भारत के प्रमुख बिज़नेस-फोकस्ड ट्रैवल डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म Travel Boutique Online (TBO) ने अपने तिमाही परिणाम घोषित कर दिए हैं।
गुरुग्राम-आधारित यह कंपनी लगातार ग्रोथ मोमेंटम बनाए रखते हुए वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही (Q2 FY26) में बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है।
कंपनी के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, TBO का रेवेन्यू साल-दर-साल 26% बढ़कर ₹567 करोड़ पर पहुंच गया है, जबकि इसका नेट प्रॉफिट 12% उछलकर ₹67.5 करोड़ तक पहुंच गया है।
💼 रेवेन्यू में 26% की वृद्धि — होटल और पैकेज बुकिंग बनी मुख्य आय स्रोत
TBO की ऑपरेटिंग इनकम Q2 FY25 के ₹450 करोड़ से बढ़कर ₹567 करोड़ रही।
यह जानकारी कंपनी के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर जारी अनऑडिटेड वित्तीय रिपोर्ट से मिली है।
सबसे खास बात यह रही कि कंपनी की कुल आय का 84% हिस्सा होटल और ट्रैवल पैकेज बुकिंग्स से आया।
यह सेगमेंट साल-दर-साल 34% की शानदार वृद्धि दर्ज करते हुए ₹357 करोड़ से बढ़कर ₹479 करोड़ तक पहुंच गया।
✈️ वहीं, एयर टिकटिंग और अन्य सर्विसेज़ से ₹78 करोड़ की कमाई हुई।
इसके अलावा, अन्य इनकम सोर्सेज़ ने लगभग ₹10 करोड़ का योगदान दिया।
💰 बढ़ते बिज़नेस के साथ खर्चों में भी बढ़ोतरी
जैसा कि उम्मीद थी, जब होटल और पैकेज बुकिंग से सबसे ज़्यादा रेवेन्यू आता है, तो उनसे जुड़ी सर्विस फीस भी सबसे बड़ी लागत बन जाती है।
इस श्रेणी में TBO ने ₹204 करोड़ खर्च किए, जो कि कुल व्यय का लगभग 40% हिस्सा है।
👥 कर्मचारियों से जुड़े खर्च (Employee Benefits) ₹108 करोड़ रहे, जो पिछले तिमाही की तुलना में मामूली वृद्धि दिखाते हैं।
कुल मिलाकर, कंपनी का कुल खर्च 28% बढ़कर ₹504 करोड़ हो गया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह आंकड़ा ₹394 करोड़ था।
📈 प्रॉफिट में 12% की बढ़त — TBO का मुनाफ़ा ₹67.5 करोड़
भले ही खर्चों में बढ़ोतरी हुई, लेकिन मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ ने TBO के प्रॉफिट को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया।
कंपनी ने Q2 FY26 में ₹67.5 करोड़ का शुद्ध लाभ (Net Profit) दर्ज किया, जो पिछले साल Q2 FY25 में ₹60 करोड़ था — यानी 12% की वृद्धि।
अगर आधे वित्तीय वर्ष (H1 FY26) की बात करें, तो कंपनी का कुल प्रॉफिट 8% बढ़कर ₹130.5 करोड़ हो गया, जो पिछले साल H1 FY25 में ₹121 करोड़ था।
📊 स्टॉक परफॉर्मेंस — मार्केट कैप ₹16,261 करोड़ तक पहुंचा
शानदार तिमाही नतीजों का असर TBO Tek के शेयरों पर भी देखने को मिला।
आज (15:48 बजे तक) कंपनी का शेयर प्राइस ₹1,497 पर ट्रेड कर रहा था, जिससे कंपनी की मार्केट कैपिटलाइज़ेशन ₹16,261 करोड़ तक पहुंच गई है।
यह परफॉर्मेंस इस बात का संकेत है कि ट्रैवल सेक्टर में रिकवरी और डिजिटल ट्रांजिशन का लाभ TBO को लगातार मिल रहा है।
✈️ अंतरराष्ट्रीय विस्तार: TBO ने खरीदी US की लग्ज़री ट्रैवल कंपनी Classic Vacations
हाल ही में TBO ने अपने ग्लोबल एक्सपैंशन की दिशा में भी बड़ा कदम उठाया है।
कंपनी की स्टेप-डाउन सब्सिडियरी “TBO LLC” ने अमेरिकी लग्ज़री ट्रैवल कंपनी “Classic Vacations LLC” का अधिग्रहण किया है।
यह डील पूरी तरह कैश ट्रांजैक्शन (All-Cash Deal) में हुई है जिसकी कीमत $125 मिलियन (लगभग ₹1,040 करोड़) बताई जा रही है।
🛫 यह अधिग्रहण TBO को अमेरिका और यूरोप जैसे हाई-वैल्यू मार्केट्स में एंट्री दिलाने में मदद करेगा।
साथ ही, कंपनी अब लक्सरी ट्रैवल सेगमेंट में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की तैयारी कर रही है।
🧳 TBO की सफलता का फॉर्मूला — टेक्नोलॉजी + पार्टनरशिप
TBO का बिज़नेस मॉडल उसे भारत के पारंपरिक ट्रैवल सेक्टर से अलग बनाता है।
कंपनी एक B2B ट्रैवल डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म है, जो हजारों ट्रैवल एजेंट्स, होटल्स और टूर ऑपरेटर्स को एक साथ जोड़ती है।
इसके साथ-साथ, AI और क्लाउड टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से कंपनी ने बुकिंग प्रोसेस को और तेज़ और यूज़र-फ्रेंडली बनाया है।
🤝 कंपनी लगातार अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल पार्टनर्स के साथ भी नई साझेदारियाँ कर रही है ताकि वह अपने नेटवर्क और इन्वेंट्री को ग्लोबली एक्सपैंड कर सके।
📉 महामारी से उभरकर अब ग्रोथ मोड में
ट्रैवल इंडस्ट्री ने कोविड-19 के दौर में जो नुकसान झेला, उससे उभरना आसान नहीं था।
लेकिन TBO ने तेज़ डिजिटल एडेप्शन और मजबूत बिज़नेस नेटवर्किंग के जरिए अपनी स्थिति को न केवल संभाला, बल्कि उसे तेज़ी से बढ़ाया भी है।
📆 FY23 के बाद से कंपनी की हर तिमाही में रेवेन्यू और प्रॉफिट दोनों में डबल-डिजिट ग्रोथ देखने को मिली है, जो इस सेक्टर के प्रति निवेशकों के भरोसे को और बढ़ाती है।
💬 इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स की राय
विश्लेषकों का कहना है कि TBO का Q2 FY26 रिज़ल्ट्स “सस्टेनेबल ग्रोथ” का प्रतीक हैं।
भारत में डिजिटल ट्रैवल बुकिंग, बिज़नेस ट्रैवल और लग्ज़री सेगमेंट की मांग लगातार बढ़ रही है, जिससे TBO जैसी कंपनियों को लंबी अवधि में बड़ा फायदा मिलेगा।
🔮 आगे की राह — अंतरराष्ट्रीय मार्केट पर फोकस
TBO अब भारत से बाहर के मार्केट्स में भी तेजी से विस्तार कर रही है।
Classic Vacations की डील इसके लिए पहला बड़ा कदम है।
कंपनी आने वाले महीनों में नई टेक्नोलॉजी, कंटेंट इंटीग्रेशन और API सॉल्यूशंस पर निवेश करने की योजना बना रही है।
अगर यह रणनीति सफल रहती है, तो TBO न सिर्फ भारत, बल्कि ग्लोबल ट्रैवल टेक सेक्टर में भी अपनी पहचान बना सकती है। 🌐
✨ निष्कर्ष
TBO ने Q2 FY26 में यह साबित कर दिया है कि स्थिर वृद्धि और टेक्नोलॉजी-चालित रणनीति से ही किसी कंपनी को लंबी दौड़ में सफलता मिलती है।
26% रेवेन्यू ग्रोथ, 12% प्रॉफिट इज़ाफ़ा और अंतरराष्ट्रीय विस्तार के साथ TBO अब भारत के सबसे मजबूत ट्रैवलटेक ब्रांड्स में से एक बन चुका है।
आने वाले समय में इसका ध्यान रहेगा —
👉 AI-पावर्ड ट्रैवल टेक्नोलॉजी,
👉 ग्लोबल पार्टनर नेटवर्क, और
👉 सस्टेनेबल प्रॉफिटेबिलिटी पर।
TBO का यह प्रदर्शन भारतीय ट्रैवल सेक्टर के लिए एक प्रेरणादायक कहानी है — “डिजिटल इंडिया से ग्लोबल इंडिया” तक की उड़ान ✈️✨
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