भारत की जानी-मानी एडटेक यूनिकॉर्न Unacademy ने वित्त वर्ष 2025 (FY25) में अपनी कुल आय में गिरावट के बावजूद EBITDA घाटे और नेट लॉस दोनों में बड़ी कमी दर्ज की है। कंपनी ने लागत में कटौती और कुशल प्रबंधन के ज़रिए अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने की दिशा में अहम कदम उठाए हैं।
📉 रेवेन्यू में गिरावट
Unacademy का कुल रेवेन्यू FY25 में 16% घटकर ₹826.3 करोड़ रह गया।
- FY24 में यह आंकड़ा ₹988 करोड़ था।
- यह लगातार दूसरा साल है जब कंपनी के रेवेन्यू में कमी दर्ज हुई है।
इस गिरावट के बावजूद कंपनी ने अपने लॉस कम करने पर ज़ोर दिया है, जिससे निवेशकों और मार्केट ऑब्जर्वर्स में कंपनी की रणनीति को लेकर भरोसा बना हुआ है।
💸 नेट लॉस और EBITDA घाटा
- FY25 में कंपनी का नेट लॉस 31% घटकर ₹436 करोड़ रह गया।
- FY24 में यह ₹633 करोड़ था।
- कंपनी का EBITDA घाटा 37.6% घटकर ₹305 करोड़ रह गया।
- FY24 में यह ₹489 करोड़ था।
इस बड़े सुधार का मुख्य कारण है कास्ट ऑप्टिमाइजेशन और ऑपरेशनल एफिशिएंसी पर फोकस।
🏦 कैश रिज़र्व और फाइनेंशियल स्टेबिलिटी
मार्च 2025 तक Unacademy के पास ₹1,238 करोड़ का कैश और कैश इक्विवेलेंट बैलेंस था।
कंपनी के सह-संस्थापक और CEO गौरव मुंजाल ने अप्रैल में कहा था कि:
- कंपनी वित्तीय रूप से स्थिर है।
- इसकी यूनिट्स जैसे Graphy और PrepLadder हर महीने पॉजिटिव कैश फ्लो जनरेट कर रही हैं।
यह संकेत देता है कि कंपनी अब सस्टेनेबल बिज़नेस मॉडल की तरफ बढ़ रही है।
👨💼 लीडरशिप में बदलाव
हाल ही में Unacademy ने एक अहम कदम उठाया और:
- Graphy के को-फाउंडर सुमित जैन को Test Prep बिज़नेस का CEO नियुक्त किया।
- यह कदम कंपनी की लीडरशिप स्ट्रक्चर को मजबूत करने और कोर वर्टिकल्स पर फोकस करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
उद्योग विशेषज्ञ मानते हैं कि यह बदलाव कंपनी में फाइनेंशियल डिसिप्लिन और ग्रोथ स्ट्रेटजी को और बेहतर बनाएगा।
🔍 संदर्भ: FY24 का प्रदर्शन
तुलना के लिए, FY24 में:
- कंपनी ने 62% तक घाटा कम किया था।
- हालांकि उस समय भी रेवेन्यू में कोई बड़ी वृद्धि देखने को नहीं मिली थी।
यानी कंपनी लगातार घाटा कम करने में सफल रही है, लेकिन रेवेन्यू ग्रोथ अभी भी एक चुनौती बनी हुई है।
🏫 बिज़नेस मॉडल और चुनौतियाँ
Unacademy मुख्य रूप से ऑनलाइन टेस्ट प्रिपरेशन, कोर्सेस और स्किल-बेस्ड लर्निंग पर केंद्रित है।
- कोविड-19 महामारी के दौरान इसकी ग्रोथ तेज़ी से बढ़ी थी।
- लेकिन महामारी के बाद एडटेक सेक्टर में मांग धीमी हुई है।
कंपनी के लिए अब सबसे बड़ी चुनौती है:
- रेवेन्यू को दोबारा ग्रोथ ट्रैक पर लाना।
- नए यूज़र्स जोड़ना और मौजूदा ग्राहकों को बनाए रखना।
- लागत और नवाचार के बीच संतुलन बनाना।
⚔️ प्रतिस्पर्धा
Unacademy का मुकाबला Byju’s, Vedantu और PhysicsWallah जैसे बड़े खिलाड़ियों से है।
- Byju’s हाल के वर्षों में वित्तीय संकट से जूझ रहा है।
- वहीं PhysicsWallah ने लो-कॉस्ट मॉडल के जरिए बाज़ार में तेज़ी से जगह बनाई है।
Unacademy को अपनी पोज़िशन मजबूत रखने के लिए लगातार प्रोडक्ट इनोवेशन और ब्रांड वैल्यू पर काम करना होगा।
🚀 आगे का रास्ता
Unacademy का रोडमैप आने वाले वर्षों के लिए इस प्रकार हो सकता है:
- टेस्ट प्रेप बिज़नेस पर और अधिक फोकस।
- Graphy और PrepLadder जैसी कैश-पॉजिटिव यूनिट्स का विस्तार।
- लॉस और रेवेन्यू ग्रोथ के बीच बैलेंस बनाना।
- नए टेक-ड्रिवन लर्निंग टूल्स और AI बेस्ड सॉल्यूशंस लाना।
👉 निष्कर्ष
भले ही Unacademy का रेवेन्यू FY25 में घटा हो, लेकिन कंपनी ने जिस तरह से लॉस और EBITDA घाटे को कम किया है, वह निवेशकों और इंडस्ट्री के लिए एक पॉजिटिव संकेत है।
मजबूत कैश पोजीशन और लीडरशिप चेंज दिखाता है कि कंपनी सस्टेनेबल और प्रॉफिटेबल मॉडल की दिशा में धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है।
Read more : Petpooja ने जुटाए ₹137 करोड़, रेस्टोरेंट SaaS सेक्टर में AI-ऑटोमेशन पर फोकस





