🚫 Zepto का IPO अब 2026 तक टला:

Zepto

भारत की प्रमुख क्विक कॉमर्स स्टार्टअप Zepto ने अब अपने IPO (Initial Public Offering) की योजना को 2026 तक स्थगित कर दिया है। पहले कंपनी के सह-संस्थापक और CEO आदित पालिचा ने 2025 में IPO लाने की बात कही थी, लेकिन अब आंतरिक समीक्षा के बाद कंपनी ने इसे एक साल आगे खिसका दिया है।

👉 Moneycontrol की एक रिपोर्ट के अनुसार, Zepto आने वाले महीनों में भले ही अपना DRHP (Draft Red Herring Prospectus) दाखिल कर दे, लेकिन 2025 में लिस्टिंग अब लगभग असंभव मानी जा रही है।


📉 क्यों टला IPO?

Zepto के अंदरूनी सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि कंपनी इस वक्त अपने वित्तीय आँकड़ों को मजबूत करने में लगी है। मौजूदा समय में:

  • कंपनी का कैश बर्न (नकदी खर्च) ज़्यादा है
  • मुनाफे की स्थिति तक पहुँचने में अभी वक्त लगेगा
  • पब्लिक मार्केट में एंट्री से पहले ऑपरेशनल एफिशिएंसी में सुधार ज़रूरी है

इसलिए कंपनी ने IPO की जल्दबाज़ी न करते हुए मजबूत वित्तीय प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित किया है।


🔁 पहले भी बदली जा चुकी है IPO टाइमलाइन

Zepto ने 2023 और 2024 में भी अपने IPO की समय-सीमा को कई बार संशोधित किया था। पहले जहां लिस्टिंग 2024 के अंत तक मानी जा रही थी, बाद में इसे 2025 बताया गया, और अब 2026 तक के लिए टाल दिया गया है।

📌 यह इंडिकेशन देता है कि स्टार्टअप सेक्टर में निवेशकों का भरोसा अब सिर्फ ग्रोथ नहीं, बल्कि मुनाफे और स्थायित्व पर भी निर्भर है।


🏚️ Zepto Café: छोटे शहरों में बंद हुए कई यूनिट्स

Zepto की फूड सर्विस यूनिट Zepto Café को भी बड़े झटके लगे हैं। उत्तर भारत के कई छोटे शहरों जैसे:

  • आगरा
  • चंडीगढ़
  • मेरठ
  • मोहाली
  • अमृतसर

…में लगभग 44 कैफे अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं। इन बंदियों से 400 से अधिक कर्मचारियों की नौकरियां प्रभावित हुई हैं।

📊 खर्च की बड़ी चुनौती

रिपोर्टों के मुताबिक, Zepto पिछले साल के अंत में हर महीने ₹250 करोड़ से ₹300 करोड़ तक खर्च कर रही थी। यह खर्च कंपनी के तेज़ी से विस्तार और ऑपरेशनल खर्च की वजह से हो रहा था, जिसमें वेयरहाउस, डिलीवरी, राइडर इनसेंटिव्स और कैफे यूनिट्स शामिल हैं।


💸 नया फाइनेंसिंग प्लान: ₹1,500 करोड़ की डेब्ट डील

IPO से पहले कंपनी अपने भारतीय निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़ाने की कोशिश कर रही है। इसी उद्देश्य से Zepto:

  • Edelweiss Alternative Asset और अन्य निवेशकों के साथ मिलकर
  • करीब ₹1,500 करोड़ (लगभग $175 मिलियन) की structured debt deal फाइनल कर रही है

इस फंड का उपयोग कंपनी अपने विदेशी निवेशकों से शेयर वापस खरीदने (Buyback) के लिए करेगी। इससे IPO से पहले कंपनी में भारतीय हिस्सेदारी को बढ़ाया जा सकेगा, जो सेबी के नियमों के तहत फायदेमंद माना जाता है।


🔍 Zepto का परिचय: तेज़ डिलीवरी की पहचान

Zepto की शुरुआत 2021 में आदित पालिचा और कौशल वार्धन ने की थी। मात्र 10 मिनट में ग्रोसरी और डेली नीड्स की डिलीवरी ने इस स्टार्टअप को तेजी से लोकप्रिय बना दिया।

  • 📍 प्रमुख शहरों में 200+ डार्क स्टोर
  • 📦 ग्रॉसरी, डेयरी, फल-सब्जी और डेली यूज़ प्रोडक्ट्स
  • 🛵 अत्याधुनिक सप्लाई चेन और राइडर नेटवर्क

Zepto ने Y Combinator, Glade Brook Capital, Nexus Venture Partners, और StepStone Group जैसे नामी निवेशकों से अब तक $560 मिलियन से अधिक फंडिंग जुटाई है।


📉 लेकिन मुनाफा अभी दूर…

तेज़ी से ग्रोथ के बावजूद Zepto अब भी प्रॉफिटबिलिटी से दूर है। भारी डिस्काउंट्स, प्रचार खर्च, और कैफे यूनिट्स जैसे नए एक्सपेरिमेंट्स ने लागत बढ़ा दी है।

📉 रिपोर्ट्स के अनुसार:

  • अब कंपनी कैफे जैसी गैर-मूल सेवाओं को बंद कर रही है
  • कोर ग्रोसरी डिलीवरी ऑपरेशंस पर फोकस बढ़ा रही है
  • क्लस्टर ऑप्टिमाइज़ेशन के ज़रिए डार्क स्टोर नेटवर्क को री-ऑर्गनाइज़ किया जा रहा है

🧠 एक्सपर्ट क्या कहते हैं?

विशेषज्ञों का मानना है कि Zepto का IPO टालना एक रणनीतिक कदम है:

“IPO मार्केट अब सिर्फ रेवेन्यू ग्रोथ नहीं, बल्कि प्रॉफिटेबिलिटी को भी तवज्जो दे रहा है। ऐसे में Zepto जैसे हाई-बर्न स्टार्टअप्स को खुद को स्थिर साबित करना होगा।” — Startup Analyst


🔮 आगे की रणनीति

  • कैश बर्न कम करना
  • प्रॉफिटबिलिटी हासिल करना
  • भारतीय निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़ाना
  • ✅ 2026 तक IPO के लिए तैयारी पूरी करना

Zepto यदि इन मोर्चों पर सफल रहता है, तो 2026 में इसका IPO भारत के सबसे चर्चित टेक लिस्टिंग्स में से एक बन सकता है।


📌 निष्कर्ष

Zepto की कहानी भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम की एक झलक पेश करती है—जहां गति ज़रूरी है, लेकिन स्थिरता और मुनाफा अब निवेशकों की पहली प्राथमिकता बन चुके हैं।

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🚀 Zepto जल्द करेगा ₹1,500 करोड़ का डील फाइनल,

Zepto

भारत का उभरता हुआ Quick Commerce प्लेटफॉर्म Zepto अब अपने अगले बड़े फाइनेंशियल मूव के बिल्कुल करीब है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Zepto जल्द ही ₹1,500 करोड़ (करीब $175 मिलियन) की एक स्ट्रक्चर्ड डेट डील फाइनल करने वाला है। इस डील में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं Edelweiss Alternative Asset और कुछ अन्य निवेशक।

🎯 विदेशी निवेशकों से शेयर खरीदने के लिए होगा फंड का इस्तेमाल

Economic Times की रिपोर्ट के अनुसार, Zepto इस फंड का इस्तेमाल अपने कुछ विदेशी निवेशकों से शेयर वापस खरीदने (Buyback) में करेगा। इसका मकसद है Zepto में भारतीय हिस्सेदारी बढ़ाना, ताकि कंपनी के प्रस्तावित IPO से पहले इसकी स्ट्रक्चरिंग भारतीय नियमों के अनुसार हो सके।

बताया जा रहा है कि Zepto 2025 के मध्य में अपना IPO ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल कर सकता है। कंपनी ने पहले ही अपनी रजिस्ट्री सिंगापुर से भारत में शिफ्ट करने के लिए जरूरी मंजूरी हासिल कर ली है। यानी Zepto अब पूरी तरह भारतीय कंपनी बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

💰 Edelweiss और अन्य भारतीय निवेशक होंगे मुख्य फाइनेंसर

डील से जुड़े सूत्रों के अनुसार, Edelweiss इस पूरे लोन का लगभग आधा हिस्सा अंडरराइट करेगा, यानी करीब ₹750 करोड़। बाकी का फंड भारत के कुछ घरेलू फैमिली ऑफिसेज और क्रेडिट फंड्स द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।

इस स्ट्रक्चर्ड डेट डील के बाद Zepto की वैल्यूएशन करीब $5 बिलियन के आस-पास रहने की उम्मीद है — जो कि पिछले साल नवंबर में हुए इसके आखिरी इक्विटी फंडिंग राउंड के समान है। उस समय Motilal Oswal Private Wealth के नेतृत्व में Zepto ने $350 मिलियन जुटाए थे।

🧑‍💼 फाउंडर्स की हिस्सेदारी भी बढ़ेगी

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इस डील के बाद Zepto के फाउंडर्स — आदित पलीचा और कैवल्य वोहरा — की कंपनी में हिस्सेदारी बढ़कर 18% से करीब 20% तक पहुँच जाएगी। इसके साथ ही Zepto में भारतीय निवेशकों की कुल हिस्सेदारी 30% से अधिक हो सकती है, जो भारत के Foreign Direct Investment (FDI) नियमों के हिसाब से एक सकारात्मक कदम होगा।

इस बढ़ी हुई घरेलू हिस्सेदारी से Zepto को अपने आगामी IPO में निवेशकों के बीच और भी मजबूत भरोसा बनाने में मदद मिलेगी।

📈 Zepto का नया सेकंडरी शेयर सेल डील भी अंतिम चरण में

Zepto केवल डेट डील तक ही सीमित नहीं है। खबरों के मुताबिक, कंपनी लगभग $250 मिलियन के सेकंडरी शेयर सेल को भी अंतिम रूप देने के करीब है। इस डील में भी प्राइवेट इक्विटी फर्म्स जैसे Motilal Oswal मुख्य भूमिका निभा रही हैं।

इस सेकंडरी डील का मकसद है — कुछ पुराने निवेशकों को एग्जिट का मौका देना और कंपनी के कैप टेबल को IPO के लिहाज से और अधिक मजबूत बनाना।

🔥 ग्रोथ ट्रैक पर Zepto: $4 बिलियन का Gross Order Value

Zepto की ग्रोथ भी शानदार दिख रही है। हाल ही में एक इंटरव्यू में CEO आदित पलीचा ने खुलासा किया कि Zepto अब सालाना आधार पर लगभग $4 बिलियन के Gross Order Value (GOV) को छूने के बेहद करीब है।

GOV यानी कि कंपनी के प्लेटफॉर्म पर होने वाले कुल ऑर्डर का मूल्य — जो किसी भी ई-कॉमर्स या क्विक कॉमर्स कंपनी के स्केल का महत्वपूर्ण संकेतक होता है।

इस तेज़ी से बढ़ती ग्रोथ और स्ट्रॉन्ग फाइनेंशियल स्ट्रक्चर के चलते, Zepto ने भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में अपनी अलग पहचान बना ली है।

🛒 Zepto: भारत के Quick Commerce का भविष्य?

Zepto अपनी तेज डिलीवरी सर्विस, मजबूत टेक्नोलॉजी बैकबोन और अब IPO की दिशा में बढ़ते कदमों के चलते भारतीय बाजार में तेजी से एक भरोसेमंद नाम बनता जा रहा है।

कंपनी का फोकस सिर्फ ग्रोथ पर नहीं, बल्कि सही निवेशकों, मजबूत हिस्सेदारी ढांचे और लॉन्ग-टर्म बिजनेस सस्टेनेबिलिटी पर भी है।

यदि सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो 2025 का साल Zepto के लिए एक बड़ा माइलस्टोन साबित हो सकता है — जब यह स्टार्टअप भारत के स्टॉक मार्केट में अपने IPO के ज़रिए एंट्री करेगा।

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Zepto, $250 मिलियन सेकेंडरी राउंड में जुटाने की योजना

Zepto

भारत की अग्रणी क्विक कॉमर्स और फूडटेक कंपनी Zepto एक बड़े $250 मिलियन सेकेंडरी राउंड की योजना बना रही है। इस फंडिंग के जरिए मौजूदा शेयरधारकों को अपनी इक्विटी बेचने का मौका मिलेगा।

इस कदम का मुख्य उद्देश्य भारतीय निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़ाना है, जिससे कंपनी के इस साल के अंत में प्रस्तावित IPO के लिए सही माहौल बनाया जा सके।

📢 ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार:
Zepto के इस सेकेंडरी सेल में Motilal Oswal Financial और Edelweiss Financial Services की प्राइवेट इक्विटी शाखाएं हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही हैं।

👉 Zepto ट्रांजैक्शन के संभावित विवरण:

  • Zepto की वैल्यूएशन $5 बिलियन से अधिक होने की उम्मीद
  • $350 मिलियन के पिछले फंडिंग राउंड में भी Motilal Oswal मुख्य निवेशक था
  • IPO से पहले निवेशकों को आकर्षित करने की रणनीति

Zepto की फंडिंग और ग्रोथ का सफर

🚀 2024 में Zepto ने कुल $1.35 बिलियन जुटाए
📌 अब तक कुल $1.85 बिलियन की फंडिंग हो चुकी है
📈 पिछली फंडिंग में भी $5 बिलियन की वैल्यूएशन थी

Zepto का तेज़ी से बढ़ता कारोबार इसे भारत की सबसे मूल्यवान स्टार्टअप कंपनियों में से एक बना रहा है।

Zepto का बिजनेस मॉडल और संचालन

Zepto अपने ग्राहकों को 10 मिनट में 25,000 से अधिक उत्पादों की डिलीवरी देता है।

💡 डार्क स्टोर्स का बड़ा नेटवर्क:

  • 550 से अधिक डार्क स्टोर्स (गोदाम)
  • रोज़ाना 7 लाख से अधिक ऑर्डर की प्रोसेसिंग

🍽 फूड डिलीवरी में भी पकड़:
Zepto ने अपने Zepto Cafe ऐप के ज़रिए 10-मिनट फूड डिलीवरी सेगमेंट में भी एंट्री कर ली है, जिससे यह स्विगी और ज़ोमैटो को सीधी टक्कर दे रहा है।


वित्तीय प्रदर्शन: बढ़ती रेवेन्यू, घटता घाटा

Zepto ने FY24 में 2.2X ग्रोथ दर्ज की, जिसमें उसका ऑपरेटिंग रेवेन्यू ₹4,454 करोड़ तक पहुंच गया, जो पिछले वित्त वर्ष (FY23) के ₹2,026 करोड़ से दोगुना से भी अधिक है।

📉 घाटे में मामूली कमी:

  • FY24 में कंपनी के नुकसान में 2% की गिरावट दर्ज की गई
  • ऑपरेटिंग मार्जिन में सुधार के संकेत

👉 क्या यह फाइनेंशियल परफॉर्मेंस निवेशकों को IPO में आकर्षित करेगा?


Zepto का IPO प्लान और भारत में शिफ्टिंग

Zepto ने इस साल की शुरुआत में अपना डोमिसाइल सिंगापुर से भारत शिफ्ट कर लिया, जिससे भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग आसान हो गई।

📈 IPO से पहले भारत में निवेश बढ़ाने की रणनीति:

  • भारतीय निवेशकों को शामिल कर घरेलू हिस्सेदारी बढ़ाना
  • स्थानीय रेगुलेटरी अनुपालन को मजबूत करना
  • IPO में खुदरा निवेशकों को आकर्षित करने की तैयारी

Zepto की तेज़ी से बढ़ती मांग और मजबूत फंडिंग बैकिंग इसे IPO के लिए एक मजबूत उम्मीदवार बना रही है।


भारतीय क्विक कॉमर्स मार्केट में प्रतिस्पर्धा

Zepto को Blinkit, Instamart (Swiggy) और Dunzo जैसी कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिल रही है।

🏆 क्यों है Zepto सबसे अलग?
सबसे तेज़ डिलीवरी नेटवर्क – 10 मिनट में ऑर्डर
550+ डार्क स्टोर्स – मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर
नए इनोवेशन जैसे Zepto Cafe – फूड डिलीवरी में प्रवेश

📊 ब्लिंकिट बनाम Zepto:
Blinkit का मालिक ज़ोमैटो है, जो पहले से एक लिस्टेड कंपनी है। Zepto की IPO लिस्टिंग इसे Blinkit के बराबर प्रतिस्पर्धी बना सकती है।


Zepto की IPO रणनीति क्यों खास है?

भारतीय निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़ाने का प्लान
IPO के लिए मजबूत वित्तीय स्थिति तैयार करना
डार्क स्टोर मॉडल को और विस्तार देना
फूड डिलीवरी सेगमेंट में भी पकड़ मजबूत करना

🚀 क्या Zepto भारत का अगला बड़ा IPO होगा?


निष्कर्ष

Zepto की $250 मिलियन सेकेंडरी फंडिंग और IPO की योजना इसे भारत का सबसे बड़ा क्विक कॉमर्स ब्रांड बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

💡 क्या Zepto का IPO Blinkit और Swiggy Instamart को टक्कर देगा?
💬 आपकी क्या राय है? कमेंट में बताएं!

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Quick-commerce company Zepto को रिवर्स मर्जर के लिए NCLT की मंजूरी

Zepto

मुंबई आधारित क्विक-कॉमर्स फर्म Zepto ने अपनी डॉमिसाइल शिफ्ट करने के लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) से मंजूरी प्राप्त कर ली है। इस रिवर्स मर्जर के तहत Zepto अपनी सिंगापुर-आधारित इकाई Kiranakart Pte. Ltd. का विलय भारत की इकाई Kiranakart Technologies Private Limited के साथ करेगी।


NCLT का आदेश और Zepto की रणनीति

NCLT के 9 जनवरी 2025 के आदेश में कहा गया,

“याचिकाकर्ता कंपनी के निदेशक मंडल का मानना है कि यह योजना इकाई और उसके संबंधित हितधारकों, जैसे शेयरधारकों, कर्मचारियों और ऋणदाताओं के सर्वोत्तम हित में है।”

इस कदम को Zepto के प्रस्तावित प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।


IPO की तैयारी में बड़ा कदम

Zepto भारत में अपने IPO को लॉन्च करने की योजना बना रहा है, जिसकी उम्मीद इस साल के अंत तक की जा रही है।

  • मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Zepto का लक्ष्य $400-500 मिलियन जुटाने का है।
  • IPO के लिए Zepto ने गोल्डमैन सैक्स, मॉर्गन स्टेनली, और एक्सिस कैपिटल को अपने बैंकर के रूप में चुना है।

यह रिवर्स मर्जर प्रक्रिया Zepto को भारत में अपने ऑपरेशन्स और कॉर्पोरेट संरचना को मजबूत करने में मदद करेगी, जिससे वह IPO की ओर तेजी से कदम बढ़ा सके।


Zepto की फंडिंग स्थिति

हाल की फंडिंग

  • Zepto ने हाल ही में $350 मिलियन की फंडिंग जुटाई है, जिसका नेतृत्व मोतिलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ ने किया।
  • इस फंडिंग राउंड के बाद कंपनी का मूल्यांकन $5 बिलियन तक पहुंच गया है।

पिछले फंडिंग राउंड्स

  • 2024 में, Zepto ने $1.35 बिलियन की बड़ी राशि जुटाई।
  • लॉन्च के बाद से अब तक कंपनी ने कुल $1.85 बिलियन की फंडिंग प्राप्त की है।

Zepto का विकास और रणनीति

तेजी से बढ़ता क्विक-कॉमर्स सेक्टर

  • Zepto भारत के क्विक-कॉमर्स बाजार में एक अग्रणी नाम बन चुका है।
  • यह प्लेटफॉर्म ग्राहकों को 10 मिनट में डिलीवरी की सुविधा प्रदान करता है।

डिजिटल इंडिया के साथ तालमेल

  • भारत में तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स और डिजिटल ट्रांजैक्शन्स के चलते क्विक-कॉमर्स का विस्तार हुआ है।
  • Zepto ने इस बढ़ते ट्रेंड का लाभ उठाकर अपने बिज़नेस मॉडल को और मजबूत किया है।

लॉजिस्टिक्स और इनोवेशन

  • Zepto ने अपनी लॉजिस्टिक्स क्षमता को बेहतर बनाने और ग्राहकों को बेहतर अनुभव देने के लिए नई तकनीकों और प्रक्रियाओं का इस्तेमाल किया है।

कंपनी का उद्देश्य और रणनीति

Zepto के संस्थापक आदित पालिचा और कौशल सिंह का कहना है कि कंपनी का उद्देश्य ग्राहकों को सुपरफास्ट डिलीवरी अनुभव प्रदान करना है।

  • कंपनी का फोकस मेट्रो शहरों के साथ-साथ टियर-2 और टियर-3 शहरों में विस्तार करना है।
  • Zepto अपनी टेक्नोलॉजी और डेटा-ड्रिवन इनसाइट्स का उपयोग करके बेहतर डिलीवरी मॉडल बनाने पर जोर दे रहा है।

क्विक-कॉमर्स में प्रतिस्पर्धा

प्रमुख खिलाड़ी

Zepto का मुकाबला भारत में कई अन्य क्विक-कॉमर्स कंपनियों से है, जैसे:

  • ब्लिंकिट (पूर्व में ग्रोफर्स)
  • स्विगी इंस्टामार्ट
  • बिगबास्केट
  • डंज़ो

Zepto की बढ़त

  • तेजी से डिलीवरी और ग्राहक अनुभव पर ध्यान देने के कारण Zepto अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे है।
  • फंडिंग और मजबूत बैकर्स ने इसे एक मजबूत स्थिति में रखा है।

रिवर्स मर्जर का महत्व

डॉमिसाइल स्थानांतरण

  • सिंगापुर से भारत में डॉमिसाइल स्थानांतरित करने से Zepto को कॉर्पोरेट टैक्स और नियामक प्रक्रियाओं में राहत मिलेगी।
  • भारतीय बाजार में IPO लॉन्च करना अब आसान होगा।

हस्तांतरण प्रक्रिया

  • Kiranakart Pte. Ltd. और Kiranakart Technologies Private Limited का विलय Zepto की संरचना को और सरल करेगा।
  • इससे कंपनी का प्रबंधन और संचालन अधिक कुशल होगा।

भविष्य की योजनाएं

Zepto ने अपने भविष्य के लिए निम्नलिखित लक्ष्यों को निर्धारित किया है:

  1. IPO की सफलता: IPO के माध्यम से जुटाई गई राशि का उपयोग कंपनी के विस्तार और नवाचार में किया जाएगा।
  2. नए शहरों में विस्तार: Zepto का लक्ष्य है कि वह भारत के हर प्रमुख शहर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराए।
  3. ग्राहक अनुभव में सुधार: बेहतर तकनीकी समाधानों के माध्यम से ग्राहकों को और अधिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
  4. पर्यावरणीय स्थिरता: Zepto पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए ग्रीन डिलीवरी विकल्प को प्राथमिकता देगा।

निष्कर्ष

Zepto का रिवर्स मर्जर और भारत में डॉमिसाइल स्थानांतरित करने का फैसला कंपनी के लिए एक साहसिक कदम है। यह न केवल कंपनी की वित्तीय स्थिरता को बढ़ावा देगा बल्कि उसे भारतीय बाजार में और गहराई से प्रवेश करने में भी मदद करेगा।

IPO के माध्यम से जुटाई जाने वाली राशि और कंपनी की विस्तार योजनाएं इसे भारत के सबसे बड़े क्विक-कॉमर्स ब्रांड्स में से एक बनाने के लिए तैयार कर रही हैं। Zepto की यह यात्रा न केवल स्टार्टअप इंडस्ट्री बल्कि भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र के लिए भी प्रेरणादायक साबित हो सकती है।

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Zepto लॉन्च करेगा 10-मिनट फूड डिलीवरी सर्विस के लिए अलग ऐप

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क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म Zepto ने अपनी 10-मिनट फूड डिलीवरी सर्विस, Zepto Café, के लिए एक अलग ऐप लॉन्च करने की घोषणा की है। यह ऐप अगले हफ्ते से उपलब्ध होगा, Zepto के सीईओ आदित पलिचा ने 11 दिसंबर को इस बारे में जानकारी दी।


Zepto Café के लिए नया ऐप

Zepto Café अब अपना खुद का ऐप लेकर आ रहा है, लेकिन ग्राहक मुख्य Zepto ऐप के जरिए भी कॉफी, सैंडविच और अन्य स्नैक्स ऑर्डर कर सकेंगे।

आदित पलिचा ने X (पूर्व में Twitter) पर पोस्ट किया:

“हम अगले हफ्ते Zepto Café के लिए एक अलग ऐप लॉन्च कर रहे हैं! टीम तेज़ी से MVP (मिनिमम वायबल प्रोडक्ट) तैयार कर रही है और इसे लगातार बेहतर बनाने पर काम हो रहा है। हो सकता है कि पहले दिन परफेक्ट न हो, लेकिन तेजी से लॉन्च करना जरूरी है।”


Zepto Café की तेज़ी से हो रही ग्रोथ

Zepto Café ने अपनी शुरुआत 2022 में की थी और यह तेजी से बढ़ रहा है।

  • हर महीने 100 से अधिक कैफे लॉन्च किए जा रहे हैं।
  • वर्तमान में प्लेटफॉर्म पर 30,000 ऑर्डर प्रति दिन दर्ज हो रहे हैं।

Zepto Café की सेवाएँ और रणनीतियाँ

Zepto Café अपने ग्राहकों को ब्रांडेड और नॉन-ब्रांडेड फूड आइटम्स का संयोजन प्रदान करता है।

  • ग्राहक ग्रॉसरी ऑर्डर करते समय बेवरिजेज और स्नैक्स भी जोड़ लेते हैं, जिससे एवरेज ऑर्डर वैल्यू बढ़ रही है।
  • नई रणनीति के तहत, Zepto Café एक अलग ऐप के जरिए ग्राहकों तक और अधिक सुविधाजनक सेवाएँ पहुंचाना चाहता है।

आंकड़े और प्रोजेक्शन

Zepto ने पहले बताया था कि Café:

  • ₹160 करोड़ का एनुअलाइज्ड रेवेन्यू रन रेट रिकॉर्ड कर रहा है।
  • यह रेवेन्यू 2026 तक ₹1,000 करोड़ तक पहुँचने की उम्मीद है।

ग्राहकों के लिए लाभ

Zepto Café का उद्देश्य ग्राहकों को तेज़ और गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ प्रदान करना है।

  • 10-मिनट डिलीवरी मॉडल के तहत, ग्राहक ताजा कॉफी, सैंडविच और स्नैक्स का आनंद ले सकते हैं।
  • Zepto के मुख्य ऐप और अलग Zepto Café ऐप दोनों से ऑर्डर करने की सुविधा ग्राहकों के लिए अतिरिक्त लाभ लेकर आएगी।

Zepto Café का भविष्य

Zepto Café ने शुरुआत से ही क्विक डिलीवरी के क्षेत्र में अपनी जगह बना ली है।

  • 100 से अधिक कैफे हर महीने लॉन्च करके, यह मॉडल बड़ी संख्या में ग्राहकों को आकर्षित कर रहा है।
  • अलग ऐप लॉन्च करने से कंपनी को:
    • बेहतर यूजर अनुभव प्रदान करने में मदद मिलेगी।
    • फूड डिलीवरी मार्केट में और अधिक प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिलेगी।

Zepto की रणनीति और विस्तार

Zepto के CEO आदित पलिचा ने यह स्पष्ट किया है कि कंपनी तेजी से नई सुविधाएँ और उत्पाद लॉन्च करने के लिए प्रतिबद्ध है।

  • MVP (मिनिमम वायबल प्रोडक्ट) लॉन्च करके:
    • टीम ग्राहकों की फीडबैक को प्राथमिकता देकर ऐप को बेहतर बनाएगी।
    • तेज़ी से बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करेगी।

ग्राहकों को क्या मिलेगा?

Zepto Café ग्राहकों को निम्नलिखित लाभ प्रदान करेगा:

  1. तेज़ सेवा:
    • केवल 10 मिनट में फूड और ड्रिंक्स डिलीवरी।
  2. विविध मेनू:
    • ब्रांडेड और नॉन-ब्रांडेड विकल्पों का मिश्रण।
    • कॉफी, सैंडविच, स्नैक्स और अन्य लोकप्रिय फूड आइटम्स।
  3. फ्लेक्सिबल ऑर्डरिंग:
    • Zepto के मुख्य ऐप और नए Zepto Café ऐप दोनों से ऑर्डर करने की सुविधा।

बिजनेस मॉडल

Zepto Café का बिजनेस मॉडल ग्राहकों की जरूरतों और बाजार की मांगों को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है।

  • वर्टिकल इनोवेशन:
    • ग्रॉसरी के साथ स्नैक्स और बेवरेज जोड़कर ऑर्डर वैल्यू को बढ़ाना।
  • तेज़ लॉन्च:
    • MVP लॉन्च करने से कंपनी को तेजी से ग्राहकों का फीडबैक प्राप्त करने और सेवाओं को सुधारने का मौका मिलेगा।

कॉम्पिटिशन में Zepto की बढ़त

भारत में फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स सेक्टर में पहले से ही कई बड़े खिलाड़ी मौजूद हैं, जैसे Swiggy, Zomato, और BlinkIt।

  • Zepto Café ने अपने 10-मिनट डिलीवरी मॉडल के जरिए प्रतिस्पर्धा में बढ़त हासिल की है।
  • ब्रांडेड और नॉन-ब्रांडेड उत्पादों का संयोजन इसे अनोखा बनाता है।
  • Zepto का तेज़ी से विस्तार और ₹1,000 करोड़ रेवेन्यू लक्ष्य इसे आगे बढ़ा रहा है।

निष्कर्ष

Zepto Café का अलग ऐप लॉन्च करना क्विक कॉमर्स इंडस्ट्री में एक बड़ा कदम है। ग्राहकों के लिए 10-मिनट फूड डिलीवरी सेवा को और भी आसान और आकर्षक बनाने का यह प्रयास कंपनी की विकास रणनीति को दर्शाता है।

Zepto Café न केवल ग्राहकों की ज़रूरतों को पूरा कर रहा है, बल्कि नए मानक भी स्थापित कर रहा है। ₹1,000 करोड़ के रेवेन्यू लक्ष्य के साथ, यह प्लेटफॉर्म भारत के फूड डिलीवरी सेक्टर में बड़ा बदलाव ला सकता है।

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Zepto को 350 मिलियन डॉलर की फंडिंग :भारत के क्विक कॉमर्स सेक्टर में मजबूत स्थिति

Zepto

मुंबई आधारित क्विक कॉमर्स कंपनी Zepto ने हाल ही में 350 मिलियन डॉलर (लगभग ₹2,900 करोड़) की फंडिंग हासिल की है। यह फंडिंग राउंड Motilal Oswal Private Wealth के नेतृत्व में हुआ, जिसमें कई प्रमुख निवेशकों ने भाग लिया। इस फंडिंग के साथ Zepto ने 2024 में कुल 1.35 बिलियन डॉलर और अपनी स्थापना से अब तक कुल 1.85 बिलियन डॉलर जुटा लिए हैं।


Zepto प्रमुख निवेशक

इस फंडिंग राउंड में कई हाई-प्रोफाइल निवेशकों ने भाग लिया, जिनमें शामिल हैं:

  • Raamdeo Agarwal,
  • Taparia Family Office,
  • Mankind Pharma Family Office,
  • RP Sanjiv Goenka Group,
  • Haldiram Snacks Family Office,
  • Kalyan Family Office, और
  • Mothers Recipe Family Office (Desai Brothers)

इसके अलावा, सचिन तेंदुलकर और अभिषेक बच्चन जैसे सेलिब्रिटी निवेशकों ने भी इस राउंड में हिस्सा लिया।


Zepto की मौजूदा स्थिति और उपलब्धियां

Zepto वर्तमान में भारत में क्विक कॉमर्स क्षेत्र में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। यह 10 मिनट में 25,000 से अधिक उत्पादों की डिलीवरी करने का दावा करती है।

मुख्य आंकड़े:

  • डिलीवरी हब्स:
    • Zepto के पास पूरे भारत में 550 से अधिक डार्क स्टोर्स का नेटवर्क है।
  • दैनिक ऑर्डर्स:
    • कंपनी प्रतिदिन 7 लाख से अधिक ऑर्डर्स प्रोसेस करती है।
  • GMV (वार्षिक ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू):
    • 1 बिलियन डॉलर (₹8,300 करोड़)।
  • EBITDA पॉज़िटिविटी:
    • कंपनी का दावा है कि 75% से अधिक स्टोर्स EBITDA पॉज़िटिव हो चुके हैं।

भारतीय क्विक कॉमर्स मार्केट में Zepto की स्थिति

Motilal Oswal की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय क्विक कॉमर्स मार्केट में:

  • Blinkit 46% बाजार हिस्सेदारी के साथ अग्रणी है।
  • Zepto 29% हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर है।
  • Swiggy Instamart 25% हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर है।

2024 में Zepto की फंडिंग यात्रा

इससे पहले अगस्त 2024 में, Zepto ने 5 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर 340 मिलियन डॉलर की फंडिंग हासिल की थी। हालांकि, नवीनतम फंडिंग राउंड में कंपनी के मूल्यांकन में कोई बदलाव नहीं हुआ है।


विकास और विस्तार की योजना

Zepto अपने व्यवसाय को और मजबूत करने और अधिक डिलीवरी हब्स खोलने के लिए इस फंडिंग का उपयोग करेगी। कंपनी का उद्देश्य है:

  1. नई तकनीकों में निवेश:
    • डिलीवरी प्रक्रिया को और तेज और कुशल बनाना।
  2. नेटवर्क का विस्तार:
    • अधिक शहरों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना।
  3. उपयोगकर्ता अनुभव में सुधार:
    • उत्पाद श्रेणियों को बढ़ाना और सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करना।

क्विक कॉमर्स सेक्टर की चुनौतियां

हालांकि Zepto और अन्य कंपनियां तेजी से बढ़ रही हैं, इस क्षेत्र में कई चुनौतियां भी हैं:

  1. लाभप्रदता:
    • क्विक कॉमर्स मॉडल में परिचालन लागत अधिक होती है, जिससे लाभ कमाना कठिन हो सकता है।
  2. प्रतिस्पर्धा:
    • Blinkit और Swiggy Instamart जैसे बड़े खिलाड़ी बाजार में मजबूत स्थिति बनाए हुए हैं।
  3. उपभोक्ता अपेक्षाएं:
    • उपभोक्ता तेजी और सटीकता की उम्मीद करते हैं, जिसे बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

Zepto की रणनीति और सफलता के कारक

Zepto की सफलता का मुख्य कारण है इसका 10 मिनट डिलीवरी मॉडल, जो युवा उपभोक्ताओं के बीच बेहद लोकप्रिय है। कंपनी ने अपने डार्क स्टोर्स नेटवर्क और AI-ड्रिवन सप्लाई चेन के माध्यम से ऑपरेशन को अधिक कुशल बनाया है।


सेलिब्रिटी निवेशकों का प्रभाव

सचिन तेंदुलकर और अभिषेक बच्चन जैसे निवेशकों की भागीदारी ने Zepto की ब्रांड वैल्यू को बढ़ाने में मदद की है। यह न केवल कंपनी को वित्तीय समर्थन देता है, बल्कि इसके मार्केटिंग अभियानों में भी योगदान करता है।


भविष्य की संभावनाएं

Zepto ने क्विक कॉमर्स क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है और इसके विस्तार की संभावनाएं काफी उज्ज्वल हैं। कंपनी के पास नई तकनीकों और बड़े निवेशकों के साथ आगे बढ़ने का अवसर है।

लक्ष्य:

  1. बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाना:
    • Blinkit के साथ प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ना।
  2. लाभप्रदता पर ध्यान केंद्रित:
    • परिचालन लागत को कम करके लाभ बढ़ाना।
  3. वैश्विक विस्तार:
    • भारत से बाहर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रवेश करना।

निष्कर्ष

Zepto ने 2024 में 350 मिलियन डॉलर की फंडिंग और 5 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन के साथ अपनी ताकत साबित की है। क्विक कॉमर्स क्षेत्र में इसकी वृद्धि और विस्तार की योजना दर्शाती है कि यह कंपनी इस उद्योग में एक अग्रणी खिलाड़ी बनने की पूरी क्षमता रखती है।
हालांकि, इसे लाभप्रदता और परिचालन दक्षता में सुधार के लिए लगातार काम करना होगा। Zepto का 10 मिनट डिलीवरी मॉडल और इसके पीछे का मजबूत निवेशक आधार इसे भारतीय क्विक कॉमर्स सेक्टर में एक स्थायी और प्रभावशाली स्थान दिलाने में मदद करेगा।

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