Navi Finserv भारत की एक उभरती हुई फाइनेंस टेक कंपनी, ने हाल ही में Goldman Sachs (India) Finance Private Limited के साथ $24.5 मिलियन का लोन सिक्यूरिटाइज़ेशन ट्रांजैक्शन सफलतापूर्वक पूरा किया है। इस सौदे ने Goldman Sachs को Navi Finserv के सातवें बहुराष्ट्रीय बैंक पार्टनर के रूप में जोड़ा है। इस साल की शुरुआत में, कंपनी ने J.P. Morgan के साथ $38 मिलियन का एक और सिक्यूरिटाइज़ेशन डील भी किया था।
यह लेनदेन पास-थ्रू सर्टिफिकेट्स (Pass-Through Certificates) के जरिए संरचित है, जिसे इंडिया रेटिंग्स द्वारा IND AA (SO) रेटिंग दी गई है। यह सर्टिफिकेट्स एक ऐसे लोन पूल पर आधारित हैं जो Navi Finserv द्वारा मैनेज किए गए असुरक्षित व्यक्तिगत लोन से समर्थित हैं। इस ट्रांजैक्शन के ज़रिए जुटाए गए फंड्स को कंपनी की वित्तीय सेवाओं को और अधिक सरल बनाने, ऑपरेशन्स को मजबूत करने, और बेहतर अंडरराइटिंग प्रैक्टिसेस के साथ वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) को बढ़ाने के उद्देश्य से उपयोग किया जाएगा।
कंपनी का इतिहास और स्थापना
Navi Finserv की स्थापना 2018 में भारत के प्रमुख उद्यमी सचिन बंसल और अंकित अग्रवाल ने की थी। सचिन बंसल फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक हैं और भारतीय स्टार्टअप जगत में एक बड़ा नाम हैं। उन्होंने ई-कॉमर्स से हटने के बाद फाइनेंस टेक्नोलॉजी और बैंकिंग सेक्टर में अपना ध्यान केंद्रित किया। Navi Finserv को एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) के रूप में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा मध्य परत श्रेणी (Middle Layer Category) के अंतर्गत रजिस्टर किया गया है। कंपनी मुख्य रूप से व्यक्तिगत और होम लोन प्रदान करती है।
कंपनी की सेवाएँ और वित्तीय स्थिति
Navi Finserv अपने ग्राहकों को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से पर्सनल और होम लोन की सुविधाएं प्रदान करती है। कंपनी का लक्ष्य है कि वह ऋण प्राप्त करने की प्रक्रिया को जितना हो सके उतना आसान और सहज बना सके। Navi Finserv अपने तेज और आसान लोन एप्लिकेशन प्रक्रिया के लिए जानी जाती है, जिससे ग्राहक आसानी से और बिना किसी बड़ी कागजी कार्रवाई के लोन प्राप्त कर सकते हैं।
2023 के पहले छमाही में, Navi ने बड़ी संख्या में व्यक्तिगत ऋण वितरित किए हैं, और कंपनी का रेवेन्यू लगातार बढ़ रहा है। इस नए सौदे से कंपनी को और अधिक फंड्स प्राप्त होंगे, जिससे वह अपने ऑपरेशंस को विस्तार दे सकेगी और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकेगी।
कंपनी के मिशन और भविष्य की योजनाएं
Navi Finserv का मुख्य उद्देश्य है वित्तीय सेवाओं को हर किसी के लिए सुलभ बनाना। कंपनी का मानना है कि तकनीकी नवाचार और मजबूत अंडरराइटिंग प्रैक्टिसेस से वे वित्तीय समावेशन को व्यापक कर सकते हैं। उनकी योजना है कि वे भारत के और अधिक हिस्सों में अपनी सेवाओं का विस्तार करें और उन लोगों तक पहुंचें, जिन्हें अब तक पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली में कठिनाई होती है।
कंपनी अपने ग्राहकों को व्यक्तिगत लोन के साथ-साथ होम लोन, बीमा और निवेश की भी सुविधाएं प्रदान करती है। कंपनी के अनुसार, उन्होंने अब तक लाखों ग्राहकों को लोन प्रदान किया है और उनकी सेवाएं भारत भर में तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं।
फाइनेंशियल प्लानिंग और विकास
Navi Finserv ने अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग को बहुत ही समझदारी से आगे बढ़ाया है। उन्होंने न केवल अपने कस्टमर बेस को बढ़ाने पर ध्यान दिया है, बल्कि उनके ऋण देने की प्रक्रिया को भी पारदर्शी और तकनीक-आधारित बनाया है। इस नए फंडिंग राउंड से कंपनी को अपनी विस्तार योजनाओं को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी, खासकर उनके नए बाजारों में प्रवेश की योजनाओं के लिए।
सिक्यूरिटाइज़ेशन डील्स की भूमिका
सिक्यूरिटाइज़ेशन डील्स कंपनी के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह उन्हें अधिक फंड्स जुटाने में मदद करता है, जिससे वे अपने फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स को बेहतर और अधिक सुलभ बना सकते हैं। J.P. Morgan और Goldman Sachs जैसे बड़े बहुराष्ट्रीय बैंकों के साथ की गई डील्स यह दर्शाती हैं कि Navi Finserv की साख और भविष्य की योजनाओं में बड़ी वैश्विक कंपनियों का विश्वास है।
सचिन बंसल और अंकित अग्रवाल की भूमिका
Navi Finserv के सह-संस्थापक सचिन बंसल और अंकित अग्रवाल ने कंपनी की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सचिन बंसल के पास फ्लिपकार्ट के साथ काम करने का गहन अनुभव है, और उन्होंने ई-कॉमर्स से बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर में अपनी कुशलता का प्रदर्शन किया है। वहीं अंकित अग्रवाल की तकनीकी और फाइनेंस इंडस्ट्री में विशेषज्ञता ने कंपनी को मजबूत आधार दिया है।
भविष्य की चुनौतियाँ
भले ही Navi Finserv तेजी से बढ़ रही है, कंपनी को कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है। भारतीय वित्तीय बाजार अत्यधिक प्रतिस्पर्धात्मक है, और कई अन्य फाइनेंस टेक्नोलॉजी कंपनियाँ भी इसी क्षेत्र में काम कर रही हैं। इसके अलावा, बढ़ती हुई कर्ज लेने की मांग और डिफॉल्ट के जोखिमों को भी कंपनी को संभालना होगा।
कुल मिलाकर, Navi Finserv की रणनीतियाँ और उनकी भविष्य की योजनाएँ उन्हें भारतीय वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में एक अग्रणी कंपनी बनने की दिशा में आगे बढ़ा रही हैं।
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