चीन की फूड डिलीवरी और ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म Meituan ने भारतीय फूड डिलीवरी प्लेटफ़ॉर्म Swiggy में अपनी हिस्सेदारी का एक बड़ा हिस्सा बेचकर $200 मिलियन से अधिक कमाए हैं। इस हिस्सेदारी को एक अमेरिकी निवेशक को बेचा गया है, जैसा कि Entrackr की रिपोर्ट में तीन सूत्रों ने बताया। Meituan ने पहली बार 2018 में बेंगलुरु स्थित Swiggy में निवेश किया था और 2020 में एक अन्य फंडिंग राउंड में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई थी।
हालांकि, Meituan ने Swiggy में कितनी हिस्सेदारी बेची है और सटीक वैल्यूएशन के आंकड़े अभी तक सार्वजनिक नहीं हुए हैं। फिर भी, सूत्रों का कहना है कि यह बिक्री Swiggy की अनुमानित $10 बिलियन की वैल्यूएशन पर आधारित थी।
Meituan के पास Swiggy में कितनी हिस्सेदारी?
वर्तमान में, Meituan (Inspired Elite Investments के माध्यम से) के पास Swiggy में लगभग 3.88% हिस्सेदारी है, जैसा कि स्टार्टअप डेटा इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म TheKredible की रिपोर्ट में बताया गया है।
Meituan चीन में एक विविधीकृत डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म संचालित करता है, जिसमें फूड डिलीवरी, होटल बुकिंग और राइड-हेलिंग जैसी सेवाएं शामिल हैं। “सुपर ऐप” के रूप में चर्चित Meituan उच्च-वॉल्यूम और कम-मार्जिन वाली रणनीति पर काम करता है, जो भारत में Swiggy के मॉडल से काफी मेल खाती है।
Swiggy की पब्लिक लिस्टिंग से पहले Meituan समेत कई निवेशकों ने बेची हिस्सेदारी
Meituan उन कई निवेशकों में से एक है जिन्होंने Swiggy की पब्लिक लिस्टिंग से पहले अपनी हिस्सेदारी बेची है। Elevation Capital और Norwest जैसे निवेशकों ने भी अपने हिस्से बेच दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, Swiggy के अन्य प्रमुख शेयरधारक जैसे Prosus और Accel भी सेकेंडरी सेल्स के माध्यम से अपनी हिस्सेदारी घटा सकते हैं।
Swiggy और Meituan से इस पर पूछताछ की गई थी, लेकिन उनकी तरफ़ से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। यदि उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त होती है, तो इस कहानी को अपडेट किया जाएगा।
Swiggy की पब्लिक डेब्यू की तैयारी
Swiggy अगले तीन हफ्तों के भीतर अपनी पब्लिक लिस्टिंग करने जा रहा है। अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के अनुसार, कंपनी $450 मिलियन जुटाने की योजना बना रही है। साथ ही, यह भी संभावना है कि कंपनी एक ऑफर फॉर सेल (OFS) के माध्यम से एक अतिरिक्त राशि जुटाएगी, हालांकि इसकी सटीक जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है।
Swiggy की इस लिस्टिंग से निवेशकों को अपने हिस्से का लाभ उठाने का अवसर मिलेगा और यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय बाजार में इसकी पब्लिक लिस्टिंग का प्रदर्शन कैसा रहेगा।
Meituan ने क्यों बेची Swiggy में हिस्सेदारी?
Meituan का Swiggy में हिस्सेदारी बेचने का फैसला एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम माना जा रहा है। भारत के ऑनलाइन फूड डिलीवरी बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और नए सरकारी नियमों के चलते कई अंतरराष्ट्रीय निवेशक अपनी हिस्सेदारी कम कर रहे हैं। Meituan पहले से ही चीन में फूड डिलीवरी और लाइफस्टाइल सर्विसेज में अपनी मजबूत पकड़ बनाए हुए है, लेकिन इसके लिए उसे अपने घरेलू बाजार में भी पर्याप्त निवेश की जरूरत है। चीन के डिजिटल इकोनॉमी में तेजी से बदलते माहौल और बढ़ते प्रतिस्पर्धी दबाव के कारण, Meituan भारत में अपनी उपस्थिति घटाकर चीन पर अधिक फोकस कर रहा है।
इसके अतिरिक्त, Swiggy की पब्लिक लिस्टिंग से पहले हिस्सेदारी बेचने का एक और कारण मूल्यांकन का फायदा उठाना हो सकता है। Swiggy की $10 बिलियन की अनुमानित वैल्यूएशन को देखते हुए, यह Meituan के लिए लाभदायक अवसर साबित हो सकता है, जिससे उन्हें अपनी प्रारंभिक निवेश का अच्छा लाभ मिल सके।
Swiggy की लिस्टिंग से क्या होगा लाभ?
Swiggy की पब्लिक लिस्टिंग के बाद भारत के शेयर बाजार में एक नया और बड़ा फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जुड़ जाएगा, जो निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हो सकता है। Swiggy की प्रमुख प्रतिस्पर्धी कंपनी, Zomato, पहले से ही पब्लिक मार्केट में है और इसके प्रदर्शन का आकलन करना आसान हो गया है। Zomato की पब्लिक लिस्टिंग को मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया को देखते हुए Swiggy की भी लिस्टिंग से लाभ होने की संभावना है।
Swiggy की योजना पब्लिक लिस्टिंग के जरिए जुटाई गई धनराशि का उपयोग अपनी तकनीकी क्षमताओं को बेहतर बनाने, नए ग्राहकों को जोड़ने, और अपने डिलीवरी नेटवर्क को और मजबूत करने में करने की है। कंपनी की इस योजना से ग्राहकों को बेहतर सेवा मिल सकेगी और कंपनी की बाजार में हिस्सेदारी बढ़ेगी।
Swiggy की बाजार हिस्सेदारी और कारोबार में विस्तार
Swiggy ने पिछले कुछ वर्षों में भारत के फूड डिलीवरी सेक्टर में अपनी मजबूत उपस्थिति बनाई है। इसकी 53% आय ट्रेन वर्टिकल से आती है, जिसमें ट्रेन टिकट बुकिंग के साथ-साथ ई-कैटरिंग सेवाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा, Swiggy ने छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में भी अपने कारोबार का विस्तार किया है, जिससे उसे नए ग्राहक जुड़ने में मदद मिली है।
Swiggy का बिजनेस मॉडल एकीकृत लाइफस्टाइल सर्विसेज पर आधारित है, जो इसे Meituan के मॉडल से मेल खाता है। Swiggy ने भी अब केवल फूड डिलीवरी पर निर्भर रहने के बजाय किराना सामान डिलीवरी, इंस्टामार्ट, और मेगास्पर्श जैसी सेवाएं शुरू की हैं, जो ग्राहकों को एक ही ऐप पर विविध सेवाएं उपलब्ध कराता है। इसके साथ ही, Swiggy लगातार अपने प्लेटफ़ॉर्म को इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के माध्यम से बेहतर बना रहा है, जिससे उसे प्रतिस्पर्धी बढ़त हासिल करने में मदद मिलती है।
Swiggy की लिस्टिंग और निवेशकों के लिए अवसर
Swiggy की लिस्टिंग से पहले कई निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं, जो दर्शाता है कि पब्लिक मार्केट में एंट्री के बाद कंपनी में नए निवेशकों के शामिल होने का अवसर बढ़ेगा। Zomato की सफलता और निवेशकों की उसमें दिलचस्पी को देखते हुए, Swiggy के भी निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनने की संभावना है। Swiggy का योजना निवेश को बढ़ावा देने और राजस्व बढ़ाने पर है, जो इसे दीर्घकालिक विकास के लिए मजबूत बना सकता है।
भारतीय फूड डिलीवरी बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा
भारत में Swiggy के सामने Zomato और नए उभरते स्टार्टअप्स से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। यह देखते हुए कि भारतीय उपभोक्ताओं की खाने की आदतों में परिवर्तन आ रहा है और वे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ज्यादा निर्भर हो रहे हैं, Swiggy ने अपने प्लेटफ़ॉर्म पर किराना डिलीवरी, हेल्थ सप्लीमेंट्स, और क्विक कॉमर्स जैसी सेवाओं को जोड़ा है। इससे न केवल ग्राहक अनुभव बेहतर हुआ है, बल्कि यह Swiggy को अन्य प्रतिस्पर्धियों से अलग भी बनाता है।
Swiggy की यह रणनीति उसे मार्केट में दीर्घकालिक स्थिरता और प्रतिस्पर्धा में मजबूती देने में मदद कर सकती है। ग्राहकों की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने के उद्देश्य से Swiggy का विस्तारित बिजनेस मॉडल निवेशकों के लिए भी आकर्षक साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
Meituan का Swiggy में हिस्सेदारी बेचने का फैसला भारतीय फूड डिलीवरी बाजार के बदलते स्वरूप और Meituan की वैश्विक रणनीति को दर्शाता है। Swiggy की पब्लिक लिस्टिंग से संभावित निवेशकों और बाजार में सकारात्मकता की उम्मीद की जा रही है। भारतीय उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग और डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ते कदमों को देखते हुए, Swiggy का विस्तार और बाजार में प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हो सकता है।
Swiggy का यह कदम न केवल भारतीय फूड डिलीवरी बाजार को प्रभावित करेगा, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत में ऑनलाइन सेवाओं का भविष्य उज्ज्वल है। निवेशकों और ग्राहकों के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि Swiggy अपनी पब्लिक लिस्टिंग के बाद किस तरह से भारतीय बाजार में अपने वर्चस्व को बनाए रखता है।
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