अंतरराष्ट्रीय छात्र मोबिलिटी प्लेटफॉर्म LEAP ने हाल ही में $65 मिलियन (₹540 करोड़) की फंडिंग जुटाई है। यह फंडिंग प्राइमरी और सेकेंडरी इक्विटी निवेश के जरिए मिली है, जिसका नेतृत्व Apis Growth Markets Fund III और Apis Global Growth Fund III ने किया।
इस दौर में Owl Ventures, Jungle Ventures, और Peak XV Partners जैसे मौजूदा निवेशकों ने भी भाग लिया। हालांकि, कंपनी ने अपनी सटीक वैल्यूएशन का खुलासा नहीं किया है, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक, Leap इस दौर में $1 बिलियन से अधिक वैल्यूएशन हासिल करने का लक्ष्य बना रहा था।
Leap ने इससे पहले 2022 में सीरीज D राउंड में $75 मिलियन जुटाए थे, जिससे उस समय इसकी वैल्यूएशन $850-900 मिलियन के बीच थी।
LEAP अब तक $200 मिलियन से अधिक इक्विटी फंडिंग प्राप्त
LEAP की स्थापना 2019 में बेंगलुरु और सैन फ्रांसिस्को में की गई थी। तब से अब तक कंपनी ने $200 मिलियन (₹1,650 करोड़) से अधिक की इक्विटी फंडिंग जुटा ली है।
Leap: स्टडी-अब्रॉड छात्रों के लिए वन-स्टॉप सॉल्यूशन
Leap एक फुल-स्टैक इंटरनेशनल स्टूडेंट मोबिलिटी प्लेटफॉर्म है, जो अंतरराष्ट्रीय शिक्षा की तैयारी से लेकर फाइनेंसिंग तक की पूरी प्रक्रिया को आसान बनाता है।
कंपनी अपने चार प्रमुख प्लेटफॉर्म्स के जरिए छात्रों को सेवाएं प्रदान करती है:
✔ LeapScholar – स्टडी-अब्रॉड कम्युनिटी और गाइडेंस
✔ LeapFinance – इंटरनेशनल स्टूडेंट लोन और फाइनेंसिंग
✔ GeeBee – विदेश में पढ़ाई की आवेदन प्रक्रिया
✔ Yocket – टेस्ट प्रेप, वीजा गाइडेंस और एडमिशन
📌 सेवाएं:
- IELTS, TOEFL, SAT जैसी परीक्षाओं की तैयारी
- एडमिशन और वीज़ा काउंसलिंग
- अंतरराष्ट्रीय शिक्षा के लिए स्टूडेंट लोन और फाइनेंशियल सपोर्ट
📌 मुख्य टारगेट मार्केट:
Leap का मुख्य फोकस यूएस, कनाडा, यूके और ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के इच्छुक छात्रों पर है।
📌 बढ़ती लोकप्रियता:
Leap का दावा है कि उसने अब तक 10 लाख से अधिक छात्रों को सेवाएं दी हैं और 1,000 से अधिक शीर्ष वैश्विक शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी की है।
📊 Leap की तेज़ी से बढ़ती ग्रोथ
Leap के को-फाउंडर वैभव सिंह ने कहा:
🗣️ “छात्र Leap के वन-स्टॉप स्टडी-अब्रॉड सॉल्यूशन को पसंद करते हैं। पिछले दो वर्षों में हमने 5X ग्रोथ देखी है। आज Leap सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पकड़ बना रहा है और 10 से अधिक देशों में ऑपरेशन बढ़ा रहा है।”
Leap की यह ग्रोथ भारत में तेजी से बढ़ते स्टडी-अब्रॉड मार्केट और डिजिटल एडटेक सॉल्यूशंस की बढ़ती मांग को दर्शाती है।
🚀 Leap के आगे की योजनाएं
📌 ग्लोबल विस्तार:
Leap न सिर्फ भारत, बल्कि अन्य देशों में भी अपनी सेवाओं का विस्तार कर रहा है। कंपनी 10+ देशों में विस्तार की योजना बना रही है।
📌 नए फाइनेंसिंग प्रोडक्ट्स:
कंपनी अब छात्रों के लिए और अधिक फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स विकसित करने की योजना बना रही है, जिससे अंतरराष्ट्रीय शिक्षा को अधिक किफायती बनाया जा सके।
📌 टेक्नोलॉजी अपग्रेड:
Leap अपने प्लेटफॉर्म पर AI और डेटा एनालिटिक्स जैसी नई तकनीकों को जोड़कर छात्रों के लिए बेहतर गाइडेंस और लोन फैसिलिटी प्रदान करेगा।
📌 प्रतिस्पर्धा में मजबूती:
Leap को Leverage Edu, Yocket, और ApplyBoard जैसी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन Leap अपनी विस्तृत सेवाओं और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन सॉल्यूशंस के जरिए खुद को सबसे आगे रखने की कोशिश कर रहा है।
📌 क्या Leap अगले एडटेक यूनिकॉर्न बनने की ओर बढ़ रहा है?
✔ $1 बिलियन+ वैल्यूएशन का लक्ष्य
✔ $200 मिलियन से अधिक फंडिंग
✔ 1 मिलियन+ छात्रों की मदद
✔ 1,000+ ग्लोबल यूनिवर्सिटीज के साथ पार्टनरशिप
✔ 5X ग्रोथ सिर्फ दो साल में
Leap की ग्रोथ यह दिखाती है कि अंतरराष्ट्रीय शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल समाधान तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। अगर कंपनी इसी रफ्तार से आगे बढ़ती रही, तो यह जल्द ही भारत की अगली यूनिकॉर्न एडटेक कंपनी बन सकती है।
💬 आपकी क्या राय है? क्या Leap अगले 1-2 वर्षों में यूनिकॉर्न स्टार्टअप बन सकता है? हमें कमेंट में बताएं! 🚀
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