Cars24 ने FY24 में 25% वृद्धि दर्ज की, नुकसान ₹498.4 करोड़ पर स्थिर

Cars24

CARS24, प्री-ओन्ड वाहनों के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, ने वित्त वर्ष 2024 (FY24) में 25% सालाना वृद्धि दर्ज की है। हालांकि, इस दौरान कंपनी को ₹498.4 करोड़ का शुद्ध नुकसान हुआ।

कंपनी की भारतीय इकाई ने FY24 में ₹6,917 करोड़ का सकल राजस्व अर्जित किया, जो पिछले वित्त वर्ष (FY23) में ₹5,530 करोड़ था। इस दौरान, Cars24 ने 2,00,000 कारों की बिक्री का दावा किया है।


CARS24 कंपनी के राजस्व के मुख्य स्रोत

CARS24 ने अपनी आय के विभिन्न स्रोतों का खुलासा किया है:

  1. वित्तीय सेवाओं से आय:
    • लगभग ₹300 करोड़।
  2. सेवा शुल्क और अन्य सेवाएं:
    • इनमें बीमा सहायता, वारंटी, पार्किंग शुल्क और अन्य वैल्यू-एडेड सेवाएं शामिल हैं।

कारों की खरीद प्रमुख लागत केंद्र

प्री-ओन्ड वाहनों के विक्रेता के रूप में, कारों की खरीद कंपनी के लिए सबसे बड़ा लागत केंद्र रही।

  • FY24 में इस लागत में 23.8% की वृद्धि हुई और यह ₹6,106 करोड़ तक पहुंच गई।
  • यह कंपनी की कुल लागत का 81.8% है।

कंपनी ने अन्य खर्चों में भी वृद्धि देखी:

  1. कर्मचारी लाभ और प्रौद्योगिकी खर्च
  2. विज्ञापन और मार्केटिंग
  3. ब्रोकर कमीशन और कानूनी शुल्क

इन सब ने कुल खर्च को FY23 के ₹6,053 करोड़ से बढ़ाकर FY24 में ₹7,461 करोड़ कर दिया।


कंपनी की वैश्विक मौजूदगी

Cars24 की होल्डिंग कंपनी सिंगापुर में स्थित है, जो चार देशों में 12 सहायक कंपनियों का संचालन करती है:

  1. भारत
  2. ऑस्ट्रेलिया
  3. यूएई
  4. थाईलैंड

हालांकि, कंपनी के समेकित वित्तीय परिणाम अभी तक जारी नहीं हुए हैं, और भारतीय इकाई द्वारा रिपोर्ट किए गए आंकड़े भिन्न हो सकते हैं।


FY24 के मुख्य आंकड़े

मापदंडFY24FY23वृद्धि (%)
सकल राजस्व₹6,917 करोड़₹5,530 करोड़25%
कारों की बिक्री2,00,000
कार खरीद लागत₹6,106 करोड़23.8%
कुल खर्च₹7,461 करोड़₹6,053 करोड़23.3%
शुद्ध नुकसान₹498.4 करोड़
समायोजित EBITDA₹318.8 करोड़

Cars24 की व्यावसायिक रणनीति

ग्राहक अनुभव पर फोकस

Cars24 ने अपने प्लेटफॉर्म पर ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं।

  • आसान और तेज़ कार बिक्री प्रक्रिया।
  • पारदर्शी मूल्य निर्धारण।
  • वित्तीय सेवाओं का विस्तार, जैसे ऋण और बीमा।

नई सेवाओं का विस्तार

कंपनी ने बीमा सहायता, वारंटी और पार्किंग शुल्क सेवाएं जैसी नई सुविधाओं को जोड़ा है।

  • यह कदम ग्राहक आधार को मजबूत करने और राजस्व धाराओं को विविध बनाने में मदद करेगा।

आगे की चुनौतियां और संभावनाएं

नुकसान कम करने की चुनौती

हालांकि Cars24 ने FY24 में मजबूत राजस्व वृद्धि दर्ज की, लेकिन ₹498.4 करोड़ के नुकसान को कम करना एक बड़ी चुनौती है।

वैश्विक विस्तार

Cars24 की वैश्विक मौजूदगी इसके विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है।

  • ऑस्ट्रेलिया और यूएई जैसे बाजारों में बढ़ती मांग इसका प्रमुख अवसर है।

प्रतिस्पर्धा से निपटना

भारत में Cars24 को OLX और Spinny जैसे प्रतिस्पर्धियों से कड़ी टक्कर मिल रही है।

  • इसके लिए कंपनी को ग्राहक जुड़ाव और तकनीकी नवाचार पर जोर देना होगा।

Cars24: FY24 में विकास के संकेत और चुनौतियां

Cars24 की FY24 में प्रदर्शन ने स्पष्ट रूप से दिखाया कि कंपनी ने प्री-ओन्ड वाहन बाजार में अपनी जगह मजबूत की है। हालांकि, नुकसान कम करना और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच आगे बढ़ना अभी भी इसकी प्रमुख चुनौतियां बनी हुई हैं।


आय के स्रोत और वृद्धि

Cars24 के सकल राजस्व में वृद्धि मुख्य रूप से इसके आय स्रोतों की विविधता और ग्राहकों को दी जाने वाली नई सेवाओं के कारण हुई।

1. वित्तीय सेवाएं

  • FY24 में Cars24 ने लगभग ₹300 करोड़ की आय वित्तीय सेवाओं से अर्जित की।
  • इनमें वाहन ऋण, बीमा सहायता और गारंटी सेवाएं शामिल हैं।

2. सेवा शुल्क और अन्य वेल्यू-एडेड सेवाएं

  • सेवा शुल्क और अन्य सेवाओं ने राजस्व में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
  • बीमा, वारंटी और पार्किंग फीस जैसी सेवाओं ने ग्राहकों को अधिक आकर्षित किया।

मुख्य लागत केंद्र

कंपनी का सबसे बड़ा खर्च कारों की खरीद पर हुआ।

  1. कार खरीद लागत: ₹6,106 करोड़, FY24 के कुल खर्च का 81.8%।
  2. अन्य लागतें: कर्मचारी लाभ, प्रौद्योगिकी, विज्ञापन और ब्रोकर कमीशन ने कुल खर्च को ₹7,461 करोड़ तक पहुंचा दिया।

विस्तार की रणनीति

Cars24 की वैश्विक विस्तार योजना और नई सेवाओं का परिचय कंपनी के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।

1. नए बाजारों में प्रवेश

  • Cars24 भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, यूएई और थाईलैंड जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी सेवाएं प्रदान कर रही है।
  • सिंगापुर स्थित होल्डिंग कंपनी इसके वैश्विक संचालन का प्रबंधन करती है।

2. तकनीकी नवाचार

  • Cars24 अपने प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों के लिए तकनीकी सुधार कर रहा है।
  • एआई आधारित मूल्यांकन और तेज़ भुगतान जैसी सुविधाएं इसे प्रतिस्पर्धा में आगे रख सकती हैं।

3. ग्राहक अनुभव में सुधार

  • पारदर्शी मूल्य निर्धारण और आसान बिक्री प्रक्रिया ने ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाया है।
  • नई सेवाओं, जैसे बीमा और वारंटी, ने उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ाया है।

चुनौतियां

1. बढ़ती प्रतिस्पर्धा

  • Cars24 को Spinny, OLX Autos, और अन्य स्टार्टअप्स से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।
  • बाजार में बने रहने के लिए कंपनी को कीमत, ग्राहक सेवा और तकनीकी सुधार पर ध्यान देना होगा।

2. नुकसान कम करना

  • ₹498.4 करोड़ का शुद्ध नुकसान कंपनी के लिए चिंता का विषय है।
  • लागत प्रबंधन और अधिक राजस्व धाराओं की आवश्यकता है।

3. वैश्विक संचालन का प्रबंधन

  • अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तार के साथ संचालन में जटिलताएं बढ़ सकती हैं।
  • प्रभावी प्रबंधन और स्थानीय आवश्यकताओं को समझना आवश्यक होगा।

संभावनाएं

1. बढ़ती मांग

  • भारत में प्री-ओन्ड वाहनों की बढ़ती मांग Cars24 के लिए एक बड़ा अवसर है।
  • लोग किफायती और भरोसेमंद सेकंड-हैंड कारों को प्राथमिकता दे रहे हैं।

2. वित्तीय सेवाओं में वृद्धि

  • वित्तीय सेवाओं में अधिक निवेश और नवाचार Cars24 को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है।
  • बीमा और वारंटी सेवाओं की बढ़ती लोकप्रियता इसका प्रमाण है।

3. अंतरराष्ट्रीय विस्तार

  • ऑस्ट्रेलिया और यूएई जैसे बाजारों में बढ़ती उपस्थिति कंपनी के राजस्व में योगदान कर सकती है।
  • Cars24 इन क्षेत्रों में अपने ब्रांड को मजबूत कर सकती है।

FY25 का दृष्टिकोण

Cars24 का लक्ष्य FY25 में अपने राजस्व में और वृद्धि करना और नुकसान को कम करना है।

  • मजबूत ग्राहक आधार और नए उत्पाद कंपनी की भविष्य की योजनाओं का हिस्सा हैं।
  • कंपनी तकनीकी नवाचारों और बाजार की मांग को समझने पर जोर दे रही है।

निष्कर्ष

Cars24 ने FY24 में 25% राजस्व वृद्धि दर्ज की, जो इसके विकास की क्षमता को दर्शाता है। हालांकि, लागत और नुकसान को नियंत्रित करना अभी भी एक चुनौती है।

  • कंपनी का ध्यान ग्राहक अनुभव को सुधारने, तकनीकी नवाचार लाने और नई सेवाओं को पेश करने पर है।
  • यदि Cars24 अपनी रणनीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करता है, तो यह प्री-ओन्ड वाहन बाजार में अग्रणी बन सकता है।

FY25 में, Cars24 के प्रदर्शन पर नजर रखना दिलचस्प होगा क्योंकि यह अपने संचालन का विस्तार करता है और प्रतिस्पर्धा का सामना करता है।

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NeoGrowth ने UTI इंटरनेशनल वेल्थ क्रिएटर से जुटाए ₹42 करोड़

NeoGrowth

MSME-केंद्रित डिजिटल लेंडिंग फर्म NeoGrowth ने हाल ही में UTI इंटरनेशनल वेल्थ क्रिएटर से ₹42 करोड़ (लगभग $5 मिलियन) का डेट फंडिंग जुटाया है। यह इस वर्ष कंपनी को मिला दूसरा डेट निवेश है।


NeoGrowth डेट फंडिंग की जानकारी

NeoGrowth ने 4,200 नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स (NCDs) जारी करने और आवंटित करने की मंजूरी दी है।

  • इन NCDs पर 11.7% प्रति वर्ष ब्याज दर होगी।
  • फंडिंग का उद्देश्य कंपनी के विकास लक्ष्यों को पूरा करना है।
  • UTI इंटरनेशनल वेल्थ क्रिएटर 4, मुंबई स्थित UTI एसेट मैनेजमेंट कंपनी द्वारा प्रबंधित एक डेट फंड है।

कंपनी के विकास लक्ष्य

NeoGrowth वर्तमान में ₹500 करोड़ का विकास पूंजी जुटाने के लिए प्राइवेट इक्विटी निवेश की योजना बना रही है।

  • फर्म ने पिछले वित्तीय वर्ष के अंत तक ₹2,750 करोड़ की संपत्तियों का प्रबंधन किया।
  • इसका लक्ष्य है कि वित्त वर्ष 2025 (FY25) तक ₹4,000 करोड़ AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) हासिल किया जाए।

NeoGrowth: MSMEs को डिजिटल ऋण प्रदान करने वाला NBFC

कंपनी की स्थापना और दृष्टिकोण

NeoGrowth की स्थापना ध्रुव खेतान और पियूष खेतान ने की थी। यह कंपनी लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को डिजिटल ऋण प्रदान करने में विशेषज्ञ है।

  • कंपनी 75 लाख रुपये तक के अल्पकालिक असुरक्षित ऋण प्रदान करती है।
  • ऋण की अवधि अधिकतम 100 महीनों तक होती है।

ग्राहकों को लाभ

NeoGrowth का उद्देश्य छोटे व्यवसायों को तेजी से बढ़ने में मदद करना है।

  • इसका फोकस ऐसे MSMEs पर है, जिन्हें परंपरागत बैंकिंग प्रणाली से ऋण प्राप्त करने में कठिनाई होती है।
  • डिजिटल लेंडिंग प्रक्रिया के जरिए ऋण वितरण में पारदर्शिता और सरलता लाई गई है।

अब तक की फंडिंग और निवेशक

फंडिंग का इतिहास

NeoGrowth ने अब तक लगभग $138 मिलियन की राशि जुटाई है।

  • इसमें इक्विटी और डेट फंडिंग दोनों शामिल हैं।
  • कंपनी के प्रमुख निवेशकों में शामिल हैं:
    • MicroVest
    • FMO (Netherlands Development Finance Company)
    • Omidyar Network
    • DFC (U.S. International Development Finance Corporation)

डेट और इक्विटी का मिश्रण

NeoGrowth ने फंडिंग के एक संतुलित मिश्रण के जरिए अपने परिचालन का विस्तार किया है।

  • कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में लाखों MSMEs को ऋण देकर उनका सशक्तिकरण किया है।

डेट फंडिंग का महत्व

विकास के लिए पूंजी जुटाना

NeoGrowth की यह नई फंडिंग इसे MSME सेक्टर में अपनी पकड़ मजबूत करने और बाजार विस्तार में मदद करेगी।

  • इस फंडिंग से NeoGrowth अपनी लेंडिंग कैपेसिटी बढ़ाएगी।
  • साथ ही, डिजिटल टेक्नोलॉजी में निवेश कर ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करेगी।

भारत के MSME सेक्टर पर प्रभाव

  • MSMEs भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाते हैं, जो रोजगार और उत्पादन में प्रमुख योगदान करते हैं।
  • NeoGrowth का फोकस है इन व्यवसायों को वित्तीय सहायता देकर उनके विकास को प्रोत्साहित करना।

NeoGrowth के प्रोडक्ट्स और सेवाएं

NeoGrowth का मुख्य प्रोडक्ट पोर्टफोलियो:

  1. अल्पकालिक ऋण:
    • छोटे व्यवसायों के लिए तेज़ और सरल ऋण प्रक्रिया।
  2. डिजिटल भुगतान आधारित लोन:
    • डिजिटल लेन-देन डेटा का उपयोग कर ऋण स्वीकृति।
  3. कस्टमाइज़्ड लोन समाधान:
    • व्यवसाय की ज़रूरतों के अनुसार ऋण पैकेज।

डिजिटल लेंडिंग का लाभ

NeoGrowth ने उन्नत डिजिटल तकनीकों का उपयोग करके MSMEs को पारंपरिक बैंकिंग बाधाओं से मुक्त किया है।

  • तेज़ स्वीकृति प्रक्रिया
  • कागजी कार्रवाई में कमी
  • डिजिटल भुगतान और डेटा का उपयोग कर ऋण प्रोफाइलिंग।

भविष्य की योजनाएं

₹500 करोड़ प्राइवेट इक्विटी जुटाने का लक्ष्य

  • NeoGrowth ने अगले दौर की फंडिंग के लिए ₹500 करोड़ का लक्ष्य तय किया है।
  • यह राशि कंपनी को नए बाजारों में प्रवेश और अपनी सेवाओं को उन्नत करने में मदद करेगी।

MSME सेक्टर को और सशक्त बनाना

  • कंपनी का उद्देश्य MSMEs को वित्तीय स्वतंत्रता और विकास के अवसर प्रदान करना है।
  • NeoGrowth डिजिटल लेंडिंग प्रक्रिया को और सरल और प्रभावी बनाने की योजना पर काम कर रही है।

निष्कर्ष

NeoGrowth की नई फंडिंग कंपनी को अपने विकास लक्ष्यों को पूरा करने और MSMEs के लिए बेहतर समाधान प्रदान करने में मदद करेगी।

  • UTI इंटरनेशनल वेल्थ क्रिएटर से मिली फंडिंग न केवल वित्तीय स्थिरता प्रदान करती है, बल्कि कंपनी के भरोसे को भी बढ़ाती है।
  • NeoGrowth भारतीय MSME सेक्टर को डिजिटल क्रांति के जरिए नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।

NeoGrowth का यह कदम भारतीय MSMEs के लिए एक उज्जवल भविष्य की नींव रखता है।

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IoT स्मार्ट लॉक ब्रांड Ikin Global ने जुटाए $1 मिलियन

Ikin Global

Ikin Global जो एक प्रमुख IoT स्मार्ट लॉक ब्रांड है, ने अपने प्री-सीरीज ए फंडिंग राउंड में $1 मिलियन (लगभग ₹8.3 करोड़) जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Unicorn India Ventures और Callapina Capital ने किया, जिसमें मौजूदा निवेशकों ने भी हिस्सा लिया।


Ikin Global फंडिंग का उपयोग और योजनाएं

Ikin Global ने फंडिंग से प्राप्त धनराशि का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए करने की योजना बनाई है:

  1. नई प्रोडक्ट लाइन का विस्तार:
    • AI-पावर्ड एनालिटिक्स और उन्नत सेंसर टेक्नोलॉजी वाले प्रोडक्ट्स लॉन्च किए जाएंगे।
    • इंडस्ट्री-विशिष्ट समाधानों को विकसित किया जाएगा।
  2. वैश्विक उपस्थिति का विस्तार:
    • भारत, अमेरिका और यूरोप जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपनी टीम को मजबूत करेंगे।
    • सेल्स, मार्केटिंग, ऑपरेशंस, और सपोर्ट टीम्स को बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।
  3. प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में सुधार:
    • कंपनी ने हाल ही में पोर्टेबल iSeals और स्मार्ट GPS ट्रक लॉक जैसे प्रोडक्ट्स लॉन्च किए हैं।
    • iSeals में 1 साल की बैटरी लाइफ है और यह कंटेनर्स के लिए एक बार उपयोग किए जाने वाले प्लास्टिक सील्स की जगह लेता है।
    • स्मार्ट GPS ट्रक लॉक में उन्नत सेंसर का उपयोग किया गया है जो घुसपैठ का पता लगाने में सक्षम है।

Ikin Global की उपलब्धियां

सुरक्षा में अग्रणी भूमिका

  • Ikin Global ने अब तक 2,500 ट्रकों और 1,500 सुविधाओं (जैसे बड़े गोदाम, वॉल्ट्स और रिटेल शॉप्स) को सुरक्षित किया है।
  • कंपनी के स्मार्ट लॉक समाधान ने लॉजिस्टिक्स सेक्टर में विशेष पहचान बनाई है।

आर्डर बुक और राजस्व लक्ष्य

  • कंपनी के पास 20,000 स्मार्ट लॉक का आर्डर बुक है।
  • Ikin Global ने लॉजिस्टिक्स सेक्टर से ₹30 करोड़ का राजस्व लक्ष्य रखा है।

इको-फ्रेंडली समाधान

  • पोर्टेबल iSeals के लॉन्च ने एक बार उपयोग किए जाने वाले प्लास्टिक सील्स की जगह ली है।
  • यह पहल न केवल लागत को कम करती है, बल्कि पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव डालती है।

Ikin Global: IoT स्मार्ट लॉक टेक्नोलॉजी का अग्रणी

स्मार्ट लॉक टेक्नोलॉजी

Ikin Global का IoT स्मार्ट लॉक सिस्टम विभिन्न उद्योगों में उपयोगी है।

  • लॉजिस्टिक्स और परिवहन में इन प्रोडक्ट्स का बड़ा महत्व है।
  • उन्नत सेंसर और GPS तकनीक के जरिए रियल-टाइम ट्रैकिंग और सुरक्षा सुनिश्चित होती है।

AI और IoT का संगम

Ikin के नए प्रोडक्ट्स में AI-पावर्ड एनालिटिक्स और IoT इंटीग्रेशन की सुविधा है, जिससे उपयोगकर्ताओं को बेहतर डेटा एनालिसिस और सुरक्षा समाधान मिलते हैं।


वैश्विक विस्तार और टीम की भूमिका

भविष्य के बाजार

  • Ikin Global भारत के अलावा अमेरिका और यूरोप जैसे बाजारों में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की योजना बना रहा है।
  • वैश्विक स्तर पर अपने प्रोडक्ट्स और सेवाओं का विस्तार करना कंपनी के लिए प्राथमिकता है।

टीम विस्तार

  • कंपनी ने सेल्स, मार्केटिंग, और ग्राहक समर्थन टीमों को मजबूत करने के लिए बड़े पैमाने पर भर्ती की योजना बनाई है।
  • ये टीमें उत्पादों के व्यापक पहुंच और ग्राहक अनुभव में सुधार सुनिश्चित करेंगी।

IoT और लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में प्रभाव

लॉजिस्टिक्स सेक्टर का डिजिटलीकरण

Ikin Global का ध्यान लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री को डिजिटलीकरण और ऑटोमेशन की दिशा में आगे बढ़ाने पर है।

  • स्मार्ट लॉक और GPS ट्रैकिंग सॉल्यूशन इस इंडस्ट्री में सुरक्षा और दक्षता को बढ़ावा देते हैं।

इंडस्ट्री-विशिष्ट समाधान

कंपनी विभिन्न उद्योगों के लिए अनुकूलित समाधानों पर काम कर रही है, जैसे:

  • गोदाम प्रबंधन
  • रिटेल स्टोर सुरक्षा
  • वॉल्ट और कैश मैनेजमेंट सिस्टम

भविष्य की योजनाएं

नवाचार में निवेश

Ikin Global अपने प्रोडक्ट्स में नवाचार लाने और नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

  • AI और IoT के संयोजन से और अधिक स्मार्ट सॉल्यूशन प्रदान किए जाएंगे।
  • सुरक्षा में सुधार के लिए उन्नत सेंसर टेक्नोलॉजी का उपयोग होगा।

सतत विकास और पर्यावरणीय प्रभाव

  • Ikin Global पर्यावरण के अनुकूल प्रोडक्ट्स बनाने पर जोर दे रहा है।
  • iSeals जैसे प्रोडक्ट्स से प्लास्टिक कचरे को कम करने में मदद मिल रही है।

निष्कर्ष

Ikin Global ने IoT और AI टेक्नोलॉजी के माध्यम से स्मार्ट लॉक इंडस्ट्री में एक मजबूत पहचान बनाई है।

  • $1 मिलियन की फंडिंग से कंपनी को अपने प्रोडक्ट्स में नवाचार और वैश्विक विस्तार की दिशा में कदम बढ़ाने का अवसर मिलेगा।
  • लॉजिस्टिक्स और सुरक्षा के क्षेत्र में Ikin Global का योगदान न केवल उद्योग के लिए, बल्कि पर्यावरण के लिए भी एक सकारात्मक बदलाव लेकर आ रहा है।

Ikin Global का यह सफर स्मार्ट लॉक टेक्नोलॉजी और IoT आधारित समाधानों में एक नई क्रांति का संकेत देता है।

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True Diamond ने जुटाए $1 मिलियन, लैब-ग्रोन डायमंड्स के क्षेत्र में विस्तार का ऐलान

True Diamond

True Diamond, जो लैब-ग्रोन डायमंड्स में विशेषज्ञता रखने वाला एक उभरता हुआ स्टार्टअप है, ने हाल ही में $1 मिलियन (लगभग ₹8.3 करोड़) की सीड फंडिंग जुटाई है। यह निवेश Titan Capital के नेतृत्व में हुआ, जिसमें Huddle Ventures, Zeropearl Ventures, और अन्य व्यक्तिगत निवेशकों ने भाग लिया।

इन निवेशकों में Mamaearth की फाउंडर ग़ज़ल अलघ, Ashutosh Valani, Priyank Shah, Aashka Goradia Goble, Abhishek Goyal, और Anmol Jain शामिल हैं।


True Diamond नए फंड्स का उपयोग

True Diamond ने अपने प्रेस रिलीज़ में बताया कि इस फंडिंग का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए किया जाएगा:

  1. विशेषज्ञ टीम का निर्माण:
    • ज्वेलरी विशेषज्ञ, डिज़ाइनर्स, और सेल्स टीम को जोड़ने के लिए।
  2. ब्रांड की पहचान बढ़ाना:
    • ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए निवेश।
  3. एक्सक्लूसिव बुटीक लॉन्च:
    • मुंबई और दिल्ली-एनसीआर में विशेष स्टोर खोलने के लिए।
  4. ग्राहक अनुभव को नया आयाम देना:
    • कस्टमाइज्ड ज्वेलरी डिज़ाइन और प्रीमियम गुणवत्ता वाले उत्पाद।

True Diamond की पृष्ठभूमि

True Diamond की स्थापना जनवरी 2024 में पारिन शाह और दरायुस मेहता ने की थी। यह स्टार्टअप पर्यावरण-संवेदनशीलता, नवाचार, और उत्कृष्ट गुणवत्ता के जरिए ज्वेलरी इंडस्ट्री में बदलाव लाने की कोशिश कर रहा है।

उत्पाद श्रेणी

True Diamond निम्नलिखित उत्पादों की पेशकश करता है:

  • रिंग्स
  • इयररिंग्स
  • पेंडेंट्स
  • नेकलेस
  • मंगलसूत्र
  • ब्रेसलेट्स और टेनिस ब्रेसलेट्स
  • पुरुषों के लिए विशेष ज्वेलरी कलेक्शन
  • कस्टमाइज्ड ज्वेलरी

लैब-ग्रोन डायमंड्स: एक स्थायी समाधान

कैसे बनते हैं लैब-ग्रोन डायमंड्स?

True Diamond ने बताया कि उनके डायमंड्स प्रयोगशाला में विकसित किए जाते हैं।

  • यह प्रक्रिया प्राकृतिक डायमंड्स के निर्माण की प्रक्रिया की नकल करती है।
  • इनके रासायनिक गुण, भौतिक विशेषताएं, और ऑप्टिकल गुणवत्ता प्राकृतिक डायमंड्स के समान ही होती हैं।

स्थायित्व और नैतिकता

  • ये डायमंड्स पर्यावरण के अनुकूल और नैतिक रूप से निर्मित हैं।
  • प्राकृतिक डायमंड माइनिंग के मुकाबले, लैब-ग्रोन डायमंड्स का पर्यावरणीय प्रभाव बहुत कम है।

निवेशकों की भूमिका

Titan Capital का समर्थन

Titan Capital, जो शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स को सपोर्ट करता है, ने इस फंडिंग का नेतृत्व किया।

प्रमुख व्यक्तिगत निवेशक

  • ग़ज़ल अलघ (Mamaearth की सह-संस्थापक)
  • Ashutosh Valani और Priyank Shah (Beardo के सह-संस्थापक)
  • Aashka Goradia Goble (अभिनेत्री और उद्यमी)
  • अन्य अनुभवी निवेशकों का सहयोग True Diamond को इंडस्ट्री में आगे बढ़ाने में मदद करेगा।

ज्वेलरी उद्योग में True Diamond का महत्व

लक्ज़री को नए तरीके से परिभाषित करना

True Diamond का उद्देश्य ज्वेलरी को न केवल प्रीमियम बनाना है, बल्कि इसे नैतिक और पर्यावरणीय दृष्टि से भी उपयुक्त बनाना है।

सस्टेनेबल ज्वेलरी की बढ़ती मांग

  • पर्यावरण के प्रति जागरूक उपभोक्ता अब सस्टेनेबल उत्पादों की ओर बढ़ रहे हैं।
  • True Diamond इस बढ़ती मांग का फायदा उठाने के लिए तैयार है।

पारंपरिक और आधुनिक का संगम

  • मंगलसूत्र जैसे पारंपरिक डिज़ाइन से लेकर टेनिस ब्रेसलेट जैसे आधुनिक डिज़ाइन तक, True Diamond की रेंज सभी वर्गों के ग्राहकों को आकर्षित कर रही है।

भविष्य की योजनाएं और दृष्टिकोण

वैश्विक विस्तार

True Diamond अपने उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ले जाने की योजना बना रहा है।

  • ब्रांड को वैश्विक स्तर पर एक पहचान दिलाने के लिए मार्केटिंग और ब्रांडिंग में निवेश किया जाएगा।

इंडस्ट्री में अग्रणी बनने का लक्ष्य

  • True Diamond का उद्देश्य लैब-ग्रोन डायमंड्स के क्षेत्र में अग्रणी बनना है।
  • इसके लिए कंपनी उच्च गुणवत्ता, अनूठे डिज़ाइन, और ग्राहक-केंद्रित सेवाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

सस्टेनेबिलिटी पर जोर

  • कंपनी का मुख्य लक्ष्य पर्यावरणीय प्रभाव को कम करते हुए लक्ज़री ज्वेलरी का अनुभव प्रदान करना है।

निष्कर्ष

True Diamond ने लैब-ग्रोन डायमंड्स के जरिए ज्वेलरी उद्योग में एक नया आयाम जोड़ा है।

  • $1 मिलियन की फंडिंग और प्रमुख निवेशकों के सहयोग से कंपनी ने अपने विकास और विस्तार की दिशा में मजबूत कदम उठाए हैं।
  • सस्टेनेबिलिटी, नैतिकता, और उत्कृष्टता पर ध्यान केंद्रित करते हुए, True Diamond न केवल उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग को पूरा कर रहा है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे रहा है।

True Diamond का यह सफर भारतीय ज्वेलरी उद्योग के लिए एक प्रेरणा साबित हो सकता है।

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Meesho ने लॉन्च किया AI-पावर्ड मल्टीलिंगुअल वॉयस बॉट

Meesho

Meesho, भारत के अग्रणी हॉरिजॉन्टल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने एक नया जनरेटिव AI-समर्थित मल्टीलिंगुअल वॉयस बॉट लॉन्च किया है।

  • यह बॉट व्यक्तिगत और मानव-समान ग्राहक सहायता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  • Meesho का लक्ष्य इसे बड़े पैमाने पर उपयोग में लाकर ग्राहक संतुष्टि को नई ऊंचाइयों तक ले जाना है।

Meesho ग्रामीण और टियर II शहरों के ग्राहकों के लिए खास

साधारण स्मार्टफोन पर भी कार्यशील

Meesho के मुताबिक:

  • इसके 80% उपयोगकर्ता टियर II शहरों और उससे आगे के क्षेत्रों से आते हैं।
  • यह वॉयस बॉट विशेष रूप से साधारण स्मार्टफोन्स और शोरगुल भरे वातावरण में भी प्रभावी तरीके से काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

बॉट की विशेषताएं

  1. इंटरप्शन हैंडलिंग:
    • बॉट बातचीत के दौरान रुकावटों को प्रभावी ढंग से संभालता है।
    • यह “जी”, “ओके” जैसे सामान्य शब्दों और वास्तविक रुकावटों में अंतर कर सकता है।
  2. भाषाई समर्थन:
    • वर्तमान में, यह हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं का समर्थन करता है।
    • Meesho ने छह अतिरिक्त क्षेत्रीय भाषाओं को जोड़ने की योजना बनाई है।
  3. इमोशन रिकग्निशन:
    • कंपनी ने इस बॉट में भावना पहचान क्षमता जोड़ने की योजना बनाई है, जिससे ग्राहक अनुभव और बेहतर होगा।

कस्टमर सपोर्ट में सुधार

उच्च कॉल हैंडलिंग क्षमता

  • Meesho का वॉयस बॉट प्रतिदिन लगभग 60,000 ग्राहक कॉल संभालता है।
  • 95% की प्रभावशाली समाधान दर के साथ, यह ग्राहकों के लिए तेज़ और कुशल सेवा सुनिश्चित करता है।

ग्राहक संतुष्टि में वृद्धि

  • वॉयस बॉट ने Meesho की ग्राहक संतुष्टि स्कोर (CSAT) में 10% की वृद्धि की है।
  • कंपनी का दावा है कि औसत कॉल हैंडलिंग समय (AHT) में 50% सुधार हुआ है।

Meesho का ई-कॉमर्स में योगदान

Meesho एक ऐप-आधारित मार्केटप्लेस है जो ग्राहकों और सप्लायर्स को जोड़ता है।

  • यह सप्लायर्स को रीसैलर्स से जोड़ता है, जिससे वे अपने उत्पादों को Facebook, WhatsApp, और अन्य सोशल प्लेटफॉर्म पर बेच सकते हैं।

Meesho का वित्तीय प्रदर्शन

FY24 में राजस्व में वृद्धि

  • Meesho के संचालन से प्राप्त राजस्व 32.8% बढ़कर ₹7,615 करोड़ हो गया।
  • FY23 में यह ₹5,734 करोड़ था।

घाटे में कमी

  • कंपनी ने अपने घाटे को 81.8% तक घटाकर ₹305 करोड़ कर लिया।
  • Meesho ने जून 2023 में लाभप्रदता हासिल करने का दावा भी किया है।

Meesho की रणनीतियां और भविष्य की योजनाएं

ग्राहकों के लिए बेहतर अनुभव

  • AI-पावर्ड वॉयस बॉट का लॉन्च ग्राहकों को तेज़, व्यक्तिगत, और सटीक सेवा प्रदान करने का लक्ष्य रखता है।
  • भावनाओं की पहचान और क्षेत्रीय भाषाओं का समर्थन जोड़ने से यह ग्राहक अनुभव को और बेहतर करेगा।

टियर II और III बाजारों में विस्तार

  • Meesho का ध्यान मुख्य रूप से ग्रामीण और छोटे शहरों में अपने ग्राहक आधार को बढ़ाने पर है।

स्थिर वित्तीय प्रदर्शन

  • FY24 में कंपनी ने राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि और घाटे में भारी कमी दर्ज की।
  • भविष्य में Meesho का लक्ष्य स्थायी लाभप्रदता बनाए रखना है।

Meesho का महत्व भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में

छोटे व्यवसायों के लिए प्लेटफॉर्म

  • Meesho ने छोटे व्यवसायों, किराना दुकानों, और व्यक्तिगत विक्रेताओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने में अहम भूमिका निभाई है।

प्रतिस्पर्धा में बढ़त

  • Meesho ने अपने ग्राहकों को किफायती कीमत और बेहतर सेवा प्रदान करके Flipkart, Amazon, और अन्य प्लेटफॉर्म्स से कड़ी प्रतिस्पर्धा में अपनी जगह बनाई है।

सोशल कॉमर्स का नेतृत्व

  • सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए बिक्री को बढ़ावा देना Meesho की अनूठी रणनीति है।

निष्कर्ष

Meesho का AI-पावर्ड वॉयस बॉट न केवल एक तकनीकी नवाचार है, बल्कि ग्राहक सेवा को और अधिक कुशल और व्यक्तिगत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

  • FY24 में वित्तीय सुधारों और वॉयस बॉट जैसी नई तकनीकों के साथ, Meesho ने खुद को एक आधुनिक और प्रभावी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित किया है।
  • भविष्य में, यह नवाचार और विस्तार रणनीतियां Meesho को भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में अग्रणी बनने में मदद करेंगी।

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B2B ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ApnaKlub ने FY24 में राजस्व किया दोगुना, घाटे में 14% की कमी

ApnaKlub

ApnaKlub, जो कि एक B2B ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है, ने वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में अपनी ग्रोथ को बनाए रखा।

  • कंपनी ने अपने सकल राजस्व को लगभग दोगुना किया।
  • साथ ही, अपने घाटे को 14% तक घटाकर 50 करोड़ रुपये से कम कर लिया।

ApnaKlub राजस्व में दोगुनी वृद्धि

FY24 में ApnaKlub का प्रदर्शन

  • FY23 में ₹278.32 करोड़ का राजस्व कमाने वाली कंपनी ने FY24 में इसे बढ़ाकर ₹536.78 करोड़ कर लिया।
  • कंपनी मुख्य रूप से रिटेलर्स, किराना स्टोर्स, और FMCG ब्रांड्स को जोड़ने का काम करती है।

प्रमुख राजस्व स्रोत

FY24 में ApnaKlub के लिए सबसे ज्यादा योगदान देने वाले उत्पाद श्रेणियां निम्नलिखित रहीं:

  • पर्सनल केयर उत्पादों की बिक्री: ₹250 करोड़।
  • बेवरेजेस (पेय पदार्थ): ₹95.34 करोड़।
  • होम केयर उत्पाद: ₹82 करोड़।
  • प्रोसेस्ड फूड्स: ₹80.6 करोड़।

गैर-परिचालन आय

  • ApnaKlub ने दीर्घकालिक निवेश पर ब्याज से ₹5 करोड़ कमाए।
  • कुल मिलाकर, FY24 में कंपनी का कुल राजस्व ₹541 करोड़ रहा।

खर्चों का विश्लेषण

कच्चे माल की लागत

  • FY24 में ApnaKlub की कुल खर्च का 86% हिस्सा कच्चे माल की लागत में गया।
  • कच्चे माल की लागत FY23 में ₹278 करोड़ थी, जो FY24 में 84.83% बढ़कर ₹508.05 करोड़ हो गई।

कर्मचारी लाभ खर्च

  • FY24 में कंपनी का कर्मचारी लाभ खर्च 33.84% बढ़कर ₹31.60 करोड़ हो गया।
  • इसमें नए कर्मचारियों की नियुक्ति और वेतन वृद्धि का बड़ा योगदान रहा।

परिवहन खर्च

  • परिवहन पर होने वाला खर्च FY24 में 41.56% बढ़कर ₹11.41 करोड़ हो गया।
  • यह बढ़ी हुई बिक्री और माल के वितरण की अधिक लागत के कारण हुआ।

अन्य खर्चे

  • FY24 में अन्य खर्चों में ₹38.69 करोड़ जुड़े।
  • कुल मिलाकर, ApnaKlub का कुल खर्च FY24 में 77.4% बढ़कर ₹589.75 करोड़ हो गया।

घाटे में कमी का कारण

बेहतर लागत प्रबंधन

  • FY24 में ApnaKlub ने अपने लागत प्रबंधन को सुधारते हुए घाटे को 14% तक कम कर लिया।
  • FY23 की तुलना में, FY24 में कंपनी ने बेहतर परिचालन दक्षता का प्रदर्शन किया।

उच्च राजस्व वृद्धि

  • कंपनी की आय में दोगुनी वृद्धि ने घाटे को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

ApnaKlub की व्यवसाय रणनीति

किराना और रिटेलर्स का जोड़

ApnaKlub मुख्य रूप से किराना दुकानों और रिटेलर्स को FMCG ब्रांड्स से जोड़ने का काम करता है।

  • यह उन्हें थोक में उत्पाद खरीदने और लागत कम करने का मौका देता है।

विस्तारित उत्पाद श्रेणियां

  • FY24 में, ApnaKlub ने पर्सनल केयर, होम केयर, बेवरेजेस, और प्रोसेस्ड फूड्स में अपनी पकड़ मजबूत की।
  • इन श्रेणियों ने कंपनी के राजस्व में बड़ा योगदान दिया।

डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग

  • ApnaKlub ने अपनी सेवाओं को डिजिटल माध्यमों से आसान और तेज बनाया।
  • यह रणनीति छोटे रिटेलर्स और किराना स्टोर्स के लिए उपयोगी साबित हुई।

भविष्य की योजनाएं और चुनौतियां

विस्तार की योजना

  • ApnaKlub FY25 में अपने उत्पाद पोर्टफोलियो और ग्राहक आधार को और विस्तार देने की योजना बना रहा है।
  • कंपनी का लक्ष्य छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पहुंच बढ़ाना है।

लाभप्रदता हासिल करना

  • FY25 में, ApnaKlub का प्राथमिक लक्ष्य घाटे को पूरी तरह खत्म करना और लाभप्रदता हासिल करना होगा।

बढ़ती प्रतिस्पर्धा

  • B2B ई-कॉमर्स क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा कंपनी के लिए एक चुनौती हो सकती है।
  • ApnaKlub को किफायती मूल्य और तेज डिलीवरी के जरिए अपने ग्राहकों को संतुष्ट रखना होगा।

भारतीय B2B ई-कॉमर्स बाजार में ApnaKlub की स्थिति

बाजार में हिस्सेदारी

  • ApnaKlub ने भारतीय B2B ई-कॉमर्स बाजार में अपनी एक मजबूत स्थिति बनाई है।
  • यह छोटे और मध्यम रिटेलर्स के बीच लोकप्रिय है।

प्रतिस्पर्धा से आगे

  • ApnaKlub ने Udaan, Jumbotail, और Bizongo जैसे प्रतिस्पर्धियों को कड़ी टक्कर दी है।
  • इसका डिजिटल प्लेटफॉर्म और किफायती मूल्य इसकी प्रमुख ताकत हैं।

निष्कर्ष

FY24 में ApnaKlub ने अपने प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार किया:

  • सकल राजस्व दोगुना हुआ
  • घाटे में 14% की कमी आई।
  • FMCG उत्पाद श्रेणियों में मजबूत पकड़ के साथ, कंपनी ने अपने ग्राहकों का विश्वास जीता।

भविष्य में, ApnaKlub की योजना है कि वह अपनी सेवाओं को और बेहतर बनाए और नए बाजारों में विस्तार करे।
इसकी रणनीतियां इसे B2B ई-कॉमर्स में अग्रणी बनाने के लिए तैयार हैं।

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ShareChat ने FY24 में दर्ज की 33% की वृद्धि,

ShareChat

वर्नाक्युलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ShareChat और शॉर्ट वीडियो ऐप Moj की पेरेंट कंपनी Mohalla Tech ने वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में शानदार प्रदर्शन किया है।

  • कंपनी ने 33% की सालाना वृद्धि दर्ज की।
  • इसके साथ ही, एडजस्टेड EBITDA घाटा में भी 67% की कमी आई।

ShareChat आमदनी के प्रमुख स्रोत और प्रदर्शन

लाइव स्ट्रीमिंग का बड़ा योगदान

FY24 में लाइव स्ट्रीमिंग से हुई आय Mohalla Tech की कुल परिचालन आय का 56% रही।

  • लाइव स्ट्रीमिंग से आय में 41.4% की वृद्धि दर्ज की गई और यह बढ़कर ₹403 करोड़ हो गई।

विज्ञापन से आय

  • Mohalla Tech की आय का शेष हिस्सा विज्ञापन से आया।
  • FY24 में विज्ञापन आय में 23.5% की वृद्धि हुई और यह ₹315 करोड़ रही।

गैर-परिचालन आय

  • कंपनी ने ₹29 करोड़ की गैर-परिचालन आय भी दर्ज की।
  • यह आय मुख्य रूप से ब्याज और वित्तीय संपत्तियों पर लाभ से प्राप्त हुई।
  • कुल मिलाकर, FY24 में Mohalla Tech की कुल आय ₹747 करोड़ रही।

EBITDA घाटे में बड़ी कमी

क्या है EBITDA घाटा?

  • EBITDA (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization) कंपनी के संचालन की दक्षता को मापता है।
  • FY24 में Mohalla Tech का एडजस्टेड EBITDA घाटा 67% तक कम हुआ
  • यह दर्शाता है कि कंपनी ने अपने खर्चों का प्रभावी ढंग से प्रबंधन किया और परिचालन दक्षता में सुधार किया।

ShareChat और Moj की भूमिका

ShareChat का प्रदर्शन

  • ShareChat भारत में वर्नाक्युलर (स्थानीय भाषा) सोशल मीडिया का बड़ा प्लेटफॉर्म है।
  • यह यूजर्स को 15 से अधिक भाषाओं में सामग्री प्रदान करता है।
  • FY24 में, ShareChat ने लाइव स्ट्रीमिंग और विज्ञापन के जरिए अपनी आय बढ़ाई।

Moj की बढ़ती लोकप्रियता

  • Moj, शॉर्ट वीडियो ऐप, ने भारतीय बाजार में तेजी से अपनी जगह बनाई।
  • TikTok के बंद होने के बाद Moj ने बड़ा उपयोगकर्ता आधार प्राप्त किया।
  • इसकी सामग्री मुख्य रूप से क्षेत्रीय भाषाओं में है, जिससे यह अधिक यूजर्स को आकर्षित करता है।

व्यय और लागत प्रबंधन

खर्चों में कटौती

  • Mohalla Tech ने FY24 में अपने खर्चों को नियंत्रित करने पर ध्यान दिया।
  • कंपनी ने संचालन लागत में कटौती की और मार्केटिंग व अन्य खर्चों का कुशल प्रबंधन किया।

उपयोगकर्ता-अधिग्रहण लागत

  • FY24 में, कंपनी ने उपयोगकर्ताओं को जोड़ने के लिए डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग किया।
  • हालांकि, उपयोगकर्ता-अधिग्रहण लागत में स्थिरता बनाए रखी गई।

लाइव स्ट्रीमिंग और विज्ञापन का महत्व

लाइव स्ट्रीमिंग की ताकत

  • लाइव स्ट्रीमिंग से Mohalla Tech को सबसे अधिक आय प्राप्त हुई।
  • यह फीचर यूजर्स को रियल-टाइम इंटरैक्शन का मौका देता है।
  • FY24 में, लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए ₹403 करोड़ की आय हुई।

विज्ञापन आय में वृद्धि

  • FY24 में विज्ञापन आय ₹315 करोड़ रही, जो 23.5% अधिक थी।
  • ब्रांड्स ने ShareChat और Moj जैसे प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करके बड़े पैमाने पर अपने उत्पादों को प्रमोट किया।

गैर-परिचालन आय और इसके प्रभाव

ब्याज और वित्तीय संपत्तियों का लाभ

  • Mohalla Tech ने ₹29 करोड़ की गैर-परिचालन आय दर्ज की।
  • यह कंपनी के कुल राजस्व को बढ़ाने में सहायक रहा।

अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

  • गैर-परिचालन आय ने Mohalla Tech को अपने घाटे को कम करने में मदद की।
  • इससे कंपनी को FY25 में और बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है।

Mohalla Tech की रणनीति और भविष्य की योजना

स्थानीय भाषा पर फोकस

  • ShareChat और Moj, दोनों प्लेटफॉर्म्स ने स्थानीय भाषाओं में सामग्री प्रदान करके बड़े उपयोगकर्ता आधार को आकर्षित किया है।
  • यह रणनीति कंपनी को प्रतिस्पर्धी बाजार में अलग पहचान देती है।

वैश्विक विस्तार की योजना

  • Mohalla Tech भारतीय बाजार के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी विस्तार करने की योजना बना रही है।
  • FY25 में, कंपनी अपने प्रोडक्ट्स और सेवाओं को और बेहतर बनाने पर काम करेगी।

तकनीकी सुधार

  • कंपनी ने FY24 में अपने प्लेटफॉर्म्स को तकनीकी रूप से बेहतर बनाया।
  • उपयोगकर्ता अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए AI और मशीन लर्निंग तकनीकों का उपयोग किया गया।

भारतीय सोशल मीडिया बाजार में Mohalla Tech की स्थिति

बाजार में हिस्सेदारी

  • ShareChat और Moj ने FY24 में भारतीय सोशल मीडिया बाजार में मजबूत पकड़ बनाई।
  • TikTok के प्रतिस्थापन के रूप में Moj ने बड़ी संख्या में उपयोगकर्ता जोड़े।

प्रतिस्पर्धा से आगे

  • Mohalla Tech ने Josh, Roposo, और MX TakaTak जैसे प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ दिया है।
  • यह इसकी प्रभावी रणनीति और बाजार में गहरी समझ का नतीजा है।

निष्कर्ष

Mohalla Tech ने FY24 में मजबूत प्रदर्शन के साथ अपनी स्थिति को और सुदृढ़ किया है।

  • लाइव स्ट्रीमिंग और विज्ञापन जैसे आय स्रोतों ने कंपनी की वृद्धि में अहम भूमिका निभाई।
  • 67% घाटे में कमी और 33% राजस्व वृद्धि कंपनी की कुशल संचालन रणनीति को दर्शाते हैं।

FY25 में Mohalla Tech के पास और भी बड़ी संभावनाएं हैं। ShareChat और Moj जैसे प्लेटफॉर्म्स भारतीय और वैश्विक बाजारों में अपनी पकड़ को और मजबूत करने के लिए तैयार हैं।

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Beardo ने FY24 में 62.4% की सालाना वृद्धि के साथ मुनाफा कमाया

Beardo

पुरुषों की ग्रूमिंग प्रोडक्ट्स बनाने वाली Beardo, जो Marico के स्वामित्व में है, ने वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में शानदार प्रदर्शन किया। FY23 में स्लोडाउन के बाद, कंपनी ने 62.4% की सालाना वृद्धि दर्ज की और मुनाफे में वापसी की।


Beardo आमदनी और राजस्व में वृद्धि

Beardo का परिचालन से होने वाला राजस्व FY24 में ₹173.2 करोड़ पहुंच गया, जो FY23 में ₹106.6 करोड़ था।

  • कंपनी ने दाढ़ी से संबंधित उत्पादों जैसे ऑयल, कंघी, वैक्स, और अन्य ग्रूमिंग प्रोडक्ट्स की बिक्री से यह आय प्राप्त की।
  • ये उत्पाद कंपनी की वेबसाइट, ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस और रिटेल स्टोर्स के जरिए बेचे जाते हैं।

खर्चों का विश्लेषण

उत्पादों की खरीददारी

कंपनी का सबसे बड़ा खर्च उत्पादों की खरीददारी पर रहा, जो कुल खर्च का 40% था।

  • इस मद में FY24 में खर्च ₹67.5 करोड़ हो गया, जो FY23 में ₹36.8 करोड़ था।
  • यह लागत 83.2% बढ़ी, जो कंपनी के बढ़ते स्केल का संकेत है।

विज्ञापन और कर्मचारी लाभ खर्च

Beardo ने FY24 में अपने विज्ञापन खर्च को ₹43.89 करोड़ पर स्थिर रखा।

  • यह कंपनी की ब्रांडिंग और बाजार में अपनी उपस्थिति बनाए रखने की रणनीति का हिस्सा था।
  • कर्मचारी लाभ पर खर्च ₹12.5 करोड़ रहा, जो लगभग FY23 के समान है।

अन्य खर्चे

  • परिवहन, कानूनी खर्च और माल भाड़ा:
    FY24 में ये खर्च बढ़कर ₹168.4 करोड़ हो गए, जो FY23 में ₹115.3 करोड़ थे।
  • कुल खर्च:
    कुल खर्च में 46.1% की वृद्धि हुई, जो कंपनी के बढ़ते परिचालन और स्केल को दर्शाता है।

Beardo के प्रोडक्ट्स और बाजार रणनीति

मुख्य उत्पाद श्रेणियां

Beardo का फोकस पुरुषों की ग्रूमिंग जरूरतों पर है। इसके प्रमुख उत्पादों में शामिल हैं:

  1. दाढ़ी के लिए तेल और वैक्स
  2. फेस वॉश और साबुन
  3. लोशन और अन्य ग्रूमिंग प्रोडक्ट्स

बिक्री चैनल

कंपनी अपने उत्पादों को कई चैनलों के जरिए ग्राहकों तक पहुंचाती है:

  • ऑनलाइन प्लेटफॉर्म:
    कंपनी की अपनी वेबसाइट और ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस जैसे Amazon और Flipkart।
  • रिटेल स्टोर्स:
    स्थानीय दुकानों और शॉपिंग मॉल में भी उत्पाद उपलब्ध हैं।

विज्ञापन रणनीति

Beardo अपने टारगेट ऑडियंस, खासकर युवाओं, तक पहुंचने के लिए डिजिटल मार्केटिंग पर जोर देता है।

  • सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे इंस्टाग्राम और फेसबुक पर सक्रिय प्रचार अभियान चलाए जाते हैं।
  • विज्ञापन में प्रमुख चेहरे और प्रभावशाली लोगों का उपयोग करके ब्रांड की विश्वसनीयता बढ़ाई जाती है।

FY24 में मुनाफे की वापसी

Beardo का FY24 में मुनाफे में लौटना, इसकी कुशल संचालन रणनीति और खर्चों के बेहतर प्रबंधन का परिणाम है।

  • स्मार्ट इन्वेंटरी मैनेजमेंट:
    कंपनी ने मांग और आपूर्ति के बीच संतुलन बनाए रखा।
  • ब्रांड वैल्यू:
    उपभोक्ताओं के बीच Beardo का ब्रांड विश्वास मजबूत हुआ।

FY23 की चुनौतियां और उनका समाधान

FY23 में Beardo को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिनमें शामिल थे:

  1. कम राजस्व:
    FY23 में कंपनी का राजस्व ₹106.6 करोड़ था।
  2. मुनाफे की कमी:
    स्लोडाउन के कारण कंपनी को नुकसान हुआ।

FY24 में सुधार कैसे हुआ?

  1. उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार:
    Beardo ने नए उत्पादों को लॉन्च किया।
  2. बाजार में पकड़ मजबूत की:
    कंपनी ने नए ग्राहकों को जोड़ा और विज्ञापन पर फोकस बढ़ाया।
  3. कुशल लागत प्रबंधन:
    खर्चों पर बेहतर नियंत्रण रखा।

पुरुष ग्रूमिंग बाजार में Beardo की स्थिति

बाजार का आकार और संभावनाएं

भारत में पुरुषों की ग्रूमिंग का बाजार तेजी से बढ़ रहा है।

  • युवा पीढ़ी के बीच ग्रूमिंग प्रोडक्ट्स की मांग लगातार बढ़ रही है।
  • FY25 तक, इस क्षेत्र में और तेज विकास की उम्मीद है।

Beardo की प्रतिस्पर्धा

Beardo को Bombay Shaving Company, Ustraa, और The Man Company जैसे ब्रांड्स से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है।

  • हालांकि, Beardo की मजबूत मार्केटिंग और ब्रांड वैल्यू इसे प्रतिस्पर्धियों से अलग बनाती है।

भविष्य की योजनाएं

Beardo के FY24 के शानदार प्रदर्शन के बाद, कंपनी ने FY25 के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किए हैं:

  1. राजस्व बढ़ाना:
    FY25 में ₹200 करोड़ से अधिक का लक्ष्य।
  2. नए उत्पादों की पेशकश:
    स्किनकेयर और हेयरकेयर के क्षेत्र में विस्तार।
  3. अंतरराष्ट्रीय बाजार:
    विदेशी बाजारों में अपनी पहुंच बढ़ाना।

निष्कर्ष

Beardo ने FY24 में न केवल राजस्व में बढ़ोतरी की, बल्कि मुनाफे में भी वापसी की।

  • कंपनी की ब्रांडिंग, विज्ञापन रणनीति और कुशल लागत प्रबंधन इसके विकास के मुख्य स्तंभ रहे।
  • भारतीय पुरुष ग्रूमिंग बाजार में Beardo की स्थिति मजबूत है, और यह आने वाले वर्षों में और भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार है।

Beardo की सफलता दिखाती है कि सही रणनीति और उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।

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Biomaterials startup Ukhi ने प्री-सीड फंडिंग में जुटाए $1.2 मिलियन

Ukhi

दिल्ली स्थित Ukhi, जो कृषि अवशेषों से बायोडिग्रेडेबल जैव सामग्री (biomaterials) विकसित करने में विशेषज्ञ है, ने प्री-सीड फंडिंग राउंड में $1.2 मिलियन (लगभग ₹10 करोड़) जुटाए हैं।
इस राउंड में 100Unicorns ने मुख्य निवेशक के रूप में भाग लिया, जबकि Venture Catalysts और एंजेल निवेशक अवतार मोंगा ने भी इसमें योगदान दिया। इसके साथ ही, कंपनी को सिडबी (SIDBI) से डेट फंडिंग भी प्राप्त हुई है।


पहले का फंडिंग इतिहास

Ukhi ने इससे पहले एंजेल राउंड में $69,600 का निवेश जुटाया था। अब इस ताजा फंडिंग के जरिए कंपनी को अपने लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।


फंडिंग का उपयोग

कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह पूंजी निम्नलिखित कार्यों के लिए इस्तेमाल की जाएगी:

  1. उत्पादन क्षमता बढ़ाना
    • जैव सामग्री के बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल।
  2. मटीरियल रिसर्च में सुधार
    • नई और अधिक टिकाऊ सामग्री विकसित करने के लिए शोध को बढ़ावा।
  3. वैश्विक विस्तार
    • पर्यावरण अनुकूल पैकेजिंग समाधानों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाना।

Ukhi का परिचय और यात्रा

स्थापना और संस्थापक

Ukhi की स्थापना 2019 में प्रियंका चौहान, विशाल विवेक, और सुनीप कुमार त्यागी ने की थी।

  • कंपनी का मुख्य उद्देश्य कृषि अवशेषों का उपयोग करके बायोडिग्रेडेबल सामग्री विकसित करना है।
  • यह हरियाणा और उत्तराखंड में संचालित होती है।

विशेषज्ञता

Ukhi विशेष रूप से पेटेंट-लंबित तकनीक का उपयोग करती है, जो लिग्नोसेलुलोसिक कृषि अवशेषों का फायदा उठाती है।

  • यह तकनीक टिकाऊ और बड़े पैमाने पर उत्पादन योग्य सामग्री बनाने में सक्षम है।
  • कंपनी के उत्पाद पारंपरिक प्लास्टिक का एक व्यावहारिक विकल्प प्रस्तुत करते हैं।

उत्पाद और योगदान

Ukhi ने एक ऐसा बायोडिग्रेडेबल बायोमटीरियल विकसित किया है, जो टिकाऊ पैकेजिंग उत्पादों के निर्माण के लिए आधारभूत सामग्री के रूप में काम करता है।

सतत विकास के प्रति योगदान

  • प्लास्टिक प्रदूषण कम करना:
    कंपनी के उत्पाद पारंपरिक प्लास्टिक को बदलने की क्षमता रखते हैं।
  • फसल जलाने से बचाव:
    कृषि अवशेषों का उपयोग करके किसानों को फसल जलाने से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है।
  • सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा:
    टिकाऊ सामग्रियों का उपयोग करके अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार।

पैकेजिंग उद्योग के लिए समाधान

Ukhi के उत्पाद न केवल पर्यावरण-अनुकूल हैं, बल्कि वे पैकेजिंग उद्योग को अधिक टिकाऊ विकल्प प्रदान करने में मदद कर रहे हैं।


बायोमटीरियल्स और पर्यावरण का महत्व

जैव सामग्री का उपयोग क्यों?

  1. बायोडिग्रेडेबल:
    • पारंपरिक प्लास्टिक के विपरीत, जैव सामग्री प्राकृतिक रूप से नष्ट हो जाती है।
  2. कृषि अवशेषों का पुनः उपयोग:
    • यह सामग्री किसानों के लिए आय का एक अतिरिक्त स्रोत प्रदान करती है।
  3. ग्लोबल वार्मिंग से निपटने में मदद:
    • प्लास्टिक प्रदूषण को कम करके कार्बन उत्सर्जन को घटाने में योगदान।

प्लास्टिक प्रदूषण की समस्या

विश्व स्तर पर प्लास्टिक प्रदूषण एक बड़ी समस्या बन चुका है। भारत में भी हर साल करोड़ों टन प्लास्टिक कचरा इकट्ठा होता है, जिसमें से अधिकांश लैंडफिल या समुद्र में चला जाता है।

  • जैव सामग्री जैसे उत्पाद इस समस्या का समाधान हो सकते हैं।

फंडिंग से वैश्विक विस्तार की योजना

Ukhi की योजना इस फंडिंग के जरिए अपने उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उतारने की है।

  • कंपनी वैश्विक स्तर पर टिकाऊ पैकेजिंग समाधानों की बढ़ती मांग का लाभ उठाना चाहती है।
  • इसके साथ ही, यह अपने रिसर्च और डेवलपमेंट को मजबूत करके नए बाजारों में विस्तार करेगी।

सस्टेनेबिलिटी और स्टार्टअप्स का भविष्य

भारत में टिकाऊ स्टार्टअप्स का भविष्य उज्ज्वल है।

  • सरकार की नीतियाँ और सिंगल-यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध जैसी पहलों ने पर्यावरण-अनुकूल समाधानों की माँग को बढ़ावा दिया है।
  • Ukhi जैसे स्टार्टअप्स इस बदलाव में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

सर्कुलर इकोनॉमी का महत्व

Ukhi का मॉडल सर्कुलर इकोनॉमी पर आधारित है, जो संसाधनों के पुन: उपयोग और अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा देता है। यह मॉडल पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक विकास के लिए आदर्श है।


निष्कर्ष

Ukhi ने प्री-सीड फंडिंग में $1.2 मिलियन जुटाकर यह साबित कर दिया है कि टिकाऊ समाधानों में अपार संभावनाएँ हैं।

  • कंपनी का फोकस न केवल पर्यावरण को बचाने पर है, बल्कि यह किसानों और उद्योगों को सशक्त बनाने पर भी केंद्रित है।
  • टिकाऊ पैकेजिंग, प्लास्टिक प्रदूषण में कमी और सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देकर, Ukhi भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक सकारात्मक बदलाव लाने के लिए तैयार है।

आने वाले समय में, Ukhi जैसे स्टार्टअप्स से पर्यावरण-अनुकूल नवाचारों की और भी अधिक उम्मीद की जा सकती है।

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Fullerton ने संकटग्रस्त Lendingkart का किया अधिग्रहण,

Lendingkart

सिंगापुर की टेमासेक होल्डिंग्स की सहायक कंपनी Fullerton (Fullerton) ने हाल ही में भारतीय फिनटेक कंपनी Lendingkart का अधिग्रहण कर लिया है। यह अधिग्रहण संकटग्रस्त परिस्थितियों में किया गया, जिसके तहत कंपनी का वैल्यूएशन घटकर लगभग $100 मिलियन (लगभग ₹800 करोड़) रह गया। यह राशि कंपनी के अपने शीर्ष वैल्यूएशन $690 मिलियन के मुकाबले बहुत कम है।


Lendingkart की वित्तीय स्थिति: FY24 में प्रदर्शन

राजस्व में वृद्धि

  • FY24 में Lendingkart का ऑपरेटिंग राजस्व 36% बढ़कर ₹1,090 करोड़ हो गया, जो FY23 में ₹798 करोड़ था।
  • कंपनी का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) FY24 में 6% गिरा, जिससे कंपनी की मुनाफाखोरी पर असर पड़ा।

मुख्य राजस्व स्रोत

Lendingkart, एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) है, जो छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों (MSMEs) को वर्किंग कैपिटल और बिज़नेस लोन प्रदान करती है।

  • सह-ऋण (Co-lending):
    सह-ऋण राजस्व का मुख्य स्रोत रहा, जिसमें 88% की वृद्धि दर्ज की गई। FY24 में इससे ₹591 करोड़ की कमाई हुई, जो कुल ऑपरेटिंग राजस्व का 54% है।
  • टर्म लोन पर ब्याज:
    टर्म लोन से ब्याज आय FY24 में 2.86% घटकर ₹407.81 करोड़ रह गई।
  • कमीशन इनकम:
    कमीशन इनकम में 34 गुना की वृद्धि हुई, और यह ₹22.58 करोड़ तक पहुँच गई।
  • अन्य ऑपरेटिंग आय:
    अन्य गतिविधियों से ₹69.15 करोड़ की आय हुई।

Lendingkart का व्यवसाय मॉडल और योगदान

लोन वितरण और टारगेट सेगमेंट

Lendingkart मुख्य रूप से MSMEs को लोन उपलब्ध कराता है, जिनका औसत टिकट साइज ₹5 लाख से ₹6 लाख के बीच होता है।

  • अब तक, कंपनी ने ₹18,700 करोड़ से अधिक का ऋण 3 लाख से अधिक व्यवसायों को वितरित किया है।
  • इसकी सेवा भारत के कई टियर 2 और टियर 3 शहरों तक फैली हुई है, जिससे छोटे व्यवसायों को वित्तीय सहायता मिलती है।

NBFC सेक्टर में स्थिति

NBFC सेक्टर में Lendingkart का स्थान प्रमुख रहा है, लेकिन हालिया समय में प्रतिस्पर्धा और ऋण वसूली की चुनौतियों ने इसकी स्थिति कमजोर कर दी।


FY24 में खर्च और घाटे का विश्लेषण

खर्च के मुख्य क्षेत्र

कंपनी के वित्तीय रिकॉर्ड से संकेत मिलता है कि ऋण वसूली में कमी और बढ़ते ऑपरेटिंग खर्च ने इसके मुनाफे पर असर डाला।

  • टर्म लोन पर ब्याज में गिरावट ने भी राजस्व में कमी की।
  • मार्केटिंग और कर्मचारी लाभ जैसे खर्च स्थिर रहे, लेकिन अन्य अनियंत्रित खर्चों ने घाटे को बढ़ाया।

PAT में गिरावट के कारण

FY24 में कंपनी का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) 6% कम हो गया। हालांकि, यह संख्या FY25 के अंतिम वित्तीय आंकड़ों से अधिक स्पष्ट हो सकेगी।


अधिग्रहण के पीछे का कारण

Fullerton का Lendingkart में निवेश

Fullerton ने Lendingkart का अधिग्रहण संकटग्रस्त परिस्थितियों में किया, जिससे यह संकेत मिलता है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति लगातार खराब हो रही थी।

  • Fullerton अब Lendingkart की रणनीति और संचालन में बदलाव लाकर इसे पुनर्जीवित करने का प्रयास करेगी।
  • यह अधिग्रहण भारतीय NBFC सेक्टर में टेमासेक की बढ़ती रुचि का भी संकेत देता है।

मौजूदा स्थिति और चुनौतियाँ

Lendingkart के सामने कई चुनौतियाँ थीं, जिनमें मुख्य रूप से ऋण वसूली की धीमी दर और फंडिंग तक सीमित पहुँच शामिल हैं।

  • बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा ने भी कंपनी के विकास को बाधित किया।

फिनटेक सेक्टर में Lendingkart का प्रभाव

फिनटेक इनोवेशन

Lendingkart ने फिनटेक क्षेत्र में नई तकनीकों का उपयोग कर छोटे व्यवसायों को डिजिटल लोन प्रदान करने की प्रक्रिया को तेज और सरल बनाया।

  • इसका एल्गोरिदम और डेटा एनालिटिक्स आधारित मॉडल MSMEs को त्वरित लोन स्वीकृति और वितरण में मदद करता है।
  • इससे लघु उद्योगों की वित्तीय पहुँच को बढ़ावा मिला।

चुनौतियाँ और प्रतिस्पर्धा

हालांकि, Capital Float, Razorpay, और Indifi जैसे अन्य फिनटेक खिलाड़ियों की उपस्थिति ने Lendingkart के बाजार हिस्सेदारी को प्रभावित किया।


आगे का रास्ता

Fullerton की रणनीति

Fullerton के अधिग्रहण के बाद, Lendingkart के लिए निम्नलिखित कदम संभावित हो सकते हैं:

  1. पुनर्गठन:
    संचालन और ऋण वसूली प्रक्रियाओं को अधिक कुशल बनाना।
  2. डिजिटल विस्तार:
    अधिक टियर 3 और ग्रामीण बाजारों तक पहुँच बढ़ाना।
  3. नए उत्पाद:
    सह-ऋण और कस्टमाइज़्ड ऋण योजनाओं के साथ नए फाइनेंशियल प्रोडक्ट लॉन्च करना।

भारतीय फिनटेक सेक्टर में योगदान

Lendingkart का पुनरुद्धार न केवल कंपनी के लिए, बल्कि भारतीय फिनटेक सेक्टर के लिए भी सकारात्मक होगा। यह छोटे व्यवसायों के लिए अधिक वित्तीय अवसर पैदा करेगा और डिजिटल वित्तीय समाधानों को बढ़ावा देगा।


निष्कर्ष

Fullerton द्वारा Lendingkart का अधिग्रहण संकट में फंसी एक प्रमुख फिनटेक कंपनी के लिए एक नया अवसर हो सकता है।
हालांकि, Lendingkart को बाजार में अपनी पुरानी स्थिति वापस पाने के लिए संचालन में सुधार, ग्राहक सेवा में नवाचार और प्रतिस्पर्धा का सामना करने के लिए ठोस रणनीति अपनाने की आवश्यकता होगी।

भारतीय फिनटेक उद्योग में यह अधिग्रहण Lendingkart के लिए एक नई शुरुआत साबित हो सकता है, जिससे यह एक बार फिर से छोटे और मध्यम व्यवसायों के लिए वित्तीय सशक्तिकरण का प्रतीक बन सके।

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