SaaS स्टार्टअप Increff के को-फाउंडर और पूर्व चीफ टेक्निकल ऑफिसर (CTO) रोमिल जैन ने कंपनी छोड़ दी है। सूत्रों के मुताबिक, जैन ने पिछले साल के अंत में Increff से अपना नाता तोड़ लिया था और अब वे एक नए एंटरप्रेन्योरियल वेंचर पर काम कर सकते हैं।
📌 एक सूत्र ने जानकारी दी, “रोमिल जैन ने पिछले साल Increff छोड़ दिया था और जल्द ही वे अपने नए प्रोजेक्ट की घोषणा कर सकते हैं।”
हालांकि, Increff ने इस खबर पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
रोमिल जैन: SaaS इंडस्ट्री में एक मजबूत लीडर
रोमिल जैन ने 2016 में Increff की सह-स्थापना की थी। इससे पहले, उन्होंने DevFactory और Computer Associates में चीफ आर्किटेक्ट और प्रिंसिपल इंजीनियर के रूप में काम किया था।
🚀 Increff को-फाउंडर्स:
- रोमिल जैन
- राहुल जैन
- अंशुमान अग्रवाल
📌 सूत्रों के अनुसार, जैन अपने नए स्टार्टअप की घोषणा जल्द ही कर सकते हैं।
💡 उनकी अगली पहल SaaS, ई-कॉमर्स, या टेक्नोलॉजी के अन्य उभरते क्षेत्रों में हो सकती है, लेकिन अभी इस पर कोई आधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं है।
Increff में नेतृत्व में बदलाव: विशाल राज बने नए को-फाउंडर
🚀 Increff ने रोमिल जैन के जाने के बाद कंपनी के नेतृत्व में बदलाव किया है।
📌 विशाल राज, जो पिछले सात सालों से कंपनी के साथ जुड़े हैं, अब Increff के नए को-फाउंडर बन गए हैं।
📌 वर्तमान में, विशाल राज Increff के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (CTO) हैं।
💡 Increff इस बदलाव के साथ अपनी टेक्नोलॉजी को और मजबूत करने और नए बिजनेस अवसरों को एक्सप्लोर करने की योजना बना रहा है।
Increff: 700+ ब्रांड्स के साथ इन्वेंट्री मैनेजमेंट को आसान बना रहा है
🚀 Increff एक SaaS प्लेटफॉर्म है जो फैशन ब्रांड्स और रिटेलर्स को इन्वेंटरी मैनेजमेंट ऑप्टिमाइज़ करने में मदद करता है।
📌 यह स्टार्टअप ब्रांड्स को उनकी सेल्स वेलोसिटी को 2 से 3 गुना तक बढ़ाने में मदद करता है।
📌 Increff के ओमनीचैनल और मर्चेंडाइजिंग प्लेटफॉर्म से ब्रांड्स को बेहतर इन्वेंटरी मैनेजमेंट, वेयरहाउस ऑप्टिमाइज़ेशन, और ऑर्डर फुलफिलमेंट में मदद मिलती है।
📌 फिलहाल, कंपनी 700+ ब्रांड्स के साथ काम कर रही है और इसकी पहुंच 35 देशों तक फैली हुई है।
💡 इसका प्लेटफॉर्म ब्रांड्स को अधिक कुशल और लागत प्रभावी तरीके से संचालन करने में सक्षम बनाता है।
Increff की अब तक की फंडिंग और ग्रोथ
🚀 Increff ने फरवरी 2022 में अपने सीरीज B फंडिंग राउंड में $12 मिलियन (करीब ₹100 करोड़) जुटाए थे।
📌 इस राउंड का नेतृत्व TVS Capital Funds, Premji Invest और Flipkart के को-फाउंडर बिन्नी बंसल की 021 Capital ने किया था।
📌 कुल मिलाकर, Increff ने अब तक लगभग $17 मिलियन (करीब ₹140 करोड़) की फंडिंग जुटाई है।
💡 इन्वेस्टर्स का ध्यान इस स्टार्टअप की मजबूत ग्रोथ और इन्वेंट्री मैनेजमेंट सॉल्यूशंस पर है, जो फैशन और ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए बेहद उपयोगी साबित हो रहे हैं।
Increff की वित्तीय स्थिति: FY24 में राजस्व बढ़ा, घाटा घटा
📊 TheKredible की रिपोर्ट के अनुसार, Increff का ऑपरेटिंग रेवेन्यू FY24 में 5.8% बढ़कर ₹90 करोड़ हो गया, जो FY23 में ₹85 करोड़ था।
📌 कंपनी ने अपने नुकसान को भी 29% तक कम किया, जो FY23 में ₹48 करोड़ था और FY24 में ₹34 करोड़ रह गया।
📌 बेहतर लागत प्रबंधन और बढ़ते राजस्व के कारण कंपनी की वित्तीय स्थिति में सुधार हुआ है।
💡 यह आंकड़े दिखाते हैं कि Increff अपने बिजनेस मॉडल को सफलतापूर्वक स्केल कर रहा है और आने वाले समय में और भी ग्रोथ कर सकता है।
आगे का रास्ता: Increff और रोमिल जैन दोनों के लिए नए अवसर
🚀 Increff के लिए:
📌 नए को-फाउंडर और CTO विशाल राज के नेतृत्व में, कंपनी अपने वैश्विक विस्तार और तकनीकी नवाचारों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
📌 कंपनी के पास पहले से ही मजबूत निवेशकों और ब्रांड पार्टनर्स का समर्थन है, जिससे इसके ग्रोथ की संभावनाएं अच्छी दिख रही हैं।
🚀 रोमिल जैन के लिए:
📌 सूत्रों के अनुसार, वे जल्द ही अपने नए स्टार्टअप की घोषणा कर सकते हैं।
📌 उनका नया वेंचर SaaS, ई-कॉमर्स, या अन्य टेक्नोलॉजी सेगमेंट में हो सकता है।
💡 दोनों पक्षों के लिए यह बदलाव नए अवसरों को जन्म देगा और SaaS इंडस्ट्री में इनोवेशन को बढ़ावा देगा।
निष्कर्ष: Increff और रोमिल जैन, दोनों के लिए एक नया अध्याय
📌 रोमिल जैन का Increff छोड़ना कंपनी के लिए एक बड़ा बदलाव है, लेकिन विशाल राज के नेतृत्व में यह SaaS स्टार्टअप अपनी ग्रोथ जारी रखने के लिए तैयार है।
📌 Increff की मजबूत टेक्नोलॉजी, फंडिंग, और ग्लोबल विस्तार योजनाएं इसे और अधिक सफल बना सकती हैं।
📌 वहीं, रोमिल जैन के अगले कदम पर सबकी नजरें टिकी हैं – क्या वे एक नया स्टार्टअप लॉन्च करेंगे? यह देखना दिलचस्प होगा!
💡 SaaS और इन्वेंट्री मैनेजमेंट इंडस्ट्री में इन बदलावों के क्या प्रभाव होंगे? यह आने वाले महीनों में साफ हो जाएगा। 🚀
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