भारत की होम और स्लीप सॉल्यूशन कंपनी Wakefit ने 30 नवंबर 2025 को अपना Red Herring Prospectus (RHP) फाइल कर दिया है। इसके साथ ही कंपनी के IPO की तैयारी अब अंतिम चरण में पहुँच चुकी है।
H1 FY26 के ताज़ा वित्तीय आंकड़ों ने निवेशकों में नई उत्साह पैदा की है क्योंकि Wakefit ने इस बार दमदार प्रदर्शन दिखाया है। आइए जानते हैं कंपनी के वित्तीय नतीजों, खर्चों, मुनाफे और IPO प्लान्स के बारे में विस्तार से।
📈 H1 FY26: Wakefit की मजबूत कमाई, राजस्व 724 करोड़ तक पहुँचा
Wakefit ने अपने RHP में साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार H1 FY26 में ₹724 करोड़ का ऑपरेटिंग रेवेन्यू दर्ज किया है।
इसके अलावा कंपनी ने नॉन-ऑपरेटिंग सोर्सेज से ₹17 करोड़ कमाए, जिससे कुल राजस्व ₹741 करोड़ तक पहुँच गया।
यह प्रदर्शन काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले वित्तीय वर्ष में कंपनी ने कुछ दबाव झेला था, लेकिन इस साल की शुरुआत Wakefit के लिए काफी बेहतर रही है।
💸 खर्चों की तस्वीर: 44% खर्च सिर्फ सामग्री लागत पर
कंपनी के खर्चों का सबसे बड़ा हिस्सा कॉस्ट ऑफ मटेरियल था, जो कुल खर्च का 44% है।
- कॉस्ट ऑफ मटेरियल: ₹313 करोड़
- एम्प्लॉयी बेनिफिट एक्सपेंस: ₹79.5 करोड़
- फाइनेंस कॉस्ट: ₹15 करोड़
- डिप्रिशिएशन: ₹53 करोड़
कुल मिलाकर H1 FY26 में Wakefit का कुल खर्च ₹706 करोड़ रहा।
खर्च भले ही बड़े हों, लेकिन कंपनी ने लागत कंट्रोल और ऑपरेशन एफिशिएंसी में सुधार किया है, जिसकी वजह से इस बार कंपनी लाभ में रही।
💰 Wakefit ने H1 FY26 में कमाया 35.5 करोड़ का मुनाफा
साल 2024–25 में Wakefit को ₹35 करोड़ का घाटा हुआ था, लेकिन इस साल कंपनी ने रफ्तार पकड़ी और H1 FY26 में ₹35.5 करोड़ का शुद्ध मुनाफा (PAT) कमाया।
कंपनी के प्रमुख वित्तीय रेशियो भी बेहतर दिखे:
- ROCE: 4.38%
- EBITDA मार्जिन: 11.95%
यह संकेत देता है कि कंपनी का बिजनेस मॉडल अब अधिक स्थिर और प्रॉफिटेबल दिशा में बढ़ रहा है।
📊 प्रति ₹1 कमाने पर खर्च 98 पैसे—ऑपरेशन हुआ और कुशल
Wakefit ने बताया कि H1 FY26 में ऑपरेटिंग रेवेन्यू के हर ₹1 को कमाने के लिए कंपनी ने ₹0.98 खर्च किए।
यह आंकड़ा दर्शाता है कि Wakefit अपनी लागत प्रबंधन में लगातार सुधार कर रहा है और उसका ऑपरेशन अधिक lean और efficient होता जा रहा है।
🏦 Wakefit के एसेट्स और कैश पोजिशन
- कुल करंट एसेट्स: ₹229 करोड़
- कैश और बैंक बैलेंस: ₹23 करोड़
कंपनी की बैलेंस शीट पिछले वर्ष के मुकाबले मजबूत नज़र आती है, जो IPO लॉन्च के लिए काफी सकारात्मक संकेत है।
🧑💼 Wakefit के बड़े निवेशक कौन हैं?
RHP के अनुसार Wakefit के सबसे बड़े बाहरी निवेशक हैं:
- Peak XV Partners: 22.47%
- Verlinvest: 9.79%
- Investcorp: 9.29%
- SAI Global Investment: 5.35%
- Elevation Capital: 4.68%
- Paramark Fund: 1.63%
🚀 प्रमोटर्स में:
- Ankit Garg: 33.03% (सबसे बड़ा शेयर)
- Chaitanya Ramalingegowda: 9.98%
प्रमोटर्स की मज़बूत हिस्सेदारी से पता चलता है कि Wakefit के फाउंडर्स अब भी कंपनी की दीर्घकालिक ग्रोथ में डटे हुए हैं।
📢 Wakefit ने अपने IPO का आकार घटाया — यहाँ है नया प्लान
पहले दाखिल DRHP के अनुसार कंपनी:
- ₹468 करोड़ का फ्रेश इश्यू
- 5.84 करोड़ शेयर का OFS लाने वाली थी।
लेकिन अब अपडेटेड RHP में Wakefit ने अपने IPO साइज को छोटा किया है:
- फ्रेश इश्यू: ₹377.2 करोड़
- OFS: 4.68 करोड़ इक्विटी शेयर
इस बदलाव का उद्देश्य मार्केट सेंटिमेंट को ध्यान में रखते हुए IPO को अधिक आकर्षक और संतुलित बनाना माना जा रहा है।
🪑 Wakefit की ग्रोथ स्टोरी: मैट्रेस से लेकर फुल होम सॉल्यूशन तक का सफर
2016 में शुरू हुआ Wakefit आज भारत के सबसे भरोसेमंद स्लीप और होम फर्निशिंग ब्रांड्स में से एक बन चुका है।
कंपनी ने शुरुआत में सिर्फ मैट्रेस बेचे, लेकिन आज:
- बेड
- फर्नीचर
- वॉर्डरोब
- होम डेकोर
- स्लीप प्रोडक्ट्स
जैसी पूरी श्रृंखला पेश करती है।
Wakefit का D2C मॉडल, ऑनलाइन-ऑफलाइन हाइब्रिड स्ट्रेटेजी और तेज़ डिलिवरी ने इसे एक लाखों घरों तक पहुँचने वाला ब्रांड बना दिया है।
🧭 आगे की राह: IPO के बाद क्या उम्मीदें?
Wakefit का मुनाफे में वापस आना, मजबूत आधे साल का प्रदर्शन और ऑपरेशन में सुधार यह दिखाता है कि कंपनी IPO के बाद और बड़े विस्तार की तैयारी में है।
संभावित फोकस क्षेत्र:
- मैन्युफैक्चरिंग स्केल-अप
- ओमनीचैनल उपस्थिती
- नए प्रोडक्ट कैटेगरी
- ब्रांड बिल्डिंग
निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि Wakefit का IPO भारत के बढ़ते D2C और होम सॉल्यूशन मार्केट में एक नया उदाहरण पेश करेगा।
🛑 निष्कर्ष
Wakefit ने H1 FY26 में शानदार वापसी की है — घाटे से निकलकर मुनाफे में जाना, ऑपरेटिंग दक्षता में सुधार और मजबूत रेवेन्यू ने कंपनी को IPO के लिए बेहतरीन स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है।
इसके सुधरे हुए वित्तीय संकेतक और बढ़ता बाजार विश्वास इसे 2026 के प्रमुख IPOs में से एक बना सकते हैं।
Read more : Droneacharya Aerial Innovations के शेयरों में भूचाल!


