Skip to content
Ecom Express

भारत की ईकॉम लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। Delhivery द्वारा Ecom Express के अधिग्रहण से ठीक पहले कंपनी के करीब 150 मिड-लेवल और रीजनल ऑपरेशंस कर्मचारियों ने इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के अनुसार यह इस्तीफे स्वैच्छिक बताए जा रहे हैं, लेकिन आने वाले विलय से जुड़ी भूमिकाओं में दोहराव (redundancy) और कार्य संरचना में बदलाव (operational restructuring) के कारण यह कदम उठाया गया है।


🔄 45 दिनों में मिल सकती है CCI से मंज़ूरी

इस अधिग्रहण को लेकर भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) की मंज़ूरी अभी बाकी है, और उम्मीद है कि अगले 45 दिनों के भीतर यह अप्रूवल मिल जाएगा। Mint की रिपोर्ट के अनुसार, Ecom Express के CEO अजय चितकारा और अन्य सीनियर एक्जीक्यूटिव्स भी regulatory क्लियरेंस के बाद कंपनी से बाहर हो सकते हैं।


💰 ₹1,407 करोड़ में Delhivery का अधिग्रहण सौदा

Delhivery ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह Ecom Express Limited में 99.4% हिस्सेदारी खरीदेगी। यह डील ₹1,407 करोड़ (लगभग $169.5 मिलियन) के कैश ट्रांज़ैक्शन के रूप में की जा रही है।

इस अधिग्रहण के बाद Delhivery को एक मजबूत लॉजिस्टिक्स नेटवर्क, ग्राहक आधार और पैन-इंडिया डिलीवरी क्षमता मिलेगी, जो उसे Amazon और Ekart जैसे दिग्गजों से मुकाबला करने में मदद करेगी।


🏢 Ecom Express: एक दशक पुराना लॉजिस्टिक्स ब्रांड

Ecom Express की स्थापना 2012 में हुई थी और इसका हेडक्वार्टर गुरुग्राम में स्थित है। यह कंपनी एक फुल-स्टैक, टेक्नोलॉजी-ड्रिवन लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशन प्रोवाइडर है जो भारत भर में ईकॉमर्स कंपनियों को एंड-टू-एंड डिलीवरी सर्विस देती है।

अधिग्रहण से पहले Ecom Express ने लगभग $290 मिलियन (₹2,400 करोड़) से अधिक की फंडिंग जुटाई थी। इसके प्रमुख निवेशकों में Warburg Pincus, CDC Group और Partners Group जैसे नाम शामिल हैं।


📉 क्यों दे रहे हैं कर्मचारी इस्तीफा?

रिपोर्ट्स के अनुसार, कर्मचारियों के इस्तीफे “स्वैच्छिक” (voluntary) बताए जा रहे हैं, लेकिन यह भी स्पष्ट है कि Delhivery के साथ प्रस्तावित एकीकरण के चलते:

  • भूमिकाओं में दोहराव (role overlap) बढ़ेगा
  • कई टीमों का री-स्ट्रक्चरिंग होगा
  • कुछ कर्मचारियों को ट्रांसफर या हटाने की नौबत आ सकती है

इसलिए, कई कर्मचारियों ने अधिग्रहण से पहले ही खुद हटने का निर्णय ले लिया।


🧑‍💼 टॉप मैनेजमेंट की भी होगी विदाई?

रिपोर्ट के अनुसार, Ecom Express के CEO अजय चितकारा के साथ-साथ कई सीनियर मैनेजमेंट लीडर्स भी regulatory अप्रूवल के बाद कंपनी छोड़ सकते हैं। यह कदम Delhivery द्वारा लाई जा रही नई रणनीतिक संरचना (strategic structure) के तहत लिया जा सकता है।


📈 कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन

Entrackr द्वारा रिव्यू किए गए एक इंटरनल डॉक्युमेंट के मुताबिक, Ecom Express ने FY25 की पहली तीन तिमाहियों में ₹1,912 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया। तुलना करें तो FY24 में कंपनी का कुल ऑपरेशनल रेवेन्यू ₹2,653 करोड़ था।

इससे स्पष्ट है कि कंपनी का प्रदर्शन स्थिर रहा है और उसकी मार्केट पोजिशन मजबूत बनी हुई है।


🚛 Delhivery को क्या मिलेगा इस डील से?

Delhivery, जो पहले ही भारत की सबसे बड़ी लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन कंपनियों में से एक है, इस अधिग्रहण से:

  • पिन कोड कवरेज बढ़ा सकेगी
  • रूरल डिलीवरी नेटवर्क मजबूत कर पाएगी
  • एक्सप्रेस डिलीवरी सेवाओं में Ecom Express के अनुभव का लाभ मिलेगा
  • और कस्टमर बेस का तेजी से विस्तार हो सकेगा

यह अधिग्रहण Delhivery की लॉन्ग टर्म ग्रोथ स्ट्रैटेजी का हिस्सा है, खासकर ऐसे समय में जब ईकॉमर्स लॉजिस्टिक्स सेक्टर में तेजी से प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है।


🤐 Delhivery ने टिप्पणी से किया इनकार

इस पूरी स्थिति पर Delhivery की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। कंपनी ने मीडिया सवालों पर “No Comments” कहकर चुप्पी साध रखी है। यह संभवतः regulatory मंज़ूरी के कारण है, क्योंकि CCI की स्वीकृति के बाद ही सभी जानकारियाँ सार्वजनिक की जाएंगी।


🔍 निष्कर्ष: लॉजिस्टिक्स सेक्टर में Consolidation का संकेत

Ecom Express के अधिग्रहण और कर्मचारियों के इस्तीफों से साफ है कि भारतीय लॉजिस्टिक्स सेक्टर अब एक नए दौर के Consolidation की ओर बढ़ रहा है। बड़ी कंपनियाँ अब छोटे-परंतु-मजबूत नेटवर्क्स को अपने में समाहित कर रही हैं, ताकि:

  • लागत को घटाया जाए
  • नेटवर्क प्रभाव (Network effect) बढ़ाया जाए
  • और सर्विस एफिशिएंसी में सुधार लाया जा सके

📢 FundingRaised.in पर पढ़ते रहें ऐसे ही एक्सक्लूसिव स्टार्टअप न्यूज, अधिग्रहण अपडेट्स और सेक्टर इनसाइट्स।

Read more :🇮🇳 Razorpay ने पूरा किया ‘Reverse Flip’,

Latest News

Read More

Urban Company

🏠 Urban Company की दमदार वापसी

📊 38.2% की सालाना वृद्धि, ₹3,115 करोड़ का लेनदेन मूल्य और ₹28.5 करोड़ का प्री-टैक्स मुनाफा — Urban
MakeMyTrip

✈️ MakeMyTrip जुटाए $2.5 बिलियन

ऑनलाइन ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म MakeMyTrip ने एक बड़ी वित्तीय रणनीति की घोषणा की है। कंपनी $2.5 बिलियन (लगभग
Arun Srinivas

🇮🇳 Meta इंडिया को मिला नया लीडर Arun Srinivas बने नए मैनेजिंग डायरेक्टर

सोशल मीडिया दिग्गज Meta (पूर्व में Facebook) ने भारत में अपनी नेतृत्व टीम को नया रूप देते हुए