Skip to content
BharatPe

फिनटेक कंपनी BharatPe ने अशनीर ग्रोवर के साथ लंबे समय से चले आ रहे विवाद को सुलझाया
भारत की प्रमुख फिनटेक कंपनी BharatPe और इसके पूर्व सह-संस्थापक और मैनेजिंग डायरेक्टर अशनीर ग्रोवर के बीच चल रहा विवाद आखिरकार सुलझ गया है। कंपनी ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि दोनों पक्षों ने एक निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत अशनीर ग्रोवर अब किसी भी क्षमता में BharatPe से जुड़े नहीं होंगे और कंपनी के शेयरधारक के रूप में भी उनकी कोई हिस्सेदारी नहीं होगी।

समझौते के मुख्य बिंदु
इस समझौते के साथ यह स्पष्ट हो गया है कि अशनीर ग्रोवर अब BharatPe के साथ किसी भी रूप में संबंध नहीं रखेंगे। कंपनी के साथ उनका अब कोई व्यवसायिक या शेयरधारी संबंध नहीं रहेगा। दोनों पक्षों ने अपने-अपने विवादों को सुलझाने के लिए एक निश्चित समझौता किया है, जिससे यह अध्याय अब समाप्त माना जा रहा है।

अशनीर ग्रोवर और BharatPe का विवाद
अशनीर ग्रोवर, जो BharatPe के सह-संस्थापक और पूर्व प्रबंध निदेशक थे, ने कंपनी की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लेकिन उनके और कंपनी के बीच विवाद तब शुरू हुआ जब उन पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे। इसके बाद कंपनी ने अशनीर ग्रोवर को मैनेजिंग डायरेक्टर के पद से हटा दिया था, जिससे दोनों पक्षों के बीच कानूनी लड़ाई शुरू हो गई थी।

कंपनी का भविष्य
अब जब यह विवाद सुलझ गया है, BharatPe अपने भविष्य की योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकती है। कंपनी का उद्देश्य छोटे और मझोले व्यवसायों को डिजिटल पेमेंट और फाइनेंसियल सेवाओं के क्षेत्र में समर्थन प्रदान करना है। इस विवाद के समाधान से कंपनी को अपने ऑपरेशंस को अधिक सशक्त बनाने और भविष्य के विकास के लिए अधिक स्पष्टता मिलेगी।

BharatPe के बारे में
BharatPe की स्थापना 2018 में अशनीर ग्रोवर और शाश्वत नाकरानी द्वारा की गई थी। कंपनी ने व्यापारियों के लिए एक यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) आधारित सेवा शुरू की, जिससे उन्हें डिजिटल पेमेंट लेने की सुविधा मिली। इसके अलावा, BharatPe ने व्यापारियों को क्रेडिट सुविधाएं प्रदान करने के लिए भी कई उत्पाद विकसित किए हैं। कंपनी का उद्देश्य छोटे और मझोले व्यापारियों को वित्तीय सेवा उपलब्ध कराना है, जिससे वे अपने व्यवसाय को और बढ़ा सकें।

संस्थापक और नेतृत्व टीम
BharatPe की सह-स्थापना अशनीर ग्रोवर और शाश्वत नाकरानी ने की थी। हालांकि अब अशनीर ग्रोवर कंपनी का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन उनकी शुरुआती योगदान ने कंपनी को ऊंचाई तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। शाश्वत नाकरानी और कंपनी की मौजूदा नेतृत्व टीम अब कंपनी को नए आयामों की ओर ले जा रही है।

कंपनी की वित्तीय स्थिति
BharatPe ने अपनी स्थापना के बाद से वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में मजबूत स्थिति बनाई है। कंपनी का राजस्व लगातार बढ़ रहा है, और उसके पास बाजार में अच्छा ग्राहक आधार है। कंपनी ने विभिन्न निवेशकों से वित्तीय समर्थन प्राप्त किया है, जिससे यह फिनटेक क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी बनी हुई है।

विवाद का कंपनी पर प्रभाव
हालांकि अशनीर ग्रोवर और BharatPe के बीच का विवाद कंपनी के लिए एक कठिन समय था, लेकिन इस विवाद के समाधान से कंपनी को अपने व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित करने और विकास की गति को बनाए रखने में मदद मिलेगी। इस कानूनी लड़ाई के बावजूद, BharatPe ने अपने उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से बाजार में अपनी पहचान बनाई है।

भविष्य की योजनाएं
BharatPe अपने डिजिटल पेमेंट और वित्तीय सेवाओं के विस्तार की दिशा में लगातार काम कर रही है। कंपनी का उद्देश्य अधिक से अधिक व्यापारियों को अपने प्लेटफ़ॉर्म से जोड़ना और उन्हें विभिन्न वित्तीय उत्पादों के माध्यम से समर्थन प्रदान करना है। अब जब कंपनी ने अपने आंतरिक विवादों को सुलझा लिया है, तो यह अपनी विकास योजनाओं पर और अधिक ध्यान केंद्रित कर सकेगी।

Latest News

Read More

IndiGo Ventures

✈️ IndiGo Ventures ने ₹450 करोड़ के पहले फंड क्लोज,

भारत की प्रमुख एयरलाइन कंपनी IndiGo की वेंचर कैपिटल इकाई IndiGo Ventures ने अपने पहले फंड का प्रारंभिक
Chai Bisket

📺 Chai Bisket की नई पेशकश ‘Chai Shots’ के लिए ₹41 करोड़ की फंडिंग

हैदराबाद स्थित लोकप्रिय कंटेंट ब्रांड Chai Bisket ने अपने नए OTT प्लेटफॉर्म Chai Shots के लॉन्च के लिए
Varthana

🎓 Varthana को मिला ₹159 करोड़ का निवेश,

बेंगलुरु स्थित शिक्षा-आधारित नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) वर्थना (Varthana) ने कुल ₹159 करोड़ का कर्ज निवेश (debt investment)