MSME-केंद्रित डिजिटल लेंडिंग फर्म NeoGrowth ने हाल ही में UTI इंटरनेशनल वेल्थ क्रिएटर से ₹42 करोड़ (लगभग $5 मिलियन) का डेट फंडिंग जुटाया है। यह इस वर्ष कंपनी को मिला दूसरा डेट निवेश है।
NeoGrowth डेट फंडिंग की जानकारी
NeoGrowth ने 4,200 नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स (NCDs) जारी करने और आवंटित करने की मंजूरी दी है।
- इन NCDs पर 11.7% प्रति वर्ष ब्याज दर होगी।
- फंडिंग का उद्देश्य कंपनी के विकास लक्ष्यों को पूरा करना है।
- UTI इंटरनेशनल वेल्थ क्रिएटर 4, मुंबई स्थित UTI एसेट मैनेजमेंट कंपनी द्वारा प्रबंधित एक डेट फंड है।
कंपनी के विकास लक्ष्य
NeoGrowth वर्तमान में ₹500 करोड़ का विकास पूंजी जुटाने के लिए प्राइवेट इक्विटी निवेश की योजना बना रही है।
- फर्म ने पिछले वित्तीय वर्ष के अंत तक ₹2,750 करोड़ की संपत्तियों का प्रबंधन किया।
- इसका लक्ष्य है कि वित्त वर्ष 2025 (FY25) तक ₹4,000 करोड़ AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) हासिल किया जाए।
NeoGrowth: MSMEs को डिजिटल ऋण प्रदान करने वाला NBFC
कंपनी की स्थापना और दृष्टिकोण
NeoGrowth की स्थापना ध्रुव खेतान और पियूष खेतान ने की थी। यह कंपनी लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को डिजिटल ऋण प्रदान करने में विशेषज्ञ है।
- कंपनी 75 लाख रुपये तक के अल्पकालिक असुरक्षित ऋण प्रदान करती है।
- ऋण की अवधि अधिकतम 100 महीनों तक होती है।
ग्राहकों को लाभ
NeoGrowth का उद्देश्य छोटे व्यवसायों को तेजी से बढ़ने में मदद करना है।
- इसका फोकस ऐसे MSMEs पर है, जिन्हें परंपरागत बैंकिंग प्रणाली से ऋण प्राप्त करने में कठिनाई होती है।
- डिजिटल लेंडिंग प्रक्रिया के जरिए ऋण वितरण में पारदर्शिता और सरलता लाई गई है।
अब तक की फंडिंग और निवेशक
फंडिंग का इतिहास
NeoGrowth ने अब तक लगभग $138 मिलियन की राशि जुटाई है।
- इसमें इक्विटी और डेट फंडिंग दोनों शामिल हैं।
- कंपनी के प्रमुख निवेशकों में शामिल हैं:
- MicroVest
- FMO (Netherlands Development Finance Company)
- Omidyar Network
- DFC (U.S. International Development Finance Corporation)
डेट और इक्विटी का मिश्रण
NeoGrowth ने फंडिंग के एक संतुलित मिश्रण के जरिए अपने परिचालन का विस्तार किया है।
- कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में लाखों MSMEs को ऋण देकर उनका सशक्तिकरण किया है।
डेट फंडिंग का महत्व
विकास के लिए पूंजी जुटाना
NeoGrowth की यह नई फंडिंग इसे MSME सेक्टर में अपनी पकड़ मजबूत करने और बाजार विस्तार में मदद करेगी।
- इस फंडिंग से NeoGrowth अपनी लेंडिंग कैपेसिटी बढ़ाएगी।
- साथ ही, डिजिटल टेक्नोलॉजी में निवेश कर ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करेगी।
भारत के MSME सेक्टर पर प्रभाव
- MSMEs भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाते हैं, जो रोजगार और उत्पादन में प्रमुख योगदान करते हैं।
- NeoGrowth का फोकस है इन व्यवसायों को वित्तीय सहायता देकर उनके विकास को प्रोत्साहित करना।
NeoGrowth के प्रोडक्ट्स और सेवाएं
NeoGrowth का मुख्य प्रोडक्ट पोर्टफोलियो:
- अल्पकालिक ऋण:
- छोटे व्यवसायों के लिए तेज़ और सरल ऋण प्रक्रिया।
- डिजिटल भुगतान आधारित लोन:
- डिजिटल लेन-देन डेटा का उपयोग कर ऋण स्वीकृति।
- कस्टमाइज़्ड लोन समाधान:
- व्यवसाय की ज़रूरतों के अनुसार ऋण पैकेज।
डिजिटल लेंडिंग का लाभ
NeoGrowth ने उन्नत डिजिटल तकनीकों का उपयोग करके MSMEs को पारंपरिक बैंकिंग बाधाओं से मुक्त किया है।
- तेज़ स्वीकृति प्रक्रिया।
- कागजी कार्रवाई में कमी।
- डिजिटल भुगतान और डेटा का उपयोग कर ऋण प्रोफाइलिंग।
भविष्य की योजनाएं
₹500 करोड़ प्राइवेट इक्विटी जुटाने का लक्ष्य
- NeoGrowth ने अगले दौर की फंडिंग के लिए ₹500 करोड़ का लक्ष्य तय किया है।
- यह राशि कंपनी को नए बाजारों में प्रवेश और अपनी सेवाओं को उन्नत करने में मदद करेगी।
MSME सेक्टर को और सशक्त बनाना
- कंपनी का उद्देश्य MSMEs को वित्तीय स्वतंत्रता और विकास के अवसर प्रदान करना है।
- NeoGrowth डिजिटल लेंडिंग प्रक्रिया को और सरल और प्रभावी बनाने की योजना पर काम कर रही है।
निष्कर्ष
NeoGrowth की नई फंडिंग कंपनी को अपने विकास लक्ष्यों को पूरा करने और MSMEs के लिए बेहतर समाधान प्रदान करने में मदद करेगी।
- UTI इंटरनेशनल वेल्थ क्रिएटर से मिली फंडिंग न केवल वित्तीय स्थिरता प्रदान करती है, बल्कि कंपनी के भरोसे को भी बढ़ाती है।
- NeoGrowth भारतीय MSME सेक्टर को डिजिटल क्रांति के जरिए नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।
NeoGrowth का यह कदम भारतीय MSMEs के लिए एक उज्जवल भविष्य की नींव रखता है।
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