भारत में श्रद्धा और तकनीक के संगम का सबसे नया उदाहरण है बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप AppsForBharat, जो अपने भक्ति आधारित प्लेटफॉर्म Sri Mandir के ज़रिए लाखों श्रद्धालुओं को डिजिटल सेवा दे रहा है। अब इस स्टार्टअप ने ₹175 करोड़ (लगभग $20 मिलियन) की Series C फंडिंग जुटाई है। यह फंडिंग राउंड Susquehanna Asia Venture Capital ने लीड किया, जिसमें मौजूदा निवेशकों जैसे Nandan Nilekani की Fundamentum, Elevation Capital और Peak XV Partners ने भी भाग लिया।
यह निवेश ऐसे समय पर हुआ है जब कंपनी ने पिछले 12 महीनों में अपार वृद्धि दर्ज की है।
📱 Sri Mandir की लोकप्रियता: 4 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड्स
Sri Mandir ऐप अब तक 4 करोड़ से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है। यह प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ताओं को भारत के 70 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों में ऑनलाइन पूजा, चढ़ावा, प्रसाद वितरण जैसी सेवाएं उपलब्ध कराता है।
पिछले एक साल में, 12 लाख से अधिक यूज़र्स ने ऐप के माध्यम से 52 लाख से अधिक पूजा-अर्चनाएं और चढ़ावे किए हैं। इनमें से लगभग 20% उपयोगकर्ता विदेशों (जैसे अमेरिका, यूके, यूएई, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड) से हैं, जो दर्शाता है कि भारतीय संस्कृति की डिजिटल पहुँच कितनी वैश्विक हो चुकी है।
💸 अब तक $50 मिलियन से अधिक जुटा चुका है स्टार्टअप
सितंबर 2024 में $18 मिलियन की सीरीज़ B फंडिंग के बाद यह नया राउंड स्टार्टअप के लिए और भी महत्वपूर्ण बन जाता है। अब तक कंपनी ने कुल मिलाकर $50 मिलियन (₹415 करोड़ से अधिक) की पूंजी जुटाई है।
🧭 विस्तार की योजना: अयोध्या से हरिद्वार तक
Sri Mandir अब भारत के 20 से अधिक प्रमुख तीर्थ स्थलों में विस्तार करने की योजना बना रहा है, जिनमें अयोध्या, वाराणसी, उज्जैन और हरिद्वार शामिल हैं। इन शहरों में कंपनी लॉजिस्टिक्स हब, सेवा केंद्र, और स्थानीय स्टाफ की नियुक्ति करेगी ताकि प्रसाद वितरण और पूजा सेवाएं समय पर पहुंचाई जा सकें।
🔍 AI-आधारित फीचर्स: डिजिटल भक्ति को और सरल बनाएगा
AppsForBharat अब AI-आधारित तकनीक विकसित कर रहा है जो उपयोगकर्ताओं को उनके भक्ति रुचियों के आधार पर कंटेंट सजेशन देगा, पूजा विधियों की जानकारी देगा, और सवालों के उत्तर देगा। इससे यूज़र्स को धार्मिक रीति-रिवाज़ों की बेहतर समझ मिलेगी और अनुभव ज्यादा सहज होगा।
🙌 कुंभ में सेवा, लाखों तक पहुंच
महाकुंभ मेला 2025 के दौरान, Sri Mandir ने Vedashram Trust के साथ साझेदारी करके 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं को डिजिटल सेवा दी। इनमें डिजिटल पूजा, प्रसाद वितरण और त्रिवेणी संगम जल की आपूर्ति जैसी सेवाएं शामिल थीं।
📈 कमाई में भी बढ़ोतरी: मंदिरों की आमदनी में 25-30% इजाफा
कंपनी का दावा है कि ऑनलाइन पूजा बुकिंग के चलते मंदिरों की आय में 25-30% तक की वृद्धि हुई है। साथ ही, प्रसाद और पूजा सामग्री की मांग बढ़ने से स्थानीय विक्रेताओं को भी रोज़गार और आय के नए स्रोत मिले हैं।
💼 कंपनी की टीम और नेतृत्व
2020 में स्थापित यह स्टार्टअप प्रशांत सचान (CEO) के नेतृत्व में काम कर रहा है। प्रशांत के साथ टीम में Pulkit Pujara (पूर्व AirBlack फाउंडर) और Ayush Chamaria (पूर्व Matrix Partners) जैसे अनुभवी सदस्य शामिल हैं।
कंपनी ने इस साल की शुरुआत में 25 कर्मचारियों के लिए ESOP बायबैक भी किया था।
📊 राजस्व में उछाल, घाटे में नियंत्रण
वित्त वर्ष 2024 में AppsForBharat ने ₹18.53 करोड़ का परिचालन राजस्व दर्ज किया, जो पिछले साल के ₹3.53 करोड़ के मुकाबले 5 गुना अधिक है। वहीं, कंपनी ने अपने घाटे को ₹44.97 करोड़ से घटाकर ₹39 करोड़ तक सीमित कर दिया है।
FY25 के वित्तीय आंकड़े अभी घोषित नहीं हुए हैं।
🏁 प्रतिस्पर्धा का परिदृश्य
वर्तमान में AppsForBharat का मुकाबला अन्य धार्मिक और भक्ति ऐप्स जैसे:
- DevDham
- Utsav App
- Sutradhar
- Ghar Mandir
- 27 Mantra
से है। हालांकि Sri Mandir की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता और निवेश इसे आगे निकलने की स्थिति में ला रही है।
🔮 भविष्य की दिशा: श्रद्धा और तकनीक का संगम
AppsForBharat भारतीय धार्मिक अनुभव को डिजिटल रूप में परिवर्तित कर रहा है। पूजा-पाठ, चढ़ावा, भक्ति संगीत और प्रसाद जैसी सेवाएं अब मोबाइल के एक क्लिक पर उपलब्ध हैं। इससे भारतीय संस्कृति की पहुंच वैश्विक स्तर पर हो रही है और मंदिरों की आय में भी स्थायीत्व और वृद्धि देखी जा रही है।
✍️ निष्कर्ष
AppsForBharat ने दिखा दिया है कि भारत की परंपराओं को आधुनिक तकनीक से जोड़कर व्यवसायिक सफलता और सांस्कृतिक प्रभाव दोनों हासिल किए जा सकते हैं। ₹175 करोड़ की नई फंडिंग के साथ कंपनी अब और बड़े स्तर पर सेवा देने के लिए तैयार है।
Sri Mandir जैसे प्लेटफॉर्म न केवल श्रद्धालुओं के लिए उपयोगी हैं, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था, मंदिर प्रशासन, और धार्मिक पर्यटन को भी मजबूती प्रदान कर रहे हैं।
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