🇮🇳 India Startup Trends 2025

India Startup

🚀 2025 में भारत का स्टार्टअप परिदृश्य: नए ट्रेंड, नई दिशा, नई रफ्तार

2025 का साल भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए बेहद परिवर्तनकारी साबित हो रहा है। यह वह समय है जब भारतीय स्टार्टअप न केवल घरेलू स्तर पर तेज़ी से बढ़ रहे हैं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी पहचान बना रहे हैं। इस साल कई ऐसे ट्रेंड उभर कर सामने आए हैं जिन्होंने यह साफ कर दिया है कि आने वाले वर्षों में भारतीय उद्यमिता किस दिशा में आगे बढ़ेगी।

नीचे 2025 के सबसे बड़े स्टार्टअप ट्रेंड्स का आसान और विस्तृत सार दिया गया है:


🤖 1. AI और डीप-टेक स्टार्टअप्स की सबसे तेज़ ग्रोथ

2025 में जो सेक्टर सबसे ज्यादा बढ़ रहा है, वह है AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस)
AI-आधारित स्टार्टअप्स — चाहे वे जेनरेटिव AI हों, AI-सॉफ्टवेयर, AI एजेंट्स, साइबर सिक्योरिटी AI या हेल्थ-AI — इनकी मांग और फंडिंग दोनों में भारी बढ़ोतरी हुई है।

क्यों?

  • कंपनियाँ ऑटोमेशन चाहती हैं
  • लागत कम करना चाहती हैं
  • तेज़, डेटा-ड्रिवन निर्णय लेना चाहती हैं

AI-स्टार्टअप अब बहुत कम समय में यूनिकॉर्न बनने लगे हैं। यदि पहले किसी कंपनी को 7 साल लगते थे, तो अब कई AI-स्टार्टअप सिर्फ 5–6 साल में ही $1 बिलियन की वैल्यू छू रहे हैं।


🌱 2. सस्टेनेबिलिटी और क्लीन-टेक का बूम

2025 के स्टार्टअप ट्रेंड में दूसरा बड़ा उछाल क्लीन-टेक, ग्रीन-एनर्जी, और सस्टेनेबल इनोवेशन का है।
ऊर्जा संकट, प्रदूषण, जलवायु बदलाव जैसी चुनौतियों ने ग्रीन स्टार्टअप्स को तेज़ी से आगे बढ़ने का मौका दिया है।

मुख्य फोकस क्षेत्रों में शामिल हैं:

  • EV चार्जिंग
  • सौर ऊर्जा समाधान
  • वेस्ट मैनेजमेंट
  • पर्यावरण-अनुकूल पैकेजिंग
  • रीसाइक्लिंग-टेक

2025 में निवेशक उन स्टार्टअप्स में अधिक पैसा लगा रहे हैं जो पृथ्वी, पर्यावरण और ऊर्जा-सेक्टर से जुड़े समाधान दे रहे हैं।


🏥 3. हेल्थ-टेक और डिजिटल हेल्थ सेवाओं की मांग

स्वास्थ्य क्षेत्र में 2025 में सबसे बड़ा बदलाव यह देखने को मिल रहा है कि लोग अब ऑनलाइन स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक अपनाने लगे हैं।

ट्रेंड्स में शामिल हैं:

  • टेलीमेडिसिन
  • ऑनलाइन डॉक्टर कंसल्टेशन
  • रिमोट हेल्थ मॉनिटिरिंग
  • AI-आधारित डायग्नोस्टिक
  • डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड

भारत जैसे बड़े देश में यह बदलाव बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच आसान हो रही है।


💳 4. FinTech का विस्तार और एंबेडेड फाइनेंस का उभार

भारत पहले से ही दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल भुगतान देश है, लेकिन 2025 में FinTech स्टार्टअप्स का दायरा और भी बढ़ गया है।

2025 के प्रमुख FinTech ट्रेंड्स:

  • डिजिटल लेंडिंग
  • BNPL (Buy Now Pay Later)
  • इंश्योरेंस-टेक
  • वेल्थ मैनेजमेंट ऐप्स
  • ब्लॉकचेन आधारित फाइनेंस
  • एंबेडेड फाइनेंस (ऐप में सीधे फाइनेंस सुविधा)

FinTech स्टार्टअप MSMEs, छोटे व्यापारियों और डिजिटल उपभोक्ताओं के बीच बेहद तेज़ी से लोकप्रिय हो रहे हैं।


🛍️ 5. D2C ब्रांड्स और क्विक-कॉमर्स की तेजी

2025 में Direct-to-Consumer (D2C) मॉडल फिर से तेज़ी से उभर रहा है।
लोग अब सीधा ब्रांड से खरीदारी करना पसंद कर रहे हैं, बजाए ऑफ़लाइन स्टोर या बड़े मार्केटप्लेस के।

D2C किन क्षेत्र में बढ़ रहा है?

  • स्किनकेयर
  • फैशन
  • हेल्थ सप्लिमेंट
  • पैकेज्ड फूड
  • होम प्रोडक्ट्स

इसके साथ, 10–20 मिनट डिलीवरी देने वाला क्विक-कॉमर्स मॉडल भी भारत में मजबूत हो रहा है — अब छोटे शहर भी क्विक-डिलीवरी की मांग कर रहे हैं।


🏙️ 6. Tier-2 और Tier-3 शहरों का उभार

एक बड़ा बदलाव यह है कि 2025 में स्टार्टअप सिर्फ बेंगलुरु, दिल्ली या मुंबई तक सीमित नहीं हैं।
अब जयपुर, इंदौर, पुणे, लखनऊ, नागपुर, कोच्चि, चंडीगढ़, पटना जैसे शहर भी नए स्टार्टअप हब बन रहे हैं।

क्यों?

  • कम लागत
  • स्थानीय प्रतिभा
  • बेहतर इंटरनेट
  • सरकारी सहयोग
  • छोटे शहरों में बड़ी मांग

इससे देशभर में उद्यमिता की पहुंच बढ़ रही है।


💼 7. कॉर्पोरेट + स्टार्टअप सहयोग बढ़ा

2025 में बड़ी कंपनियाँ स्टार्टअप्स में निवेश, एक्सीलरेटर प्रोग्राम और पार्टनरशिप मॉडल को तेजी से अपना रही हैं।
इसका फायदा क्या हो रहा है?

  • स्टार्टअप को ग्राहक मिलते हैं
  • बड़े ब्रांड को इनोवेशन मिलता है
  • फंडिंग आसान होती है
  • नए प्रोडक्ट तेज़ी से बाजार में आते हैं

कॉर्पोरेट वेंचर कैपिटल (CVC) इस साल के बड़े ट्रेंड्स में से एक है।


📉 8. फंडिंग चुनौतियाँ — लेकिन वृद्धि बरकरार

2025 की शुरुआत में वैश्विक आर्थिक मंदी की वजह से फंडिंग में गिरावट देखने को मिली।
लेकिन इसके बावजूद भारत में निवेशकों की दिलचस्पी बरकरार है।

क्योंकि भारत:

  • दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था है
  • युवा आबादी है
  • स्टार्टअप-फ्रेंडली सरकार है
  • विशाल उपभोक्ता बाजार है

इसलिए, फंडिंग में उतार-चढ़ाव आने के बावजूद, भारत में नवाचार की रफ्तार धीमी नहीं हुई।


🔮 निष्कर्ष: 2025 – भारतीय स्टार्टअप्स का “टेक और इनोवेशन वाला साल”

2025 का पूरा भारतीय स्टार्टअप परिदृश्य चार मुख्य बातों पर आधारित है:

  1. AI हर क्षेत्र में प्रवेश कर चुका है
  2. सस्टेनेबल और क्लीन-टेक स्टार्टअप तेज़ी से उभर रहे हैं
  3. छोटे शहरों का योगदान बढ़ रहा है
  4. D2C, FinTech और हेल्थ-टेक सबसे तेजी से बढ़ने वाले सेक्टर हैं

कुल मिलाकर, 2025 भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को ग्लोबल स्तर पर मजबूती से स्थापित करने वाला साल साबित हो रहा है।

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🚀 Uttar Pradesh Startup Ecosystem Report 2025

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भारत का स्टार्टअप लैंडस्केप तेजी से बदल रहा है, और 2025 की Startup Ecosystem Report ने इस बदलाव में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की बड़ी छलांग को साफ-साफ दिखा दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, यूपी देश का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बन गया है, जहां अब तक 14,000+ मान्यता प्राप्त स्टार्टअप उभर चुके हैं और 26 स्टार्टअप यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो चुके हैं।

यह प्रगति सिर्फ नंबरों में ही नहीं, बल्कि ग्राउंड-लेवल इकोसिस्टम में भी दिखाई देती है।


🌟 #1 यूपी का स्टार्टअप इकोसिस्टम कैसे हुआ मजबूत?

Startup Ecosystem Report-2025 के अनुसार, उत्तर प्रदेश ने पिछले कुछ वर्षों में स्टार्टअप फ्रेंडली माहौल बनाने में शानदार काम किया है।

🔹 49 जिलों में एक्टिव स्टार्टअप्स – देश में पहला राज्य!

पहले स्टार्टअप्स सिर्फ नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ और कानपुर जैसे बड़े शहरों तक सीमित थे, लेकिन अब यह संस्कृति छोटे शहरों और टियर-2 व टियर-3 इलाकों में भी फैल चुकी है।

यह बदलाव दर्शाता है कि:

  • लोगों में उद्यमिता की समझ बढ़ रही है
  • सरकार द्वारा दी जा रही स्कीमें असर दिखा रही हैं
  • कॉलेज-स्तर पर इनोवेशन का माहौल विकसित हुआ है

🏙️ #2 यूपी के टॉप 10 स्टार्टअप हब – कौन है नंबर 1?

रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के 10 सबसे सक्रिय स्टार्टअप हब इस प्रकार रहे:

रैंकशहरस्टार्टअप्स की संख्या
1️⃣नोएडा3,418
2️⃣लखनऊ1,789
3️⃣गाजियाबाद1,582
4️⃣कानपुर586
5️⃣वाराणसी406
6️⃣आगरा359
7️⃣मेरठ291
8️⃣प्रयागराज283
9️⃣गोरखपुर201
🔟बरेली177

📌 नोएडा उत्तर भारत का सबसे बड़ा टेक-स्टार्टअप क्लस्टर बनकर उभरा है।


🇮🇳 #3 देश के स्टार्टअप ग्रोथ में यूपी का योगदान

यूपी अब राष्ट्रीय स्टार्टअप इकोनॉमी में बड़ी भूमिका निभा रहा है:

  • यूपी का योगदान: 9.6%
  • दिल्ली का योगदान: 10%
  • कर्नाटक का योगदान: 10.6%

📈 यूपी की ग्रोथ रफ्तार बताती है कि आने वाले वर्षों में वह देश का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बन सकता है।


🦄 यूनिकॉर्न क्या होता है? ( आसान भाषा में )

स्टार्टअप की दुनिया में यूनिकॉर्न (Unicorn) ऐसा प्राइवेट स्टार्टअप होता है जिसकी वैल्यूएशन 1 बिलियन डॉलर (₹8,200 करोड़+) से ऊपर पहुंच जाती है।

🎯 यूनिकॉर्न की खास बातें:

✔️ 1. डिसरप्टिव इनोवेशन

यूनिकॉर्न वो कंपनियां होती हैं जो अपने सेक्टर में बड़ा बदलाव लाती हैं।
उदाहरण: Uber ने पूरी ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री को बदल दिया।

✔️ 2. टेक्नोलॉजी-ड्रिवन

लगभग सभी यूनिकॉर्न नई टेक्नोलॉजी पर आधारित बिजनेस मॉडल पर चलते हैं।

✔️ 3. कंज़्यूमर-सेंट्रिक

इनका फोकस यूजर्स की असल समस्या को आसान तरीके से हल करना होता है।

✔️ 4. प्राइवेट ओनरशिप

ज्यादातर यूनिकॉर्न स्टॉक मार्केट में लिस्ट नहीं होते।
इनकी वैल्यू तब बढ़ती है जब बड़े निवेशक इनमें पैसा लगाते हैं।

✔️ 5. सॉफ्टवेयर-फर्स्ट अप्रोच

ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार:

  • 87% यूनिकॉर्न्स सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट बनाते हैं
  • 7% हार्डवेयर
  • 6% अन्य प्रोडक्ट/सर्विसेज

🚀 यूपी के 26 यूनिकॉर्न: राज्य के लिए बड़ा माइलस्टोन

उत्तर प्रदेश में अब तक 26 स्टार्टअप यूनिकॉर्न बन चुके हैं, जो इसे भारत के प्रमुख नवाचार केंद्रों में से एक बनाते हैं।
इन यूनिकॉर्न्स का योगदान:

  • रोजगार के नए अवसर
  • छोटे शहरों में इनक्यूबेशन और फंडिंग के विकल्प
  • डिजिटल और टेक-आधारित समाधानों में तेजी से वृद्धि

🌐 छोटे शहरों की बड़ी उड़ान — क्यों खास है यूपी का मॉडल?

यूपी का मॉडल देश में अनोखा है क्योंकि यह सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं है। छोटे शहरों में भी:

✨ इनोवेशन लैब्स
✨ स्टार्टअप इनक्यूबेटर्स
✨ कॉलेज-आधारित आइडिया प्रोग्राम
✨ सरकारी ग्रांट और फंडिंग

जैसी सुविधाएँ तेजी से बढ़ रही हैं।

इससे छात्र, स्थानीय उद्यमी और टेक-लर्नर्स भी अपना स्टार्टअप शुरू कर पा रहे हैं।


💼 यूपी की तेजी का कारण — सरकार + इकोसिस्टम का सही तालमेल

यूपी सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में कई कदम उठाए:

  • Startup Policy 2020
  • MSME स्टार्टअप प्रोग्राम
  • Incubation Centers
  • Seed Fund & Venture Fund सपोर्ट
  • वर्कशॉप्स और मेंटोरशिप

इसका सीधा फायदा नए उद्यमियों को मिला है।


🏁 निष्कर्ष: भारत का नया स्टार्टअप इंजन — उत्तर प्रदेश

Startup Ecosystem Report-2025 साफ दर्शाती है कि उत्तर प्रदेश सिर्फ स्मार्ट शहरों तक सीमित नहीं, बल्कि छोटे-बड़े सभी जिलों को साथ लेकर एक विशाल स्टार्टअप इकोसिस्टम बना रहा है।

🚀 14,000+ स्टार्टअप
🦄 26 यूनिकॉर्न
🌍 49 जिलों में एक्टिव इनोवेशन

यह बताता है कि आने वाले वर्षों में यूपी भारत का स्टार्टअप पावरहाउस बनने की पूरी क्षमता रखता है।

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🦄 2025 में यूनिकॉर्न की ताबड़तोड़ बारिश! AI की वजह से Startup दुनिया में नई क्रांति

2025 अभी आधा भी नहीं बीता है और दुनिया भर में यूनिकॉर्न क्रिएशन तेज रफ्तार से बढ़ रहा है. इस साल अब तक 53 कंपनियाँ अरब-डॉलर वैल्यूएशन का स्तर पार कर चुकी हैं, जो साफ संकेत देता है कि 2025, 2024 में बने 80 यूनिकॉर्न के आंकड़े को आसानी से पीछे छोड़ सकता है.

लेकिन इस तेजी का असली हीरो कौन है?
सीधा जवाब— AI Boom! 🚀🤖

2025 में अब तक जितने भी नए यूनिकॉर्न बने हैं, उनमें से 53% सिर्फ AI आधारित स्टार्टअप्स हैं. AI-based कंपनियों की ग्रोथ इतनी तेज है कि वे सिर्फ 6 साल में यूनिकॉर्न बन रही हैं— जबकि पहले औसत समय 7 साल था.

यानी AI न सिर्फ बिज़नेस बदल रहा है, बल्कि वैल्यूएशन की स्पीड भी दोगुनी कर रहा है!


🤖🦾 AI Agents का जलवा: हर 5 में से 1 नया यूनिकॉर्न AI Agent कंपनी

2025 के यूनिकॉर्न परिदृश्य का सबसे बड़ा ट्रेंड है— AI Agents का उभार.

हर 5 में से 1 यूनिकॉर्न सिर्फ AI Agents बना रहा है, यानी ऐसे ऑटोनोमस AI सिस्टम जो हेल्थकेयर, कस्टमर सपोर्ट, सिक्योरिटी और सेल्स जैसी इंडस्ट्रीज को खुद चला रहे हैं.

इस साल बने नए AI Agent यूनिकॉर्न में शामिल कंपनियाँ—

  • Hippocratic AI – हेल्थकेयर एजेंट्स
  • Cyberhaven – डेटा सिक्योरिटी एजेंट
  • Parloa – कस्टमर सपोर्ट AI

AI Agents को लेकर निवेशकों की भूख इतनी ज्यादा है कि इन कंपनियों को शुरुआती सालों में ही बिलियन-डॉलर वैल्यूएशन मिल रहा है.


💼📈 नए यूनिकॉर्न ज़्यादा Lean & Efficient — प्रति कर्मचारी 83% अधिक Revenue

2025 के यूनिकॉर्न सिर्फ वैल्यूएशन में ही नहीं, बल्कि Efficiency में भी पुराने यूनिकॉर्न्स को पीछे छोड़ रहे हैं.

🔹 नए यूनिकॉर्न का Revenue Per Employee: $814K
🔹 सभी यूनिकॉर्न का औसत: $446K

यानि नए स्टार्टअप्स में 83% अधिक प्रोडक्टिविटी!

इस lean ऑपरेशन के पीछे बड़ी वजह है—
👉 AI-Automation
👉 कम बर्न, ज्यादा आउटपुट
👉 छोटी लेकिन हाई-स्पीड टीम्स

उदाहरण के तौर पर:

  • Olipop — $1.2M प्रति कर्मचारी
  • Clay (AI Sales Agent) — $1M प्रति कर्मचारी

ये मॉडल बताता है कि आने वाले समय में स्टार्टअप्स “कम लोग, ज्यादा टेक, ज्यादा आउटपुट” वाली स्ट्रैटेजी पर काम करेंगे.


🛒💳 कौन सी कंपनियाँ Exit के लिए तैयार? Consumer और Fintech सबसे आगे

वैल्यूएशन की रफ्तार बढ़ रही है, लेकिन इसके साथ M&A (Merger & Acquisition) एक्टिविटी भी तेज हो रही है.

2025 में, Mosaic Score के आधार पर, सबसे ज्यादा अधिग्रहण की संभावना वाली कंपनियाँ हैं:

🔥 Top Potential M&A Targets

सेक्टरकंपनीअगले 2 साल में अधिग्रहण की संभावना
FintechPPRO53%
Identity VerificationID.me41%
E-commerce InfraCart.com33%
Luxury MarketplaceVestiaire Collective31%

फिनटेक और कंज़्यूमर स्टार्टअप्स में M&A की संभावना सबसे ज्यादा है, खासकर:

  • पेमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर
  • आइडेंटिटी वेरिफिकेशन
  • ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स
  • डिजिटल मार्केटप्लेस

इन सेक्टर्स में बड़ी टेक कंपनियाँ और ग्लोबल कॉर्पोरेट्स नए इनोवेशन को खरीदकर अपने सिस्टम में इंटीग्रेट करना चाहती हैं.


🚀🌍 2025 क्या संकेत देता है? Startup दुनिया का अगला दशक कैसा दिखेगा?

2025 के यूनिकॉर्न डेटा से साफ झलकता है कि आने वाले 10 साल में टेक दुनिया कैसे बदलेगी—

🔮 1. AI First, Everything Later

हर नया स्टार्टअप अब AI-first बन रहा है।
AI ही प्रोडक्ट, AI ही इंजन, AI ही ग्रोथ!

🔮 2. Lean Teams, Super Productivity

छोटी-छोटी टीमें वैल्यू बिल्ड करेंगी,
टेक और ऑटोमेशन 10X आउटपुट देगा.

🔮 3. Faster Valuations

यूनिकॉर्न स्टेज तक पहुँचने में लगने वाला समय
7 साल → 6 साल → जल्द ही 5 साल हो सकता है.

🔮 4. Fintech + Consumer = सबसे Hot Exit Market

जहाँ यूज़र बेस है, वहाँ M&A की डील्स हैं.

🔮 5. Global AI Race अब असली Battle Ground

जो देश AI Agents और Automation में आगे रहेगा,
वही टेक इकोसिस्टम का Future लीड करेगा.


🦄✨ निष्कर्ष: 2025—AI यूनिकॉर्न्स का साल, तेज रफ्तार ग्रोथ का नज़ारा

2025 ने साबित कर दिया है कि यूनिकॉर्न क्रिएशन सिर्फ जारी नहीं है, बल्कि तेज़ी से Accelerate हो रहा है.
AI ने स्टार्टअप को सिर्फ स्मार्ट नहीं बनाया—
बल्कि तेज़, lean और highly profitable बनाया है.

इस साल बनी नई कंपनियाँ बता रही हैं कि—

  • भविष्य AI Agents का है
  • कंपनियाँ कम लोगों के साथ भी ज्यादा आउटपुट देंगी
  • फिनटेक और कंज्यूमर सेक्टर में M&A की बाढ़ आएगी
  • यूनिकॉर्न बनने की रफ्तार और तेज होगी

आने वाले दिनों में टेक दुनिया और भी रोचक होने वाली है—
और AI इसका सबसे बड़ा गेम-चेंजर होगा! 🚀🤖🔥

Read more : Startup India के 9 साल भारत के स्टार्टअप सफर का नया अध्याय

🇮🇳 Startup India के 9 साल भारत के स्टार्टअप सफर का नया अध्याय

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16 जनवरी 2025 को भारत Startup India के 9 साल पूरे कर रहा है — एक ऐसा मिशन जिसने देश में उद्यमिता, इनोवेशन और युवा शक्ति को नई दिशा दी। 2016 में शुरू हुई यह पहल आज नेशनल स्टार्टअप डे के रूप में मनाई जाती है, जो भारत की आर्थिक प्रगति और आत्मनिर्भरता की यात्रा का महत्वपूर्ण प्रतीक बन चुकी है।

🚀 भारत: दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम

DPIIT के अनुसार 15 जनवरी 2025 तक 1.59 लाख से अधिक स्टार्टअप्स आधिकारिक रूप से रजिस्टर्ड हो चुके हैं।
भारत आज सिलिकॉन वैली के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बन चुका है।

• 100+ यूनिकॉर्न
• बेंगलुरु, हैदराबाद, मुंबई, दिल्ली-NCR प्रमुख हब
• टियर-2 व टियर-3 शहरों की तेजी से बढ़ती भूमिका

Zomato, Nykaa, Ola जैसी कंपनियों ने दिखाया है कि भारत केवल जॉब सीकर नहीं, बल्कि जॉब क्रिएटर बन चुका है।


🏆 Startup India मिशन की प्रमुख उपलब्धियाँ

📈 1. स्टार्टअप्स की रिकॉर्ड ग्रोथ

2016 में जहाँ सिर्फ 500 स्टार्टअप्स थे, वहीं आज यह संख्या 1,59,157 पार कर चुकी है।

👩‍💼 2. महिला उद्यमियों का उभार

31 अक्टूबर 2024 तक,
73,151 स्टार्टअप्स में कम से कम एक महिला डायरेक्टर शामिल है।

👨‍💼 3. 16.6 लाख से अधिक नौकरियाँ

Startup India ने अब तक 16.6 लाख+ डायरेक्ट जॉब्स बनाई हैं, जो भारत के रोजगार बाजार में बड़ा योगदान है।


⚙️ Startup India की मुख्य सुविधाएँ

🧾 Ease of Doing Business

• सेल्फ-सर्टिफिकेशन
• सिंगल विंडो क्लियरेंस
• सरल कॉम्प्लायंस

💸 टैक्स बेनिफिट्स

• 3 साल तक टैक्स छुट
• Angel Tax में रिलैक्सेशन

💰 फंडिंग सपोर्ट

• ₹10,000 करोड़ का Fund of Funds for Startups (FFS)
• शुरुआती चरणों में निवेश की सुविधा

🌾 सेक्टर-विशेष नीतियाँ

• बायोटेक
• एग्रीटेक
• रिन्यूएबल एनर्जी
• हेल्थ-टेक
• डीपटेक


🧑‍💼 कौन-कौन से सेक्टर दे रहे हैं सबसे ज्यादा नौकरियाँ?

31 अक्टूबर 2024 तक सबसे ज्यादा जॉब्स बनाने वाले सेक्टर:

IT सर्विसेज – 2.04 लाख
हेल्थकेयर और लाइफसाइंसेज – 1.47 लाख
प्रोफेशनल सर्विसेज – 94,000

यह दर्शाता है कि स्टार्टअप्स न सिर्फ इनोवेशन, बल्कि अर्थव्यवस्था और रोजगार दोनों का मजबूत आधार बन चुके हैं।


🌱 Startup India की प्रमुख योजनाएँ

🌟 1. Startup India Seed Fund Scheme (SISFS)

स्टार्टअप के शुरुआती चरण में फंडिंग सपोर्ट।

🛡️ 2. Credit Guarantee Scheme for Startups (CGSS)

लोन के लिए क्रेडिट गारंटी उपलब्ध कराना।

💼 3. Fund of Funds for Startups (FFS)

₹10,000 करोड़ की फंडिंग व्यवस्था जो VC फंड्स के जरिए स्टार्टअप्स तक पहुँचती है।


🤝 अन्य प्रमुख पहलें

🏫 Capacity Building व Handholding

• नॉन-मेट्रो शहरों में वर्कशॉप
• इन्क्यूबेटर्स को स्पेशल हैंडहोल्डिंग

📣 Outreach & Awareness

• स्टार्टअप शोकेस
• फंडिंग कनेक्ट
• सोशल मीडिया प्रमोशन

🌍 इकोसिस्टम डेवलपमेंट प्रोग्राम्स

• Startup Mahakumbh
• ASCEND वर्कशॉप
• Startup India Innovation Week

🔗 अंतरराष्ट्रीय सहयोग

• G20 की Startup20 Engagement Group
• ग्लोबल इवेंट्स व पार्टनरशिप


🔵 BHASKAR Platform: स्टार्टअप्स का डिजिटल कॉर्नर

2024 में लॉन्च हुआ BHASKAR — Bharat Startup Knowledge Access Registry, Startup India का बड़ा कदम माना जा रहा है।

⭐ इसकी विशेषताएँ:

• आसान नेटवर्किंग
• स्टार्टअप्स के लिए यूनिक BHASKAR ID
• सेंट्रलाइज़्ड रिसोर्सेज
• ग्लोबल डिस्कवरी
• नॉन-मेट्रो शहरों तक पहुंच

यह प्लेटफॉर्म भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को एक डिजिटल छत के नीचे लाता है।


🎪 Startup Mahakumbh: भारत का सबसे बड़ा स्टार्टअप उत्सव

2024 के पहले एडिशन की खास बातें:

• 1,300+ एक्सहिबिटर्स
• 48,000+ बिजनेस विज़िटर्स
• 392 स्पीकर्स
• 200+ इन्वेस्टर्स
• PM मोदी की उपस्थिति

🔮 अगला एडिशन

3–5 अप्रैल 2025
थीम: “Startup India @ 2047 – Unfolding the Bharat Story”

यह भारत की भविष्य की डिजिटल व इनोवेशन यात्रा को दर्शाएगा।


🏁 निष्कर्ष

पिछले नौ वर्षों में Startup India ने:

✔ 1.59 लाख से अधिक स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया
✔ लाखों युवाओं को रोजगार दिया
✔ देश के सबसे छोटे कस्बों में भी उद्यमिता की लहर जगाई
✔ भारत को वैश्विक इनोवेशन मानचित्र पर मजबूत जगह दिलाई

आज भारत सिर्फ स्टार्टअप नेशन नहीं, बल्कि स्टार्टअप सुपरपावर बनने की ओर बढ़ रहा है।
Startup India इनोवेशन, उद्यमिता और आर्थिक विकास की इस यात्रा का सबसे बड़ा इंजन बन चुका है।

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🚀 AI Startup Boom 2025 दुनिया की सबसे गर्म AI कंपनियों की दुनिया में झांकिए!

AI Startup

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया अब किसी साइंस-फिक्शन कहानी जैसी नहीं रही—ये आज की सबसे तेज़ी से बढ़ती, सबसे ज़्यादा फंडिंग पाने वाली और सबसे ज़्यादा डिसरप्शन करने वाली इंडस्ट्री बन चुकी है।

2024 में AI Startup ने $42.97 बिलियन जुटाए, और 2025 के शुरुआती महीनों में ही $6.93 बिलियन निवेश हो चुका है। इससे साफ़ है—AI दुनिया बदल रहा है, और निवेशक इसे खुले हाथों से अपनाए हुए हैं! 🧠💰


🔥 सबसे गर्म AI स्टार्टअप्स – 2025 के स्टार प्लेयर्स!

AI की दुनिया हर हफ्ते बदल रही है… नए स्टार्टअप उभरते हैं, बड़े फंडिंग राउंड्स होते हैं और टेक्नोलॉजी अगले लेवल पर पहुँचती है।

तो आखिर कौन-सी AI कंपनियाँ 2025 में हॉट मानी जा रही हैं?
ये स्टार्टअप्स वो हैं जिन्होंने:
✔️ पिछले 3–6 महीनों में ज़बरदस्त फंडिंग उठाई
✔️ ब्रेकथ्रू टेक्नोलॉजी बनाई
✔️ काबिल फाउंडर टीम खड़ी की
✔️ शुरुआती मार्केट ट्रैक्शन दिखाया

ये स्टार्टअप्स जनरेटिव AI, हेल्थकेयर AI, एंटरप्राइज AI, मशीन लर्निंग इंफ्रास्ट्रक्चर और उभरते AI सेक्टर्स में गजब का काम कर रहे हैं।


🤖 “AI Startup” किसे कहते हैं? समझिए आसान भाषा में!

आजकल हर कंपनी खुद को “AI Powered” बताती है। लेकिन हमारा फोकस सिर्फ़ उन कंपनियों पर है जो असली AI बिल्ड कर रही हैं:

🔹 Foundational AI: बड़े भाषा मॉडल, कंप्यूटर विज़न, AI चिप्स
🔹 AI-Native Products: जहाँ AI खुद प्रोडक्ट है, फीचर नहीं
🔹 Industry Transformers: हेल्थ, फाइनेंस, लीगल, सप्लाई-चेन आदि को बदलने वाली AI

हमने उन कंपनियों को शामिल नहीं किया जो सिर्फ़ API जोड़कर कहती हैं – “हम भी AI हैं!” 🚫


📊 क्यों हमारा AI Startup Database बाकी साइट्स से अलग है?

यह कोई साधारण कॉपी-पेस्ट लिस्ट नहीं…
ये है सबसे गहरी, सबसे भरोसेमंद, सबसे अपडेटेड AI Startup Directory जिसमें है:

7,380+ फाउंडर्स/CEOs के डबल-वेरिफाइड ईमेल
✨ हर हफ्ते अपडेट होती फंडिंग जानकारी
✨ X (Twitter) और LinkedIn प्रोफाइल
✨ कंपनी का स्टेज, टेक-स्टैक, टीम साइज, लोकेशन
✨ 5,000+ फंडेड AI स्टार्टअप्स

सब कुछ मैन्युअली वेरिफाई किया जाता है—Crunchbase, कंपनी रिलीज़ और SEC फाइलिंग के आधार पर।


📈 AI Startup Funding Trends 2025 — इस साल क्या नया है?

2025 AI स्टार्टअप्स के लिए बड़े बदलाव ला रहा है:

🟣 1. Mega-Rounds का दौर जारी

$100M+ राउंड्स अब सिर्फ़ उन कंपनियों को मिल रहे हैं जिन्होंने
✔️ रेवेन्यू दिखाया
✔️ एंटरप्राइज क्लाइंट्स हासिल किए
✔️ मजबूत टेक स्टैक बनाया

🟢 2. सेक्टर डाइवर्सिफिकेशन

AI अब सिर्फ़ चैटबॉट्स तक सीमित नहीं—
🧬 हेल्थकेयर
⚖️ लीगल
🚛 सप्लाई चेन
🌍 क्लाइमेट टेक
इन सेक्टर्स में जबरदस्त निवेश हो रहा है।

🔵 3. Global Expansion

सिर्फ़ सिलिकॉन वैली ही नहीं!
अब Austin, London, Paris, Tel Aviv, Singapore, Toronto AI हॉटस्पॉट बन चुके हैं।

🔴 4. Seed Stage में सख़्ती

अब निवेशक सिर्फ़ “GPT wrappers” में पैसा नहीं डालते।
उन्हें चाहिए:
✔️ Proprietary तकनीक
✔️ असली प्रॉब्लम का समाधान
✔️ साफ़ revenue model


🧭 AI Startup List का इस्तेमाल कैसे करें?

🔍 For Investors

📌 नए हाई-पोटेंशियल AI स्टार्टअप खोजें
📌 फंडिंग स्टेज, लोकेशन और सेक्टर के आधार पर फ़िल्टर करें

👨‍💻 For Job Seekers

📌 फास्ट-ग्रोइंग स्टार्टअप्स ढूंढ़ें
📌 हाल में फंडिंग पाने वाली कंपनियों में हायरिंग सबसे तेज़ होती है

🤝 For Business Development

📌 AI टेक पार्टनर्स खोजें
📌 Verified emails से डायरेक्ट संपर्क करें

🧪 For Market Research

📌 उद्योग ट्रेंड्स, कैटेगरी और कैपिटल फ्लो को समझें

🚀 For Founders

📌 Competition समझें
📌 बड़े players के फंडिंग patterns सीखें
📌 संभावित पार्टनर्स/अक्वायरर्स खोजें


💸 हाल ही में फंडिंग पाने वाले AI स्टार्टअप्स (कुछ नाम):

StartupCountryFundingRoundIndustry
Shexu TechnologyChinaSeries B3D, AI, B2B
BestatJapan$663KSeries AData, AI
Maximor AIUSA$9MSeedAccounting AI
DualEntryUSA$90MSeries AAI Finance
CampfireUSA$65MSeries BAI for Finance
MemoYo AnimationIndia$180KPre-SeedAI Animation
VibeUSA$50MSeries BAI Marketing

(पूरी 100 स्टार्टअप्स की लिस्ट में और भी नाम शामिल हैं)


📌 AI Startups at a Glance — 2025 Snapshot

✔️ 5,000+ funded AI startups
✔️ $50B+ फंडिंग
✔️ 10+ उभरते AI hubs
✔️ AI jobs में अभूतपूर्व उछाल

Read more : इस हफ्ते भारतीय स्टार्टअप्स इकोसिस्टम का धमाका! 26 स्टार्टअप्स ने जुटाए $220.52 Mn

🚀 Q1 2025: भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में $3.1 बिलियन की फंडिंग, निवेशक फिर से सक्रिय — लेकिन क्या यह रफ्तार बरकरार रहेगी?

Founder article

FundingRaised.in विशेष रिपोर्ट

2024 के अंत में विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया था कि 2025 में भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम एक बार फिर नई ऊँचाइयों को छुएगा। लेकिन Inc42 की “Indian Tech Startup Funding Report Q1 2025” के अनुसार, भले ही फंडिंग में 41% की सालाना बढ़ोतरी दर्ज की गई हो, पर कुल डील्स और गतिविधि लगभग स्थिर बनी हुई है।


📊 पहली तिमाही में कुल फंडिंग और डील्स

  • Q1 2025 में कुल फंडिंग: $3.1 बिलियन
  • Q1 2024 की तुलना में: 41% ज्यादा
  • Q1 2025 में डील्स की संख्या: 232
  • Q1 2024 में डील्स: 226
  • Q2 और Q3 2024 में डील्स: 280 और 268
  • Q4 2024: सबसे कमजोर तिमाही — सिर्फ 219 डील्स

हालांकि फंडिंग राशि बढ़ी है, डील्स की संख्या में कोई खास इजाफा नहीं हुआ, जो इकोसिस्टम की गति को सीमित करता है।


💰 निवेशकों की भागीदारी में उछाल

Q1 2025 में 656 निवेशकों ने भारतीय स्टार्टअप्स में पैसा लगाया — जो पिछले वर्ष के 461 निवेशकों की तुलना में 42% अधिक है।

लेकिन अगर बाकी की तीन तिमाहियों को देखें तो निवेशक संख्या 550 से 650 के बीच स्थिर रही है।


🔝 किस सेक्टर में सबसे ज्यादा निवेश?

  • डील्स की संख्या के आधार पर:
    1. फिनटेक
    2. ईकॉमर्स
    3. एंटरप्राइज टेक
  • कुल निवेश राशि के आधार पर:
    1. ईकॉमर्स
    2. एंटरप्राइज टेक
    3. फिनटेक

🌟 Q1 2025 के सबसे सक्रिय निवेशक

1. 🏦 Stride Ventures – 27 निवेश

  • Wow! Momo, Glance, Park+ में निवेश
  • 2024 में 70 स्टार्टअप्स में निवेश
  • Fund IV लॉन्च ($300 Mn का लक्ष्य)
  • DPIIT के साथ साझेदारी से ग्लोबल एक्सपैंशन में मदद
  • पोर्टफोलियो में: Zepto, Ather, SUGAR, Bluestone आदि

2. 🏦 Alteria Capital – 26 निवेश

  • Apna Mart, Pratilipi, WayCool, GIVA जैसी कंपनियों में निवेश
  • अब तक 157 निवेश, 15 यूनिकॉर्न्स
  • पोर्टफोलियो: BharatPe, Dailyhunt, Jupiter, Cars24
  • AUM: $550 Mn

3. 🌱 Blume Ventures – 21 निवेश

  • Atomicwork, GoStops, Swish Club, TakeMe2Space
  • फोकस: Seed और Pre-Series A स्टेज
  • कुल 500+ निवेश
  • यूनिकॉर्न्स: Unacademy, Slice, Spinny
  • अन्य पोर्टफोलियो: Cashify, Leverage Edu, Printo

4. 💡 ah! Ventures – 20 निवेश

  • Zealopia, TechMonk, Agrilectric, Markytics
  • प्लेटफॉर्म आधारित निवेश (Seed, Angel, Pre-Series A)
  • अब तक ₹56 करोड़ से अधिक का निवेश
  • पोर्टफोलियो: Exotel, SuperBottoms, Settl

5. 💼 Rainmatter – 20 निवेश

  • Zerodha द्वारा समर्थित
  • निवेश: Boldcare, FluxGen, Sisters In Sweat
  • फोकस: Fintech, Wellness, Climate Tech, Storytelling
  • पोर्टफोलियो: CRED, smallcase, Ultrahuman

6. 💳 BlackSoil – 19 निवेश

  • Celcius Logistics, Epaylater
  • Debt और Alternate Credit सॉल्यूशंस
  • सप्लाई चेन फाइनेंसिंग प्लेटफॉर्म: SaralSCF
  • RBI से अप्रूवल मिलने के बाद Caspian Debt के साथ मर्जर की योजना

7. 👼 Indian Angel Network (IAN) – 18 निवेश

  • goSTOPS, FluxGen, PlaySuper, Svastek
  • नेटवर्क: 500+ एंजेल निवेशक
  • निवेश सीमा: ₹50 लाख से ₹50 करोड़
  • पोर्टफोलियो: Ola, Druva, Spinny, Uniphore

8. 🚀 All In Capital – 15 निवेश

  • Plazza, Krvvy, Prep, Med Mitra
  • निवेश सीमा: $250K – $600K
  • संस्थापक नेटवर्क: Meesho, ShareChat, MPL के फाउंडर्स
  • पोर्टफोलियो: Giva, Mixar, MeetRecord

9. 💸 Trifecta Capital – 14 निवेश

  • Farmart, Spintly, Magenta Mobility
  • Fund Size: ₹5,000 Cr (AUM $600 Mn)
  • नए फंड में 100 स्टार्टअप्स में निवेश की योजना
  • पोर्टफोलियो: ixigo, Livspace, Atomberg

10. 🌍 Antler – 12 निवेश

  • Just Breathe, Blink Money
  • फोकस: Idea स्टेज स्टार्टअप्स
  • निवेश सीमा: $500K तक
  • स्थापना: 2018 (ग्लोबल VC)

📌 निष्कर्ष: फंडिंग वापस आई, लेकिन पूरे रफ्तार में नहीं

Q1 2025 ने भले ही निवेशकों की वापसी और $3.1 बिलियन फंडिंग के साथ एक सकारात्मक संकेत दिया हो, लेकिन डील्स की संख्या और वॉल्यूम में स्थिरता यह दिखाती है कि इकोसिस्टम अभी पूरी तरह पुनर्जीवित नहीं हुआ है।

अब सबकी निगाहें Q2 2025 पर हैं — क्या यह स्टार्टअप इंडिया के लिए पुनरुद्धार की शुरुआत बनेगा या ग्रोथ को बनाए रखना चुनौती होगी?


📢 ऐसे ही इनसाइटफुल स्टार्टअप फंडिंग और निवेश विश्लेषण के लिए पढ़ते रहें: FundingRaised.in
📊 जहां हर निवेश और सौदे का होता है पूरा लेखा-जोखा।

📊 Q1 2025 स्टार्टअप फंडिंग रिपोर्ट भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम बना रहा है गति Founder Article

Founder Article

https://fundingraised.in/ विशेष रिपोर्ट

भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम 2025 की पहली तिमाही (Q1) में एक बार फिर फंडिंग, इनोवेशन और निवेश गतिविधियों से भरा रहा। Inc42 द्वारा प्रकाशित “Indian Tech Startup Funding Report – Q1 2025”Founder Article से मिले आंकड़ों पर आधारित यह विश्लेषण बताता है कि भारत का स्टार्टअप लैंडस्केप कैसे नए मुकाम हासिल कर रहा है — चाहे वो यूनिकॉर्न्स हों, निवेश ट्रेंड्स हों, या M&A एक्टिविटीज़।


🇮🇳 भारत का डिजिटल भविष्य: इंटरनेट और स्मार्टफोन की बढ़ती पहुंच

  • भारत में 2030 तक 1.2 अरब से अधिक इंटरनेट यूजर्स होने की उम्मीद है।
  • इंटरनेट डेटा की औसत लागत सिर्फ ₹13/GB ($0.16) है, जो इसे विश्व में सबसे सस्ता बनाती है।
  • 2024 में भारत के पास पहले से ही 886 मिलियन+ इंटरनेट यूजर्स हैं — एक डिजिटल रेवोल्यूशन।

🚀 स्टार्टअप इकोनॉमी का आकार

  • अब तक भारत में कुल $161 बिलियन से अधिक की फंडिंग हो चुकी है (2014–2025)।
  • देश में 70,000+ टेक स्टार्टअप, 120 यूनिकॉर्न, और 122 सूनिकॉर्न्स सक्रिय हैं।
  • स्टार्टअप्स ने 1.6 मिलियन से अधिक डायरेक्ट जॉब्स बनाए हैं।

💸 Q1 2025 में फंडिंग का हाल

  • Q1 2025 में भारतीय स्टार्टअप्स ने $3.1 बिलियन+ की फंडिंग जुटाई — जो Q1 2024 की तुलना में 41% अधिक है।
  • कुल 232 डील्स हुईं, जिनमें मीडियन टिकट साइज $3 मिलियन रहा।
  • 6 मेगा डील्स ($100M+), और 1 नया यूनिकॉर्न सामने आया।

🏆 टॉप 10 फंडिंग राउंड्स (Q1 2025)

  • Innovaccer (Healthtech) – $275M
  • Meesho (Ecommerce) – $251M
  • Infra.Market (Real Estate Tech) – $140M
  • अन्य बड़े नाम: upGrad, KreditBee, Livspace, और Teachmint

📍 कौन से शहर बने फंडिंग के हब?

  1. बेंगलुरु – सबसे आगे, लगभग हर सेक्टर में अग्रणी
  2. Delhi NCR – मजबूत निवेश और यूनिकॉर्न इकोसिस्टम
  3. मुंबई, हैदराबाद, पुणे – खासकर फिनटेक और हेल्थटेक फोकस

📂 किस सेक्टर को सबसे ज्यादा फंडिंग मिली?

  • Fintech: ₹6,000+ करोड़ की फंडिंग के साथ सबसे आगे
  • Ecommerce, Enterprise Tech, और Healthtech भी टॉप फंडेड सेगमेंट्स में रहे
  • Seed स्टेज में Ecommerce, Growth स्टेज में Enterprise Tech, और Late स्टेज में Fintech को मिला सबसे अधिक निवेश

🤝 M&A गतिविधियां भी तेज़

Q1 2025 में 73% YoY ग्रोथ के साथ कुल 26+ M&A डील्स हुईं।

  • Wingify (Everstone Capital द्वारा अधिग्रहण)
  • Minimalist (HUL द्वारा अधिग्रहण)
  • Fintech सेगमेंट में सबसे अधिक अधिग्रहण

📉 मेगा डील्स में गिरावट

2019–2021 के मुकाबले अब $100 मिलियन से ऊपर की डील्स में गिरावट है। अब औसतन 6 मेगा डील्स प्रति तिमाही हो रही हैं, जबकि पहले ये संख्या 30+ थी।


💼 निवेशक कौन हैं सबसे एक्टिव?

  • इस तिमाही में 650+ निवेशकों ने हिस्सा लिया।
  • टॉप निवेशकों में शामिल हैं:
    • Alteria Capital, Blume Ventures, Accel, Matrix Partners, और Lightspeed
    • Angel Networks और Accelerators की भागीदारी भी उल्लेखनीय रही

🔬 निवेशकों का मूड: AI बना टॉप थीम

FundingRaised के विश्लेषण के अनुसार, निवेशकों ने Q1 2025 में “AI Agents” को सबसे बड़ा निवेश अवसर माना।

  • 76% निवेशक मानते हैं कि भारत को अपना स्वदेशी AI इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करना चाहिए
  • अधिकांश निवेशक Exit Multiples 2x–5x पर टिके रहे
  • EV सेक्टर में सब्सिडी कटौती के चलते स्टार्टअप्स को नुकसान की आशंका

💼 फंड लॉन्च: नए निवेश को बढ़ावा

Q1 2025 में $3.2 बिलियन से अधिक के फंड लॉन्च हुए।

  • Accel India, Bessemer, Neo Asset, Expert Dojo, Kotak Alt, Venturi, और कई घरेलू फंड्स ने नया पूंजी संकल्प लिया
  • ज़्यादातर फंड AI, Fintech, SaaS, DeepTech, Consumer Tech सेगमेंट्स पर केंद्रित

📉 स्टॉक्स में गिरावट, लेकिन निवेशकों को उम्मीद

Q1 2025 में भारत के New Age Tech स्टॉक्स में गिरावट देखी गई — लगभग 20-40% की YTD गिरावट। फिर भी, निवेशकों को उम्मीद है कि सुधार जल्द देखने को मिलेगा, खासकर AI, GreenTech, और Consumer Tech सेगमेंट्स में।


🔚 निष्कर्ष

Q1 2025 भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए मिला-जुला रहा — फंडिंग में बढ़त, M&A में तेजी, लेकिन Late-stage डील्स और मेगा फंडिंग में गिरावट। निवेशकों की नजरें अब AI और भारत-केंद्रित रणनीतियों पर हैं।

📢 यदि आप भारत की स्टार्टअप और फंडिंग खबरों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो बने रहिए FundingRaised.in के साथ — जहाँ स्टार्टअप की हर चाल है ख़ास।

read more :🇮🇳 Indian Startups Weekly Funding Report: इस हफ्ते जुटाए गए $181.21 मिलियन, Juspay और Easebuzz के बड़े निवेश 🧾🚀

2024 भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक महत्वपूर्ण रहा।

2024 भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक महत्वपूर्ण और परिवर्तनकारी वर्ष रहा। इस वर्ष न केवल कुल फंडिंग में सुधार देखने को मिला, बल्कि IPO में स्नातक होने वाले स्टार्टअप्स की संख्या भी एक नए स्तर पर पहुंच गई। क्विक कॉमर्स के क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जिसमें Zepto ने $1.35 बिलियन की फंडिंग के साथ इस सेगमेंट का नेतृत्व किया।

स्टार्टअप फंडिंग का विश्लेषण

FundingRaised.in Report के अनुसार, भारतीय स्टार्टअप्स ने 2024 में कुल $14.44 बिलियन की फंडिंग जुटाई।

  • ग्रोथ और लेट-स्टेज फंडिंग: $11.2 बिलियन (326 डील्स से)
  • अर्ली-स्टेज फंडिंग: $3.23 बिलियन (810 डील्स से)
  • अनडिस्क्लोज्ड राउंड्स: 201

मासिक फंडिंग ट्रेंड

फंडिंग की प्रवृत्ति पूरे वर्ष अस्थिर रही:

  • जनवरी में $719.42 मिलियन से शुरुआत हुई।
  • जून में $1.92 बिलियन तक पहुंची।
  • जुलाई में गिरावट के बाद, अगस्त और सितंबर में $1.5 बिलियन से अधिक की वृद्धि हुई।
  • दिसंबर में $1.32 बिलियन के साथ वर्ष का अंत मजबूत रहा।

2024 में कुल फंडिंग $14.44 बिलियन रही, जो 2023 के $11.3 बिलियन से अधिक है। हालांकि, यह 2021 के $38 बिलियन और 2022 के $25 बिलियन से अभी भी कम है।

2024 के प्रमुख ग्रोथ-स्टेज सौदे

2024 में कई क्षेत्रों में बड़ी डील्स हुईं।

  1. Zepto – $1.35 बिलियन (क्विक कॉमर्स)
  2. Flipkart – $350 मिलियन (ई-कॉमर्स)
  3. Pharmeasy – $216 मिलियन (हेल्थटेक)
  4. Engrail – $157 मिलियन (हेल्थटेक)
  5. Lenskart – $200 मिलियन (ई-कॉमर्स)
  6. Atlan – $105 मिलियन (AI)
  7. Pocket FM – $103 मिलियन (मीडिया)

अर्ली-स्टेज डील्स

अर्ली-स्टेज फंडिंग में भी कई दिलचस्प डील्स हुईं।

  1. SCOPE – $90 मिलियन (नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म)
  2. Avail – $70 मिलियन (ब्लॉकचेन)
  3. Krutrim – $50 मिलियन (AI सॉल्यूशंस)
  4. Indkal – $36 मिलियन (इलेक्ट्रॉनिक्स)
  5. IBC – $35 मिलियन (लिथियम-आयन बैटरियां)
  6. StockGro – $24.7 मिलियन (सोशल इन्वेस्टिंग)

मर्जर और अधिग्रहण

2024 में कुल 144 अधिग्रहण हुए।

  • OYO ने G6 Hospitality को $525 मिलियन में खरीदा।
  • Zomato ने Paytm की मूवी और टिकटिंग सेवा को $244 मिलियन में अधिग्रहित किया।
  • Freshworks ने Device42 को $230 मिलियन में खरीदा।

ESOP बायबैक और लिक्विडिटी

2024 में कुल $190 मिलियन के ESOP बायबैक और लिक्विडिटी दर्ज की गई।

  1. Swiggy – $65 मिलियन
  2. Whatfix – $58 मिलियन
  3. Urban Company – $24.4 मिलियन

2024 का ESOP आंकड़ा 2023 के $802 मिलियन की तुलना में काफी कम रहा। हालांकि, IPO ने कर्मचारियों के लिए बड़े लिक्विडिटी इवेंट्स प्रदान किए।


शहर और सेगमेंट-वाइज फंडिंग

शहर-वाइज डील्स

  1. बेंगलुरु: 485 डील्स ($5.06 बिलियन)
  2. दिल्ली-एनसीआर: 332 डील्स ($3.12 बिलियन)
  3. मुंबई: 231 डील्स ($3.76 बिलियन)

सेगमेंट-वाइज डील्स

  1. ई-कॉमर्स: 222 डील्स ($3.51 बिलियन)
  2. फिनटेक: 211 डील्स ($3.23 बिलियन)
  3. हेल्थटेक: 120 डील्स ($1.14 बिलियन)

लेऑफ्स और शटडाउन्स

2024 में 4,700 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया।

  • BYJU’s: 500 कर्मचारी
  • Swiggy: 350 कर्मचारी
  • Unacademy: 250 कर्मचारी

शटडाउन्स

2024 में 17 कंपनियों ने संचालन बंद कर दिया, जिनमें प्रमुख थे:

  • Resso (India): जनवरी में
  • Koo: जुलाई में
  • Kenko: अगस्त में

2024 की मुख्य प्रवृत्तियां

  1. IPO में वृद्धि: 13 स्टार्टअप्स ने IPO लॉन्च किए, जो 2023 के 6 IPO से दोगुने हैं।
  2. AI और हेल्थटेक का विकास:
    • AI ने 59 डील्स में $429.66 मिलियन जुटाए।
    • हेल्थटेक ने $1.14 बिलियन जुटाए।
  3. लेऑफ्स में कमी: 2023 के 24,000 की तुलना में 2024 में केवल 4,700।

Report:

2024 ने भारतीय स्टार्टअप्स को न केवल वित्तीय बल्कि रणनीतिक दृष्टि से भी सशक्त किया।
2025 के लिए संकेत सकारात्मक हैं, जहां IPO लाइनअप मजबूत दिखता है। उम्मीद है कि क्लाइमेट टेक, एग्रीटेक, और लॉजिस्टिक्स में नई संभावनाएं उभरेंगी।

भारतीय स्टार्टअप्स का यह सफर न केवल आर्थिक प्रगति का प्रतीक है, बल्कि नवाचार और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते भारत की कहानी भी कहता है।

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Swiggy का शानदार आईपीओ डेब्यू: पहले ही दिन शेयर में उछाल

Swiggy IPO

फूडटेक कंपनी Swiggy ने आज स्टॉक मार्केट में धमाकेदार एंट्री की, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 420 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट होकर 7.69% की बढ़त दर्ज की। Swiggy के आईपीओ का प्राइस बैंड 371-390 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था और इसकी कीमत 390 रुपये थी। शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद पहले ही दिन 7.69% का प्रीमियम देखने को मिला।

IPO के जरिए Swiggy ने जुटाए 4,499 करोड़ रुपये

Swiggy के आईपीओ को निवेशकों ने जबरदस्त प्रतिक्रिया दी। IPO को 3.6 गुना अधिक सब्सक्राइब किया गया, जिसमें 4,499 करोड़ रुपये की नई इश्यू और 17.51 करोड़ शेयरों की ओएफएस (ऑफर फॉर सेल) शामिल थी। ओएफएस के जरिए 6,828 करोड़ रुपये की रकम जुटाई गई।

Swiggy में निवेशकों का भारी मुनाफा

Swiggy का आईपीओ कई बड़े निवेशकों के लिए एक मजबूत निवेश साबित हुआ। Prosus, Accel, Elevation, Tencent, और SoftBank जैसे निवेशकों ने Swiggy में निवेश किया था। स्विग्गी के ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के अनुसार, Prosus ने 9,055 करोड़ रुपये (लगभग 1.07 बिलियन डॉलर) का निवेश किया था और आईपीओ में 26,927 करोड़ रुपये (3.2 बिलियन डॉलर) का मुनाफा कमाया। इस तरह Prosus ने अपने निवेश पर 2.12 बिलियन डॉलर का लाभ हासिल किया है।

Tencent और SoftBank को भी हुआ अच्छा रिटर्न

Tencent ने Swiggy में लगभग 1,343 करोड़ रुपये का निवेश किया और आईपीओ में 3,166 करोड़ रुपये कमाए, यानी 2.35X रिटर्न मिला। इसी तरह, SoftBank और Tencent का निवेश क्रमशः 6,743 करोड़ रुपये ($800 मिलियन) और 3,165 करोड़ रुपये ($377 मिलियन) था, जो एक महत्वपूर्ण रिटर्न साबित हुआ। ये आंकड़े 390 रुपये के इश्यू प्राइस पर आधारित हैं, लेकिन स्टॉक की कीमत में बदलाव के साथ ये संख्या बदल सकती है।

Swiggy के IPO से कर्मचारियों को भी होगा बड़ा लाभ

Swiggy के IPO से कंपनी के लगभग 500 कर्मचारियों को भी बड़ा फायदा होगा। ESOP (Employee Stock Ownership Plan) के माध्यम से कर्मचारियों को लगभग 9,000 करोड़ रुपये का लाभ मिलने की संभावना है। यह उनके लिए एक बड़ी आर्थिक उपलब्धि साबित हो सकती है, जो उन्हें दीर्घकालिक विकास में मदद करेगी।

Swiggy का शेयर मार्केट में मजबूत प्रदर्शन

Swiggy का शेयर इस समय 445.45 रुपये पर ट्रेड कर रहा है, जिससे कंपनी का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 99,745 करोड़ रुपये ($11.87 बिलियन) हो गया है। यह पिछली $10 बिलियन की वैल्यूएशन से 18.4% अधिक है, जो कंपनी ने अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस फाइलिंग के समय हासिल की थी।

CEO श्रीहर्ष माजेटी ने जताई Swiggy के उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद

Swiggy के CEO श्रीहर्ष माजेटी ने कंपनी के भविष्य को लेकर आशावाद व्यक्त किया। लिस्टिंग सेरेमनी के दौरान माजेटी ने कहा, “हम अगले 3-5 वर्षों में बहुत मजबूत विकास की उम्मीद कर रहे हैं। हम अपने Instamart व्यवसाय के लिए भौगोलिक विस्तार और स्टोर नेटवर्क में वृद्धि कर रहे हैं।” कंपनी का इरादा है कि वह अपनी सेवाओं को और अधिक स्थानों तक पहुंचाए और Instamart के जरिए किराना डिलीवरी को नए स्तर तक ले जाए।

लिस्टिंग से पहले Swiggy ने जुटाए 600 मिलियन डॉलर

Swiggy की लिस्टिंग से पहले कंपनी ने कुछ बड़े एंकर निवेशकों से 600 मिलियन डॉलर से अधिक की राशि जुटाई थी। इनमें BlackRock, Fidelity, SBI Mutual Fund, ICICI Prudential Mutual Fund, HSBC, Nomura, BNP Paribas, और Allianz Global जैसे प्रमुख संस्थागत निवेशक शामिल थे। इन निवेशकों का समर्थन Swiggy के मजबूत बिजनेस मॉडल और उसके विकास की संभावनाओं पर भरोसे को दर्शाता है।

प्रतिद्वंद्वी Zomato से मार्केट कैप में पीछे

Swiggy का सबसे बड़ा प्रतिस्पर्धी Zomato है, जिसका बाजार पूंजीकरण इस समय 27.23 बिलियन डॉलर है, जो Swiggy की वर्तमान मार्केट कैप से लगभग दोगुना है। Swiggy और Zomato के बीच यह मुकाबला भारतीय फूड डिलीवरी बाजार में ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।

Swiggy का आईपीओ भारत के टेक और फूड डिलीवरी सेक्टर के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है। यह न केवल कंपनी के निवेशकों के लिए लाभदायक रहा, बल्कि कंपनी के कर्मचारियों और इसके बिजनेस विस्तार के लिए भी फायदेमंद साबित होगा।

Readmore: boAt: कैसे एक भारतीय ब्रांड ने ऑडियो इंडस्ट्री में मचाई धूम

boAt: कैसे एक भारतीय ब्रांड ने ऑडियो इंडस्ट्री में मचाई धूम

Boat Office

boAt के संस्थापकों के बारे में

1. boAt Co-Founder: अमन गुप्ता (Aman Gupta):

aman gupta founder Boat
  • पृष्ठभूमि: अमन गुप्ता दिल्ली में पले-बढ़े और उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक चार्टर्ड एकाउंटेंट के रूप में की। इसके बाद, उन्होंने MBA की डिग्री आईआईएम कोलकाता से प्राप्त की।
  • उद्यमिता: अमन ने पहले विभिन्न कंपनियों में काम किया, लेकिन उनका सपना हमेशा अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने का था। उन्होंने boAt की स्थापना 2016 में की और इसे ऑडियो उपकरणों के क्षेत्र में एक प्रमुख ब्रांड बनाने के लिए कई रणनीतियाँ अपनाईं।
  • भूमिका: अमन गुप्ता boAt के को-फाउंडर और सीएमओ (Chief Marketing Officer) हैं। उन्होंने मार्केटिंग और ब्रांडिंग पर विशेष ध्यान दिया, जिससे boAt ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की। अमन की उद्यमिता की यात्रा और उनके दृष्टिकोण ने कंपनी को युवा उपभोक्ताओं के बीच एक अनूठी पहचान दिलाई।

2. Sameer Mehta boAt के सह-संस्थापक (Co-founder) :

  • Sameer Mehta boAt के सह-संस्थापक (Co-founder) और निदेशक (Director) हैं। उन्होंने अमन गुप्ता के साथ मिलकर boAt की स्थापना की थी और कंपनी को एक प्रमुख ऑडियो ब्रांड बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • Sameer Mehta का boAt में मुख्य योगदान प्रोडक्ट डेवेलपमेंट, सप्लाई चेन मैनेजमेंट और व्यवसायिक रणनीतियों को लेकर रहा है। उनकी विशेषज्ञता और बाजार की समझ ने boAt को गुणवत्तापूर्ण, आकर्षक और किफायती उत्पादों के साथ ग्राहकों की पसंद बनने में मदद की। इसके अलावा, Sameer Mehta ने कंपनी के ऑपरेशंस को अधिक सुगम और कुशल बनाने के लिए मजबूत आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण किया, जिससे boAt उत्पादों की समय पर डिलीवरी सुनिश्चित हो सके।

boAt की सफलता का सफर

बोट का ब्रांडिंग स्ट्रेटेजी:

  1. सशक्त पहचान: boAt ने अपने ब्रांड का नाम और लोगो बहुत सोच-समझकर चुना। “boAt” नाम एक नाव के संदर्भ में है, जो यात्रा और संगीत के अनुभव को जोड़ता है। इसका सरल और यादगार नाम युवाओं को आसानी से पसंद आया।
  2. टारगेट ऑडियंस: boAt ने अपनी मार्केटिंग रणनीति में युवा उपभोक्ताओं को प्राथमिकता दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे Instagram, Facebook, और YouTube का उपयोग किया, जहां युवा लोग अधिक सक्रिय होते हैं।
  3. इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग: boAt ने कई प्रभावशाली व्यक्तियों और सेलिब्रिटीज़ के साथ सहयोग किया। जैसे कि क्रिकेट खिलाड़ी, बॉलीवुड सितारे, और संगीतकार। इनकी मदद से boAt ने अपने उत्पादों को प्रमोट किया, जिससे ब्रांड की विश्वसनीयता बढ़ी।
  4. किफायती मूल्य: boAt के उत्पादों की कीमत अन्य प्रीमियम ब्रांड्स की तुलना में काफी कम थी। इसने युवाओं के बीच इसकी लोकप्रियता को बढ़ाने में मदद की। boAt ने गुणवत्ता के साथ-साथ मूल्य पर भी ध्यान दिया, जिससे ग्राहक संतुष्ट रहें।
  5. उत्पाद विविधता: boAt ने अपने उत्पादों की रेंज को काफी विस्तृत रखा। उनके पास हेडफोन्स, ईयरफोन्स, स्पीकर्स और स्मार्ट वॉच जैसी विभिन्न श्रेणियां हैं। यह विभिन्न उपयोगकर्ताओं की जरूरतों को पूरा करता है और बाजार में उनकी स्थिति को मजबूत करता है।

उत्पाद की गुणवत्ता:

boAt ने अपने उत्पादों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया है। कंपनी ने उच्च गुणवत्ता के ऑडियो ड्राइवर, लंबे समय तक चलने वाली बैटरी और आरामदायक डिजाइन जैसे पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया। इसके परिणामस्वरूप, ग्राहकों को एक संतोषजनक अनुभव मिला, जिसने ब्रांड के प्रति विश्वास को बढ़ाया।

सोशल मीडिया और डिजिटल मार्केटिंग:

boAt ने सोशल मीडिया को अपने ब्रांडिंग का एक प्रमुख हिस्सा बनाया। उन्होंने विभिन्न कंटेंट जैसे कि मीम्स, वीडियो और इन्फोग्राफिक्स का उपयोग करके युवा उपभोक्ताओं के साथ संबंध बनाने का प्रयास किया। इसके अलावा, boAt ने लाइव इवेंट्स और प्रतियोगिताएं आयोजित कीं, जिससे उपभोक्ताओं का जुड़ाव बढ़ा।

उपभोक्ता प्रतिक्रिया और समीक्षा:

boAt ने उपभोक्ताओं की समीक्षाओं को बहुत गंभीरता से लिया। उन्होंने ग्राहकों से फीडबैक मांगा और उत्पादों में सुधार के लिए उसे लागू किया। यह ग्राहकों को यह एहसास दिलाने में मदद करता है कि उनकी राय महत्वपूर्ण है और इससे ब्रांड की विश्वसनीयता बढ़ी है।

ब्रांड के विकास के परिणाम:

boAt ने 2016 से लेकर अब तक तेज़ी से विकास किया है। 2020 में, boAt भारत में हेडफोन्स और ईयरफोन्स के लिए सबसे बड़े ब्रांडों में से एक बन गया। कंपनी की बिक्री में भारी वृद्धि हुई है, और इसकी उपस्थिति ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों चैनलों में बढ़ी है।

भविष्य की संभावनाएं:

boAt ने अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए विभिन्न नए उत्पाद लॉन्च करने की योजना बनाई है। साथ ही, उन्होंने नई तकनीकों और स्मार्ट उपकरणों के विकास पर ध्यान केंद्रित किया है। boAt का लक्ष्य न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अपनी पहचान बनाना है।

boAt की फंडिंग के बारे में

boAt ने अपनी स्थापना के बाद से कई फंडिंग राउंड्स के माध्यम से वित्तीय समर्थन प्राप्त किया है। यहाँ हम boAt की फंडिंग के प्रमुख चरणों का विवरण देंगे:

1. प्रारंभिक फंडिंग:

  • boAt ने अपने शुरुआती दिनों में व्यक्तिगत निवेशकों और संस्थागत निवेशकों से प्रारंभिक फंडिंग प्राप्त की। इस प्रारंभिक पूंजी का उपयोग उत्पाद विकास, मार्केटिंग और ब्रांड निर्माण में किया गया।

2. सीड राउंड:

  • boAt ने अपने पहले सीड राउंड में लगभग $2 मिलियन (लगभग 14 करोड़ रुपये) जुटाए। इस फंडिंग से कंपनी ने अपने उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार करने और बाजार में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए आवश्यक संसाधन जुटाए।

3. सीरीज A फंडिंग (2019):

  • boAt ने 2019 में सीरीज A फंडिंग राउंड में $4 मिलियन (लगभग 28 करोड़ रुपये) जुटाए। इस राउंड का नेतृत्व सिर्फ़ वेंचर्स (Sequoia Capital India) ने किया। यह फंडिंग boAt के विस्तार और नई तकनीकों के विकास में मददगार साबित हुई।

4. सीरीज B फंडिंग (2020):

  • boAt ने 2020 में एक और फंडिंग राउंड में $20 मिलियन (लगभग 140 करोड़ रुपये) जुटाए। इस राउंड में भी सिर्फ़ वेंचर्स ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस फंडिंग का उपयोग boAt ने अपने ब्रांड की पहुंच बढ़ाने और नए उत्पाद लॉन्च करने के लिए किया।

5. सीरीज C फंडिंग (2021):

  • boAt ने 2021 में एक और फंडिंग राउंड में $100 मिलियन (लगभग 700 करोड़ रुपये) जुटाए। इस राउंड में फरवरी कैपिटल (Fireside Ventures) और अन्य निवेशकों ने हिस्सा लिया। इस फंडिंग ने boAt को अंतरराष्ट्रीय बाजार में विस्तार करने की अनुमति दी और नए उत्पादों के विकास में मदद की।

boAt की फंडिंग का प्रभाव

  • उत्पाद विकास: boAt ने फंडिंग का उपयोग नए उत्पादों के विकास, तकनीकी नवाचार, और गुणवत्ता सुधार के लिए किया है।
  • मार्केटिंग और ब्रांडिंग: फंडिंग का एक बड़ा हिस्सा मार्केटिंग और ब्रांड प्रमोशन में लगाया गया, जिससे boAt ने युवा उपभोक्ताओं के बीच एक मजबूत पहचान बनाई।
  • विस्तार: फंडिंग से boAt को अपने उत्पादों की विविधता बढ़ाने और नई श्रेणियों में प्रवेश करने का अवसर मिला।
  • अंतरराष्ट्रीय बाजार: फंडिंग ने boAt को अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रवेश करने की योजना बनाने में सहायता की, जिससे कंपनी की वैश्विक पहचान मजबूत हुई।

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