भारत की प्रमुख होम एंड स्लीप सॉल्यूशन्स ब्रांड Wakefit अब जल्द ही पब्लिक लिमिटेड कंपनी बनने जा रही है। यह कदम कंपनी के बहुप्रतीक्षित IPO (Initial Public Offering) की दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है।
नवीनतम नियामकीय फाइलिंग्स के अनुसार, Wakefit के बोर्ड ने इसके नाम को Wakefit Innovations Private Limited से बदलकर Wakefit Innovations Limited करने का प्रस्ताव पारित किया है। यह बदलाव दर्शाता है कि कंपनी जल्दी ही भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग के लिए तैयार हो रही है।
📈 IPO से जुटाएगी ₹1500–₹2000 करोड़
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Wakefit जल्द ही अपना DRHP (Draft Red Herring Prospectus) फाइल करने की योजना बना रही है। कंपनी की योजना है कि पब्लिक इश्यू के ज़रिए लगभग ₹1500 से ₹2000 करोड़ (लगभग $200 मिलियन) जुटाए जाएं।
यह IPO Wakefit को न सिर्फ पूंजी के नए स्रोत देगा, बल्कि कंपनी को एक व्यापक निवेशक आधार और पब्लिक मार्केट में मान्यता भी दिलाएगा।
🧑⚖️ गवर्नेंस को मज़बूत करने के लिए नियुक्त किए गए स्वतंत्र निदेशक
IPO के रास्ते को सुगम बनाने के लिए, Wakefit ने नियामकीय नियमों के अनुसार स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति की है। कंपनी ने बोर्ड में निम्नलिखित सदस्यों को जोड़ा है:
- सुदीप नागर
- संध्या पोट्टिगारी
- अरिदम पॉल
- गुनेंदर कपूर
- आलोक चंद्र मिश्रा
इनकी नियुक्ति से कंपनी के कॉर्पोरेट गवर्नेंस ढांचे को मजबूती मिलेगी और पब्लिक कंपनी के तौर पर ट्रांसफॉर्मेशन की तैयारी सुचारु होगी।
🛋️ कैसे बना Wakefit एक घरेलू नाम?
2016 में Ankit Garg और Chaitanya Ramalingegowda द्वारा शुरू किया गया Wakefit, शुरुआत में एक D2C (Direct-to-Consumer) मैट्रेस ब्रांड था।
धीरे-धीरे इसने अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को बढ़ाया और अब यह एक फुल-फ्लेज्ड होम सॉल्यूशन्स कंपनी बन चुकी है जो कि निम्नलिखित सेवाएं देती है:
- मैट्रेस और स्लीप प्रोडक्ट्स
- होम फर्नीचर
- इंटीरियर डेकोर
- इंटीरियर डिज़ाइन सेवाएं
Wakefit की खास बात इसकी वर्टिकली इंटीग्रेटेड सप्लाई चेन है – यानी कंपनी मैन्युफैक्चरिंग से लेकर डिलीवरी तक सब कुछ खुद ही करती है, जिससे प्रोडक्ट क्वालिटी और ग्राहक अनुभव बेहतर बना रहता है।
💰 वित्तीय प्रदर्शन: FY24 में बम्पर ग्रोथ
TheKredible की रिपोर्ट के मुताबिक, Wakefit ने वित्त वर्ष 2023-24 (FY24) में शानदार प्रदर्शन किया है:
- ऑपरेटिंग रेवेन्यू: ₹986.4 करोड़
(FY23 के ₹812.6 करोड़ से 21% की ग्रोथ) - नेट लॉस: ₹15 करोड़
(FY23 के ₹145 करोड़ के मुकाबले लगभग 90% की गिरावट)
यह आंकड़े बताते हैं कि कंपनी अपनी ग्रोथ के साथ-साथ लाभप्रदता की दिशा में भी मजबूत कदम बढ़ा रही है।
🌍 किन निवेशकों ने किया है निवेश?
अब तक Wakefit ने $100 मिलियन (लगभग ₹850 करोड़) से अधिक की फंडिंग जुटाई है। इसके प्रमुख निवेशकों में शामिल हैं:
- Peak XV Partners (पहले Sequoia Capital India)
- Verlinvest
- Paramark Ventures (South Korea आधारित निवेशक)
कंपनी के IPO में संभावना है कि इनमें से कुछ निवेशक आंशिक रूप से अपने शेयर बेच सकते हैं, जिससे उन्हें पार्शियल एग्ज़िट का मौका मिलेगा।
🪑 Wakefit किससे करता है मुकाबला?
Wakefit आज एक प्रतिस्पर्धी बाजार में काम कर रहा है जहाँ इसे पारंपरिक और नई दोनों तरह की कंपनियों से मुकाबला करना पड़ता है। इसके प्रमुख प्रतिस्पर्धी हैं:
- IKEA
- Pepperfry
- Duroflex
- SleepyCat
- WoodenStreet
Wakefit की सीधी-से-ग्राहक (D2C) अप्रोच, तेज़ डिलीवरी नेटवर्क, और अफोर्डेबल रेंज इसे इस प्रतिस्पर्धा में अलग पहचान दिलाते हैं।
🔮 आगे की रणनीति
IPO के बाद Wakefit की रणनीति में निम्नलिखित कदम शामिल हो सकते हैं:
- रिटेल आउटलेट्स का विस्तार
- नए प्रोडक्ट सेगमेंट (जैसे ऑफिस फर्नीचर, बच्चों के लिए खास रेंज)
- ग्लोबल मार्केट में प्रवेश
- टेक्नोलॉजी और AI आधारित होम सॉल्यूशन प्लेटफॉर्म का विकास
📝 निष्कर्ष
Wakefit का IPO न केवल इसकी विकास यात्रा का अगला चरण है, बल्कि यह भारत के D2C इकोसिस्टम के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण है।
₹2000 करोड़ तक का संभावित पब्लिक इश्यू Wakefit को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद करेगा – निवेशकों को आंशिक एग्ज़िट मिलेगा, और आम निवेशकों को इस तेज़ी से बढ़ती कंपनी में भागीदारी का अवसर।
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