Shiprocket का IPO की तैयारी: एक बड़ा कदम

Shiprocket

लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन क्षेत्र में अग्रणी स्टार्टअप Shiprocket (Shiprocket) ने 2025 में अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) की योजना पर काम शुरू कर दिया है। कंपनी ने खुद को पब्लिक एंटिटी में बदलने के लिए पहला कदम उठाया है और इसका नाम “शिपरॉकेट प्राइवेट लिमिटेड” से “शिपरॉकेट लिमिटेड” कर दिया गया है।

कंपनी के बोर्ड ने इस बदलाव के लिए प्रस्ताव को मंजूरी दी है, जो कि इसकी नियामक फाइलिंग में दर्ज है। यह कदम निवेशकों और बाजार में एक मजबूत स्थिति बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।


Shiprocket हालिया फंडिंग और पब्लिक कंपनी में रूपांतरण

Shiprocket का पब्लिक एंटिटी में बदलने का यह कदम सीरीज E फंडिंग राउंड के एक महीने बाद आया है, जिसमें कंपनी ने $26 मिलियन जुटाए थे।

  • लीड इन्वेस्टर: KDT Ventures
  • अन्य भागीदार: MUFG बैंक, ट्राइब कैपिटल और SAI ग्लोबल

कंपनी ने इस फंडिंग के अलावा, अपने प्री-IPO राउंड में और अधिक पूंजी जुटाने की योजना बनाई है।


आईपीओ से जुटाई जाने वाली राशि

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिपरॉकेट अपने IPO के माध्यम से ₹2,000-₹2,500 करोड़ तक जुटाने की योजना बना रही है। यह राशि मुख्य रूप से प्राइमरी कैपिटल और ऑफर फॉर सेल (OFS) के माध्यम से जुटाई जाएगी।

  • इंवेस्टमेंट बैंकर्स:
    1. एक्सिस कैपिटल
    2. कोटक महिंद्रा
    3. JM फाइनेंशियल
    4. BofA सिक्योरिटीज

शिपरॉकेट: कंपनी का परिचय

शिपरॉकेट एक लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन प्लेटफॉर्म है, जो व्यापारों को शिपिंग को सरल और कुशल बनाने के लिए तकनीकी समाधान प्रदान करता है।

मुख्य सेवाएं:

  1. कूरियर इंटीग्रेशन: एक ही प्लेटफॉर्म पर कई कूरियर सेवाओं का एकीकरण।
  2. रीयल-टाइम ट्रैकिंग: पारदर्शिता और तेज़ डिलीवरी के लिए लाइव ट्रैकिंग।
  3. ऑटोमेटेड सॉल्यूशंस: मैनुअल प्रक्रियाओं को स्वचालित करने के लिए उपकरण।

शिपरॉकेट ने अब तक $320 मिलियन से अधिक की फंडिंग जुटाई है और इसका मूल्यांकन $1.21 बिलियन है।


प्रमुख निवेशक और शेयरहोल्डर्स

शिपरॉकेट में कई बड़े निवेशकों ने अपना योगदान दिया है।

प्रमुख शेयरधारक:

  1. बर्टेल्समैन नेदरलैंड बी.वी.: सबसे बड़ा बाहरी शेयरधारक।
  2. ट्राइब कैपिटल: दूसरा बड़ा भागीदार।
  3. जोमैटो: भारतीय फूड डिलीवरी दिग्गज।
  4. टेमासेक
  5. लाइटरॉक
  6. पेपल

इन निवेशकों के सहयोग से शिपरॉकेट ने अपने व्यवसाय को तेजी से बढ़ाया है और इसे भारतीय लॉजिस्टिक्स उद्योग में एक प्रमुख स्थान दिलाया है।


कंपनी की विकास यात्रा

स्थापना और उद्देश्य:

शिपरॉकेट की स्थापना साहिल गोयल, गौतम कपूर, और विशेष खुराना ने की थी। इसका मुख्य उद्देश्य व्यापारियों और व्यवसायों के लिए लॉजिस्टिक्स को आसान और कुशल बनाना है।

अब तक की उपलब्धियां:

  • 2023 में कंपनी का राजस्व ₹1,415 करोड़ था, जो 2024 में बढ़कर ₹1,884.8 करोड़ हो गया।
  • शिपरॉकेट ने ई-कॉमर्स, डी2सी ब्रांड्स और एसएमई के लिए एक भरोसेमंद लॉजिस्टिक्स समाधान बनकर उभरा है।
  • कंपनी ने 29,000 से अधिक पिन कोड और 2,500+ शहरों में अपनी सेवाएं उपलब्ध कराई हैं।

आईपीओ की महत्वता

शिपरॉकेट का IPO केवल पूंजी जुटाने तक सीमित नहीं है। यह कंपनी के लिए नए बाजारों में विस्तार और अपने तकनीकी समाधानों को और उन्नत बनाने का अवसर है।

संभावित लाभ:

  1. ब्रांड वैल्यू में वृद्धि: पब्लिक लिस्टिंग के बाद कंपनी की साख और ब्रांड वैल्यू बढ़ेगी।
  2. नए बाजारों में प्रवेश: जुटाई गई पूंजी का उपयोग कंपनी के संचालन का विस्तार करने में किया जाएगा।
  3. नवाचार को बढ़ावा: नई तकनीकों और सेवाओं के विकास में निवेश किया जाएगा।

लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में शिपरॉकेट का योगदान

भारतीय लॉजिस्टिक्स उद्योग में तेजी से बदलाव हो रहे हैं, जहां ई-कॉमर्स और डी2सी ब्रांड्स की मांग लगातार बढ़ रही है। शिपरॉकेट ने अपनी उन्नत तकनीकों और व्यापक नेटवर्क के माध्यम से इस क्षेत्र में एक मजबूत स्थान बनाया है।

  • तीव्र डिलीवरी सेवाएं
  • किफायती लॉजिस्टिक्स समाधान
  • ग्राहकों के लिए बेहतर अनुभव

निष्कर्ष

शिपरॉकेट का IPO 2025 भारतीय लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। यह कदम न केवल कंपनी की वित्तीय स्थिति को मजबूत करेगा, बल्कि उद्योग में इसके नेतृत्व को और सुदृढ़ करेगा।

भविष्य की संभावनाएं:

शिपरॉकेट अपनी तकनीकी नवाचार, मजबूत ग्राहक आधार, और विस्तार योजनाओं के माध्यम से लॉजिस्टिक्स उद्योग में नई ऊंचाइयां छूने के लिए तैयार है।

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Shadowfax ने CriticaLog का किया अधिग्रहण,

Shadowfax

भारत की प्रमुख लॉजिस्टिक्स और डिलीवरी प्लेटफॉर्म Shadowfax (Shadowfax) ने कस्टमाइज़्ड और हाई-वैल्यू लॉजिस्टिक्स सेवाओं में विशेषज्ञता रखने वाली फर्म Criticalog का अधिग्रहण कर लिया है।

Shadowfax हाई-वैल्यू डिलीवरी सेवाओं में होगा विस्तार

Criticalog का अधिग्रहण करके शैडोफैक्स अब भारत में हाई-वैल्यू आइटम डिलीवरी सेवाओं को और मजबूत करेगा। CriticaLog इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल स्पेयर पार्ट्स, ज्वेलरी और फार्मास्यूटिकल्स जैसे उच्च मूल्य वाले उत्पादों का परिवहन करती है।

CriticaLog के पास 400 से अधिक ग्राहकों और मल्टीनेशनल कंपनियों का नेटवर्क है। इसके अनुभव और क्षमताओं को शैडोफैक्स के व्यापक नेटवर्क के साथ जोड़ने से कंपनी अपनी सेवाओं को और कस्टमाइज़ करके विभिन्न उद्योगों की जरूरतें पूरी कर सकेगी।


2,500 शहरों और 18,000 पिन कोड्स तक विस्तार

शैडोफैक्स का नेटवर्क पहले से ही देश के 2,500 शहरों और 18,000 पिन कोड्स तक फैला हुआ है। अब CriticaLog की सेवाओं के जुड़ने से यह और अधिक क्षेत्रों में टेलर्ड लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस प्रदान करेगा।


शैडोफैक्स का राजस्व और सेवाएं

डेटा इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म TheKredible के अनुसार, शैडोफैक्स का संचालन से राजस्व पिछले वित्तीय वर्ष में ₹1,884.8 करोड़ तक पहुंच गया, जो FY23 में ₹1,415 करोड़ था।

शैडोफैक्स ई-कॉमर्स और डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) फर्मों को थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स (3PL) सेवाएं प्रदान करता है।


कंपनी की मुख्य सेवाएं

शैडोफैक्स निम्नलिखित सेवाएं प्रदान करता है:

  1. क्वालिटी चेक आधारित रिवर्स लॉजिस्टिक्स
  2. हैंड-टू-हैंड डोरस्टेप एक्सचेंज
  3. सेम डे डिलीवरी (Prime Services)
  4. 10-मिनट की क्विक कॉमर्स डिलीवरी

शैडोफैक्स की रणनीति और भविष्य की योजनाएं

शैडोफैक्स ने पिछले कुछ वर्षों में तेजी से विकास किया है। इस अधिग्रहण से कंपनी न केवल अपने राजस्व को और बढ़ा सकती है, बल्कि नई टेक्नोलॉजी और सेवा क्षमताओं के साथ बाजार में एक नया मापदंड भी स्थापित कर सकती है।

  • अधिग्रहण का उद्देश्य:
    • प्रीमियम और हाई-वैल्यू आइटम लॉजिस्टिक्स में पैर जमाना।
    • भारत के अंदरूनी इलाकों तक सेवाओं का विस्तार करना।
    • लॉजिस्टिक्स के लिए नई तकनीकों को अपनाना।

लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में बढ़ती प्रतिस्पर्धा

भारतीय लॉजिस्टिक्स उद्योग में पिछले कुछ वर्षों में कई नए खिलाड़ी सामने आए हैं। ई-कॉमर्स और D2C कंपनियों की बढ़ती मांग के साथ, लॉजिस्टिक्स कंपनियों को तेज और कस्टमाइज़्ड सेवाएं प्रदान करने की आवश्यकता है।

  • शैडोफैक्स ने क्विक डिलीवरी और हाई-क्वालिटी सेवाओं में अपनी जगह बनाई है।
  • CriticaLog का अनुभव और शैडोफैक्स का व्यापक नेटवर्क दोनों मिलकर इस प्रतिस्पर्धा में कंपनी को एक बढ़त देंगे।

राजस्व में वृद्धि का सफर

शैडोफैक्स का FY24 में ₹1,884.8 करोड़ का राजस्व इसकी सफलता को दर्शाता है। यह केवल D2C और ई-कॉमर्स कंपनियों के भरोसेमंद सेवा प्रदाता के रूप में नहीं उभरा है, बल्कि अपनी सेवाओं को लगातार बेहतर बनाने पर भी जोर दे रहा है।
CriticaLog के जुड़ने के साथ, कंपनी को उम्मीद है कि अगले कुछ वर्षों में इसका राजस्व और तेजी से बढ़ेगा।


CriticaLog का परिचय

CriticaLog एक ऐसी कंपनी है जो उच्च-मूल्य वाले उत्पादों की परिवहन सेवाएं प्रदान करती है। इसके प्रमुख उत्पादों में शामिल हैं:

  1. इलेक्ट्रॉनिक्स
  2. ऑटोमोबाइल स्पेयर पार्ट्स
  3. फार्मास्यूटिकल्स
  4. ज्वेलरी
  • CriticaLog के पास 400 से अधिक ग्राहकों का मजबूत आधार है, जिसमें कई बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां भी शामिल हैं।

नए अवसर और बाजार

CriticaLog के अधिग्रहण से शैडोफैक्स को नए बाजारों में प्रवेश करने का अवसर मिलेगा।

  • फार्मास्यूटिकल्स: संवेदनशील दवाओं और उपकरणों की डिलीवरी।
  • ऑटोमोबाइल: जटिल और समय-संवेदी स्पेयर पार्ट्स की डिलीवरी।
  • ज्वेलरी और इलेक्ट्रॉनिक्स: हाई-वैल्यू और सुरक्षित डिलीवरी समाधान।

अधिग्रहण का दीर्घकालिक प्रभाव

यह अधिग्रहण शैडोफैक्स के दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए महत्वपूर्ण है।

  1. ग्राहक अनुभव में सुधार:
    CriticaLog की विशेषज्ञता के साथ, शैडोफैक्स अपने ग्राहकों को और बेहतर सेवा प्रदान कर सकेगा।
  2. सेवाओं का विविधीकरण:
    यह कदम कंपनी को केवल D2C और ई-कॉमर्स तक सीमित नहीं रखेगा, बल्कि नए क्षेत्रों में विस्तार का मार्ग भी खोलेगा।
  3. प्रौद्योगिकी में निवेश:
    CriticaLog की तकनीकों को शैडोफैक्स के संचालन में शामिल करके लॉजिस्टिक्स को और प्रभावी बनाया जाएगा।

भविष्य की संभावनाएं

शैडोफैक्स और CriticaLog का यह तालमेल न केवल भारतीय लॉजिस्टिक्स उद्योग के लिए, बल्कि ग्राहकों और उद्योगों के लिए भी एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है।

  • नवाचार में बढ़त: शैडोफैक्स लॉजिस्टिक्स और डिलीवरी सेवाओं में नई तकनीकों का प्रयोग कर सकता है।
  • अंतरराष्ट्रीय विस्तार: यह कदम शैडोफैक्स को वैश्विक स्तर पर अपने पैर जमाने में भी मदद कर सकता है।

निष्कर्ष

शैडोफैक्स का CriticaLog का अधिग्रहण भारतीय लॉजिस्टिक्स उद्योग में एक नई दिशा और गति देने का वादा करता है। यह कदम न केवल कंपनी की सेवाओं और राजस्व को बढ़ाएगा, बल्कि इसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में भी मदद करेगा।

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पिछले सप्ताह भारतीय स्टार्टअप्स ने 248.87 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया

Indian startups

पिछले सप्ताह, लगभग 30 भारतीय स्टार्टअप्स ने कुल 248.87 मिलियन डॉलर का फंडिंग जुटाया। इसमें 5 ग्रोथ-स्टेज डील्स और 24 अर्ली-स्टेज डील्स शामिल हैं। वहीं, 1 स्टार्टअप ने लेन-देन की जानकारी सार्वजनिक नहीं की।

फंडिंग

इससे पिछले सप्ताह, 37 अर्ली और ग्रोथ-स्टेज स्टार्टअप्स ने कुल 779.92 मिलियन डॉलर का फंडिंग जुटाया था।

[ग्रोथ-स्टेज डील्स]

ग्रोथ-स्टेज फंडिंग में, बिल्डिंग मैटेरियल प्लेटफॉर्म Infra.Market ने सीरीज F राउंड में 125 मिलियन डॉलर जुटाए। Arya.ag नामक एग्रीटेक स्टार्टअप ने HSBC से 30 मिलियन डॉलर का कर्ज लिया। वहीं, इंडस्ट्रियल रोबोटिक्स कंपनी Ati Motors ने वाल्डन कैटालिस्ट वेंचर्स और NGP कैपिटल के नेतृत्व में सीरीज B राउंड में 20 मिलियन डॉलर जुटाए। इसके अलावा, B2B ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Aris Infra Solutions और SaaS कंपनी VuNet Systems ने भी फंडिंग हासिल की।

[अर्ली-स्टेज डील्स]

इस सप्ताह, 24 अर्ली-स्टेज स्टार्टअप्स ने 57.66 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई। इन डील्स में सबसे बड़ा योगदान D2C स्किनकेयर ब्रांड Deconstruct का रहा, उसके बाद Medusa (बीयर ब्रांड), Snabbit (होम सर्विस मार्केटप्लेस), Landeed (रियल एस्टेट डॉक्यूमेंट सर्च प्लेटफॉर्म), KisanKonnect (एग्रीटेक स्टार्टअप) और CapGrid (डीपटेक) शामिल हैं।

B2B2C फिनटेक स्टार्टअप Spare8 ने भी फंडिंग जुटाई, लेकिन राशि का खुलासा नहीं किया।

[शहर और सेगमेंट-वाइज डील्स]

शहर के आधार पर, बेंगलुरु आधारित स्टार्टअप्स ने 8 डील्स के साथ बढ़त बनाई, इसके बाद दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, अहमदाबाद, भुवनेश्वर और अन्य शहरों का स्थान रहा।

सेगमेंट-वाइज, ई-कॉमर्स स्टार्टअप्स ने 5 डील्स के साथ पहला स्थान प्राप्त किया। हेल्थटेक स्टार्टअप्स 4 डील्स के साथ दूसरे स्थान पर रहे। प्रॉपटेक, फूड एंड बेवरेजेस, एग्रीटेक, SaaS, फिनटेक, AI और अन्य सेगमेंट्स में भी डील्स हुईं।

[सीरीज-वाइज डील्स]

सीड फंडिंग डील्स 12 डील्स के साथ सबसे आगे रहीं। इसके बाद सीरीज A, प्री-सीड, सीरीज B, प्री-सीरीज A और अन्य का स्थान रहा।

[साप्ताहिक फंडिंग ट्रेंड]

साप्ताहिक आधार पर, स्टार्टअप फंडिंग में 68.09% की गिरावट आई और यह 248.87 मिलियन डॉलर तक सीमित रही। पिछले सप्ताह यह आंकड़ा 779.92 मिलियन डॉलर था।

पिछले आठ हफ्तों का औसत फंडिंग 356.43 मिलियन डॉलर रहा है, जिसमें औसतन 26 डील्स प्रति सप्ताह हुईं।

[प्रमुख नियुक्तियां और इस्तीफे]

इस सप्ताह, कई प्रमुख नियुक्तियां और बदलाव देखने को मिले:

  • Zetwerk ने भरत चोपड़ा (नोएडा ऑपरेशंस), कन्नन कृष्णन (साउथ ऑपरेशंस) और संतोषकुमार रामकृष्णन (AVP, सेल्स) की नियुक्ति की।
  • Table Space ने करण चोपड़ा और कुणाल मेहरा को सह-CEO नियुक्त किया।
  • DigiHaat, जो ONDC नेटवर्क की सहायक कंपनी है, ने राहुल विज को COO नियुक्त किया।

वहीं, PharmEasy के तीन को-फाउंडर्स धर्मिल शेट, धवल शाह और हार्दिक देढ़िया ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। चौथे को-फाउंडर सिद्धार्थ शाह कंपनी के सीईओ के रूप में बने रहेंगे।

[मर्जर और अधिग्रहण]

इस सप्ताह कुछ प्रमुख अधिग्रहण हुए:

  • Hindustan Unilever Limited (HUL) ने D2C स्किनकेयर ब्रांड Minimalist में 90.5% हिस्सेदारी 350 मिलियन डॉलर (करीब ₹2,955 करोड़) में खरीदी।
  • सिंगापुर स्थित PE फर्म Everstone ने SaaS कंपनी Wingify में 200 मिलियन डॉलर में हिस्सेदारी ली।
  • Hatsun Agro ने डेयरी स्टार्टअप Milk Mantra का अधिग्रहण किया।
  • DroneAcharya ने अपनी ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को बढ़ाने के लिए AVPL के साथ मर्जर की घोषणा की।
  • एग्रीटेक प्लेटफॉर्म DeHaat ने AgriCentral का अधिग्रहण किया।

[फंड लॉन्च]

  • Eximius Ventures ने अपना दूसरा फंड लॉन्च किया, जिसका लक्ष्य 30 मिलियन डॉलर है।
  • SamVed ने भारतीय टेक स्टार्टअप्स के लिए 50 मिलियन डॉलर का फंड लॉन्च किया।
  • Bharat Value Fund ने अपने तीसरे इन्वेस्टमेंट फंड का पहला क्लोज ₹1,250 करोड़ (करीब 144 मिलियन डॉलर) में किया।

[नए लॉन्च और साझेदारियां]

  • DroneAcharya ने AVPL के साथ मर्जर की घोषणा की।
  • SBI Payments और Pine Labs ने अपनी रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाया।
  • Curefoods’ Olio Pizza ने Reliance SMART के साथ साझेदारी कर नए आउटलेट्स खोले।
  • KRAFTON ने ईस्पोर्ट्स एथलीट्स को सपोर्ट करने के लिए एक कार्यक्रम लॉन्च किया।
  • ETO Motors और Uber ने हैदराबाद के इलेक्ट्रिक 3-व्हीलर ईकोसिस्टम को सपोर्ट करने के लिए साझेदारी की।

[निष्कर्ष]

इस सप्ताह स्टार्टअप फंडिंग में बड़ी गिरावट देखने को मिली। वहीं, प्रमुख अधिग्रहण और फंड लॉन्च ने इंडस्ट्री में उत्साह बनाए रखा।

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Ultrahuman ने CY24 में 620 करोड़ का राजस्व हासिल किया

Ultrahuman

वियरेबल टेक्नोलॉजी में अग्रणी स्टार्टअप Ultrahuman ने 2024 के कैलेंडर वर्ष (CY24) में अपनी ऑपरेटिंग स्केल में जबरदस्त उछाल दर्ज किया है। कंपनी ने इस साल $74.5 मिलियन (लगभग ₹620 करोड़) का राजस्व हासिल किया, जो पिछले साल CY23 में दर्ज $12.9 मिलियन (लगभग ₹107 करोड़) की तुलना में लगभग छह गुना अधिक है।

Ultrahuman FY24 और CY24 में बड़ा अंतर

FY24 में भी Ultrahuman ने ₹620 करोड़ का राजस्व दर्ज किया। मौजूदा ट्रेंड्स को देखते हुए, कंपनी को उम्मीद है कि वह FY25 में इस आंकड़े को पार कर लेगी। हालांकि, FY24 में Ultrahuman को ₹39 करोड़ का घाटा हुआ, लेकिन CY24 में कंपनी ने 11% का प्री-टैक्स प्रॉफिट (PBT) और 8% EBITDA हासिल किया।


Ring AIR बना कमाई का मुख्य स्रोत

Ultrahuman की इस शानदार ग्रोथ का बड़ा श्रेय उनके फ्लैगशिप प्रोडक्ट Ring AIR को जाता है, जिसने CY24 में कंपनी की कुल आय का 90% ($67 मिलियन) योगदान दिया। यह 2023 के $7 मिलियन से 10 गुना अधिक है।
कंपनी की बाकी आय अन्य प्रोडक्ट्स जैसे PowerPlug, UltraHuman X, M1, Home, और Blood Vision से हुई। PowerPlug और UltraHuman X ने $2.8 मिलियन का योगदान दिया, जबकि विस्तारित इकोसिस्टम से $4.3 मिलियन की कमाई हुई।


नवंबर 2024: सबसे ज्यादा बिक्री वाला महीना

Ultrahuman ने नवंबर 2024 में अपनी सबसे बड़ी मासिक बिक्री दर्ज की, जो $17.7 मिलियन थी।


बेंगलुरु और टेक्सास में मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार

बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, Ultrahuman ने 2024 में अपनी बेंगलुरु UltraFactory की क्षमता को 15 गुना बढ़ाया। इसके अलावा, कंपनी ने टेक्सास के प्लानो में एक नई फैसिलिटी लॉन्च की, जिससे इनोवेशन और सप्लाई चेन को बेहतर बनाया जा सके।


बिना विज्ञापन खर्च के ऑर्गेनिक ग्रोथ

Ultrahuman ने इस ग्रोथ को हासिल करने के लिए किसी भी प्रकार का विज्ञापन खर्च नहीं किया। कंपनी ने ऑर्गेनिक ग्रोथ, डायरेक्ट सेल्स और रिटेल एक्सपेंशन पर फोकस किया।

रिटेल सेल्स में उछाल

2024 में कंपनी की रिटेल सेल्स 35% तक पहुंच गई, जो 2023 में 20% थी। डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) सेल्स भी 41% पर मजबूत बनी रही।
कंपनी ने थाईलैंड, हंगरी, और जर्मनी जैसे उभरते बाजारों में तेजी से ग्रोथ की, जबकि अमेरिका, भारत, UAE और UK जैसे मुख्य बाजारों में स्थिर प्रदर्शन जारी रखा।


महिला उपयोगकर्ताओं की संख्या में बढ़ोतरी

2024 में Ultrahuman के यूजर बेस में महिला उपयोगकर्ताओं का प्रतिशत 29% से बढ़कर 44% हो गया।
यह ग्रोथ Cycle Insights, Ovulation Tracking, और Ring AIR के लिए नए साइज़ 5 जैसे फीचर्स के कारण संभव हुई।


Ultrahuman के लिए आगे की राह

Nexus Ventures द्वारा समर्थित इस कंपनी ने 2024 में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। Ultrahuman के प्रोडक्ट्स की बढ़ती लोकप्रियता, नई फैसिलिटी का विस्तार, और महिला उपयोगकर्ताओं का बढ़ता आधार इसे Wearable टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में और मजबूत बना रहा है।
CY25 में कंपनी के ₹620 करोड़ से अधिक के राजस्व का आंकड़ा पार करने की उम्मीद है।


Ultrahuman का सफर भारतीय टेक्नोलॉजी क्षेत्र में इनोवेशन और गुणवत्ता का प्रतीक बन गया है। कंपनी ने न केवल ऑर्गेनिक ग्रोथ का आदर्श प्रस्तुत किया है, बल्कि नए बाजारों में अपनी पहुंच बढ़ाकर Wearable टेक्नोलॉजी के भविष्य को भी नई ऊंचाई पर पहुंचाया है।

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AstroTalk ने लॉन्च किया अपना नया D2C वर्टिकल ‘AstroTalk Store’

AstroTalk

ऑनलाइन ज्योतिष सेवा देने वाले प्लेटफॉर्म Astrotalk ने डायरेक्ट-टू-कंज़्यूमर (D2C) वर्टिकल में कदम रखते हुए ‘AstroTalk Store’ लॉन्च किया है। यह स्टोर मुख्य रूप से रत्न, हीलिंग स्टोन्स और ऊर्जा-संतुलन से जुड़े एक्सेसरीज़ पर केंद्रित है, जिन्हें ज्योतिषियों द्वारा सकारात्मक मंत्रों और जापों से चार्ज किया गया है।


Astrotalk Store का उद्देश्य और उत्पाद

Astrotalk Store ग्राहकों को प्रामाणिक ज्योतिषीय उपाय प्रदान करने के लिए बनाया गया है। स्टोर में निम्नलिखित प्रमुख उत्पाद शामिल हैं:

  1. रत्न और हीलिंग स्टोन्स
    • सकारात्मक ऊर्जा से चार्ज किए गए प्रमाणित रत्न।
  2. एक्सेसरीज़
    • स्टाइल और ऊर्जा संतुलन को बढ़ाने के लिए डिजाइन की गई चीजें।
  3. विशेष कैटेगरी
    • लव, मनी, और ईविल आई जैसी श्रेणियां, जो ग्राहकों की विशेष जरूरतों को पूरा करती हैं।

AstroTalk के को-फाउंडर, अनमोल जैन, ने कहा,
“हमने अपने ग्राहकों के बीच प्रामाणिक उपायों की भारी मांग देखी। इसी से प्रेरित होकर हमने AstroTalk Store लॉन्च किया, जहां प्रमाणित रत्न और भरोसेमंद समाधान मिलें।”


लॉन्च के बाद की सफलता

चार महीने पहले लॉन्च हुए इस स्टोर ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है।

राजस्व और विकास दर

  • दैनिक राजस्व: ₹10-15 लाख
  • एनुअलाइज्ड रन रेट (ARR): ₹36-45 करोड़
  • फायनेंशियल ईयर 2025 का लक्ष्य: ARR ₹100 करोड़

AstroTalk को उम्मीद है कि D2C वर्टिकल लंबे समय में कंपनी की कुल राजस्व में 25-30% का योगदान देगा और यह लाभप्रदता (प्रॉफिटेबिलिटी) भी हासिल करेगा।


AstroTalk Store की विशेषताएं

  1. भरोसेमंद समाधान
    • मार्केट में भरोसे की कमी को दूर करने के लिए प्रमाणित और चार्ज किए गए उत्पाद।
  2. ग्राहक केंद्रितता
    • ग्राहकों की विशेष जरूरतों के अनुसार उत्पादों की विस्तृत रेंज।
  3. डिजिटल उपस्थिति
    • Myntra और Amazon पर उत्पाद लाइव हैं, और जल्द ही Zepto पर उपलब्ध होंगे।

D2C वर्टिकल: मार्केट ट्रेंड और संभावनाएं

AstroTalk Store का लॉन्च D2C क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। D2C मॉडल में ब्रांड सीधे ग्राहकों तक अपने उत्पाद और सेवाएं पहुंचाते हैं, जिससे ग्राहकों का अनुभव बेहतर होता है और मध्यस्थों की भूमिका खत्म होती है।

D2C की बढ़ती मांग

  • प्रामाणिकता की तलाश: ग्राहक अब प्रामाणिक और भरोसेमंद उत्पादों की ओर रुख कर रहे हैं।
  • ऑनलाइन शॉपिंग का विस्तार: ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर उत्पादों की पहुंच ने इस वर्टिकल को और भी सशक्त किया है।

AstroTalk की रणनीति

AstroTalk का उद्देश्य न केवल ज्योतिषीय सेवाओं को डिजिटल बनाना है, बल्कि ज्योतिषीय उत्पादों को प्रामाणिकता और गुणवत्ता के साथ उपलब्ध कराना है।


AstroTalk का यात्रा और विकास

AstroTalk ने अपनी शुरुआत एक ऑनलाइन ज्योतिष कंसल्टेंसी प्लेटफॉर्म के रूप में की थी। इसके बाद कंपनी ने ज्योतिषीय समाधान देने के लिए कई कदम उठाए।

मुख्य सेवाएं

  • व्यक्तिगत ज्योतिष परामर्श
  • लाइव चैट और कॉल के जरिए समाधान
  • कुंडली मिलान और ज्योतिषीय रिपोर्ट

ग्राहकों का विश्वास

AstroTalk ने अपनी सेवाओं और उत्पादों के माध्यम से ग्राहकों के बीच गहरी पकड़ बनाई है।


AstroTalk Store के फ्यूचर प्लान्स

AstroTalk Store के भविष्य के लिए निम्नलिखित योजनाएं बनाई गई हैं:

1. उत्पाद रेंज का विस्तार

कंपनी और अधिक कैटेगरी में उत्पाद लॉन्च करने की योजना बना रही है, जो ग्राहकों की अलग-अलग जरूरतों को पूरा करेंगे।

2. नई साझेदारियां

Zepto जैसे क्विक-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराना।

3. मार्केटिंग और ब्रांडिंग

AstroTalk अपने D2C वर्टिकल के लिए मजबूत ब्रांडिंग और मार्केटिंग रणनीतियां अपनाएगा।

4. राजस्व लक्ष्य

FY25 के अंत तक ₹100 करोड़ ARR हासिल करने का लक्ष्य।


D2C वर्टिकल में AstroTalk की संभावनाएं

AstroTalk Store का लॉन्च न केवल ज्योतिषीय उत्पादों के बाजार में एक बड़ा कदम है, बल्कि यह D2C मॉडल में एक नई मिसाल भी कायम करेगा।

ग्राहकों के लिए फायदे

  • प्रामाणिक और भरोसेमंद उत्पाद।
  • ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर आसानी से उपलब्धता।
  • विभिन्न जरूरतों के लिए कैटेगरी आधारित समाधान।

AstroTalk के लिए फायदे

  • ज्योतिषीय सेवाओं के साथ उत्पादों का विस्तार।
  • नए राजस्व स्रोत।
  • D2C मार्केट में मजबूत पकड़।

निष्कर्ष

AstroTalk Store का लॉन्च भारतीय D2C मार्केट में एक नया अध्याय लिखने के लिए तैयार है। यह कदम AstroTalk को न केवल ज्योतिषीय सेवाओं में बल्कि उत्पादों के बाजार में भी अग्रणी बना सकता है।

AstroTalk Store का उद्देश्य ग्राहकों को गुणवत्तापूर्ण और प्रामाणिक उत्पाद प्रदान करना है, जो न केवल उनकी जरूरतों को पूरा करें बल्कि उन पर विश्वास भी कायम करें। D2C वर्टिकल के साथ, AstroTalk का भविष्य और भी उज्ज्वल नजर आ रहा है।

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B2B cloud manufacturing startup CapGrid ने ₹29.16 करोड़ जुटाए

CapGrid

CAPGRID, जो एक B2B क्लाउड मैन्युफैक्चरिंग स्टार्टअप है, ने अपनी सीरीज A राउंड के विस्तार में ₹29.16 करोड़ (लगभग $3.5 मिलियन) जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Anicut Capital ने किया, जिसमें Nexus Ventures और Axilor Technology Fund ने भी भाग लिया।


CAPGRID फंडिंग का विवरण

CAPGRID के बोर्ड ने एक विशेष प्रस्ताव पारित कर ₹29.16 करोड़ जुटाने के लिए 2,452 सीरीज A2 CCPS (कंपल्सरी कन्वर्टिबल प्रेफरेंस शेयर्स) जारी करने का फैसला किया। प्रत्येक शेयर की कीमत ₹1,18,940 तय की गई है।

फंडिंग में भागीदारी

  • Anicut Capital: ₹22.4 करोड़
  • Nexus Ventures: ₹3.3 करोड़
  • Axilor Technology Fund: ₹3.4 करोड़

यह राशि CapGrid की विस्तार योजनाओं और अतिरिक्त पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उपयोग की जाएगी।


अब तक जुटाई गई कुल फंडिंग

CapGrid ने अब तक कुल $10 मिलियन से अधिक जुटाए हैं। इसमें 2023 में Nexus Ventures के नेतृत्व में जुटाए गए $7 मिलियन की सीरीज A फंडिंग भी शामिल है।
Entrackr के अनुसार, इस फंडिंग के बाद CapGrid की वैल्यूएशन ₹285.5 करोड़ (लगभग $34 मिलियन) आंकी गई है।


CapGrid का परिचय

CapGrid की स्थापना जुलाई 2020 में धीरज कुमार तिवारी और हिमांशु सिंह रघुवंशी ने की थी। यह एक AI-संचालित प्लेटफॉर्म है, जो विभिन्न उद्योगों को सेवाएं प्रदान करता है।

सेवाएं और फोकस क्षेत्र

CapGrid की सेवाएं निम्नलिखित उद्योगों में फैली हुई हैं:

  1. ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री
  2. कृषि उपकरण
  3. अर्थमूविंग उपकरण
  4. एयरोस्पेस
  5. ऑयल और गैस
  6. कंज्यूमर ड्यूरेबल्स
  7. इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs)

वैश्विक नेटवर्क

CapGrid का दावा है कि वह 15 देशों में 30,000 से अधिक मैन्युफैक्चरर्स के साथ जुड़ा हुआ है।


CapGrid का अनूठा मॉडल

CapGrid एक क्लाउड-आधारित मैन्युफैक्चरिंग प्लेटफॉर्म है, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग करके विभिन्न उद्योगों की आपूर्ति श्रृंखला को बेहतर बनाने में मदद करता है।

प्रमुख विशेषताएं

  1. आपूर्ति श्रृंखला अनुकूलन
    • CapGrid ग्राहकों को तेज और लागत-प्रभावी समाधान प्रदान करता है।
  2. ग्लोबल कनेक्टिविटी
    • इसका प्लेटफॉर्म विभिन्न देशों के निर्माताओं को जोड़ता है।
  3. उद्योगों के लिए कस्टम समाधान
    • CapGrid विभिन्न उद्योगों की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने वाले समाधान तैयार करता है।

फंडिंग के उपयोग की योजना

CapGrid ने फंडिंग का उपयोग निम्नलिखित प्रमुख क्षेत्रों में करने की योजना बनाई है:

1. विस्तार और विकास

कंपनी भारत और अन्य देशों में अपने बाजार को विस्तारित करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।

2. पूंजी आवश्यकताएं पूरी करना

फंडिंग का उपयोग अतिरिक्त पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाएगा।

3. उत्पाद विकास

CapGrid अपनी तकनीकी क्षमताओं को और मजबूत बनाने के लिए AI-संचालित प्लेटफॉर्म में निवेश करेगा।


B2B क्लाउड मैन्युफैक्चरिंग में CapGrid का योगदान

CapGrid ने B2B मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है।

AI और क्लाउड तकनीक का उपयोग

CapGrid की AI-संचालित प्रणाली ग्राहकों को उनकी आपूर्ति श्रृंखला को सुव्यवस्थित करने में मदद करती है।

“मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” में योगदान

CapGrid भारत सरकार की “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” पहलों के साथ जुड़कर स्थानीय निर्माण को बढ़ावा दे रहा है।


CapGrid की भविष्य की योजनाएं

CapGrid ने अपनी सेवाओं को वैश्विक स्तर पर विस्तारित करने और उद्योग में नए मानक स्थापित करने की योजना बनाई है।

1. नए बाजारों में प्रवेश

कंपनी विशेष रूप से उत्तर अमेरिका, यूरोप, और एशिया-पैसिफिक क्षेत्रों में विस्तार की योजना बना रही है।

2. अधिक मैन्युफैक्चरर्स जोड़ना

CapGrid 15 देशों के 30,000 निर्माताओं से आगे बढ़कर अपने नेटवर्क को और विस्तारित करना चाहता है।

3. ग्राहक अनुभव में सुधार

CapGrid अपने ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए अपनी AI तकनीक को उन्नत करेगा।


निष्कर्ष

CapGrid ने अपनी अनूठी सेवाओं और AI-आधारित तकनीक के माध्यम से B2B क्लाउड मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में महत्वपूर्ण प्रगति की है। ताजा फंडिंग न केवल कंपनी के विस्तार और विकास में मदद करेगी, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाएगी।

CapGrid जैसे स्टार्टअप्स भारत के उद्योगों को आधुनिक तकनीक के साथ सशक्त बनाकर वैश्विक स्तर पर उनकी पहचान बनाने में मदद कर रहे हैं। आने वाले समय में CapGrid की यह यात्रा और भी रोमांचक और प्रभावशाली होने की उम्मीद है।

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FabHotels की gross revenue 34% की वृद्धि, लेकिन घाटा 23% बढ़कर ₹114 करोड़ पर पहुंचा

FabHotels

Casa2 Stays, जो FabHotels की पैरेंट कंपनी है, ने वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में 34% की ग्रॉस रेवेन्यू वृद्धि दर्ज की है। हालांकि, इस दौरान कंपनी का घाटा 23% बढ़कर ₹114 करोड़ हो गया। इसका मुख्य कारण कर्मचारियों के लाभों से जुड़े खर्चों में दोगुनी वृद्धि को बताया गया है।


FabHotels रेवेन्यू में वृद्धि, लेकिन लागत भी बढ़ी

FabHotels ने FY24 में अपनी ग्रॉस रेवेन्यू को ₹552 करोड़ तक पहुंचा दिया, जो पिछले वित्तीय वर्ष FY23 के ₹412 करोड़ की तुलना में 34% अधिक है।

  • ग्रॉस रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा
    FabHotels ने अपने “FabHotel” और “TravelPlus” ब्रांड्स के अंतर्गत बुकिंग्स से 99.4% रेवेन्यू अर्जित किया, जो ₹549 करोड़ तक पहुंचा।
  • अन्य स्रोतों से आय
    अन्य स्रोतों से ₹3.3 करोड़ का योगदान रहा।

अतिरिक्त आय का योगदान

इसके अलावा, कंपनी ने ब्याज आय और देनदारियों के राइट-ऑफ के माध्यम से ₹11 करोड़ की अतिरिक्त आय दर्ज की।
इससे कंपनी की कुल आय ₹563.6 करोड़ हो गई।


खर्चों का विश्लेषण

FabHotels के खर्चों में सबसे बड़ा हिस्सा आवास से संबंधित खर्चों का था, जो कुल खर्च का 74% रहा।

  • FY24 में आवास खर्च 32% बढ़कर ₹435 करोड़ हो गया।
  • कर्मचारियों के लाभों पर खर्च दोगुना होकर ₹92 करोड़ पर पहुंच गया। इसमें से ₹15 करोड़ ईएसओपी (ESOP) के गैर-नकद खर्च के रूप में शामिल हैं।
  • कमीशन खर्च में मामूली वृद्धि हुई और यह ₹27 करोड़ रहा।
  • अन्य खर्च ₹34 करोड़ तक पहुंच गए।

कुल मिलाकर, FabHotels के कुल खर्च FY24 में 38.5% बढ़कर ₹588 करोड़ हो गए, जो FY23 में ₹424.7 करोड़ थे।


कर्मचारियों पर बढ़ा खर्च और घाटे में वृद्धि

कर्मचारियों से जुड़े खर्चों में हुई दोगुनी वृद्धि ने FabHotels के घाटे को FY24 में 23% बढ़ाकर ₹114 करोड़ कर दिया। FY23 में यह घाटा ₹93 करोड़ था।

ईएसओपी (ESOP) खर्च का प्रभाव

  • कर्मचारियों को दिए गए स्टॉक ऑप्शन (ESOP) के कारण ₹15 करोड़ का गैर-नकद खर्च दर्ज किया गया।
  • इसके अलावा, उच्च वेतन और अन्य लाभों ने कुल कर्मचारी लागत को बढ़ाया।

रेटर्न ऑन कैपिटल और EBITDA मार्जिन

FY24 में FabHotels का रेटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) और EBITDA मार्जिन क्रमशः -84.09% और -19.52% रहा।


FabHotels का विस्तार और परिचालन

FabHotels, एक बजट होटल चेन के रूप में, भारत के 50 से अधिक शहरों में 600 से अधिक प्रॉपर्टीज के साथ परिचालन करता है।

मुख्य सेवाएं

  • यह प्लेटफ़ॉर्म यात्रियों को किफायती और गुणवत्तापूर्ण होटल बुकिंग सेवाएं प्रदान करता है।
  • इसके “TravelPlus” ब्रांड के तहत कॉर्पोरेट क्लाइंट्स को भी सेवाएं उपलब्ध हैं।

नई रणनीतियां और बदलाव

FabHotels ने FY23 में Indian Accounting Standards (Ind AS) को अपनाया, जिससे इसके वित्तीय डेटा को नई मानकों के अनुसार संशोधित किया गया।


भविष्य की रणनीति

FabHotels ने अपने बढ़ते खर्चों के बावजूद, बाज़ार में अपनी स्थिति को मजबूत करने की योजना बनाई है।

संभावित कदम

  1. रेवेन्यू मॉडल का अनुकूलन
    • बुकिंग के अलावा अन्य स्रोतों से आय बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना।
  2. कर्मचारियों की दक्षता बढ़ाना
    • कर्मचारियों से जुड़े खर्चों को नियंत्रित करना और उत्पादकता में सुधार करना।
  3. कॉर्पोरेट और बिजनेस क्लाइंट्स पर फोकस
    • “TravelPlus” ब्रांड के माध्यम से अधिक कॉर्पोरेट क्लाइंट्स को जोड़ना।
  4. डिजिटल मार्केटिंग और टेक्नोलॉजी पर निवेश
    • डिजिटल चैनलों के माध्यम से कम लागत पर अधिक ग्राहकों तक पहुंचना।

भारतीय बजट होटल बाजार में FabHotels का स्थान

प्रतिस्पर्धा में बढ़त

FabHotels ने बजट होटल बाजार में अपनी जगह मजबूत की है और डिमांड फर्स्ट ट्रांजैक्शन मॉडल को अपनाकर अन्य कंपनियों से आगे निकलने में सफलता पाई है।

निवेशकों का भरोसा

कंपनी के निवेशकों में टाइगर ग्लोबल, एलेवेशन कैपिटल, और अन्य प्रमुख फंड शामिल हैं, जो कंपनी की दीर्घकालिक क्षमता पर भरोसा करते हैं।


निष्कर्ष

हालांकि FabHotels ने FY24 में 34% ग्रॉस रेवेन्यू वृद्धि हासिल की है, लेकिन कर्मचारियों से जुड़े बढ़ते खर्चों के कारण इसका घाटा भी बढ़ा है। कंपनी के लिए अगले कुछ वर्षों में मुख्य चुनौती अपने खर्चों को नियंत्रित करते हुए रेवेन्यू को और अधिक बढ़ाना होगा।

भारतीय बजट होटल बाजार में FabHotels का विस्तार और उसकी रणनीतिक पहलों से यह स्पष्ट है कि कंपनी लंबे समय तक बाजार में अपनी स्थिति को मजबूत बनाए रखने की दिशा में काम कर रही है।

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AI infrastructure startup Pipeshift ने जुटाए $2.5 मिलियन

Pipeshift

AI इंफ्रास्ट्रक्चर स्टार्टअप Pipeshift ने अपने सीड फंडिंग राउंड में $2.5 मिलियन (करीब ₹20.5 करोड़) जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व Y Combinator और SenseAI Ventures ने किया, जिसमें Arka Venture Labs, Good News Ventures, Nivesha Ventures, Astir VC, GradCapital, और MyAsiaVC ने भी भाग लिया।

Pipeshift सिलिकॉन वैली के अनुभवी एंजल निवेशकों की भागीदारी

इस फंडिंग राउंड में सिलिकॉन वैली के अनुभवी एंजल निवेशकों ने भी हिस्सा लिया। इनमें शामिल हैं:

  • कुलवीर टागर (CEO, Zeus)
  • उमुर कूबुकु (CEO, Ubicloud और पूर्व Azure PostgreSQL प्रमुख)
  • कृष्णा मेहरा (Meta के पूर्व इंजीनियरिंग हेड और Capillary Technologies के सह-संस्थापक)

Pipeshift: अगली पीढ़ी का AI इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म

Pipeshift एक नेक्स्ट-जनरेशन प्लेटफ़ॉर्म-एज़-अ-सर्विस (PaaS) लॉन्च कर रहा है, जो इंजीनियरिंग टीमों को किसी भी इंफ्रास्ट्रक्चर (क्लाउड या ऑन-प्रिमाइसेस) पर AI वर्कलोड को प्रबंधित करने में सक्षम बनाता है।

Pipeshift की खासियतें

  • यह प्लेटफ़ॉर्म इंजीनियरिंग टीमों को बेहतर गति और नियंत्रण प्रदान करता है।
  • पारंपरिक GPU ब्रोकर्स के विपरीत, Pipeshift एक कस्टमाइजेबल और फ्लेक्सिबल इंफ्रास्ट्रक्चर समाधान प्रदान करता है।
  • कंपनी का एंड-टू-एंड MLOps स्टैक एंटरप्राइजेज को ओपन-सोर्स जनरेटिव AI (GenAI) मॉडल्स को ट्रेन, डिप्लॉय और स्केल करने की सुविधा देता है।

सपोर्टेड मॉडल्स

Pipeshift प्लेटफॉर्म विभिन्न प्रकार के मॉडल्स को सपोर्ट करता है:

  • LLMs (Large Language Models)
  • विज़न मॉडल्स
  • ऑडियो मॉडल्स
  • इमेज मॉडल्स

यह किसी भी क्लाउड या ऑन-प्रिमाइसेस GPU पर इन मॉडल्स को स्केल करने में सक्षम बनाता है।


Pipeshift का अनोखा दृष्टिकोण

पारंपरिक समाधानों से अलग

Pipeshift उन कंपनियों के लिए एक बेहतर विकल्प है, जो पारंपरिक GPU ब्रोकर्स की सीमाओं से आगे बढ़कर अपने AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर अधिक नियंत्रण चाहती हैं।

  • अधिकांश GPU ब्रोकर्स “वन-साइज़-फिट्स-ऑल” समाधान प्रदान करते हैं।
  • Pipeshift कस्टमाइजेशन और फ्लेक्सिबिलिटी को प्राथमिकता देता है, जिससे यह एंटरप्राइज़ेज़ की आवश्यकताओं को बेहतर तरीके से पूरा करता है।

AI वर्कलोड्स के लिए अनुकूलित

Pipeshift ने अपने प्लेटफ़ॉर्म को इस तरह डिज़ाइन किया है कि यह AI वर्कलोड्स को कुशलतापूर्वक प्रबंधित कर सके।

  • इसके प्लग-एंड-प्ले मॉडल्स उपयोगकर्ताओं को AI संचालन को तेजी से लागू करने में मदद करते हैं।
  • क्लाउड और ऑन-प्रिमाइसेस इंफ्रास्ट्रक्चर के बीच आसानी से वर्कलोड्स को शिफ्ट करने की क्षमता इसे खास बनाती है।

फंडिंग का उद्देश्य

Pipeshift ने कहा कि इस फंडिंग का उपयोग कई महत्वपूर्ण उद्देश्यों के लिए किया जाएगा:

  1. प्रोडक्ट डेवलपमेंट में तेजी लाना
    • प्लेटफ़ॉर्म की कार्यक्षमता को और अधिक मजबूत बनाने के लिए निवेश।
  2. टीम का विस्तार
    • इंजीनियरिंग और सेल्स टीमों का विस्तार करना।
  3. ग्लोबल मार्केट एक्सपेंशन
    • अंतरराष्ट्रीय बाजार, विशेष रूप से उत्तरी अमेरिका और एशिया-पैसिफिक (APAC) में अपने प्लेटफ़ॉर्म की पहुंच बढ़ाना।
  4. नई तकनीकों का एकीकरण
    • AI और MLOps में नवीनतम तकनीकों को अपने प्लेटफ़ॉर्म में शामिल करना।

AI इंफ्रास्ट्रक्चर में Pipeshift की भूमिका

AI का बढ़ता उपयोग

AI आज हर क्षेत्र में क्रांति ला रहा है, लेकिन इसकी तैनाती और प्रबंधन में जटिलताएं अब भी बड़ी चुनौती बनी हुई हैं।

  • AI मॉडल्स को स्केल करने और तैयार करने के लिए कुशल प्लेटफ़ॉर्म्स की आवश्यकता है।
  • Pipeshift इस आवश्यकता को पूरा करते हुए एंटरप्राइजेज को सशक्त बनाता है।

एंटरप्राइज़ AI के लिए Pipeshift का महत्व

Pipeshift के प्लेटफ़ॉर्म से एंटरप्राइज़ेज को निम्नलिखित लाभ होते हैं:

  • बेहतर ऑपरेशनल एफिशिएंसी।
  • AI मॉडल्स की तेज़ डिप्लॉयमेंट।
  • क्लाउड और ऑन-प्रिमाइसेस इंफ्रास्ट्रक्चर के बीच लचीलापन।

AI और MLOps में Pipeshift का भविष्य

तेजी से बढ़ता बाजार

AI इंफ्रास्ट्रक्चर और MLOps बाजार आने वाले वर्षों में तेज़ी से बढ़ने की उम्मीद है।

  • रिपोर्ट्स के अनुसार, AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर वैश्विक खर्च 2025 तक $50 बिलियन को पार कर सकता है।
  • Pipeshift इस बाजार में अपनी मजबूत स्थिति बनाने के लिए तैयार है।

Pipeshift की दीर्घकालिक रणनीति

Pipeshift ने न केवल एक मजबूत प्लेटफ़ॉर्म तैयार किया है, बल्कि यह भविष्य में AI संचालन के लिए एक इकोसिस्टम बनाने की योजना भी बना रहा है।

  • कंपनी का ध्यान उच्च गुणवत्ता और ग्राहक-केंद्रित समाधानों पर है।

निष्कर्ष: Pipeshift का वादा

Pipeshift ने अपनी अनूठी तकनीक और दृष्टिकोण के माध्यम से AI इंफ्रास्ट्रक्चर में एक नई क्रांति की शुरुआत की है।

  • इस सीड फंडिंग राउंड से जुटाई गई राशि कंपनी को न केवल अपने उत्पादों और सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद करेगी, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर विस्तार करने में भी सक्षम बनाएगी।
  • Pipeshift का लक्ष्य है कि वह एंटरप्राइज़ेज़ के लिए AI संचालन को अधिक कुशल, प्रभावी और लचीला बनाए।

AI इंफ्रास्ट्रक्चर और MLOps के क्षेत्र में Pipeshift के नवाचार इसे इस क्षेत्र का एक प्रमुख खिलाड़ी बनने की दिशा में ले जा रहे हैं।

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Spinny

भारत के अग्रणी सेकंड-हैंड कार प्लेटफॉर्म Spinny ने तीन वर्षों के लंबे अंतराल के बाद एक नई फंडिंग राउंड की तैयारी शुरू कर दी है। Tiger Global द्वारा समर्थित इस कंपनी के मौजूदा निवेशकों के साथ बातचीत जारी है, जिसमें Spinny लगभग $120 मिलियन (करीब ₹990 करोड़) जुटा सकती है।

Spinny मौजूदा निवेशकों के साथ बातचीत

इस फंडिंग राउंड में Elevation Capital, Abu Dhabi Growth Fund, General Catalyst, और Accel जैसे मौजूदा निवेशक भाग ले सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, बातचीत अभी शुरुआती चरण में है और इसे अमलीजामा पहनने में लगभग एक तिमाही का समय लग सकता है।

स्थिर वैल्यूएशन पर फंडिंग

अगर यह फंडिंग राउंड सफल होता है, तो Spinny 2021 के बाद से नई फंडिंग जुटाने वाला पहला सेकंड-हैंड कार प्लेटफॉर्म बन जाएगा। सूत्रों का यह भी कहना है कि इस संभावित राउंड में कंपनी की वैल्यूएशन स्थिर रहेगी।


Spinny की बाजार में मजबूत स्थिति

Spinny ने भारत के सेकंड-हैंड कार रिटेल मार्केट में खुद को एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर लिया है।

डिमांड-फर्स्ट ट्रांजैक्शन मॉडल

Spinny ने अपने “डिमांड-फर्स्ट ट्रांजैक्शन मॉडल” के जरिए बाजार की मांग को समझते हुए ग्राहकों के अनुभव को प्राथमिकता दी है।

  • कम कस्टमर एक्विजिशन कॉस्ट:
    Spinny ने उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए न्यूनतम लागत के साथ अपने मॉडल को प्रभावी बनाया है।
  • बेहतर ग्रॉस मार्जिन:
    Spinny का मार्जिन अन्य प्लेटफॉर्म्स की तुलना में बेहतर है, जिससे इसकी बाजार पकड़ मजबूत हुई है।

लीडरशिप की स्थिति

बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, Spinny अपने प्रतिस्पर्धियों से काफी आगे है और सेकंड-हैंड कारों की खरीद-बिक्री में एक विश्वसनीय ब्रांड बनकर उभरी है।


Spinny के नए वर्टिकल्स का विस्तार

Spinny ने सेकंड-हैंड कारों के पारंपरिक मॉडल से आगे बढ़ते हुए कुछ नए वर्टिकल्स पर ध्यान केंद्रित किया है।

ऑक्शन-बेस्ड मॉडल

Spinny अब डीलर्स के लिए ऑक्शन-बेस्ड वर्टिकल्स पर काम कर रहा है।

  • यह मॉडल डीलर्स को तेजी से और कुशलतापूर्वक वाहन खरीदने और बेचने की सुविधा प्रदान करता है।

कार फाइनेंसिंग बिजनेस

Spinny अपने कार फाइनेंसिंग बिजनेस को भी बड़े स्तर पर बढ़ा रहा है।

  • नई फंडिंग का उपयोग:
    संभावित फंडिंग का बड़ा हिस्सा इस बिजनेस को बढ़ाने में लगाया जाएगा, जिससे ग्राहकों को आसान वित्तीय सहायता मिल सके।

Spinny का सफर और बाजार में प्रभाव

Spinny की स्थापना गुरुग्राम में हुई थी और यह धीरे-धीरे भारत के सेकंड-हैंड कार बाजार में अग्रणी बन गया।

Spinny का मॉडल:

  • Spinny प्लेटफॉर्म पर ग्राहक सेकंड-हैंड कारों की विस्तृत रेंज से चुन सकते हैं।
  • यह प्लेटफॉर्म खरीदारी के साथ-साथ बिक्री और फाइनेंसिंग में भी मदद करता है।
  • गुणवत्ता और पारदर्शिता के कारण Spinny उपभोक्ताओं के बीच लोकप्रिय हुआ है।

बाजार की चुनौतियां और Spinny का समाधान:

  • भारतीय सेकंड-हैंड कार बाजार अत्यधिक असंगठित है।
  • Spinny ने पारदर्शिता और तकनीकी नवाचार के जरिए इन समस्याओं का समाधान किया है।

फंडिंग का उद्देश्य और संभावित उपयोग

Spinny की यह नई फंडिंग न केवल इसके मौजूदा वर्टिकल्स को बढ़ाने में मदद करेगी, बल्कि इसके बाजार विस्तार के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगी।

लेंडिंग बिजनेस में वृद्धि

Spinny ने अपने लेंडिंग बिजनेस को प्राथमिकता दी है, और इस क्षेत्र में नई फंडिंग का बड़ा हिस्सा निवेश किया जाएगा।

  • ग्राहकों को वाहन खरीदने के लिए फाइनेंसिंग विकल्प उपलब्ध कराना Spinny के विस्तार की प्रमुख रणनीति है।

तकनीकी विकास और मार्केटिंग

  • Spinny अपने प्लेटफॉर्म को और अधिक यूजर-फ्रेंडली बनाने के लिए तकनीकी विकास पर भी निवेश करेगा।
  • मार्केटिंग अभियानों के माध्यम से यह नए ग्राहकों को आकर्षित करने की योजना बना रहा है।

भारत का सेकंड-हैंड कार बाजार और Spinny की भूमिका

बाजार की संभावनाएं

भारत का सेकंड-हैंड कार बाजार तेज गति से बढ़ रहा है।

  • रिपोर्ट्स के अनुसार, 2025 तक यह बाजार ₹2 लाख करोड़ को पार कर सकता है।
  • ग्राहकों की बदलती प्राथमिकताओं और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के कारण यह सेक्टर और मजबूत हो रहा है।

Spinny की रणनीति

Spinny ने तकनीकी नवाचार और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ इस बाजार में अपनी खास पहचान बनाई है।

  • यह कंपनी “विश्वसनीयता और गुणवत्ता” पर जोर देते हुए ग्राहकों को एक बेहतर अनुभव प्रदान करती है।

निष्कर्ष: Spinny का उज्ज्वल भविष्य

Spinny ने अपने डिमांड-फर्स्ट मॉडल, मजबूत वर्टिकल्स, और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण के माध्यम से भारत के सेकंड-हैंड कार बाजार में अग्रणी स्थान हासिल किया है।
नई फंडिंग से न केवल Spinny अपने मौजूदा वर्टिकल्स को मजबूत करेगा, बल्कि यह कंपनी को नए बाजारों में विस्तार करने और तकनीकी नवाचार करने में भी सक्षम बनाएगा।

Spinny की यह फंडिंग राउंड भारत के सेकंड-हैंड कार बाजार को एक नई दिशा देने की क्षमता रखती है, और यह कंपनी आने वाले वर्षों में उद्योग में और अधिक सफलता हासिल करने की उम्मीद कर रही है।

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Industrial robotics company Ati Motors ने सीरीज B राउंड में जुटाए $20 मिलियन

Ati Motors

Ati Motors, एक अग्रणी इंडस्ट्रियल रोबोटिक्स कंपनी, ने हाल ही में अपने सीरीज B फंडिंग राउंड में $20 मिलियन (लगभग ₹165 करोड़) जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Walden Catalyst Ventures (WCV) और NGP Capital (NGP) ने किया, जिसमें मौजूदा निवेशकों True Ventures, Exfinity Venture Partners, Athera Venture Partners, और Blume Ventures ने भी भाग लिया।

Ati Motors पिछली फंडिंग और निवेश का सफर

Ati Motors ने इससे पहले जुलाई 2023 में सीरीज A फंडिंग राउंड में $10.85 मिलियन जुटाए थे, जिसका नेतृत्व True Ventures ने किया था।
2021 में, कंपनी ने Blume Ventures, Exfinity Venture Partners, और MFV Partners के नेतृत्व में प्री-सीरीज A फंडिंग में $3.5 मिलियन जुटाए थे।


फंडिंग का उपयोग: विकास और विस्तार पर जोर

Ati Motors इस ताजा फंडिंग का उपयोग अपनी उत्पाद विकास प्रक्रिया को तेज करने, उत्तर अमेरिका और एशिया-प्रशांत (APAC) क्षेत्र में अपनी बाजार उपस्थिति को बढ़ाने, और इंडस्ट्रियल रोबोटिक्स में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए करेगी।

कंपनी के हालिया प्रयास

  • मेक्सिको में संचालन शुरू किया: कंपनी ने हाल ही में मेक्सिको में अपने संचालन की शुरुआत की है।
  • डेट्रॉयट में मुख्यालय का विस्तार: Ati Motors अपने उत्तरी अमेरिकी मुख्यालय को डेट्रॉयट, मिशिगन में विस्तार कर रही है।
  • ग्लोबल उपस्थिति: कंपनी की उपस्थिति अमेरिका, भारत, और दक्षिण-पूर्व एशिया के प्रमुख बाजारों में भी मजबूत हो रही है।

Ati Motors का परिचय: ऑटोमेशन में अग्रणी

Ati Motors ऐसी स्वायत्त (autonomous) मोबाइल रोबोट्स का विकास करती है जो वेयरहाउसिंग, लॉजिस्टिक्स, और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में उत्पादकता को बढ़ाने और संचालन को सुगम बनाने का काम करते हैं।

प्रमुख ग्राहक

कंपनी के मुख्य ग्राहकों में Bosch, TVS Motors, CEAT, और Hyundai जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं।
Ati Motors भारत और अमेरिका के ग्राहकों को अपनी सेवाएं प्रदान करती है और अपनी तकनीक से ऑपरेशंस को कुशल और लागत-प्रभावी बना रही है।


Ati Motors की स्वायत्त तकनीक: औद्योगिक क्रांति का भविष्य

Ati Motors की रोबोटिक्स तकनीक विशेष रूप से औद्योगिक कार्यों को स्वचालित (automate) करने और प्रक्रियाओं को अधिक कुशल बनाने पर केंद्रित है।

मुख्य उत्पाद और समाधान

  1. स्वायत्त मोबाइल रोबोट्स:
    कंपनी के रोबोट्स वेयरहाउसिंग और मैन्युफैक्चरिंग में सामग्री परिवहन (material handling) को अनुकूलित करते हैं।
  2. लॉजिस्टिक्स समाधान:
    इन रोबोट्स का उपयोग लॉजिस्टिक्स कंपनियों द्वारा तेज और कुशल वितरण सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है।
  3. मैन्युफैक्चरिंग ऑटोमेशन:
    ये रोबोट्स उत्पादन प्रक्रियाओं को स्वचालित करते हैं, जिससे उत्पादकता बढ़ती है और मानव श्रम का उपयोग कम होता है।

ग्लोबल मार्केट में Ati Motors का विस्तार

उत्तर अमेरिकी बाजार में मजबूती:

  • डेट्रॉयट, मिशिगन: यह शहर कंपनी के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह ऑटोमोटिव और मैन्युफैक्चरिंग उद्योगों का केंद्र है।
  • मेक्सिको में नई शुरुआत: मेक्सिको में संचालन शुरू करके कंपनी ने अपने ग्राहक आधार को और विस्तारित किया है।

एशिया-प्रशांत क्षेत्र में उपस्थिति:

  • भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया: कंपनी इस क्षेत्र में वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स के बढ़ते बाजार की जरूरतों को पूरा कर रही है।

फंडिंग से कंपनी को कैसे मिलेगा लाभ?

Ati Motors की यह नई फंडिंग कंपनी को न केवल उत्पादों को और उन्नत बनाने में मदद करेगी, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में भी सक्षम बनाएगी।

उत्पाद विकास:

Ati Motors अपने रोबोट्स की दक्षता और प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करेगी।

बाजार विस्तार:

  • उत्तरी अमेरिका, एशिया-प्रशांत, और अन्य वैश्विक बाजारों में कंपनी की उपस्थिति को और मजबूत किया जाएगा।
  • स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कंपनी के संचालन का विस्तार किया जाएगा।

सेल्स और मार्केटिंग में निवेश:

Ati Motors अपनी बिक्री और विपणन रणनीतियों को मजबूत करेगी, जिससे इसे नए ग्राहकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।


इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन का भविष्य

औद्योगिक रोबोटिक्स और ऑटोमेशन का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। Ati Motors जैसी कंपनियां इस क्रांति में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।

वैश्विक औद्योगिक रोबोटिक्स बाजार:

  • रिपोर्ट्स के अनुसार, औद्योगिक रोबोटिक्स का वैश्विक बाजार 2025 तक $80 बिलियन को पार कर सकता है।
  • इस बढ़ते बाजार में, स्वायत्त मोबाइल रोबोट्स की मांग में भी तेजी से वृद्धि हो रही है।

Ati Motors का योगदान:

  • स्वायत्त रोबोटिक्स के क्षेत्र में नवाचार करते हुए, कंपनी औद्योगिक प्रक्रियाओं को अधिक कुशल, लागत प्रभावी, और पर्यावरण के अनुकूल बना रही है।
  • यह “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” जैसे सरकारी अभियानों के उद्देश्यों को भी समर्थन देता है।

निष्कर्ष: वैश्विक सफलता की ओर अग्रसर Ati Motors

Ati Motors ने अपने सीरीज B फंडिंग राउंड में $20 मिलियन जुटाकर अपनी विकास यात्रा को नई ऊंचाई पर पहुंचाया है।

कंपनी का लक्ष्य न केवल वैश्विक बाजारों में अपनी पकड़ मजबूत करना है, बल्कि औद्योगिक रोबोटिक्स के क्षेत्र में नवाचार के माध्यम से उद्योगों को स्वचालन (automation) के नए युग में प्रवेश करने में मदद करना है।

Ati Motors का विजन: “हमारा उद्देश्य है कि हम तकनीक और नवाचार के माध्यम से औद्योगिक प्रक्रियाओं को सरल और कुशल बनाएं, और एक स्वायत्त भविष्य की नींव रखें।”

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