Juspay ने सीरीज D फंडिंग राउंड में जुटाए $60 मिलियन,

Juspay

पेमेंट टेक्नोलॉजी कंपनी Juspay ने अपने सीरीज D फंडिंग राउंड में $60 मिलियन (लगभग ₹500 करोड़) जुटाए हैं। इस फंडिंग का नेतृत्व Kedaara Capital ने किया, जबकि मौजूदा निवेशकों SoftBank और Accel ने भी भागीदारी निभाई।

इस राउंड में प्राइमरी और सेकेंडरी दोनों तरह के निवेश शामिल हैं। Juspay ने यह फंडिंग ऐसे समय में जुटाई है जब उसे तीन वर्षों से कोई नया फंडिंग राउंड नहीं मिला था। इससे पहले दिसंबर 2021 में कंपनी ने $60 मिलियन की सीरीज C फंडिंग जुटाई थी, जिसका नेतृत्व SoftBank Vision Fund 2 ने किया था और उस समय कंपनी का मूल्यांकन $460 मिलियन था।

हालांकि इस बार के फंडिंग राउंड में Juspay की वैल्यूएशन को लेकर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में यह संभावना जताई जा रही है कि कंपनी “यूनिकॉर्न” स्टेटस (यानि $1 बिलियन से अधिक मूल्यांकन) प्राप्त कर सकती है।


💡 Juspay क्या करती है?

2012 में लॉन्च हुई Juspay एक फुल-स्टैक पेमेंट टेक प्लेटफॉर्म है, जो बड़े एंटरप्राइज़ मर्चेंट्स के लिए कई प्रकार की सेवाएं देती है:

  • Checkout orchestration
  • 3DS authentication
  • Tokenisation
  • Unified analytics
  • Real-time payment infrastructure
  • Value-added services
  • End-to-end payment acceptance

कंपनी का दावा है कि वह दैनिक 200 मिलियन से अधिक ट्रांजैक्शन को 99.999% की विश्वसनीयता के साथ प्रोसेस करती है और उसका सालाना टोटल प्रोसेस्ड वॉल्यूम $900 बिलियन से अधिक है।

Juspay भारत के अलावा अब एशिया-पैसिफिक, लैटिन अमेरिका, यूरोप, यूके और नॉर्थ अमेरिका में भी अपनी सेवाएं दे रही है, जिससे यह एक ग्लोबल पेमेंट टेक कंपनी बन गई है।


📈 कंपनी की वित्तीय परफॉर्मेंस: FY24 बनाम FY23

ऑपरेशनल रेवेन्यू

  • FY23: ₹213.39 करोड़
  • FY24: ₹319.32 करोड़
  • वृद्धि: 49.6%

कुल घाटा (Net Loss)

  • FY23: ₹105.8 करोड़
  • FY24: ₹97.54 करोड़
  • घटाव: 7.8%

कंपनी ने अपने घाटे को कम करने में सफलता पाई है, साथ ही अपनी आय में तेज़ी से वृद्धि दर्ज की है।


🔍 AI और Merchant Experience में निवेश की योजना

Juspay ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि वह इस नए फंडिंग का उपयोग Artificial Intelligence (AI) में गहराई से निवेश करने के लिए करेगी, ताकि:

  • टीम की प्रोडक्टिविटी को बढ़ाया जा सके
  • मर्चेंट्स को बेहतर अनुभव दिया जा सके
  • पेमेंट प्रोसेस को और अधिक सहज और स्मार्ट बनाया जा सके

AI के ज़रिए Juspay अपने ऑपरेशंस को ऑटोमेट, फ्रॉड डिटेक्शन में सुधार, और रियल टाइम एनालिटिक्स जैसी सेवाओं को बेहतर बनाएगी।


❗ हाल की चुनौतियाँ: बड़े क्लाइंट्स के साथ साझेदारी समाप्त

हालांकि Juspay को यह फंडिंग तब मिली है जब उसके सामने कई चुनौतियां भी हैं।

हाल के महीनों में Paytm, PhonePe, Cashfree और Razorpay जैसी बड़ी पेमेंट कंपनियों ने Juspay के साथ अपनी पार्टनरशिप को समाप्त कर दिया है। ये कंपनियां पहले Juspay को एक थर्ड-पार्टी ऑर्केस्ट्रेशन प्रोवाइडर के रूप में उपयोग कर रही थीं।

इससे Juspay के बिज़नेस ग्रोथ पर दबाव पड़ा है, लेकिन कंपनी का मानना है कि नए टेक्नोलॉजी और वैश्विक विस्तार के ज़रिए वह इस चुनौती से पार पा लेगी।


🌍 ग्लोबल एक्सपैंशन और भविष्य की रणनीति

Juspay अब सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है। इसके क्लाइंट्स अब USA, UK, यूरोप, लैटिन अमेरिका और साउथ ईस्ट एशिया तक फैले हुए हैं।

➡️ कंपनी की योजना है कि आने वाले महीनों में वह AI-बेस्ड पेमेंट समाधान और मल्टी-कंट्री इंटीग्रेशन पर ज़ोर देगी।
➡️ फिनटेक सेक्टर में भरोसे और सुरक्षा के साथ Juspay खुद को ग्लोबल पेमेंट लीडर के रूप में स्थापित करना चाहती है।


🤖 Juspay का AI फोकस: क्या बदलेगा?

AI की मदद से Juspay कई इनोवेटिव फीचर्स लाने की तैयारी में है:

  • स्मार्ट रिकमेंडेशन इंजन
  • सेल्फ-लर्निंग पेमेंट फ्रॉड डिटेक्शन सिस्टम
  • ट्रांजैक्शनल बिहेवियर एनालिसिस
  • एआई-सपोर्टेड मर्चेंट डैशबोर्ड और रिपोर्टिंग टूल्स

ये सभी उपाय Juspay को प्रतिस्पर्धी बाजार में बढ़त दिलाने में मदद कर सकते हैं।


🧾 निष्कर्ष

Juspay की ताज़ा फंडिंग इस बात का संकेत है कि पेमेंट टेक्नोलॉजी सेक्टर में इनोवेशन और ग्रोथ की संभावनाएं अभी भी काफी ज़िंदा हैं।

➡️ जहां Juspay को कुछ प्रमुख क्लाइंट्स की साझेदारी समाप्त होने से नुकसान हुआ है, वहीं AI, इंटरनेशनल एक्सपैंशन और ऑपरेशनल सुधार की दिशा में कंपनी की रणनीति भविष्य के लिए आशाजनक दिखती है।

➡️ यदि Juspay अपने नए इनिशिएटिव्स को सफलतापूर्वक कार्यान्वित कर पाती है, तो वह जल्द ही “यूनिकॉर्न क्लब” में प्रवेश कर सकती है।


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Paytm ने Juspay सहित थर्ड-पार्टी पेमेंट प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल किया बंद,

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फिनटेक कंपनी Paytm ने अपनी पेमेंट सेवाओं को और मजबूत करने के लिए Juspay जैसी थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म्स का उपयोग बंद कर दिया है। अब कंपनी सीधे ट्रांजैक्शन प्रोसेस करेगी, जिससे व्यापारियों को अधिक सुरक्षित और तेज पेमेंट समाधान मिल सके। यह कदम Razorpay, PhonePe और Cashfree Payments जैसी कंपनियों द्वारा हाल ही में उठाए गए फैसलों के समान है, जिन्होंने भी थर्ड-पार्टी ऑर्केस्ट्रेशन प्लेटफॉर्म्स से दूरी बना ली है।

1 अप्रैल से Juspay का सपोर्ट होगा बंद

Paytm Payments Services Limited (PPSL) ने अपने व्यापारिक भागीदारों (मर्चेंट्स) को जानकारी दी है कि 1 अप्रैल 2025 से Juspay के जरिए ट्रांजैक्शन सपोर्ट बंद कर दिया जाएगा। कंपनी का कहना है कि यह कदम Paytm की सीमलेस और भरोसेमंद पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

PPSL ने मर्चेंट्स को एक ईमेल में लिखा:

“निरंतर और सुचारू पेमेंट सेवा सुनिश्चित करने के लिए, हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप सीधे PPSL के माध्यम से भुगतान स्वीकार करें।”

कंपनी ने यह भी बताया कि PPSL 100 से अधिक पेमेंट स्रोतों को सपोर्ट करता है और भारी ट्रांजैक्शन लोड को कुशलता से संभालने के लिए पूरी तरह सक्षम है।

थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म से अलग होने की बढ़ती प्रवृत्ति

Paytm का यह निर्णय अचानक नहीं आया है। हाल के महीनों में, PhonePe, Razorpay और Cashfree Payments जैसी कंपनियों ने भी इसी दिशा में कदम उठाए हैं।

  • PhonePe ने दिसंबर 2024 में सबसे पहले Juspay से अपनी सेवाएं समाप्त की थीं।
  • इसके बाद, Razorpay और Cashfree Payments ने भी अपने पेमेंट सिस्टम को थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म्स से हटाकर डायरेक्ट प्रोसेसिंग शुरू कर दी।
  • अब Paytm ने भी यही रास्ता अपनाया है।

क्यों लिया गया यह फैसला?

इस बदलाव के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं:

  1. बेहतर पेमेंट कंट्रोल – थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म्स पर निर्भर रहने के बजाय, कंपनियां अपना खुद का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत कर रही हैं ताकि अधिक सुरक्षा और स्पीड प्रदान कर सकें।
  2. कॉस्ट सेविंग – थर्ड-पार्टी प्रोवाइडर्स को कमीशन देने की बजाय, सीधे पेमेंट प्रोसेसिंग करने से कंपनियों को लॉन्ग-टर्म में लागत बचाने में मदद मिलेगी
  3. नियामक आवश्यकताओं का पालन – भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा समय-समय पर पेमेंट गेटवे और एग्रीगेटर कंपनियों के लिए नियम बनाए जाते हैं। डायरेक्ट प्रोसेसिंग से कंपनियां इन नियमों का बेहतर तरीके से पालन कर सकती हैं
  4. बेहतर डेटा सिक्योरिटी – थर्ड-पार्टी ऑर्केस्ट्रेशन प्लेटफॉर्म्स पर निर्भरता डाटा सुरक्षा जोखिम बढ़ा सकती है। डायरेक्ट प्रोसेसिंग से मर्चेंट्स और ग्राहकों दोनों के लिए अधिक सुरक्षित ट्रांजैक्शन सुनिश्चित होता है

Juspay का जवाब

इस बदलाव के बाद Juspay ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। कंपनी ने कहा कि:

“जो भी पेमेंट एग्रीगेटर (PA) या पेमेंट गेटवे (PG) किसी मर्चेंट के साथ काम करने को तैयार नहीं होगा, वह अंततः नुकसान उठाएगा। इससे केवल मर्चेंट को ही नहीं, बल्कि संपूर्ण पेमेंट इकोसिस्टम को भी नुकसान होगा।”

यह बयान संकेत देता है कि Juspay को इस फैसले से असहजता हो सकती है, लेकिन वह इसे व्यापक रूप से पेमेंट इंडस्ट्री पर प्रभाव डालने वाला मान रहा है।

Paytm की रणनीति और भविष्य की योजनाएं

Paytm, भारत के सबसे बड़े डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म्स में से एक है और लगातार पेमेंट टेक्नोलॉजी में इनोवेशन कर रहा है

  • IPO की तैयारी: Paytm ने हाल ही में संकेत दिया था कि वह अपना IPO फिर से लॉन्च करने की योजना बना रहा है। कंपनी के इन प्रयासों का उद्देश्य अपनी पैसों की स्थिति को मजबूत करना और बाजार में अधिक स्थिरता लाना है।
  • UPI और डिजिटल पेमेंट लीडरशिप: Paytm भारत में UPI ट्रांजैक्शन में एक मजबूत खिलाड़ी बना हुआ है। इसके पास 30 करोड़+ रजिस्टर्ड यूजर्स हैं और लाखों व्यापारी इससे जुड़े हुए हैं।
  • AI और मशीन लर्निंग का उपयोग: Paytm अपने प्लेटफॉर्म को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग से लैस कर रहा है ताकि फ्रॉड डिटेक्शन और फास्ट पेमेंट प्रोसेसिंग को बेहतर बनाया जा सके।

क्या मर्चेंट्स पर कोई प्रभाव पड़ेगा?

मर्चेंट्स के लिए यह बदलाव महत्वपूर्ण होगा, लेकिन Paytm की ओर से यह दावा किया गया है कि इससे कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा

  • तेजी से भुगतान होगा: डायरेक्ट ट्रांजैक्शन प्रोसेसिंग से पेमेंट की स्पीड बढ़ेगी, जिससे मर्चेंट्स को तुरंत पैसे मिलेंगे।
  • कम इंटरमीडियरी शुल्क: थर्ड-पार्टी प्रोवाइडर्स को हटाने से मर्चेंट्स को कम ट्रांजैक्शन चार्ज देना पड़ेगा
  • बेहतर तकनीकी सपोर्ट: Paytm अब अपने मर्चेंट्स को सीधा और अधिक प्रभावी टेक्निकल सपोर्ट प्रदान करेगा

निष्कर्ष

Paytm द्वारा Juspay और अन्य थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म्स से अलग होने का निर्णय भारत में डिजिटल भुगतान के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। यह कदम न केवल बेहतर सुरक्षा, स्पीड और लागत बचत सुनिश्चित करेगा, बल्कि Paytm को लॉन्ग-टर्म में एक मजबूत पेमेंट प्रोवाइडर के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा

भविष्य में, यह देखा जाएगा कि अन्य पेमेंट कंपनियां भी इसी रणनीति को अपनाती हैं या नहीं। लेकिन यह साफ है कि डायरेक्ट पेमेंट प्रोसेसिंग का चलन अब तेजी से बढ़ रहा है और भारत का डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम अधिक आत्मनिर्भर और प्रभावी बनने की ओर बढ़ रहा है। 🚀💰

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फिनटेक कंपनी Juspay ने FY24 में राजस्व में 50% वृद्धि दर्ज की, घाटे में 10% की कमी

Juspay

पेमेंट टेक्नोलॉजी फर्म Juspay ने वित्तीय वर्ष 2024 में अपने परिचालन राजस्व में लगभग 50% की वृद्धि दर्ज की है, साथ ही कंपनी ने अपने घाटे को भी 10% तक नियंत्रित किया है। सॉफ्टबैंक द्वारा समर्थित जस्टपे, जो व्यापारियों के लिए भुगतान प्रसंस्करण (पेमेंट प्रोसेसिंग) तकनीक उपलब्ध कराती है, अपने ग्राहकों के लिए ऑफलाइन पेमेंट सॉल्यूशंस भी प्रदान कर रही है।

राजस्व में हुई बड़ी वृद्धि

Juspay का परिचालन राजस्व वित्तीय वर्ष 2023 के Rs 213.39 करोड़ से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2024 में Rs 319.32 करोड़ हो गया, जो 49.6% की वृद्धि दर्शाता है। जस्टपे विभिन्न उत्पाद जैसे Juspay सेफ, हाइपरएसडीके, एक्सप्रेस चेकआउट, और यूपीआई इन ए बॉक्स की सेवाएँ व्यापारियों को प्रदान करती है। कंपनी का मुख्य राजस्व “पेमेंट प्लेटफार्म इंटिग्रेशन” सेवाओं के माध्यम से होता है, जिसमें ये सभी उत्पाद शामिल हैं।

इंटिग्रेशन शुल्क से राजस्व में 46% की बढ़ोतरी

Juspay के पेमेंट प्लेटफार्म इंटिग्रेशन शुल्क से आय में 46% की बढ़ोतरी हुई, जो वित्तीय वर्ष 2023 में Rs 196.2 करोड़ से बढ़कर FY24 में Rs 286.5 करोड़ हो गई। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने अन्य परिचालन गतिविधियों से Rs 32.8 करोड़ भी अर्जित किए। इस प्रकार, FY24 में कंपनी का कुल राजस्व Rs 347.6 करोड़ तक पहुँच गया, जिसमें वित्तीय साधनों पर प्राप्त ब्याज और अन्य लाभ से भी Rs 28.32 करोड़ शामिल हैं।

खर्चों में वृद्धि और लागत नियंत्रण

जस्टपे के खर्चों का सबसे बड़ा हिस्सा कर्मचारियों को लाभ पहुँचाने से संबंधित है, जो 41.7% बढ़कर Rs 303.36 करोड़ हो गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष में Rs 214.04 करोड़ था। इसके अलावा, डीप्रिसिएशन और अमॉर्टाइजेशन की लागत में भी मामूली वृद्धि हुई, जो Rs 14.11 करोड़ तक पहुँच गई। अन्य खर्चों में Rs 123.76 करोड़ का व्यय शामिल था, जिसमें प्रौद्योगिकी, कानूनी खर्च और अन्य सामान्य खर्च शामिल हैं।

कंपनी का खर्च भले ही बढ़ा हो, लेकिन इसे नियंत्रित करके घाटे में 10% की कमी लाने में सफल रही है। यह फिनटेक इंडस्ट्री के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जहाँ ज्यादातर कंपनियाँ मुनाफा कमाने से पहले बड़ी पूंजी का निवेश करती हैं। जस्टपे ने अपने खर्चों में संतुलन बना कर यह सिद्ध कर दिया है कि विकास और लाभप्रदता दोनों को एक साथ हासिल किया जा सकता है।

जस्टपे की सेवाएँ और उत्पाद

जस्टपे अपने उन्नत और सुरक्षित पेमेंट सॉल्यूशंस के लिए जानी जाती है। कंपनी के प्रमुख उत्पादों में जस्टपे सेफ (सुरक्षित भुगतान विकल्प), हाइपरएसडीके (तेज़ और स्थिर एसडीके), एक्सप्रेस चेकआउट (त्वरित भुगतान प्रक्रिया), और यूपीआई इन ए बॉक्स (यूपीआई इंटिग्रेशन) शामिल हैं। इन सेवाओं के माध्यम से कंपनी व्यापारियों और ग्राहकों को निर्बाध और सुरक्षित लेन-देन की सुविधा प्रदान कर रही है।

जस्टपे के इन उत्पादों का उपयोग भारत के कई प्रमुख व्यवसायों द्वारा किया जा रहा है, जिससे यह कंपनियों को तेज और सुरक्षित भुगतान प्रसंस्करण प्रणाली का लाभ प्रदान कर रहा है। कंपनी का मानना है कि भविष्य में डिजिटल भुगतान प्रणाली का विस्तार होगा और जस्टपे की सेवाओं की माँग भी बढ़ेगी।

फिनटेक उद्योग में जस्टपे का स्थान

बेंगलुरु स्थित जस्टपे ने भारत के तेजी से विकसित हो रहे फिनटेक उद्योग में एक विशेष स्थान बनाया है। जहाँ एक ओर डिजिटल पेमेंट के लिए पारंपरिक तरीकों का उपयोग हो रहा है, वहीं जस्टपे ने व्यापारियों और उपभोक्ताओं को एक सरल और सुरक्षित विकल्प प्रदान किया है। सॉफ्टबैंक जैसी प्रतिष्ठित निवेशकों के समर्थन से जस्टपे ने न केवल अपनी सेवाओं को बेहतर बनाया है बल्कि डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशंस में नवाचार भी किया है।

जस्टपे के उत्पादों का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, जिससे कंपनी की बाजार में पकड़ मजबूत होती जा रही है। इसका प्रभाव भारत के विभिन्न शहरों और उद्योगों में देखा जा सकता है, जहाँ अधिक से अधिक व्यवसाय डिजिटल भुगतान को अपनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

भविष्य की योजनाएँ

जस्टपे का उद्देश्य आने वाले वर्षों में अपने उत्पादों और सेवाओं को और अधिक उन्नत बनाना है। कंपनी का फोकस अधिक संख्या में व्यापारियों और छोटे व्यवसायों को डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशंस के प्रति जागरूक करने और उन्हें अपने पेमेंट इंटिग्रेशन सेवाओं से जोड़ने पर है। इसके साथ ही, जस्टपे ने भविष्य में विदेशी बाजारों में भी अपने उत्पादों का विस्तार करने की योजना बनाई है।

निष्कर्ष

जस्टपे ने वित्तीय वर्ष 2024 में राजस्व में प्रभावी वृद्धि और घाटे में कमी के माध्यम से अपनी स्थिति को और भी मजबूत किया है। कंपनी की प्रमुख सेवाएँ और सुरक्षित डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशंस भारत के फिनटेक उद्योग में इसे एक प्रतिष्ठित स्थान प्रदान कर रहे हैं।

डिजिटल इंडिया के इस युग में जस्टपे का उद्देश्य सुरक्षित, तेज, और निर्बाध भुगतान समाधान उपलब्ध कराना है, जो इसे फिनटेक इंडस्ट्री में एक अग्रणी कंपनी बनाता है।

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