भारत के मैन्युफैक्चरिंग स्टार्टअप इकोसिस्टम में हलचल तेज है। 🔥
बेंगलुरु-स्थित कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग यूनिकॉर्न Zetwerk जल्द ही अपना $750 मिलियन (लगभग ₹6,200 करोड़) का मेगा IPO लॉन्च करने की तैयारी में है। अगर यह लिस्टिंग पूरी होती है, तो यह भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की सबसे बड़ी पब्लिक मार्केट एंट्री में से एक होगी।
Bloomberg की रिपोर्ट के मुताबिक, Zetwerk ने IPO मैनेज करने के लिए Kotak Mahindra Capital, JM Financial, Avendus Capital, और अंतरराष्ट्रीय बैंकों HSBC, Morgan Stanley और Goldman Sachs को नियुक्त किया है।
📄 ड्राफ्ट फाइलिंग जल्द, गोपनीय रूट से होगी लिस्टिंग
कंपनी अगले साल की शुरुआत में SEBI के पास अपना DRHP गोपनीय (confidential) रूट के जरिए दाखिल करने की तैयारी में है।
👉 IPO में
- Fresh issue
- Offer for Sale (OFS)
दोनों शामिल होंगे, लेकिन रिपोर्ट कहती है कि fresh issue का हिस्सा बड़ा रहने वाला है। इसका मतलब—कंपनी अपने विस्तार के लिए ताज़ा पूंजी जुटाएगी।
💰 हाल की बड़ी फंडिंग और कर्ज जुटाने की गतिविधियाँ
पिछले कुछ महीनों से Zetwerk लगातार पूंजी जुटाने और बैलेंस शीट मजबूत करने पर काम कर रही है।
✔ दो सह-संस्थापक एक नए एंटिटी के जरिए कंपनी में ₹600 करोड़ का निवेश डालने वाले हैं।
✔ कंपनी ने इस साल की शुरुआत में JM Financial से भी कर्ज जुटाया था।
Zetwerk ने अप्रैल में कहा था कि वह 12 से 24 महीनों के भीतर IPO के लिए तैयार हो जाएगी—और अब यह कदम उसी दिशा में एक बड़ा संकेत है।
📊 FY24 में ₹11,450 करोड़ की जबरदस्त कमाई, लेकिन घाटा भी भारी
कंपनी के वित्तीय आंकड़े Zetwerk की विस्तार क्षमता और स्केल दोनों को दिखाते हैं।
💼 FY24 Highlights:
- ऑपरेटिंग रेवेन्यू: ₹11,450 करोड़
- नेट लॉस: ₹919 करोड़
- FY25 के नतीजे अभी सार्वजनिक नहीं हुए हैं।
Zetwerk बड़े पैमाने पर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट्स संभालता है—इसमें ऑयल & गैस, हैवी इंजीनियरिंग, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, रिन्यूएबल एनर्जी और एयरोस्पेस जैसे सेक्टर शामिल हैं। इतना बड़ा स्केल ऑपरेशन चलाना कंपनी के खर्च बढ़ाता है, जिसकी वजह से घाटा भी ऊँचा रहता है।
🏗 Zetwerk का बिज़नेस मॉडल—मैन्युफैक्चरिंग को आसान बनाना
Zetwerk एक full-stack contract manufacturing platform है।
यह कंपनियों के लिए फैब्रिकेशन, मशीनिंग, कस्टम इंजीनियरिंग से लेकर सप्लाई चेन ऑप्टिमाइजेशन तक सब कुछ एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराता है।
इस मॉडल की वजह से—
⭐ बड़ी कंपनियों को समय पर सप्लाई मिलती है
⭐ छोटे-मझोले मैन्युफैक्चरर्स को बिज़नेस मिलता है
⭐ इंडिया की फैक्ट्री कैपेसिटी ग्लोबल मार्केट से जुड़ पाती है
कंपनी अब अमेरिका, मध्य-पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया में भी तेजी से एक्सपैंड कर रही है।
🌍 ग्लोबल एक्सपैंशन और बड़े ऑर्डर्स IPO का मुख्य ईंधन
IPO का मुख्य उद्देश्य Zetwerk की ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को और मजबूत करना है।
कंपनी अमेरिका और मिडिल-ईस्ट में बड़े ऑर्डर्स हासिल कर रही है और नए प्रोडक्शन हब खड़े कर रही है।
इसके अलावा, Zetwerk सप्लाई चेन डिसरप्शन के समय अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के लिए “इंडिया as a manufacturing partner” मॉडल को बढ़ावा दे रही है—जिससे कंपनी को long-term कॉन्ट्रैक्ट मिल रहे हैं।
💸 अब तक $800 मिलियन से अधिक की फंडिंग
Zetwerk आज भारत का सबसे ज्यादा फंडेड मैन्युफैक्चरिंग स्टार्टअप है।
अब तक निवेशक हैं—
- Lightspeed
- Greenoaks
- Accel
- Avenir
- Khosla Ventures
कंपनी की वैल्यूएशन IPO के बाद काफी बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि इसका रेवेन्यू स्केल और ग्लोबल एक्सपैंशन दोनों मजबूत दिशा में हैं।
🆚 प्रतिस्पर्धा तेज—Infra Market और OfBusiness भी IPO लाइन में
भारत में मैन्युफैक्चरिंग-टेक अब एक नया हॉट सेगमेंट बनता जा रहा है।
✔ Infra Market ने हाल ही में SEBI को ड्राफ्ट पेपर्स जमा किए हैं और लगभग ₹5,000 करोड़ का IPO लाने की तैयारी कर रही है।
✔ OfBusiness, जो इस सेक्टर का सबसे बड़ा खिलाड़ी है, $1 बिलियन के आईपीओ की योजना बना चुका है।
अब Zetwerk का IPO इस रेस को और दिलचस्प बना देगा। 🔥
📝 निष्कर्ष: Zetwerk का IPO भारतीय मैन्युफैक्चरिंग स्टार्टअप्स के लिए गेम-चेंजर
Zetwerk का आगामी $750 मिलियन IPO भारतीय मैन्युफैक्चरिंग टेक सेक्टर के लिए एक बड़ा मोमेंट है।
कंपनी का तेज रेवेन्यू स्केल, ग्लोबल एक्सपैंशन, और मजबूत निवेशक भरोसा इसे बाज़ार में एक हाई-इम्पैक्ट पब्लिक लिस्टिंग बना सकता है।
अब सबकी निगाहें अगले साल की शुरुआत पर होंगी—जब Zetwerk अपना DRHP दाखिल करेगा और अपनी सबसे बड़ी यात्रा की तरफ कदम बढ़ाएगा। 🚀🇮🇳
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