🇮🇳 VerSe Innovation AI के दम पर भारत के डिजिटल कंटेंट का भविष्य बना रहा है

VerSe

VerSe Innovation आज भारत के करोड़ों यूज़र्स तक अपनी पहुंच बना चुका है। अपने लोकप्रिय प्लेटफॉर्म्स जैसे Dailyhunt, Josh और Oneindia के ज़रिए यह कंपनी भारत के अलग-अलग भाषाई दर्शकों को जोड़ने का काम कर रही है। अब VerSe ने अपने पूरे कंटेंट ईकोसिस्टम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को बड़ी गहराई से शामिल कर लिया है — फिर चाहे वह भारत-स्तरीय recommendation engines हों या generative AI एप्लिकेशंस, जो यूज़र एक्सपीरियंस, एंगेजमेंट और कमाई (monetization) को बेहतर बनाने का काम कर रहे हैं।

🚀 कंटेंट, एडवरटाइजिंग और क्रिएटर प्लेटफॉर्म्स में बड़ा बदलाव

VerSe Innovation का AI ईकोसिस्टम कंटेंट, विज्ञापन और क्रिएटर-चालित प्लेटफॉर्म्स में जबरदस्त बदलाव ला रहा है। इस मोर्चे पर सबसे आगे है NexVerse.ai, जो कि VerSe का AI-चालित प्रोग्रामेटिक AdTech इंजन है। इससे विज्ञापन की एफिशिएंसी और ब्रांड के नतीजे बहुत बड़े पैमाने पर बेहतर हो रहे हैं।

VerSe Innovation के Co-founder और CEO उमंग बेदी ने बताया,

“हम deep learning मॉडल्स का इस्तेमाल करके रियल-टाइम यूज़र इंटरैक्शन्स का विश्लेषण करते हैं, जिससे एड सेलेक्शन, प्लेसमेंट और प्राइसिंग को ऑप्टिमाइज़ किया जाता है। हमारा AI-पावर्ड कंटेंट-ऐड मैचिंग सिस्टम सही ऑडियंस तक सही विज्ञापन पहुँचाने में मदद करता है, जिससे एंगेजमेंट और परफॉर्मेंस में भारी इज़ाफा होता है।”

📖 डिजिटल न्यूज़ को नया अनुभव दे रहा है VerSe का AI

एडवरटाइजिंग से आगे बढ़ते हुए, VerSe का AI-ड्रिवन कंटेंट इंटेलिजेंस डिजिटल न्यूज़ खपत को भी नए सिरे से बदल रहा है।
Dailyhunt Premium, जो कि एक subscription-based प्रीमियम कंटेंट प्लेटफॉर्म है, अब भारत के बदलते डिजिटल पाठकों के लिए टॉप चॉइस बन रहा है। यह प्लेटफॉर्म Magzter की तकनीक पर आधारित है, जहाँ Visual AI मॉडल्स का इस्तेमाल कर अखबारों और मैगज़ीन आर्टिकल्स को ezRead जैसे मोबाइल-फ्रेंडली फॉर्मेट में बदला जाता है।

उमंग बेदी बताते हैं,

“Magzter पर हम visual AI models का उपयोग करके अखबार और मैगज़ीन कंटेंट से आर्टिकल्स एक्सट्रैक्ट करते हैं और उन्हें मोबाइल पर पढ़ने लायक आसान फॉर्मेट में बदलते हैं।”

📰 छोटे फॉर्मेट की न्यूज़: Xpresso में AI का कमाल

VerSe का शॉर्ट न्यूज़ फॉर्मेट प्रोडक्ट Xpresso भी AI का बेजोड़ इस्तेमाल कर रहा है। यहाँ पर multimodal generative AI की मदद से शॉर्ट न्यूज़ कार्ड्स, वेब स्टोरीज़ और छोटे कंटेंट फॉर्मेट्स का ऑटोमेटेड तरीके से निर्माण होता है।

बेदी के अनुसार,

“हमारे AI सिस्टम्स इंटरनल टीम्स और एक्सटर्नल क्रिएटर्स दोनों को सही समय पर, रिलेटेड और एंगेजिंग छोटे कंटेंट बनाने में मदद कर रहे हैं।”

इससे न केवल यूज़र एंगेजमेंट बढ़ा है, बल्कि पूरी कंटेंट एक्सपीरियंस भी next-level हो गया है।

✍️ WISE: स्मार्ट कंटेंट क्रिएशन का नया साथी

VerSe का AI टूल WISE भी काफी कमाल का है। यह एक AI-चालित ऑथरिंग और मार्केटिंग प्लेटफॉर्म है, जो हेडलाइन जेनरेशन, AI-आधारित इमेजरी और सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएशन में मदद करता है। इससे कंटेंट प्रोडक्शन में काफी तेजी और क्वालिटी दोनों आ गई है।

🎧📹 ऑडियो, वीडियो और बातचीत के फॉर्मेट्स में भी AI का धमाल

VerSe अब AI-पावर्ड ऑडियो और वीडियो फॉर्मेट्स में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।
Josh Audio Stories जैसे फीचर्स के ज़रिए यूज़र्स को ड्रामा, रोमांस, थ्रिलर, हॉरर और फैंटेसी जैसी कहानियाँ भारतीय भाषाओं में सुनने को मिल रही हैं।

बेदी के मुताबिक,

“AI स्क्रिप्टिंग, वॉयस मॉड्यूलेशन और पर्सनलाइज़ेशन में बड़ी भूमिका निभा रहा है, जिससे हम बड़ी स्केल पर हाई-क्वालिटी ऑडियो एक्सपीरियंस बना पा रहे हैं।”

साथ ही Dream Call फीचर भी काफी लोकप्रिय हो रहा है, जिसमें यूज़र्स लाइव, पर्सनलाइज़्ड बातचीत कर सकते हैं अपने फेवरेट क्रिएटर्स के साथ। यहाँ भी AI यूज़र-क्रिएटर मैचिंग और इंटरेक्शन को स्मूद और सेफ बनाने में अहम भूमिका निभाता है।

🤝 VerSe Collab: ब्रांड्स और क्रिएटर्स को जोड़ने का AI प्लेटफॉर्म

VerSe का Collab प्लेटफॉर्म एक फुल-स्टैक इन्फ्लुएंसर मार्केटप्लेस है, जो भारत के टॉप ब्रांड्स को 1 लाख से ज़्यादा क्रिएटर्स और सेलिब्रिटीज से जोड़ता है। इसमें AI का उपयोग करके कैंपेन आइडिएशन, स्ट्रैटेजी बनाना और परफॉर्मेंस ट्रैक करना बेहद आसान हो गया है। इससे Influencer marketing campaigns तेज़ी से और ज़्यादा असरदार हो रहे हैं।

🔥 भविष्य की दिशा: स्केलेबल, डेटा-ड्रिवन मीडिया

बेदी कहते हैं,

“हम अपने सभी प्लेटफॉर्म्स में इंटेलिजेंट सिस्टम्स को शामिल करके न केवल यूज़र्स का अनुभव बेहतर कर रहे हैं, बल्कि क्रिएटर्स, एडवर्टाइजर्स और कंज्यूमर्स के लिए सस्टेनेबल वैल्यू भी बना रहे हैं।”

VerSe Innovation अब AI-ड्रिवन मीडिया के भविष्य को आकार दे रहा है, जहाँ स्केलेबल, डेटा-ड्रिवन ऑपरेशंस और ऑटोमेटेड कंटेंट जनरेशन मुख्य भूमिका निभाएंगे।

जैसे-जैसे VerSe अपनी AI क्षमताओं को और मजबूत कर रहा है, वह भारत के डिजिटल इकोसिस्टम में अपनी स्थिति को और अधिक सशक्त बना रहा है — और सुनिश्चित कर रहा है कि हर यूज़र तक उनकी भाषा में, सही समय पर, सही कंटेंट पहुँचे।

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🚗 Cars24 ने की 200-250 कर्मचारियों की छंटनी,

Cars24

भारत की जानी-मानी प्री-ओन्ड व्हीकल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Cars24 ने हाल ही में 200-250 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। यह कदम कंपनी द्वारा लागत में कटौती (Cost-Cutting) की एक रणनीति के तहत उठाया गया है। इस घटनाक्रम की जानकारी से जुड़े तीन सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है।

“Cars24 ने इस महीने अपने प्रोडक्ट और टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट्स से लगभग 250 कर्मचारियों को निकाला है,” एक सूत्र ने नाम न बताने की शर्त पर बताया।


🏁Cars24 छंटनी का समय और उद्योग पर असर

यह छंटनी ऐसे समय में हुई है जब Cars24 का एक प्रमुख प्रतिद्वंदी, Spinny, ने हाल ही में $131 मिलियन की नई फंडिंग हासिल की है। Spinny को यह निवेश Accel के Leadership Fund से मिला है, जो ग्लोबली चुनिंदा पोर्टफोलियो में गहरी हिस्सेदारी बनाने पर फोकस करता है।

इसके मुकाबले, Cars24 ने पिछले साढ़े तीन वर्षों में कोई नया बाहरी फंडिंग राउंड नहीं उठाया है।


📋 प्रभावित कर्मचारियों को स्टैंडर्ड सेवरेंस पैकेज

सूत्रों के अनुसार, SoftBank समर्थित Cars24 ने छंटनी किए गए कर्मचारियों को स्टैंडर्ड सेवरेंस पैकेज दिया है, ताकि वे आसानी से ट्रांजिशन कर सकें।

कंपनी ने विभिन्न सर्विसेज के जरिये बाजार में अपनी पहचान बनाई है, जिनमें शामिल हैं:

  • प्री-ओन्ड कार्स की खरीद-बिक्री
  • फाइनेंसिंग और इंश्योरेंस सेवाएं
  • ड्राइवर-ऑन-डिमांड
  • फास्टैग और चालान प्रबंधन
  • गाड़ियों की स्क्रैपिंग सेवा

🗣️ CEO विक्रम चोपड़ा का बयान

Cars24 के को-फाउंडर और सीईओ विक्रम चोपड़ा ने Entrackr को दिए एक बयान में कहा:

“यह एक कठिन निर्णय था। पिछले कुछ हफ्तों में हमें विभिन्न फंक्शनों में लगभग 200 कर्मचारियों से विदाई लेनी पड़ी। हम उनके योगदान के लिए आभारी हैं। यह छंटनी प्रदर्शन से नहीं, बल्कि संरचना और गलत दांव से जुड़ी थी। हमने सीखा है कि स्पीड के बिना स्पष्टता महंगी साबित होती है। भविष्य में हम निवेश और टीम बिल्डिंग में अधिक रणनीतिक और सोच-समझकर कदम उठाएंगे।”


💸 फंडिंग और वैल्यूएशन की कहानी

हालांकि Cars24 ने हाल के वर्षों में कोई नई फंडिंग नहीं जुटाई है, लेकिन दिसंबर 2021 में कंपनी ने $450 मिलियन (लगभग ₹3,400 करोड़) की बड़ी फंडिंग हासिल की थी। इस फंडिंग में शामिल थे:

  • SoftBank
  • Tencent
  • DST Global
  • Falcon Edge’s Alpha Wave

इस फंडिंग के बाद Cars24 का वैल्यूएशन $3.3 बिलियन पर पहुंच गया था।

TheKredible के अनुसार:

  • DST Global के पास Cars24 में सबसे बड़ी बाहरी हिस्सेदारी है
  • इसके बाद KCK Limited, Peak XV, Alpha Wave और Tencent जैसे बड़े निवेशकों का नाम आता है

📈 बिजनेस परफॉर्मेंस: रेवेन्यू बढ़ा लेकिन घाटा भी

वित्त वर्ष 2024 (FY24) में Cars24 ने:

  • रेवेन्यू में 25% सालाना वृद्धि दर्ज की
  • FY23 में ₹5,530 करोड़ के मुकाबले FY24 में रेवेन्यू ₹6,917 करोड़ तक पहुंचा

लेकिन इसके बावजूद:

  • कंपनी को ₹498 करोड़ का नेट लॉस हुआ
  • एडजस्टेड EBITDA लॉस ₹318 करोड़ रहा

यह आंकड़े दिखाते हैं कि भले ही राजस्व बढ़ रहा हो, लेकिन लाभप्रदता हासिल करना अभी भी चुनौती बना हुआ है।


🛠️ क्यों हुई छंटनी?

छंटनी के पीछे मुख्य कारण:

  • गलत प्रोजेक्ट अनुमान: कुछ प्रोजेक्ट्स और भूमिकाओं को समय से पहले जोड़ा गया था
  • स्पीड के साथ क्लैरिटी की कमी: तेजी से बढ़ने के चक्कर में रणनीतिक स्पष्टता नहीं रही
  • लागत पर नियंत्रण: घाटा कम करने और वित्तीय अनुशासन बनाए रखने की जरूरत

🛣️ आगे की राह

Cars24 अब अपनी रणनीति को फिर से परिभाषित करने पर काम कर रही है:

  • सुनियोजित निवेश
  • टीम का रणनीतिक पुनर्गठन
  • मार्जिन बढ़ाने पर फोकस
  • प्रॉफिटेबल ग्रोथ की दिशा में ठोस कदम

भविष्य में कंपनी को अपनी मौजूदा सर्विसेज को और मजबूत करने और घाटे को नियंत्रित करने पर ध्यान देना होगा, ताकि वह बढ़ती प्रतिस्पर्धा में खुद को टिकाऊ बना सके।


🧠 निष्कर्ष: चुनौतीपूर्ण दौर में Cars24 की अग्निपरीक्षा

Cars24 इस समय गंभीर पुनर्गठन (Major Restructuring) के दौर से गुजर रही है। बढ़ते घाटे और प्रतिस्पर्धा के बीच कंपनी को:

  • अपने बिजनेस मॉडल को और फाइन-ट्यून करना पड़ेगा
  • निवेशकों और ग्राहकों दोनों का भरोसा मजबूत बनाए रखना होगा
  • लॉन्ग टर्म ग्रोथ के लिए रणनीतिक निर्णय लेने होंगे

अगर Cars24 इन चुनौतियों को सफलतापूर्वक पार कर लेती है, तो वह भारतीय सेकेंड-हैंड कार मार्केट में अपनी मजबूत स्थिति बनाए रख सकती है।


📢 आपके क्या विचार हैं Cars24 की इस छंटनी पर? नीचे कमेंट में बताएं और ऐसे ही बिजनेस अपडेट्स के लिए जुड़े रहें FundingRaised.in के साथ! 🚀

Read more :🏡ELIVAAS $10-12 मिलियन फंडिंग राउंड की तैयारी में,

🏡ELIVAAS $10-12 मिलियन फंडिंग राउंड की तैयारी में,

ELIVAAS

भारतीय लग्ज़री वेकेशन होम रेंटल प्लेटफॉर्म ELIVAAS एक और बड़ी फंडिंग डील की दिशा में तेज़ी से बढ़ रहा है। सूत्रों के अनुसार, स्टार्टअप $10-12 मिलियन (₹83-100 करोड़) जुटाने की बातचीत अंतिम चरण में है। इस डील के साथ ELIVAAS की वैल्यूएशन ₹500 करोड़ के करीब हो सकती है।

यह नया निवेश राउंड सिर्फ 6 महीने बाद आ रहा है, जब कंपनी ने $5 मिलियन की सीरीज़ A फंडिंग जुटाई थी।


🚀 तेजी से बढ़ती डिमांड और रेवेन्यू ग्रोथ बनी वजह

सूत्रों का कहना है कि यह फंडिंग बातचीत कंपनी की हालिया तेज़ राजस्व वृद्धि (Revenue Growth) को देखते हुए हो रही है। ELIVAAS ने वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में जबरदस्त प्रदर्शन किया है और रेवेन्यू और ग्रॉस बुकिंग वैल्यू में तीन गुना ग्रोथ दर्ज की है।

“ELIVAAS मौजूदा और नए निवेशकों के साथ बातचीत के अंतिम चरण में है, और एक नया इन्वेस्टर इस राउंड को लीड कर सकता है,” एक सूत्र ने बताया।

बातचीत अभी पूरी तरह से फाइनल नहीं हुई है, इसलिए डील की शर्तों में अंतिम समय पर बदलाव संभव है।


👥 किसने शुरू किया ELIVAAS?

ELIVAAS की शुरुआत 2023 में दो संस्थापकों – ऋत्विक खरे और करन मिगलानी – ने मिलकर की थी। कंपनी का लक्ष्य भारत में लग्ज़री और प्रीमियम वेकेशन स्टे को आसान और सहज बनाना है।

ELIVAAS की पेशकश:

  • लग्ज़री विला और प्रीमियम अपार्टमेंट्स किराए पर
  • लोकेशन: गोवा, कसोल, शिमला, उदयपुर, नैनीताल, ऋषिकेश जैसे प्रमुख वेकेशन डेस्टिनेशन
  • टारगेट यूज़र्स: हाई-एंड ट्रैवलर्स, परिवार, कपल्स और ग्रुप वेकेशन प्लानर्स

💰 अब तक कितनी हुई फंडिंग?

ELIVAAS ने अब तक $7.5 मिलियन (₹62 करोड़ से अधिक) की फंडिंग जुटाई है:

  1. सीरीज़ A फंडिंग ($5 मिलियन) – 3one4 Capital द्वारा लीड की गई, जिसमें Peak XV भी शामिल रहा
  2. सीड राउंड ($2.5 मिलियन) – Peak XV’s Surge ने लीड किया
  3. एंजेल निवेशकों में शामिल हैं:
    • Kunal Shah (CRED)
    • Mohit Gupta (Zomato)
    • Amit Lakhotia (Park+)
    • Naveen Kukreja (Paisabazaar)

📊 कंपनी के फाइनेंशियल नंबर क्या कहते हैं?

हालांकि FY25 के आधिकारिक आंकड़े अभी सामने नहीं आए हैं, लेकिन TheKredible के अनुसार ELIVAAS ने FY24 में:

  • रेवेन्यू: ₹7 करोड़
  • नेट लॉस: ₹10.4 करोड़

स्टार्टअप के घाटे का कारण संभवतः इसके मार्केट एक्सपैंशन, मार्केटिंग खर्च और हाई-क्वालिटी प्रॉपर्टी में निवेश है।


🧭 आगे की योजना: क्या है ELIVAAS का फंडिंग यूज़?

नई फंडिंग का इस्तेमाल कंपनी अपने ऑपरेशन्स एक्सपैंड करने, नए शहरों में विला ऐड करने और तकनीकी अपग्रेडेशन के लिए करेगी।

  • कंपनी अपने AI-बेस्ड बुकिंग इंजन को और स्मार्ट बनाना चाहती है
  • कस्टमर एक्सपीरियंस को पर्सनलाइज़ करने पर भी जोर दिया जाएगा
  • संभावित इंटरनेशनल डेस्टिनेशन्स को भी एक्सप्लोर किया जा सकता है

🇮🇳 भारत में लग्ज़री ट्रैवल का बढ़ता मार्केट

पिछले कुछ वर्षों में भारत में वेकेशन होम्स और लग्ज़री ट्रैवल सेगमेंट में जबरदस्त बूम देखा गया है। खासकर पोस्ट-कोविड दौर में लोग:

  • होटल्स की जगह प्राइवेट विला और हॉलिडे होम्स को तरजीह दे रहे हैं
  • वर्केशन (Work + Vacation) कल्चर ने डिमांड को और बढ़ाया है
  • हायर इनकम ग्रुप्स और मिलेनियल्स के बीच प्रीमियम ट्रैवल तेज़ी से पॉपुलर हो रहा है

ELIVAAS इसी उभरते हुए ट्रेंड का हिस्सा बनकर आगे बढ़ रहा है।


🧳 ELIVAAS बनाम अन्य प्लेयर्स

जहां एक ओर Airbnb, Vista Rooms और SaffronStays जैसे ब्रांड पहले से मौजूद हैं, वहीं ELIVAAS लक्ज़री + टेक इंटीग्रेशन की रणनीति के साथ एक अलग पहचान बना रहा है।

  • AI प्लानिंग
  • Curated स्टे एक्सपीरियंस
  • डिजिटल बुकिंग फ्लो
  • होस्ट और ट्रैवलर दोनों के लिए आसान इंटरफेस

ये सभी फीचर्स ELIVAAS को एक “Tech-enabled Luxury Stay Platform” की कैटेगरी में लाते हैं।


📌 निष्कर्ष: क्या ELIVAAS अगला बड़ा वेकेशन ब्रांड बनेगा?

ELIVAAS ने बहुत कम समय में:

✅ मार्केट में अच्छी पकड़ बनाई
✅ एंजेल और वीसी इन्वेस्टर्स का भरोसा जीता
✅ हाई-एंड यूज़र्स को टारगेट करते हुए ब्रांड वैल्यू बनाई

अब $10-12 मिलियन की नई फंडिंग से कंपनी को और स्केल अप करने का मौका मिलेगा। अगर यह डील फाइनल होती है, तो ELIVAAS आने वाले समय में भारतीय लग्ज़री ट्रैवल मार्केट में एक लीडिंग नाम बन सकता है।


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💰 Peak XV Partners जुटा रहा है $1.4 बिलियन का नया फंड,

Peak XV

Peak XV Partners (पहले Sequoia Capital India & SEA के नाम से जानी जाने वाली वेंचर कैपिटल फर्म) एक बार फिर से भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में बड़ा निवेश करने जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फर्म $1.2–$1.4 बिलियन (₹10,000 करोड़ से अधिक) का नया फंड जुटा रही है, जो ब्रांड रीब्रांडिंग के बाद भारत में इसका पहला फंडरेज़ होगा।

इस फंड के जरिए Peak XV भारत और साउथईस्ट एशिया के अर्ली-स्टेज स्टार्टअप्स में निवेश करेगी। यह जानकारी सबसे पहले The Economic Times ने दी है।


🔁 2023 में हुआ था बड़ा बदलाव: Sequoia से Peak XV की नई पहचान

2023 में Sequoia Capital ने अपने ग्लोबल ऑपरेशन्स को तीन स्वतंत्र इकाइयों में बांट दिया था – अमेरिका और यूरोप, चीन, और भारत व साउथईस्ट एशिया।

इसके बाद भारत और साउथईस्ट एशिया की टीम ने खुद को Peak XV Partners के रूप में रीब्रांड किया। अब यह फर्म स्वतंत्र रूप से काम कर रही है और यह नया फंड इसी नई पहचान के तहत पहला बड़ा फंडरेज़ है।


💰 पिछला रिकॉर्ड: 2022 में आया था $2.85 बिलियन का फंड

Peak XV ने 2022 में $2.85 बिलियन का ग्रोथ और वेंचर फंड लॉन्च किया था, जिसमें से $2 बिलियन सिर्फ भारत के लिए निर्धारित था। लेकिन 2024 में इस फंड का आकार 16% घटा दिया गया, क्योंकि उस समय भारतीय पब्लिक मार्केट की वैल्यूएशन बहुत हाई मानी जा रही थी।


📈 IPO की तैयारी में Peak XV की कंपनियाँ

Peak XV के पोर्टफोलियो में शामिल कई कंपनियाँ IPO की कतार में हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • Meesho
  • Zetwerk
  • Groww
  • Pine Labs

इसके पहले भी कई Peak XV-समर्थित कंपनियाँ पब्लिक हो चुकी हैं, जैसे:

  • Zomato
  • Mamaearth
  • Awfis
  • Go Digit Insurance
  • Ixigo
  • Blackbuck
  • MobiKwik

इन IPOs ने फर्म को ना सिर्फ अच्छा रिटर्न दिया, बल्कि फर्म के ब्रांड को भारतीय बाजार में और मजबूत किया।


📊 रीब्रांडिंग के बाद नई इनवेस्टमेंट्स

Peak XV ने रीब्रांडिंग के बाद भी कई स्टार्टअप्स में निवेश जारी रखा है। हाल ही में जिन स्टार्टअप्स को इस फर्म से फंडिंग मिली, उनमें शामिल हैं:

  • Scapia
  • RapidCanvas
  • Sarvagram
  • Atlys
  • Neo
  • Mokobara
  • Sarvam AI

इनमें से कई कंपनियाँ AI, फिनटेक और कंज़्यूमर ब्रांड्स से जुड़ी हैं — जो भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के सबसे हाई-ग्रोथ सेक्टर माने जाते हैं।


🌐 भारत और साउथईस्ट एशिया में फिर से VC एक्टिव

2025 की शुरुआत से ही भारत और साउथईस्ट एशिया में वेंचर कैपिटल फर्म्स दोबारा एक्टिव हो गई हैं। भले ही Q1 2025 में कुल स्टार्टअप फंडिंग स्थिर रही हो, लेकिन फंडरेज़िंग में कोई कमी नहीं आई है।

  • A91 Partners ने अपने तीसरे फंड को $665 मिलियन पर क्लोज किया
  • Accel ने $650 मिलियन का आठवां फंड अनाउंस किया
  • Bessemer Venture Partners ने $350 मिलियन का अर्ली-स्टेज फंड क्लोज किया
  • Fireside Ventures अपने चौथे फंड के लिए $230 मिलियन जुटाने की तैयारी में है

इससे स्पष्ट है कि अर्ली-स्टेज इन्वेस्टमेंट में अब एक नई लहर देखने को मिल रही है।


💡 क्यों खास है यह फंड?

Peak XV का नया फंड इसलिए भी खास है क्योंकि:

  • यह रीब्रांडिंग के बाद पहला फंड है
  • यह संकेत देता है कि फर्म अब भारत और SEA में लंबी अवधि की रणनीति के साथ लौट रही है
  • यह फंड अर्ली-स्टेज स्टार्टअप्स को टार्गेट करेगा — यानि नए इनोवेटर्स को बड़ी राहत

🔍 Peak XV की रणनीति क्या कहती है?

हालांकि Peak XV ने इस खबर पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यह फंड:

  • Consumer Tech
  • AI और SaaS
  • Fintech
  • Healthcare जैसे सेक्टरों में निवेश कर सकता है।

इससे न केवल इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्टार्टअप्स को जल्द ग्रोथ और स्केल करने का मौका भी मिलेगा।


📌 निष्कर्ष: भारतीय स्टार्टअप्स के लिए सुनहरा अवसर

Peak XV का यह नया फंड न सिर्फ भारतीय स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग का बड़ा जरिया बनेगा, बल्कि यह इस बात का भी संकेत है कि भारत आज भी ग्लोबल वेंचर कैपिटल लैंडस्केप में एक हॉट डेस्टिनेशन बना हुआ है।

जिन उद्यमियों के पास शानदार आइडिया हैं, यह फंड उनके सपनों को हकीकत में बदलने में बड़ी भूमिका निभा सकता है।


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🎮 Blue Ocean Games ने लॉन्च किया $30 मिलियन का फंड,

Blue Ocean Games

दक्षिण कोरियाई गेमिंग दिग्गज Krafton Inc. द्वारा समर्थित Blue Ocean Games ने इंडी गेम डेवलपर्स के लिए $30 मिलियन (लगभग ₹250 करोड़) का एक नया फंड लॉन्च किया है। इस फंड का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर उभरते हुए गेम डेवलपर्स, खासकर भारत के टैलेंट को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करना है।


🌍 क्या है Blue Ocean Games का नया फंड?

Blue Ocean Games एक वेंचर फंड है जिसकी स्थापना Damian Lee ने की है, जो पहले Krafton में हेड ऑफ इन्वेस्टमेंट्स रह चुके हैं। इस नए फंड के तहत Blue Ocean Games अगले तीन वर्षों में 100 डेवलपर्स को सपोर्ट करेगा।

इसका मुख्य फोकस उन इंडी गेम डेवलपर्स पर रहेगा जो अपने क्रिएटिव आइडियाज़ के साथ गेमिंग इंडस्ट्री में नई दिशा लाना चाहते हैं, लेकिन प्रारंभिक स्तर पर वित्तीय सहायता की कमी के कारण आगे नहीं बढ़ पाते।


💡 “SAIL” मॉडल क्या है?

Blue Ocean Games ने डेवलपर्स को सपोर्ट करने के लिए एक कस्टम इन्वेस्टमेंट मॉडल पेश किया है जिसे Structured Agreement for Indie Launch (SAIL) नाम दिया गया है।

इस मॉडल की मुख्य बातें:

  • कांसेप्ट स्टेज पर फंडिंग – डेवलपर्स को शुरुआती स्टेज पर, जब गेम का प्लेयबल बिल्ड भी तैयार नहीं होता, तभी फंडिंग प्रदान की जाएगी।
  • $100,000 तक की फंडिंग व्यक्तिगत डेवलपर्स के लिए उपलब्ध होगी।
  • $300,000 तक की फंडिंग टीमों को दी जा सकती है, जो दो साल की अवधि में जारी होगी।
  • डेवलपर्स अपनी इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (IP) पर पूर्ण स्वामित्व बनाए रखेंगे।
  • हाइब्रिड इक्विटी और रेवेन्यू-शेयरिंग मॉडल के ज़रिए निवेशकों और डेवलपर्स दोनों के हितों को संतुलित किया जाएगा।

इस मॉडल का लक्ष्य डेवलपर्स को रचनात्मक नियंत्रण देना है ताकि वे अपनी सोच के मुताबिक गेम बना सकें और साथ ही निवेशकों को भी रिटर्न मिल सके।


🇮🇳 भारत पर विशेष फोकस क्यों?

Krafton India के CEO Sean Hyunil Sohn ने बताया:

“भारत रचनात्मकता और तकनीकी कौशल का पावरहाउस है, लेकिन कई बेहतरीन आइडियाज शुरुआती समर्थन के अभाव में आगे नहीं बढ़ पाते। Blue Ocean Games एक ऐसा फॉरवर्ड-थिंकिंग इन्वेस्टमेंट मॉडल लेकर आया है जो इंडी डेवलपर्स को शुरुआती चरण में ही महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान करेगा।”

भारत में गेमिंग इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है, लेकिन शुरुआती दौर के कई डेवलपर्स को संसाधनों की कमी के चलते अपने प्रोजेक्ट्स बंद करने पड़ते हैं। इस फंड के ज़रिए Blue Ocean Games भारतीय गेमिंग टैलेंट को वैश्विक मंच तक पहुंचाने की दिशा में काम करेगा।


👥 डेवलपर्स को क्या सुविधाएं मिलेंगी?

फंडिंग के साथ-साथ Blue Ocean Games डेवलपर्स को कई प्रैक्टिकल सपोर्ट सर्विसेज भी प्रदान करेगा, जैसे:

  • कंपनी रजिस्ट्रेशन (Incorporation Assistance)
  • बुककीपिंग और अकाउंटिंग सपोर्ट
  • इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स से मेंटरशिप
  • कोहोर्ट-आधारित प्रोग्राम ताकि डेवलपर्स एक कम्युनिटी के रूप में सीख सकें और एक-दूसरे के साथ अनुभव साझा कर सकें

इससे नए डेवलपर्स को न केवल वित्तीय बल्कि प्रोफेशनल मार्गदर्शन भी मिलेगा, जो गेम डेवलपमेंट के हर पहलू को मजबूत बनाएगा।


📈 शुरुआती डेवलपर्स से लेकर अनुभवी टीमों तक सपोर्ट

फिलहाल यह फंड सोलो डेवलपर्स और छोटी, पहली बार काम करने वाली टीमों के लिए अनुकूलित किया गया है। हालांकि, Blue Ocean Games भविष्य में बड़े और अधिक अनुभवी डेवलपर्स को सपोर्ट करने के लिए अलग फंड्स लॉन्च करने की योजना भी बना रहा है।

इसका उद्देश्य इंडस्ट्री के हर स्तर पर इनोवेशन को बढ़ावा देना और नए टैलेंट को स्थायित्व के साथ आगे बढ़ने का मौका देना है।


🎮 गेमिंग इंडस्ट्री के लिए क्या मायने रखता है यह कदम?

गेमिंग इंडस्ट्री में लगातार बदलाव और प्रतिस्पर्धा के बीच नए डेवलपर्स के लिए जगह बनाना काफी चुनौतीपूर्ण होता है। शुरुआती निवेश और मार्गदर्शन की कमी के चलते कई प्रतिभाशाली डेवलपर्स अपने क्रिएटिव आइडियाज़ को वास्तविकता में नहीं बदल पाते।

Blue Ocean Games का यह फंड:

  • नए डेवलपर्स को आर्थिक स्वतंत्रता देगा।
  • शुरुआती चरण में मिलने वाला मार्गदर्शन डेवलपर्स के प्रोडक्ट डेवलपमेंट को मजबूत करेगा।
  • भारतीय गेम डेवलपर्स को ग्लोबल लेवल पर प्रतिस्पर्धा करने का अवसर देगा।
  • गेमिंग इकोसिस्टम में इनोवेशन को बढ़ावा देगा।

🔮 भविष्य की संभावनाएं

गेमिंग इंडस्ट्री में AI, VR/AR और क्लाउड-आधारित गेमिंग जैसे सेगमेंट तेजी से उभर रहे हैं। ऐसे में Blue Ocean Games जैसे प्लेटफॉर्म्स का इंडी डेवलपर्स को समर्थन देना भारतीय गेमिंग उद्योग के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।

यह न केवल नए विचारों को पंख देगा, बल्कि भारत को वैश्विक गेमिंग हब के रूप में उभारने में भी मदद करेगा।


📢 निष्कर्ष

Blue Ocean Games का यह $30 मिलियन फंड भारतीय और वैश्विक गेम डेवलपर्स के लिए एक बड़ी उम्मीद लेकर आया है। इससे नए डेवलपर्स को वित्तीय सहायता, मेंटरशिप और अपना खुद का गेमिंग ब्रांड बनाने का अवसर मिलेगा।

अब देखना दिलचस्प होगा कि इस फंडिंग से कौन-कौन से नए और अनोखे गेम्स मार्केट में आते हैं, जो दुनिया भर के गेमर्स को लुभा पाएंगे।


क्या आप भी गेम डेवलपमेंट में रुचि रखते हैं? या कोई आइडिया है जिसे आप साकार करना चाहते हैं? यह मौका हो सकता है आपके सपनों को उड़ान देने का! 🎮✨

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✈️ Rimigo को मिली $5.5 लाख की प्री-सीड फंडिंग,

Rimigo

ट्रैवल-टेक स्टार्टअप Rimigo ने अपने पहले प्री-सीड फंडिंग राउंड में $550,000 (लगभग ₹4.6 करोड़) की फंडिंग जुटाई है। यह फंडिंग राउंड जापान की Reazon Capital और SGgrow Capital की अगुवाई में हुआ, जिसमें भारत के कई जाने-माने एंजेल निवेशकों ने भी हिस्सा लिया।

इन निवेशकों में एस. रामदोरई (पूर्व TCS प्रमुख), रवि निगम (बिज़नेस लीडर), शशांक देशपांडे, और उज्जवल जैन जैसे अनुभवी प्रोफेशनल्स शामिल हैं।


🎯 Rimigo क्या करता है?

Rimigo, एक बेंगलुरु स्थित ट्रैवल टेक स्टार्टअप है, जिसकी स्थापना 2024 में साहिल शर्मा, शुभम चिंतलवार और आदित्य शिरोले ने की थी। कंपनी का मिशन है – अंतरराष्ट्रीय यात्रा को आसान, स्मार्ट और व्यक्तिगत बनाना

Rimigo एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो:

  • AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित छुट्टी प्लानिंग टूल्स देता है
  • यूज़र्स को सिर्फ डेस्टिनेशन और प्राथमिकताएं बतानी होती हैं, और Rimigo उनके लिए पूरी ट्रिप का प्लान तैयार कर देता है
  • इसमें शामिल होता है: फ्लाइट सजेशन, होटल ऑप्शन, रेस्टोरेंट, एक्टिविटीज और पूरा इंटीनरेरी – वो भी पूरी तरह पर्सनलाइज़्ड

💼 फंडिंग का इस्तेमाल कहां होगा?

Rimigo ने प्रेस रिलीज़ में बताया कि इस ताज़ा फंडिंग का इस्तेमाल मुख्यतः तीन प्रमुख उद्देश्यों के लिए किया जाएगा:

  1. प्रोडक्ट डेवलपमेंट – प्लेटफॉर्म में और भी एडवांस AI फीचर्स जोड़े जाएंगे
  2. नई टीम की भर्ती – ट्रैवल और टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स को जोड़ा जाएगा
  3. स्केलिंग और टीम विस्तार – Rimigo की टेक और ऑपरेशंस टीम को ग्लोबल स्तर पर तैयार किया जाएगा

🧠 Rimigo की खासियत क्या है?

अंतरराष्ट्रीय यात्रा आज भी बहुत से लोगों के लिए जटिल और तनावपूर्ण होती है। Rimigo इस परेशानी को दूर करना चाहता है। इसके कुछ प्रमुख फ़ीचर्स हैं:

  • Collaborative Tools – फैमिली या दोस्तों के साथ ट्रिप की प्लानिंग एक साथ
  • AI-Driven Planning – मशीन लर्निंग के ज़रिए यूज़र की पसंद-नापसंद को समझकर कस्टमाइज्ड सजेशन
  • Curated Recommendations – भरोसेमंद होटल, एक्टिविटी और डाइनिंग ऑप्शन
  • Local Expertise – जगह-जगह के एक्सपर्ट्स से जुड़ाव, जिससे रियल लोकल एक्सपीरियंस मिल सके

🔍 समस्या जिसे Rimigo हल कर रहा है

आज भी ट्रैवल प्लानिंग में लोग निम्नलिखित समस्याओं से जूझते हैं:

  • बहुत सारी वेबसाइट्स और जानकारियों की overload
  • एक जैसी ट्रैवल पैकेज की बोरियत
  • पर्सनलाइजेशन की कमी, यानी हर किसी को वही पैकेज मिलता है
  • स्थानीय एक्सपर्ट्स की कमी, जिससे सही अनुभव नहीं मिल पाता

Rimigo इन सभी समस्याओं का हल बनकर सामने आ रहा है।


📊 ट्रैक रिकॉर्ड: 120 से अधिक ट्रिप्स की प्लानिंग

स्टार्टअप ने बताया कि उसने अपने बीटा फेज में अब तक 120 से अधिक इंटरनेशनल ट्रिप्स की प्लानिंग की है। इनमें से:

  • 50 से ज़्यादा यात्राएं सफलतापूर्वक पूरी हो चुकी हैं
  • 70 से अधिक ट्रिप्स अभी प्लानिंग स्टेज में हैं
  • कई यूज़र्स ने दोबारा ट्रैवल बुकिंग की है या अपने दोस्तों को रेफर किया है

यह Rimigo के मॉडल की स्वीकार्यता और उपयोगिता को दर्शाता है।


🌟 फाउंडर्स की सोच

Rimigo के सह-संस्थापक साहिल शर्मा का कहना है:

“हमारा लक्ष्य है ट्रैवल प्लानिंग को उतना ही आसान बनाना, जितना ऑनलाइन खाना ऑर्डर करना। हम चाहते हैं कि हर यूज़र को उसकी पसंद और बजट के अनुसार एकदम सटीक ट्रिप मिल सके – बिना तनाव के।”


📌 भविष्य की योजना

Rimigo आने वाले महीनों में:

  • और भी देशों के लिए ट्रैवल पैकेज जोड़ेगा
  • यूज़र इंटरफेस को और सहज बनाएगा
  • B2B सेगमेंट (जैसे ट्रैवल एजेंसियां और होटल चेन) के साथ इंटीग्रेशन करेगा
  • AI की मदद से एक नवीनतम “वर्चुअल ट्रैवल असिस्टेंट” लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है

📈 भारत के ट्रैवलटेक स्पेस में Rimigo की संभावनाएं

भारत में ट्रैवल सेक्टर अब तेज़ी से डिजिटल और AI-फोकस्ड होता जा रहा है। ऐसे में Rimigo जैसे स्टार्टअप्स की जरूरत बढ़ रही है जो:

  • यूज़र्स की जिंदगी आसान बनाएं
  • इंटरनेशनल ट्रैवल को डेमोक्रेटाइज करें
  • और डिजिटल इंडिया की दिशा में योगदान दें

✨ निष्कर्ष

Rimigo, एक स्मार्ट, एआई-बेस्ड और उपयोगकर्ता-केंद्रित ट्रैवल प्लेटफॉर्म बनकर उभर रहा है। $550,000 की इस शुरुआती फंडिंग से कंपनी की नींव और मज़बूत होगी और यह आने वाले समय में भारत का अग्रणी ट्रैवल-टेक ब्रांड बन सकता है।

अब देखना यह होगा कि Rimigo अपनी तकनीक, यूज़र अनुभव और वैश्विक विस्तार के ज़रिए किस ऊंचाई तक पहुंचता है।

Read more :🐟 Captain Fresh को मिला ₹30 करोड़ का डेट फंडिंग

🐟 Captain Fresh को मिला ₹30 करोड़ का डेट फंडिंग

Captain Fresh

B2B सीफ़ूड मार्केटप्लेस Captain Fresh ने अपने आगामी IPO से पहले Trifecta Ventures से ₹30 करोड़ की डेट फंडिंग हासिल की है। यह फंडिंग कंपनी के विकास और विस्तार योजनाओं को गति देगी, खासकर तब जब वह अपने प्री-IPO राउंड के अंतिम चरण में है।

कंपनी ने 3,000 Series B5 गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर्स (NCDs) जारी करने का निर्णय लिया है, जिसे Trifecta Ventures Debt Fund खरीदेगा। यह जानकारी कंपनी द्वारा रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) में दाखिल किए गए दस्तावेज़ों से सामने आई है।


🌐 Captain Fresh क्या करता है?

Captain Fresh एक आधुनिक फार्म-टू-रिटेल प्लेटफॉर्म है, जो मुख्य रूप से फिश, सीफ़ूड और शिप (भेड़) जैसे एनिमल प्रोटीन के क्षेत्र में काम करता है। कंपनी सीधे किसानों और एजेंट्स से प्रोडक्ट्स खरीदती है और इन्हें B2B (बिजनेस-टू-बिजनेस), B2R (बिजनेस-टू-रिटेल) और B2B2C (बिजनेस-टू-बिजनेस-टू-कस्टमर) मॉडल के ज़रिए वितरित करती है।

इसका लक्ष्य पारंपरिक सप्लाई चेन को डिजिटलीकृत करना और ताजे प्रोटीन स्रोतों को तेज़ी से अंतिम उपभोक्ताओं तक पहुंचाना है।


💰 फाइनेंस में ग्रोथ और घाटे में कमी

Captain Fresh ने FY24 में ₹1,395 करोड़ का सकल राजस्व (GMV) दर्ज किया, जो पिछले साल FY23 के ₹817 करोड़ की तुलना में 71% की वृद्धि दर्शाता है। यह कंपनी के तेजी से बढ़ते मार्केट कैप्चर और ऑपरेशनल क्षमता का संकेत है।

हालांकि कंपनी अभी भी घाटे में है, लेकिन FY24 में इसका नेट लॉस ₹229 करोड़ रहा, जो कि FY23 की तुलना में 22% कम है। यह दर्शाता है कि कंपनी लागत नियंत्रण और लाभप्रदता की दिशा में प्रगति कर रही है।


🏦 Trifecta Ventures से डेट फंडिंग क्यों?

Trifecta Ventures एक प्रमुख वेंचर डेट फर्म है जो स्टार्टअप्स को इक्विटी डायल्यूशन के बिना पूंजी प्रदान करती है। Captain Fresh के लिए यह डेट फंडिंग इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि:

  • यह प्री-IPO तैयारी के लिए वित्तीय स्थिरता प्रदान करता है।
  • कंपनी को अपने संचालन का विस्तार करने, तकनीक में निवेश करने और लॉजिस्टिक्स नेटवर्क को मजबूत करने में मदद करेगा।
  • डेट फंडिंग से कंपनी की वैल्यूएशन पर कोई असर नहीं होता, जो IPO से पहले एक रणनीतिक कदम है।

💹 IPO की तैयारी जोरों पर: ₹2,900-3,300 करोड़ का लक्ष्य

Captain Fresh इस साल के अंत तक IPO फाइल करने की योजना बना रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने Axis Capital और Bank of America (BofA) को अपने IPO के लिए लीड बैंकर नियुक्त किया है।

प्रस्तावित IPO का आकार $350–400 मिलियन (₹2,900–3,300 करोड़) के बीच होने की उम्मीद है। यह भारत के सीफ़ूड और प्रोटीन वितरण सेगमेंट में पहला बड़ा सार्वजनिक निर्गम हो सकता है, जो निवेशकों के लिए भी एक नया अवसर है।


🧠 रणनीति: टेक्नोलॉजी + एग्रीगेशन + रिटेल

Captain Fresh की सफलता की चाबी उसकी टेक-ड्रिवन एप्रोच में छिपी है। कंपनी सप्लाई चेन को स्मार्ट डेटा, ट्रैकिंग, और गुणवत्ता नियंत्रण के साथ जोड़कर एक सस्टेनेबल B2B मॉडल चला रही है।

इसके साथ-साथ, कंपनी अपने नेटवर्क को रिटेल और होलसेल तक फैला रही है, जिससे उसे विविध ग्राहक आधार से डील करने और रेवेन्यू चैनल्स को डायवर्सिफाई करने में मदद मिलती है।


🧾 फंडिंग हिस्ट्री: लगातार निवेशकों की रुचि

Captain Fresh पहले भी कई निवेशकों से फंडिंग जुटा चुका है। कुछ प्रमुख राउंड्स:

  • 2022 में Series C राउंड में $50 मिलियन (Sequoia Capital India, Accel, Tiger Global सहित निवेशकों से)
  • 2023 में Series D राउंड में $20 मिलियन की पूंजी जुटाई गई थी।

अब तक Captain Fresh ने लगभग $100 मिलियन से अधिक की इक्विटी फंडिंग जुटाई है और अब डेट फंडिंग के ज़रिए पूंजीगत ज़रूरतों को पूरा कर रहा है।


🔍 निष्कर्ष: IPO से पहले Captain Fresh की मज़बूत तैयारी

Captain Fresh की ओर से ₹30 करोड़ की ताज़ा डेट फंडिंग यह दर्शाती है कि कंपनी IPO से पहले वित्तीय रूप से मज़बूत और स्ट्रक्चरली तैयार होना चाहती है।

इसका मजबूत GMV ग्रोथ, घाटे में कमी और तकनीक-आधारित बिजनेस मॉडल इसे एक मजबूत दावेदार बनाते हैं आने वाले IPO बाजार में।

अब सबकी नजर इस बात पर होगी कि कंपनी अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) कब दाखिल करती है और निवेशक इसके प्रस्ताव को किस रूप में अपनाते हैं।

Read more :👥 Mamaearth की पैरेंट कंपनी Honasa Consumer में टॉप लेवल बदलाव

👥 Mamaearth की पैरेंट कंपनी Honasa Consumer में टॉप लेवल बदलाव

Mamaearth

Mamaearth ब्रांड की पैरेंट कंपनी Honasa Consumer Limited ने अपने दो सीनियर एग्जीक्यूटिव्स को टॉप लीडरशिप पोजिशन पर प्रमोट किया है। ये बदलाव 24 अप्रैल से प्रभावी होंगे।

जहां Karan Bajwa को कंपनी का Chief Human Resources Officer (CHRO) नियुक्त किया गया है, वहीं Avinash Dhagat को Chief Supply Chain Officer (CSCO) की जिम्मेदारी दी गई है।

इस प्रमोशन के साथ ही Bajwa और Dhagat अब कंपनी के सीनियर मैनेजमेंट पर्सनल की लिस्ट में शामिल हो गए हैं।


📌 Mamaearth कौन हैं Karan Bajwa और Avinash Dhagat?

🤝 Karan Bajwa: HR का नेतृत्व संभालेंगे

Karan Bajwa ने अप्रैल 2021 में Honasa Consumer में Senior Vice President – HR के तौर पर जॉइन किया था। Bajwa को Airtel और Reckitt जैसी जानी-मानी कंपनियों में कार्य करने का लंबा अनुभव है। उनके लीडरशिप स्किल्स और रणनीतिक दृष्टिकोण को देखते हुए अब उन्हें कंपनी के मानव संसाधन विभाग का नेतृत्व सौंपा गया है।

🚚 Avinash Dhagat: सप्लाई चेन के नए चीफ

Avinash Dhagat भी अप्रैल 2021 से Honasa का हिस्सा हैं। इससे पहले वह L’Oréal, Supermax, और Ashok Leyland जैसी कंपनियों में अहम पदों पर काम कर चुके हैं। सप्लाई चेन मैनेजमेंट में उनका गहन अनुभव अब Mamaearth को लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति श्रृंखला में और अधिक मजबूत बनाएगा।


🔄 CMO पद से अनूजा मिश्रा का इस्तीफा, CEO ने संभाली अतिरिक्त जिम्मेदारी

इन प्रमोशन्स की घोषणा ऐसे समय में आई है जब Honasa Consumer की CMO (Chief Marketing Officer) Anuja Mishra ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दिया है। कंपनी द्वारा इस महीने की शुरुआत में फाइल किए गए एक सर्कुलर के मुताबिक, Varun Alagh, जो कि कंपनी के CEO और Whole-Time Director हैं, अस्थायी रूप से CMO की जिम्मेदारी भी संभालेंगे।

यह बदलाव दिखाता है कि कंपनी अंदरूनी तौर पर लीडरशिप टीम को सुदृढ़ करने पर ध्यान दे रही है ताकि आने वाले समय में ब्रांड को और मजबूती मिल सके।


💹 वित्तीय प्रदर्शन: Q3 FY25 में ₹26 करोड़ का मुनाफा

Honasa Consumer ने FY25 की तीसरी तिमाही (Q3) में मुनाफे में वापसी की है। कंपनी ने इस तिमाही में ₹26 करोड़ का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स दर्ज किया है।

इसके अलावा, कंपनी की रेवेन्यू में 5.9% की साल-दर-साल वृद्धि हुई है। Q3 FY24 में जहां कंपनी की आमदनी ₹488 करोड़ थी, वहीं Q3 FY25 में यह बढ़कर ₹517 करोड़ तक पहुंच गई है।

इस मुनाफे से यह संकेत मिलता है कि Mamaearth अपने ब्रांड वैल्यू और ग्राहकों की पसंद के चलते धीरे-धीरे स्थिरता की ओर बढ़ रही है।


📈 शेयर बाजार में प्रदर्शन और मार्केट कैपिटलाइजेशन

23 अप्रैल, दोपहर 1:30 बजे तक, Honasa Consumer का शेयर ₹238 पर ट्रेड कर रहा था। कंपनी की कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹7,758 करोड़ तक पहुंच गई है, जो लगभग $900 मिलियन के बराबर है।

यह प्रदर्शन निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है और यह भी बताता है कि ब्रांड में दीर्घकालिक वृद्धि की संभावना बनी हुई है।


🧴 Honasa का ब्रांड पोर्टफोलियो और भविष्य की रणनीति

Honasa Consumer सिर्फ Mamaearth तक सीमित नहीं है। इसके पोर्टफोलियो में The Derma Co., Aqualogica, BBlunt, Ayuga, और Dr. Sheth’s जैसे ब्रांड्स भी शामिल हैं। कंपनी अब स्किनकेयर, हेयरकेयर और न्यूट्रिशन जैसे सेगमेंट्स में भी विस्तार कर रही है।

इन प्रमोशन्स के साथ, कंपनी का फोकस आंतरिक टीम को सशक्त करने और ग्रोथ रणनीति को नई दिशा देने पर है।


📢 निष्कर्ष: अनुभव और नेतृत्व का मेल, Honasa की ग्रोथ में दिखेगा असर

Karan Bajwa और Avinash Dhagat जैसे अनुभवी प्रोफेशनल्स की टॉप लीडरशिप में पदोन्नति यह दर्शाता है कि Honasa Consumer अपने लीडरशिप स्ट्रक्चर को भविष्य के लिए तैयार कर रही है।

साथ ही CMO के इस्तीफे के बाद CEO का अस्थायी रूप से पद संभालना यह दिखाता है कि कंपनी तेजी से निर्णय लेने और स्थायित्व बनाए रखने में यकीन रखती है।

आने वाले महीनों में निवेशकों और इंडस्ट्री की नजर इस बात पर रहेगी कि यह नई लीडरशिप कंपनी की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस, ब्रांड एक्सपेंशन और यूज़र ट्रस्ट में कैसे योगदान देती है।

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⚡ IPO की रफ्तार पर Ather Energy 28 अप्रैल से खुलेगा सब्सक्रिप्शन,

Ather Energy

भारत की अग्रणी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता कंपनी Ather Energy ने अपने इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) की तारीखों की घोषणा कर दी है। यह IPO 28 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 तक खुला रहेगा। यह सार्वजनिक पेशकश ना केवल निवेशकों और प्रमोटरों के लिए बल्कि कंपनी के कर्मचारियों के ESOP होल्डिंग्स के लिए भी लाभदायक साबित हो सकती है।


💼 Ather Energy कुल इश्यू साइज ₹2,980.7 करोड़, जिसमें शामिल है नया इश्यू और OFS

Ather Energy का यह प्रस्तावित IPO कुल मिलाकर ₹2,980.7 करोड़ का है। इसमें:

  • ₹2,626 करोड़ का नया इश्यू (Fresh Issue) और
  • ₹354.76 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है।

OFS के तहत निवेशकों और प्रमोटरों द्वारा हिस्सेदारी बेची जाएगी, जबकि नए इश्यू से जुटाई गई राशि का उपयोग कंपनी की ग्रोथ, विस्तार और रिसर्च गतिविधियों में किया जाएगा।


📊 ESOP धारकों को भी मिलेगा मौका, लेकिन थोड़ा इंतज़ार ज़रूरी

Ather के रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) के अनुसार, कंपनी के पास वर्तमान में 1.62 करोड़ ESOPs का पूल है। यदि IPO का प्राइस बैंड का ऊपरी स्तर ₹321 माना जाए, तो इन ESOPs की कुल वैल्यू लगभग ₹530 करोड़ (लगभग $62 मिलियन) बनती है।

हालांकि, कंपनी के कर्मचारियों को अपनी होल्डिंग्स को बेचने के लिए कुछ महीनों से लेकर एक साल तक इंतज़ार करना पड़ सकता है, क्योंकि ESOPs पर कुछ शर्तें और लॉक-इन पीरियड लागू होते हैं।

गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2025 की शुरुआत से लेकर RHP फाइलिंग तक, Ather ने लगभग 46 लाख नए ESOPs जारी किए हैं।


📈 शेयरों की कीमत ₹304-₹321 प्रति शेयर, न्यूनतम निवेश ₹13,984

Ather Energy के IPO के लिए कंपनी ने प्राइस बैंड ₹304 से ₹321 प्रति शेयर निर्धारित किया है। निवेशक कम-से-कम एक लॉट में 46 शेयरों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिससे न्यूनतम निवेश राशि ₹13,984 बनती है।

यह बुक-बिल्ट इश्यू है, जिसमें:

  • 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए,
  • 15% नॉन-इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) के लिए और
  • 10% रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है।

🤑 Tiger Global और Caladium Investment करेंगे OFS में हिस्सा

OFS के हिस्से में प्रमुख निवेशक Tiger Global और Caladium Investment अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचेंगे।

  • Tiger Global अपने 4,00,000 इक्विटी शेयर बेचेगा, जिन्हें उसने ₹38.58 प्रति शेयर की औसत कीमत पर खरीदा था। इस बिक्री से उसे 8.3 गुना रिटर्न मिलने की उम्मीद है।
  • वहीं, Caladium Investment को लगभग 57% का रिटर्न मिलने की संभावना है।

📉 FY25 की शुरुआत में घाटा, लेकिन रेवेन्यू में ग्रोथ बरकरार

Ather Energy की वित्तीय स्थिति भी इस IPO के केंद्र में है। कंपनी ने FY25 के पहले 9 महीनों में:

  • 1,08,000 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे, जिससे
  • ₹1,578.9 करोड़ का राजस्व हासिल हुआ।

हालांकि, इसी अवधि में कंपनी को ₹579.6 करोड़ का घाटा भी हुआ।

वहीं, पूरे FY24 (मार्च 2024 तक) में कंपनी ने:

  • ₹1,753 करोड़ का रेवेन्यू कमाया और
  • ₹1,062 करोड़ का नेट लॉस रिपोर्ट किया।

यह आंकड़े बताते हैं कि Ather अभी भी प्रॉफिटेबिलिटी की ओर बढ़ रही है, लेकिन उसके सेल्स वॉल्यूम और बाजार हिस्सेदारी में निरंतर वृद्धि देखने को मिल रही है।


🔍 कौन हैं Ather के प्रमुख निवेशक?

Ather Energy में कई प्रमुख निवेशकों की भागीदारी है:

  • Hero MotoCorp – 38.19%
  • Caladium Investment (GIC) – 15.43%
  • National Investment and Infrastructure Fund (NIIF) – 14.22%
  • Tiger Global – 6.56%
  • संस्थापक Tarun Mehta और Swapnil Jain – प्रत्येक के पास 6.81% हिस्सेदारी

इस सूची से साफ है कि Ather को निवेशकों का भरपूर समर्थन प्राप्त है, जो इसके दीर्घकालिक ग्रोथ में भरोसा जताते हैं।


📌 निष्कर्ष: Ather का IPO—निवेशकों, कर्मचारियों और मार्केट के लिए बड़ा मौका

Ather Energy का IPO न केवल निवेशकों को अच्छा रिटर्न देने का वादा करता है, बल्कि कंपनी के कर्मचारियों के लिए भी यह एक वेल्थ क्रिएशन का अवसर है। ESOP धारकों के लिए यह लिस्टिंग आगे चलकर वित्तीय स्वतंत्रता की ओर बड़ा कदम हो सकता है।

हालांकि कंपनी अभी घाटे में है, लेकिन इसके सेगमेंट लीडरशिप, टेक्नोलॉजी इनोवेशन और मजबूत ब्रांड वैल्यू** को देखते हुए यह IPO बाजार में काफी दिलचस्पी पैदा कर रहा है।

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🤝 Accel ने प्रमोट किए दो नए पार्टनर

Accel

भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया के स्टार्टअप इकोसिस्टम में सक्रिय वेंचर कैपिटल फर्म Accel ने अपने दो अनुभवी निवेशक—प्रतीक अग्रवाल और रचित पारेख को पार्टनर पद पर प्रमोट करने की घोषणा की है। यह कदम फर्म की उस रणनीति का हिस्सा है जिसमें वह अनुभवी टैलेंट को नेतृत्व की जिम्मेदारी सौंपकर अपनी ग्रोथ को मजबूत बनाना चाहती है।


🧑‍💼 छह सालों से Accel का हिस्सा हैं दोनों

प्रतीक अग्रवाल और रचित पारेख पिछले छह वर्षों से Accel के साथ जुड़े हुए हैं। इस दौरान उन्होंने न केवल निवेश रणनीति (Investment Strategy) को दिशा दी, बल्कि शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स के साथ काम करके फाउंडर एंगेजमेंट और पोर्टफोलियो निर्माण में भी अहम भूमिका निभाई।

Accel के मुताबिक, यह प्रमोशन उनकी लगातार मेहनत और गहरी समझ का नतीजा है, जिससे फर्म को कई मोर्चों पर फायदा हुआ है।


💼 निवेश रणनीति और फाउंडर्स से मजबूत रिश्ते

प्रतीक और रचित, दोनों ने Accel के लिए स्टार्टअप्स को समझने, फाउंडर्स को गाइड करने और सही समय पर रणनीतिक निवेश करने में अहम भूमिका निभाई है।

इनकी विशेषज्ञता खासकर एर्ली-स्टेज स्टार्टअप इन्वेस्टमेंट में रही है। यही वो समय होता है जब स्टार्टअप को सबसे ज़्यादा मेंटरशिप और फाइनेंशियल गाइडेंस की जरूरत होती है।


📢 Accel का आधिकारिक ऐलान

Accel ने इस प्रमोशन की जानकारी अपने X (पूर्व में Twitter) अकाउंट के जरिए साझा की। उन्होंने कहा:

“यह प्रमोशन हमारी उस दीर्घकालिक रणनीति के अनुरूप है, जिसमें हम ऐसे अनुभवी निवेशकों के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं जो फर्म के मूल्यों और दृष्टिकोण को गहराई से समझते हैं।”

Accel ने यह भी साफ किया कि दोनों नए पार्टनर मौजूदा टीम के साथ मिलकर काम करते रहेंगे और भविष्य के इन्वेस्टमेंट ऑपर्च्युनिटीज को खोजने में सक्रिय रहेंगे।


🇮🇳 भारत में Accel की मजबूत पकड़

Accel का भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में काफी पुराना और गहरा योगदान रहा है। कंपनी ने अब तक Flipkart, Swiggy, Freshworks जैसी दर्जनों यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स को शुरुआती चरण में फंडिंग दी है।

इनमें से कई कंपनियां आज ना केवल भारत बल्कि ग्लोबल स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी हैं। Accel का मानना है कि शुरुआती दौर में सही स्टार्टअप्स को पहचानना और उन्हें सपोर्ट करना, लॉन्ग टर्म सक्सेस की कुंजी है।


📈 पहले भी कई पार्टनर प्रमोशन कर चुका है Accel

यह पहली बार नहीं है जब Accel ने अपनी टीम में प्रमोशन किया हो। इससे पहले 2019 में, फर्म ने भारत में तीन प्रिंसिपल्स को पार्टनर बनाया था:

  • अभिनव चतुर्वेदी
  • प्रयंक स्वरूप
  • बरथ शंकर

इन प्रमोशन्स से यह साफ होता है कि Accel हमेशा अपनी इन-हाउस टैलेंट ग्रोथ पॉलिसी पर भरोसा करता है। फर्म में प्रतिभा और परफॉर्मेंस को पहचानने और उन्हें आगे बढ़ाने की एक मजबूत संस्कृति है।


💰 2024 में लॉन्च हुआ Accel का आठवां फंड

Accel ने इसी साल जनवरी 2024 में अपना आठवां फंड (Accel Fund VIII) लॉन्च किया, जिसकी वैल्यू $650 मिलियन (लगभग ₹5,400 करोड़) है।

यह फंड खासतौर पर भारत और साउथईस्ट एशिया के शुरुआती स्टेज स्टार्टअप्स में निवेश के लिए रखा गया है। फर्म की योजना है कि वह इस पूंजी का इस्तेमाल नए, इनोवेटिव और स्केलेबल बिजनेस मॉडलों को सपोर्ट करने में करेगी।


🚀 फाउंडर्स को मिलेगा और मज़बूत सपोर्ट

प्रतीक और रचित की प्रमोशन से उन स्टार्टअप फाउंडर्स को काफी फायदा मिलने वाला है जो Accel के साथ जुड़े हुए हैं या भविष्य में जुड़ना चाहते हैं।

दोनों पार्टनर्स ने पहले भी फाउंडर्स को स्ट्रैटेजी, स्केलिंग, प्रोडक्ट डेवेलपमेंट और ग्रोथ में मदद की है। अब पार्टनर की भूमिका में, उनकी भागीदारी और भी निर्णायक होगी।


📝 निष्कर्ष: नेतृत्व की नई परत के साथ Accel तैयार भविष्य के लिए

Accel का यह निर्णय एक बार फिर यह साबित करता है कि फर्म ना केवल बाहर के स्टार्टअप्स में निवेश करती है, बल्कि अपनी टीम में भी निवेश करने में यकीन रखती है

प्रतीक अग्रवाल और रचित पारेख जैसे पेशेवरों को लीडरशिप में लाकर, Accel ने यह सुनिश्चित किया है कि आने वाले सालों में वह और अधिक स्टार्टअप्स को स्मार्ट फंडिंग और सही मार्गदर्शन देने में सक्षम हो सकेगी।

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