ईक्विटी मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म हिस्सा ने ESOP (Employee Stock Option Plan) के लिए Hissa फंड I लॉन्च किया है। यह $35 मिलियन का पहलू उन कर्मचारियों को नकदी प्रदान करने के लिए समर्पित है, जो ग्रोथ-स्टेज स्टार्टअप्स में वेस्टेड स्टॉक ऑप्शंस रखते हैं। यह फंड कर्मचारियों को उनके पेपर वेल्थ को वास्तविक अवसरों में बदलने का मौका देता है।
Hissa ESOP के लिए पहली बार इस तरह का समाधान
Hissa फंड I का उद्देश्य उन कर्मचारियों की समस्या को हल करना है, जिन्हें IPO या अधिग्रहण के माध्यम से अपने स्टॉक ऑप्शंस के मूल्यवान होने के लिए वर्षों तक इंतजार करना पड़ता है।
सेबी-रजिस्टर्ड कैटेगरी II अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड (AIF) के रूप में डिजाइन किया गया यह फंड T+5 सेटलमेंट साइकिल के साथ ऑन-डिमांड नकदी प्रदान करता है।
ग्रोथ-स्टेज स्टार्टअप्स पर केंद्रित
हिस्सा फंड I का फोकस 15-20 ग्रोथ-स्टेज स्टार्टअप्स पर रहेगा। यह संस्थापकों के साथ मिलकर काम करेगा ताकि लिक्विडिटी इवेंट्स टैलेंट रिटेंशन और बिजनेस ग्रोथ रणनीतियों के साथ समन्वयित हो सकें।
हिस्सा: ईक्विटी प्रबंधन को आसान बनाना
2019 में सतीश मुगुलवल्ली और श्रीनिवास कट्टा द्वारा लॉन्च किया गया हिस्सा, रूलज़ीरो का हिस्सा है। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो ऑनरशिप मैनेजमेंट को आसान बनाता है।
यह प्लेटफॉर्म कई कार्यों को स्वचालित करता है:
- शेयर जारी करना।
- स्टॉक ऑप्शंस को ट्रैक करना।
- कंपनी के ऑनरशिप रिकॉर्ड्स को प्रबंधित करना।
- लेन-देन को संभालना।
हिस्सा फंड की पहली इन्वेस्टमेंट: मिको
हिस्सा फंड ने अपनी पहली इन्वेस्टमेंट AI-आधारित रोबोटिक्स कंपनी मिको में की है। इस लेन-देन के माध्यम से, फंड ने 32 कर्मचारियों को नकदी प्रदान की।
मिको के कर्मचारी, जो पहले अपने स्टॉक ऑप्शंस का मूल्य महसूस करने में असमर्थ थे, अब इस फंड के माध्यम से अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।
ESOP में नकदी लाने का महत्व
स्टार्टअप्स के कर्मचारियों के लिए, ESOP एक महत्वपूर्ण वित्तीय उपकरण है, लेकिन इसकी वास्तविक मूल्य तभी निकलती है जब इसका मोनिटाइजेशन होता है।
हिस्सा फंड I का यह मॉडल:
- कर्मचारियों को उनके वित्तीय लक्ष्यों को जल्दी पूरा करने में मदद करता है।
- स्टार्टअप्स को प्रतिभा बनाए रखने में मदद करता है।
- व्यवसाय विकास को एक नई दिशा देता है।
भारत में ESOP संस्कृति को बढ़ावा देना
भारत में, ESOP का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, खासकर स्टार्टअप्स में।
- IPO या अधिग्रहण का इंतजार: भारतीय स्टार्टअप्स में ESOP का मूल्य अकसर IPO या अधिग्रहण के बाद ही सामने आता है।
- लिक्विडिटी का अभाव: कर्मचारियों को अपने स्टॉक ऑप्शंस के मूल्य को महसूस करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है।
हिस्सा फंड I इस समस्या का समाधान पेश करता है और भारत में ESOP संस्कृति को एक नई दिशा देता है।
कैसे काम करता है हिस्सा फंड I?
- T+5 सेटलमेंट साइकिल: यह सुनिश्चित करता है कि कर्मचारी जल्दी नकदी प्राप्त कर सकें।
- संस्थापकों के साथ समन्वय: लिक्विडिटी इवेंट्स को टैलेंट रिटेंशन रणनीतियों के साथ जोड़ना।
- सस्टेनेबल बिजनेस ग्रोथ: कंपनियों और कर्मचारियों दोनों के लिए दीर्घकालिक लाभ सुनिश्चित करना।
ESOP का भविष्य और हिस्सा की भूमिका
हिस्सा फंड I का लॉन्च भारत में ESOP के डिजिटलीकरण और सरलता के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
- कर्मचारियों के लिए लाभ: यह पहल कर्मचारियों को उनके वित्तीय भविष्य के प्रति आत्मनिर्भर बनाती है।
- स्टार्टअप्स के लिए समर्थन: यह स्टार्टअप्स को टैलेंट बनाए रखने और व्यापार को गति देने में मदद करता है।
- संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना: यह मॉडल स्टार्टअप और कर्मचारियों के बीच संतुलन और सहयोग को बढ़ावा देता है।
हिस्सा का विज़न
हिस्सा का उद्देश्य न केवल कर्मचारियों को नकदी प्रदान करना है, बल्कि भारत में ईक्विटी प्रबंधन को आधुनिक और सरल बनाना है।
इसके अन्य लाभों में शामिल हैं:
- डिजिटल ट्रांजैक्शन की सुविधा।
- ईक्विटी प्रबंधन के जटिल कार्यों का सरलीकरण।
- कर्मचारियों और स्टार्टअप्स के लिए दीर्घकालिक वित्तीय स्थिरता।
निष्कर्ष
हिस्सा फंड I भारत में ESOP के परिदृश्य को बदलने के लिए एक बड़ा कदम है। यह कर्मचारियों और स्टार्टअप्स दोनों के लिए एक विन-विन मॉडल है।
मिको में पहली इन्वेस्टमेंट के साथ, हिस्सा ने यह साबित कर दिया है कि ESOP लिक्विडिटी केवल एक विचार नहीं, बल्कि एक व्यवहारिक समाधान है।
इस पहल के साथ, भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है, जहां कर्मचारियों को उनके योगदान का वास्तविक लाभ मिलेगा और स्टार्टअप्स को उनकी ग्रोथ यात्रा में आवश्यक समर्थन।
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