Skip to content

भारतीय फूडटेक दिग्गज Swiggy ने अपने आरंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया है। कंपनी ने इस IPO के माध्यम से Rs 3,750 करोड़ जुटाने की योजना बनाई है, जिसमें नए इक्विटी शेयरों का ताजा इश्यू और 185,286,265 इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है।

IPO का विवरण

इस IPO में Swiggy ने Rs 3,750 करोड़ तक के नए इक्विटी शेयर जारी करने का प्रस्ताव रखा है, साथ ही OFS के तहत Prosus सहित अन्य शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे हैं। Prosus, जो Swiggy के प्रमुख निवेशकों में से एक है, इस OFS में अपनी 63.8% हिस्सेदारी बेचने वाला सबसे बड़ा शेयरधारक होगा। बाकी शेयरधारक भी अपने कुछ शेयर इस बिक्री में उतारेंगे।

कंपनी का परिचय

Swiggy की स्थापना 2014 में हुई थी और तब से यह भारत के प्रमुख फूड डिलीवरी और ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म में से एक बन गया है। कंपनी की सेवाओं में रेस्तरां से खाने की डिलीवरी, ग्रॉसरी की होम डिलीवरी, और फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) शामिल हैं। Swiggy ने समय के साथ अपने ग्राहक आधार और सेवा क्षेत्रों का विस्तार किया है, जिससे यह भारत के सबसे बड़े उपभोक्ता इंटरनेट प्लेटफार्मों में से एक बन गया है।

संस्थापक और प्रबंधन

Swiggy के सह-संस्थापक Sriharsha Majety, Nandan Reddy, और Rahul Jaimini हैं। इनमें से Sriharsha Majety वर्तमान में कंपनी के CEO के रूप में कार्यरत हैं। उनके नेतृत्व में, Swiggy ने भारतीय फूडटेक इंडस्ट्री में क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं और बड़े पैमाने पर विस्तार किया है।

कंपनी की वित्तीय स्थिति

Swiggy ने वित्तीय रूप से मजबूत स्थिति बनाई है, हालांकि यह अभी भी लाभदायक नहीं हुआ है। फंडिंग के कई दौरों के माध्यम से, कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में बड़े पैमाने पर पूंजी जुटाई है। Prosus और SoftBank Vision Fund जैसे बड़े निवेशक Swiggy के प्रमुख बैकर्स रहे हैं। कंपनी की वैल्यूएशन $10.7 बिलियन के आस-पास है, जो इसे भारत के सबसे मूल्यवान स्टार्टअप्स में से एक बनाती है।

IPO का उद्देश्य

Swiggy इस IPO के जरिए जुटाए गए धन का उपयोग कंपनी की विस्तार योजनाओं और नए उत्पाद विकास के लिए करेगा। इसके साथ ही कंपनी का फोकस होगा अपनी सेवाओं को और अधिक उपभोक्ता-अनुकूल बनाना और प्रतिस्पर्धी बाजार में अपनी स्थिति को मजबूत करना। यह IPO Swiggy को भारतीय शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के बाद अधिक सार्वजनिक निवेशकों को आकर्षित करने का मौका देगा।

OFS का विवरण

ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत, Swiggy के कई निवेशक अपने शेयर बेचना चाहते हैं। इसमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी Prosus की होगी, जो कंपनी में अपनी 63.8% इक्विटी हिस्सेदारी को OFS के तहत बेचने की योजना बना रहा है। इसके अलावा, अन्य निवेशक भी अपने हिस्से के शेयर इस ऑफर के तहत बेचेंगे, जिससे कुल 185 मिलियन से अधिक इक्विटी शेयरों की बिक्री होगी।

Swiggy का विकास और प्रतिस्पर्धा

Swiggy ने अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वी Zomato के साथ भारतीय फूडटेक इंडस्ट्री में अग्रणी स्थान हासिल किया है। इसके अलावा, कंपनी ने Instamart और Genie जैसे नए वर्टिकल्स में भी कदम रखा है, जो ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी और स्थानीय सेवाओं पर केंद्रित हैं। Swiggy का विस्तार और नवाचार इसे बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी बनाए रखते हैं।

फंडिंग इतिहास

Swiggy ने समय-समय पर कई बड़े फंडिंग राउंड किए हैं। 2021 में, Swiggy ने SoftBank Vision Fund 2 से $450 मिलियन जुटाए थे, जिससे इसकी वैल्यूएशन बढ़कर $5.5 बिलियन हो गई थी। 2022 में, Prosus के नेतृत्व में $700 मिलियन की फंडिंग राउंड से कंपनी की वैल्यूएशन $10.7 बिलियन हो गई थी। अब IPO से कंपनी अपनी पूंजी संरचना को और मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।

निष्कर्ष

Swiggy का IPO फूडटेक इंडस्ट्री के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है। इससे कंपनी को अपनी विस्तार योजनाओं और विकास के नए अवसरों को भुनाने का मौका मिलेगा। Prosus सहित अन्य निवेशकों के शेयरों की बिक्री से यह IPO निवेशकों के लिए एक आकर्षक मौका हो सकता है, जो फूडटेक और कंज्यूमर इंटरनेट सेक्टर में निवेश करने के इच्छुक हैं।

Latest News

Read More

Last Week Indian startups

भारत में स्टार्टअप फंडिंग में 43% की गिरावट, 23 स्टार्टअप्स ने जुटाए $137 मिलियन

पिछले हफ्ते भारत के 23 स्टार्टअप्स ने कुल मिलाकर लगभग $137 मिलियन (~₹1,140 करोड़) की फंडिंग जुटाई। इसमें
Urban Company

Urban Company ने IPO की तैयारी शुरू की,

भारत की प्रमुख होम सर्विसेज प्लेटफॉर्म Urban Company इस साल इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लाने की तैयारी कर
phonePe

PhonePe ने Account Aggregator बिज़नेस से किया एग्जिट

भारत की डिजिटल पेमेंट दिग्गज PhonePe Group ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह Account Aggregator (AA) बिज़नेस