Skip to content
IndiQube

बेंगलुरु: वर्कस्पेस समाधान प्रदान करने वाली अग्रणी कंपनी IndiQube ने मंगलवार को अपनी ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास दाखिल की है। यह कदम कंपनी के प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।


IPO का विवरण

IndiQube के IPO में शामिल हैं:

  1. फ्रेश इक्विटी शेयर:
    कंपनी 750 करोड़ रुपये (लगभग $89 मिलियन) के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी करेगी।
  2. ऑफर फॉर सेल (OFS):
    कुल 100 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयर OFS के तहत पेश किए जाएंगे।

OFS में संस्थापक की भागीदारी:

  • Co-founders ऋषि दास और मेघना अग्रवाल प्रत्येक अपने-अपने 50 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे।
  • बाहरी शेयरधारक इस OFS में भाग नहीं ले रहे हैं, जो संस्थापकों की प्रमुख भूमिका को दर्शाता है।

IndiQube के प्रमुख शेयरधारक

DRHP के अनुसार, IndiQube के वर्तमान शेयरधारक और उनकी हिस्सेदारी इस प्रकार है:

शेयरधारकहिस्सेदारी (%)
अंशुमान दास25.32%
अरावली इन्वेस्टमेंट होल्डिंग22.07%
वेस्टब्रिज कैपिटल5.79%
केयरनेट टेक्नोलॉजीज5.15%
हायरप्रो कंसल्टिंग2.15%
संस्थापक (ऋषि दास और मेघना अग्रवाल)37.92%

यह आंकड़े संस्थापकों और अन्य बड़े निवेशकों के बीच कंपनी के नियंत्रण और भागीदारी को दर्शाते हैं।


IndiQube का IPO प्रबंधन

IndiQube के शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर सूचीबद्ध किए जाएंगे।

लीड मैनेजर:

IPO को ICICI सिक्योरिटीज लिमिटेड और JM फाइनेंशियल द्वारा प्रबंधित किया जाएगा।


IndiQube: एक परिचय

IndiQube भारत में वर्कस्पेस समाधान प्रदान करने वाली प्रमुख कंपनियों में से एक है। यह छोटे और बड़े व्यवसायों के लिए लचीले और अनुकूलित ऑफिस स्पेस प्रदान करता है।

सेवाओं की प्रमुख विशेषताएं:

  1. लचीले वर्कस्पेस:
    स्टार्टअप्स और बड़े संगठनों के लिए वर्कस्पेस डिजाइन और प्रबंधन।
  2. तकनीकी समाधान:
    डिजिटल वर्कस्पेस मैनेजमेंट, IoT-इनेबल्ड ऑफिस स्पेस, और अन्य आधुनिक तकनीकी सुविधाएं।
  3. ग्राहक-केंद्रित सेवाएं:
    ग्राहकों की जरूरतों के अनुसार अनुकूलित सेवाएं, जिसमें ऑफिस डिजाइन, हाउसकीपिंग, और कैफेटेरिया प्रबंधन शामिल हैं।

बाजार में स्थिति:

IndiQube ने विभिन्न प्रमुख भारतीय शहरों में अपनी उपस्थिति दर्ज की है और वर्तमान में हाइब्रिड वर्क मॉडल की बढ़ती मांग का लाभ उठा रहा है।


IPO का उद्देश्य

IndiQube द्वारा IPO से जुटाए गए फंड का उपयोग मुख्यतः निम्नलिखित कार्यों के लिए किया जाएगा:

  1. बिजनेस विस्तार:
    नए शहरों और क्षेत्रों में अपनी सेवाएं शुरू करना।
  2. तकनीकी उन्नति:
    अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म और ऑफिस प्रबंधन समाधानों को और अधिक उन्नत करना।
  3. सामान्य कॉर्पोरेट आवश्यकताएं:
    संचालन और अन्य खर्चों को पूरा करने के लिए।

भारत में वर्कस्पेस सॉल्यूशंस का भविष्य

बढ़ती मांग:

  • हाइब्रिड वर्क मॉडल और को-वर्किंग स्पेस की बढ़ती मांग ने वर्कस्पेस सॉल्यूशंस क्षेत्र में उछाल ला दिया है।
  • छोटे और मध्यम व्यवसायों के साथ-साथ बड़ी कंपनियां भी लचीले वर्कस्पेस समाधान तलाश रही हैं।

प्रतिस्पर्धा:

IndiQube को WeWork, Awfis, और 91Springboard जैसी कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है।

संभावनाएं:

  • भारतीय कॉर्पोरेट क्षेत्र में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और तकनीकी उन्नति के कारण इस बाजार में अपार संभावनाएं हैं।
  • नई कंपनियों और स्टार्टअप्स के बढ़ते निवेश से वर्कस्पेस सॉल्यूशंस का बाजार और भी मजबूत होगा।

संस्थापकों की भूमिका और भागीदारी

IndiQube के संस्थापक ऋषि दास और मेघना अग्रवाल का इस IPO में महत्वपूर्ण योगदान है।

  • उनकी भागीदारी कंपनी की स्थिरता और भविष्य की रणनीतियों पर भरोसे को दर्शाती है।
  • उनकी लीडरशिप और अनुभव ने IndiQube को भारतीय बाजार में एक प्रमुख स्थान पर स्थापित किया है।

निष्कर्ष: IPO का महत्व

IndiQube का IPO कंपनी के भविष्य की योजनाओं और बाजार विस्तार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

  • सकारात्मक पहलू:
    IPO के जरिए जुटाए गए फंड से कंपनी को अपने ऑपरेशंस और प्रौद्योगिकी में सुधार करने का अवसर मिलेगा।
  • संभावित चुनौतियां:
    बाजार में प्रतिस्पर्धा और वर्तमान आर्थिक परिस्थितियां।

IndiQube की यह पहल न केवल कंपनी के लिए बल्कि भारतीय वर्कस्पेस सॉल्यूशंस क्षेत्र के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है।

Read more :Cloud telephony प्लेटफॉर्म Exotel ने FY24 में घाटा घटाया, राजस्व स्थिर

Latest News

Read More

Meesho

🚀 Meesho ने Anchor Investors से ₹2,439 करोड़ जुटाए,

SoftBank-backed ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस Meesho ने अपने लंबे समय से प्रतीक्षित IPO से पहले एंकर निवेशकों से ₹2,439 करोड़
Axoltis Pharma

🚀 Axoltis Pharma को मिला €18 मिलियन

यूरोप के क्लेरमों-फेरांड (फ्रांस) में स्थित बायोटेक कंपनी Axoltis Pharma ने न्यूरोडीजेनरेटिव बीमारियों के लिए नई दवाओं के
Yulu

🚴⚡ Yulu ने दोगुनी की Revenue Growth!

भारत की लोकप्रिय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी स्टार्टअप Yulu ने वित्त वर्ष 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी Revenue