इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता Ola Electric Mobility Limited ने अपने सब्सिडियरी Ola Electric Technologies Private Limited और इसके व्हीकल रजिस्ट्रेशन सर्विस प्रोवाइडर Rosmerta Digital Services Ltd. के बीच चल रहे कानूनी विवाद को सुलझा लिया है।
कंपनी ने हाल ही में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को सूचित किया कि सभी बकाया भुगतान चुका दिए गए हैं और इस मामले को पूरी तरह से निपटा लिया गया है।
Ola Electric Rosmerta ने NCLT में दायर केस वापस लिया
इस समझौते के तहत, Rosmerta ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT), बेंगलुरु से केस वापस लेने का फैसला किया है। Ola Electric ने पुष्टि की कि अब दोनों कंपनियों के बीच कोई भी लंबित विवाद नहीं है और कंपनी भविष्य में किसी भी मुद्दे को समय पर हल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
📢 Rosmerta Digital के प्रवक्ता ने कहा:
“Ola Electric ने ₹26,75,24,339/- का पूरा भुगतान कर दिया है, जो कि NCLT में दर्ज किए गए दावों की संपूर्ण राशि थी। अब Rosmerta ग्रुप कंपनियों ने अपने सभी याचिकाएं NCLT, बेंगलुरु से वापस ले ली हैं। दोनों कंपनियों के बीच आगे कोई कानूनी कार्रवाई लंबित नहीं है, और अब उनका संबंध एक नए सेटलमेंट एग्रीमेंट के तहत चलेगा।”
👉 यह समझौता Ola Electric के लिए एक बड़ी राहत साबित हुआ है क्योंकि इससे कंपनी की कानूनी स्थिति और व्यावसायिक साझेदारी मजबूत हुई है।
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
Rosmerta Group ने 16 मार्च 2025 को IBC (Insolvency and Bankruptcy Code) की धारा 9 के तहत Ola Electric Technologies Pvt Ltd के खिलाफ NCLT बेंगलुरु बेंच में दिवालिया याचिका दायर की थी।
💰 Rosmerta का आरोप:
कंपनी का दावा था कि Ola Electric ने उनकी सेवाओं के लिए भुगतान नहीं किया, जिससे उन्हें कानूनी कदम उठाने पड़े। याचिका में Ola Electric के खिलाफ दिवालिया कार्यवाही शुरू करने का अनुरोध किया गया था।
⚖ Ola Electric का रुख:
हालांकि, अब दोनों कंपनियों के बीच विवाद को सीमलेस सेटलमेंट के जरिए हल कर लिया गया है, और Ola Electric ने यह साबित कर दिया है कि वह अपने बिजनेस ऑपरेशंस को समय पर मैनेज करने में सक्षम है।
Ola Electric की बिक्री और विवाद के पीछे की सच्चाई
Ola Electric भारत में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक बन चुकी है।
🚀 फरवरी 2025 में Ola Electric ने 25,000 से अधिक इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की बिक्री की, जिससे कंपनी ने इस सेगमेंट में 28% की बाजार हिस्सेदारी बनाए रखी।
❗ हालांकि, सरकार के वाहन पंजीकरण डेटा (Vahan) और कंपनी के बिक्री आंकड़ों में अंतर देखा गया।
➡ Ola Electric ने इस अंतर को लेकर स्पष्ट किया कि यह वाहन पंजीकरण वेंडर्स के साथ जारी बातचीत के कारण हुआ था।
📌 Ola Electric का बयान:
“कंपनी ने अपने वाहन पंजीकरण वेंडर्स के साथ बातचीत पूरी कर ली है और इस बैकलॉग को क्लियर कर दिया गया है। हालांकि, सरकार ने इस मुद्दे पर और जानकारी मांगी है।”
👉 यह विवाद Ola Electric की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर सकता था, लेकिन कंपनी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपने सभी दायित्व पूरे कर लिए हैं।
Ola Electric का मार्केट प्लान और भविष्य की योजनाएं
📈 IPO की तैयारी:
- Ola Electric 2025 की दूसरी छमाही में IPO लाने की योजना बना रही है।
- कंपनी का लक्ष्य बाजार से अरबों डॉलर जुटाना और खुद को एक लीडिंग EV कंपनी के रूप में स्थापित करना है।
🔋 बैटरी टेक्नोलॉजी पर फोकस:
- कंपनी अपने EVs के लिए स्वदेशी बैटरी निर्माण की दिशा में काम कर रही है।
- इलेक्ट्रिक स्कूटर के साथ-साथ इलेक्ट्रिक कारों की लॉन्चिंग की भी योजना बना रही है।
🌏 ग्लोबल एक्सपेंशन:
- Ola Electric भारतीय बाजार के अलावा यूरोप, साउथईस्ट एशिया और अमेरिका में विस्तार की योजना बना रही है।
- कंपनी की नजर EV सेक्टर में इनोवेशन और सस्टेनेबिलिटी पर भी है।
🚀 प्रतिस्पर्धा और चुनौतियां:
- Ola Electric को Ather Energy, TVS, Bajaj और Hero Electric जैसी कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है।
- सरकार द्वारा EV सब्सिडी में कटौती और इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी जैसी चुनौतियां भी सामने आ सकती हैं।
निष्कर्ष: Ola Electric के लिए यह सेटलमेंट क्यों जरूरी था?
✅ Ola Electric ने इस कानूनी विवाद को समय रहते हल कर लिया, जिससे कंपनी की साख को कोई नुकसान नहीं हुआ।
✅ IPO की तैयारी के बीच किसी भी कानूनी विवाद का सुलझना निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
✅ कंपनी ने अपने बिक्री डेटा और वित्तीय पारदर्शिता को लेकर भी स्थिति स्पष्ट कर दी है।
🔎 EV इंडस्ट्री में Ola Electric की पकड़ मजबूत होती जा रही है और यह कंपनी आने वाले वर्षों में भारत के इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सेगमेंट में बड़ी भूमिका निभा सकती है। 🚗⚡
क्या Ola Electric भारतीय EV मार्केट में सबसे आगे रहेगा? 🤔
इस पर आपकी क्या राय है? नीचे कमेंट में बताएं! ⬇💬
Read more :Curefoods ने ₹56.4 करोड़ जुटाए BlackSoil और Binny Bansal का समर्थन