भारत में कमर्शियल व्हीकल लिस्टिंग प्लेटफॉर्म के रूप में उभर रहा 91trucks जल्द ही ₹30-35 करोड़ ($3.5-4 मिलियन) का नया फंडिंग राउंड जुटाने के लिए तैयार है।
सूत्रों के अनुसार, Arkam Ventures इस निवेश दौर का नेतृत्व कर रहा है, और कुछ मौजूदा निवेशकों के भी इसमें शामिल होने की संभावना है।
“डील की शर्तें लगभग तय हो चुकी हैं और आधिकारिक घोषणा जल्द ही होने की उम्मीद है,” एक सूत्र ने जानकारी दी।
🚛 91trucks: कमर्शियल व्हीकल्स के लिए ऑल-इन-वन प्लेटफॉर्म
📌 91trucks की स्थापना 2022 में अभिषेक गौतम, सिद्धार्थ शर्मा और विकास शर्मा ने की थी।
📍 यह एक गुरुग्राम स्थित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो ट्रकों, बसों और थ्री-व्हीलर्स के लिए रीव्यू, स्पेसिफिकेशन और ग्राहक रेटिंग उपलब्ध कराता है।
📍 यह प्लेटफॉर्म यूजर्स को बेहतर निर्णय लेने में मदद करता है, जिससे वे अपने व्यवसाय के लिए सही कमर्शियल वाहन खरीद सकें।
📍 91Trucks ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चरर्स, डीलर्स, बैंकों और NBFCs के साथ मिलकर IT सॉल्यूशंस और फाइनेंसिंग विकल्प भी प्रदान करता है।
💰 91Trucks का पिछला फंडिंग इतिहास
🔹 मई 2024: कंपनी ने Titan Capital, Atrium Angels और Sparrow Capital से सीड फंडिंग जुटाई थी।
🔹 हालांकि, 91Trucks ने इस निवेश की सार्वजनिक घोषणा नहीं की थी।
🔹 ताजा निवेश के बाद, कंपनी का वैल्यूएशन $15-20 मिलियन (₹125-165 करोड़) तक पहुंच सकता है।
📢 91Trucks के नए फंडिंग राउंड से इंडस्ट्री को क्या मिलेगा?
91Trucks का यह नया फंडिंग राउंड भारतीय कमर्शियल व्हीकल मार्केट में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को गति देगा।
यह न केवल कंपनी की वृद्धि में सहायक होगा, बल्कि ट्रक खरीदने और बेचने के पूरे तरीके को बदल सकता है। आइए, जानते हैं कि यह निवेश कैसे बाजार में नए बदलाव लाएगा।
🚀 फंडिंग से 91Trucks को कैसे फायदा होगा?
नए निवेश के बाद, 91Trucks निम्नलिखित क्षेत्रों में अपनी स्थिति मजबूत कर सकता है:
1️⃣ टेक्नोलॉजी और प्लेटफॉर्म अपग्रेड
✅ 91Trucks अपने प्लेटफॉर्म में AI और डेटा एनालिटिक्स जैसी नई टेक्नोलॉजी जोड़ सकता है।
✅ इससे ट्रक खरीदारों और विक्रेताओं को बेहतर एक्सपीरियंस मिलेगा और उनकी जरूरत के हिसाब से बेस्ट ऑप्शन चुनना आसान होगा।
2️⃣ डीलर और OEM पार्टनरशिप बढ़ाना
✅ कंपनी ट्रक डीलर्स, ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (OEMs) और NBFCs के साथ मजबूत संबंध बना सकती है।
✅ इससे वाहन फाइनेंसिंग और ऑन-स्पॉट लोन अप्रूवल जैसी सुविधाएं भी बेहतर होंगी।
3️⃣ विस्तार और मार्केटिंग
✅ नए फंडिंग का इस्तेमाल कर 91Trucks नए शहरों में अपने ऑपरेशन को बढ़ा सकता है।
✅ कंपनी ज्यादा से ज्यादा ट्रांसपोर्टर्स, फ्लीट ओनर्स और छोटे व्यवसायों तक पहुंच बना सकती है।
✅ नई मार्केटिंग रणनीतियों से ब्रांड अवेयरनेस को भी बढ़ाया जा सकता है।
📈 भारतीय कमर्शियल व्हीकल मार्केट की मौजूदा स्थिति
🚚 ट्रक और कमर्शियल व्हीकल इंडस्ट्री क्यों बढ़ रही है?
✅ ई-कॉमर्स और लॉजिस्टिक्स सेक्टर के विस्तार से ट्रकों की मांग बढ़ रही है।
✅ इलेक्ट्रिक और CNG ट्रकों की तरफ शिफ्ट – सरकार के नए नियमों और बढ़ते ईंधन खर्च के चलते लोग इलेक्ट्रिक और CNG व्हीकल्स की ओर बढ़ रहे हैं।
✅ डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर ज्यादा फोकस – कंपनियां डिजिटल सॉल्यूशंस को प्राथमिकता दे रही हैं, जिससे खरीदारों और विक्रेताओं के लिए प्रोसेस आसान हो।
📊 भारत का ट्रकिंग सेक्टर $150 बिलियन (₹12 लाख करोड़) से ज्यादा का है, और अगले 5 सालों में इसमें 12-15% की ग्रोथ का अनुमान है।
🔍 91Trucks की तुलना अन्य प्लेटफॉर्म्स से
91Trucks का मुकाबला भारत में मौजूद अन्य ऑटोमोबाइल-फोकस्ड डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से होगा। आइए, इसकी तुलना कुछ प्रमुख कंपनियों से करें:
प्लेटफॉर्म | फोकस एरिया | बिजनेस मॉडल | खासियत |
---|---|---|---|
91Trucks | कमर्शियल वाहन (ट्रक, बस, थ्री-व्हीलर) | B2B और B2C | ट्रकों की खरीद, बिक्री, फाइनेंसिंग और IT समाधान |
CarDekho | पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल्स | B2C | नई और पुरानी गाड़ियों की खरीद-बिक्री, लोन और बीमा |
Droom | ऑटोमोबाइल ई-कॉमर्स | B2C | इस्तेमाल की गई गाड़ियों और EVs की लिस्टिंग |
OLX Auto | सेकेंड हैंड गाड़ियों की बिक्री | C2C | यूजर-टू-यूजर सेलिंग प्लेटफॉर्म |
📌 91Trucks उन बिजनेस ओनर्स और ट्रांसपोर्टर्स के लिए ज्यादा फायदेमंद है जो कमर्शियल व्हीकल खरीदने या फाइनेंस करवाने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को अपनाना चाहते हैं।
🔮 भविष्य में क्या हो सकता है?
🎯 संभावनाएं:
✔️ भारत में नंबर 1 B2B ट्रकिंग प्लेटफॉर्म बनने का मौका
✔️ EV ट्रकिंग मार्केट में बड़ा खिलाड़ी बनने की संभावना
✔️ डेटा ड्रिवन लॉजिस्टिक्स और फाइनेंसिंग सॉल्यूशंस लाने का अवसर
🚧 चुनौतियां:
❌ मजबूत प्रतियोगिता (CarDekho, Droom, OLX Auto)
❌ छोटे ट्रांसपोर्टर्स को डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में लाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है
❌ EV ट्रकों और फाइनेंसिंग को लेकर नीतियों में बदलाव का असर
💡 क्या 91Trucks भारतीय ट्रकिंग इंडस्ट्री को बदल सकता है?
🔹 भारतीय लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री तेजी से डिजिटल हो रही है।
🔹 91Trucks का यह फंडिंग राउंड इस बदलाव को और तेज कर सकता है।
🔹 सही रणनीति के साथ, 91Trucks कमर्शियल व्हीकल मार्केट के लिए वही कर सकता है, जो CarDekho और OLX ने पैसेंजर कार मार्केट के लिए किया।
💰 अगर कंपनी अपनी टेक्नोलॉजी को मजबूत करती है, ज्यादा डीलर्स और पार्टनर्स जोड़ती है और मार्केटिंग पर फोकस करती है, तो यह अगले कुछ सालों में भारत का सबसे बड़ा B2B कमर्शियल व्हीकल प्लेटफॉर्म बन सकता है। 🚛🚀
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