भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए अक्टूबर 2025 एक ऐतिहासिक महीना साबित हुआ। महीने भर में देशभर के 110 स्टार्टअप्स ने कुल $1.73 बिलियन (लगभग ₹14,400 करोड़) की फंडिंग जुटाई, जो इस साल की दूसरी सबसे बड़ी मासिक फंडिंग है।
इस उछाल के पीछे सबसे बड़ा योगदान Zepto के $450 मिलियन और Uniphore के $250 मिलियन फंडिंग राउंड का रहा। इसके अलावा, Snapmint ($125 मिलियन) और Dhan ($120 मिलियन) जैसे दो और स्टार्टअप्स ने भी $100 मिलियन से अधिक की राशि जुटाई।
💹 महीने का फंडिंग डेटा: ग्रोथ-स्टेज स्टार्टअप्स ने दिखाया दबदबा
डेटा प्लेटफॉर्म TheKredible के अनुसार, अक्टूबर में कुल $1.73 बिलियन का निवेश हुआ जिसमें से
- ग्रोथ और लेट-स्टेज फंडिंग: $1.41 बिलियन (22 डील्स)
- अर्ली-स्टेज फंडिंग: $312 मिलियन (77 डील्स)
- अनडिस्क्लोज्ड डील्स: 11
ग्रोथ-स्टेज स्टार्टअप्स ने इस बार स्पष्ट रूप से फंडिंग चार्ट पर कब्जा जमाया, जहां केवल शीर्ष 10 स्टार्टअप्स ने ही लगभग $1.4 बिलियन जुटा लिए।
🔝 टॉप ग्रोथ-स्टेज डील्स: Zepto सबसे आगे
अक्टूबर के ग्रोथ राउंड्स में Zepto ने $450 मिलियन जुटाकर सभी को पीछे छोड़ दिया। इसके बाद क्रमशः —
- Uniphore – $260 मिलियन
- Snapmint – $125 मिलियन
- Dhan – $120 मिलियन
- KuKu FM – $85 मिलियन
इसके अलावा UnifyApps, Dezerv, Snabbit, Intangles, और IntrCity SmartBus जैसी कंपनियां भी टॉप-10 लिस्ट में शामिल रहीं।
🌱 टॉप अर्ली-स्टेज डील्स: AI और Fintech का जलवा
अर्ली-स्टेज सेगमेंट में AI और Fintech स्टार्टअप्स ने बाज़ी मारी।
- Mem0 (AI इंफ्रास्ट्रक्चर) ने $24 मिलियन जुटाए।
- Optimo Capital (NBFC) को $18 मिलियन का निवेश मिला।
- CapitalXB और Goyaz ने $15 मिलियन-15 मिलियन जुटाए।
- Pluro Fertility ने अपने फर्टिलिटी टेक बिजनेस के लिए $14 मिलियन जुटाए।
इसके अलावा KGeN, GoodScore, Ekkaa Electronics, Pantherun Technologies, और SalarySe ने $11-13.5 मिलियन के बीच फंडिंग हासिल की।
🏙️ शहरवार निवेश: Bengaluru बना भारत का स्टार्टअप कैपिटल
शहरवार फंडिंग ट्रेंड में Bengaluru ने एक बार फिर बाजी मारी —
- Bengaluru: $1.02 बिलियन (48 डील्स) — कुल फंडिंग का 59%
- Mumbai: $441 मिलियन (14 डील्स)
- Delhi-NCR: $160 मिलियन (28 डील्स)
- Pune: $46.9 मिलियन
- Hyderabad: $24.6 मिलियन
इससे यह साफ है कि Bengaluru अब भी भारत का स्टार्टअप कैपिटल बना हुआ है, जबकि मुंबई और NCR लगातार मजबूत उपस्थिति बनाए हुए हैं।
🛒 सेक्टरवार फंडिंग: E-commerce, Fintech और AI ने कब्जा जमाया
सेक्टरवार विश्लेषण में E-commerce सबसे ज्यादा फंडिंग वाला सेगमेंट रहा:
- E-commerce: $527.4 मिलियन (18 डील्स)
- Fintech: $410.5 मिलियन
- AI: $395.2 मिलियन
- Healthtech: $31.6 मिलियन
- Deeptech: $16.3 मिलियन
E-commerce सेक्टर ने कुल निवेश का 30% से अधिक आकर्षित किया। Fintech और AI मिलकर लगभग आधे निवेश के लिए जिम्मेदार रहे।
💼 IPO मोर्चा: Lenskart और Groww आगे, boAt और Curefoods की तैयारी
अक्टूबर IPO एक्टिविटी के लिहाज से भी गर्म रहा।
- Lenskart और Groww अपने IPO लॉन्च की दिशा में तेजी से आगे बढ़े।
- boAt, Curefoods, और Milky Mist ने भी अपने सार्वजनिक लिस्टिंग की तैयारी लगभग पूरी कर ली।
यह ट्रेंड दर्शाता है कि भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम अब परिपक्व हो रहा है और निवेशक public market exits को लेकर अधिक आत्मविश्वास दिखा रहे हैं।
🤝 M&A एक्टिविटी में गिरावट
सितंबर की तुलना में अक्टूबर में mergers & acquisitions में 60% की गिरावट रही।
केवल तीन प्रमुख डील्स हुईं:
- Groww ने Fisdom का अधिग्रहण किया।
- TBO Tek ने Classic Vacations को खरीदा।
- TCC Concept ने Pepperfry में 95.18% हिस्सेदारी खरीदी।
📈 सीरीज-वाइज फंडिंग ट्रेंड
- Seed राउंड्स: 46
- Series A: 14
- Series B: $457.9 मिलियन (कुल निवेश का 26.47%)
- Pre-seed और Pre-Series A: सीमित निवेश
Series B राउंड्स ने इस बार फंडिंग वॉल्यूम में सबसे अधिक योगदान दिया।
👥 Layoffs, Shutdowns और Key Hires
अक्टूबर में लेऑफ्स में भारी कमी देखने को मिली।
- Zepto और Simpl ने लगभग 380 कर्मचारियों को निकाला।
- Hike और MyPickup ने अपने ऑपरेशंस बंद कर दिए।
हालांकि, इस महीने 28 से अधिक वरिष्ठ पदों पर नई भर्तियां हुईं, जो दर्शाता है कि बाजार में स्थिरता लौट रही है।
📊 महीने-दर-महीने तुलना: स्थिरता और निवेशक भरोसा
- जनवरी 2025: $1.76 बिलियन (अब तक का सबसे बड़ा महीना)
- अक्टूबर 2025: $1.73 बिलियन (दूसरा सबसे बड़ा महीना)
2025 के पहले 10 महीनों में से 5 महीनों में $1 बिलियन से अधिक की फंडिंग दर्ज की गई।
वर्ष-दर-वर्ष (YoY) आधार पर भी अक्टूबर 2025 पिछले पांच वर्षों में दूसरा सबसे मजबूत महीना रहा।
🔮 ट्रेंड्स और भविष्य की दिशा
- AI बनाम Fintech: दोनों के बीच निवेश अंतर घट रहा है — AI ($395M) अब Fintech ($410M) के करीब पहुंच गया है।
- M&A स्लो हुआ, लेकिन IPO पाइपलाइन मज़बूत बनी हुई है।
- लेऑफ्स घटे, जो बाजार में स्थिरता और निवेशकों के भरोसे की ओर संकेत करते हैं।
📍 निष्कर्ष
अक्टूबर 2025 ने यह साबित कर दिया कि भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम अब न केवल निवेश आकर्षित कर रहा है, बल्कि IPO, सेकेंडरी डील्स और मर्जर-एक्विज़िशन जैसे परिपक्व संकेत भी दिखा रहा है।
Zepto, Uniphore, Snapmint, और Dhan जैसे बड़े फंडिंग राउंड्स से जहां ग्रोथ स्टार्टअप्स में जान आई है, वहीं AI और Fintech के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा आने वाले महीनों में नए इनोवेशन और निवेश अवसर लेकर आएगी।
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