Edtech unicorn Physics Wallah ने FY24 में हासिल की 2.6X ग्रोथ, पर घाटा बढ़कर हुआ 4.4X

Physics Wallah

Edtech क्षेत्र की एक प्रमुख कंपनी Physics wallah (PW) ने वित्तीय वर्ष 2024 के अंत तक अपने परिचालन राजस्व में 2.6 गुना वृद्धि दर्ज की, हालांकि खर्चों में तेज़ बढ़ोतरी के कारण इसका घाटा भी 4.4 गुना बढ़ गया। फिजिक्स वाला का परिचालन राजस्व FY23 के Rs 744.3 करोड़ की तुलना में बढ़कर FY24 में Rs 1,940.4 करोड़ हो गया। कंपनी का लगभग 90% राजस्व शिक्षा सेवाओं से आता है, जबकि बाकी का हिस्सा उत्पादों की बिक्री से आता है। इसके अतिरिक्त, वित्तीय परिसंपत्तियों पर ब्याज और लाभ के माध्यम से फिजिक्स वाला ने Rs 74.64 करोड़ का अतिरिक्त राजस्व भी प्राप्त किया, जिससे कंपनी का कुल राजस्व FY24 में Rs 2,015 करोड़ पर पहुँच गया।

कंपनी का इतिहास और विकास

Physicswallah की स्थापना 2020 में अलख पांडे और प्रतीक माहेश्वरी ने की थी। यह कंपनी JEE, NEET, अन्य इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम्स और राज्य बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन कोर्स और अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराती है। इसके अलावा, कंपनी का फोकस स्किल डेवेलपमेंट, हायर एजुकेशन, और विदेश में पढ़ाई के अवसरों पर भी है।

कंपनी ने एडटेक क्षेत्र में अपने अभिनव दृष्टिकोण और उच्च गुणवत्ता वाले कंटेंट की वजह से काफी लोकप्रियता हासिल की है। फिजिक्स वाला ने विशेष रूप से छात्रों के लिए आर्थिक रूप से सुलभ शिक्षा प्रदान करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं, जो इसे अन्य प्रतिस्पर्धियों से अलग बनाता है।

Physics Wallah का प्रभाव

Physics Wallah का दावा है कि वे 112 यूट्यूब चैनलों के माध्यम से 4.6 करोड़ (46 मिलियन) छात्रों को मुफ्त शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। ये चैनल पाँच भाषाओं में उपलब्ध हैं, जिससे यह देश के विभिन्न क्षेत्रों में छात्रों तक पहुँच बना रहा है। इसके अलावा, कंपनी के पास 5.5 मिलियन पेड स्टूडेंट्स भी हैं, जो इसके विभिन्न कोर्सेज का लाभ उठा रहे हैं।

वित्तीय वर्ष 2024 में घाटे का विस्तार

FY24 में फिजिक्स वाला का घाटा बढ़कर 4.4 गुना हो गया, जो कि खर्चों में वृद्धि का नतीजा है। कंपनी ने अधिक छात्रों तक पहुँच बनाने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण सामग्री प्रदान करने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश किया है। नए कोर्सेज की पेशकश, ऑफलाइन सेंटर की स्थापना और अध्ययन सामग्री का वितरण इन खर्चों में शामिल हैं।

कंपनी ने अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए नए शिक्षण केंद्र स्थापित किए हैं और इसका लक्ष्य छात्रों को ऑफलाइन माध्यम से भी जोड़ना है। इन सभी गतिविधियों में बड़े पैमाने पर खर्च हुआ है, जो कि राजस्व बढ़ाने के बावजूद घाटे में वृद्धि का कारण बना है।

एडटेक उद्योग में फिजिक्स वाला की स्थिति

फिजिक्स वाला ने अपनी गुणवत्ता, सस्ती फीस और उपयोगकर्ता-अनुकूल पाठ्यक्रमों के माध्यम से एडटेक उद्योग में एक विशेष स्थान बनाया है। वर्तमान में कंपनी ने स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों के लिए एक व्यापक शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र बनाया है। यह छात्रों को स्कूल और कॉलेज स्तर के पाठ्यक्रमों के अलावा प्रवेश परीक्षाओं के लिए विशेष कोर्सेज भी प्रदान कर रहा है।

एडटेक उद्योग में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच, फिजिक्स वाला का इस वित्तीय प्रदर्शन ने इसे एक स्थायी और लंबी अवधि के खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है। यह उन कुछ एडटेक कंपनियों में से है, जिन्होंने छात्रों की मदद के लिए सस्ती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया है।

कंपनी का भविष्य का दृष्टिकोण

फिजिक्स वाला का लक्ष्य है कि वे अपने कंटेंट और तकनीकी नवाचारों के माध्यम से और अधिक छात्रों तक पहुँच बनाएं। कंपनी के पास अपने वर्तमान ऑफलाइन और ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के विस्तार के लिए भी योजनाएं हैं। इसके अलावा, फिजिक्स वाला ने स्किल डेवेलपमेंट और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, जिससे यह संभावित करियर मार्गों के लिए छात्रों को तैयार कर सके।

कंपनी का ध्यान विशेष रूप से भारत के छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों तक पहुँच बनाने पर है। इसके साथ ही, फिजिक्स वाला ने अंतरराष्ट्रीय शिक्षा के क्षेत्र में भी कदम रखने की योजना बनाई है, ताकि भारतीय छात्रों को विदेशी शिक्षा प्रणाली में दाखिला लेने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन मिल सके।

निष्कर्ष

फिजिक्स वाला ने अपने ऑपरेशनल राजस्व में शानदार वृद्धि दर्ज की है, जो इसके व्यापक छात्र आधार और गुणवत्तापूर्ण कंटेंट के कारण संभव हुआ है। हालांकि खर्चों में वृद्धि के कारण इसका घाटा बढ़ा है, लेकिन कंपनी का ध्यान अभी भी छात्रों के लिए सस्ती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर है। एडटेक क्षेत्र में फिजिक्स वाला का योगदान न केवल शिक्षा की पहुँच को व्यापक बनाने में है, बल्कि छात्रों को आर्थिक रूप से सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने में भी है।

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वेल्थटेक प्लेटफॉर्म Nivesh ने Wealthzi का acquires किया,

Nivesh

वेल्थटेक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, Nivesh ने वेल्थ मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म Wealthzi का अधिग्रहण कर लिया है। Wealthzi का संचालन Lime Internet Private Limited द्वारा किया जाता है और यह उच्च संपत्ति वाले व्यक्तियों (HNIs) और परिवार कार्यालयों के लिए वेल्थ मैनेजमेंट सेवाएं प्रदान करता है।

Nivesh: एक परिचय

Nivesh की स्थापना 2016 में अनुराग गर्ग और श्रीधर श्रीनिवासन द्वारा की गई थी। यह प्लेटफॉर्म अपने ग्राहकों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित तकनीक और समर्थन के माध्यम से बेहतर वित्तीय परिणाम देने का लक्ष्य रखता है। कंपनी का मुख्य उद्देश्य निवेशकों को सरल और प्रभावी वेल्थ मैनेजमेंट समाधान प्रदान करना है। फिलहाल Nivesh के पास 6,000 से अधिक भारतीय पिन कोड्स में 60,000 से अधिक ग्राहक हैं। इसे IAN Fund, LetsVenture, और कई प्रमुख उद्योग नेताओं का समर्थन प्राप्त है, जिनमें बसब प्रधान, राहुल गुप्ता, और दीपक गुप्ता शामिल हैं।

Wealthzi: उच्च-श्रेणी के ग्राहकों के लिए सेवाएँ

Wealthzi की स्थापना 2020 में पीवी सहाद और प्रदीप पिल्लई द्वारा की गई थी। Wealthzi की टीम के पास उच्च संपत्ति वाले व्यक्तियों (HNIs), अति उच्च संपत्ति वाले व्यक्तियों (UHNIs), और परिवार कार्यालयों के लिए निवेश प्रबंधन का 20 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वर्तमान में Wealthzi लगभग Rs. 500 करोड़ के एसेट्स का प्रबंधन कर रहा है, जिनमें म्यूचुअल फंड, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (PMS), अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड्स (AIFs), बॉन्ड्स, और अन्य एसेट क्लासेस शामिल हैं। हाल ही में Wealthzi ने SEBI से RIA (रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर) लाइसेंस प्राप्त किया है, जिससे यह अपने ग्राहकों को अधिक विस्तारित सेवाएं और सलाहकार सेवाएं प्रदान कर सकेगा।

अधिग्रहण का महत्व और फायदा

Nivesh के साथ जुड़ने के बाद, Wealthziको Nivesh के अत्याधुनिक तकनीकी प्लेटफॉर्म का लाभ मिलेगा, जिससे यह अपने यूजर्स को बेहतर अनुभव प्रदान कर सकेगा और अपनी सेवाओं का विस्तार कर सकेगा। इस अधिग्रहण से दोनों कंपनियों को एक दूसरे के उत्पादों, रिसर्च, और ऑपरेशन्स में तालमेल का लाभ मिलेगा। इसके साथ ही, इस विलय के बाद दोनों कंपनियों की संयुक्त एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) Rs. 2,500 करोड़ तक पहुँच चुकी है। Nivesh का लक्ष्य है कि अगले तीन वर्षों में यह आंकड़ा Rs. 10,000 करोड़ तक पहुँच सके।

Nivesh और Wealthzi के अधिग्रहण के बाद की योजनाएँ

Nivesh इस अधिग्रहण के माध्यम से अपनी सेवाओं का विस्तार करते हुए अधिक ग्राहकों को अपनी वेल्थ मैनेजमेंट सेवाओं से जोड़ने की योजना बना रहा है। Wealthzi के पास उच्च श्रेणी के ग्राहकों के साथ काम करने का अनुभव है, और इसके जुड़ने से Nivesh का ग्राहक आधार और बढ़ेगा। इसके अलावा, Nivesh अपने ग्राहकों को उन्नत AI तकनीक से लाभान्वित करना चाहता है, जिससे उनके निवेश पर अधिकतम रिटर्न प्राप्त हो सके।

डिजिटल वेल्थ मैनेजमेंट की बढ़ती जरूरतें

आज के डिजिटल युग में, निवेशकों को एक सरल और सहज वेल्थ मैनेजमेंट अनुभव की आवश्यकता है। इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए Nivesh और Wealthzi जैसे प्लेटफॉर्म्स ग्राहकों को एकीकृत और कस्टमाइज़्ड निवेश समाधान प्रदान कर रहे हैं। ग्राहकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करने के लिए यह प्लेटफॉर्म्स उन्हें एसेट मैनेजमेंट, निवेश सलाह, और डेटा आधारित इनसाइट्स का लाभ प्रदान करते हैं।

AI और तकनीक आधारित नवाचार

Nivesh ने वेल्थ मैनेजमेंट में AI और डेटा एनालिटिक्स का समावेश कर एक नया दृष्टिकोण अपनाया है। इससे निवेशकों को उनके निवेश निर्णय लेने में मदद मिलती है और उनके रिटर्न को बढ़ाने में सहायता मिलती है। Wealthzi के तकनीकी प्लेटफॉर्म से जुड़ने के बाद Nivesh अपनी तकनीक को और अधिक उन्नत बनाने की योजना बना रहा है, ताकि यह ग्राहकों के लिए निवेश के अनुभव को और बेहतर बना सके।

अगले तीन वर्षों का लक्ष्य

Nivesh और Wealthzi का संयुक्त लक्ष्य है कि अगले तीन वर्षों में यह Rs. 10,000 करोड़ के एसेट्स का प्रबंधन करे। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए यह दोनों कंपनियाँ अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को विस्तार देने, नए निवेश समाधानों की पेशकश करने, और अपनी सेवा गुणवत्ता में सुधार करने की योजना बना रही हैं।

निष्कर्ष

Nivesh द्वारा Wealthzi का अधिग्रहण भारतीय वेल्थटेक उद्योग में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कदम न केवल इन दोनों कंपनियों के लिए बल्कि भारतीय निवेशकों के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह निवेशकों को AI-सक्षम और तकनीकी रूप से सशक्त वेल्थ मैनेजमेंट सेवाएं प्रदान करने में सहायता करेगा। इस अधिग्रहण के माध्यम से Nivesh और Wealthzi दोनों ही अपने ग्राहकों को उन्नत सेवाएँ प्रदान कर सकेंगे, जो उन्हें अपने वित्तीय लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद करेगी।

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डीप-टेक स्टार्टअप Nexstem ने जुटाए $3.5 मिलियन

Nexstem

बेंगलुरु स्थित डीप-टेक स्टार्टअप Nexstem ने हाल ही में अपने नवीनतम फंडिंग राउंड में $3.5 मिलियन जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व InfoEdge, Zupee, Smile Group, और निखिल कामथ एवं अभिजीत पई के Gruhas ने किया। कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि इस फंडिंग का उपयोग अपने नवीनतम उत्पाद इकोसिस्टम को स्केल करने, आईपी पोर्टफोलियो का विस्तार करने और एडवांस्ड ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस (BCI) सूट के साथ बायोसिग्नल इंफ्रास्ट्रक्चर को त्वरित करने में किया जाएगा।

Nexstem की स्थापना और उद्देश्य

Nexstem की स्थापना सिद्धांत और दीपांश ने 2020 में की थी। यह स्टार्टअप नॉन-इनवेसिव BCI समाधान विकसित करता है जो BCI तकनीक को अधिक सुलभ बनाने का प्रयास करता है। Nexstem का उद्देश्य शोधकर्ताओं, चिकित्सकों और डेवलपर्स को सशक्त बनाना है ताकि वे मस्तिष्क-कंप्यूटर इंटरैक्शन के नए आयामों की खोज और नवाचार कर सकें।

BCI तकनीक एक ऐसी अत्याधुनिक तकनीक है जो मानव मस्तिष्क और बाहरी उपकरणों के बीच सीधा संवाद स्थापित करती है। इस तकनीक का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, विशेष रूप से चिकित्सा, संचार और अन्य तकनीकी क्षेत्रों में।

Nexstem का उत्पाद सूट: Instinct

Nexstem का BCI उत्पाद सूट Instinct एक AI-संचालित ऑनबोर्ड कंप्यूट मॉड्यूल का लाभ उठाता है जो मानव शरीर से प्राप्त विभिन्न बायोसिग्नल्स के विश्लेषण में मदद करता है। Instinct को एक डेवलपमेंट किट (devkit) के रूप में डिजाइन किया गया है जो शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और इनोवेटर्स को BCI तकनीक के प्रूफ-ऑफ-कॉन्सेप्ट (POC) उपयोग मामलों को लागू करने और सुधारने में आने वाली जटिलताओं से निपटने में मदद करता है।

BCI तकनीक का भविष्य और Nexstem का योगदान

Nexstem के BCI समाधान, विशेष रूप से Instinct, मस्तिष्क और कंप्यूटर के बीच सीधे संवाद को संभव बनाते हैं, जो भविष्य में तकनीक के कई नए उपयोगों को जन्म दे सकता है। BCI तकनीक का उपयोग मुख्य रूप से चिकित्सा, गेमिंग, कृत्रिम अंग नियंत्रण, और मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में किया जा सकता है। Nexstem का मानना है कि उनके नवीनतम उत्पादों और समाधानों से यह तकनीक और अधिक सुलभ हो जाएगी, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में नए इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा।

फंडिंग का उपयोग: उत्पाद विकास और बाजार में विस्तार

फंडिंग से मिले संसाधनों का उपयोग Nexstem अपने उत्पादों के विकास और बाजार में विस्तार के लिए करेगा। कंपनी की योजना है कि वह अपने IP पोर्टफोलियो का विस्तार करे और अपने उत्पादों में नए नवाचार जोड़ते हुए बायोसिग्नल इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार करे। Nexstem का उद्देश्य BCI तकनीक को सिर्फ विशेषज्ञों तक ही सीमित न रखना, बल्कि इसे व्यापक उपयोगकर्ताओं तक पहुँचाना भी है, ताकि शोधकर्ता और डेवलपर्स इस क्षेत्र में और अधिक इनोवेशन कर सकें।

Nexstem का अनूठा दृष्टिकोण और भारतीय बाजार में संभावनाएँ

भारत में बीसीआई तकनीक की अभी शुरुआती दौर में है, लेकिन इसके व्यापक उपयोग की संभावनाएं हैं। Nexstem का उद्देश्य इस क्षेत्र में भारत को वैश्विक स्तर पर एक सशक्त खिलाड़ी बनाना है। Nexstem की BCI समाधान न केवल भारतीय बाजार में बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी कई संभावनाएं प्रस्तुत करते हैं, जिससे भारत को उच्च तकनीकी क्षेत्रों में अपनी छवि को सुदृढ़ करने का अवसर मिलेगा।

Nexstem की टीम और भविष्य की योजनाएं

Nexstem की टीम अपने शोध और विकास के माध्यम से इस क्षेत्र में नई ऊँचाइयों तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी के सह-संस्थापक सिद्धांत का कहना है कि वे एक मजबूत टीम का निर्माण कर रहे हैं, जो BCI तकनीक में और अधिक नवाचार ला सके। कंपनी का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में अपने उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहुंचाते हुए तकनीकी क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे सके।

निष्कर्ष

Nexstem की इस फंडिंग से मिली वित्तीय सहायता BCI तकनीक के क्षेत्र में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है। कंपनी का उद्देश्य है कि BCI तकनीक को केवल अनुसंधान या चिकित्सा तक सीमित न रखकर इसे नए अनुप्रयोगों में विस्तारित किया जाए। इसके लिए कंपनी का फोकस उत्पादों के विकास, आईपी पोर्टफोलियो विस्तार और नई तकनीकी संभावनाओं की खोज पर रहेगा।

BCI तकनीक का उपयोग करके Nexstem जैसे स्टार्टअप न केवल चिकित्सा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बल्कि कई अन्य क्षेत्रों में भी सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। यह फंडिंग न केवल Nexstem के लिए बल्कि भारतीय तकनीकी क्षेत्र के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

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Boldfit: फिटनेस स्टार्टअप ने जुटाए ₹110 करोड़

Boldfit

बेंगलुरु स्थित डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) फिटनेस स्टार्टअप Boldfit ने हाल ही में ₹110 करोड़ (लगभग $13 मिलियन) की फंडिंग जुटाई है। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Bessemer Venture Partners ने किया, जो Boldfit की विकास योजनाओं को गति देगा। इसके पहले भी कंपनी ने ₹8.37 करोड़ का निवेश हासिल किया था, जिसमें भारतीय क्रिकेटर केएल राहुल भी निवेशकों में शामिल थे।

Boldfit का उद्देश्य: उत्पाद नवाचार और ब्रांड विस्तार

कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि इस नई फंडिंग का उपयोग Boldfit के उत्पाद नवाचार और ब्रांड विस्तार को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा। Boldfit के संस्थापक पल्लव बिहानी और आशना गुप्ता ने 2018 में इस कंपनी की स्थापना की थी, जिसका उद्देश्य फिटनेस के प्रति जुनून रखने वाले लोगों को गुणवत्तापूर्ण और किफायती उत्पाद प्रदान करना है।

Boldfit एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है जो खेल और फिटनेस से जुड़े विभिन्न उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध कराता है। इनके उत्पादों में फिटनेस उपकरण, पोषण सप्लीमेंट, परिधान, और एक्सेसरीज़ शामिल हैं। कंपनी का कहना है कि वह बास्केटबॉल, साइक्लिंग, फुटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, और क्रिकेट जैसे खेलों के लिए उपयुक्त उत्पाद प्रदान करती है। Boldfit की वेबसाइट पर 400 से अधिक उत्पाद उपलब्ध हैं, जो फिटनेस के प्रति लोगों के जुनून को बढ़ावा देने का प्रयास करते हैं।

Boldfit का बढ़ता नेटवर्क और सहयोग

Boldfit का दावा है कि उसने मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर जैसी IPL टीमों के साथ साझेदारी की है। यह सहयोग कंपनी को ब्रांड के रूप में और अधिक मजबूती प्रदान करता है और इसे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाता है। Boldfit अब तक 1 करोड़ से अधिक ग्राहकों की सेवा कर चुका है, जो फिटनेस के प्रति उनके दृष्टिकोण को दर्शाता है।

कंपनी का आगामी विस्तार: ऑफलाइन स्टोर्स और मिडिल ईस्ट मार्केट में प्रवेश

Boldfit ने अगले 12 से 18 महीनों में ऑफलाइन स्टोर खोलने की योजना बनाई है। इस पहल से कंपनी अपने ग्राहकों के साथ सीधे जुड़ने का मौका प्राप्त करेगी और उन्हें उत्पादों का अनुभव प्रदान कर सकेगी। साथ ही, Boldfit मिडिल ईस्ट के बाजार में भी प्रवेश करने की योजना बना रहा है, जहाँ फिटनेस और खेल से जुड़े उत्पादों की अच्छी मांग है।

कंपनी का मानना है कि नए बाजारों में जाने और अपने उत्पादों में नवाचार के माध्यम से, वे गुणवत्ता और इनोवेशन में नई ऊँचाइयों को छू सकते हैं।

Boldfit की फिटनेस इंडस्ट्री में भूमिका और उद्देश्यों का विस्तार

Boldfit का उद्देश्य है कि वह उच्च गुणवत्ता और किफायती उत्पादों के साथ भारतीय फिटनेस उद्योग में नए मानक स्थापित करे। फिटनेस की जरूरतों को पूरा करने के लिए Boldfit ने एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार किया है जो शारीरिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने वालों को सुविधाजनक और किफायती विकल्प प्रदान करता है।

पारंपरिक फिटनेस ब्रांडों से हटकर, Boldfit ने खुद को डिजिटल रूप से सशक्त ब्रांड के रूप में स्थापित किया है, जो फिटनेस के प्रति जुनून रखने वाले लोगों को सीधे उत्पाद उपलब्ध कराता है। उनकी प्रोडक्ट रेंज न केवल खेल और फिटनेस के उत्पादों तक सीमित है, बल्कि उनके पोषण सप्लीमेंट्स और एक्सेसरीज़ भी ग्राहकों के बीच लोकप्रिय हैं।

कंपनी का भविष्य: और अधिक उत्पाद नवाचार

Boldfit मौजूदा फंडिंग का उपयोग अपने उत्पादों में और अधिक नवाचार करने के लिए करेगा। कंपनी का मानना है कि फिटनेस के प्रति भारतीय बाजार की दिलचस्पी बढ़ रही है और इसके लिए वह ग्राहकों की मांग को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।

कंपनी के अनुसार, वह ऐसे उत्पाद बनाने की कोशिश कर रही है जो ग्राहकों के लिए उपयोग में आसान, किफायती, और गुणवत्ता में उत्कृष्ट हों। इसके साथ ही, कंपनी अपनी उत्पाद रेंज को और विस्तृत करने की योजना बना रही है ताकि सभी प्रकार की फिटनेस आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।

Boldfit का नजरिया: फिटनेस को हर व्यक्ति तक पहुंचाना

Boldfit की पूरी टीम का मानना है कि फिटनेस केवल एक लक्ष्य नहीं, बल्कि जीवनशैली का हिस्सा होना चाहिए। वे अपने उत्पादों के माध्यम से इस विचार को बढ़ावा देना चाहते हैं और समाज में फिटनेस के प्रति जागरूकता फैलाना चाहते हैं। Boldfit का मिशन है कि वह फिटनेस को सभी लोगों के लिए किफायती और सुविधाजनक बनाए।

अंततः Boldfit भारतीय फिटनेस उद्योग में अपनी छवि को एक प्रीमियम फिटनेस ब्रांड के रूप में स्थापित करना चाहता है। इसके लिए कंपनी का मानना है कि वे ग्राहकों को न केवल गुणवत्तापूर्ण उत्पाद प्रदान कर रहे हैं, बल्कि उन्हें फिटनेस के प्रति प्रेरित भी कर रहे हैं।

निष्कर्ष

Boldfit का यह फंडिंग राउंड उसे भारतीय फिटनेस बाजार में और अधिक मजबूती प्रदान करेगा। Bessemer Venture Partners और अन्य निवेशकों के साथ, कंपनी ने एक मजबूत वित्तीय स्थिति बनाई है जो उसे उत्पाद विकास, ब्रांड विस्तार, और ग्राहकों के साथ प्रत्यक्ष संवाद में सहायक सिद्ध होगी। ऑफलाइन स्टोर्स की योजना और मिडिल ईस्ट मार्केट में प्रवेश Boldfit को नए ऊँचाइयों तक पहुँचाएगा, जो इसे एक वैश्विक फिटनेस ब्रांड के रूप में स्थापित करने में सहायक होगा।

Boldfit के प्रयास और उनके उद्देश्यों का यह विस्तार एक संकेत है कि भारतीय फिटनेस बाजार में नवाचार और गुणवत्ता का भविष्य उज्ज्वल है। इस फंडिंग के साथ, Boldfit भारतीय ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता के उत्पाद और सेवाएं प्रदान करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

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AI-पावर्ड प्लेटफॉर्म Pulse ने जुटाए $1.4 मिलियन की फंडिंग,

Pulse

AI तकनीक का उपयोग कर इनोवेटिव समाधानों की दिशा में काम कर रही कंपनी Pulse ने हाल ही में $1.4 मिलियन (लगभग 11.6 करोड़ रुपये) की सीड फंडिंग जुटाई है। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Endiya Partners ने किया, जबकि इसमें Zluri और Yellow.ai के फाउंडर्स और अन्य एंजल इन्वेस्टर्स ने भी भाग लिया।

Pulse के फंडिंग का उद्देश्य: तकनीकी विकास और शुरुआती बाजार में पकड़ मजबूत करना

कंपनी के अनुसार, इस फंडिंग का इस्तेमाल एक मजबूत कोर टीम बनाने, प्लेटफॉर्म के विकास पर जोर देने और Agentic AI (एजेंटिक AI) और LLM (लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स) के निर्माण के लिए किया जाएगा। Pulse का उद्देश्य शुरुआती बाज़ार-प्रवेश पहल के माध्यम से भारत और अमेरिका में अपने पाँव जमाना और प्रारंभिक बाजार प्रभाव हासिल करना है।

Pulse की स्थापना 2024 में हरन चेल्ले, वत्सल सिंघल और आलोक थाटिकुंटा द्वारा की गई थी। कंपनी ने अपने उत्पाद के लॉन्च से पहले ही कई डिज़ाइन पार्टनर्स के साथ पायलट प्रोजेक्ट्स शुरू किए हैं। नवंबर 2024 में अपने MVP (मिनिमम वायबल प्रोडक्ट) के लॉन्च के साथ कंपनी का लक्ष्य कई पार्टनर्स के साथ लाइव जाना है।

Pulse की विशेषज्ञता: प्रोडक्ट मैनेजर्स को इंटेलिजेंस प्रदान करना

Pulse का हेडक्वार्टर हैदराबाद में स्थित है, और इसका प्रमुख उद्देश्य ग्राहकों से मिले फीडबैक को रियल-टाइम में एकत्रित और विश्लेषित करना है। यह फीडबैक प्रोडक्ट मैनेजर्स के लिए उपयोगी और विश्लेषणात्मक जानकारी प्रदान करता है, जिससे वे अपने उत्पाद को सीधे ग्राहक की आवश्यकताओं और बाज़ार की माँगों के अनुरूप बना सकते हैं। Pulse अपने AI-पावर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रोडक्ट मैनेजमेंट को अत्यधिक प्रभावशाली और कुशल बनाना चाहता है, जिससे उत्पाद की गुणवत्ता और ग्राहक संतुष्टि में बढ़ोतरी हो।

फंडिंग में भाग लेने वाले प्रमुख इन्वेस्टर्स और उनका योगदान

Pulse की इस सीड फंडिंग में कई प्रख्यात एंजल इन्वेस्टर्स ने भी व्यक्तिगत निवेश किए हैं। इनमें Zluri और Yellow.ai के फाउंडर्स प्रमुख हैं। इन अनुभवशील इन्वेस्टर्स के जुड़ने से न केवल Pulse के विकास में तेजी आएगी, बल्कि उनके अनुभव और मार्गदर्शन का लाभ भी मिलेगा, जिससे कंपनी के विजन और लक्ष्यों को पूरा करने में सहूलियत होगी।

AI-पावर्ड एजेंटिक प्लेटफॉर्म का भविष्य

Pulse का उद्देश्य है कि वह Agentic AI और LLMs का उपयोग कर ग्राहकों के फीडबैक को उत्पाद विकास के साथ समन्वित कर सके। इसका Agentic AI प्लेटफॉर्म व्यवसायों को इस बात की विस्तृत जानकारी प्रदान करता है कि उनका उत्पाद बाजार में कैसे प्रदर्शन कर रहा है और उसमें किन-किन क्षेत्रों में सुधार की गुंजाइश है। Pulse का मानना है कि उत्पाद निर्माण के हर चरण में ग्राहक की आवश्यकताओं और बाजार के रुझानों का ख्याल रखा जाए तो ग्राहकों की संतुष्टि और उत्पाद की सफलता की संभावना बढ़ जाती है।

Pulse का मार्केट फोकस: भारत और अमेरिका में शुरुआती पकड़ बनाना

Pulse ने भारत और अमेरिका जैसे उच्च-विकास दर वाले बाजारों पर ध्यान केंद्रित किया है। भारत में तेजी से बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम और अमेरिका में तकनीकी नवाचार की मांग को देखते हुए, Pulse का उद्देश्य है कि वह इन दोनों प्रमुख बाजारों में अपने उत्पाद को मजबूती से स्थापित कर सके। प्रारंभिक बाज़ार-प्रवेश रणनीति के तहत, Pulse उन ग्राहकों को लक्षित करेगा जो प्रोडक्ट मैनेजमेंट के क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता और AI-आधारित समाधानों की तलाश कर रहे हैं।

Agentic AI और LLMs के क्षेत्र में Pulse का योगदान

Pulse का Agentic AI प्लेटफॉर्म अपने ग्राहकों को उच्च-स्तरीय तकनीकी समाधान प्रदान करता है। कंपनी का मानना है कि AI और LLMs का समन्वय उपयोगकर्ता को वास्तविक समय में प्रभावी निर्णय लेने में सहायता कर सकता है। इसके अलावा, यह प्लेटफॉर्म फीडबैक को तुरंत उत्पाद विकास प्रक्रिया में शामिल करने की क्षमता भी रखता है, जिससे उत्पाद की गुणवत्ता और ग्राहक की संतुष्टि में सुधार होता है।

Pulse का उद्देश्य है कि वह एक ऐसा समाधान प्रदान करे जो न केवल उत्पाद मैनेजर्स को ग्राहकों के फीडबैक का विश्लेषण करने में मदद करे, बल्कि उन्हें ग्राहकों की बदलती आवश्यकताओं के अनुरूप अपने उत्पाद में त्वरित बदलाव करने में भी सक्षम बनाए।

निष्कर्ष

Pulse के लिए यह सीड फंडिंग एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है। Endiya Partners और अन्य एंजल इन्वेस्टर्स के सहयोग से Pulse को न केवल अपने विकास में तेजी मिलेगी, बल्कि भारत और अमेरिका जैसे महत्वपूर्ण बाजारों में अपनी पकड़ भी मजबूत करने में सहायता मिलेगी। कंपनी की AI और Agentic AI तकनीकों पर आधारित समाधान न केवल व्यवसायों को अपने उत्पाद को बेहतर बनाने में मदद करेंगे, बल्कि उनके ग्राहकों की संतुष्टि में भी वृद्धि करेंगे।

इस फंडिंग के बाद, Pulse का उद्देश्य है कि वह अगले कुछ वर्षों में अपने प्लेटफॉर्म को और भी प्रभावी और कुशल बनाए। AI तकनीक और LLMs के इस्तेमाल से उत्पाद निर्माण और विकास के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करने का सपना देख रही Pulse ने स्पष्ट कर दिया है कि वह तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में एक अग्रणी भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह तैयार है।

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Backpacker hostel चेन the Hosteller ने जुटाए 48 करोड़ रुपये,

the Hosteller

बैकपैकर हॉस्टल चेनThe Hosteller ने सीरीज ए फंडिंग राउंड में 48 करोड़ रुपये (लगभग 5.7 मिलियन डॉलर) जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व मौजूदा निवेशक V3 Ventures ने किया, जिसमें ऋण और इक्विटी दोनों का मिश्रण है।

इस फंडिंग राउंड में V3 Ventures ने 32 करोड़ रुपये इक्विटी के रूप में और Blacksoil ने 16 करोड़ रुपये वेंचर डेब्ट के रूप में निवेश किए। इस नई फंडिंग से द होस्टेलर की वैल्यूएशन लगभग 200 करोड़ रुपये (लगभग 25 मिलियन डॉलर) हो गई है। कंपनी इस पूंजी का उपयोग भारत भर में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए करेगी, खासकर लोकप्रिय शहरों जैसे ऋषिकेश, मनाली, बेंगलुरु और दिल्ली में विस्तार करने के लिए, साथ ही नए यात्रा स्थलों की खोज में भी यह निवेश उपयोगी होगा।

the Hosteller: किफायती और अनुभवात्मक आवास

The Hosteller की स्थापना 2014 में की गई थी और यह कंपनी विशेष रूप से बैकपैकर्स के लिए हॉस्टल चेन संचालित करती है। कंपनी का उद्देश्य किफायती और गुणवत्तापूर्ण आवास के साथ-साथ यात्रियों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करना है। द होस्टेलर वर्तमान में पूरे भारत में 50 से अधिक हॉस्टल्स का संचालन कर रही है, जो यात्रियों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। इसके हॉस्टल्स का डिज़ाइन और सेवाएँ यात्रा प्रेमियों के बीच उनके प्रवास को एक नए तरह का अनुभव देने के लिए बनाए गए हैं।

कंपनी की आय और आगामी योजनाएँ

The Hosteller ने पिछले वित्तीय वर्ष में, जो मार्च 2024 में समाप्त हुआ, 55 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है और इस दौरान कंपनी ने 4 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ भी कमाया। कंपनी इस साल 75 नई प्रॉपर्टीज जोड़ने की योजना बना रही है, जिससे इसे और अधिक यात्रियों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।

फंडिंग का उद्देश्य: अधिक स्थानों पर पहुंच

भारत में पर्यटन उद्योग की बढ़ती मांग के चलते, द होस्टेलर अब अपने हॉस्टल्स की संख्या बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। नए निवेश के साथ, कंपनी उन शहरों और स्थानों में अपनी उपस्थिति को मजबूत करना चाहती है, जहां बैकपैकर और युवा यात्री अक्सर आते हैं। कंपनी का मानना है कि लोकप्रिय यात्रा स्थलों में उसकी उपस्थिति बढ़ने से यात्रियों को किफायती और गुणवत्ता-युक्त आवास का विकल्प मिलेगा। इसके साथ ही, कंपनी भारत के अन्य शहरों और पर्यटन स्थलों में भी अपने हॉस्टल्स स्थापित करने की योजना बना रही है।

बैकपैकिंग कल्चर को बढ़ावा देना

द होस्टेलर का उद्देश्य न केवल किफायती आवास प्रदान करना है, बल्कि यात्रियों को एक समुदाय जैसा अनुभव देना है। इसके हॉस्टल्स में यात्रियों के लिए सांस्कृतिक गतिविधियाँ, घूमने की योजनाएँ और अन्य समुदायिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जो उन्हें स्थानीय संस्कृति को बेहतर तरीके से जानने का मौका देते हैं। कंपनी का मानना है कि इन गतिविधियों से यात्रियों को अलग-अलग पृष्ठभूमियों और स्थानों के लोगों से मिलने और उनसे सीखने का मौका मिलता है।

भारत में हॉस्टल संस्कृति का भविष्य

भारत में यात्रा और पर्यटन उद्योग तेजी से बढ़ रहा है, और इसके साथ ही, हॉस्टल चेन की मांग में भी वृद्धि हो रही है। खासकर युवा यात्रियों के बीच किफायती और अनुभवात्मक प्रवास की मांग बढ़ रही है, जिससे हॉस्टल्स की लोकप्रियता भी बढ़ रही है। द होस्टेलर इस प्रवृत्ति को समझते हुए अपनी सेवाओं को उच्च स्तर पर लाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे इसे भारत में हॉस्टल संस्कृति को बढ़ावा देने में भी योगदान मिलेगा।

नए निवेश से संभावनाएं और चुनौतियाँ

हालांकि द होस्टेलर के लिए यह निवेश विस्तार के लिहाज से एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन इसके साथ ही कई चुनौतियाँ भी हैं। भारत में विभिन्न स्थानों पर नए हॉस्टल्स की स्थापना करना और स्थानीय संस्कृति के अनुसार सुविधाएँ प्रदान करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है। साथ ही, कंपनी को उच्च गुणवत्ता वाली सेवा बनाए रखने और यात्री अनुभव को निरंतर सुधारते रहने की आवश्यकता होगी। कंपनी को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि उसकी सेवाएँ सभी जगह एक समान उच्च मानक पर हों, जिससे यात्रियों को हर स्थान पर एक समान अनुभव मिल सके।

निष्कर्ष

द होस्टेलर का यह नया फंडिंग राउंड न केवल कंपनी के विस्तार की योजनाओं को गति देगा, बल्कि भारतीय यात्रियों को किफायती और गुणवत्ता-युक्त प्रवास का विकल्प भी देगा। इस निवेश के साथ, द होस्टेलर भारत में यात्रा और हॉस्टल उद्योग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है, और कंपनी का लक्ष्य भविष्य में भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में अपनी उपस्थिति को बढ़ाना है।

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AppsForBharat ने शुरू किया पहला ESOP बायबैक प्रोग्राम,

AppsForBharat

भारत में टेक्नोलॉजी और धार्मिकता का अद्वितीय संगम प्रस्तुत करने वाली कंपनी Apps For Bharat, जो कि लोकप्रिय भक्ति ऐप श्री मंदिर की पैरेंट कंपनी है, ने अपने पहले ESOP (Employee Stock Option Plan) बायबैक प्रोग्राम की घोषणा की है। इस योजना के तहत कंपनी ने अपने 25 कर्मचारियों को 2.1 करोड़ रुपये के वेस्टेड स्टॉक ऑप्शंस को कैश में बदलने का मौका दिया है।

Infinyte Club के साथ साझेदारी

ESOP बायबैक प्रोग्राम को Apps For Bharat ने Infinyte Club के साथ साझेदारी में शुरू किया है। Infinyte Club एक वेल्थ मैनेजमेंट प्लेटफार्म है जो खासकर टेक स्टार्टअप्स को वित्तीय सेवाएं प्रदान करता है। इस साझेदारी से कर्मचारियों को अपने वेस्टेड शेयरों को तुरंत नगद में बदलने का अवसर मिलेगा, जिससे वे बिना भविष्य की लिक्विडिटी इवेंट की प्रतीक्षा किए हुए तुरंत लाभ कमा सकते हैं।

Apps For Bharat कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम

AppsForBharat के इस कदम को कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि यह उन्हें सीधे आर्थिक लाभ देने का एक अनूठा तरीका है। यह प्रोग्राम न केवल कर्मचारियों की वित्तीय सुरक्षा को मजबूत बनाता है, बल्कि इससे उनके लिए कंपनी के साथ जुड़ाव और समर्पण भी बढ़ता है।

फंडिंग में $18 मिलियन की राशि जुटाई

सितंबर 2024 में, AppsForBharat ने फंडिंग के लिए अपने सीरीज बी राउंड में $18 मिलियन जुटाए थे। यह फंडिंग नंदन नीलेकणी के Fundamentum द्वारा लीड की गई थी। इस फंडिंग का उद्देश्य श्री मंदिर ऐप को और भी बेहतर बनाना और इसके फीचर्स में विस्तार करना है।

श्री मंदिर ऐप: एक डिजिटल भक्ति प्लेटफ़ॉर्म

AppsForBharat का प्रमुख प्रोडक्ट, श्री मंदिर ऐप, उपयोगकर्ताओं को भारत के 50 से अधिक प्रमुख मंदिरों से जुड़ने की सुविधा प्रदान करता है। इस ऐप के माध्यम से लोग घर बैठे पूजा में शामिल हो सकते हैं, अर्पण कर सकते हैं, और भक्ति संबंधित सामग्री देख सकते हैं। इसके अलावा, ऐप पर ज्योतिषियों और पुजारियों से परामर्श की सुविधा भी उपलब्ध है।

2021 में लॉन्च होने के बाद से, श्री मंदिर ऐप ने 3 करोड़ से अधिक डाउनलोड हासिल किए हैं। पिछले एक साल में, इस ऐप के माध्यम से 5 लाख से अधिक भक्तों ने देशभर के मंदिरों में 27 लाख से अधिक पूजा और अर्पण पूरे किए हैं।

आध्यात्मिक यात्रा और विशेष दर्शन टिकट की सुविधा

कंपनी के संस्थापक प्रशांत सचान ने कहा कि कंपनी अगले पांच साल में अपने ऐप में कई नई सुविधाएं जोड़ने की योजना बना रही है। इन योजनाओं में आध्यात्मिक पर्यटन, विशेष दर्शन टिकट, प्रसाद और अन्य धार्मिक सामग्री की होम डिलीवरी जैसी सेवाएं शामिल हैं।

सचान का कहना है कि इन नई सेवाओं के माध्यम से भक्तों को धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव को और अधिक सुलभ और सुविधाजनक बनाया जाएगा, जिससे देश-विदेश के भक्त आसानी से अपनी आस्था को डिजिटल माध्यम से भी पूरा कर सकें।

ESOP बायबैक का महत्व

ESOP बायबैक प्रोग्राम को कर्मचारी लाभ योजना के तौर पर देखा जा रहा है। कंपनी की तरफ से कर्मचारियों को वेस्टेड शेयरों का भुगतान नगद में कर दिया जाएगा, जिससे उन्हें तुरंत वित्तीय लाभ होगा। यह कदम दर्शाता है कि कंपनी न केवल अपने प्रोडक्ट और मार्केट में निवेश कर रही है, बल्कि अपने कर्मचारियों के कल्याण को भी प्राथमिकता देती है।

इस प्रकार का बायबैक प्रोग्राम कर्मचारियों को यह विश्वास दिलाता है कि कंपनी उनके योगदान की कद्र करती है और उन्हें लाभ में हिस्सेदारी देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह उन कर्मचारियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत भी है, जो कंपनी के साथ जुड़े हुए हैं और इसके विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

डिजिटल भक्ति और आध्यात्मिकता में आगे बढ़ता AppsForBharat

भारत में जहां धार्मिकता और भक्ति को लेकर डिजिटल माध्यम में रुचि बढ़ रही है, वहां AppsForBharat जैसे प्लेटफार्म एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। श्री मंदिर जैसे ऐप्स न केवल भारतीय संस्कृति और धार्मिकता को डिजिटल रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं, बल्कि लोगों के लिए भक्ति को और अधिक सहज और सुविधाजनक बना रहे हैं।

निष्कर्ष

AppsForBharat का यह ESOP बायबैक प्रोग्राम कंपनी की विकास यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ता है। श्री मंदिर ऐप के माध्यम से डिजिटल भक्ति को बढ़ावा देने वाली कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए आर्थिक लाभ की सुविधा देकर एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। कंपनी की आगामी योजनाएं भी इस क्षेत्र में इसे और भी महत्वपूर्ण स्थान दिलाने में मदद करेंगी।

आने वाले समय में, AppsForBharat का लक्ष्य आध्यात्मिकता और डिजिटल भक्ति का एक आदर्श प्लेटफार्म बनने का है, जहां भक्त अपनी धार्मिक आस्था को डिजिटल तरीके से पूरा कर सकेंगे और कंपनी के कर्मचारी अपने योगदान के लिए आर्थिक रूप से भी सशक्त महसूस कर सकेंगे।

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भारत में ऑनलाइन ज्योतिष की बढ़ती मांग में AstroTalk का योगदान

AstroTalk

भारत में ज्योतिष को लेकर रुचि और विश्वास काफी गहरा है, और यही कारण है कि यह इंडस्ट्री इतनी तेजी से बढ़ रही है। इस क्षेत्र में एक अग्रणी भूमिका निभा रही कंपनी Astrotalk ने वित्तीय वर्ष 2024 में अपनी ग्रोथ को दोगुना किया है और लाभ में करीब 12 गुना की वृद्धि दर्ज की है। नोएडा स्थित Astrotalk एक डिजिटल ज्योतिष परामर्श प्लेटफ़ॉर्म है जो उपयोगकर्ताओं को मोबाइल और वेब ऐप्स के माध्यम से प्रोफेशनल ज्योतिषियों से जोड़ता है।

AstroTalk का वित्तीय प्रदर्शन

Astrotalk ने वित्तीय वर्ष 2024 में भारत से आय में दोगुनी वृद्धि दर्ज की, जो 529.6 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। इसके अलावा, विदेशी बाजारों से कंपनी की आय में 4.2 गुना वृद्धि हुई और यह आंकड़ा 121.44 करोड़ रुपये तक जा पहुंचा। इस तरह कंपनी की कुल ऑपरेशनल आय 651.12 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वित्तीय वर्ष (FY23) में 283.32 करोड़ रुपये थी। इसके साथ ही, ब्याज से 8 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय हुई, जिससे कंपनी की कुल आय 659 करोड़ रुपये हो गई।

कंपनी की बढ़ती खर्च संरचना

हालांकि Astrotalk की आय में तेजी से वृद्धि हुई है, लेकिन उसके खर्चों में भी काफी इज़ाफा हुआ है।

  • कर्मचारी लाभ खर्च: कर्मचारी लाभ खर्च में 28.29% की वृद्धि हुई और यह 29.61 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो कुल खर्च का 5.5% हिस्सा है। यह दिखाता है कि कंपनी अपने कर्मचारियों की बेहतरी और उनकी संख्या में वृद्धि पर भी ध्यान दे रही है।
  • विज्ञापन और प्रमोशन: ज्योतिष के प्रति लोगों को जागरूक करने और ब्रांड का प्रचार-प्रसार करने के लिए विज्ञापन और प्रमोशन में 116% की बढ़ोतरी हुई, जो 162.68 करोड़ रुपये रही। यह खर्च कंपनी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, क्योंकि इसके माध्यम से अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच बनाई जा रही है।
  • कानूनी और प्रोफेशनल खर्च: कंपनी के कुल खर्च का 60% हिस्सा कानूनी और प्रोफेशनल खर्चों में गया, जिसमें 103% की वृद्धि हुई और यह 319 करोड़ रुपये तक जा पहुंचा।

भारत में बढ़ती डिजिटल ज्योतिष की मांग

AstroTalk का तेज़ी से विकास यह दिखाता है कि भारतीयों के बीच डिजिटल ज्योतिष की मांग किस प्रकार बढ़ रही है। AstroTalk ने अपने प्लेटफ़ॉर्म पर उपयोगकर्ताओं को सुविधा प्रदान की है कि वे मोबाइल ऐप या वेबसाइट के माध्यम से किसी भी समय प्रोफेशनल ज्योतिषियों से संपर्क कर सकते हैं। लोग सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी इस सेवा का उपयोग कर रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी पैर पसार रहा AstroTalk

AstroTalk की आय का एक बड़ा हिस्सा अब विदेशी बाजारों से भी आने लगा है। विदेशों में कंपनी की आय में 4.2 गुना वृद्धि हुई है, जिससे यह संकेत मिलता है कि AstroTalk का विस्तार न केवल भारत तक सीमित है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोकप्रिय हो रहा है।

ऑनलाइन ज्योतिष उद्योग में AstroTalk का भविष्य

AstroTalk ने जिस तरह से वित्तीय वर्ष 2024 में दोगुनी वृद्धि दर्ज की है, उससे यह स्पष्ट है कि कंपनी आने वाले समय में भी अपनी ग्रोथ को बनाए रख सकती है। डिजिटल और मोबाइल-केंद्रित सेवा प्रदान करने की वजह से यह उपयोगकर्ताओं के लिए एक भरोसेमंद प्लेटफ़ॉर्म बन चुका है। कंपनी ने विज्ञापन और प्रमोशन में निवेश बढ़ाकर अपनी पहुंच और बढ़ा दी है, जिससे अधिक से अधिक लोग इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं।

कंपनी के भविष्य में कानूनी और प्रोफेशनल खर्चों का अनुपात काफी बड़ा है, जो यह दर्शाता है कि AstroTalk अपनी सेवा और परामर्श की गुणवत्ता को लेकर काफी गंभीर है। यह निवेश ग्राहकों के डेटा और उनके अनुभव की सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष

AstroTalk ने जिस प्रकार से वित्तीय वर्ष 2024 में अपनी आय और लाभ को कई गुना बढ़ाया है, उससे यह स्पष्ट होता है कि भारत में डिजिटल ज्योतिष उद्योग में कंपनी की पकड़ मजबूत हो रही है। भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कंपनी की उपस्थिति और पहुंच को देखते हुए, यह कहना गलत नहीं होगा कि AstroTalk आने वाले समय में भी इस क्षेत्र में अपनी अग्रणी भूमिका बनाए रखेगी।

Read More : ऑम्नीचैनल आईवियर रिटेलर Lenskart ने FY24 में धीमी लेकिन स्थिर ग्रोथ बनाए रखी

ऑम्नीचैनल आईवियर रिटेलर Lenskart ने FY24 में धीमी लेकिन स्थिर ग्रोथ बनाए रखी

Lenskart

ऑम्नीचैनल आईवियर रिटेलर Lenskart (Lenskart) ने वित्तीय वर्ष 2024 में अपनी ग्रोथ को बरकरार रखा है, हालांकि FY23 की तुलना में इस वर्ष ग्रोथ की रफ्तार थोड़ी धीमी रही। FY23 में 2.5 गुना वृद्धि के मुकाबले इस बार लेंसकार्ट की ग्रोथ 43% रही, जिससे कंपनी का कुल ऑपरेटिंग राजस्व 5,427.7 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।

उत्पाद और सेवाओं से आय में बढ़ोतरी

Lenskart का प्रमुख राजस्व स्रोत चश्मों के फ्रेम, लेंस, गॉगल्स और अन्य संबंधित सेवाएं जैसे आई चेकअप हैं। वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार, FY24 में लेंसकार्ट का उत्पादों से प्राप्त राजस्व 43.1% बढ़कर 5,166.2 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष में 3,609.8 करोड़ रुपये था। यह कंपनी के कुल संग्रह का 95.18% हिस्सा है। वहीं, सेवाओं से प्राप्त आय 26.4% बढ़कर 104.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। अन्य ऑपरेटिंग स्रोतों से प्राप्त आय 157 करोड़ रुपये रही।

दिल्ली स्थित इस कंपनी ने गैर-ऑपरेटिंग गतिविधियों से भी 182.17 करोड़ रुपये कमाए, जिससे FY24 में कुल राजस्व बढ़कर 5,609.87 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का 58% यानी 3,154.5 करोड़ रुपये का राजस्व भारत से आया।

भारत और विदेश में मजबूत उपस्थिति

लेंसकार्ट का दावा है कि उसके 2,500 से अधिक स्टोर्स हैं, जिनमें से लगभग 2,000 भारत में हैं। कंपनी वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख भारतीय कंज्यूमर इंटरनेट कंपनी के रूप में उभर रही है, क्योंकि उसका 42% राजस्व (2,273 करोड़ रुपये) विदेशी बाजारों से आया है। कंपनी ने जापान, सिंगापुर, ताइवान और थाईलैंड जैसे बाजारों में अपना खासा दबदबा बनाया है।

बढ़ते बाजार और भविष्य की योजनाएँ

लेंसकार्ट का यह प्रदर्शन इस बात को दर्शाता है कि कंपनी न केवल भारतीय बाजार में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान को और मजबूत कर रही है।

आय के विभिन्न स्रोत और वृद्धि का योगदान

लेंसकार्ट की आय में सबसे अधिक योगदान उत्पादों की बिक्री से रहा। FY24 में उत्पादों से प्राप्त आय में 43.1% की वृद्धि दर्ज की गई, जिससे यह आंकड़ा 5,166.2 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इसके अलावा, सेवाओं से भी अच्छी आय हुई, जो 26.4% बढ़कर 104.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। लेंसकार्ट अपनी सेवाओं में आई चेकअप जैसे मूल्य वर्धित सेवाएं भी प्रदान करता है, जो ग्राहकों के अनुभव को और भी बेहतर बनाती हैं।

वहीं, कंपनी के गैर-ऑपरेटिंग स्रोतों जैसे निवेश और अन्य गतिविधियों से 182.17 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय हुई। इन स्रोतों से प्राप्त आय से कंपनी की कुल कमाई 5,609.87 करोड़ रुपये हो गई।

घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में वृद्धि

लेंसकार्ट की राजस्व का बड़ा हिस्सा भारत से आता है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी कंपनी की पकड़ मजबूत होती जा रही है। FY24 में कुल आय का 42% (2,273 करोड़ रुपये) विदेशों से आया, जिसमें प्रमुख बाजार जापान, सिंगापुर, ताइवान और थाईलैंड रहे। इन बाजारों में कंपनी की मजबूत उपस्थिति से संकेत मिलता है कि लेंसकार्ट ने वैश्विक स्तर पर भी अपने लिए एक बड़ा बाजार तैयार किया है।

कंपनी का भारतीय बाजार में भी दबदबा बना हुआ है, जहां उसके 2,000 से अधिक स्टोर्स हैं। भारत में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए लेंसकार्ट न केवल शहरी क्षेत्रों में बल्कि छोटे शहरों और कस्बों में भी तेजी से विस्तार कर रही है।

लेंसकार्ट का विस्तार और भविष्य की रणनीति

लेंसकार्ट आने वाले समय में न केवल अपने स्टोर नेटवर्क का विस्तार करना चाहती है बल्कि तकनीकी नवाचारों पर भी जोर दे रही है। कंपनी का फोकस ओम्नीचैनल अनुभव को और भी बेहतर बनाने पर है, ताकि ग्राहक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आसानी से खरीदारी कर सकें। इसके साथ ही, लेंसकार्ट ग्राहकों की जरूरतों को समझने के लिए AI और मशीन लर्निंग जैसी तकनीकों का भी उपयोग कर रही है, जिससे उन्हें व्यक्तिगत सेवाएं प्रदान की जा सकें।

बाजार की चुनौतियां और लेंसकार्ट का प्रभाव

हालांकि लेंसकार्ट का प्रदर्शन सराहनीय है, लेकिन प्रतिस्पर्धा के इस दौर में चुनौतियां भी कम नहीं हैं। बाजार में कई अन्य आईवियर ब्रांड्स हैं जो नए-नए नवाचार और प्रतिस्पर्धात्मक मूल्य निर्धारण के साथ ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं। इसके बावजूद लेंसकार्ट की ग्रोथ इस बात को दर्शाती है कि कंपनी ने ग्राहकों की आवश्यकताओं को सही से समझा और अपनी रणनीतियों में उस हिसाब से बदलाव किए।

लेंसकार्ट का भविष्य और संभावनाएं

आगे बढ़ते हुए, लेंसकार्ट ने अपने विस्तार और नवाचार की योजनाओं के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अपनी उपस्थिति को और मजबूत करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी की योजनाओं में नए स्टोर्स खोलने के साथ-साथ नए उत्पाद श्रेणियों में भी विस्तार करने की संभावनाएं हैं।

इसके अलावा, लेंसकार्ट का फोकस ग्राहकों के अनुभव को और बेहतर बनाने पर भी है। कंपनी का उद्देश्य है कि ग्राहकों को एक बेहतरीन खरीदारी अनुभव मिले, चाहे वे ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हों या किसी स्टोर में जाकर खरीदारी कर रहे हों। इसके लिए, लेंसकार्ट नई तकनीकों और डिजिटल नवाचारों का भी उपयोग कर रही है।

निष्कर्ष

लेंसकार्ट का FY24 में राजस्व में 43% की वृद्धि इस बात का प्रमाण है कि कंपनी सही दिशा में आगे बढ़ रही है। मजबूत घरेलू बाजार और तेजी से बढ़ते अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी पकड़ के चलते लेंसकार्ट का भविष्य उज्जवल नजर आ रहा है। कंपनी ने नवाचार, ग्राहकों की जरूरतों पर फोकस और वैश्विक विस्तार की रणनीति अपनाई है, जो उसे प्रतिस्पर्धा में मजबूती से टिकाए रखेगी।

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स्पेस टेक स्टार्टअप GalaxEye को $10 मिलियन की फंडिंग मिली

GalaxEye

स्पेस टेक्नोलॉजी में तेजी से उभर रहे स्टार्टअप GalaxEye ने हाल ही में अपने सीरीज A फंडिंग राउंड में $10 मिलियन जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व MountTech Growth Fund ने किया है, जिसमें Mela Ventures, Speciale Invest, ideaForge, Rainmatter, Navam Capital, Faad Capital और Anicut Capital जैसे प्रमुख निवेशकों ने भी भाग लिया है। इस फंडिंग से GalaxEye को अपनी स्पेस टेक्नोलॉजी को और अधिक उन्नत बनाने और अपनी सेवाओं का विस्तार करने में सहायता मिलेगी।

GalaxEye: डेटा प्रिसिजन में विशेषज्ञ

GalaxEye की स्थापना 2020 में सैयाश सिंह, देनिल चावड़ा, किशन ठक्कर, प्रणीत मेहता और रक्षित भट्ट ने की थी। कंपनी का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष और एरियल प्लेटफॉर्म से सटीक डेटा उपलब्ध कराना है। GalaxEye अपने मल्टी-सेंसर पेलोड तकनीक के लिए प्रसिद्ध है, जो Optical MSI (मल्टीस्पेक्ट्रल इमेजिंग) और SAR (सिंथेटिक अपर्चर रडार) सेंसर को मिलाकर बेहतर डेटा प्रोसेसिंग में सहायता करता है। यह अत्याधुनिक तकनीक डिफेंस, सर्विलांस, एग्रीकल्चर, इंश्योरेंस और एक्वाकल्चर जैसे क्षेत्रों में काफी उपयोगी साबित हो रही है।

कंपनी का दावा है कि उन्होंने भारत का पहला UAV SAR सिस्टम विकसित किया है, जो विशेष रूप से डिफेंस मार्केट के लिए डिजाइन किया गया है। इस UAV SAR पेलोड के साथ GalaxEye ने 300 से अधिक सफल उड़ानों को पूरा किया है, जिससे इसकी तकनीकी क्षमता और सटीकता का प्रमाण मिलता है।

फंड का उपयोग और भविष्य की योजनाएँ

GalaxEye इस फंड का उपयोग अपने मल्टी-सेंसर पेलोड टेक्नोलॉजी को और अधिक उन्नत बनाने, अंतरिक्ष आधारित डेटा प्रोसेसिंग में सुधार करने और अंतरिक्ष में निगरानी की नई क्षमताओं को विकसित करने के लिए करेगा। इसके अलावा, कंपनी ने इस तकनीक को और अधिक सटीक बनाने और व्यावसायिक उपयोग के लिए पूरी तरह से तैयार करने की योजना बनाई है।

कंपनी का फोकस अंतरिक्ष आधारित डेटा सेवाओं को अधिक उपयोगी और सुलभ बनाना है। GalaxEye की यह तकनीक भारत के रक्षा और कृषि जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नई संभावनाएँ खोल सकती है, जहाँ सटीकता और तेज डेटा प्रोसेसिंग की आवश्यकता होती है।

भारतीय स्पेस सेक्टर में सरकार का समर्थन

हाल ही में, केंद्र सरकार ने भारतीय अंतरिक्ष स्टार्टअप्स के समर्थन के लिए 1,000 करोड़ रुपये के वेंचर कैपिटल फंड को मंजूरी दी है। इस फंड का उद्देश्य स्पेस टेक्नोलॉजी में नवाचार को बढ़ावा देना और करीब 40 स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। भारत में तेजी से बढ़ते अंतरिक्ष क्षेत्र के विकास में यह फंडिंग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

सरकार द्वारा प्रदान किए गए इस फंड के माध्यम से GalaxEye जैसे स्टार्टअप्स को और अधिक नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। इससे भारतीय स्पेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नवाचार और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, साथ ही भारत की तकनीकी क्षमता को वैश्विक स्तर पर मजबूत करने में भी सहायता मिलेगी।

GalaxEye का प्रभाव: डिफेंस और कृषि क्षेत्रों में नए अवसर

GalaxEye की तकनीक भारतीय रक्षा और कृषि क्षेत्रों में नए अवसरों को जन्म दे रही है। डिफेंस के लिए उपलब्ध SAR तकनीक भारत की सीमाओं पर निगरानी को और अधिक प्रभावी बना सकती है। वहीं, कृषि क्षेत्र में भी इसका उपयोग कर किसान अपने फसलों की स्थिति का सटीक अनुमान लगा सकते हैं, जिससे उनकी पैदावार और उत्पादन में सुधार हो सकेगा।

इसके अलावा, बीमा क्षेत्र में GalaxEye का डेटा विश्लेषण किसानों को उनकी फसल बीमा के लिए सटीक डेटा प्रदान करने में सहायक हो सकता है। एक्वाकल्चर और अन्य उद्योगों के लिए भी यह तकनीक संभावनाओं को बढ़ावा देती है, जिससे डेटा सटीकता और फैसले लेने में सरलता आती है।

अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर कदम

GalaxEye जैसे स्टार्टअप्स का उभार भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है। GalaxEye का मिशन न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सटीक डेटा उपलब्ध कराना है। कंपनी के संस्थापक और टीम का मानना है कि उनकी तकनीक भारत को एक डेटा-ड्रिवन समाज बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, जहाँ हर क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाला डेटा आसानी से उपलब्ध हो सकेगा।

GalaxEye के सह-संस्थापक सैयाश सिंह का कहना है, “हमारा लक्ष्य अंतरिक्ष डेटा तकनीक में भारत को अग्रणी बनाना है। इस फंडिंग के माध्यम से हम अपनी तकनीकी क्षमताओं को और अधिक उन्नत बनाएंगे और अंतरिक्ष डेटा सेवाओं में नयी ऊँचाईयों को प्राप्त करेंगे।”

वैश्विक स्पेस डेटा बाजार में भारत की बढ़ती हिस्सेदारी

ग्लोबल स्पेस डेटा मार्केट में भारत की हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है। मौजूदा रिपोर्टों के अनुसार, इस बाजार का कुल मूल्य $50 बिलियन है, और GalaxEye जैसे भारतीय स्टार्टअप्स इस बाजार में अपनी जगह बना रहे हैं। भारतीय स्पेस टेक स्टार्टअप्स का यह उभार दर्शाता है कि देश तकनीकी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और नवाचार की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

निष्कर्ष

GalaxEye का यह फंडिंग राउंड और उनके द्वारा विकसित की जा रही तकनीक भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देगी। यह कदम न केवल GalaxEye के विकास में सहायक होगा, बल्कि भारत को अंतरिक्ष डेटा प्रोसेसिंग में एक नई दिशा प्रदान करेगा। भारत में अंतरिक्ष टेक्नोलॉजी की मांग और नए अवसरों के चलते यह फंडिंग और तकनीकी विस्तार भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित हो सकती है।

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