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VoltUp

भारतीय मोबिलिटी-एज़-ए-सर्विस (MaaS) और बैटरी-स्वैपिंग प्लेटफॉर्म वोल्टअप (VoltUp) ने अपने सीड फंडिंग राउंड में ₹67 करोड़ ($8 मिलियन) जुटाए हैं। इस फंडिंग का नेतृत्व EM Impact Capital ने किया।


VoltUp फंडिंग का सफर

  • VoltUp ने इससे पहले प्री-सीड फंडिंग राउंड में ₹83 करोड़ ($10 मिलियन) जुटाए थे।
  • अब तक वोल्टअप की कुल फंडिंग ₹150 करोड़ ($18 मिलियन) हो चुकी है।
  • फंडिंग में प्रमुख भागीदार:
    • HDFC बैंक
    • cKers
    • Grip Invest
    • GetVantage
    • अन्य फैमिली ऑफिस।

वोल्टअप की स्थापना और सफर

स्थापना:

2019 में सिद्धार्थ काबरा द्वारा स्थापित, वोल्टअप एक बैटरी-स्वैपिंग प्लेटफॉर्म है, जो मुख्य रूप से इलेक्ट्रिक 2-व्हीलर्स और 3-व्हीलर्स के लिए डिज़ाइन किया गया है।

संचालन:

  • 14 शहरों में संचालन कर रही यह कंपनी AI और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करके बैटरी-स्वैपिंग को आसान और सुरक्षित बनाती है।
  • इसका टेक्नोलॉजी-फर्स्ट अप्रोच स्टेशनों की लोकेशन ऑप्टिमाइज़ करता है, बैटरी परफॉर्मेंस की रियल-टाइम मॉनिटरिंग करता है, और यूजर की डिमांड का अनुमान लगाता है।

मुख्य विशेषताएं

SHE मॉडल:

  • सेफ्टी (Safety): बैटरी स्वैपिंग को सुरक्षित बनाने पर फोकस।
  • हेल्थ (Health): पर्यावरण को प्रदूषण से मुक्त करना।
  • एफिशिएंसी (Efficiency): समय और संसाधनों की बचत।

MaaS नेटवर्क:

वोल्टअप का मोबिलिटी-एज़-ए-सर्विस (MaaS) नेटवर्क डिलीवरी एजेंट्स, गिग वर्कर्स, और छोटे व्यवसायों के लिए भरोसेमंद इलेक्ट्रिक 2-व्हीलर्स और बैटरी स्वैपिंग समाधान प्रदान करता है।

टेक्नोलॉजी का उपयोग:

  • बैटरी प्रदर्शन की रियल-टाइम मॉनिटरिंग।
  • स्टेशनों की लोकेशन और यूजर डिमांड का AI आधारित अनुमान।
  • सुरक्षित और समय की बचत करने वाला चार्जिंग विकल्प।

कंपनी की उपलब्धियां

  • राजस्व में 4 गुना वृद्धि: वोल्टअप ने पिछले 12 महीनों में अपने राजस्व में चार गुना बढ़ोतरी दर्ज की है।
  • शहरों में विस्तार: कंपनी ने 1,000 नए बैटरी स्वैपिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना बनाई है, जो 20 शहरी केंद्रों में काम करेंगे।
  • इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने में वृद्धि: यह प्लेटफॉर्म EV अपनाने को बढ़ावा देता है और यूजर्स को रेंज की चिंता से मुक्त करता है।

भविष्य की योजनाएं

विस्तार:

वोल्टअप ने इलेक्ट्रिक 2-व्हीलर और 3-व्हीलर प्लेटफॉर्म्स के साथ इंटीग्रेशन करने और अपने MaaS ऑफरिंग को तेज़ी से बढ़ाने की योजना बनाई है।

बैटरी-स्वैपिंग नेटवर्क:

कंपनी का लक्ष्य है:

  1. नए बैटरी-स्वैपिंग स्टेशन स्थापित करना।
  2. शहरी केंद्रों में EV उपयोगकर्ताओं को सेवाएं प्रदान करना।

पर्यावरणीय योगदान:

  • इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देकर कार्बन उत्सर्जन में कमी।
  • बैटरी स्वैपिंग से पारंपरिक चार्जिंग की तुलना में ऊर्जा की बचत।

EV उद्योग में वोल्टअप की भूमिका

भारत में EV बाजार का महत्व:

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है, और बैटरी-स्वैपिंग प्लेटफॉर्म इस विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।

वोल्टअप का योगदान:

  • डिलीवरी और गिग वर्कर्स को विश्वसनीय सेवाएं।
  • छोटे व्यवसायों के लिए लागत प्रभावी समाधान।
  • EV उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित और कुशल चार्जिंग विकल्प।

बाजार में स्थिति:

वोल्टअप का AI-आधारित बैटरी-स्वैपिंग मॉडल इसे प्रतिस्पर्धियों से अलग बनाता है।


निष्कर्ष

वोल्टअप ने भारतीय EV बाजार में अपनी खास पहचान बनाई है। ₹67 करोड़ की फंडिंग से कंपनी अपनी सेवाओं और नेटवर्क को और भी मजबूत बनाने के लिए तैयार है।

कंपनी का उद्देश्य:

वोल्टअप का लक्ष्य है EV अपनाने को आसान और सुलभ बनाना, और भारतीय शहरों को स्मार्ट और पर्यावरण-अनुकूल बनाना।

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