होम सर्विस प्लेटफॉर्म Urban Company के सह-संस्थापक — Abhiraj Singh Bhal, Varun Khaitan, and Raghav Chandra — ने IPO से पहले एक बड़ी सेकेंडरी एग्ज़िट करते हुए लगभग ₹780 करोड़ ($91 मिलियन) की व्यक्तिगत इक्विटी बिक्री की है।
यह खुलासा Urban Company के Draft Red Herring Prospectus (DRHP) में किया गया है, जिसे कंपनी ने हाल ही में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास दाखिल किया है।
🔁 कैसे हुई यह सेकेंडरी एग्ज़िट?
DRHP के अनुसार, संस्थापकों ने सितंबर 2024 से मार्च 2025 के बीच अलग-अलग चरणों में यह बिक्री की। वहीं, अन्य बड़े निवेशकों जैसे Bessemer Venture Partners, Accel और Tiger Global ने भी आंशिक रूप से कुल ₹615 करोड़ के शेयर बेचे।
🗓️ प्रमुख डील्स का क्रम इस प्रकार है:
- सितंबर 2024: संस्थापकों ने ₹121 करोड़ के शेयर VY Capital को बेचे।
- अक्टूबर 2024: Prosus को ₹124.5 करोड़ के शेयर ट्रांसफर किए।
- दिसंबर 2024: Prosus और Arohi Seed को संयुक्त रूप से ₹482 करोड़ की इक्विटी बेची।
- जनवरी 2025: Dharana Capital (VY Capital की सब्सिडियरी) को ₹50 करोड़ के शेयर बेचे गए।
- मार्च 2025: Sanjiv Rangrass, Sri Harsha Majety और Venturesail LLP को आखिरी किस्त में ₹1.8 करोड़ के शेयर ट्रांसफर किए गए।
📉 निवेशकों की भी आंशिक एग्ज़िट
संस्थापकों के अलावा, प्रमुख निवेशकों ने भी IPO से पहले अपनी हिस्सेदारी घटाई:
- Bessemer ने ₹142 करोड़ के शेयर Think Investments को बेचे और अतिरिक्त ₹195 करोड़ के शेयर Arohi Seed SPC को ट्रांसफर किए।
- Accel ने ₹194 करोड़, और
- Tiger Global ने ₹84 करोड़ के शेयर Think Investments को बेचे।
📈 IPO डिटेल: ₹1,900 करोड़ का इश्यू
Urban Company अपने IPO के माध्यम से कुल ₹1,900 करोड़ जुटाने की योजना बना रही है। इसमें शामिल हैं:
- ₹429 करोड़ का फ्रेश इश्यू (नई इक्विटी शेयर जारी करना)
- ₹1,471 करोड़ का Offer for Sale (OFS) — जिसमें मौजूदा निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे।
OFS में भाग लेने वाले निवेशक:
- Accel
- VY Capital
- Prosus
- Bessemer
- Elevation Capital
यह सभी आंशिक रूप से अपनी हिस्सेदारी कम करेंगे।
💹 कंपनी की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस: FY25 की झलक
Urban Company का IPO सिर्फ फंड जुटाने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह कंपनी की वित्तीय मजबूती और ग्रोथ ट्रैक रिकॉर्ड का भी प्रतीक है।
FY25 की पहली तीन तिमाहियों (अप्रैल–दिसंबर 2024) के आंकड़े:
- कुल आय (Total Income): ₹930 करोड़
- सालाना ग्रोथ: 37.8% (FY24 की समान अवधि की तुलना में)
- मुनाफा (Profit): ₹27.1 करोड़
यह पहली बार है जब Urban Company ने इतने मजबूत मुनाफे के साथ IPO फाइल किया है, जो संभावित निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
👨💼 संस्थापक क्यों कर रहे हैं एग्ज़िट?
Urban Company के तीनों सह-संस्थापक — अभिराज भल, वरुण खैतान और राघव चंद्रा — पिछले एक दशक से कंपनी को लीड कर रहे हैं। उनकी यह आंशिक एग्ज़िट:
- वैयक्तिक वित्तीय विविधीकरण के तौर पर देखी जा रही है
- साथ ही, यह संकेत भी देती है कि वे कंपनी को IPO के बाद प्रोफेशनल मैनेजमेंट की ओर ले जाने की दिशा में काम कर रहे हैं
महत्वपूर्ण बात यह है कि वे अब भी कंपनी में हिस्सेदार हैं और लॉन्ग टर्म विज़न का हिस्सा बने हुए हैं।
🌐 Urban Company की विकास यात्रा
Urban Company, जिसकी शुरुआत 2014 में Abhiraj, Varun और Raghav ने की थी, आज भारत की सबसे बड़ी होम सर्विस मार्केटप्लेस में से एक है। इसके द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में शामिल हैं:
- ब्यूटी और ग्रूमिंग
- इलेक्ट्रिशियन और प्लंबर सेवाएं
- एसी/वॉशिंग मशीन मरम्मत
- गृह सफाई और पेस्ट कंट्रोल
आज कंपनी की मौजूदगी भारत के अलावा UAE, सिंगापुर और सिडनी जैसे विदेशी बाजारों में भी है।
🧐 निष्कर्ष: IPO से पहले स्मार्ट एग्ज़िट या रणनीतिक मूव?
Urban Company के संस्थापकों और प्रमुख निवेशकों द्वारा IPO से ठीक पहले किया गया यह सेकेंडरी एग्ज़िट कई बातों का संकेत देता है:
- यह निवेशकों का कंपनी पर भरोसा जताने का संकेत भी हो सकता है — क्योंकि यह एग्ज़िट एक रणनीतिक प्लानिंग के तहत किया गया है, न कि घबराहट में।
- IPO से पहले मार्केट में उत्साह भी बढ़ा है, क्योंकि कंपनी मुनाफा दर्ज कर रही है और उसका ब्रांड बहुत मजबूत हो चुका है।
ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि जब Urban Company के शेयर मार्केट में लिस्ट होंगे, तो उनकी बाजार में किस प्रकार की प्रतिक्रिया मिलती है।
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