गुरुग्राम स्थित डेयरी और डेली एसेंशियल ब्रांड Country Delight ने हाल ही में ऑल्टरिया कैपिटल से 200 करोड़ रुपये की वेंचर डेट फंडिंग जुटाई है। कंपनी ने एक प्रेस रिलीज में बताया कि यह फंड उनके विस्तार, उत्पादन क्षमता बढ़ाने और ब्रांड मार्केटिंग के प्रयासों के लिए उपयोग किया जाएगा।
कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ चक्रधर गाडे ने कहा, “जैसे-जैसे हम अपने ऑपरेशन्स का विस्तार कर रहे हैं और आईपीओ यात्रा की तैयारी कर रहे हैं, हमारे लिए विभिन्न प्रकार की पूंजी का उपयोग करके वित्तीय दक्षता में सुधार करना और अगले चरण की वृद्धि के लिए खुद को तैयार करना महत्वपूर्ण है।”
गाडे और नितिन कौशल द्वारा स्थापित, कंट्री डिलाइट अपने ग्राहकों को डेयरी उत्पादों, बेकरी सामान, पोल्ट्री और ताजे फार्म उत्पादों की एक विस्तृत रेंज प्रदान करती है। कंपनी सीधे डेयरी फार्मों से उत्पादों की सोर्सिंग करती है और दिल्ली (एनसीआर), मुंबई, बेंगलुरु, जयपुर, चेन्नई और पुणे सहित 15 शहरों में 1.5 मिलियन ग्राहकों की सेवा करती है।
स्टार्टअप डेटा इंटेलिजेंस प्लेटफ़ॉर्म ‘द क्रेडिबल’ के अनुसार, कंट्री डिलाइट यूनिकॉर्न बनने के करीब है, और पिछले इक्विटी राउंड में इसकी वैल्यूएशन लगभग 820 मिलियन डॉलर आंकी गई थी। अब तक कंपनी ने लगभग 200 मिलियन डॉलर जुटाए हैं।
‘द आर्क’ की रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष FY24 में कंट्री डिलाइट ने 1,380 करोड़ रुपये का राजस्व पोस्ट किया, जबकि FY23 में कंपनी का राजस्व लगभग 900 करोड़ रुपये था, जो FY22 के 542.6 करोड़ रुपये से काफी अधिक था। D2C फर्म ने मई और अगस्त में दो किस्तों में 140 करोड़ रुपये का डेट फंडिंग भी प्राप्त किया था।
Country Delight के तेजी से बढ़ते कारोबार और फंडिंग योजनाओं पर एक नजर
Country Delight की यह हालिया फंडिंग भारतीय डेयरी और उपभोक्ता वस्तुओं के बाजार में उसके बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है। देश के बड़े शहरों में इसका विस्तार और उत्पादों की बढ़ती मांग ने कंपनी को एक मजबूत स्थिति में ला दिया है। इस वेंचर डेट फंडिंग के साथ, कंपनी न केवल अपनी आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करना चाहती है, बल्कि अपने उत्पादों की गुणवत्ता और वितरण नेटवर्क को भी विस्तार देने की योजना बना रही है।
Country Delight IPO की तैयारी और वित्तीय रणनीति
चक्रधर गाडे का मानना है कि Country Delight की IPO यात्रा एक महत्वपूर्ण कदम है, और इसके लिए वित्तीय प्रबंधन और पूंजी के विविध स्रोतों का उपयोग आवश्यक है। यह वेंचर डेट फंडिंग IPO के पहले का एक कदम है, जिससे कंपनी को वित्तीय स्थिरता मिलेगी और निवेशकों का भरोसा मजबूत होगा। इस रणनीति के तहत, कंट्री डिलाइट का उद्देश्य अपने ऑपरेशन्स को बढ़ाना और लागत प्रबंधन को प्रभावी ढंग से करना है।
गाडे ने आगे कहा कि कंपनी का लक्ष्य है कि आने वाले समय में विभिन्न शहरों और छोटे कस्बों में भी अपनी पहुंच को और व्यापक बनाए। उन्होंने कहा, “हम ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में भी अपने ब्रांड की पहचान को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं ताकि अधिकतम उपभोक्ताओं तक अपने ताजे और गुणवत्ता वाले उत्पाद पहुंचा सकें।”
डेयरी से लेकर अन्य आवश्यक उत्पादों की रेंज में विस्तार
कंट्री डिलाइट ने अपनी शुरुआत डेयरी उत्पादों से की थी, लेकिन समय के साथ कंपनी ने अन्य दैनिक आवश्यकताओं जैसे बेकरी, पोल्ट्री और फार्म उत्पादों को भी अपनी सूची में शामिल किया है। इस व्यापक उत्पाद रेंज ने ग्राहकों को एक भरोसेमंद विकल्प प्रदान किया है, जहाँ से वे अपनी दैनिक आवश्यकताओं को आसानी से पूरा कर सकते हैं।
कंपनी के अनुसार, उनके उत्पाद सीधे फार्मों से ग्राहकों तक पहुंचते हैं, जो उपभोक्ताओं को ताजे और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद सुनिश्चित करता है। यह सीधे फार्म-टू-कस्टमर मॉडल भी कंट्री डिलाइट की प्रमुख यूएसपी (यूनिक सेलिंग प्रोपोजिशन) में से एक है, जिससे वह अन्य प्रतिस्पर्धियों से आगे निकल रही है।
वित्तीय प्रदर्शन में निरंतर वृद्धि
कंट्री डिलाइट ने पिछले कुछ वर्षों में अपने वित्तीय प्रदर्शन में लगातार सुधार किया है। जहां FY22 में कंपनी का राजस्व 542.6 करोड़ रुपये था, वहीं FY23 में यह बढ़कर 900 करोड़ रुपये हो गया और FY24 में यह 1,380 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। कंपनी के इस तेज़ी से बढ़ते राजस्व ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है और इसके यूनिकॉर्न बनने की संभावना को और भी मजबूत किया है।
स्टार्टअप डेटा इंटेलिजेंस प्लेटफार्म ‘द क्रेडिबल’ की रिपोर्ट के अनुसार, कंट्री डिलाइट की वर्तमान वैल्यूएशन लगभग 820 मिलियन डॉलर है, जो यह संकेत देती है कि यह जल्द ही यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो सकती है। यूनिकॉर्न का दर्जा प्राप्त करना कंपनी के लिए एक बड़ा मील का पत्थर होगा और इससे उसकी बाजार की स्थिति और मजबूत होगी।
नवीनतम फंडिंग और आने वाले भविष्य की योजनाएं
ऑल्टरिया कैपिटल से प्राप्त 200 करोड़ रुपये की यह नवीनतम फंडिंग कंपनी की विस्तार योजनाओं और ब्रांड निर्माण में सहायता करेगी। कंट्री डिलाइट की योजना है कि इन फंड्स का उपयोग कर वह अपने वितरण नेटवर्क को और मजबूत करे, जिससे उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद समय पर और ताजे उपलब्ध हो सकें। कंपनी ने मई और अगस्त में भी 140 करोड़ रुपये का डेट फंड प्राप्त किया था, जो उसके वित्तीय बुनियादी ढांचे को और सुदृढ़ बनाने में मदद करेगा।
कंपनी के सह-संस्थापक नितिन कौशल का कहना है कि कंट्री डिलाइट का फोकस न केवल बड़े शहरों में बल्कि छोटे और मझोले शहरों में भी पहुंच बनाने पर है। “हमारा लक्ष्य है कि हम देश के हर कोने में गुणवत्तापूर्ण डेयरी और फार्म उत्पादों को उपलब्ध कराएं। इस नवीनतम फंडिंग से हमें और अधिक ग्राहकों तक पहुंचने में मदद मिलेगी,” कौशल ने कहा।
कंट्री डिलाइट की ब्रांड पहचान और उपभोक्ता विश्वास
कंट्री डिलाइट ने एक विश्वसनीय और गुणवत्तापूर्ण ब्रांड के रूप में अपनी पहचान बनाई है। अपने फार्म-टू-टेबल मॉडल और उत्कृष्ट ग्राहक सेवा के कारण, यह ब्रांड उपभोक्ताओं के बीच लोकप्रिय हो गया है। कंपनी ने समय-समय पर अपने उत्पादों में नवाचार और गुणवत्ता बनाए रखने के लिए कदम उठाए हैं, जिससे उसका ब्रांड लोयल्टी मजबूत हुआ है।
इस नई फंडिंग से कंट्री डिलाइट को अपने उत्पादों की गुणवत्ता और उपभोक्ता अनुभव को और भी बेहतर करने का अवसर मिलेगा। कंपनी का मानना है कि आने वाले वर्षों में यह वृद्धि और विस्तार न केवल उसे वित्तीय रूप से लाभान्वित करेगा, बल्कि भारतीय उपभोक्ताओं को भी लाभान्वित करेगा।
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