Skip to content
phonePe

भारत की डिजिटल पेमेंट दिग्गज PhonePe Group ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह Account Aggregator (AA) बिज़नेस से बाहर निकल रही है और अब इस सेगमेंट में अन्य अकाउंट एग्रीगेटर्स के साथ पार्टनरशिप करेगी।

कंपनी ने कहा कि वह अपना NBFC-AA लाइसेंस भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को सरेंडर करेगी और अपने AA ऑपरेशन्स को बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है


📌 Account Aggregator बिज़नेस से बाहर क्यों हुआ PhonePe?

👉 2023 में मिला था RBI का लाइसेंस

PhonePe को जून 2023 में RBI से Account Aggregator (AA) ऑपरेट करने का फाइनल लाइसेंस मिला था। इससे पहले, उसे 2023 की शुरुआत में इन-प्रिंसिपल अप्रूवल भी मिल चुका था।

👉 5 करोड़ यूजर्स जुड़ने के बावजूद FIP नेटवर्क नहीं बढ़ा

PhonePe ने बताया कि उसने पिछले दो सालों में लगभग 5 करोड़ भारतीयों को अपने AA प्लेटफॉर्म से जोड़ा। लेकिन कंपनी की प्राथमिकताओं में बदलाव के कारण, वह उतने Financial Information Providers (FIPs) को प्लेटफॉर्म पर नहीं जोड़ पाई, जितना उसने सोचा था।

👉 अन्य फिनटेक कंपनियों से होगी साझेदारी

अब कंपनी स्वयं इस बिज़नेस को ऑपरेट करने के बजाय अन्य Account Aggregators के साथ साझेदारी करेगी


🔍 क्या होता है Account Aggregator (AA) सिस्टम?

Account Aggregator एक फिनटेक सिस्टम है, जिसे RBI ने 2021 में लॉन्च किया था। इसके तहत, ग्राहक अपने बैंकिंग, निवेश और बीमा से जुड़े डेटा को सुरक्षित तरीके से शेयर कर सकते हैं।

📌 AA सिस्टम कैसे काम करता है?
1️⃣ यूज़र अपनी वित्तीय जानकारी को एक्सेस करने की अनुमति देता है।
2️⃣ AA प्लेटफॉर्म यह डेटा बैंकों और वित्तीय संस्थानों से इकट्ठा करता है।
3️⃣ फिनटेक कंपनियां, लोन प्रोवाइडर्स और अन्य संस्थान इसे यूज़र की सहमति से एक्सेस कर सकते हैं।

🚀 यह सिस्टम डिजिटल लोन, इन्वेस्टमेंट, और अन्य फाइनेंशियल सर्विसेज़ को तेज़ और आसान बनाता है।


📊 कौन हैं PhonePe के Payment Aggregator सेगमेंट के प्रतिस्पर्धी?

PhonePe का पेमेंट एग्रीगेटर बिज़नेस कई बड़ी कंपनियों से मुकाबला करता है, जिनमें शामिल हैं:

🔹 Paytm
🔹 Razorpay
🔹 PayU
🔹 CCAvenue
🔹 Cashfree

यह सभी कंपनियां पेमेंट प्रोसेसिंग, गेटवे सर्विसेज़ और बिज़नेस पेमेंट सॉल्यूशंस ऑफर करती हैं।


💡 PhonePe की अन्य हालिया रणनीतियां

1️⃣ Juspay से साझेदारी भी की खत्म

AA बिज़नेस से बाहर निकलने के कुछ ही दिनों बाद, PhonePe ने पेमेंट ऑर्केस्ट्रेशन प्लेटफॉर्म Juspay के साथ अपनी साझेदारी को भी समाप्त कर दिया

अब कंपनी पेमेंट गेटवे सॉल्यूशंस को डायरेक्ट इंटीग्रेशन के माध्यम से ऑफर करेगी

2️⃣ बिज़नेस कोर पर फोकस

PhonePe अब अपने कोर बिज़नेस – UPI पेमेंट्स, डिजिटल बैंकिंग, और मर्चेंट पेमेंट सॉल्यूशंस पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही है।


📈 PhonePe के लिए आगे क्या?

PhonePe की रणनीति अब Account Aggregator बिज़नेस को छोड़कर अन्य डिजिटल फिनटेक सर्विसेज़ को मजबूत करने की है

🚀 संभावित फोकस एरिया:
UPI और पेमेंट सॉल्यूशंस को और विकसित करना।
मर्चेंट पेमेंट्स को और अधिक स्केलेबल बनाना।
इंश्योरेंस और क्रेडिट सेवाओं में विस्तार करना।
AI-आधारित फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस पर काम करना।


🔚 निष्कर्ष

PhonePe का Account Aggregator बिज़नेस से बाहर निकलना एक बड़ा निर्णय है, जो कंपनी की बदलती प्राथमिकताओं को दर्शाता है।

💡 हालांकि, PhonePe अभी भी भारत के सबसे बड़े डिजिटल फिनटेक ब्रांड्स में से एक बना रहेगा और अन्य क्षेत्रों में अपना दबदबा बनाए रखने की कोशिश करेगा। 🚀

read more :Ola Electric को Q3 FY25 में बड़ा झटका, राजस्व में 19.4% की गिरावट,

Latest News

Read More

PayU

PayU ने Mindgate Solutions में लिया 43.5% रणनीतिक हिस्सा,

डिजिटल पेमेंट और फिनटेक क्षेत्र की प्रमुख कंपनी PayU ने रियल-टाइम पेमेंट्स टेक कंपनी Mindgate Solutions में 43.5%
ZingHR

HRTech स्टार्टअप ZingHR की जबरदस्त ग्रोथ,

मुंबई स्थित क्लाउड-आधारित HRTech स्टार्टअप ZingHR ने बीते वित्तीय वर्ष में शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी का परिचालन
Servify

Servify ने सीरीज D राउंड में जुटाए ₹66.27 करोड़

नई दिल्ली: पोस्ट-सेल्स सर्विस प्लेटफॉर्म Servify India ने अपने जारी सीरीज D फंडिंग राउंड में ₹66.27 करोड़ ($7.8