गुरुग्राम स्थित इलेक्ट्रिक मोबिलिटी स्टार्टअप EVeez ने अपनी सीरीज-A फंडिंग राउंड में $5.4 मिलियन (लगभग ₹45 करोड़) जुटाए हैं। यह फंडिंग राउंड Michael & Susan Dell Foundation की अगुआई में पूरी हुई, जिसमें Caret Capital, ThinKuvate, Ev2 Ventures, Barbershop With Shantanu, SailThru Ventures और Ah Ventures Fund ने भी भाग लिया।
यह निवेश भारत के तेजी से बढ़ते गिग इकॉनमी वर्कर्स के लिए सस्ती और भरोसेमंद इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सब्सक्रिप्शन सर्विस को और विस्तार देने में मदद करेगा।
🔋 EVeez क्या है?
EVeez एक Electric Mobility-as-a-Service (eMaaS) प्लेटफॉर्म है, जिसकी शुरुआत 2020 में अभिषेक द्विवेदी और गौरव राठौर ने की थी। इस स्टार्टअप का मिशन है – “कम आय वर्ग के युवाओं को आजीविका से जोड़ने के लिए स्वच्छ, सुलभ और सस्ती मोबिलिटी मुहैया कराना।”
EVeez का बिज़नेस मॉडल एक सिंपल सब्सक्रिप्शन पर आधारित है, जहां सिर्फ ₹1,100 प्रति सप्ताह में यूज़र्स को इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मिलता है — वो भी मेंटेनेंस, इंश्योरेंस और बैटरी स्वैप सुविधा के साथ!
💼 गिग वर्कर्स के लिए वरदान
भारत में फूड डिलीवरी, क्यू-कॉमर्स, ई-कॉमर्स और राइड-हेलिंग जैसे सेक्टर में गिग वर्कर्स की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है। लेकिन इन युवाओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती है – वाहन खरीदने की लागत।
EVeez इस चुनौती का समाधान बनकर उभरा है:
- ₹1,100 प्रति सप्ताह से शुरुआत
- नो डाउन पेमेंट, नो लोन, नो ईएमआई
- बीमा, बैटरी, मेंटेनेंस, ट्रेनिंग सभी शामिल
इस मॉडल से यूज़र बिना किसी आर्थिक बोझ के गिग वर्क में शामिल हो सकते हैं और स्थिर आय अर्जित कर सकते हैं।
🌱 ग्रीन मोबिलिटी और आखिरी मील तक पहुंच
EVeez के COO और को-फाउंडर अभिषेक द्विवेदी के अनुसार:
“भारत में आने वाले वर्षों में 2 करोड़ से अधिक गिग वर्कर्स होंगे। EVeez का लक्ष्य है उन्हें स्वच्छ मोबिलिटी प्रदान कर आखिरी मील तक हरित बदलाव लाना।”
उनके अनुसार, इलेक्ट्रिक व्हीकल सिर्फ पर्यावरण की मदद नहीं करते बल्कि गिग वर्कर्स को पेट्रोल खर्च, रखरखाव और रिपेयरिंग की चिंता से भी मुक्त करते हैं।
📊 आंकड़ों में EVeez की ग्रोथ
EVeez ने अब तक:
- 15 शहरों में अपनी मौजूदगी बनाई है
- 7,000 इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का ऑपरेशन
- FY27 तक 30 शहरों और 50,000 व्हीकल्स तक पहुंचने का लक्ष्य
- 40,000 नए गिग वर्कर्स को जोड़ने की योजना
इसके वर्तमान उपयोगकर्ताओं में:
- 55% पहली बार गिग वर्क शुरू कर रहे हैं
- 45% पारंपरिक पेट्रोल-व्हीकल्स से EV में शिफ्ट हुए हैं
💰 पहले भी जुटा चुके हैं फंड
इस सीरीज-A राउंड से पहले, EVeez ने ah! Ventures सहित अन्य निवेशकों से लगभग $994,000 (₹8 करोड़) जुटाए थे। अब नई फंडिंग से कंपनी को तकनीक में सुधार, सर्विस विस्तार और उपयोगकर्ताओं को बेहतर अनुभव देने में मदद मिलेगी।
🔁 EVeez का सर्विस मॉडल: किराया नहीं, समाधान है
EVeez का मॉडल सिर्फ “EV किराए पर दो और चलाओ” वाला नहीं है, बल्कि यह एक पूर्ण समाधान है:
- सब्सक्रिप्शन के साथ मिलता है 24×7 मेंटेनेंस सपोर्ट
- इंश्योरेंस और बैटरी स्वैपिंग सुविधा
- EV ट्रेनिंग जिससे नया यूज़र जल्दी अपनाए
यह सब मिलकर गिग वर्कर की कमाई पर फोकस को बढ़ावा देता है, न कि तकनीकी झंझटों पर।
🌏 आने वाले समय में EVeez का असर
भारत में गिग इकॉनमी तेजी से बढ़ रही है, और साथ ही क्लीन एनर्जी और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की मांग भी। EVeez दोनों जरूरतों को एक साथ पूरा कर रहा है – रोजगार भी और हरित भविष्य भी।
इसके सब्सक्रिप्शन मॉडल से आने वाले वर्षों में लाखों युवाओं को कम खर्च में आजीविका के साधन मिल सकते हैं, साथ ही देश के कार्बन फुटप्रिंट में भी कमी आएगी।
✨ निष्कर्ष: EVeez बदल रहा है ‘काम’ तक पहुंचने का तरीका
EVeez जैसे स्टार्टअप्स भारत के शहरी और निम्न-आय वर्ग के युवाओं को नई दिशा दिखा रहे हैं। अब जब गिग इकॉनमी का भविष्य उज्जवल है, EVeez जैसे प्लेटफॉर्म उसे और ज्यादा समावेशी, टिकाऊ और सुलभ बना रहे हैं।
नया फंडिंग राउंड न सिर्फ कंपनी को स्केल करने में मदद करेगा, बल्कि यह भी दिखाता है कि निवेशकों को EVeez के impact-driven मॉडल में भरोसा है।
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