2024 भारतीय स्टार्टअप्स के लिए परिवर्तनकारी वर्ष साबित हुआ। फंडिंग में मजबूत रिकवरी और IPO की संख्या में नए रिकॉर्ड ने पूरे इकोसिस्टम को एक नई दिशा दी। वहीं, Zepto जैसी कंपनियों ने क्विक कॉमर्स के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई, जिसने सिर्फ पांच महीनों में $1.35 बिलियन का फंड जुटाया।
फंडिंग का विस्तृत विश्लेषण
TheKredible के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में भारतीय स्टार्टअप्स ने कुल $14.44 बिलियन की फंडिंग 1,337 डील्स के माध्यम से जुटाई।
- ग्रोथ और लेट-स्टेज फंडिंग: $11.2 बिलियन (326 डील्स)।
- अर्ली-स्टेज फंडिंग: $3.23 बिलियन (810 डील्स)।
- अनडिस्क्लोज़्ड राउंड्स: 201।
महीनेवार रुझान
2024 में फंडिंग के उतार-चढ़ाव देखे गए:
- जनवरी में $719.42 मिलियन।
- जून में $1.92 बिलियन।
- दिसंबर में साल का समापन $1.32 बिलियन के साथ हुआ।
पिछले वर्षों की तुलना
- 2024: $14.44 बिलियन।
- 2023: $11.3 बिलियन।
- 2022: $25 बिलियन।
- 2021: $38 बिलियन।
2024 की शीर्ष फंडिंग डील्स
ग्रोथ-स्टेज डील्स
- Zepto – $1.35 बिलियन।
- Flipkart – $350 मिलियन।
- Pharmeasy – $216 मिलियन।
- Engrail – $157 मिलियन।
- Lenskart – $200 मिलियन।
- Pocket FM – $103 मिलियन।
अर्ली-स्टेज डील्स
- SCOPE – $90 मिलियन।
- Avail – $70 मिलियन।
- Krutrim – $50 मिलियन।
- Indkal – $36 मिलियन।
- Rozana – $22.5 मिलियन।
विलय और अधिग्रहण (M&A)
2024 में कुल 144 अधिग्रहण हुए।
- OYO: G6 Hospitality का $525 मिलियन में अधिग्रहण।
- Zomato: Paytm के मूवी और टिकटिंग व्यवसाय को $244 मिलियन में खरीदा।
- Freshworks: Device42 का $230 मिलियन में अधिग्रहण।
ESOP बायबैक और लिक्विडिटी
2024 में ESOP बायबैक और लिक्विडिटी $190 मिलियन रही।
- Swiggy: $65 मिलियन।
- Whatfix: $58 मिलियन।
शहर और सेक्टर आधारित प्रदर्शन
शहरवार डील्स
- बेंगलुरु: 485 डील्स, $5.06 बिलियन।
- दिल्ली-एनसीआर: 332 डील्स, $3.12 बिलियन।
- मुंबई: 231 डील्स, $3.76 बिलियन।
सेक्टरवार डील्स
- ई-कॉमर्स: 222 डील्स, $3.51 बिलियन।
- फिनटेक: 211 डील्स, $3.23 बिलियन।
- हेल्थटेक: 120 डील्स, $1.14 बिलियन।
छंटनी, शटडाउन और बदलाव
छंटनी का आंकड़ा
2024 में कुल 4,700 कर्मचारियों की छंटनी हुई, जो 2023 के 24,000 से काफी कम थी।
- BYJU’s: 500 कर्मचारियों की छंटनी।
- Swiggy: 350 कर्मचारियों की छंटनी।
शटडाउन्स
17 कंपनियों ने संचालन बंद किया। प्रमुख नाम:
- Resso (जनवरी)।
- Koo (जुलाई)।
- Kenko (अगस्त)।
नेतृत्व में बदलाव
100 से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों ने 2024 में इस्तीफा दिया। वहीं, 200 नई भर्तियां भी की गईं।
पहले और दूसरे छमाही का तुलनात्मक अध्ययन
पहली छमाही (H1):
- $6.97 बिलियन फंडिंग।
- 683 डील्स।
- 10 $100 मिलियन+ फंडिंग राउंड।
दूसरी छमाही (H2):
- $7.46 बिलियन फंडिंग।
- 654 डील्स।
- 17 $100 मिलियन+ फंडिंग राउंड।
2024 में प्रमुख ट्रेंड्स
- IPO का नया रिकॉर्ड:
- 2024 में 13 कंपनियों ने IPO लॉन्च किया, जो 2023 के 6 IPOs से दोगुना था।
- AI और हेल्थटेक में वृद्धि:
- AI ने $429.66 मिलियन जुटाए।
- हेल्थटेक ने $1.14 बिलियन की फंडिंग हासिल की।
- छोटे शहरों का उभार:
- इंदौर, सूरत, नासिक, और लखनऊ जैसे शहरों में 5-5 डील्स दर्ज की गईं।
- शटडाउन में वृद्धि:
- 2023 के 15 शटडाउन की तुलना में 2024 में 17 कंपनियां बंद हुईं।
निष्कर्ष: 2025 की संभावनाएं
2024 ने भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक मजबूत नींव तैयार की है।
- IPO की संभावनाएं: 2025 में IPO की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है।
- स्थिरता: 2024 में बड़े शटडाउन और छंटनी से सबक लेते हुए, 2025 अधिक स्थिर रहने की संभावना है।
- नवाचार: ई-कॉमर्स, क्लाइमेट टेक, और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में नए आइडियाज को समर्थन मिलेगा।
2024 ने भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद की। IPOs की रिकॉर्ड संख्या, बढ़ती फंडिंग, और विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार इस बात का प्रमाण हैं कि भारतीय स्टार्टअप्स वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हैं।
हालांकि चुनौतियां जैसे छंटनी और शटडाउन ने कठिन समय का सामना कराया, लेकिन इसने उद्योग को मजबूत बनाया।
2025 की शुरुआत मजबूत आर्थिक स्थितियों और IPO की नई लहर के साथ हो रही है। उम्मीद है कि यह साल भारतीय स्टार्टअप्स को और भी अधिक वैश्विक सफलता दिलाएगा।