Equentis Wealth Advisory Services ने अपना पहला कैटेगरी I अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड (AIF) – एक्वेंटिस एंजल फंड लॉन्च किया है। इस फंड का उद्देश्य शुरुआती चरण के उच्च-विकास वाले भारतीय स्टार्टअप्स को सहयोग प्रदान करना है। 500 करोड़ रुपये (60 मिलियन डॉलर) का टारगेट कॉर्पस रखते हुए, यह फंड प्री-सीरीज A और ब्रिज-टू-सीरीज A राउंड में निवेश करेगा।
निवेश का दायरा और प्राथमिकता
- निवेश सीमा: फंड प्रत्येक स्टार्टअप में 4-10 करोड़ रुपये (500K–1.2 मिलियन डॉलर) का निवेश करेगा।
- प्रमुख फोकस: वे स्टार्टअप्स, जिनका टोटल एड्रेसेबल मार्केट (TAM) 8,000 करोड़ रुपये (1 बिलियन डॉलर) है और जो मजबूत विकास पथ पर हैं, इस फंड की प्राथमिकता में रहेंगे।
- उद्योग क्षेत्र: रक्षा (डिफेंस), उपभोक्ता तकनीक (कंज्यूमर टेक), डीपटेक, लॉजिस्टिक्स टेक्नोलॉजी (लॉजिटेक), फिनटेक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे क्षेत्रों में कार्यरत स्टार्टअप्स को प्राथमिकता दी जाएगी।
फंड का लक्ष्य और रणनीति
18-24 महीनों में, एक्वेंटिस एंजल फंड का लक्ष्य 40-50 स्टार्टअप्स में निवेश करना है। यह फंड उन स्टार्टअप्स को सहयोग देगा जो ग्रोथ कैपिटल की आवश्यकता में हैं और अपने व्यवसाय को बड़े पैमाने पर विस्तारित करना चाहते हैं।
स्टार्टअप्स की बढ़ती संख्या और अवसर
- ग्लोबल रैंकिंग: 2024 तक, भारत में 1,28,000 से अधिक स्टार्टअप्स हैं, जो इसे स्टार्टअप्स की संख्या के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बनाते हैं।
- फंडिंग की स्थिति:
- 2024 में भारतीय स्टार्टअप्स ने अब तक 10 बिलियन डॉलर से अधिक की फंडिंग जुटाई है।
- यह अनुमान है कि वर्ष के अंत तक यह आंकड़ा 15 बिलियन डॉलर से अधिक पहुंच सकता है।
- एंजल फंड्स की भागीदारी: कैटेगरी I AIF और वेंचर कैपिटल फंड्स (VCF) ने अकेले 1 बिलियन डॉलर से अधिक की इन्वेस्टर कमिटमेंट हासिल की है।
स्टार्टअप्स में निवेश का बढ़ता रुझान
भारतीय स्टार्टअप्स का प्रदर्शन
भारत में स्टार्टअप इकोसिस्टम तेजी से विस्तार कर रहा है। विभिन्न क्षेत्रों जैसे डिफेंस, एआई, फिनटेक, और कंज्यूमर टेक्नोलॉजी में इनोवेटिव आइडियाज पर काम करने वाले स्टार्टअप्स ने न केवल भारतीय बाजार में अपनी जगह बनाई है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान स्थापित की है।
निवेशकों का दृष्टिकोण
निवेशकों के लिए शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स में निवेश करना अधिक आकर्षक हो रहा है। यह न केवल उच्च रिटर्न का वादा करता है, बल्कि इनोवेशन और टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने का एक प्रमुख माध्यम भी है।
एक्वेंटिस एंजल फंड: बदलाव की ओर एक कदम
उद्योगों को नई दिशा
एक्वेंटिस एंजल फंड भारत के विकासशील उद्योगों को नई दिशा देने का प्रयास कर रहा है। स्टार्टअप्स के लिए सही पूंजी और संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए, यह फंड देश के आर्थिक और तकनीकी विकास में योगदान देगा।
उद्यमियों को मिलेगा समर्थन
भारत में उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए यह फंड उद्यमियों को उनके विचारों को हकीकत में बदलने का अवसर प्रदान करेगा।
एंजल फंड्स का महत्व
स्टार्टअप्स की फंडिंग जरूरतें
- शुरुआती चरण में स्टार्टअप्स को सबसे अधिक पूंजी की जरूरत होती है।
- एंजल फंड्स उन्हें वह समर्थन प्रदान करते हैं, जिसकी मदद से वे अपने उत्पाद और सेवाओं को बेहतर बना सकते हैं।
रोजगार सृजन में योगदान
स्टार्टअप्स में निवेश का एक प्रमुख परिणाम यह भी है कि यह बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा करता है।
फंड लॉन्च का व्यापक प्रभाव
नए स्टार्टअप्स के लिए अवसर
एक्वेंटिस का यह प्रयास नए स्टार्टअप्स के लिए एक मजबूत प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा।
भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
इस तरह के निवेश भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देंगे, जिससे देश में तकनीकी और व्यावसायिक नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
निष्कर्ष
एक्वेंटिस एंजल फंड का लॉन्च भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। 500 करोड़ रुपये के टारगेट और विविध क्षेत्रों में निवेश की योजना के साथ, यह फंड न केवल उद्यमियों को सपोर्ट करेगा, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था में नवाचार और विकास को भी गति देगा।
उद्यमियों और निवेशकों के लिए, यह फंड एक ऐसा मंच प्रदान करेगा जहां विचार, पूंजी और संभावनाएं एक साथ आएंगी। 2024 भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक संभावनाओं से भरा साल साबित हो रहा है, और ऐसे में एक्वेंटिस एंजल फंड का आगमन इस क्षेत्र को और मजबूती प्रदान करेगा।
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