Zomato ने शालिन भट्ट को डाइनिंग-आउट बिजनेस की कमान सौंपी,

Zomato

भारत की प्रमुख फूडटेक और क्विक कॉमर्स कंपनी Zomato ने अपने पूर्व कार्यकारी शालिन भट्ट (Shalin Bhatt) को फिर से अपनी टीम में शामिल कर लिया है। भट्ट को Zomato के डाइनिंग-आउट वर्टिकल का प्रमुख बनाया गया है।

भट्ट 2021 में Zomato छोड़कर चले गए थे, लेकिन उन्होंने जुलाई 2023 में कंपनी में फिर से वापसी की। अब उन्हें औपचारिक रूप से डाइनिंग हेड की भूमिका सौंपी गई है। उन्होंने संकल्प कथूरिया (Sankalp Kathuria) की जगह ली है, जिन्होंने पिछले महीने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

Zomato के डाइनिंग-आउट वर्टिकल में लगातार बदलाव

शालिन भट्ट पिछले दो वर्षों में तीसरे व्यक्ति हैं, जिन्हें Zomato के डाइनिंग-आउट वर्टिकल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले, अमन प्रियदर्शी (Aman Priyadarshi) ने इस पद को संभाला था, लेकिन 2022 के अंत में संकल्प कथूरिया ने उनकी जगह ली थी

अब, Zomato अपने डाइनिंग-आउट यूजर्स को अपने नए ‘District’ ऐप पर शिफ्ट कर रहा है। यह ऐप कंपनी के सभी ‘going-out’ ऑफर्स को एक ही प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए लॉन्च किया गया है

शालिन भट्ट की पिछली भूमिका

Zomato में दोबारा जुड़ने से पहले, शालिन भट्ट वेंचर कैपिटल फर्म Matrix Partners India (अब Z47) में एक इन्वेस्टमेंट प्रोफेशनल के रूप में कार्यरत थे


Zomato का ‘Going-Out’ बिजनेस: एक नया B2C वर्टिकल

Zomato सिर्फ फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स तक सीमित नहीं रहना चाहता। पिछले कुछ वर्षों में, कंपनी ने “Going-Out” को एक अलग B2C (बिजनेस-टू-कंज्यूमर) वर्टिकल के रूप में स्थापित किया है, जिसका वित्तीय प्रदर्शन अलग से रिपोर्ट किया जाता है।

📌 ‘Going-Out’ वर्टिकल में Zomato की सेवाएं:
Dining Out – रेस्टोरेंट बुकिंग और डाइनिंग डिस्काउंट
Live Events – कॉन्सर्ट्स, पार्टियों और इवेंट्स की टिकटिंग
Ticketing – मूवी, थिएटर और अन्य एंटरटेनमेंट इवेंट्स की बुकिंग

पिछले एक साल में, Zomato ने इस सेगमेंट में काफी निवेश किया है और इसे अपने बिजनेस का एक प्रमुख हिस्सा बना रहा है।


🚀 Zomato के ‘Going-Out’ सेगमेंट में बड़े बदलाव और नई भर्तियां

Zomato ने अपने ‘Going-Out’ बिजनेस को मजबूत करने के लिए कई नए पदों पर वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति की है:

📌 Zomato Live की नई CEO – जीना विल्कैसिम (Zeenah Vilcassim)

  • Zomato ने बकार्डी (Bacardi) की पूर्व कार्यकारी Zeenah Vilcassim को Zomato Live का CEO बनाया है।
  • वह कंपनी के लाइव इवेंट्स और टिकटिंग बिजनेस का नेतृत्व करेंगी।

📌 Zomato Live के नए COO – कुणाल खंभाती (Kunal Khambhati)

  • बुकमायशो (BookMyShow) के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी कुणाल खंभाती को Zomato Live का COO बनाया गया है।
  • उनका मुख्य फोकस टिकटिंग और लाइव इवेंट्स बिजनेस को आगे बढ़ाना होगा

📌 Paytm के इवेंट्स और टिकटिंग बिजनेस का अधिग्रहण

  • हाल ही में, Zomato ने Paytm के इवेंट्स और टिकटिंग बिजनेस का अधिग्रहण किया था
  • इसके बाद, कंपनी ने राहुल गणजू (Rahul Ganjoo) और प्रद्योत घाटे (Pradyot Ghate) को वापस लाया, जो Insider, TicketNew, और Paytm के यूजर्स को ‘District’ ऐप पर शिफ्ट करने में मदद करेंगे

📊 Zomato की रणनीति: ‘District’ ऐप के जरिए टिकटिंग और डाइनिंग में दबदबा बनाना

Zomato का ‘District’ ऐप कंपनी के लिए एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है। यह ऐप एक ही प्लेटफॉर्म पर डाइनिंग, लाइव इवेंट्स और टिकटिंग को जोड़ता है, जिससे यूजर्स को आसानी होगी।

📌 District ऐप क्यों खास है?
Zomato के सभी Going-Out फीचर्स एक ही प्लेटफॉर्म पर
रेस्टोरेंट बुकिंग, डिस्काउंट्स और इवेंट टिकटिंग का एकीकरण
Paytm और अन्य प्लेटफॉर्म्स से यूजर्स को ट्रांसफर करने की योजना


📌 Zomato की नई रणनीति: फूड डिलीवरी से आगे बढ़कर एंटरटेनमेंट मार्केट में दबदबा बनाना

Zomato अब सिर्फ एक फूड डिलीवरी कंपनी नहीं रहना चाहता। कंपनी ने ब्लिंकिट (Blinkit) के जरिए क्विक कॉमर्स में बड़ी सफलता हासिल की है और अब वह डाइनिंग और इवेंट्स टिकटिंग सेगमेंट में बड़ा खेल खेलने की योजना बना रही है

📌 Zomato का नया बिजनेस मॉडल:
फूड डिलीवरी (Zomato)
क्विक कॉमर्स (Blinkit)
डाइनिंग और इवेंट्स (District)

💡 क्या Zomato भारत का अगला बड़ा एंटरटेनमेंट और फूड टेक जायंट बन सकता है?

👉 आपकी राय क्या है? क्या Zomato का ‘District’ ऐप टिकटिंग और डाइनिंग में सफलता हासिल कर पाएगा? हमें कमेंट में बताएं! 🚀

Read more :Leap ने $65 मिलियन की फंडिंग जुटाई, $1 बिलियन valuation का लक्ष्य

Leap ने $65 मिलियन की फंडिंग जुटाई, $1 बिलियन valuation का लक्ष्य

Leap

अंतरराष्ट्रीय छात्र मोबिलिटी प्लेटफॉर्म LEAP ने हाल ही में $65 मिलियन (₹540 करोड़) की फंडिंग जुटाई है। यह फंडिंग प्राइमरी और सेकेंडरी इक्विटी निवेश के जरिए मिली है, जिसका नेतृत्व Apis Growth Markets Fund III और Apis Global Growth Fund III ने किया।

इस दौर में Owl Ventures, Jungle Ventures, और Peak XV Partners जैसे मौजूदा निवेशकों ने भी भाग लिया। हालांकि, कंपनी ने अपनी सटीक वैल्यूएशन का खुलासा नहीं किया है, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक, Leap इस दौर में $1 बिलियन से अधिक वैल्यूएशन हासिल करने का लक्ष्य बना रहा था।

Leap ने इससे पहले 2022 में सीरीज D राउंड में $75 मिलियन जुटाए थे, जिससे उस समय इसकी वैल्यूएशन $850-900 मिलियन के बीच थी।

LEAP अब तक $200 मिलियन से अधिक इक्विटी फंडिंग प्राप्त

LEAP की स्थापना 2019 में बेंगलुरु और सैन फ्रांसिस्को में की गई थी। तब से अब तक कंपनी ने $200 मिलियन (₹1,650 करोड़) से अधिक की इक्विटी फंडिंग जुटा ली है।


Leap: स्टडी-अब्रॉड छात्रों के लिए वन-स्टॉप सॉल्यूशन

Leap एक फुल-स्टैक इंटरनेशनल स्टूडेंट मोबिलिटी प्लेटफॉर्म है, जो अंतरराष्ट्रीय शिक्षा की तैयारी से लेकर फाइनेंसिंग तक की पूरी प्रक्रिया को आसान बनाता है

कंपनी अपने चार प्रमुख प्लेटफॉर्म्स के जरिए छात्रों को सेवाएं प्रदान करती है:
LeapScholar – स्टडी-अब्रॉड कम्युनिटी और गाइडेंस
LeapFinance – इंटरनेशनल स्टूडेंट लोन और फाइनेंसिंग
GeeBee – विदेश में पढ़ाई की आवेदन प्रक्रिया
Yocket – टेस्ट प्रेप, वीजा गाइडेंस और एडमिशन

📌 सेवाएं:

  • IELTS, TOEFL, SAT जैसी परीक्षाओं की तैयारी
  • एडमिशन और वीज़ा काउंसलिंग
  • अंतरराष्ट्रीय शिक्षा के लिए स्टूडेंट लोन और फाइनेंशियल सपोर्ट

📌 मुख्य टारगेट मार्केट:
Leap का मुख्य फोकस यूएस, कनाडा, यूके और ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के इच्छुक छात्रों पर है।

📌 बढ़ती लोकप्रियता:
Leap का दावा है कि उसने अब तक 10 लाख से अधिक छात्रों को सेवाएं दी हैं और 1,000 से अधिक शीर्ष वैश्विक शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी की है


📊 Leap की तेज़ी से बढ़ती ग्रोथ

Leap के को-फाउंडर वैभव सिंह ने कहा:

🗣️ “छात्र Leap के वन-स्टॉप स्टडी-अब्रॉड सॉल्यूशन को पसंद करते हैं। पिछले दो वर्षों में हमने 5X ग्रोथ देखी है। आज Leap सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पकड़ बना रहा है और 10 से अधिक देशों में ऑपरेशन बढ़ा रहा है।”

Leap की यह ग्रोथ भारत में तेजी से बढ़ते स्टडी-अब्रॉड मार्केट और डिजिटल एडटेक सॉल्यूशंस की बढ़ती मांग को दर्शाती है।


🚀 Leap के आगे की योजनाएं

📌 ग्लोबल विस्तार:
Leap न सिर्फ भारत, बल्कि अन्य देशों में भी अपनी सेवाओं का विस्तार कर रहा है। कंपनी 10+ देशों में विस्तार की योजना बना रही है

📌 नए फाइनेंसिंग प्रोडक्ट्स:
कंपनी अब छात्रों के लिए और अधिक फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स विकसित करने की योजना बना रही है, जिससे अंतरराष्ट्रीय शिक्षा को अधिक किफायती बनाया जा सके

📌 टेक्नोलॉजी अपग्रेड:
Leap अपने प्लेटफॉर्म पर AI और डेटा एनालिटिक्स जैसी नई तकनीकों को जोड़कर छात्रों के लिए बेहतर गाइडेंस और लोन फैसिलिटी प्रदान करेगा।

📌 प्रतिस्पर्धा में मजबूती:
Leap को Leverage Edu, Yocket, और ApplyBoard जैसी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन Leap अपनी विस्तृत सेवाओं और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन सॉल्यूशंस के जरिए खुद को सबसे आगे रखने की कोशिश कर रहा है।


📌 क्या Leap अगले एडटेक यूनिकॉर्न बनने की ओर बढ़ रहा है?

$1 बिलियन+ वैल्यूएशन का लक्ष्य
$200 मिलियन से अधिक फंडिंग
1 मिलियन+ छात्रों की मदद
1,000+ ग्लोबल यूनिवर्सिटीज के साथ पार्टनरशिप
5X ग्रोथ सिर्फ दो साल में

Leap की ग्रोथ यह दिखाती है कि अंतरराष्ट्रीय शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल समाधान तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। अगर कंपनी इसी रफ्तार से आगे बढ़ती रही, तो यह जल्द ही भारत की अगली यूनिकॉर्न एडटेक कंपनी बन सकती है।

💬 आपकी क्या राय है? क्या Leap अगले 1-2 वर्षों में यूनिकॉर्न स्टार्टअप बन सकता है? हमें कमेंट में बताएं! 🚀

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CarTrade ने Q3 FY25 में 26% राजस्व वृद्धि दर्ज की, ₹45.5 करोड़ का शुद्ध लाभ हासिल किया

CarTrade

ऑटोमोबाइल क्लासिफाइड्स पोर्टल CarTrade ने वित्तीय वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही (Q3 FY25) के लिए अपने वित्तीय परिणाम जारी कर दिए हैं। कंपनी ने Q3 FY24 की तुलना में 26% साल-दर-साल राजस्व वृद्धि दर्ज की है, साथ ही शुद्ध लाभ में बड़ा सुधार किया है।


📈 CarTrade राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि

CarTrade का ऑपरेशनल रेवेन्यू Q3 FY25 में 26.6% बढ़कर ₹176 करोड़ हो गया, जो कि Q3 FY24 में ₹139 करोड़ था। यह आंकड़े कंपनी के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) से प्राप्त अनऑडिटेड समेकित वित्तीय परिणामों पर आधारित हैं।

कंपनी तीन प्रमुख सेगमेंट्स में काम करती है:
कंज़्यूमर सेगमेंट
रीमार्केटिंग सेगमेंट
क्लासिफाइड्स सेगमेंट

📌 कंज़्यूमर सेगमेंट: कुल ऑपरेशनल रेवेन्यू का 39% हिस्सा इसी से आया। Q3 FY25 में यह ₹68 करोड़ तक पहुंच गया, जो Q3 FY24 में ₹50 करोड़ था।
📌 रीमार्केटिंग सेगमेंट: इस तिमाही में ₹58 करोड़ का राजस्व आया।
📌 क्लासिफाइड्स सेगमेंट: इससे ₹50 करोड़ की आय हुई।

इसके अलावा, कंपनी ने गैर-ऑपरेशनल व्यवसायों से ₹17 करोड़ कमाए, जिससे कुल राजस्व Q3 FY25 में ₹193 करोड़ हो गया, जो Q3 FY24 में ₹152 करोड़ था।


💰 खर्चों में नियंत्रण और मुनाफे में जबरदस्त बढ़ोतरी

CarTrade ने अपने खर्चों को नियंत्रित रखते हुए मुनाफे में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की

📌 कर्मचारी लाभ व्यय कुल खर्च का 53% था, जो कि 7.3% बढ़कर ₹73 करोड़ हो गया।
📌 इस लागत में ₹3.36 करोड़ की शेयर-आधारित खर्चे भी शामिल हैं।
📌 कुल मिलाकर, कंपनी के कुल खर्च Q3 FY25 में 12% बढ़कर ₹140 करोड़ हो गए, जो कि Q3 FY24 में ₹125 करोड़ थे।


📊 नेट प्रॉफिट में जबरदस्त उछाल

मजबूत राजस्व वृद्धि और नियंत्रित खर्चों के कारण, CarTrade ने इस तिमाही में शानदार मुनाफा कमाया

Q3 FY25 में कंपनी का शुद्ध लाभ ₹45.5 करोड़ रहा, जबकि Q3 FY24 में ₹23.5 करोड़ का घाटा हुआ था।
✔ कंपनी पहले ही FY25 के पहले नौ महीनों में ₹472 करोड़ की कुल आय और ₹99 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज कर चुकी है।
✔ यह पहला मौका है जब CarTrade ने इतनी बड़ी लाभप्रदता हासिल की है, जो इसके लंबी अवधि के विकास की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।


📌 CarTrade की बाजार स्थिति और आगे की योजनाएं

📌 व्यापक विस्तार योजना:
CarTrade आने वाले समय में नई कैटेगरीज में विस्तार करने और सप्लाई चेन को बेहतर बनाने पर ध्यान देगा।

📌 टेक्नोलॉजी में निवेश:
कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), डेटा एनालिटिक्स और ऑटोमेशन जैसी नई तकनीकों में निवेश कर रही है, जिससे यूज़र्स के लिए और अधिक कुशल अनुभव प्रदान किया जा सके

📌 इनोवेटिव बिजनेस मॉडल:
CarTrade यूज़र्स के लिए खरीद और बिक्री की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए अपने प्लेटफॉर्म पर नई सुविधाएँ जोड़ रहा है, जिससे व्यापार को और अधिक तेज़ी से बढ़ाया जा सके

📌 प्रतियोगिता में मजबूती:
CarTrade Cars24, Droom और OLX Autos जैसे अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा में है, और अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए लगातार रणनीतियाँ बना रहा है।


📌 क्या CarTrade भविष्य में और आगे बढ़ेगा?

CarTrade ने Q3 FY25 में प्रभावशाली वित्तीय प्रदर्शन किया है। राजस्व 26% बढ़ा और ₹45.5 करोड़ का शुद्ध लाभ हुआ, जिससे यह साफ़ हो गया कि कंपनी तेजी से ग्रोथ कर रही है

लेकिन कुछ सवाल भी हैं:
क्या कंपनी यह ग्रोथ भविष्य में बनाए रख पाएगी?
क्या ऑटो सेक्टर की चुनौतियां, जैसे इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग, CarTrade के बिजनेस मॉडल को प्रभावित करेंगी?
कैसे CarTrade अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे निकलने की योजना बना रहा है?

💬 आपकी क्या राय है? क्या CarTrade आने वाले वर्षों में और तेजी से बढ़ेगा? हमें कमेंट में बताएं! 🚀

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B2B SaaS स्टार्टअप Atomicwork ने सीरीज़ A राउंड में जुटाए $25 मिलियन,

Atomicwork

भारत के B2B SaaS स्टार्टअप Atomicwork ने अपनी सीरीज़ A फंडिंग राउंड में $25 मिलियन (लगभग ₹207 करोड़) जुटाए हैं। इस निवेश दौर का नेतृत्व सिलिकॉन वैली स्थित Khosla Ventures और Z47 (पूर्व में Matrix Partners India) ने किया

इस राउंड में Battery Ventures, Blume Ventures, और Peak XV Partners ने भी भाग लिया।


💰 Atomicwork अब तक की फंडिंग और निवेशकों का सहयोग

📌 सितंबर 2023 में, Atomicwork ने Blume Ventures और Matrix Partners India के नेतृत्व में अपने सीड राउंड में $11 मिलियन जुटाए थे।
📌 पिछले वर्ष, स्टार्टअप ने Abhinav Dhar (पूर्व CIO, TransUnion) और अन्य निवेशकों से $3 मिलियन अतिरिक्त जुटाए थे।
📌 अब तक Atomicwork की कुल फंडिंग $39 मिलियन (लगभग ₹323 करोड़) तक पहुंच चुकी है।


🚀 नए निवेश का उपयोग कैसे करेगा Atomicwork?

स्टार्टअप ने कहा कि वह इस फंडिंग का उपयोग मुख्य रूप से तीन प्रमुख क्षेत्रों में करेगा—

1️⃣ एंटरप्राइज़ AI एजेंट्स को विकसित करने और बेहतर कार्यान्वयन पर निवेश
2️⃣ मार्केट में अपनी उपस्थिति बढ़ाने और ग्राहकों तक अधिक पहुँच बनाने
3️⃣ नए उत्पाद नवाचारों के जरिए कार्यक्षमता बढ़ाने


🔍 Atomicwork क्या करता है?

सितंबर 2022 में स्थापित, Atomicwork कंपनियों को IT, HR, फाइनेंस, और अन्य बिजनेस फ़ंक्शन्स के लिए वर्कफ़्लो ऑटोमेशन सॉफ़्टवेयर प्रदान करता है।

📌 स्टार्टअप की तकनीक कंपनी के भीतर मौजूद “ट्राइबल नॉलेज” (गोपनीय व सामूहिक जानकारी) को इकट्ठा करती है, जो आमतौर पर डॉक्यूमेंट्स, विकी पेज, ईमेल थ्रेड्स, चैट कन्वर्सेशन और सूचना प्रणाली में बिखरी रहती है।
📌 इसकी AI-ड्रिवन टेक्नोलॉजी इन जानकारियों को स्वचालित रूप से प्रोसेस और विश्लेषण करके टीमों को त्वरित समाधान प्रदान करती है।
📌 स्टार्टअप IT सर्विस मैनेजमेंट (ITSM), HR वर्कफ़्लोज़, और इंटरप्राइज़ ऑपरेशंस को तेज़ और अधिक प्रभावी बनाने के लिए एजेंटिक सर्विस मैनेजमेंट पर काम कर रहा है।


🗣️ संस्थापकों का विज़न

Atomicwork के सीईओ विजय रायपति ने कहा—
“हम एजेंटिक सर्विस मैनेजमेंट में अग्रणी हैं और IT वर्कफ़्लोज़ और इंटरप्राइज़ सेवाओं को बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह निवेश हमारे विज़न को एक महत्वपूर्ण मान्यता देता है—जहां स्मार्ट IT टीमें व्यवसाय की वृद्धि को संचालित करेंगी और कंपनियां प्रौद्योगिकी से सशक्त होंगी, न कि उससे जूझ रही होंगी।”


📊 मार्केट में Atomicwork की स्थिति

✔ Atomicwork वर्तमान में बड़े इंटरप्राइज़ ग्राहकों को अपनी सेवाएं प्रदान करता है।
✔ इसके प्रमुख ग्राहक बैंकों, बीमा कंपनियों, फिनटेक कंपनियों और बड़े IT संगठनों में शामिल हैं।
✔ स्टार्टअप भारत, अमेरिका और अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने विस्तार की योजना बना रहा है।
✔ AI और SaaS स्टार्टअप्स की बढ़ती मांग को देखते हुए, Atomicwork तेज़ी से उभरते हुए कंपनियों में से एक बन गया है।


📌 निष्कर्ष

Atomicwork ने अपने AI-संचालित बिजनेस प्रोसेस ऑटोमेशन समाधानों के लिए बाज़ार में अच्छी पकड़ बना ली है।
$25 मिलियन की इस ताजा फंडिंग से, कंपनी अपने एंटरप्राइज़ AI एजेंट्स को और मजबूत करेगी और अपने मार्केट विस्तार को तेज़ करेगी।

AI और SaaS सेक्टर में बढ़ते निवेश के बीच, Atomicwork जैसे स्टार्टअप्स इंडस्ट्री को अधिक स्मार्ट, कुशल और तेज़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

🔹 क्या AI-संचालित IT वर्कफ़्लोज़ कंपनियों के लिए गेमचेंजर साबित होंगे? अपनी राय हमें कमेंट में बताएं! 🚀

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MapMyIndia ने Q3 FY25 में 24% की राजस्व वृद्धि दर्ज की

MapMyIndia

भारत की प्रमुख डिजिटल मैपिंग और लोकेशन-आधारित सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनी MapmyIndia (CE Info Systems) ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही (Q3 FY25) के लिए अपने आर्थिक नतीजे घोषित किए हैं। कंपनी ने वर्ष-दर-वर्ष (YoY) 24% की राजस्व वृद्धि दर्ज की है, जो भारत में डिजिटल मैपिंग और IoT (Internet of Things) सेवाओं की बढ़ती मांग को दर्शाता है।

MapmyIndia राजस्व में बढ़ोतरी

MapmyIndia का संचालन से प्राप्त राजस्व Q3 FY25 में बढ़कर ₹114.5 करोड़ हो गया, जबकि Q3 FY24 में यह ₹92 करोड़ था।

कंपनी के कुल राजस्व में 90% योगदान डिजिटल मैप डेटा, GPS नेविगेशन, लोकेशन-बेस्ड सेवाओं और IoT से आया, जो 32.5% बढ़कर ₹102.4 करोड़ तक पहुंच गया। वहीं, डिवाइस बिक्री से ₹12 करोड़ की आय हुई।


प्रमुख लागतें और मुनाफे में वृद्धि

कंपनी की लागतों में मुख्य रूप से शामिल हैं:
IoT डिवाइस की लागत
कर्मचारियों को दिए जाने वाले लाभ
आउटसोर्स किए गए तकनीकी सेवाओं का खर्च

Q3 FY25 में MapMyIndia की कुल लागत ₹79.4 करोड़ रही, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में ₹60.5 करोड़ थी। हालांकि, बढ़ते स्केल और मजबूत बाजार रणनीतियों के कारण, कंपनी ने 4.2% की शुद्ध लाभ वृद्धि दर्ज की, जो ₹32.3 करोड़ तक पहुंच गई (Q3 FY24 में ₹31 करोड़ था)।


शेयर बाजार में स्थिति

MapMyIndia के शेयर की कीमत वर्तमान में ₹1,609 प्रति शेयर है और कंपनी का मार्केट कैप ₹8,753 करोड़ ($1 बिलियन) तक पहुंच गया है। यह भारत में डिजिटल मैपिंग और IoT क्षेत्र में कंपनी की मजबूत स्थिति को दर्शाता है


📈 वित्तीय प्रदर्शन में मजबूती

👉 कुल राजस्व वृद्धि

📌 MapMyIndia का कुल ऑपरेशनल राजस्व Q3 FY25 में ₹114.5 करोड़ हो गया, जो Q3 FY24 में ₹92 करोड़ था।
📌 सर्विस-आधारित राजस्व (डिजिटल मैप, नेविगेशन, IoT और लोकेशन-आधारित सेवाएं) ₹102.4 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 32.5% अधिक है।
📌 डिवाइसेज़ की बिक्री से ₹12 करोड़ की आय हुई।

👉 लागत और मुनाफे में इज़ाफा

📌 कुल लागतें ₹79.4 करोड़ तक पहुंच गईं, जो पिछले वर्ष (Q3 FY24) में ₹60.5 करोड़ थीं।
📌 IoT डिवाइसेज़ की लागत, कर्मचारियों के वेतन और तकनीकी सेवाओं पर खर्च मुख्य लागत फैक्टर रहे।
📌 शुद्ध लाभ 4.2% बढ़कर ₹32.3 करोड़ तक पहुंच गया, जबकि Q3 FY24 में यह ₹31 करोड़ था।


📊 MapMyIndia का बाजार में प्रदर्शन और शेयर मूल्य

📌 वर्तमान में कंपनी के शेयर ₹1,609 प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहे हैं
📌 कंपनी का कुल बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) ₹8,753 करोड़ ($1 बिलियन) तक पहुंच चुका है
📌 यह भारत में डिजिटल मैपिंग और IoT उद्योग में कंपनी की मजबूत स्थिति को दर्शाता है


🚀 MapMyIndia की रणनीति और भविष्य की योजनाएं

कंपनी का GPS और लोकेशन-आधारित सेवाओं में विस्तार, IoT टेक्नोलॉजी में निवेश, और बढ़ती मांग इसे भारत में एक मजबूत डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर लीडर बनने की ओर ले जा रही है। आगामी तिमाहियों में, MapMyIndia अपनी सेवाओं में और अधिक तकनीकी सुधार कर सकता है, जिससे उसके राजस्व और लाभ में और वृद्धि की संभावना है।

कंपनी का फोकस डिजिटल मैपिंग, GPS नेविगेशन और IoT टेक्नोलॉजी में नवाचार और विस्तार पर रहेगा।

🔹 नए क्षेत्रों में विस्तार – कंपनी भारत के अधिक शहरों और ग्रामीण इलाकों में अपने मैपिंग और IoT समाधानों का विस्तार कर रही है।
🔹 AI और डेटा एनालिटिक्स पर निवेश – MapMyIndia अपने मैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और डेटा एनालिटिक्स के जरिए और बेहतर बनाने पर ध्यान दे रही है।
🔹 नई B2B और B2G साझेदारियां – कंपनी इंटरप्राइज़ और सरकारी एजेंसियों के साथ रणनीतिक गठजोड़ कर रही है।


🏆 MapMyIndia क्यों बना भारतीय डिजिटल मैपिंग का लीडर?

Make in India ब्रांड – भारतीय बाजार को समझते हुए, यह कंपनी स्थानीय जरूरतों के अनुसार टेक्नोलॉजी को कस्टमाइज़ करती है
IoT और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में गहरी पैठ – कई ऑटो कंपनियों और स्मार्ट सिटीज़ प्रोजेक्ट्स के साथ काम कर रही है।
विस्तृत मैपिंग डेटा – Google Maps के मुकाबले अधिक विस्तृत और सटीक भारतीय मैपिंग डेटा उपलब्ध कराती है।
सरकार और प्राइवेट सेक्टर में मजबूत पकड़ – स्मार्ट सिटीज़, इमरजेंसी सर्विसेज़ और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर में मजबूत उपस्थिति।


📌 निष्कर्ष

MapMyIndia ने Q3 FY25 में शानदार वित्तीय प्रदर्शन किया है और यह भारतीय डिजिटल मैपिंग और लोकेशन-आधारित सेवाओं के क्षेत्र में एक मजबूत खिलाड़ी बना हुआ है। कंपनी की नवाचार-आधारित रणनीतियां, IoT टेक्नोलॉजी में निवेश, और नए भौगोलिक विस्तार इसे आगामी तिमाहियों में अधिक तेज़ी से बढ़ने में मदद करेंगे।

📍 क्या MapMyIndia आने वाले वर्षों में Google Maps को टक्कर देगा? आपकी राय कमेंट में दें! 🚀

Read more :Online rummy platform A23 ने FY24 में मुनाफे में 24% की बढ़ोतरी दर्ज की

Online rummy platform A23 ने FY24 में मुनाफे में 24% की बढ़ोतरी दर्ज की

A23 Rummy

ऑनलाइन रम्मी प्लेटफॉर्म A23 Rummy ने वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में राजस्व में स्थिरता के बावजूद मुनाफे में 24% की वृद्धि दर्ज की है। यह वृद्धि मुख्य रूप से खर्चों पर नियंत्रण और गैर-संचालन आय (non-operating income) में वृद्धि के कारण संभव हुई।

A23 Rummy राजस्व और मुनाफा

A23 Rummy का शुद्ध राजस्व (net revenue) FY24 में 841 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष (FY23) के 839 करोड़ रुपये के करीब है। हालांकि, कंपनी का ग्रॉस रेवेन्यू FY24 में 31% बढ़कर 1,378 करोड़ रुपये हो गया, जो FY23 में 1,051 करोड़ रुपये था।

कंपनी की वित्तीय स्थिति को लेकर Registrar of Companies (RoC) से प्राप्त वार्षिक वित्तीय रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है।


मुनाफे में वृद्धि

कंपनी ने अपने मुनाफे में 24% की बढ़ोतरी हासिल की।

  • खर्चों पर नियंत्रण: A23 ने FY24 में अपने संचालन खर्चों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया।
  • गैर-संचालन आय: कंपनी ने गैर-संचालन आय के जरिए अतिरिक्त लाभ अर्जित किया।

ग्रॉस रेवेन्यू में वृद्धि के पीछे मुख्य कारण

कंपनी के ग्रॉस रेवेन्यू में 31% की वृद्धि कई कारकों के कारण हुई:

  1. उपयोगकर्ता आधार में वृद्धि: A23 ने अधिक खिलाड़ियों को प्लेटफॉर्म से जोड़ा।
  2. बढ़ते गेमिंग ट्रेंड्स: FY24 में ऑनलाइन गेमिंग के प्रति उपयोगकर्ताओं की रुचि बढ़ी।
  3. नई सेवाओं का परिचय: A23 ने अपने प्लेटफॉर्म पर नई सुविधाएं और ऑफर्स जोड़े।

खर्चों का विश्लेषण

कंपनी ने FY24 में अपने खर्चों पर कड़ी नजर रखी:

  • विज्ञापन और मार्केटिंग खर्च: FY24 में इस मद में 15% की कमी दर्ज की गई।
  • ऑपरेशन और टेक्नोलॉजी अपग्रेड्स: ऑपरेशनल खर्च को सीमित रखते हुए कंपनी ने तकनीकी अपग्रेड्स पर ध्यान केंद्रित किया।

गैर-संचालन आय का योगदान

गैर-संचालन आय, जैसे कि ब्याज आय और निवेश रिटर्न, ने कंपनी के मुनाफे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

  • यह आय मुख्य रूप से A23 के निवेश पोर्टफोलियो और परिसंपत्ति प्रबंधन से उत्पन्न हुई।

ऑनलाइन गेमिंग उद्योग का प्रभाव

भारत में ऑनलाइन गेमिंग उद्योग FY24 में तेजी से बढ़ा है:

  1. बाजार का विस्तार: ऑनलाइन गेमिंग उद्योग का मूल्य FY24 में 30,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया।
  2. मोबाइल और इंटरनेट एक्सेस: सस्ते इंटरनेट और स्मार्टफोन की पहुंच ने इस उद्योग को बढ़ावा दिया।
  3. रम्मी जैसे खेलों की लोकप्रियता: रम्मी, लूडो, और फ़ैंटेसी गेम्स जैसे खेलों में उपयोगकर्ताओं की रुचि बढ़ी।

A23 का उपयोगकर्ता आधार और प्रतिस्पर्धा

A23 का उपयोगकर्ता आधार FY24 में और अधिक मजबूत हुआ।

  • प्रमुख खिलाड़ी: A23 भारत के सबसे लोकप्रिय ऑनलाइन रम्मी प्लेटफॉर्म में से एक है।
  • प्रतिस्पर्धा: Dream11, MPL, और Junglee Rummy जैसे प्लेटफॉर्म्स से प्रतिस्पर्धा के बावजूद, A23 ने अपनी बाजार हिस्सेदारी बनाए रखी।

भविष्य की योजनाएं

A23 FY25 में अपनी स्थिति और मजबूत करने के लिए निम्नलिखित कदम उठा सकती है:

  1. टेक्नोलॉजी अपग्रेड: उपयोगकर्ता अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए नई तकनीकों का उपयोग।
  2. विस्तार: भारत के टियर-2 और टियर-3 शहरों में विस्तार की योजना।
  3. नए खेलों का लॉन्च: रम्मी के साथ अन्य गेमिंग ऑप्शंस को प्लेटफॉर्म पर जोड़ना।

A23 की चुनौतियां

ऑनलाइन गेमिंग उद्योग में कई चुनौतियां भी हैं:

  1. नियम और नियमन: गेमिंग उद्योग में कड़े नियमों और टैक्स नीतियों का प्रभाव पड़ सकता है।
  2. प्रतिस्पर्धा: नए प्लेटफॉर्म्स के आगमन से प्रतिस्पर्धा और बढ़ सकती है।
  3. उपयोगकर्ताओं की प्राथमिकताएं: उपयोगकर्ताओं की बदलती पसंद को समझने और उन्हें बनाए रखने का दबाव।

निष्कर्ष

A23 ने FY24 में स्थिर राजस्व के बावजूद मुनाफे में प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की है।

  • कंपनी ने खर्चों पर नियंत्रण और गैर-संचालन आय का कुशलतापूर्वक उपयोग करते हुए अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाया है।
  • FY25 में, A23 अपनी रणनीतिक पहलों के माध्यम से और अधिक विस्तार करने और ऑनलाइन गेमिंग उद्योग में अपनी स्थिति को मजबूत करने का प्रयास करेगा।

A23 की कहानी यह दर्शाती है कि कैसे रणनीतिक प्रबंधन और नवाचार एक प्रतिस्पर्धी उद्योग में सफलता दिला सकते हैं।

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Innov8

भारत की प्रमुख कोवर्किंग फर्म Innov8 ने 110 करोड़ रुपये (13 मिलियन डॉलर) का फंडिंग राउंड पूरा किया है। इस प्राइमरी फंडिंग राउंड का नेतृत्व मैनकाइंड फार्मा, गौरी खान, रूपा ग्रुप, और जागृति डालमिया जैसे प्रतिष्ठित फैमिली ऑफिस ने किया।

प्रमुख बातें:

  1. इन निवेशकों ने कुल जुटाई गई राशि का 55% योगदान दिया।
  2. इस फंडिंग के लिए कंपनी ने अपनी 10% हिस्सेदारी का डाइल्यूशन किया।
  3. फंडिंग का इश्यू 2.7 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ और इसे इनक्रेड द्वारा संचालित किया गया।
  4. फंडिंग के समय इन्वो8 का मूल्यांकन 1,000 करोड़ रुपये (लगभग 120 मिलियन डॉलर) आंका गया।

Innov8 2025 तक कोवर्किंग सेंटर्स को दोगुना करने की योजना

Innov8 ने हाल ही में घोषणा की है कि वह भारत में अपने कोवर्किंग सेंटर्स की संख्या 2025 तक 100 तक बढ़ाने की योजना बना रही है।

  • जुटाई गई ताजा पूंजी का उपयोग रणनीतिक और इनोर्गेनिक ग्रोथ के लिए किया जाएगा, जिसमें अधिग्रहण, तकनीकी उन्नयन, साझेदारियां और निच सेगमेंट्स में विस्तार शामिल हैं।

इन्वो8 का परिचय और उपलब्धियां

इन्वो8 की स्थापना 2015 में रितेश मलिक ने की थी। वर्तमान में यह कंपनी 10 शहरों में काम कर रही है, जिसमें शामिल हैं:

  • दिल्ली, गुड़गांव, मुंबई, पुणे, चेन्नई, बेंगलुरु, अहमदाबाद, हैदराबाद, और इंदौर।
  • इन्वो8 के पास वर्तमान में 45 से अधिक कोवर्किंग सेंटर्स हैं, जिनमें 17,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं।
  • इनके प्रमुख क्लाइंट्स में स्विगी, इंडसइंड बैंक, जियो सावन, फोनपे, और टाटा डिजिटल जैसी कंपनियां शामिल हैं।

नए सेंटर्स की शुरुआत

हाल ही में इन्वो8 ने मुंबई में दो नए सेंटर्स लॉन्च किए हैं:

  1. नवी मुंबई
  2. अंधेरी
  • दोनों सेंटर्स का क्षेत्रफल 1 लाख वर्ग फुट से अधिक है।
  • इन सेंटर्स में कुल 3,000 सीटों की क्षमता है।
  • ये इन्वो8 के अब तक के सबसे बड़े फसिलिटीज में से हैं।

आर्थिक प्रदर्शन में सुधार

इन्वो8 का वित्तीय प्रदर्शन भी तेजी से सुधर रहा है:

  • वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में कंपनी ने 62 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया।
  • पिछले वित्तीय वर्ष (FY23) में यह लाभ केवल 2.5 करोड़ रुपये था।
  • यह सुधार कंपनी की सशक्त बिजनेस रणनीति और बढ़ते क्लाइंट बेस को दर्शाता है।

ओयो के अधिग्रहण के बाद इन्वो8 का सफर

इन्वो8 को मार्च 2019 में ओयो द्वारा अधिग्रहित किया गया था।

  • अधिग्रहण के बावजूद, इन्वो8 ने एक स्वतंत्र इकाई के रूप में काम करना जारी रखा है।
  • ओयो के समर्थन ने इन्वो8 को प्रमुख बाजार हिस्सेदारी और तेजी से विकास हासिल करने में मदद की है।

फंडिंग के बाद की योजनाएं

ताजा फंडिंग से इन्वो8 निम्नलिखित क्षेत्रों में निवेश करने की योजना बना रही है:

  1. अधिग्रहण और विस्तार:
    • नए सेंटर्स की स्थापना और रणनीतिक अधिग्रहण पर ध्यान केंद्रित।
  2. तकनीकी उन्नयन:
    • कोवर्किंग स्पेस के प्रबंधन और उपयोगकर्ता अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए नवीनतम तकनीकों का उपयोग।
  3. साझेदारियां और निच सेगमेंट्स में विस्तार:
    • उन क्षेत्रों में प्रवेश करना, जहां कोवर्किंग स्पेस की मांग तेजी से बढ़ रही है।

कोवर्किंग इंडस्ट्री में इन्वो8 का स्थान

भारतीय कोवर्किंग मार्केट में इन्वो8 की मजबूत उपस्थिति है।

  • इन्वो8 ने कोवर्किंग स्पेस को सस्ती और सुविधाजनक बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
  • कंपनी के मॉडल ने स्टार्टअप्स, SMEs, और बड़ी कंपनियों को लचीलापन और दक्षता प्रदान की है।

फंडिंग में फैमिली ऑफिस की भूमिका

इस फंडिंग राउंड में मैनकाइंड फार्मा, गौरी खान, रूपा ग्रुप, और जागृति डालमिया जैसे प्रमुख फैमिली ऑफिस ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।

  • फैमिली ऑफिस द्वारा किया गया निवेश इन्वो8 के भविष्य के विकास और विश्वसनीयता को दर्शाता है।
  • इन्वो8 के नेतृत्व और दृष्टिकोण ने इन निवेशकों का विश्वास अर्जित किया है।

निष्कर्ष

इन्वो8 ने अपनी अग्रणी रणनीतियों और सशक्त नेतृत्व के जरिए कोवर्किंग इंडस्ट्री में खुद को एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है।

  • ताजा फंडिंग न केवल कंपनी के विस्तार और विकास को गति देगी, बल्कि इसे भारत के कोवर्किंग सेक्टर में अग्रणी ब्रांड बनने की दिशा में एक कदम और करीब ले जाएगी।
  • इन्वो8 की कहानी भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम और कोवर्किंग इंडस्ट्री के लिए प्रेरणा है।

आने वाले वर्षों में इन्वो8 का प्रदर्शन देखने लायक होगा, क्योंकि यह तेजी से बढ़ते कोवर्किंग बाजार में अपनी पहचान और मजबूत करेगा।

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Data Sutram जल्द जुटाएगी $10-12 मिलियन की फंडिंग,

Data Sutram

B2B SaaS स्टार्टअप Data Sutram नए फंडिंग राउंड में $10-12 मिलियन जुटाने की प्रक्रिया के उन्नत चरण में है। मुंबई स्थित इस स्टार्टअप के लिए यह नया फंडिंग राउंड पिछले 15 महीनों में दूसरा बड़ा राउंड होगा।

नए राउंड का नेतृत्व और भागीदारी

सूत्रों के अनुसार, इस राउंड का नेतृत्व लाइटस्पीड वेंचर पार्टनर्स और बी कैपिटल कर रहे हैं।

  • मौजूदा निवेशक भी इस राउंड में भाग लेंगे।
  • यह डील जल्द ही बंद होने की उम्मीद है।

Data Sutram: एक परिचय

2018 में रजित भट्टाचार्य, ऐसिक पॉल, और अंकित दास द्वारा स्थापित, डेटा सुतराम एक B2B SaaS कंपनी है जो AI और ML आधारित Data Sutram का उपयोग करती है।

  • इसका इंजन सैटेलाइट, मोबाइल फोन, POS मशीनों और अन्य स्रोतों से कच्चे और असंरचित डेटा को स्वचालित रूप से उपयोगी और संरचित डेटा में बदलता है।
  • कंपनी का प्रोडक्ट सूट—Find, Authenticate, और Grow—दुनियाभर के प्रमुख बैंकों, NBFCs और फिनटेक कंपनियों में अच्छा traction प्राप्त कर चुका है।

डेटा सुतराम के प्रोडक्ट्स की प्रमुख विशेषताएं

  1. Find (खोज):
    • बाजार की रणनीति को बेहतर बनाने और उपभोक्ताओं तक पहुंच बढ़ाने में मदद करता है।
  2. Authenticate (प्रमाणिकता):
    • धोखाधड़ी को कम करने और वित्तीय जोखिम प्रबंधन को मजबूत करता है।
  3. Grow (वृद्धि):
    • बिक्री में 3X तक बढ़ोतरी, धोखाधड़ी के मामलों में 45% की कमी, और ग्राहक जीवनकाल मूल्य (CLTV) को 1.5X तक बढ़ाता है।

पिछले फंडिंग राउंड

डेटा सुतराम ने पिछले कुछ वर्षों में कई सफल फंडिंग राउंड पूरे किए हैं:

  • सितंबर 2023:
    • कंपनी ने $3 मिलियन जुटाए थे।
    • इस राउंड का नेतृत्व सिंगुलैरिटी ग्रोथ फंड और अन्य निवेशकों ने किया था।
  • फरवरी 2022:
    • डेटा सुतराम ने $2.07 मिलियन जुटाए थे।
    • इस राउंड का नेतृत्व वरैनियम कैपिटल और यात्रा एंजेल नेटवर्क ने किया था।

नवीनतम फंडिंग और संभावित वैल्यूएशन

सूत्रों के अनुसार, डेटा सुतराम का लक्ष्य $60-70 मिलियन (पोस्ट-मनी) का वैल्यूएशन हासिल करना है।

  • यह वैल्यूएशन कंपनी की मजबूत तकनीकी क्षमताओं और तेजी से बढ़ते ग्राहक आधार को दर्शाता है।
  • नई फंडिंग से कंपनी को अपने प्रोडक्ट्स को और बेहतर बनाने और नए बाजारों में विस्तार करने में मदद मिलेगी।

डेटा सुतराम की सफलता के कारक

  1. AI और ML का उपयोग:
    • कंपनी की प्रोप्राइटरी तकनीक कच्चे डेटा को स्वचालित रूप से संरचित और उपयोगी जानकारी में बदल देती है।
    • यह डेटा बैंकों, NBFCs, और फिनटेक कंपनियों के लिए बेहतर निर्णय लेने और जोखिम कम करने में मदद करता है।
  2. बाजार की मजबूत पकड़:
    • डेटा सुतराम के प्रोडक्ट्स ने वैश्विक स्तर पर फिनटेक और BFSI (बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा) क्षेत्रों में अपनी उपयोगिता साबित की है।
  3. मजबूत निवेशक आधार:
    • लाइटस्पीड, बी कैपिटल, सिंगुलैरिटी ग्रोथ फंड, और वरैनियम कैपिटल जैसे निवेशकों का साथ डेटा सुतराम के लिए विश्वसनीयता और विकास के अवसर लेकर आया है।

कंपनी की भविष्य की योजनाएं

डेटा सुतराम इस फंडिंग का उपयोग अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को और उन्नत करने, नए तकनीकी इनोवेशन को अपनाने, और वैश्विक स्तर पर विस्तार के लिए करेगी।

  • कंपनी ने अपने AI-ड्रिवन समाधान के माध्यम से फिनटेक और BFSI सेक्टर में असाधारण परिणाम देने का लक्ष्य रखा है।
  • नए फंड से कंपनी अपने Find, Authenticate, और Grow सूट को और बेहतर बनाएगी।

भारतीय SaaS और फिनटेक उद्योग में डेटा सुतराम की भूमिका

  • डेटा सुतराम जैसे स्टार्टअप्स ने भारतीय SaaS (Software as a Service) उद्योग को नई दिशा दी है।
  • फिनटेक क्षेत्र में, कंपनी की तकनीकी समाधान धोखाधड़ी को कम करने और ग्राहकों की जीवनकाल मूल्य में वृद्धि करने में मददगार साबित हुए हैं।
  • भारत जैसे तेजी से विकसित हो रहे बाजार में, डेटा सुतराम की तकनीक छोटे और बड़े वित्तीय संस्थानों के लिए खेल बदलने वाला साबित हो सकती है।

निष्कर्ष

डेटा सुतराम ने अपनी AI- और ML-आधारित तकनीक से भारतीय और वैश्विक बाजार में प्रभावशाली जगह बनाई है।

  • कंपनी के प्रोडक्ट्स ने फिनटेक और BFSI सेक्टर में नवाचार और दक्षता को बढ़ावा दिया है।
  • आगामी फंडिंग राउंड डेटा सुतराम के अंतरराष्ट्रीय विस्तार और उत्पाद विकास में मदद करेगा।

डेटा सुतराम की कहानी भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक प्रेरणा है, और यह दर्शाता है कि कैसे एक मजबूत तकनीकी दृष्टिकोण किसी भी कंपनी को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है।

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Veloce Fintech ने लॉन्च किया SEBI-registered कैटेगरी-II

Veloce

VELOCE फिनटेक, जो कि लेमन ग्रुप का हिस्सा है, ने अपना SEBI-पंजीकृत कैटेगरी-II वैकल्पिक निवेश फंड (AIF), VELOCE Alternative Investment Fund लॉन्च किया है।

कंपनी ने जानकारी दी है कि इस फंड ने 140 करोड़ रुपये से अधिक की प्रतिबद्धताएं प्राप्त की हैं, जिसमें 40 करोड़ रुपये का ग्रीन शू विकल्प भी शामिल है। इस फंड का कुल लक्ष्य 200 करोड़ रुपये का है, जिसे अगले कुछ महीनों में बंद करने की योजना है।

140 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धताओं में से, फंड ने 100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि को तैनात और आवंटित किया है।


VELOCE ऑपर्च्युनिटीज फंड का फोकस

यह फंड मुख्य रूप से MSMEs (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों) को वेंचर डेट और प्री-IPO फंडिंग प्रदान करने पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य MSMEs के विकास पूंजी आवश्यकताओं और संरचित निवेश अवसरों के बीच की खाई को पाटना है।


VELOCE फिनटेक: एक परिचय

वेलोस फिनटेक की स्थापना लेमन ग्रुप द्वारा की गई है और इसका नेतृत्व निरव जोगानी कर रहे हैं।

  • यह कंपनी ARCs (एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनियों), रियल एस्टेट डेवलपर्स, MSMEs, और स्टार्टअप्स को संस्थागत उधारदाताओं और निवेशकों से जोड़ने में विशेषज्ञता रखती है।
  • फंड का प्रबंधन एक अनुभवी विशेषज्ञों की टीम द्वारा किया जाता है, जो अपनी व्यापक अनुभव और उद्योग के ज्ञान का उपयोग करके पोर्टफोलियो कंपनियों के दीर्घकालिक विकास को बढ़ावा देते हैं।
  • साथ ही, यह फंड अपने निवेशकों के लिए उच्च और स्थिर रिटर्न प्रदान करने का प्रयास करता है।

फंड के लक्ष्यों और उपलब्धियों पर एक नजर

  1. फंड की प्रतिबद्धताएं और लक्ष्य:
    • अब तक फंड को 140 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धताएं मिल चुकी हैं।
    • इसमें से 100 करोड़ रुपये की राशि को तैनात किया जा चुका है।
    • कुल लक्ष्य 200 करोड़ रुपये का है, जिसे ग्रीन शू विकल्प के साथ अगले कुछ महीनों में बंद करने की योजना है।
  2. वेंचर डेट और प्री-IPO फंडिंग:
    • वेलोस ऑपर्च्युनिटीज फंड का उद्देश्य MSMEs के लिए पूंजी की उपलब्धता को आसान बनाना है।
    • यह MSMEs को प्री-IPO फंडिंग के जरिए अपने विस्तार और विकास को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
  3. संरचित निवेश मॉडल:
    • फंड ने एक संरचित मॉडल अपनाया है, जो निवेशकों को लंबी अवधि में उच्च रिटर्न सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
    • यह फंड MSMEs के साथ-साथ स्टार्टअप्स और रियल एस्टेट डेवलपर्स को भी फंडिंग प्रदान करेगा।

निवेशकों के लिए अवसर

वेलोस ऑपर्च्युनिटीज फंड उन निवेशकों को आकर्षित करता है जो स्थिर और सुरक्षित रिटर्न की तलाश में हैं।

  • वेलोस फिनटेक ने यह सुनिश्चित किया है कि फंड में निवेश किए गए प्रत्येक रुपये का उपयोग प्रभावशाली और टिकाऊ परियोजनाओं के लिए किया जाए।
  • यह फंड विभिन्न उद्योगों में विविधता प्रदान करता है, जिससे निवेशकों को जोखिम कम और रिटर्न अधिक मिलता है।

लेमन ग्रुप की भूमिका

लेमन ग्रुप का वित्तीय सेवाओं में एक मजबूत अनुभव है।

  • इस ग्रुप ने फंड के प्रबंधन और संरचना में अपनी गहरी विशेषज्ञता का योगदान दिया है।
  • वेलोस फिनटेक और लेमन ग्रुप का सहयोग भारतीय MSMEs और स्टार्टअप इकोसिस्टम को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का लक्ष्य रखता है।

भारतीय MSMEs के लिए संभावनाएं

भारत में MSMEs अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाते हैं।

  • MSMEs को अक्सर विकास के लिए पूंजी की आवश्यकता होती है, लेकिन उन्हें उपयुक्त वित्तीय संसाधन प्राप्त करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
  • वेलोस ऑपर्च्युनिटीज फंड जैसे प्लेटफॉर्म्स इन MSMEs को वेंचर डेट और प्री-IPO फंडिंग के माध्यम से उनके व्यवसाय को बढ़ाने और प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद करते हैं।

वित्तीय क्षेत्र में नवाचार और भविष्य की दिशा

  • वेलोस फिनटेक का यह कदम फिनटेक इंडस्ट्री में नवाचार को बढ़ावा देता है।
  • यह फंड न केवल MSMEs और स्टार्टअप्स के लिए बल्कि निवेशकों के लिए भी एक प्रभावी समाधान प्रदान करता है।
  • आने वाले समय में, यह फंड नए अवसरों को उजागर करेगा और भारतीय अर्थव्यवस्था में सकारात्मक प्रभाव डालेगा।

निष्कर्ष

वेलोस ऑपर्च्युनिटीज फंड भारतीय MSMEs और निवेशकों के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है।

  • यह फंड MSMEs के लिए वित्तीय चुनौतियों को कम करने और उनके विकास को गति देने का एक प्रभावी माध्यम बन सकता है।
  • साथ ही, यह निवेशकों को स्थिर और आकर्षक रिटर्न प्रदान करके उनके भरोसे को मजबूत करेगा।

भारतीय फिनटेक इंडस्ट्री में वेलोस फिनटेक का यह कदम एक नई दिशा की ओर इशारा करता है और भविष्य में इसकी सफलता से जुड़े कई नए अवसरों की संभावना को जन्म देता है।

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Paytm पेमेंट्स के एमडी और सीईओ नकुल जैन ने दिया इस्तीफा

Paytm

Paytm की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी Paytm Payments Services Limited के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ नकुल जैन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

नकुल जैन ने Paytm से पहले स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक में मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में काम किया था, जहां वे प्राइवेट बैंकिंग, प्रायोरिटी बैंकिंग, डिपॉजिट्स और ब्रांच बैंकिंग के प्रभारी थे। उन्होंने अप्रैल 2022 में Paytm ज्वाइन किया था।

Paytm ने शेयर बाजार को दी गई जानकारी में बताया कि नकुल जैन ने अपना इस्तीफा एक उद्यमशीलता (Entrepreneurial Venture) को आगे बढ़ाने के लिए दिया है।


Paytm के लिए नया नेतृत्व तलाशने की प्रक्रिया जारी

Paytm ने अपने बयान में कहा है कि वह नकुल जैन के स्थान पर एक नया उम्मीदवार तलाशने की प्रक्रिया में है। कंपनी ने यह भी कहा कि वह अपने विकास और व्यवसायिक लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित रखेगी।

कंपनी ने यह भी जानकारी दी कि उसकी सहायक इकाई को भारत सरकार से डाउनस्ट्रीम इन्वेस्टमेंट के लिए मंजूरी मिल गई है और वह ऑनलाइन मर्चेंट्स को पेमेंट एग्रीगेशन सर्विसेज उपलब्ध कराने का काम जारी रखेगी।


पिछले साल Paytm में हुए बड़े बदलाव

Paytm ने पिछले साल कुछ महत्वपूर्ण नेतृत्व परिवर्तन देखे:

  • 8 अप्रैल 2024 को सुरिंदर चावला ने Paytm Payments Bank के एमडी और सीईओ के पद से इस्तीफा दिया।
  • Paytm के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने पार्ट-टाइम नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और बोर्ड सदस्य के पद से इस्तीफा दे दिया।
  • अक्टूबर 2024 में, सिद्धार्थ शकधर ने ओला मोबिलिटी में अपने मुख्य व्यवसाय अधिकारी (CBO) पद को छोड़कर Paytm में बिजनेस हेड के रूप में शामिल हुए।

Paytm का वित्तीय प्रदर्शन

Paytm ने चालू वित्तीय वर्ष (FY25) की तीसरी तिमाही (Q3) के लिए अपने वित्तीय परिणाम घोषित किए।

  • इस तिमाही में कंपनी ने 1,828 करोड़ रुपये का राजस्व (Revenue) दर्ज किया।
  • हालांकि, कंपनी को 208 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा (Net Loss) हुआ।

यह राजस्व और घाटा Paytm के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय की ओर संकेत करते हैं, लेकिन कंपनी ने अपने भविष्य के लक्ष्यों पर ध्यान बनाए रखने की बात कही है।


Paytm की भविष्य की योजनाएं

Paytm का फोकस अभी भी डिजिटल पेमेंट्स और फाइनेंशियल सर्विसेज में अपनी पकड़ मजबूत करने पर है।

  • कंपनी अपने पेमेंट एग्रीगेशन सर्विसेज को और अधिक ऑनलाइन व्यापारियों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
  • Paytm ने डाउनस्ट्रीम इन्वेस्टमेंट के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिलने के बाद अपनी सेवाओं के विस्तार की योजना बनाई है।
  • कंपनी के बयान के अनुसार, वह अपने नेतृत्व में नए परिवर्तन के साथ सुदृढ़ विकास और नवाचार की दिशा में काम करना जारी रखेगी।

नकुल जैन की उद्यमशीलता की यात्रा की शुरुआत

Paytm से इस्तीफा देने के बाद, नकुल जैन अपनी नई उद्यमशीलता यात्रा शुरू करने जा रहे हैं। उनके इस फैसले ने संकेत दिया है कि वे फिनटेक और पेमेंट्स इंडस्ट्री में अपने अनुभव का उपयोग करके कुछ नया और प्रभावशाली करना चाहते हैं।


Paytm और भारतीय डिजिटल पेमेंट्स इंडस्ट्री

Paytm भारत में डिजिटल पेमेंट्स क्रांति का नेतृत्व करने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है।

  • कंपनी ने अपने QR कोड आधारित पेमेंट्स, वॉलेट, और फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स के माध्यम से ग्राहकों का विश्वास जीता है।
  • हालांकि, बढ़ती प्रतिस्पर्धा और वित्तीय घाटे ने कंपनी के लिए चुनौतियां भी खड़ी की हैं।

निष्कर्ष

Paytm Payments Services Limited में नेतृत्व परिवर्तन कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। नकुल जैन का इस्तीफा और उनकी उद्यमशीलता यात्रा की शुरुआत Paytm और पूरे फिनटेक सेक्टर के लिए एक नई दिशा तय कर सकती है।

Paytm का ध्यान अब अपने वित्तीय प्रदर्शन में सुधार, नेतृत्व की स्थिरता, और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने पर केंद्रित होगा। आगामी समय यह बताएगा कि Paytm इन चुनौतियों का सामना कैसे करता है और अपने व्यवसाय को नई ऊंचाइयों पर ले जाता है।

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