भारत की अग्रणी नई पीढ़ी की लॉजिस्टिक्स और डिलीवरी प्लेटफॉर्म कंपनी Shadowfax (Shadowfax) ने वित्त वर्ष 2024 (FY24) में अपने वित्तीय प्रदर्शन में महत्वपूर्ण सुधार दिखाया है। कंपनी ने 90% तक अपने घाटे को कम किया और 33% साल-दर-साल वृद्धि के साथ ऑपरेटिंग रेवेन्यू को बढ़ाया। इसके साथ ही, शैडोफैक्स ने EBITDA में 23 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया है।
Shadowfax FY24 में आय और मुनाफा: मजबूत प्रदर्शन
Shadowfax का ऑपरेटिंग रेवेन्यू FY24 में बढ़कर 1,884.8 करोड़ रुपये हो गया, जो FY23 में 1,415 करोड़ रुपये था।
- गैर-ऑपरेटिंग आय से कंपनी ने 11.6 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व अर्जित किया।
- कुल मिलाकर, FY24 में कंपनी की आय 1,896.4 करोड़ रुपये रही।
शैडोफैक्स ने अपने प्रदर्शन में सुधार का श्रेय रिवर्स लॉजिस्टिक्स, सेम-डे डिलीवरी, और अपनी विशेष Flash सर्विस जैसे वैल्यू-एडेड सेवाओं को दिया।
सेवाओं का विस्तार: 2,500 शहरों और 18,000 पिन कोड में मौजूदगी
शैडोफैक्स, थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक्स (3PL) सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी की सेवाएं ई-कॉमर्स और डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) फर्मों के लिए पूरे भारत में फैली हुई हैं।
- यह कंपनी 2,500 शहरों और 18,000 पिन कोड में काम कर रही है।
- कंपनी की आय का एकमात्र स्रोत लॉजिस्टिक्स और डिलीवरी सेवाओं की बिक्री है।
अबिशेक बंसल, शैडोफैक्स के सह-संस्थापक और सीईओ, ने कहा,
“जबकि अधिकांश लॉजिस्टिक्स कंपनियां केवल एक सेवा पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं और B2B में परिवर्तित हो रही हैं, शैडोफैक्स ने B2C में रहना पसंद किया है। हमारी क्विक कॉमर्स सेवाएं हमें बढ़त देती हैं क्योंकि हम एकमात्र 3PL हैं जो ऐसी सेवाएं प्रदान करते हैं।”
खर्चों का विश्लेषण: परिवहन और वितरण पर प्रमुख खर्च
FY24 में शैडोफैक्स के कुल खर्चों में सबसे बड़ा हिस्सा परिवहन और वितरण का रहा, जो मुख्य रूप से डिलीवरी पार्टनर्स से संबंधित है।
- परिवहन और वितरण खर्च: FY24 में यह खर्च 24.7% बढ़कर 966.2 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
- यह खर्च कंपनी के कुल खर्चों का 50.63% है।
- वाहनों की संचालन लागत: 35.8% की वृद्धि के साथ यह लागत 394.5 करोड़ रुपये रही।
- खोई हुई शिपमेंट से संबंधित लागत: यह खर्च 39.7% बढ़कर 94.6 करोड़ रुपये हो गया।
B2C फोकस और क्विक कॉमर्स की बढ़त
शैडोफैक्स का B2C पर ध्यान केंद्रित करना और क्विक कॉमर्स सेवाएं प्रदान करना कंपनी को प्रतिस्पर्धा में आगे रखता है।
- क्विक कॉमर्स के तहत, कंपनी तेजी से डिलीवरी सेवाएं प्रदान करती है, जो ग्राहकों के लिए विशेष रूप से आकर्षक हैं।
- यह कंपनी की प्रमुख Flash सर्विस के माध्यम से पूरा किया जाता है।
अबिशेक बंसल ने बताया कि कंपनी की मल्टी-सर्विस अप्रोच और ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर विकसित की गई सेवाओं ने FY24 में स्थिरता और मुनाफे को सुनिश्चित किया है।
कंपनी की वित्तीय रणनीतियां
शैडोफैक्स ने अपनी सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए रणनीतिक कदम उठाए हैं:
- वैल्यू-एडेड सेवाओं पर जोर: रिवर्स लॉजिस्टिक्स, सेम-डे डिलीवरी, और क्विक कॉमर्स जैसी सेवाएं कंपनी की ग्रोथ में अहम भूमिका निभा रही हैं।
- डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का उपयोग: डिजिटल तकनीक और लॉजिस्टिक्स प्रबंधन में सुधार के जरिए संचालन की दक्षता बढ़ाई गई है।
- डिलीवरी पार्टनर्स पर निवेश: कंपनी ने अपने डिलीवरी पार्टनर्स के साथ बेहतर समन्वय स्थापित किया है, जिससे परिवहन और वितरण सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
प्रतिस्पर्धा और बाजार में स्थिति
भारत में लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में शैडोफैक्स का प्रमुख स्थान है।
- डेल्हीवरी, ईकॉम एक्सप्रेस, और ब्लैकबक जैसे खिलाड़ी इस क्षेत्र में पहले से सक्रिय हैं।
- शैडोफैक्स ने B2C पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपने लिए एक विशिष्ट स्थान बनाया है।
क्विक कॉमर्स और मल्टी-सर्विस अप्रोच के कारण, शैडोफैक्स ने न केवल प्रतिस्पर्धा को मात दी है, बल्कि FY24 में EBITDA सकारात्मक प्रदर्शन भी किया है।
निष्कर्ष
शैडोफैक्स का FY24 में 90% घाटे को कम करना और 33% रेवेन्यू ग्रोथ इसे एक मजबूत वित्तीय प्रदर्शन वाली कंपनी के रूप में स्थापित करता है।
- कंपनी का B2C फोकस, क्विक कॉमर्स की अनूठी पेशकश, और वैल्यू-एडेड सेवाओं ने इसे भारतीय लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में एक अग्रणी खिलाड़ी बनाया है।
- FY24 के वित्तीय नतीजे यह दर्शाते हैं कि शैडोफैक्स ने न केवल अपने ऑपरेशन में सुधार किया है, बल्कि बाजार में एक स्थायी विकास पथ भी बनाया है।
आने वाले समय में, शैडोफैक्स का विस्तार और नवाचार इसे भारतीय और वैश्विक बाजारों में और मजबूत करेगा।
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