भारत की अग्रणी क्विक कॉमर्स और फूडटेक कंपनी Zepto एक बड़े $250 मिलियन सेकेंडरी राउंड की योजना बना रही है। इस फंडिंग के जरिए मौजूदा शेयरधारकों को अपनी इक्विटी बेचने का मौका मिलेगा।
इस कदम का मुख्य उद्देश्य भारतीय निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़ाना है, जिससे कंपनी के इस साल के अंत में प्रस्तावित IPO के लिए सही माहौल बनाया जा सके।
📢 ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार:
Zepto के इस सेकेंडरी सेल में Motilal Oswal Financial और Edelweiss Financial Services की प्राइवेट इक्विटी शाखाएं हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही हैं।
👉 Zepto ट्रांजैक्शन के संभावित विवरण:
- Zepto की वैल्यूएशन $5 बिलियन से अधिक होने की उम्मीद
- $350 मिलियन के पिछले फंडिंग राउंड में भी Motilal Oswal मुख्य निवेशक था
- IPO से पहले निवेशकों को आकर्षित करने की रणनीति
Zepto की फंडिंग और ग्रोथ का सफर
🚀 2024 में Zepto ने कुल $1.35 बिलियन जुटाए
📌 अब तक कुल $1.85 बिलियन की फंडिंग हो चुकी है
📈 पिछली फंडिंग में भी $5 बिलियन की वैल्यूएशन थी
Zepto का तेज़ी से बढ़ता कारोबार इसे भारत की सबसे मूल्यवान स्टार्टअप कंपनियों में से एक बना रहा है।
Zepto का बिजनेस मॉडल और संचालन
Zepto अपने ग्राहकों को 10 मिनट में 25,000 से अधिक उत्पादों की डिलीवरी देता है।
💡 डार्क स्टोर्स का बड़ा नेटवर्क:
- 550 से अधिक डार्क स्टोर्स (गोदाम)
- रोज़ाना 7 लाख से अधिक ऑर्डर की प्रोसेसिंग
🍽 फूड डिलीवरी में भी पकड़:
Zepto ने अपने Zepto Cafe ऐप के ज़रिए 10-मिनट फूड डिलीवरी सेगमेंट में भी एंट्री कर ली है, जिससे यह स्विगी और ज़ोमैटो को सीधी टक्कर दे रहा है।
वित्तीय प्रदर्शन: बढ़ती रेवेन्यू, घटता घाटा
Zepto ने FY24 में 2.2X ग्रोथ दर्ज की, जिसमें उसका ऑपरेटिंग रेवेन्यू ₹4,454 करोड़ तक पहुंच गया, जो पिछले वित्त वर्ष (FY23) के ₹2,026 करोड़ से दोगुना से भी अधिक है।
📉 घाटे में मामूली कमी:
- FY24 में कंपनी के नुकसान में 2% की गिरावट दर्ज की गई
- ऑपरेटिंग मार्जिन में सुधार के संकेत
👉 क्या यह फाइनेंशियल परफॉर्मेंस निवेशकों को IPO में आकर्षित करेगा?
Zepto का IPO प्लान और भारत में शिफ्टिंग
Zepto ने इस साल की शुरुआत में अपना डोमिसाइल सिंगापुर से भारत शिफ्ट कर लिया, जिससे भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग आसान हो गई।
📈 IPO से पहले भारत में निवेश बढ़ाने की रणनीति:
- भारतीय निवेशकों को शामिल कर घरेलू हिस्सेदारी बढ़ाना
- स्थानीय रेगुलेटरी अनुपालन को मजबूत करना
- IPO में खुदरा निवेशकों को आकर्षित करने की तैयारी
Zepto की तेज़ी से बढ़ती मांग और मजबूत फंडिंग बैकिंग इसे IPO के लिए एक मजबूत उम्मीदवार बना रही है।
भारतीय क्विक कॉमर्स मार्केट में प्रतिस्पर्धा
Zepto को Blinkit, Instamart (Swiggy) और Dunzo जैसी कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिल रही है।
🏆 क्यों है Zepto सबसे अलग?
✅ सबसे तेज़ डिलीवरी नेटवर्क – 10 मिनट में ऑर्डर
✅ 550+ डार्क स्टोर्स – मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर
✅ नए इनोवेशन जैसे Zepto Cafe – फूड डिलीवरी में प्रवेश
📊 ब्लिंकिट बनाम Zepto:
Blinkit का मालिक ज़ोमैटो है, जो पहले से एक लिस्टेड कंपनी है। Zepto की IPO लिस्टिंग इसे Blinkit के बराबर प्रतिस्पर्धी बना सकती है।
Zepto की IPO रणनीति क्यों खास है?
✅ भारतीय निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़ाने का प्लान
✅ IPO के लिए मजबूत वित्तीय स्थिति तैयार करना
✅ डार्क स्टोर मॉडल को और विस्तार देना
✅ फूड डिलीवरी सेगमेंट में भी पकड़ मजबूत करना
🚀 क्या Zepto भारत का अगला बड़ा IPO होगा?
निष्कर्ष
Zepto की $250 मिलियन सेकेंडरी फंडिंग और IPO की योजना इसे भारत का सबसे बड़ा क्विक कॉमर्स ब्रांड बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
💡 क्या Zepto का IPO Blinkit और Swiggy Instamart को टक्कर देगा?
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