Dezerv, एक वेल्थ मैनेजमेंट स्टार्टअप, ने जुलाई 2024 में सीरीज बी फंडिंग राउंड में ₹265 करोड़ जुटाए। यह निवेश कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन और उसके व्यवसाय मॉडल पर निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है। हालांकि, वित्त वर्ष 2024 में कंपनी की आय में शानदार बढ़ोतरी हुई, लेकिन उसके घाटे में भी 95% की वृद्धि देखी गई।
वित्तीय प्रदर्शन: आय में तेज़ी, घाटे में बढ़ोतरी
आय और कुल राजस्व
Dezerv का संचालन राजस्व वित्त वर्ष 2024 में ₹26.25 करोड़ तक पहुँच गया, जो वित्त वर्ष 2023 के ₹10.20 करोड़ से 160% अधिक है।
- गैर-संचालन आय ₹8 लाख रही, जिससे कुल आय ₹26.33 करोड़ हो गई।
घाटे का विस्तार
हालांकि कंपनी का राजस्व तेजी से बढ़ा, उसके कुल खर्चों में 108.3% की वृद्धि हुई, जो ₹100.84 करोड़ तक पहुँच गया।
- घाटा वित्त वर्ष 2024 में लगभग दोगुना होकर ₹74.51 करोड़ हो गया।
Dezerv का बिजनेस मॉडल: उच्च नेट वर्थ व्यक्तियों पर फोकस
Dezerv उन पेशेवरों और उच्च नेट वर्थ व्यक्तियों (HNIs) को लक्षित करता है, जो अपने निवेश को विशेषज्ञता के साथ प्रबंधित करना चाहते हैं।
मुख्य सेवाएँ:
- पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (PMS):
- विशेषज्ञ सलाह के साथ निवेश का प्रबंधन।
- बड़े निवेशकों को आकर्षित करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएँ।
- डायरेक्ट बॉन्ड्स:
- सुरक्षित और स्थिर आय के लिए बॉन्ड में निवेश।
- एंजल इन्वेस्टमेंट:
- स्टार्टअप्स में निवेश के अवसर प्रदान करना।
निवेश सीमा:
Dezerv मुख्य रूप से उन ग्राहकों को लक्षित करता है, जो ₹15 लाख से लेकर करोड़ों रुपये तक का निवेश कर सकते हैं।
खर्चों का आकलन: कर्मचारी और मार्केटिंग खर्चों का दबदबा
कर्मचारी लाभ खर्च:
Dezerv के कुल खर्चों का सबसे बड़ा हिस्सा कर्मचारियों के लाभ पर गया।
- यह खर्च वित्त वर्ष 2024 में ₹63.34 करोड़ तक पहुँच गया, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 113.6% अधिक है।
- कुल खर्चों में इसका हिस्सा 63% था।
मार्केटिंग पर भारी निवेश:
कंपनी ने ब्रांड बनाने और नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए मार्केटिंग में तीन गुना अधिक निवेश किया।
- वित्त वर्ष 2024 में यह खर्च ₹18.48 करोड़ रहा।
अन्य खर्च:
- कानूनी और विविध खर्च: ₹4.13 करोड़।
- मिश्रित खर्च: ₹14.89 करोड़।
निवेशकों का भरोसा और फंडिंग का महत्व
Dezerv की सीरीज बी फंडिंग का नेतृत्व Premji Invest ने किया, जिसने कंपनी के विकास की संभावनाओं पर भरोसा जताया।
- ₹265 करोड़ की यह ताज़ा फंडिंग कंपनी के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे इसे अपने बिजनेस मॉडल को और मज़बूत करने और अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएँ प्रदान करने में मदद मिलेगी।
- इससे पहले, कंपनी ने सीरीज ए फंडिंग के तहत ₹100 करोड़ जुटाए थे।
Dezerv की रणनीति: फंडिंग का उपयोग कहाँ होगा?
कंपनी ने कहा है कि ताज़ा फंडिंग का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जाएगा:
- तकनीकी उन्नति:
- बेहतर डिजिटल प्लेटफॉर्म और टूल्स का विकास।
- टीम का विस्तार:
- विशेषज्ञता बढ़ाने के लिए नए कर्मचारियों की भर्ती।
- मार्केटिंग और ब्रांड बिल्डिंग:
- उच्च नेट वर्थ व्यक्तियों (HNIs) को आकर्षित करने के लिए मार्केटिंग में निवेश।
- नई सेवाओं का विस्तार:
- निवेश उत्पादों की विविधता बढ़ाने पर ध्यान।
बाजार में Dezerv की स्थिति और प्रतिस्पर्धा
Dezerv भारतीय वेल्थ मैनेजमेंट सेक्टर में तेजी से उभर रहा है।
- यह स्टार्टअप Groww, Upstox, और Scripbox जैसे बड़े खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा करता है।
- Dezerv का मुख्य फोकस HNI ग्राहकों पर है, जिससे यह खुद को एक प्रीमियम सेवा प्रदाता के रूप में स्थापित कर रहा है।
उद्योग में अवसर और चुनौतियाँ
अवसर:
- HNI निवेशकों की बढ़ती संख्या:
भारत में उच्च आय वर्ग तेजी से बढ़ रहा है, जिससे Dezerv को अधिक ग्राहक मिल सकते हैं। - डिजिटल निवेश का चलन:
निवेश में तकनीक का उपयोग ग्राहकों को आकर्षित करने का एक प्रभावी तरीका बन गया है। - विविध सेवाएँ:
Dezerv अपने पोर्टफोलियो में एंजल इन्वेस्टमेंट और डायरेक्ट बॉन्ड्स जैसी सेवाएँ जोड़कर खुद को प्रतिस्पर्धियों से अलग करता है।
चुनौतियाँ:
- लागत प्रबंधन:
बढ़ते खर्चों के कारण घाटे को नियंत्रित करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। - प्रतिस्पर्धा:
मार्केट में अन्य खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करना। - ग्राहकों का विश्वास:
HNIs को आकर्षित करना और बनाए रखना एक लंबी प्रक्रिया है।
भविष्य की योजनाएँ और दृष्टिकोण
Dezerv ने वित्त वर्ष 2024 में राजस्व में 160% की वृद्धि के साथ अपनी क्षमता साबित की है।
भविष्य की रणनीतियाँ:
- ग्राहकों की संख्या बढ़ाने के लिए सेवाओं का विस्तार।
- खर्चों को नियंत्रित करके लाभप्रदता हासिल करना।
- टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के जरिए सेवाओं को बेहतर बनाना।
Dezerv भारतीय वेल्थ मैनेजमेंट सेक्टर में अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
निष्कर्ष
Dezerv ने कम समय में भारतीय वेल्थ मैनेजमेंट बाजार में अपनी अलग पहचान बनाई है। ₹265 करोड़ की फंडिंग और तेज़ी से बढ़ते राजस्व के साथ, कंपनी ने विकास की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। हालांकि घाटे को नियंत्रित करना और प्रतिस्पर्धा का सामना करना Dezerv के लिए बड़ी चुनौतियाँ होंगी।
अगर Dezerv अपनी रणनीतियों को सफलतापूर्वक लागू करता है, तो यह भारतीय निवेश बाजार में एक अग्रणी खिलाड़ी के रूप में उभर सकता है।
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