesh इस अधिग्रहण के माध्यम से अपनी सेवाओं का विस्तार करते हुए अधिक ग्राहकों को अपनी वेल्थ मैनेजमेंट सेवाओं से जोड़ने की योजना बना रहा है। Wealthzi के पास उच्च श्रेणी के ग्राहकों के साथ काम करने का अनुभव है, और इसके जुड़ने से Nivesh का ग्राहक आधार और बढ़ेगा। इसके अलावा, Nivesh अपने ग्राहकों को उन्नत AI तकनीक से लाभान्वित करना चाहता है, जिससे उनके निवेश पर अधिकतम रिटर्न प्राप्त हो सके।

डिजिटल वेल्थ मैनेजमेंट की बढ़ती जरूरतें

आज के डिजिटल युग में, निवेशकों को एक सरल और सहज वेल्थ मैनेजमेंट अनुभव की आवश्यकता है। इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए Nivesh और Wealthzi जैसे प्लेटफॉर्म्स ग्राहकों को एकीकृत और कस्टमाइज़्ड निवेश समाधान प्रदान कर रहे हैं। ग्राहकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करने के लिए यह प्लेटफॉर्म्स उन्हें एसेट मैनेजमेंट, निवेश सलाह, और डेटा आधारित इनसाइट्स का लाभ प्रदान करते हैं।

AI और तकनीक आधारित नवाचार

Nivesh ने वेल्थ मैनेजमेंट में AI और डेटा एनालिटिक्स का समावेश कर एक नया दृष्टिकोण अपनाया है। इससे निवेशकों को उनके निवेश निर्णय लेने में मदद मिलती है और उनके रिटर्न को बढ़ाने में सहायता मिलती है। Wealthzi के तकनीकी प्लेटफॉर्म से जुड़ने के बाद Nivesh अपनी तकनीक को और अधिक उन्नत बनाने की योजना बना रहा है, ताकि यह ग्राहकों के लिए निवेश के अनुभव को और बेहतर बना सके।

अगले तीन वर्षों का लक्ष्य

Nivesh और Wealthzi का संयुक्त लक्ष्य है कि अगले तीन वर्षों में यह Rs. 10,000 करोड़ के एसेट्स का प्रबंधन करे। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए यह दोनों कंपनियाँ अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को विस्तार देने, नए निवेश समाधानों की पेशकश करने, और अपनी सेवा गुणवत्ता में सुधार करने की योजना बना रही हैं।

निष्कर्ष

Nivesh द्वारा Wealthzi का अधिग्रहण भारतीय वेल्थटेक उद्योग में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कदम न केवल इन दोनों कंपनियों के लिए बल्कि भारतीय निवेशकों के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह निवेशकों को AI-सक्षम और तकनीकी रूप से सशक्त वेल्थ मैनेजमेंट सेवाएं प्रदान करने में सहायता करेगा। इस अधिग्रहण के माध्यम से Nivesh और Wealthzi दोनों ही अपने ग्राहकों को उन्नत सेवाएँ प्रदान कर सकेंगे, जो उन्हें अपने वित्तीय लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद करेगी।

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Ixigo ने Zoop में 51% हिस्सेदारी खरीदी

Ixigo

ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म ixigo ने zoop Web Services Private Limited में बहुमत हिस्सेदारी (51%) हासिल करने का निर्णय लिया है। Ixigo के निदेशक मंडल ने 24 अक्टूबर 2024 को हुई बैठक में इस अधिग्रहण को मंजूरी दी। इस डील में Ixigo द्वारा Zoop में 12.54 करोड़ रुपये की कुल रकम के बदले हिस्सेदारी खरीदी जाएगी, जिसमें एक “नॉन-कम्पीट फी” भी शामिल है।

यह अधिग्रहण तब तक पूर्ण नहीं होगा जब तक कि कुछ शर्तें पूरी नहीं हो जातीं, जिन्हें दोनों कंपनियों के बीच हुए अंतिम समझौतों में स्पष्ट रूप से उल्लेखित किया गया है।

अधिग्रहण की संरचना

ixigo यह अधिग्रहण दो तरीकों से करेगा: सेकेंडरी और प्राइमरी शेयर खरीद के माध्यम से। Zoop भारतीय रेलवे इकोसिस्टम में ई-कैटरिंग और अन्य सेवाएं प्रदान करने के लिए जानी जाती है। Ixigo इस अधिग्रहण के माध्यम से Zoop की सेवाओं को अपने प्लेटफॉर्म में शामिल करके अपने उपयोगकर्ताओं को एक समग्र और बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने की योजना बना रही है। यह अधिग्रहण Ixigo के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि Q2 FY25 में कंपनी की कुल राजस्व का 53% हिस्सा ट्रेन वर्टिकल से आया है।

Zoop की सेवाएं

Zoop यात्रियों को मील बुकिंग, पीएनआर स्टेटस चेक करने और अन्य रेलवे-संबंधित सेवाएं प्रदान करता है। Zoop वर्तमान में 18 राज्यों में 192 रेलवे स्टेशनों पर अपनी सेवाएं प्रदान करता है और यह लगभग 400 सक्रिय रेस्तरांओं के साथ साझेदारी में काम करता है।

इस बहुमत हिस्सेदारी को खरीदने के अलावा, Ixigo ने भविष्य में Zoop के शेष 49% हिस्सेदारी को खरीदने का विकल्प भी हासिल किया है।

Ixigo की तीसरी बड़ी अधिग्रहण

यह Ixigo का तीसरा बड़ा अधिग्रहण है। फरवरी 2021 में, Ixigo ने ट्रेन बुकिंग ऐप Confirmtkt का 100% अधिग्रहण किया था, जबकि अगस्त 2021 में उसने बस एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म AbhiBus का अधिग्रहण किया था। ये सभी अधिग्रहण Ixigo की ट्रैवल बुकिंग इंडस्ट्री में अपनी पकड़ मजबूत करने की दिशा में बड़े कदम माने जा रहे हैं।

Ixigo के वित्तीय प्रदर्शन

Ixigo ने वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही (Q2 FY25) में 206.47 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले साल की समान अवधि (Q2 FY24) की तुलना में 26% की वृद्धि है। हालांकि, कंपनी के मुनाफे में गिरावट देखी गई, जहां Q2 FY24 में 26.70 करोड़ रुपये का मुनाफा था, वहीं Q2 FY25 में यह घटकर 13.08 करोड़ रुपये रह गया, जो 51% की गिरावट दर्शाता है। यह गिरावट कंपनी की उच्च लागत और विस्तार योजनाओं से संबंधित खर्चों को दिखाता है।

Ixigo का विस्तार और भविष्य की योजनाएं

Zoop का अधिग्रहण Ixigo की रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत वह अपने प्लेटफॉर्म को और व्यापक बनाने की कोशिश कर रही है। Zoop की ई-कैटरिंग सेवाएं और रेलवे से संबंधित अन्य सुविधाएं Ixigo के प्लेटफॉर्म को और अधिक आकर्षक बना सकती हैं, खासकर उनके लिए जो ट्रेन यात्राएं बुक करते हैं। इसके साथ ही, इस अधिग्रहण से Ixigo को भारतीय रेल यात्री सेवा क्षेत्र में और अधिक विस्तार करने का अवसर मिलेगा।

Ixigo का यह कदम यह भी दिखाता है कि कंपनी भारतीय ट्रैवल मार्केट में अपनी उपस्थिति को बढ़ाने के लिए नए और उपयोगी अधिग्रहण कर रही है, जिससे कंपनी को न केवल अधिक राजस्व प्राप्त होगा, बल्कि वह बाजार में अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता को भी मजबूत करेगी।

Ixigo की भविष्य की संभावनाएं

Ixigo द्वारा Zoop का अधिग्रहण भारतीय ट्रैवल इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण विकास के रूप में देखा जा रहा है। Zoop की सेवाओं के साथ Ixigo का प्लेटफॉर्म और भी मजबूत होगा, जो उपयोगकर्ताओं को न केवल यात्रा बुकिंग की सुविधा प्रदान करेगा, बल्कि यात्रा के दौरान भोजन और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराएगा।

Ixigo को अपने मौजूदा उपयोगकर्ता आधार को और अधिक आकर्षित करने में मदद मिलेगी, खासकर उन यात्रियों को जो लंबी दूरी की ट्रेन यात्रा करते हैं और जिनके लिए यात्रा के दौरान भोजन की व्यवस्था करना एक प्रमुख चिंता का विषय होता है। Zoop की ई-कैटरिंग सेवाएं उन यात्रियों के लिए एक बड़ा फायदा साबित होंगी, जो बिना किसी परेशानी के अपनी सीट पर भोजन प्राप्त करना चाहते हैं।

निष्कर्ष

Ixigo का Zoop में 51% हिस्सेदारी खरीदने का यह निर्णय न केवल कंपनी के लिए एक रणनीतिक कदम है, बल्कि भारतीय ट्रैवल बुकिंग इंडस्ट्री में भी इसका महत्वपूर्ण प्रभाव हो सकता है। इस अधिग्रहण के बाद, Ixigo अपने प्लेटफॉर्म पर यात्रियों को अधिक सेवाएं प्रदान कर सकेगी, जिससे उसकी प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ेगी। इसके अलावा, कंपनी का यह कदम यह दर्शाता है कि Ixigo भविष्य में और भी अधिग्रहण कर सकती है, जिससे वह भारतीय ट्रैवल सेक्टर में और अधिक पकड़ बना सकेगी।

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IBM ने Prescinto का किया अधिग्रहण

IBM

दुनिया की प्रमुख इंडस्ट्रियल रिसर्च ऑर्गनाइज़ेशन IBM ने हाल ही में Prescinto का अधिग्रहण किया है, जो कि एक एसेट परफॉरमेंस मैनेजमेंट (APM) सॉफ्टवेयर-ए-ए-सर्विस (SaaS) प्रोवाइडर है, जो रिन्यूएबल एनर्जी के लिए अपनी सेवाएं देता है। इस अधिग्रहण से आईबीएम की क्षमता में इज़ाफा होगा, विशेषकर इसके IBM Maximo Application Suite (MAS) के साथ, जो कि एसेट लाइफसाइकल मैनेजमेंट के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

Prescinto का परिचय

Prescinto एक बेहतरीन सॉफ्टवेयर प्लेटफ़ॉर्म है जो रिन्यूएबल एनर्जी इंडस्ट्री में ऑपरेशंस को आसान बनाने के लिए एआई का इस्तेमाल करता है। यह प्लेटफ़ॉर्म उन्नत मॉनिटरिंग, एनालिटिक्स और ऑटोमेशन की सुविधा प्रदान करता है, जिससे सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और ऊर्जा भंडारण जैसी तकनीकों को कुशलतापूर्वक मैनेज किया जा सके। इसके अलावा, यह वैश्विक ग्राहकों को सेवा देता है और 14 देशों में 16 गीगावाट से अधिक की ऊर्जा को मैनेज करता है।

संस्थापक और उनकी भूमिका

प्रेसींटो की स्थापना पुनीत जग्गी, अनमोल जग्गी, और संजय भसीन द्वारा की गई थी। कंपनी के संस्थापकों ने पहले भी एक और सफल कंपनी ब्लूस्मार्ट की स्थापना की थी, जो कि मोबिलिटी सेक्टर में काम करती है। पुनीत और अनमोल जग्गी का अनुभव और विजन इस कंपनी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद कर रहा है। उन्होंने अपने व्यवसायिक यात्रा में तकनीक और इनोवेशन का सफलतापूर्वक उपयोग किया है, जिसका लाभ अब प्रेसींटो को हो रहा है।

फंडिंग और वित्तीय स्थिति

प्रेसींटो ने मार्च 2021 में वेंचर कैटालिस्ट्स द्वारा नेतृत्व में $3.5 मिलियन की सीड फंडिंग प्राप्त की थी। इस फंडिंग से कंपनी ने अपने उत्पादों में सुधार किया, नए ग्राहकों को जोड़ा और अपने वैश्विक विस्तार को मजबूत किया। कंपनी का मुख्य फोकस रिन्यूएबल एनर्जी और क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को बढ़ाने पर रहा है।

IBM के लिए प्रेसींटो का अधिग्रहण क्यों महत्वपूर्ण है?

आईबीएम का प्रेसींटो का अधिग्रहण उनकी Maximo Application Suite (MAS) की क्षमताओं को बढ़ाएगा। MAS पहले से ही विभिन्न इंडस्ट्रीज में इस्तेमाल हो रहा है, जैसे कि पानी, प्राकृतिक गैस, तेल, न्यूक्लियर और अन्य ऊर्जा तथा यूटिलिटी इंडस्ट्रीज में। प्रेसींटो के जुड़ने से आईबीएम की मौजूदा सेवाओं में और सुधार होगा और इसे एनर्जी और क्लीन एनर्जी के प्रबंधन में बेहतर प्रदर्शन मिलेगा।

प्रेसींटो का योगदान

प्रेसींटो का एआई-पावर्ड प्लेटफ़ॉर्म रिन्यूएबल एनर्जी ऑपरेशंस को आसान बनाता है। इसकी मदद से यूज़र्स ऊर्जा उत्पन्न करने वाले उपकरणों की नियर रियल-टाइम मॉनिटरिंग कर सकते हैं। सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और ऊर्जा भंडारण की सुविधाओं का कुशलतापूर्वक प्रबंधन करने के लिए प्रेसींटो की सेवाएं बेहद उपयोगी साबित हो रही हैं।

आईबीएम का सस्टेनेबिलिटी पर फोकस

आईबीएम ने इस अधिग्रहण के माध्यम से अपने ग्राहकों की नेट-जीरो गोल्स और सस्टेनेबिलिटी पहलों को और मज़बूती दी है। आईबीएम की यह पहल दुनिया भर में उन एंटरप्राइजेस को सहायता प्रदान करेगी जो जलवायु परिवर्तन के मुद्दों को हल करने के लिए कदम उठा रहे हैं। इसके अलावा, इस अधिग्रहण से आईबीएम को रिन्यूएबल एनर्जी मैनेजमेंट में एक नई दिशा मिलेगी।

प्रेसींटो का भविष्य

आईबीएम के साथ प्रेसींटो का जुड़ना दोनों कंपनियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे प्रेसींटो को आईबीएम के वैश्विक नेटवर्क और रिसोर्सेज का लाभ मिलेगा, जबकि आईबीएम को रिन्यूएबल एनर्जी और क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में एक उन्नत तकनीक प्राप्त होगी। इस अधिग्रहण के बाद, प्रेसींटो को आईबीएम की बड़ी परियोजनाओं में भी काम करने का मौका मिलेगा, जिससे इसकी पहुंच और प्रभाव और बढ़ेगा।

उद्योग पर प्रभाव

यह अधिग्रहण सिर्फ आईबीएम और प्रेसींटो के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी रिन्यूएबल एनर्जी इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा मील का पत्थर साबित हो सकता है। इससे नई तकनीकें सामने आएंगी, और अन्य कंपनियां भी अपने ऑपरेशंस को बेहतर बनाने के लिए ऐसे कदम उठाने के लिए प्रेरित होंगी।

निष्कर्ष

प्रेसींटो का अधिग्रहण आईबीएम के लिए एक बड़ा कदम है, जिससे उसकी एनर्जी मैनेजमेंट क्षमताओं में वृद्धि होगी। प्रेसींटो के संस्थापकों की दूरदृष्टि और तकनीकी कौशल ने इस कंपनी को एक प्रमुख स्थान पर पहुंचाया है। भविष्य में, इस साझेदारी से दोनों कंपनियों को वैश्विक स्तर पर और अधिक सफलता मिल सकती है, जिससे वे सस्टेनेबिलिटी और क्लीन एनर्जी के लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें।

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Adda247 ने Placement Preparation Platform PrepInsta का किया अधिग्रहण, विस्तार योजनाओं के तहत दूसरा अधिग्रहण

Adda247 ने PrepInsta का किया अधिग्रहण
Google समर्थित एडटेक कंपनी Adda247 ने प्लेसमेंट प्रिपरेशन प्लेटफॉर्म PrepInsta का अधिग्रहण किया है। यह अधिग्रहण कंपनी की विस्तार योजनाओं का हिस्सा है, जिसमें यह विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाओं का विस्तार कर रही है। PrepInsta, जो छात्रों को प्लेसमेंट की तैयारी में मदद करता है, अब Adda247 के बड़े पोर्टफोलियो का हिस्सा बनेगा, जिससे कंपनी की क्षमताओं में और वृद्धि होगी।

Ekagrata Eduserv का भी किया था अधिग्रहण
यह अधिग्रहण Adda247 द्वारा इस वर्ष जुलाई में किए गए एक और महत्वपूर्ण अधिग्रहण के बाद हुआ है, जब कंपनी ने चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA) टेस्ट प्रिपरेशन प्लेटफॉर्म Ekagrata Eduserv को अज्ञात राशि में खरीदा था। इन अधिग्रहणों के माध्यम से, Adda247 अपने छात्रों के लिए कई प्रकार की परीक्षाओं और सेवाओं की पेशकश करने की दिशा में काम कर रहा है।

कंपनी का परिचय
Adda247 एक प्रमुख एडटेक प्लेटफॉर्म है जो छात्रों को सरकारी परीक्षाओं की तैयारी के लिए संसाधन और कोचिंग प्रदान करता है। यह प्लेटफॉर्म विशेष रूप से बैंकिंग, एसएससी, रेलवे और अन्य सरकारी नौकरियों के लिए छात्रों को प्रशिक्षित करता है। Adda247 को Google सहित अन्य प्रमुख निवेशकों से समर्थन प्राप्त है, और यह भारत के सबसे बड़े ऑनलाइन परीक्षा तैयारी प्लेटफार्मों में से एक है।

संस्थापक और नेतृत्व
Adda247 की स्थापना अनुभव सिंह ने की थी, जो एक अनुभवी एंटरप्रेन्योर हैं और एडटेक उद्योग में गहरी समझ रखते हैं। अनुभव सिंह की दृष्टि से Adda247 को सरकारी परीक्षाओं की तैयारी के क्षेत्र में सबसे भरोसेमंद प्लेटफॉर्म बनाने का लक्ष्य था। कंपनी की नेतृत्व टीम में अनुभवी पेशेवर शामिल हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखते हैं।

कंपनी की वित्तीय स्थिति
Adda247 को अपने संचालन और विस्तार योजनाओं के लिए विभिन्न निवेशकों से वित्तीय समर्थन मिला है। Google जैसी बड़ी कंपनियों के निवेश के साथ, कंपनी अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत कर रही है। इसके साथ ही, हाल ही में किए गए अधिग्रहण भी कंपनी के पोर्टफोलियो को और विस्तारित कर रहे हैं, जिससे इसे और भी अधिक राजस्व अर्जित करने की क्षमता मिलेगी।

PrepInsta का योगदान
PrepInsta एक प्लेसमेंट प्रिपरेशन प्लेटफॉर्म है, जो छात्रों को विभिन्न कंपनियों में प्लेसमेंट की तैयारी करने में मदद करता है। इस अधिग्रहण से Adda247 अपनी सेवाओं को न केवल सरकारी परीक्षाओं तक सीमित रखेगा, बल्कि प्लेसमेंट प्रिपरेशन के क्षेत्र में भी कदम रखेगा। PrepInsta के साथ जुड़ने से Adda247 छात्रों को और भी व्यापक अवसर प्रदान कर सकेगा।

विस्तार योजनाओं के तहत अधिग्रहण
Adda247 अपने विस्तार के लिए अधिग्रहण की रणनीति पर काम कर रहा है। Ekagrata Eduserv और PrepInsta जैसे अधिग्रहणों से यह स्पष्ट है कि कंपनी अन्य क्षेत्रों में भी अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। इन अधिग्रहणों से Adda247 के पास छात्रों के लिए और अधिक विविधतापूर्ण उत्पाद और सेवाएं पेश करने की क्षमता होगी।

एडटेक क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा
एडटेक क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा तेजी से बढ़ रही है, और कंपनियां अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करने के लिए नए अधिग्रहण और साझेदारियों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। Adda247 का PrepInsta और Ekagrata Eduserv का अधिग्रहण इसे अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे बनाए रखने में मदद करेगा, खासकर जब यह विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाओं का विस्तार कर रहा है।

भविष्य की संभावनाएं
PrepInsta के अधिग्रहण के बाद, Adda247 के पास विभिन्न प्रकार की परीक्षाओं और प्लेसमेंट की तैयारी के लिए छात्रों को एक संपूर्ण समाधान प्रदान करने की क्षमता होगी। कंपनी भविष्य में और भी अधिग्रहण कर सकती है ताकि इसे और भी अधिक क्षेत्रों में विस्तार करने का मौका मिले। Adda247 के पास तकनीकी नवाचार और अपनी व्यापक पहुंच के माध्यम से भारतीय शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर है।

HomeLane ने DesignCafe के अधिग्रहण की घोषणा की, भारतीय इंटीरियर्स मार्केट में बनेगा प्रमुख खिलाड़ी

होम इंटीरियर और रेनोवेशन के लिए ओमनीचैनल प्लेटफ़ॉर्म HomeLane ने हाल ही में एक प्रमुख कदम उठाते हुए DesignCafe का अधिग्रहण करने की घोषणा की है। DesignCafe भारत के होम इंटीरियर्स मार्केट में एक अग्रणी कंपनी है, और इस अधिग्रहण के बाद HomeLane इस इंडस्ट्री में और भी मज़बूत खिलाड़ी बनकर उभरेगा। यह अधिग्रहण अभी नियामकीय मंजूरी का इंतजार कर रहा है और इसके पूरा होने के बाद, यह भारत के सबसे बड़े इंटीरियर कंपनियों में से एक बन सकता है।

कंपनी का परिचय

HomeLane एक ओमनीचैनल प्लेटफ़ॉर्म है जो घर के अंदरूनी सजावट और रेनोवेशन की सेवाएं प्रदान करता है। कंपनी की स्थापना 2014 में श्रीनिवास कोहली और टी.पी. प्रकाश ने की थी, और इसका मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है। HomeLane अपने ग्राहकों को कुशल, तेज और ट्रांसपेरेंट सेवाएं देने के लिए जाना जाता है। कंपनी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोर्चों पर काम करती है, जिससे ग्राहकों को डिज़ाइन से लेकर इंस्टॉलेशन तक एक सुचारु और प्रभावी प्रक्रिया का अनुभव मिलता है।

DesignCafe का परिचय

DesignCafe भारत के इंटीरियर्स मार्केट में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी है, जिसकी स्थापना 2015 में गायत्री शंकर और श्रीनिवास वेंकटेश द्वारा की गई थी। यह कंपनी मध्यम और उच्च वर्ग के ग्राहकों के लिए प्रीमियम होम इंटीरियर्स समाधान प्रदान करती है। कंपनी का लक्ष्य डिजाइन और गुणवत्ता के संतुलन के साथ ग्राहकों को बेजोड़ सेवाएं देना है, और इसके चलते DesignCafe ने विभिन्न शहरों में अपनी एक मज़बूत उपस्थिति दर्ज कराई है।

अधिग्रहण की रणनीति

HomeLane और DesignCafe का यह प्रस्तावित अधिग्रहण न केवल होम इंटीरियर्स के क्षेत्र में दोनों कंपनियों की विशेषज्ञता को एकजुट करेगा, बल्कि बाजार में प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ाएगा। यह अधिग्रहण होम इंटीरियर्स क्षेत्र में दोनों कंपनियों की मजबूत उपस्थिति और तकनीकी क्षमताओं का फायदा उठाएगा। HomeLane इस अधिग्रहण के जरिए अपने ग्राहक आधार और बाजार हिस्सेदारी को व्यापक स्तर पर बढ़ाने की योजना बना रहा है।

संस्थापकों के बारे में

HomeLane के सह-संस्थापक श्रीनिवास कोहली और टी.पी. प्रकाश के पास टेक्नोलॉजी और डिजाइन इंडस्ट्री में वर्षों का अनुभव है, जिससे उन्होंने कंपनी को तेज़ी से बढ़ाया है। दूसरी ओर, DesignCafe के संस्थापक गायत्री शंकर और श्रीनिवास वेंकटेश भी इंटीरियर डिजाइनिंग और आर्किटेक्चर में विशेषज्ञता रखते हैं, जिससे कंपनी ने ग्राहकों के बीच एक अलग पहचान बनाई है।

वित्तीय स्थिति

HomeLane ने पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय विकास देखा है। कंपनी ने विभिन्न फंडिंग राउंड्स के जरिए निवेश जुटाया है और अपने व्यवसाय को मजबूत किया है। 2022 में कंपनी ने 40 मिलियन डॉलर जुटाए थे, जिससे उसकी विस्तार योजनाओं को बल मिला। वहीं DesignCafe भी निवेशकों का ध्यान आकर्षित करता रहा है और प्रीमियम होम इंटीरियर्स मार्केट में अपनी पकड़ बनाए रखी है।

फंडिंग और विस्तार की योजना

इस अधिग्रहण के बाद, HomeLane अपनी विस्तार योजनाओं को और मजबूत करने की योजना बना रहा है। कंपनी का लक्ष्य विभिन्न शहरों में अपनी पहुंच को और बढ़ाना और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना है। इस फंडिंग का एक बड़ा हिस्सा प्रोडक्ट इनोवेशन और टेक्नोलॉजी में निवेश करने के लिए उपयोग किया जाएगा, जिससे ग्राहकों को और बेहतर अनुभव प्राप्त हो सके।

प्रतियोगिता और बाज़ार की स्थिति

भारत का होम इंटीरियर्स मार्केट काफी प्रतिस्पर्धात्मक है, जिसमें HomeLane और DesignCafe जैसे बड़े खिलाड़ी मौजूद हैं। इस अधिग्रहण के बाद HomeLane का मुकाबला प्रमुख कंपनियों जैसे Livspace और Pepperfry से होगा। हालांकि, HomeLane का ओमनीचैनल मॉडल और प्रीमियम सेवाओं के चलते यह अन्य कंपनियों से आगे निकलने की क्षमता रखता है।

निष्कर्ष

HomeLane का DesignCafe का अधिग्रहण भारतीय इंटीरियर्स मार्केट में एक बड़ा बदलाव ला सकता है। यह कदम HomeLane को बाजार में और भी सशक्त करेगा, जिससे कंपनी अपनी सेवाओं का विस्तार कर सकेगी और ग्राहकों को बेहतर समाधान प्रदान कर पाएगी।

Redcliffe Labs का Celara Diagnostics का $7 मिलियन में अधिग्रहण: भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम

भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है जब Redcliffe Labs ने Celara Diagnostics का $7 मिलियन में अधिग्रहण किया। यह कदम न केवल दोनों कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि पूरे भारतीय स्वास्थ्य सेवा उद्योग के लिए एक नया अध्याय खोलता है। इस लेख में हम इस अधिग्रहण के विभिन्न पहलुओं पर गहराई से चर्चा करेंगे, इसके प्रभावों का विश्लेषण करेंगे, और भविष्य में इसके संभावित परिणामों पर नज़र डालेंगे।

अधिग्रहण का विवरण और महत्व

Redcliffe Labs द्वारा Celara Diagnostics के अधिग्रहण की घोषणा स्वास्थ्य सेवा उद्योग में एक बड़ी खबर के रूप में सामने आई है। यह $7 मिलियन का सौदा कई मायनों में महत्वपूर्ण है और इसके दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं। आइए इस अधिग्रहण के विभिन्न पहलुओं पर एक नज़र डालें।

अधिग्रहण की प्रक्रिया और शर्तें

Redcliffe Labs और Celara Diagnostics के बीच यह सौदा लंबी बातचीत और योजना का परिणाम है। दोनों कंपनियों ने इस अधिग्रहण को लेकर गहन विचार-विमर्श किया और अंततः $7 मिलियन के मूल्य पर सहमति बनी। यह राशि कई कारकों पर आधारित थी, जिसमें Celara Diagnostics की बाज़ार स्थिति, उसकी तकनीकी क्षमताएं, और भविष्य की संभावनाएं शामिल थीं।

इस प्रक्रिया में कई चरण शामिल थे। सबसे पहले, दोनों कंपनियों के बीच प्रारंभिक बातचीत हुई, जिसमें अधिग्रहण की संभावनाओं पर चर्चा की गई। इसके बाद, विस्तृत due diligence प्रक्रिया शुरू हुई, जिसमें Redcliffe Labs ने Celara Diagnostics के वित्तीय रिकॉर्ड, तकनीकी संपत्तियों, और बाज़ार स्थिति का गहन अध्ययन किया। इस चरण में कई विशेषज्ञों और सलाहकारों की मदद ली गई ताकि सौदे के हर पहलू का सही मूल्यांकन किया जा सके।

अधिग्रहण की शर्तों में यह भी शामिल था कि Celara Diagnostics के मौजूदा कर्मचारियों और प्रबंधन टीम को किस प्रकार समायोजित किया जाएगा। Redcliffe Labs ने स्पष्ट किया कि वे Celara की विशेषज्ञता और अनुभव को बनाए रखना चाहते हैं, इसलिए अधिकांश कर्मचारियों को नई संरचना में शामिल किया जाएगा।

दोनों कंपनियों का संक्षिप्त परिचय

Redcliffe Labs भारत की एक प्रमुख डायग्नोस्टिक सेवा प्रदाता कंपनी है। यह कंपनी अपनी नवीनतम तकनीकों और व्यापक सेवाओं के लिए जानी जाती है। Redcliffe ने पिछले कुछ वर्षों में तेजी से विस्तार किया है और देश भर में अपनी उपस्थिति बढ़ाई है। कंपनी का फोकस न केवल शहरी क्षेत्रों पर है, बल्कि ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में भी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने पर है।

दूसरी ओर, Celara Diagnostics एक छोटी लेकिन नवोन्मेषी कंपनी है जो विशेष रूप से आनुवंशिक परीक्षण और उन्नत मॉलिक्यूलर डायग्नोस्टिक्स में माहिर है। Celara ने अपने अत्याधुनिक शोध और विकास केंद्र के माध्यम से कई नई तकनीकें विकसित की हैं जो जटिल बीमारियों के निदान में मददगार हैं। हालांकि Celara का बाज़ार हिस्सा Redcliffe की तुलना में छोटा था, लेकिन उसकी तकनीकी क्षमताएं और नवाचार उसे एक आकर्षक अधिग्रहण लक्ष्य बनाते थे।

अधिग्रहण के पीछे रणनीतिक कारण

इस अधिग्रहण के पीछे कई रणनीतिक कारण हैं। सबसे पहले, Redcliffe Labs अपनी सेवाओं के पोर्टफोलियो को विस्तार देना चाहता था। Celara Diagnostics की विशेषज्ञता के साथ, Redcliffe अब उन्नत आनुवंशिक परीक्षण और मॉलिक्यूलर डायग्नोस्टिक्स जैसी सेवाएं प्रदान कर सकेगा, जो पहले उसके दायरे से बाहर थीं। यह Redcliffe को एक व्यापक सेवा प्रदाता के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।

दूसरा, यह अधिग्रहण Redcliffe को नई तकनीकों और पेटेंट तक पहुंच प्रदान करता है। Celara Diagnostics ने पिछले कुछ वर्षों में कई महत्वपूर्ण पेटेंट हासिल किए हैं, जो अब Redcliffe के पास होंगे। इससे Redcliffe को बाज़ार में एक तकनीकी बढ़त मिलेगी और वह अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे निकल सकेगा।

तीसरा, यह कदम Redcliffe को नए बाज़ारों और ग्राहक वर्गों तक पहुंचने में मदद करेगा। Celara Diagnostics के पास कुछ विशिष्ट क्षेत्रों में मजबूत उपस्थिति थी, जहां Redcliffe की पहुंच सीमित थी। इस अधिग्रहण के माध्यम से, Redcliffe इन नए बाज़ारों में प्रवेश कर सकेगा और अपनी पहुंच का विस्तार कर सकेगा।

अंत में, यह अधिग्रहण दोनों कंपनियों के संसाधनों और क्षमताओं को एकीकृत करने का अवसर प्रदान करता है। Redcliffe की व्यापक वितरण नेटवर्क और Celara की तकनीकी विशेषज्ञता के संयोजन से एक मजबूत और अधिक प्रतिस्पर्धी इकाई का निर्माण होगा।

अधिग्रहण का प्रभाव और संभावित परिणाम

Redcliffe Labs द्वारा Celara Diagnostics के अधिग्रहण के कई दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं। यह कदम न केवल इन दो कंपनियों को प्रभावित करेगा, बल्कि पूरे भारतीय स्वास्थ्य सेवा उद्योग पर इसका असर पड़ेगा। आइए इस अधिग्रहण के संभावित प्रभावों और परिणामों पर एक नज़र डालें।

बाज़ार पर प्रभाव

इस अधिग्रहण का भारतीय डायग्नोस्टिक सेवा बाज़ार पर गहरा प्रभाव पड़ने की संभावना है। सबसे पहले, यह Redcliffe Labs को बाज़ार में एक मजबूत स्थिति प्रदान करेगा। Celara Diagnostics की विशेषज्ञता और तकनीकी क्षमताओं के साथ, Redcliffe अब एक व्यापक सेवा पोर्टफोलियो प्रदान कर सकेगा, जो उसे प्रतिस्पर्धियों से अलग करेगा।

इसके अलावा, यह अधिग्रहण बाज़ार में प्रतिस्पर्धा को बढ़ा सकता है। जैसे-जैसे Redcliffe अपनी सेवाओं का विस्तार करेगा और नए बाज़ारों में प्रवेश करेगा, अन्य कंपनियां भी अपनी रणनीतियों को अपडेट करने के लिए मजबूर होंगी। यह प्रतिस्पर्धा अंततः ग्राहकों के लिए फायदेमंद हो सकती है, क्योंकि इससे सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार और कीमतों में कमी आ सकती है।

एक और महत्वपूर्ण प्रभाव यह हो सकता है कि यह अधिग्रहण अन्य कंपनियों को भी समेकन की ओर प्रेरित कर सकता है। छोटी और मध्यम आकार की कंपनियां अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता बनाए रखने के लिए विलय या अधिग्रहण पर विचार कर सकती हैं। इससे बाज़ार की संरचना में बदलाव आ सकता है।

ग्राहकों पर प्रभाव

इस अधिग्रहण का ग्राहकों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। सबसे पहले, ग्राहकों को अब एक ही स्थान पर व्यापक डायग्नोस्टिक सेवाएं मिल सकेंगी। Redcliffe Labs की मौजूदा सेवाओं के साथ-साथ Celara Diagnostics की विशेष सेवाएं भी उपलब्ध होंगी, जिससे ग्राहकों को अलग-अलग प्रदाताओं के पास जाने की आवश्यकता नहीं होगी।

दूसरा, इस अधिग्रहण से सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। Celara की तकनीकी विशेषज्ञता और Redcliffe के व्यापक नेटवर्क के संयोजन से, ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाली और अधिक सटीक डायग्नोस्टिक सेवाएं मिल सकती हैं।

तीसरा, लंबे समय में इस अधिग्रहण से कीमतों में कमी आ सकती है। जैसे-जैसे Redcliffe अपने पैमाने का लाभ उठाएगा और अधिक कुशल होगा, वह इन लाभों को ग्राहकों तक पहुंचा सकता है। हालांकि, शुरुआत में कुछ विशेष सेवाओं की कीमतें अधिक हो सकती हैं।

कर्मचारियों पर प्रभाव

किसी भी बड़े अधिग्रहण में कर्मचारियों पर प्रभाव एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय होता है। इस मामले में, Redcliffe Labs ने स्पष्ट किया है कि वे Celara Diagnostics के अधिकांश कर्मचारियों को बनाने के लिए प्रयास करेंगे

Celara Diagnostics के कर्मचारी अपनी मौजूदा भूमिकाओं में काम करना जारी रखेंगे, जिससे उनके कौशल और अनुभव का अधिकतम लाभ उठाया जा सके। यह निर्णय न केवल कर्मचारियों के मनोबल को बनाए रखेगा बल्कि विद्यमान कार्य संस्कृति को भी मजबूत करेगा।

इस अधिग्रहण के माध्यम से, ट्रेनिंग और विकास के नए अवसरों का सृजन हो सकता है। Redcliffe Labs अपने व्यापक संसाधनों का उपयोग करते हुए Celara के कर्मचारियों को उन्नत तकनीकों और प्रक्रियाओं पर प्रशिक्षण प्रदान कर सकता है। इससे कर्मचारी सुरक्षा के साथ-साथ उनकी विशेषज्ञता में भी वृद्धि होगी।

संभावित चुनौतियाँ

हालांक‍ि अधिग्रहण के कई फायदे हो सकते हैं, लेकिन इसके साथ कुछ चुनौतियाँ भी जुड़ी हो सकती हैं। सबसे पहली चुनौती संस्कृति का एकीकरण है। दोनों कंपनियों की अलग-अलग कार्यशैली और संगठनात्मक संस्कृतियाँ हैं। इन्हें एकीकृत करना समय देने वाला हो सकता है और इसके लिए एक सक्रिय प्रबंधन की आवश्यकता होगी।

दूसरा, प्रौद्योगिकी और अवसंरचना का समाहार भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। Celara Diagnostics की विशेषtechnologies को Redcliffe के साथ समन्वय करना, जो पहले से डिफ़ॉल्ट प्रक्रियाओं में व्यस्त है, कठिनाई पैदा कर सकता है। इसे सुनिश्चित करने के लिए ठोस रणनीति की जरूरत होगी।

तीसरा, बाज़ार में प्रतिस्पर्धा बढ़ने पर तेज़ी से अनुकूलन करने की आवश्यकता होगी। अन्य कंपनियां इस अधिग्रहण को देखते हुए अपनी रणनीतियों में बदलाव कर सकती हैं। इसलिए, Redcliffe को निरंतर प्रगति करनी पड़ेगी ताकि बाजार में अपनी स्थिति बनाए रख सके।

भविष्य की दिशा

Redcliffe Labs द्वारा Celara Diagnostics का अधिग्रहण न केवल इस कंपनी के लिए बल्कि पूरी इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाने की संभावना दर्शाता है। जैसा कि ये दोनों कंपनियाँ अपने विभिन्न क्षेत्रीय और टेक्नोलॉजिकल क्षमताओं को एकत्रित करती हैं, परिणामस्वरूप एक नए युग की शुरुआत हो सकती है जिसमें उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं ग्राहकों को उपलब्ध होंगी।

एकीकृत टीमों से मिलकर उत्पादकता में वृद्धि होगी, और नई अन्वेषणकारी तकनीकों के चलते लगातार नवाचार की संभावना भी बनी रहेगी। इसके अलावा, यदि Redcliffe अपनी योजनाओं के अनुसार कार्य करता है, तो यह आयोजन शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सेवा में एक नई दिशा लेकर आ सकता है।

निष्कर्ष

इन सभी विचारों को ध्यान में रखते हुए, Redcliffe Labs का Celara Diagnostics का अधिग्रहण भारतीय स्वास्थ्य सेवा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल उस कंपनी की ताकत को बढ़ाने वाला है, बल्कि बाजार में प्रतिस्पर्धा को भी प्रभावित करेगा। यह आनुवंशिक परीक्षण और मॉलिक्यूलर डायग्नोस्टिक्स के क्षेत्र में नए अवसरों का मार्ग प्रशस्त करेगा, जिसका अंतिम लाभ ग्राहक को होगा।

उदाहरण के रूप में, यदि अभिनव दृष्टिकोणों और सर्वोत्तम प्रथाओं का समावेश किया जाता है, तो संपूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में सुधार संभव है। एक सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ते हुए, हम उम्मीद कर सकते हैं कि यह अधिग्रहण भारतीय स्वास्थ्य सेवा के भले के लिए एक प्रेरणा बनेगा।

OYO to Acquire G6 Hospitality for $525 Million in All-Cash Deal

OYO, the Indian-based hospitality giant, has announced a significant move to acquire G6 Hospitality, the company behind the popular Motel 6 and Studio 6 brands. This $525 million all-cash deal will see OYO expanding its footprint in North America by taking control of G6 Hospitality from Blackstone Real Estate. The transaction is expected to be completed by the last quarter of 2024, according to a press release from OYO.

A Strategic Acquisition

G6 Hospitality is a major player in the budget hotel market, operating more than 1,450 Motel 6 locations across the United States and Canada, along with over 200 Studio 6 extended-stay properties. Motel 6 has been known for its affordable accommodations, and its franchise network generates $1.7 billion in annual gross room revenues.

For OYO, this acquisition represents a strategic effort to solidify its position in the global hospitality market. The company has already made significant strides in the U.S., adding nearly 100 properties in 2023 alone. OYO has ambitious plans to expand further, aiming to add 250 more hotels by the end of the year.

This acquisition is particularly noteworthy as it marks OYO’s second major purchase in recent months. In a separate deal, OYO recently acquired Paris-based Checkmyguest for $27 million, signaling the company’s intent to grow its presence in both the U.S. and Europe.

OYO’s Growth Story

Founded by Ritesh Agarwal, OYO has grown rapidly since its inception, offering budget-friendly hotel rooms across the world. The acquisition of G6 Hospitality adds another chapter to OYO’s ongoing growth story. With this latest purchase, OYO stands to gain access to an extensive franchise network across North America, further diversifying its portfolio.

The acquisition of G6 Hospitality comes at a time when OYO is also gearing up for its Initial Public Offering (IPO). The company raised $175 million in a recent funding round, with $100 million contributed by its founder, Ritesh Agarwal. This financial backing positions OYO strongly for its future plans. OYO is expected to refile its draft IPO papers soon, after earlier withdrawing its draft due to unfavorable market conditions.

A Look Back at G6 Hospitality

G6 Hospitality has been under Blackstone Real Estate’s ownership since 2012, when Blackstone acquired it from French hotel company Accor for $1.9 billion. The Motel 6 and Studio 6 brands are well-established in the budget hospitality sector, making them an attractive acquisition target for OYO.

Financial Performance

OYO has made significant strides in improving its financial health. The company posted a Rs 239 crore profit after tax in the last fiscal year, a major achievement as it continues its global expansion. However, its revenue from operations slightly dipped by 1.4%, declining from Rs 5,464 crore in FY23 to Rs 5,389 crore in FY24.

With the acquisition of G6 Hospitality, OYO is poised to strengthen its position in the global market while continuing to refine its business model for sustained profitability.

Conclusion

OYO’s acquisition of G6 Hospitality for $525 million is a strategic move that reflects the company’s ambition to become a global leader in the budget hospitality sector. As OYO continues to grow and expand its reach, this acquisition will provide a strong foothold in the U.S. market, paving the way for future success.

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