⚡ जून 2025 में TVS बना EV बाज़ार का राजा, Ola Electric की गिरावट जारी

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भारत के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर (E2W) बाजार में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। जहां पहले Ola Electric इस सेगमेंट में राज कर रही थी, अब TVS Motor Company लगातार तीसरे महीने भी टॉप पोजिशन पर बनी हुई है। जून 2025 के आंकड़ों के अनुसार, TVS ने 25,274 यूनिट्स की बिक्री की है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 80% अधिक है। इसने कंपनी को 24% मार्केट शेयर दिलाया है।

📊 TVS ने लगातार तीसरे महीने टॉप पोजिशन हासिल की

वाहन पोर्टल से 1 जुलाई को संकलित आंकड़ों के अनुसार, TVS Motor Company अब भारत की इलेक्ट्रिक दोपहिया श्रेणी में अग्रणी बन गई है। मई 2025 में लीड लेने के बाद, जून में इसने अपनी पकड़ और मजबूत कर ली।

🚀 साल दर साल बिक्री में 80% की वृद्धि

  • जून 2025: 25,274 यूनिट्स
  • मार्केट शेयर: 24%
  • स्थिति: लगातार तीसरे महीने नंबर 1

🛵 Bajaj Auto की तेज़ी बरकरार

Bajaj Auto ने भी जबरदस्त वृद्धि दिखाई और जून में 23,004 यूनिट्स बेचकर 22% मार्केट शेयर प्राप्त किया। यह पिछले साल की तुलना में 154% अधिक है।

  • मई 2025 में बिक्री: 21,940 यूनिट्स
  • जून 2025: 23,004 यूनिट्स
  • मार्केट स्थिति: दूसरा स्थान

TVS और Bajaj की बढ़त यह दिखाती है कि पारंपरिक ऑटो निर्माता अब स्टार्टअप्स को पछाड़ते हुए EV मार्केट में दबदबा बना रहे हैं।

🧯 Ola Electric की गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही

एक समय भारत की EV रेस में सबसे आगे चल रही Ola Electric की स्थिति अब कमजोर होती जा रही है। कंपनी ने जून 2025 में 20,189 यूनिट्स की बिक्री की, जो जून 2024 के मुकाबले 45% कम है।

  • जून 2024 में मार्केट शेयर: 46%
  • जून 2025 में मार्केट शेयर: 19%
  • स्थिति: तीसरा स्थान

📉 शेयर बाज़ार में भी गिरावट

Ola Electric की शेयर कीमत भी लगातार गिर रही है। एक साल पहले लिस्टिंग के समय ₹76 पर लिस्ट हुआ शेयर अब ₹43 पर ट्रेड कर रहा है — यानी 43% की गिरावट

❌ Hyundai और Kia ने Ola से निकाला हाथ

Hyundai Motor और Kia Corporation ने Ola Electric में अपनी पूरी हिस्सेदारी ₹690 करोड़ में बेच दी है। यह डील ब्लॉक ट्रांजैक्शन के जरिए हुई।

⚡ Ather Energy की मजबूत वापसी

Ather Energy ने जून में 14,512 यूनिट्स की बिक्री की, जो पिछले साल के मुकाबले 133% अधिक है। कंपनी की मार्केट हिस्सेदारी 8% से बढ़कर 14% हो गई है।

  • पोजिशन: चौथा स्थान
  • शेयर बाजार में लिस्टिंग: मई 2025 में हुई

🏍️ Hero MotoCorp का प्रभाव बढ़ा

Hero MotoCorp, जो पारंपरिक बाइक्स के लिए जाना जाता है, अब EV बाजार में भी मजबूती से प्रवेश कर चुका है। जून में कंपनी ने 7,664 यूनिट्स की बिक्री की — 149% की साल-दर-साल ग्रोथ के साथ।

  • मार्केट शेयर: 7% (पिछले साल 4%)
  • स्थिति: पांचवां स्थान

📉 Ola की गिरावट बनाम TVS और Bajaj का उत्थान

इन आंकड़ों से यह साफ है कि भारत के ईवी टू-व्हीलर बाजार में बड़ा बदलाव हो रहा है। एक समय स्टार्टअप आधारित लीड में चल रही Ola Electric अब पीछे हो रही है, और वहीं TVS और Bajaj जैसे स्थापित ब्रांड अब तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।

यह ट्रेंड यह दर्शाता है कि अब उपभोक्ता भरोसेमंद, सर्विस नेटवर्क से लैस, और गुणवत्ता आधारित ब्रांड को प्राथमिकता दे रहे हैं।

🔮 EV मार्केट का भविष्य: किस दिशा में जा रहा है भारत?

भारत का EV बाजार अब स्टेबल और प्रतिस्पर्धात्मक होता जा रहा है। जहां स्टार्टअप्स ने इस मार्केट को गति दी थी, वहीं अब पारंपरिक कंपनियां तकनीक, निवेश और डीलरशिप नेटवर्क के दम पर आगे निकल रही हैं।

संभावित ट्रेंड्स:

  • Ola और अन्य स्टार्टअप्स को सर्विस क्वालिटी और भरोसे में सुधार करना होगा।
  • TVS, Bajaj और Hero जैसे ब्रांड भविष्य में ज्यादा EV वेरिएंट्स ला सकते हैं।
  • ग्राहक अब परफॉर्मेंस, बैटरी लाइफ और सर्विस नेटवर्क को लेकर अधिक जागरूक हो रहे हैं।

📌 निष्कर्ष

TVS Motor Company की जून 2025 में शीर्ष स्थान पर मौजूदगी, और Bajaj Auto की तेज़ ग्रोथ यह दिखाती है कि भारत के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर क्षेत्र में अब पारंपरिक कंपनियां निर्णायक भूमिका निभा रही हैं। दूसरी ओर, Ola Electric की गिरती बिक्री और शेयर मूल्य यह संकेत देती है कि बाज़ार में टिके रहने के लिए सिर्फ शुरुआती लीड काफी नहीं है — निरंतर इनोवेशन, गुणवत्ता और उपभोक्ता संतुष्टि की ज़रूरत है।

आने वाले महीनों में EV मार्केट में और भी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा।

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⚡ Ola Electric से Hyundai और Kia का बाहर निकलना

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भारतीय इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सेक्टर के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। दक्षिण कोरिया की दो प्रमुख ऑटो कंपनियां — Hyundai Motor और Kia Corporation — ने भारत की EV कंपनी Ola Electric से अपना पूरा निवेश निकाल लिया है। दोनों कंपनियों ने मंगलवार को ब्लॉक डील के ज़रिए कुल ₹690 करोड़ में अपनी हिस्सेदारी बेच दी, जिससे यह स्पष्ट संकेत मिला कि वे भारत में अपने EV निवेश को रणनीतिक रूप से कम कर रही हैं।


💸 कितनी हिस्सेदारी बेची गई और किसे?

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के बुल्क डील डेटा के मुताबिक:

  • Hyundai ने अपनी 2.47% हिस्सेदारी ₹552 करोड़ में बेची।
  • Kia ने अपनी 0.62% हिस्सेदारी ₹137 करोड़ में बेची।

इस डील का सबसे बड़ा खरीदार रहा Citigroup Global Markets Mauritius, जिसने Ola Electric की 1.95% हिस्सेदारी (8.61 करोड़ शेयर) ₹435 करोड़ में खरीदी।

📌 दिलचस्प बात यह रही कि बाकी खरीदारों की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है, जिससे डील को लेकर बाज़ार में कुछ सवाल भी उठे हैं।


📉 Ola Electric की गिरती आर्थिक स्थिति

Hyundai और Kia का Ola Electric से बाहर निकलना ऐसे समय पर हुआ है जब कंपनी की वित्तीय स्थिति लगातार कमजोर हो रही है।

🔻 FY25 की चौथी तिमाही में Ola Electric को ₹862 करोड़ का घाटा हुआ, जो कि पिछले साल की समान तिमाही (Q4 FY24) के ₹418 करोड़ के घाटे से दोगुना है।

📉 कंपनी की ऑपरेटिंग इनकम में भी भारी गिरावट आई है – यह 50% तक घटकर ₹611 करोड़ रह गई।

🔴 पूरे FY25 में, कंपनी को कुल ₹2,276 करोड़ का घाटा हुआ, जबकि FY24 में यह ₹1,584 करोड़ था।

इस वित्तीय दबाव का सीधा असर कंपनी के शेयर पर भी पड़ा है। बुधवार को Ola Electric का शेयर 8% से ज्यादा गिरकर ₹49.61 पर बंद हुआ, जिससे कंपनी का मार्केट कैप ₹21,882 करोड़ ($2.57 बिलियन) तक सिमट गया।


🔄 2019 में हुआ था बड़ा निवेश

बात करें पीछे की, तो 2019 में Hyundai और Kia ने संयुक्त रूप से $300 मिलियन (करीब ₹2,400 करोड़) का निवेश Ola Electric में किया था। यह निवेश भारत में उनके EV विस्तार की रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा था।

लेकिन 5 साल बाद अब दोनों कंपनियों ने एक साथ कंपनी से पूरी तरह से बाहर निकलने का निर्णय लिया है। इसे ऑटोमोबाइल सेक्टर के विशेषज्ञ एक रणनीतिक रिव्यू के रूप में देख रहे हैं।


❓ Ola Electric के लिए आगे का रास्ता

Hyundai और Kia जैसे बड़े रणनीतिक निवेशकों का बाहर निकलना Ola Electric के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। इससे:

  • कंपनी की रणनीतिक स्थिरता पर असर पड़ सकता है।
  • इनोवेशन और प्रोडक्ट डिवेलपमेंट के लिए सहयोग की संभावनाएं घट सकती हैं।

हालांकि, Citigroup जैसे वैश्विक निवेशक का आना यह दर्शाता है कि Ola Electric में अब भी निवेशकों की रुचि बनी हुई है, लेकिन यह देखना बाकी है कि कंपनी किस तरह से FY26 तक मुनाफे की ओर बढ़ेगी


🕵️‍♂️ खरीदारों की पहचान क्यों नहीं बताई गई?

Hyundai और Kia ने जो हिस्सेदारी बेची, उसमें से 63% से ज्यादा हिस्सेदारी उन निवेशकों ने खरीदी जिनकी पहचान सामने नहीं आई है।

इससे बाज़ार में कुछ आशंकाएं भी जताई जा रही हैं, जैसे:

  • क्या ये निवेशक लंबे समय तक कंपनी में टिकेंगे?
  • क्या Ola Electric को कोई प्राइवेट इक्विटी या रणनीतिक निवेशक धीरे-धीरे टेकओवर कर रहा है?

इन सवालों का जवाब आने वाले समय में Ola Electric की फाइनेंशियल रिपोर्ट्स और बोर्ड स्ट्रक्चर में हो सकने वाले बदलावों से मिल सकता है।


📈 Ola Electric: भारत का EV फ्लैगशिप या संघर्षरत स्टार्टअप?

Ola Electric ने भारत के इलेक्ट्रिक स्कूटर बाजार में तेज़ी से पकड़ बनाई थी और अपने IPO के ज़रिए एक यूनिकॉर्न की तरह उभरी। लेकिन पिछले कुछ समय से कंपनी को लगातार:

  • उत्पादन में चुनौतियां,
  • वित्तीय घाटा,
  • और प्रौद्योगिकी संबंधी सवालों का सामना करना पड़ रहा है।

इन सबके बीच Hyundai और Kia जैसे दिग्गजों का बाहर निकलना Ola Electric के भविष्य के लिए सावधानी की घंटी हो सकता है।


✍️ निष्कर्ष

भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का भविष्य उज्ज्वल है, लेकिन यह रास्ता आसान नहीं है। Ola Electric जैसे स्टार्टअप्स को:

  • वित्तीय अनुशासन,
  • रणनीतिक साझेदारों की स्थिरता,
  • और तकनीकी नवाचार के साथ बाज़ार में टिकना होगा।

Hyundai और Kia का बाहर निकलना एक सिग्नल है कि बड़ी कंपनियां भी अब अपने EV निवेशों की समीक्षा कर रही हैं, और Ola Electric को अब अपने दम पर टिकने की ज़रूरत है।

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⚡Ola Electric इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट में TVS का जलवा,

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भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल क्रांति अब स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। मई 2025 मे Ola Electric इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर (E2W) सेगमेंट ने शानदार प्रदर्शन किया, जहां कुल 1,00,266 यूनिट्स की रिटेल बिक्री दर्ज की गई। यह साल 2025 में अब तक का दूसरा सबसे बड़ा मासिक आंकड़ा है — मार्च 2025 के रिकॉर्ड 1,31,364 यूनिट्स के बाद।

यह आंकड़े Vahan पोर्टल द्वारा जारी किए गए हैं, जो देशभर में वाहनों के रजिस्ट्रेशन पर आधारित होते हैं। बढ़ते ईवी अपनाने के साथ, यह डेटा भारत में EV मार्केट के लगातार विस्तार को दर्शाता है।


🏍️ TVS Motor बनी नंबर 1, 24% मार्केट शेयर के साथ टॉप पर

TVS Motor ने एक बार फिर बाज़ी मारी है। कंपनी ने मई 2025 में 24,560 यूनिट्स की बिक्री की, जो कि 107% सालाना ग्रोथ (YoY) को दर्शाता है। यह प्रदर्शन कंपनी के नए मॉडल्स, डीलर नेटवर्क विस्तार और आक्रामक मार्केटिंग रणनीति का नतीजा है।

TVS ने अब मई में 24% मार्केट शेयर हासिल कर लिया है, जिससे वह EV सेगमेंट में सबसे आगे है।


🏁 Bajaj Auto ने दिखाई रफ्तार, Ola को पीछे छोड़ा

Bajaj Auto ने मई में 21,770 यूनिट्स की बिक्री की, जिसमें 135% की YoY ग्रोथ दर्ज की गई। इसके साथ ही, Bajaj ने अब 22% का मार्केट शेयर अपने नाम किया है और यह TVS के बेहद करीब पहुंच गया है।

पिछले कुछ महीनों तक Bajaj और Ola Electric लगभग बराबरी पर चल रहे थे, लेकिन अब Bajaj ने तेज़ी दिखाई है और Ola को पीछे छोड़ दिया है।


📉 Ola Electric की बिक्री में गिरावट, मार्केट शेयर घटकर 18%

एक समय पर EV मार्केट की अगुवाई करने वाली Ola Electric को मई 2025 में झटका लगा। कंपनी की बिक्री 18,499 यूनिट्स पर आकर रुक गई, जो कि पिछले साल की तुलना में 51% कम है। इसके साथ ही Ola का मार्केट शेयर भी घटकर 18% रह गया है।

अप्रैल में Ola और Bajaj कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे थे, लेकिन Ola की बिक्री में गिरावट के चलते कंपनी अब तीसरे स्थान पर खिसक गई है।


⚙️ Ather Energy की तेज़ी बनी रही, पहली बार Ola को राजस्व में पछाड़ा

Ather Energy, जिसे हाल ही में स्टॉक मार्केट में लिस्ट किया गया है, ने 12,840 यूनिट्स की बिक्री की। यह आंकड़ा 109% YoY ग्रोथ को दर्शाता है। कंपनी ने मई में 13% का मार्केट शेयर प्राप्त किया।

Ather अब सिर्फ बिक्री में ही नहीं, बल्कि राजस्व (Revenue) के लिहाज से भी Ola से आगे निकल गया है। FY25 की चौथी तिमाही (Q4 FY25) में Ather का ऑपरेटिंग रेवेन्यू ₹676 करोड़ रहा, जबकि Ola Electric का रेवेन्यू 60% गिरकर ₹611 करोड़ रह गया।

यह उपलब्धि Tarun Mehta के नेतृत्व वाली Ather के लिए एक बड़ा मील का पत्थर है, खासकर जब इसे Bhavish Aggarwal की Ola Electric से तुलना में देखा जाए।


🛵 Hero MotoCorp की वापसी, 191% की ग्रोथ

भारत की पारंपरिक ऑटो इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनी Hero MotoCorp ने भी EV सेगमेंट में ज़ोरदार वापसी की है। कंपनी ने मई 2025 में 7,164 यूनिट्स की बिक्री की, जो कि पिछले साल की तुलना में 191% ज्यादा है।

Hero की वापसी से EV मार्केट में प्रतिस्पर्धा और तेज़ हुई है, और यह आने वाले महीनों में बाजार में बड़ा असर डाल सकती है।


🔟 टॉप 10 E2W कंपनियों की सूची

मई 2025 में भारत में सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बेचने वाली कंपनियों की सूची इस प्रकार है:

रैंककंपनीबिक्री (यूनिट्स)YoY ग्रोथमार्केट शेयर
1️⃣TVS Motor24,560107%24%
2️⃣Bajaj Auto21,770135%22%
3️⃣Ola Electric18,499-51%18%
4️⃣Ather Energy12,840109%13%
5️⃣Hero MotoCorp7,164191%7%
6️⃣Greaves Electricआंकड़े उपलब्ध नहीं
7️⃣Pur Energy (PURE EV)
8️⃣BGauss Auto
9️⃣Kinetic Green
🔟River Mobility

(कुछ कंपनियों के सटीक आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।)


🔋 EV सेक्टर की ग्रोथ के पीछे क्या हैं मुख्य वजहें?

  1. सरकार की सब्सिडी और FAME स्कीम्स – इनसे ग्राहकों को आर्थिक लाभ मिलता है।
  2. 🌱 ईंधन की बढ़ती कीमतें – लोग पेट्रोल के विकल्प तलाश रहे हैं।
  3. बैटरी तकनीक में सुधार – रेंज और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर हुआ है।
  4. 🏭 मेड इन इंडिया निर्माण – लोकल प्रोडक्शन से लागत में कमी आई है।

🚀 EV मार्केट का भविष्य

मई 2025 के आंकड़े यह दिखाते हैं कि भारत में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट अब स्थिर नहीं रहा, बल्कि यह अगली ऑटो क्रांति बनता जा रहा है। TVS और Bajaj जैसी पारंपरिक कंपनियां अब Ola और Ather जैसे स्टार्टअप्स को टक्कर दे रही हैं, जिससे प्रतिस्पर्धा और नवाचार दोनों को बढ़ावा मिल रहा है।

EV सेक्टर में आगे भी नए मॉडल, बेहतर बैटरियां और चार्जिंग समाधान आने की उम्मीद है। इस रफ्तार से EV बाजार जल्द ही आईसीई (Internal Combustion Engine) वाहनों को पीछे छोड़ सकता है।


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⚡ Ola Electric पर मंडरा रहा SEBI का शिकंजा, इनसाइडर ट्रेडिंग की जांच की आशंका

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देश की प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी Ola Electric एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार वजह है भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की संभावित इनसाइडर ट्रेडिंग जांच। खबरों के मुताबिक, SEBI कंपनी के अनलिस्टेड शेयरों में कुछ संदिग्ध ट्रेडिंग गतिविधियों की जांच कर सकती है, जो कंपनी के आंतरिक फैसलों से पहले हुई थीं।


🕵️‍♂️ क्या है पूरा मामला?

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, Ola Electric के कुछ अनलिस्टेड शेयरों में असामान्य ट्रेडिंग पैटर्न देखने को मिले हैं। यह ट्रेडिंग कथित तौर पर कंपनी के कुछ प्रमुख आंतरिक फैसलों से ठीक पहले हुई, जिससे यह संदेह गहराया कि इनसाइडर जानकारी के आधार पर शेयरों की खरीद-बिक्री की गई हो सकती है।

SEBI इस बात की जांच कर रहा है कि क्या किसी आंतरिक व्यक्ति ने गोपनीय जानकारी का लाभ उठाकर शेयरों में ट्रेड किया है।


📝 Ola Electric ने दी सफाई

इस विवाद के बीच Ola Electric ने स्टॉक एक्सचेंज को एक आधिकारिक बयान जारी कर सफाई दी है। कंपनी ने कहा:

“जिन ट्रेड्स की बात की जा रही है, वे कंपनी के कर्मचारियों द्वारा ईएसओपी्स (ESOPs) के तहत मिले शेयरों को एक्सरसाइज़ कर किए गए सामान्य लेन-देन हैं। ये ट्रेड्स ओपन मार्केट में नहीं हुए हैं।”

कंपनी का दावा है कि ये लेन-देन नियमित और पूर्वनिर्धारित प्रक्रिया के तहत किए गए, जिनमें किसी तरह की अंदरूनी जानकारी का दुरुपयोग नहीं हुआ है।


📉 पहले भी लग चुके हैं नियमों के उल्लंघन के आरोप

यह पहली बार नहीं है जब Ola Electric पर नियामकीय नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा है।

  • जनवरी 2025 में SEBI ने कंपनी को चेतावनी जारी की थी, जब Ola Electric ने अपने रिटेल विस्तार की घोषणा पहले सोशल मीडिया पर कर दी थी और बाद में एक्सचेंज को सूचित किया।
  • यह SEBI के LODR (Listing Obligations and Disclosure Requirements) नियमों का उल्लंघन था, क्योंकि कंपनियों को पहले शेयर बाजार को जानकारी देनी होती है।

SEBI ने Ola Electric को “चयनात्मक खुलासे” से बचने और नियमों का सख्ती से पालन करने की चेतावनी दी थी।


📊 बिक्री आंकड़ों में भी आई थी विसंगति

फरवरी 2025 में Ola Electric के बिक्री आंकड़ों पर भी सवाल खड़े हुए थे। कंपनी ने उस महीने 25,000 वाहनों की बिक्री का दावा किया था, लेकिन सरकार के VAHAN पोर्टल पर मात्र 8,600 वाहनों का पंजीकरण दर्ज था।

Ola Electric ने इस अंतर के पीछे डीलरों और रजिस्ट्रेशन वेंडर्स के साथ चल रही बातचीत को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि, यह मामला भी Ola की पारदर्शिता को लेकर सवाल खड़े करता है।


🏍️ बाज़ार हिस्सेदारी में दूसरी पोजिशन, लेकिन गिरती वित्तीय स्थिति

अप्रैल 2025 में Ola Electric ने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में दूसरे स्थान पर कब्जा किया। वहीं, TVS Motor इस सेगमेंट की मार्केट लीडर बनी रही।

हालांकि, बाजार हिस्सेदारी के बावजूद कंपनी की वित्तीय स्थिति चिंता का विषय बनी हुई है:

  • Q3 FY25 (अक्टूबर–दिसंबर 2024) में कंपनी की ऑपरेटिंग रिवेन्यू ₹1,296 करोड़ से घटकर ₹1,045 करोड़ रह गई — यानी 19.4% की गिरावट।
  • कंपनी का नेट लॉस (Net Loss) 50% बढ़कर ₹564 करोड़ हो गया, जो पिछली तिमाही में ₹375 करोड़ था।
  • Ola Electric के शेयर की कीमत घटकर ₹48.53 रह गई, जिससे कंपनी का अनुमानित मार्केट कैप ₹21,405 करोड़ (लगभग $2.5 बिलियन) पर आ गया।

👉 यानी घाटे का बोझ बढ़ रहा है और निवेशकों का भरोसा कम होता दिख रहा है।


📉 Ola का IPO प्लान और दबाव

Ola Electric की योजना है कि वह जल्द ही IPO (Initial Public Offering) लेकर आए, ताकि बाजार से पूंजी जुटाई जा सके। लेकिन:

  • लगातार वित्तीय प्रदर्शन में गिरावट,
  • SEBI के नियम उल्लंघन,
  • और अब इनसाइडर ट्रेडिंग जांच की आशंका — ये सभी बातें कंपनी की IPO योजना पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं।

विशेषज्ञ मानते हैं कि IPO लाने से पहले कंपनी को पारदर्शिता, नियमों के पालन और मुनाफे की स्थिरता साबित करनी होगी।


🧭 आगे क्या हो सकता है?

अगर SEBI की जांच आगे बढ़ती है और Ola Electric पर आरोप सिद्ध होते हैं, तो:

  • कंपनी को भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है।
  • IPO प्रक्रिया पर विराम लग सकता है।
  • और सबसे बड़ी बात — कंपनी की साख और ब्रांड वैल्यू को नुकसान पहुंच सकता है।

वहीं, अगर Ola Electric जांच में दोषमुक्त पाई जाती है, तो वह अपनी IPO योजना को पुनः आगे बढ़ा सकती है।


🧾 निष्कर्ष: पारदर्शिता और नियम पालन की अग्नि परीक्षा

Ola Electric एक महत्वाकांक्षी स्टार्टअप है जिसने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में तेजी से खुद को स्थापित किया है। लेकिन, नियमों का पालन और पारदर्शिता किसी भी कंपनी की दीर्घकालिक सफलता के लिए आवश्यक होते हैं।

SEBI की संभावित जांच Ola के लिए एक सावधानी की घंटी है। निवेशकों और उपभोक्ताओं दोनों का भरोसा तभी बरकरार रहेगा जब कंपनी सभी नियमों का ईमानदारी से पालन करे और अपने वित्तीय प्रदर्शन में सुधार लाए।

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Ola Electric की बिक्री घटी, बजाज और TVS ने मारी बाजी

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मार्च 2025 में EV टू-व्हीलर बिक्री: ओला इलेक्ट्रिक पिछड़ी

इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बाजार में प्रतिस्पर्धा तेज़ होती जा रही है। मार्च 2025 के बिक्री आंकड़ों के अनुसार, Ola Electric ने 23,430 यूनिट्स बेचीं, लेकिन यह बजाज ऑटो और TVS से पीछे रह गई

बजाज ऑटो ने 34,863 यूनिट्स की बिक्री के साथ लगातार दूसरे महीने EV टू-व्हीलर इंडस्ट्री में टॉप स्थान हासिल किया।
TVS ने 30,453 यूनिट्स बेचीं, जिससे यह दूसरे स्थान पर रही।
ओला इलेक्ट्रिक की बिक्री घटी, लेकिन सालभर के आंकड़ों में अब भी लीड कर रही है।

📌 EV बाजार में यह बदलाव कई फैक्टर्स की वजह से हुआ, जिसमें ओला इलेक्ट्रिक की इन-हाउस वाहन पंजीकरण प्रक्रिया में बदलाव और वेंडर से चल रही बातचीत शामिल है।


📊 Ola Electric बाजार हिस्सेदारी (मार्केट शेयर) में बदलाव

मार्च 2025 के आंकड़ों के अनुसार:

  • बजाज ऑटो की बाजार हिस्सेदारी 26.76%
  • TVS की बाजार हिस्सेदारी 23.3%
  • ओला इलेक्ट्रिक की बाजार हिस्सेदारी 17.9%

हालांकि, पूरे वित्तीय वर्ष 2024-25 (FY25) में:

  • Ola Electric ने 30% मार्केट शेयर के साथ लीड किया।
  • TVS की वार्षिक हिस्सेदारी 21% रही।
  • बजाज ऑटो ने 20% मार्केट हिस्सेदारी हासिल की।

📌 मतलब, मार्च में ओला इलेक्ट्रिक पिछड़ गई, लेकिन सालभर के कुल आंकड़ों में अभी भी नंबर 1 बनी हुई है।


🚧 ओला इलेक्ट्रिक की बिक्री में गिरावट क्यों आई?

ओला इलेक्ट्रिक ने बताया कि इन-हाउस रजिस्ट्रेशन सिस्टम में बदलाव के कारण बिक्री प्रभावित हुई

“हमने लगभग फरवरी का बैकलॉग क्लियर कर लिया है और मार्च के बचे हुए रजिस्ट्रेशन को अप्रैल 2025 तक पूरा करने की उम्मीद कर रहे हैं।”

💡 कंपनी का कहना है कि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में सुधार हो रहा है और आने वाले महीनों में बिक्री में सुधार की उम्मीद है।


⚖️ कानूनी विवाद और वेंडर मुद्दे

ओला इलेक्ट्रिक को अपने वीकल रजिस्ट्रेशन वेंडर, रोसमर्टा डिजिटल सर्विसेज लिमिटेड (Rosmerta Digital Services Ltd) के साथ विवाद का सामना करना पड़ा।

🚨 प्रमुख समस्याएं:

  • रजिस्ट्रेशन में देरी हुई, जिससे बिक्री पर असर पड़ा।
  • वेंडर के साथ बातचीत जारी रहने से डेटा मिसमैच हुआ।

📌 अब इस विवाद को सुलझा लिया गया है, जिससे आने वाले महीनों में बिक्री में सुधार होगा।


🏍️ अन्य EV टू-व्हीलर कंपनियों का प्रदर्शन

मार्च 2025 में अन्य प्रमुख कंपनियों की बिक्री:

  • Ather Energy – 15,446 यूनिट्स
  • Hero MotoCorp – 7,977 यूनिट्स
  • Greaves Electric Mobility – 5,641 यूनिट्स

📌 Ather Energy तेजी से आगे बढ़ रही है और बाजार में अपनी पकड़ मजबूत कर रही है।


🔮 EV टू-व्हीलर बाजार का भविष्य

🚀 EV बाजार तेजी से बढ़ रहा है, और आने वाले समय में प्रतिस्पर्धा और तेज़ होगी।

बजाज और TVS की आक्रामक रणनीति से EV मार्केट में बदलाव आ सकता है।
ओला इलेक्ट्रिक को अपनी बिक्री फिर से बढ़ाने के लिए रजिस्ट्रेशन सिस्टम और सप्लाई चेन को मजबूत करना होगा।
Ather और Hero जैसी कंपनियां भी नई तकनीक और रणनीतियों के साथ EV बाजार में बड़ा प्रभाव डाल सकती हैं।

📌 अप्रैल और मई 2025 के आंकड़ों से पता चलेगा कि क्या ओला इलेक्ट्रिक फिर से बाज़ार में अपनी पकड़ मजबूत कर पाती है या नहीं।

🚀 EV टू-व्हीलर बाजार में यह प्रतिस्पर्धा और भी रोमांचक होने वाली है!

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Ola Electric और Rosmerta के बीच कानूनी विवाद सुलझा,

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इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता Ola Electric Mobility Limited ने अपने सब्सिडियरी Ola Electric Technologies Private Limited और इसके व्हीकल रजिस्ट्रेशन सर्विस प्रोवाइडर Rosmerta Digital Services Ltd. के बीच चल रहे कानूनी विवाद को सुलझा लिया है।

कंपनी ने हाल ही में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को सूचित किया कि सभी बकाया भुगतान चुका दिए गए हैं और इस मामले को पूरी तरह से निपटा लिया गया है।

Ola Electric Rosmerta ने NCLT में दायर केस वापस लिया

इस समझौते के तहत, Rosmerta ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT), बेंगलुरु से केस वापस लेने का फैसला किया हैOla Electric ने पुष्टि की कि अब दोनों कंपनियों के बीच कोई भी लंबित विवाद नहीं है और कंपनी भविष्य में किसी भी मुद्दे को समय पर हल करने के लिए प्रतिबद्ध है।

📢 Rosmerta Digital के प्रवक्ता ने कहा:
“Ola Electric ने ₹26,75,24,339/- का पूरा भुगतान कर दिया है, जो कि NCLT में दर्ज किए गए दावों की संपूर्ण राशि थी। अब Rosmerta ग्रुप कंपनियों ने अपने सभी याचिकाएं NCLT, बेंगलुरु से वापस ले ली हैं। दोनों कंपनियों के बीच आगे कोई कानूनी कार्रवाई लंबित नहीं है, और अब उनका संबंध एक नए सेटलमेंट एग्रीमेंट के तहत चलेगा।”

👉 यह समझौता Ola Electric के लिए एक बड़ी राहत साबित हुआ है क्योंकि इससे कंपनी की कानूनी स्थिति और व्यावसायिक साझेदारी मजबूत हुई है।


विवाद की शुरुआत कैसे हुई?

Rosmerta Group ने 16 मार्च 2025 को IBC (Insolvency and Bankruptcy Code) की धारा 9 के तहत Ola Electric Technologies Pvt Ltd के खिलाफ NCLT बेंगलुरु बेंच में दिवालिया याचिका दायर की थी।

💰 Rosmerta का आरोप:
कंपनी का दावा था कि Ola Electric ने उनकी सेवाओं के लिए भुगतान नहीं किया, जिससे उन्हें कानूनी कदम उठाने पड़े। याचिका में Ola Electric के खिलाफ दिवालिया कार्यवाही शुरू करने का अनुरोध किया गया था।

Ola Electric का रुख:
हालांकि, अब दोनों कंपनियों के बीच विवाद को सीमलेस सेटलमेंट के जरिए हल कर लिया गया है, और Ola Electric ने यह साबित कर दिया है कि वह अपने बिजनेस ऑपरेशंस को समय पर मैनेज करने में सक्षम है।


Ola Electric की बिक्री और विवाद के पीछे की सच्चाई

Ola Electric भारत में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक बन चुकी है।

🚀 फरवरी 2025 में Ola Electric ने 25,000 से अधिक इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की बिक्री की, जिससे कंपनी ने इस सेगमेंट में 28% की बाजार हिस्सेदारी बनाए रखी

❗ हालांकि, सरकार के वाहन पंजीकरण डेटा (Vahan) और कंपनी के बिक्री आंकड़ों में अंतर देखा गया।

➡ Ola Electric ने इस अंतर को लेकर स्पष्ट किया कि यह वाहन पंजीकरण वेंडर्स के साथ जारी बातचीत के कारण हुआ था।

📌 Ola Electric का बयान:
“कंपनी ने अपने वाहन पंजीकरण वेंडर्स के साथ बातचीत पूरी कर ली है और इस बैकलॉग को क्लियर कर दिया गया है। हालांकि, सरकार ने इस मुद्दे पर और जानकारी मांगी है।”

👉 यह विवाद Ola Electric की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर सकता था, लेकिन कंपनी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपने सभी दायित्व पूरे कर लिए हैं।


Ola Electric का मार्केट प्लान और भविष्य की योजनाएं

📈 IPO की तैयारी:

  • Ola Electric 2025 की दूसरी छमाही में IPO लाने की योजना बना रही है
  • कंपनी का लक्ष्य बाजार से अरबों डॉलर जुटाना और खुद को एक लीडिंग EV कंपनी के रूप में स्थापित करना है।

🔋 बैटरी टेक्नोलॉजी पर फोकस:

  • कंपनी अपने EVs के लिए स्वदेशी बैटरी निर्माण की दिशा में काम कर रही है।
  • इलेक्ट्रिक स्कूटर के साथ-साथ इलेक्ट्रिक कारों की लॉन्चिंग की भी योजना बना रही है।

🌏 ग्लोबल एक्सपेंशन:

  • Ola Electric भारतीय बाजार के अलावा यूरोप, साउथईस्ट एशिया और अमेरिका में विस्तार की योजना बना रही है
  • कंपनी की नजर EV सेक्टर में इनोवेशन और सस्टेनेबिलिटी पर भी है।

🚀 प्रतिस्पर्धा और चुनौतियां:

  • Ola Electric को Ather Energy, TVS, Bajaj और Hero Electric जैसी कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है।
  • सरकार द्वारा EV सब्सिडी में कटौती और इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी जैसी चुनौतियां भी सामने आ सकती हैं।

निष्कर्ष: Ola Electric के लिए यह सेटलमेंट क्यों जरूरी था?

✅ Ola Electric ने इस कानूनी विवाद को समय रहते हल कर लिया, जिससे कंपनी की साख को कोई नुकसान नहीं हुआ
✅ IPO की तैयारी के बीच किसी भी कानूनी विवाद का सुलझना निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
✅ कंपनी ने अपने बिक्री डेटा और वित्तीय पारदर्शिता को लेकर भी स्थिति स्पष्ट कर दी है।

🔎 EV इंडस्ट्री में Ola Electric की पकड़ मजबूत होती जा रही है और यह कंपनी आने वाले वर्षों में भारत के इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सेगमेंट में बड़ी भूमिका निभा सकती है। 🚗⚡


क्या Ola Electric भारतीय EV मार्केट में सबसे आगे रहेगा? 🤔

इस पर आपकी क्या राय है? नीचे कमेंट में बताएं! ⬇💬

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Ola Electric ने 1,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की,

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Ola Electric की 1,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी ने पूरे इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सेक्टर में हलचल मचा दी है। यह सिर्फ Ola Electric के लिए ही नहीं, बल्कि संपूर्ण भारतीय EV इंडस्ट्री के लिए भी एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है।

क्या यह EV इंडस्ट्री में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और मंदी का संकेत है? या फिर यह सिर्फ ओला इलेक्ट्रिक की अपनी आंतरिक चुनौतियों का नतीजा है? आइए विस्तार से समझते हैं।


💼 Ola Electric की छंटनी: प्रमुख कारण और चुनौतियां

1️⃣ Ola Electric का बढ़ता घाटा (Rising Losses)

Ola Electric ने FY25 की तीसरी तिमाही (Q3 FY25) में ₹1,045 करोड़ का राजस्व कमाया, लेकिन इसके घाटे में 50% की बढ़ोतरी हुई और यह ₹564 करोड़ हो गया।
🚨 प्रमुख कारण:
✅ लागत बढ़ना (High Operational Costs)
✅ ग्राहकों की शिकायतें और ब्रांड की छवि पर असर (Negative Customer Sentiments)
✅ प्रतिस्पर्धा में इजाफा (Increased Competition)

2️⃣ प्रतिस्पर्धा का दबाव (Rising Competition)

Ola Electric पहले भारत में EV स्कूटर सेगमेंट की निर्विवाद लीडर थी, लेकिन अब बाजार में Bajaj, TVS, और Ather Energy जैसी कंपनियों ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।
📉 बाजार हिस्सेदारी (Market Share) का बदलता समीकरण:
📌 जनवरी 2025 में Ola Electric ने 24.91% बाजार हिस्सेदारी के साथ नंबर 1 स्थान फिर से हासिल किया था।
📌 फरवरी 2025 में कंपनी ने 25,000 से अधिक यूनिट्स बेचीं, जिससे बाजार में उसकी स्थिति मजबूत बनी रही।

3️⃣ ग्राहकों की बढ़ती शिकायतें और CCPA का नोटिस

  • अक्टूबर 2024 में केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) ने Ola Electric को नोटिस जारी किया था।
  • गलत विज्ञापन (Misleading Advertisements) और उपभोक्ता अधिकारों के उल्लंघन के मामलों को लेकर ग्राहकों की लगातार शिकायतें सामने आई थीं।
  • इससे कंपनी की ब्रांड वैल्यू और मार्केट ट्रस्ट पर असर पड़ा।

4️⃣ छंटनी से कंपनी को क्या फायदा होगा?

🚀 Ola Electric इस छंटनी के जरिए:
परिचालन लागत (Operational Costs) में कटौती करेगी।
फंडिंग और निवेश आकर्षित करने की क्षमता में सुधार करेगी।
कंपनी की लाभप्रदता (Profitability) बढ़ाने के लिए मार्जिन सुधारने पर ध्यान देगी।


🔍 भारतीय EV बाजार की स्थिति: क्या Ola Electric अकेली है?

भारत का EV उद्योग तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसमें चुनौतियां भी बढ़ रही हैं।

📈 VAHAN पोर्टल के अनुसार, फरवरी 2025 में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनियों की बिक्री:

कंपनीबिक्री (फरवरी 2025)
Ola Electric25,000+
Bajaj Auto20,006
TVS Motors17,603
Ather Energy11,129
Greaves Electric Mobility3,492

📌 Ola Electric के मुकाबले दूसरी कंपनियों की स्थिति:

Bajaj और TVS ने Ola Electric को कड़ी टक्कर दी है।
Ather Energy की भी मजबूत पकड़ बनी हुई है।
Paytm-backed BluSmart और Hero MotoCorp के Vida जैसे नए खिलाड़ी भी EV सेगमेंट में प्रवेश कर चुके हैं।

बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और सरकारी नीतियों के कारण कंपनियों को परिचालन लागत और लाभप्रदता के बीच संतुलन बनाना चुनौतीपूर्ण हो गया है।


📊 Ola Electric के लिए आगे क्या?

📌 संभावित रणनीतियां:

EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश
बैटरी इनोवेशन और स्वैपेबल बैटरी मॉडल को अपनाना
नए प्रोडक्ट लॉन्च – ‘Roadster X’ और अन्य इलेक्ट्रिक मॉडल्स
ग्लोबल एक्सपैंशन और निर्यात बाजार में प्रवेश

💰 क्या Ola Electric IPO लॉन्च करेगी?

  • कंपनी ने पहले ही IPO फाइल करने की योजना बनाई थी, लेकिन वित्तीय स्थिति को देखते हुए इसमें देरी हो सकती है।
  • प्रतिस्पर्धी कंपनियां भी IPO की तैयारी में हैं, जिससे बाजार में Ola Electric को अतिरिक्त दबाव का सामना करना पड़ सकता है।

🚀 निष्कर्ष: Ola Electric के लिए यह छंटनी कितना फायदेमंद साबित होगी?

📉 Ola Electric की 1,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी यह दर्शाती है कि कंपनी गंभीर वित्तीय और परिचालन दबाव का सामना कर रही है।

📌 छंटनी के प्रभाव:
🔹 अल्पकालिक रूप से, यह लागत में कटौती कर सकती है, लेकिन इससे कंपनी की ब्रांड छवि प्रभावित हो सकती है।
🔹 दीर्घकालिक रूप से, अगर कंपनी नए इनोवेशन और बैटरी टेक्नोलॉजी पर ध्यान देती है, तो यह बाजार में अपनी स्थिति मजबूत कर सकती है।

💡 अगले कुछ महीनों में Ola Electric की रणनीतियां यह तय करेंगी कि वह EV बाजार में लीडर बनी रहेगी या नई कंपनियां उससे आगे निकल जाएंगी।

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Ola Electric ने फरवरी 2025 में 25,000 से अधिक EV बेचे,

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इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता Ola Electric ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसने फरवरी 2025 में 25,000 से अधिक यूनिट्स की बिक्री की, जिससे भारत के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर (2W) सेगमेंट में 28% का मार्केट शेयर बरकरार रखा है।

📌 जनवरी 2025 में, Ola Electric ने 24.91% मार्केट शेयर के साथ इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में फिर से अपनी टॉप पोजीशन हासिल की।
📌 दिसंबर 2024 में Bajaj और TVS ने Ola को पछाड़ दिया था, लेकिन जनवरी में Ola ने बाज़ार में वापसी की।

🚀 Ola Electric की बिक्री और मार्केट शेयर में यह बढ़ोतरी कंपनी के मजबूत स्कूटर पोर्टफोलियो और देशभर में 4,000 स्टोर्स की उपलब्धता के कारण हुई है।

👉 कंपनी के प्रवक्ता ने कहा:
“हम अपने मजबूत स्कूटर पोर्टफोलियो और 4,000 स्टोर्स के नेटवर्क के चलते टियर 3 और टियर 4 शहरों में तेजी से बढ़ती मांग देख रहे हैं। अगले महीने Roadster X की डिलीवरी शुरू होने के साथ ही हम EV अपनाने की गति को और तेज़ करना चाहते हैं।”


VAHAN डेटा: Ola Electric की बिक्री नंबर जल्द होंगे अपडेट

🔹 शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक VAHAN पोर्टल के ताज़ा डेटा के अनुसार, भारत में प्रमुख इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनियों की बिक्री इस प्रकार रही:

  • Bajaj Auto – 20,006 यूनिट्स
  • TVS Motor – 17,603 यूनिट्स
  • Ather Energy – 11,129 यूनिट्स
  • Greaves Electric Mobility – 3,492 यूनिट्स
  • Ola Electric – 8,390 यूनिट्स (संभावना है कि दिन के अंत तक डेटा अपडेट होगा)

💡 Ola Electric के नंबर अभी पूरी तरह अपडेट नहीं हुए हैं, और कंपनी का दावा है कि दिन खत्म होने तक वास्तविक आंकड़े सामने आएंगे।


Ola Electric की नई रणनीति: वाहन पंजीकरण प्रक्रिया में बदलाव

📌 Ola Electric ने हाल ही में वाहन पंजीकरण एजेंसियों के साथ अपने अनुबंधों को फिर से तय किया है।

कंपनी का कहना है कि यह बदलाव VAHAN पोर्टल पर उसके रजिस्ट्रेशन नंबरों को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। लेकिन…

इस कदम का मुख्य उद्देश्य पंजीकरण प्रक्रिया को आसान और अधिक किफायती बनाना है।
इस रणनीति से Ola Electric को लॉन्ग टर्म में लागत घटाने और बिजनेस ऑप्टिमाइजेशन में मदद मिलेगी।


Ola की ग्रोथ में फैक्ट्री और रिसर्च सेंटर की बड़ी भूमिका

🚀 Ola Electric की तेज़ी से बढ़ती सफलता के पीछे इसके दो प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेयर रहे हैं:

🔹 Futurefactory और EV हब, तमिलनाडु

  • यह Ola Electric का प्रमुख प्रोडक्शन सेंटर है।
  • कंपनी के इलेक्ट्रिक स्कूटरों का बड़े पैमाने पर उत्पादन यहीं होता है।

🔹 Battery Innovation Centre (BIC), बेंगलुरु

  • यह Ola Electric का बैटरी रिसर्च और इनोवेशन सेंटर है।
  • बैटरियों के परफॉर्मेंस और टेक्नोलॉजी को अपग्रेड करने पर यहां रिसर्च होती है।

💡 इसके अलावा, Ola Electric के पास पूरे भारत में 750 से अधिक कंपनी-ओन्ड स्टोर्स हैं, जिससे इसे देश की सबसे बड़ी EV रिटेल नेटवर्क कंपनी कहा जा सकता है।


Q3 FY25: Ola Electric को हुआ ₹564 करोड़ का नुकसान

📊 Ola Electric को दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही (Q3 FY25) में मिक्स्ड रिजल्ट्स देखने को मिले:

कंपनी की कुल आय ₹1,045 करोड़ रही।
हालांकि, यह पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 19.4% कम थी।
कंपनी का घाटा 50% बढ़कर ₹564 करोड़ हो गया।

💡 इससे साफ है कि Ola Electric को अपने फाइनेंशियल परफॉर्मेंस में सुधार करने के लिए लागत में कटौती और ऑपरेशनल एफिशिएंसी पर काम करना होगा।


Ola की बड़ी प्रतिद्वंद्वी कंपनियाँ शेयर बाजार में उतरने को तैयार

📌 इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में Ola Electric की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी कंपनियाँ भी तेजी से ग्रोथ और विस्तार की ओर बढ़ रही हैं।

📊 Ather Energy

  • SEBI से शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने (IPO) की अंतिम मंजूरी प्राप्त कर चुकी है।
  • जल्द ही Ather का IPO निवेशकों के लिए खुलेगा।

📊 Greaves Electric Mobility (Ampere की पेरेंट कंपनी)

  • कंपनी ने दिसंबर 2024 में शेयर बाजार में लिस्टिंग के लिए Draft Red Herring Prospectus (DRHP) फाइल किया।
  • यह भी जल्द ही IPO के जरिए निवेशकों से पूंजी जुटाएगी।

💡 इन कंपनियों की IPO योजनाएँ भारतीय EV इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धा को और तेज़ कर सकती हैं।


क्या Ola Electric मार्केट में अपनी लीड बरकरार रख पाएगी?

🔹 Ola Electric ने जनवरी और फरवरी 2025 में शानदार प्रदर्शन किया है और अपनी टॉप पोजीशन को मजबूत किया है।
🔹 लेकिन कंपनी को अपने फाइनेंशियल लॉस को नियंत्रित करने और EV सेगमेंट में और अधिक विस्तार करने की आवश्यकता होगी।
🔹 बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच Ola Electric को इनोवेशन और किफायती EV मॉडल पर ध्यान देना होगा।

🚀 क्या Ola Electric अपने लीडिंग पोजीशन को बनाए रखेगी या Bajaj, TVS और Ather जैसे प्रतिद्वंद्वी इसे फिर से पीछे छोड़ देंगे? आने वाले महीनों में इसका जवाब मिलेगा!

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Ola Electric को Q3 FY25 में बड़ा झटका, राजस्व में 19.4% की गिरावट,

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भारत की अग्रणी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता Ola Electricके लिए वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही (Q3 FY25) उतार-चढ़ाव भरी रही। कंपनी के राजस्व में 19.4% की गिरावट आई, जबकि घाटा 50% तक बढ़ गया। हालाँकि, बिक्री के मामले में Ola Electric ने अब भी EV 2W बाजार में अपनी टॉप पोजिशन बनाए रखी है।


Q3 FY25 में Ola Electric का परफॉर्मेंस

📉 राजस्व में गिरावट, घाटे में बढ़ोतरी

  • Ola Electric का कुल राजस्व 👉 ₹1,296 करोड़ (Q3 FY24) से घटकर ₹1,045 करोड़ (Q3 FY25) हो गया।
  • कंपनी का घाटा 👉 ₹376 करोड़ (Q3 FY24) से बढ़कर ₹564 करोड़ (Q3 FY25) हो गया।
  • टोटल खर्च 👉 ₹1,505 करोड़ रहा, जिसमें कच्चे माल की लागत ₹851 करोड़ रही।

💡 मुख्य कारण:
✅ EV स्कूटर की बिक्री में गिरावट
✅ बैटरियों की कम बिक्री
✅ बढ़ते फिक्स्ड कॉस्ट और विज्ञापन खर्च


🔎 Ola Electric का खर्च कहां बढ़ा?

📌 प्रमुख खर्च:

1️⃣ कच्चे माल की लागत 👉 ₹851 करोड़ (कुल लागत का 56%)
2️⃣ कर्मचारियों की सैलरी और अन्य लाभ 👉 ₹320 करोड़
3️⃣ मार्केटिंग और विज्ञापन 👉 ₹180 करोड़
4️⃣ अन्य परिचालन लागत 👉 ₹154 करोड़

🚀 Ola Electric का EBITDA मार्जिन (लाभ मार्जिन) भी प्रभावित हुआ, जिससे कंपनी के ऑपरेटिंग प्रॉफिट में गिरावट आई।


🏆 EV 2W मार्केट में Ola Electric का दबदबा कायम

जनवरी 2025 में Ola Electric ने EV टू-व्हीलर बाजार में 24.91% मार्केट शेयर के साथ नंबर 1 पोजिशन हासिल की।

कंपनीजनवरी 2025 की बिक्री (यूनिट्स)मार्केट शेयर (%)
Ola Electric24,33024.91%
TVS Motors23,78824.38%
Bajaj Auto21,29421.80%

💡 सारांश: भले ही Ola Electric को तिमाही नुकसान झेलना पड़ा हो, लेकिन यह अब भी भारत की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी बनी हुई है।


📈 स्टॉक परफॉर्मेंस और वैल्यूएशन

  • Ola Electric का शेयर प्राइस 👉 ₹70 (01:57 PM तक)
  • मार्केट कैपिटलाइजेशन 👉 ₹30,902 करोड़ (~$3.67 बिलियन)

📉 तिमाही नतीजों के कारण Ola Electric के स्टॉक्स पर असर पड़ा है, लेकिन कंपनी का लंबी अवधि का परिदृश्य अब भी मजबूत बना हुआ है।


🚀 Ola Electric की आगे की रणनीति

कंपनी अपने घाटे को कम करने और बिक्री बढ़ाने के लिए निम्नलिखित कदम उठा सकती है:

नए स्कूटर मॉडल लॉन्च – ग्राहकों की नई जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नए ईवी लॉन्च कर सकती है।
चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार – ज्यादा चार्जिंग स्टेशन बनाने से बिक्री में सुधार हो सकता है।
प्रोडक्शन कॉस्ट कम करना – बैटरी लागत और अन्य निर्माण खर्च घटाने की योजना पर काम हो सकता है।
बाजार में विस्तार – मिड-रेंज और लो-कॉस्ट ईवी सेगमेंट में कदम रख सकती है।
वित्तीय स्थिरता – खर्चों में कटौती करके और नए निवेशकों को जोड़कर कंपनी अपने फाइनेंशियल स्ट्रक्चर को मजबूत कर सकती है।


💡 निष्कर्ष

Ola Electric ने तिमाही में कमजोर वित्तीय प्रदर्शन किया, लेकिन EV मार्केट में अभी भी इसका दबदबा कायम है। कंपनी को बिक्री बढ़ाने और लागत घटाने पर ध्यान देना होगा, ताकि आगे के तिमाही में मुनाफा हासिल किया जा सके। 🚀

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Ola Electric में दो वरिष्ठ अधिकारियों ने दिया इस्तीफा

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इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता Ola Electric मोबिलिटी लिमिटेड ने घोषणा की है कि कंपनी के दो वरिष्ठ प्रबंधन अधिकारी, अंशुल खंडेलवाल (मुख्य विपणन अधिकारी) और सुवोनिल चटर्जी (मुख्य प्रौद्योगिकी और उत्पाद अधिकारी), ने तुरंत प्रभाव से अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।

कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बताया कि दोनों अधिकारियों ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया, जिसे औपचारिक रूप से 27 दिसंबर को स्वीकार कर लिया गया।


Ola Electric खंडेलवाल का बयान

अंशुल खंडेलवाल ने अपने इस्तीफे के बाद कहा:

“यह एक अविश्वसनीय यात्रा रही है, और मैं ओला के प्रेरणादायक दृष्टिकोण में योगदान देने के अवसरों के लिए आभारी हूं। मैं ओला इलेक्ट्रिक का हिस्सा होने पर गहरी गर्व की भावना के साथ आगे बढ़ रहा हूं और टीम की निरंतर सफलता की कामना करता हूं।”


पिछले इस्तीफों की कड़ी में जुड़ाव

खंडेलवाल और चटर्जी का इस्तीफा ओला ग्रुप में शीर्ष-स्तरीय अधिकारियों के लगातार इस्तीफों की कड़ी में एक और अध्याय है।

  • अक्टूबर 2024 में, Ola Electric के सचिव और अनुपालन अधिकारी ने भी व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया था।

विस्तार के बीच इस्तीफा

यह विकास तब हुआ है जब ओला इलेक्ट्रिक ने 3,200 नए स्टोर खोलने की घोषणा की थी।

  • यह विस्तार मेट्रो और टियर I और II शहरों से आगे बढ़ते हुए छोटे शहरों और तहसीलों तक फैलेगा।
  • यह कदम कंपनी के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने की योजना का हिस्सा है।

वित्तीय प्रदर्शन पर असर

ओला इलेक्ट्रिक ने अपनी दूसरी तिमाही (Q2 FY25) के वित्तीय नतीजों में राजस्व और लाभ-हानि के आंकड़े जारी किए।

  • Q2 FY25 में परिचालन राजस्व:
    • 26% की गिरावट के साथ Rs 1,214 करोड़ रहा, जो Q1 FY25 में Rs 1,644 करोड़ था।
  • साल-दर-साल वृद्धि (YoY):
    • Q2 FY24 में Rs 873 करोड़ से 39% की वृद्धि दर्ज की गई।
  • शुद्ध हानि (Q2 FY25):
    • Rs 495 करोड़ की शुद्ध हानि।

ओला इलेक्ट्रिक की चुनौतियां

ओला इलेक्ट्रिक के लिए वित्तीय और प्रबंधन संबंधी मुद्दे चिंता का विषय बनते जा रहे हैं:

  1. राजस्व में गिरावट:
    • Q1 से Q2 में गिरावट।
    • हालांकि, साल-दर-साल राजस्व वृद्धि एक सकारात्मक संकेत है।
  2. शीर्ष प्रबंधन में अस्थिरता:
    • वरिष्ठ अधिकारियों के लगातार इस्तीफे कंपनी की रणनीति और संचालन पर प्रभाव डाल सकते हैं।
  3. नुकसान में वृद्धि:
    • उच्च परिचालन लागत और प्रतिस्पर्धा के कारण शुद्ध नुकसान चिंता का विषय है।

ओला इलेक्ट्रिक का भविष्य

हालांकि, कंपनी अपने विस्तार और नवाचार के जरिए चुनौतियों का सामना कर रही है:

  1. नए स्टोर खोलना:
    • 3,200 नए स्टोर खोलने से कंपनी की बाजार पहुंच बढ़ेगी।
  2. छोटे शहरों और गांवों में फोकस:
    • ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में विस्तार कंपनी के लिए नए ग्राहक आधार बना सकता है।
  3. इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट का उभरता बाजार:
    • भारत में EV सेगमेंट तेजी से बढ़ रहा है, और ओला इलेक्ट्रिक इस सेगमेंट में अग्रणी भूमिका निभा सकती है।

EV बाजार में प्रतिस्पर्धा

भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बाजार तेजी से विकसित हो रहा है, जहां ओला इलेक्ट्रिक को कई प्रतिस्पर्धी कंपनियों का सामना करना पड़ रहा है।

  • मुख्य प्रतिस्पर्धी:
    • Ather Energy, TVS iQube, और Bajaj Chetak।
  • कीमत और टेक्नोलॉजी:
    • ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए किफायती मूल्य और उन्नत तकनीक का महत्व बढ़ गया है।

निष्कर्ष

ओला इलेक्ट्रिक ने इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में महत्वपूर्ण पहचान बनाई है। हालांकि, कंपनी के शीर्ष प्रबंधन में अस्थिरता और वित्तीय दबाव उसकी दीर्घकालिक योजनाओं के लिए चुनौती साबित हो सकते हैं।

फिर भी, ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में विस्तार और EV मार्केट में बढ़ती संभावनाओं के कारण कंपनी के पास विकास के अवसर बने हुए हैं। आने वाले समय में ओला इलेक्ट्रिक को अपने संचालन, प्रबंधन, और वित्तीय रणनीति को स्थिर करने पर ध्यान देना होगा।

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