Lenskart ने हाल ही में अपने नए मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) के रूप में अभिषेक गुप्ता की नियुक्ति की है। अभिषेक गुप्ता इससे पहले OYO में नौ वर्षों तक CFO के पद पर कार्यरत थे। Lenskart में उन्होंने मुक्ति हरिहरन की जगह ली है, जिन्होंने सितंबर में Lenskart से इस्तीफा देकर Coca-Cola में शामिल हो गए थे।
अभिषेक गुप्ता ने अपने LinkedIn पोस्ट में बताया कि उन्होंने मार्च में OYO से विदा ली और उसके बाद Lenskart में CFO के रूप में अपनी नई भूमिका निभानी शुरू की। Lenskart में अपने नए पद पर गुप्ता कंपनी की दीर्घकालिक रणनीतिक योजना और वित्तीय दिशा को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इसके साथ ही, वे वित्तीय रणनीति को सही दिशा देने और कंपनी की कॉर्पोरेट गवर्नेंस को और अधिक सुदृढ़ करने की जिम्मेदारी भी निभाएंगे।
Lenskart की ताज़ा फंडिंग
हाल ही में, Lenskart ने अपने सह-संस्थापकों से लगभग $20 मिलियन की फंडिंग जुटाई है। इस फंडिंग में कंपनी के सह-संस्थापक – पीयूष बंसल, नेहा बंसल, अमित चौधरी और सुमीत कापाही का प्रमुख योगदान रहा है। यह फंडिंग Lenskart की भविष्य की योजनाओं और अंतर्राष्ट्रीय विस्तार को और मजबूती प्रदान करेगी।
Lenskart का व्यवसायिक विस्तार
Lenskart ने अब तक 2,500 से अधिक स्टोर स्थापित कर लिए हैं, जिनमें से लगभग 2,000 स्टोर केवल भारत में स्थित हैं। भारत Lenskart के कुल राजस्व का लगभग 60% हिस्सा प्रदान करता है, जबकि शेष 40% राजस्व अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से आता है। कंपनी सिंगापुर, दुबई, अमेरिका और दक्षिण पूर्व एशिया जैसे देशों में भी अपनी सेवाएँ प्रदान कर रही है। इन अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए कंपनी तेजी से काम कर रही है और वहाँ के उपभोक्ताओं को भी गुणवत्ता युक्त आईवियर और लेंस प्रदान कर रही है।
वित्तीय वर्ष 2023 की उपलब्धियां
मार्च 2023 में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में Lenskart की ऑपरेशनल आय में शानदार वृद्धि देखने को मिली है। कंपनी की आय ₹3,788 करोड़ तक पहुंच गई, जो वित्तीय वर्ष 2022 के ₹1,502 करोड़ से 2.5 गुना अधिक है। इस तेज वृद्धि के पीछे कंपनी की बिक्री में बढ़ोतरी और व्यवसाय के विभिन्न पहलुओं में सुधार का मुख्य योगदान रहा है।
इसके साथ ही, Lenskart ने अपने खर्चों को नियंत्रित करने में भी सफलता हासिल की, जिससे कंपनी के घाटे में 37.3% की कमी आई है। FY22 में कंपनी का घाटा ₹102 करोड़ था, जो घटकर FY23 में ₹64 करोड़ पर आ गया। यह दर्शाता है कि कंपनी ने अपने ऑपरेशनों को प्रभावी ढंग से चलाया और खर्चों पर नियंत्रण रखा, जिससे कंपनी की लाभप्रदता में सुधार हुआ।
अभिषेक गुप्ता की भूमिका
Lenskart में CFO के रूप में अभिषेक गुप्ता की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होगी। वे कंपनी की वित्तीय योजनाओं को सही दिशा देने के साथ-साथ दीर्घकालिक विकास पर ध्यान केंद्रित करेंगे। गुप्ता का लक्ष्य कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन को और बेहतर बनाना होगा, ताकि Lenskart अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अपनी पहचान और भी मजबूती से बना सके।
OYO में CFO के रूप में अपने लंबे अनुभव के चलते गुप्ता के पास वित्तीय रणनीतियों को लागू करने की गहरी समझ है। उनके नेतृत्व में, Lenskart को अपने आगामी वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी, और कंपनी की ग्रोथ को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का काम होगा।
Lenskart का भविष्य
Lenskart का दीर्घकालिक लक्ष्य सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान को और विस्तार देना है। कंपनी आईवियर उद्योग में नवाचार और डिजिटलीकरण को और आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। इसके साथ ही, कंपनी अपने उत्पादों की गुणवत्ता और ग्राहकों को बेहतर अनुभव देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
Lenskart का ध्यान अपनी मौजूदा उपस्थिति को और मजबूत करने के साथ-साथ नए बाजारों में प्रवेश करने पर है। कंपनी की भविष्य की योजना में और अधिक स्टोर्स खोलना, ऑनलाइन बिक्री को बढ़ावा देना, और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को बड़े पैमाने पर ग्राहकों तक पहुंचाना शामिल है।
निष्कर्ष
अभिषेक गुप्ता की नियुक्ति और ताजा फंडिंग के बाद, Lenskart का वित्तीय भविष्य उज्जवल दिख रहा है। कंपनी का उद्देश्य अपनी वित्तीय स्थिरता को और बेहतर बनाना और नए बाजारों में प्रवेश करके अपने व्यवसाय का विस्तार करना है। Lenskart का विकास और इसकी बढ़ती लोकप्रियता यह साबित करती है कि कंपनी सही दिशा में बढ़ रही है।
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