भारत के अग्रणी गिफ्टिंग ब्रांड Ferns N Petals (FNP) ने वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में अपनी ऑपरेटिंग आय में 16% की वृद्धि दर्ज की, जबकि इसी अवधि में अपने घाटे को 77% तक कम करने में सफलता प्राप्त की। यह कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, खासकर वित्तीय वर्ष 2023 (FY23) के फ्लैट प्रदर्शन के बाद।
FNP वित्तीय प्रदर्शन में सुधार
FY24 में Ferns N Petals (FNP) की ऑपरेटिंग आय बढ़कर ₹705.4 करोड़ हो गई, जो FY23 में ₹607.3 करोड़ थी। यह वृद्धि कंपनी की प्रोडक्ट सेल्स, डिलीवरी चार्ज, और फ्रैंचाइज़-आधारित आय में सुधार के कारण संभव हुई।
मुख्य राजस्व स्रोत
- केक, फूल और गिफ्टिंग सॉल्यूशंस:
कंपनी की ऑपरेटिंग आय में 91% योगदान के साथ, केक, फूल और कस्टमाइज्ड गिफ्ट्स की बिक्री इसका मुख्य स्तंभ है। FY24 में, इन उत्पादों की बिक्री 15% बढ़कर ₹640.75 करोड़ हो गई, जो पिछले वित्तीय वर्ष में ₹556.18 करोड़ थी। - डिलीवरी और अन्य चार्जेस:
डिलीवरी चार्ज से आय में 40% की वृद्धि हुई, जो FY23 में ₹32.23 करोड़ से बढ़कर FY24 में ₹45.12 करोड़ हो गई। - फ्रैंचाइज़-आधारित आय:
कंपनी ने फ्रैंचाइज़ी से संबंधित आय, जिसमें वन-टाइम ऑनबोर्डिंग फीस और मासिक रॉयल्टी शामिल हैं, के माध्यम से भी अच्छा प्रदर्शन किया।
कंपनी का बिजनेस मॉडल
Ferns N Petals अपने उत्पादों और सेवाओं को निम्नलिखित चैनलों के माध्यम से प्रदान करती है:
- वेबसाइट और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म:
कंपनी अपनी वेबसाइट और थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म (जैसे Amazon और Flipkart) के माध्यम से उपभोक्ताओं तक पहुंच बनाती है। - स्टोर्स और फ्रैंचाइज़ी नेटवर्क:
भारत में 400 से अधिक स्टोर्स और 100 से अधिक देशों में अपनी सेवाएं प्रदान करने वाली यह कंपनी व्यापक फ्रैंचाइज़ी नेटवर्क के जरिए ग्राहकों को सेवा देती है। - कस्टमाइज्ड गिफ्टिंग:
फर्न्स एन पेटल्स की प्रमुख सेवाओं में कस्टमाइज्ड गिफ्टिंग सॉल्यूशंस शामिल हैं, जो उपभोक्ताओं के लिए व्यक्तिगत अनुभव प्रदान करती हैं।
खर्चों में कमी और मुनाफे की ओर कदम
कंपनी के FY24 के प्रदर्शन का एक और महत्वपूर्ण पहलू इसकी लागत संरचना में सुधार है। फर्न्स एन पेटल्स ने अपने घाटे को 77% तक घटाकर मुनाफे की ओर बढ़ने का संकेत दिया।
प्रमुख बदलाव:
- लॉजिस्टिक्स और ऑपरेशनल खर्चों में कटौती:
डिलीवरी और लॉजिस्टिक्स खर्चों को नियंत्रित करने में सफलता मिली, जिससे कंपनी की कुल लागत में कमी आई। - फ्रैंचाइज़ मॉडल का प्रभावी उपयोग:
फ्रैंचाइज़ी नेटवर्क से प्राप्त रॉयल्टी और अन्य शुल्कों ने ऑपरेशनल खर्चों को संतुलित करने में मदद की। - डिजिटल सेल्स का योगदान:
ई-कॉमर्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर मजबूत उपस्थिति ने पारंपरिक स्टोर्स पर निर्भरता को कम किया।
अंतरराष्ट्रीय और घरेलू विस्तार
फर्न्स एन पेटल्स न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी सेवाओं का विस्तार कर रही है। कंपनी का दावा है कि वह 100 से अधिक देशों में सक्रिय है।
घरेलू बाजार:
भारत में 400 से अधिक स्टोर्स के साथ, कंपनी ने छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों तक भी अपनी पहुंच बनाई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार:
कंपनी की ग्लोबल सर्विस, विशेष रूप से विशेष अवसरों और त्योहारों के लिए, इसे अन्य गिफ्टिंग ब्रांड्स से अलग बनाती है।
उद्योग में फर्न्स एन पेटल्स का स्थान
फर्न्स एन पेटल्स भारतीय गिफ्टिंग इंडस्ट्री में एक प्रमुख खिलाड़ी है। कस्टमाइज्ड गिफ्टिंग और फूलों की डिलीवरी के क्षेत्र में इसका योगदान इसे प्रतिस्पर्धी बाजार में अग्रणी बनाता है।
गिफ्टिंग उद्योग की संभावनाएं
भारत में गिफ्टिंग उद्योग तेजी से बढ़ रहा है, खासकर त्योहारों, शादियों और विशेष अवसरों के दौरान। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और कस्टमाइज्ड सेवाओं की बढ़ती मांग के साथ, फर्न्स एन पेटल्स को अपने विस्तार के लिए बड़ा अवसर प्राप्त हो रहा है।
भविष्य की योजनाएं
कंपनी ने FY24 में अपनी सफलता के बाद, FY25 के लिए महत्वाकांक्षी योजनाएं बनाई हैं:
- डिजिटल और टेक्नोलॉजी निवेश:
अपनी वेबसाइट और मोबाइल ऐप को और अधिक यूजर-फ्रेंडली बनाने के लिए निवेश करना। - स्टोर्स का विस्तार:
नए शहरों और कस्बों में स्टोर्स खोलकर अपनी उपस्थिति को बढ़ाना। - कस्टमर एक्सपीरियंस पर ध्यान:
व्यक्तिगत गिफ्टिंग सेवाओं और तेज़ डिलीवरी पर फोकस करना।
निष्कर्ष
फर्न्स एन पेटल्स ने FY24 में अपनी आय और लागत संरचना दोनों में महत्वपूर्ण सुधार किया है। कंपनी ने न केवल राजस्व में 16% की वृद्धि दर्ज की है, बल्कि अपने घाटे को भी 77% तक कम कर लिया है।
डिजिटल गिफ्टिंग, कस्टमाइजेशन और व्यापक फ्रैंचाइज़ी नेटवर्क के साथ, कंपनी भारतीय गिफ्टिंग उद्योग में अपनी पकड़ मजबूत कर रही है। फर्न्स एन पेटल्स का भविष्य उज्जवल दिखता है, और इसके नवाचार और विस्तार की योजनाएं इसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकती हैं।
क्या फर्न्स एन पेटल्स FY25 में मुनाफे का लक्ष्य हासिल कर पाएगी? यह देखना दिलचस्प होगा।
Read more : फिनटेक स्टार्टअप PeLocal ने सीड फंडिंग में जुटाए $2 मिलियन