क्लाउड-आधारित HRtech स्टार्टअप ZingHR ने वित्त वर्ष 2025 (FY25) में जबरदस्त वित्तीय सुधार दिखाया है। कंपनी ने पिछले साल हुए ₹7 करोड़ के घाटे से निकलकर ₹1 करोड़ का मुनाफा कमाया है। इसके साथ ही ZingHR अब भारतीय HR टेक्नोलॉजी सेक्टर की उन चुनिंदा कंपनियों में शामिल हो गई है, जिन्होंने स्थायी प्रॉफिटेबिलिटी हासिल की है।
💼 रेवेन्यू में 21% की ग्रोथ, ₹150 करोड़ तक पहुंची कमाई
Registrar of Companies (RoC) में दाखिल वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार, FY25 में ZingHR का Revenue from Operations ₹150 करोड़ रहा, जो FY24 के ₹124 करोड़ से 21% की वृद्धि दर्शाता है।
📊 यानी कंपनी ने न केवल अपनी आय बढ़ाई, बल्कि खर्चों को भी सख्ती से नियंत्रित किया — यही इसका टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
ZingHR का मुख्य राजस्व स्रोत है —
Subscription-based Software Sales, यानी कंपनियों को क्लाउड-बेस्ड HR मैनेजमेंट और हायरिंग टूल्स की सब्सक्रिप्शन सेवाएं।
यह मॉडल इसे लगातार Recurring Revenue देता है, जो HRtech सेक्टर में स्थायी ग्रोथ का संकेत है।
🧩 बिज़नेस मॉडल: HR सॉल्यूशंस से लेकर टैलेंट एक्विज़िशन तक
ZingHR आज BFSI, रिटेल, और IT जैसे सेक्टर्स में स्टाफिंग, रिक्रूटमेंट, टैलेंट एक्विज़िशन और परफॉर्मेंस मैनेजमेंट सेवाएं देती है।
इसका सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म कंपनियों को एंड-टू-एंड HR मैनेजमेंट की सुविधा देता है —
- ऑनबोर्डिंग
- पे-रोल प्रोसेसिंग
- एम्प्लॉयी परफॉर्मेंस ट्रैकिंग
- टैलेंट रिटेंशन एनालिटिक्स
कंपनी का दावा है कि इसके प्लेटफ़ॉर्म पर अब तक 1000+ एंटरप्राइज क्लाइंट्स और 1 मिलियन से अधिक यूज़र्स सक्रिय हैं।
📉 खर्चों पर नियंत्रण: Employee Cost स्थिर, Legal Fees बढ़ीं
ZingHR की रिपोर्ट के अनुसार, FY25 में कंपनी के कुल खर्च ₹150 करोड़ रहे, जो FY24 के ₹133 करोड़ से 13% की वृद्धि दिखाते हैं।
मुख्य खर्च इस प्रकार रहे —
- 👩💼 Employee Benefits: ₹80 करोड़ (FY24 में ₹81 करोड़) — कुल खर्च का 53%
- 💾 Server & Data Security Charges: ₹17 करोड़ (42% की वृद्धि)
- ⚖️ Legal & Professional Fees: ₹17 करोड़ (लगभग दोगुनी वृद्धि)
- 🛠️ Product Maintenance: ₹11 करोड़ (22% की वृद्धि)
- 🏢 Rent: ₹4 करोड़ (33% की वृद्धि)
इस तरह जबकि डेटा सुरक्षा और लीगल खर्च बढ़े, ZingHR ने हायरिंग और ऑपरेशनल कॉस्ट को स्थिर रखा — जिससे उसका कुल Cost Efficiency बेहतर हुआ।
💰 FY25 में प्रॉफिट की वापसी: ₹1 करोड़ का मुनाफा
FY24 के ₹7 करोड़ के घाटे से निकलकर ZingHR ने FY25 में ₹1 करोड़ का शुद्ध मुनाफा (Net Profit) दर्ज किया है।
इस सुधार का श्रेय कंपनी की राजस्व वृद्धि और खर्च नियंत्रण रणनीति को जाता है।
मुख्य वित्तीय संकेतक —
- ROCE (Return on Capital Employed): 1.21%
- EBITDA Margin: 0.80%
- Revenue per Rupee Spent: ₹1 की कमाई पर ₹1 खर्च (FY24 में ₹1.07 था)
यानि अब कंपनी हर ₹1 की कमाई के लिए सिर्फ ₹1 खर्च कर रही है — यह ऑपरेशनल एफिशिएंसी का बड़ा संकेत है।
🏦 बैलेंस शीट की मजबूती: ₹80 करोड़ की कुल संपत्ति
ZingHR की Total Assets FY25 में ₹80 करोड़ तक पहुंच गईं, जो FY24 के ₹71 करोड़ से 13% अधिक हैं।
कंपनी के Current Assets ₹58 करोड़ और Cash & Bank Balances ₹8 करोड़ रहे, जिससे यह स्पष्ट है कि कंपनी अब मजबूत Cash Flow Position में है।
💸 निवेश और शेयरहोल्डिंग: Tata Capital की 35.82% हिस्सेदारी
डेटा प्लेटफ़ॉर्म TheKredible के अनुसार, अब तक ZingHR ने कुल $14 मिलियन (लगभग ₹117 करोड़) का निवेश जुटाया है।
इसमें प्रमुख निवेशक Tata Capital है, जो कंपनी में 35.82% हिस्सेदारी रखता है।
Tata Capital का यह निवेश न केवल वित्तीय सहायता है, बल्कि यह ZingHR की मार्केट क्रेडिबिलिटी को भी मजबूत बनाता है — क्योंकि Tata Capital भारत के भरोसेमंद संस्थागत निवेशकों में से एक है।
🤝 कॉम्पिटिशन: Darwinbox बना बड़ा प्रतिद्वंद्वी
ZingHR का सबसे बड़ा मुकाबला है Hyderabad-आधारित Darwinbox से, जो भारत और अंतरराष्ट्रीय HRtech बाजार में तेजी से बढ़ रहा है।
FY25 में Darwinbox का कुल राजस्व ₹534 करोड़ रहा (FY24 में ₹334 करोड़), जिसमें से 63% आय अंतरराष्ट्रीय बाजारों से आई।
हालांकि Darwinbox अभी भी घाटे में है, लेकिन उसका नेट लॉस FY24 की तुलना में 7% घटा है।
इससे साफ है कि भारतीय HRtech सेक्टर में अब प्रतिस्पर्धा ग्लोबल लेवल तक पहुंच चुकी है।
🔍 क्या बनाता है ZingHR को अलग?
- 100% क्लाउड-आधारित HR प्लेटफ़ॉर्म
- SaaS मॉडल पर आधारित स्थिर राजस्व
- भारतीय बिज़नेस आवश्यकताओं के अनुसार लोकलाइज्ड सॉल्यूशंस
- AI और ऑटोमेशन से लैस HR टूल्स
- कम बर्न रेट और हाई ऑपरेशनल एफिशिएंसी
इन सभी फैक्टर्स के कारण ZingHR ने न केवल घाटे से उबरने में सफलता पाई, बल्कि अपने आप को सस्टेनेबल SaaS बिजनेस के रूप में स्थापित किया है।
🌟 भविष्य की दिशा
ZingHR अब अपने अगले विकास चरण की तैयारी में है।
कंपनी का फोकस रहेगा —
- नए AI-पावर्ड हायरिंग और टैलेंट रिटेंशन टूल्स लॉन्च करना
- Southeast Asia और Middle East में विस्तार
- और मिड-साइज्ड एंटरप्राइजेज को टारगेट करना, जो अब तेजी से क्लाउड HR सॉल्यूशंस अपनाने लगे हैं।
🧩 निष्कर्ष
FY25 ZingHR के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ है।
₹150 करोड़ के रेवेन्यू, ₹1 करोड़ के प्रॉफिट और 21% सालाना ग्रोथ के साथ कंपनी ने यह दिखा दिया है कि सस्टेनेबल SaaS बिज़नेस मॉडल भारत में भी संभव है।
Tata Capital जैसे बड़े निवेशकों का भरोसा और Darwinbox जैसी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा ने ZingHR को और अधिक इनोवेटिव बनने के लिए प्रेरित किया है।
💬 जैसा कि कंपनी के प्रवक्ता ने कहा —
“हमारा उद्देश्य केवल HR को डिजिटाइज़ करना नहीं, बल्कि उसे इंटेलिजेंट बनाना है।”
ZingHR अब भारतीय HRtech सेक्टर में “लॉस से प्रॉफिट की प्रेरक कहानी” बनकर उभर रही है। ✨
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