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Smallcase

Amazon समर्थित smallcase  ने वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी आय में 2.2 गुना वृद्धि दर्ज की है। वहीं, कंपनी ने अपने घाटे को 74% तक कम करने में सफलता पाई। बेंगलुरु स्थित यह फिनटेक प्लेटफॉर्म पिछले कुछ वर्षों में निवेशकों और दलालों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ है।


राजस्व में बड़ा उछाल

smallcase  की परिचालन आय FY24 में बढ़कर ₹67.4 करोड़ हो गई, जो FY23 में ₹30.6 करोड़ थी।

प्रमुख आय स्रोत

  1. लेनदेन शुल्क (Transaction Fees):
    • Smallcase का मुख्य राजस्व स्रोत दलालों से वसूला जाने वाला लेनदेन शुल्क है।
    • FY24 में इस आय ने कुल राजस्व का 85.8% हिस्सा बनाया, जो ₹57.8 करोड़ रहा।
    • यह आय पिछले साल की तुलना में 2.6 गुना अधिक है।
  2. शोध सेवा शुल्क (Research Service Fees):
    • शोध सेवाओं से कंपनी को ₹5.1 करोड़ की आय हुई।
  3. अन्य सेवाएं:
    • सहायक सेवाओं से ₹4.5 करोड़ की आय हुई।
  4. ब्याज और निवेश से आय:
    • जमा और निवेश से हुए ब्याज और लाभ ने ₹7.6 करोड़ का योगदान दिया।
    • इसने कंपनी के कुल राजस्व को ₹75 करोड़ तक पहुंचाया, जो पिछले वर्ष के ₹43 करोड़ से काफी अधिक है।

खर्चों में सुधार और नियंत्रण

कर्मचारियों पर खर्च (Employee Benefits):

  • कर्मचारी लाभ कंपनी का सबसे बड़ा खर्च था, जो कुल व्यय का 64.8% रहा।
  • FY24 में यह खर्च ₹70 करोड़ था, जो FY23 की तुलना में 15.7% कम है।
  • इसमें ₹2.9 करोड़ ESOP (गैर-नकद) खर्च भी शामिल है।

विज्ञापन और प्रचार (Advertising and Promotion):

  • विज्ञापन खर्च में उल्लेखनीय कमी आई, जो FY23 में ₹66 करोड़ था और FY24 में घटकर ₹16 करोड़ हो गया।
  • यह 75.8% की गिरावट दर्शाता है, जो कंपनी की लागत-कटौती रणनीति को दिखाता है।

अन्य खर्च:

  • प्रौद्योगिकी, कानूनी, किराया, रखरखाव, और अन्य सामान्य खर्चों ने कुल व्यय को ₹108 करोड़ तक पहुंचाया।

Smallcase का बिजनेस मॉडल और विकास

Smallcase एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो ब्रोकरों के लिए एक्सचेंज-ट्रेडेड प्रोडक्ट्स (ETPs) में लेनदेन की सुविधा प्रदान करता है। यह मुख्य रूप से निवेशकों को स्टॉक मार्केट में पोर्टफोलियो आधारित निवेश का विकल्प देता है।

विशेषताएं:

  1. ट्रांजेक्शन आधारित राजस्व मॉडल:
    • दलालों से वसूले जाने वाले लेनदेन शुल्क पर केंद्रित।
  2. अनुसंधान और डेटा सेवाएं:
    • निवेशकों को शोध आधारित निवेश सलाह और डेटा सेवाएं प्रदान करता है।
  3. विकास में तेजी:
    • कंपनी ने निवेशकों के लिए उपयोगकर्ता अनुभव को सरल और प्रभावी बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है।

वित्तीय प्रदर्शन का विश्लेषण

राजस्व की वृद्धि:

Smallcase ने FY24 में 2.2 गुना वृद्धि के साथ ₹75 करोड़ का कुल राजस्व अर्जित किया। यह प्रदर्शन भारतीय फिनटेक उद्योग में तेजी और कंपनी की मजबूत रणनीति को दर्शाता है।

खर्च नियंत्रण:

  • लागत-कटौती की प्रभावी रणनीतियों के कारण कंपनी ने अपने घाटे को 74% तक घटा लिया।
  • कर्मचारी लाभ और विज्ञापन खर्चों में कमी ने इसे संभव बनाया।

ईबीआईटीडीए (EBITDA):

FY24 में कंपनी ने खर्चों को नियंत्रित कर EBITDA घाटा कम किया, जो कि एक स्थायी विकास के संकेत हैं।


Smallcase की भविष्य की योजनाएं

नए उत्पाद और सेवाएं:

  • निवेशकों के लिए और अधिक अनुकूल सेवाओं का विकास।
  • छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों के निवेशकों को शामिल करने के प्रयास।

तकनीकी विकास:

  • प्लेटफॉर्म की तकनीक को और उन्नत बनाकर उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाना।

नए साझेदारी और विस्तार:

  • अधिक ब्रोकर और वित्तीय संस्थानों के साथ साझेदारी।
  • विदेशी बाजारों में प्रवेश करने की संभावना।

Smallcase का उद्योग में प्रभाव

फिनटेक क्षेत्र में वृद्धि:

Smallcase का प्रदर्शन भारत में फिनटेक उद्योग की संभावनाओं को रेखांकित करता है। यह दिखाता है कि कैसे एक प्रभावी रणनीति और लागत नियंत्रण के माध्यम से कंपनियां विकास कर सकती हैं।

निवेशकों के लिए नया दृष्टिकोण:

Smallcase ने पारंपरिक निवेश मॉडलों को बदलते हुए पोर्टफोलियो-आधारित निवेश को बढ़ावा दिया है, जिससे निवेशकों को विविधीकरण और जोखिम प्रबंधन के नए तरीके मिले हैं।


निष्कर्ष

Smallcase ने FY24 में शानदार वित्तीय प्रदर्शन करते हुए न केवल राजस्व में वृद्धि की, बल्कि अपने घाटे को भी उल्लेखनीय रूप से कम किया। कंपनी की लागत-कटौती रणनीति और राजस्व में विविधता लाने की पहल ने इसे भारतीय फिनटेक उद्योग में एक प्रमुख स्थान दिलाया है।

आने वाले वर्षों में, Smallcase का लक्ष्य न केवल अपने प्लेटफॉर्म को उन्नत बनाना है, बल्कि निवेशकों को अधिक से अधिक लाभकारी सेवाएं प्रदान करना भी है। कंपनी की यह यात्रा भारतीय फिनटेक क्षेत्र के लिए एक प्रेरणा के रूप में काम करेगी।

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