इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता Ola Electric मोबिलिटी लिमिटेड ने घोषणा की है कि कंपनी के दो वरिष्ठ प्रबंधन अधिकारी, अंशुल खंडेलवाल (मुख्य विपणन अधिकारी) और सुवोनिल चटर्जी (मुख्य प्रौद्योगिकी और उत्पाद अधिकारी), ने तुरंत प्रभाव से अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।
कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बताया कि दोनों अधिकारियों ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया, जिसे औपचारिक रूप से 27 दिसंबर को स्वीकार कर लिया गया।
Ola Electric खंडेलवाल का बयान
अंशुल खंडेलवाल ने अपने इस्तीफे के बाद कहा:
“यह एक अविश्वसनीय यात्रा रही है, और मैं ओला के प्रेरणादायक दृष्टिकोण में योगदान देने के अवसरों के लिए आभारी हूं। मैं ओला इलेक्ट्रिक का हिस्सा होने पर गहरी गर्व की भावना के साथ आगे बढ़ रहा हूं और टीम की निरंतर सफलता की कामना करता हूं।”
पिछले इस्तीफों की कड़ी में जुड़ाव
खंडेलवाल और चटर्जी का इस्तीफा ओला ग्रुप में शीर्ष-स्तरीय अधिकारियों के लगातार इस्तीफों की कड़ी में एक और अध्याय है।
- अक्टूबर 2024 में, Ola Electric के सचिव और अनुपालन अधिकारी ने भी व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया था।
विस्तार के बीच इस्तीफा
यह विकास तब हुआ है जब ओला इलेक्ट्रिक ने 3,200 नए स्टोर खोलने की घोषणा की थी।
- यह विस्तार मेट्रो और टियर I और II शहरों से आगे बढ़ते हुए छोटे शहरों और तहसीलों तक फैलेगा।
- यह कदम कंपनी के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने की योजना का हिस्सा है।
वित्तीय प्रदर्शन पर असर
ओला इलेक्ट्रिक ने अपनी दूसरी तिमाही (Q2 FY25) के वित्तीय नतीजों में राजस्व और लाभ-हानि के आंकड़े जारी किए।
- Q2 FY25 में परिचालन राजस्व:
- 26% की गिरावट के साथ Rs 1,214 करोड़ रहा, जो Q1 FY25 में Rs 1,644 करोड़ था।
- साल-दर-साल वृद्धि (YoY):
- Q2 FY24 में Rs 873 करोड़ से 39% की वृद्धि दर्ज की गई।
- शुद्ध हानि (Q2 FY25):
- Rs 495 करोड़ की शुद्ध हानि।
ओला इलेक्ट्रिक की चुनौतियां
ओला इलेक्ट्रिक के लिए वित्तीय और प्रबंधन संबंधी मुद्दे चिंता का विषय बनते जा रहे हैं:
- राजस्व में गिरावट:
- Q1 से Q2 में गिरावट।
- हालांकि, साल-दर-साल राजस्व वृद्धि एक सकारात्मक संकेत है।
- शीर्ष प्रबंधन में अस्थिरता:
- वरिष्ठ अधिकारियों के लगातार इस्तीफे कंपनी की रणनीति और संचालन पर प्रभाव डाल सकते हैं।
- नुकसान में वृद्धि:
- उच्च परिचालन लागत और प्रतिस्पर्धा के कारण शुद्ध नुकसान चिंता का विषय है।
ओला इलेक्ट्रिक का भविष्य
हालांकि, कंपनी अपने विस्तार और नवाचार के जरिए चुनौतियों का सामना कर रही है:
- नए स्टोर खोलना:
- 3,200 नए स्टोर खोलने से कंपनी की बाजार पहुंच बढ़ेगी।
- छोटे शहरों और गांवों में फोकस:
- ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में विस्तार कंपनी के लिए नए ग्राहक आधार बना सकता है।
- इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट का उभरता बाजार:
- भारत में EV सेगमेंट तेजी से बढ़ रहा है, और ओला इलेक्ट्रिक इस सेगमेंट में अग्रणी भूमिका निभा सकती है।
EV बाजार में प्रतिस्पर्धा
भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बाजार तेजी से विकसित हो रहा है, जहां ओला इलेक्ट्रिक को कई प्रतिस्पर्धी कंपनियों का सामना करना पड़ रहा है।
- मुख्य प्रतिस्पर्धी:
- Ather Energy, TVS iQube, और Bajaj Chetak।
- कीमत और टेक्नोलॉजी:
- ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए किफायती मूल्य और उन्नत तकनीक का महत्व बढ़ गया है।
निष्कर्ष
ओला इलेक्ट्रिक ने इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में महत्वपूर्ण पहचान बनाई है। हालांकि, कंपनी के शीर्ष प्रबंधन में अस्थिरता और वित्तीय दबाव उसकी दीर्घकालिक योजनाओं के लिए चुनौती साबित हो सकते हैं।
फिर भी, ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में विस्तार और EV मार्केट में बढ़ती संभावनाओं के कारण कंपनी के पास विकास के अवसर बने हुए हैं। आने वाले समय में ओला इलेक्ट्रिक को अपने संचालन, प्रबंधन, और वित्तीय रणनीति को स्थिर करने पर ध्यान देना होगा।
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