Kuku FM, एक ऑडियो कंटेंट प्लेटफ़ॉर्म, ने मार्च 2024 में समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में बेहतरीन वृद्धि दर्ज की है। कंपनी की ऑपरेशनल आय 2.1 गुना बढ़कर 88 करोड़ रुपये हो गई, जो कि वित्त वर्ष 2023 में 41 करोड़ रुपये थी। इसके अलावा, कंपनी ने जमा पर ब्याज और मौजूदा निवेशों की बिक्री से 16 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय भी अर्जित की, जिससे कुल राजस्व वित्त वर्ष 2024 में 104 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष 49 करोड़ रुपये था।
Kuku FM ने अपने ऑडियो कंटेंट की पहुँच को बढ़ाने के लिए विज्ञापन और मार्केटिंग पर बड़े पैमाने पर खर्च किया। इसके कुल कैश बर्न का 50% से अधिक हिस्सा इसी दिशा में लगाया गया, जो वित्त वर्ष 2024 में 102 करोड़ रुपये रहा। यह खर्च वित्त वर्ष 2023 की तुलना में 8.5% अधिक था। हालांकि, ऑडियो कंटेंट निर्माण पर खर्च अपेक्षाकृत कम था, जो केवल 16 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी के बढ़ते पैमाने और नियंत्रित खर्च ने उसे अपने घाटे को कम करने में मदद की। वित्त वर्ष 2024 में Kuku FM का घाटा 18% घटकर 96 करोड़ रुपये रह गया, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह 117 करोड़ रुपये था। कंपनी का रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉइड (ROCE) -46.38% और एबिटडा (EBITDA) मार्जिन -89.42% पर था, जो इसके वित्तीय प्रदर्शन की स्थिति को दर्शाता है।
अब तक Kuku FM ने $71 मिलियन की फंडिंग जुटाई है, जिसमें से $25 मिलियन की सीरीज C राउंड की फंडिंग अक्टूबर 2023 में आई थी। यह फंडिंग इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (IFC) और नंदन नीलकेणी के फंडामेंटम पार्टनरशिप द्वारा लीड की गई थी।
इस सफलता के पीछे कंपनी की रणनीति और स्मार्ट खर्च नियंत्रण की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हालांकि मार्केटिंग और विज्ञापन पर ज़ोर देने से प्लेटफ़ॉर्म की लोकप्रियता और यूज़र बेस में वृद्धि हुई है, लेकिन कंटेंट क्रिएशन पर अपेक्षाकृत कम खर्च करना यह दर्शाता है कि कंपनी ने अपने बजट का बड़ा हिस्सा ब्रांड निर्माण और उपभोक्ता तक पहुँच बढ़ाने पर केंद्रित किया है। यह कदम समझदारी भरा है, क्योंकि किसी भी कंटेंट प्लेटफ़ॉर्म की सफलता काफी हद तक उसकी पहुँच और पहचान पर निर्भर करती है।
Kuku FM ने पिछले कुछ वर्षों में भारतीय ऑडियो कंटेंट बाजार में अपनी पकड़ मजबूत की है। भारत में ऑडियो कंटेंट का बाजार तेजी से बढ़ रहा है, खासकर ग्रामीण और टियर-2, टियर-3 शहरों में, जहाँ लोग मोबाइल फोन और इंटरनेट की सुलभता के कारण ज्यादा से ज्यादा डिजिटल ऑडियो कंटेंट की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। Kuku FM ने इस अवसर का अच्छा लाभ उठाया है और अपनी सेवा को हिंदी समेत कई अन्य भाषाओं में उपलब्ध करवा कर बड़े दर्शक वर्ग तक पहुँचने में कामयाबी हासिल की है।
वित्तीय दृष्टिकोण से देखा जाए तो, कंपनी का घाटा कम हुआ है, जो एक सकारात्मक संकेत है। घाटे में यह कमी दिखाती है कि कंपनी ने अपने खर्चों को नियंत्रित करने और अपनी आय में वृद्धि लाने के लिए सही कदम उठाए हैं। हालांकि EBITDA मार्जिन और ROCE अभी भी नकारात्मक हैं, लेकिन कंपनी के लिए आने वाले वर्षों में इन संकेतकों को बेहतर करने की संभावना है, खासकर अगर वे अपने कंटेंट निर्माण और उपयोगकर्ता जुड़ाव पर ध्यान केंद्रित करते रहें।
Kuku FM की अब तक की कुल फंडिंग इसे और विस्तार करने में मदद कर सकती है। इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन और फंडामेंटम पार्टनरशिप जैसी बड़ी संस्थाओं से निवेश मिलना भी इस बात का प्रमाण है कि कंपनी के बिजनेस मॉडल और भविष्य की संभावनाओं पर निवेशकों का भरोसा है। यह फंडिंग Kuku FM को तकनीकी उन्नति, कंटेंट की गुणवत्ता सुधारने, और नए यूजर्स को प्लेटफ़ॉर्म से जोड़ने के लिए और अधिक निवेश करने का अवसर देगी।
हालांकि Kuku FM की मार्केटिंग रणनीति और ब्रांड निर्माण सफल साबित हो रहा है, कंपनी को भविष्य में कंटेंट निर्माण पर भी ध्यान देना होगा। कंटेंट की गुणवत्ता और विविधता किसी भी ऑडियो प्लेटफ़ॉर्म की नींव होती है, और यदि Kuku FM इसे सही तरीके से विकसित करता है, तो यह और भी बड़े दर्शक वर्ग को अपनी ओर आकर्षित कर सकता है। इसके साथ ही, कंपनी को प्रतिस्पर्धी बाजार में अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए नवीनतम तकनीकी और यूजर इंटरफेस में सुधार करना होगा ताकि यूजर्स को बेहतर अनुभव मिल सके।
अंत में, Kuku FM की वित्तीय स्थिति और इसकी रणनीतिक दृष्टिकोण को देखते हुए, यह कहा जा सकता है कि कंपनी सही दिशा में आगे बढ़ रही है। मार्केटिंग पर ध्यान देने और घाटे को कम करने के लिए खर्चों को नियंत्रित करने की उनकी रणनीति से कंपनी को लंबी अवधि में फायदा होगा। हालांकि, कंपनी को अपने कंटेंट के विस्तार और गुणवत्ता सुधार पर भी ध्यान देने की जरूरत है, ताकि वे तेजी से बढ़ते ऑडियो कंटेंट बाजार में अपनी प्रमुख स्थिति बनाए रख सकें।
आगे चलकर, Kuku FM के लिए चुनौती यह होगी कि वह अपने वित्तीय प्रदर्शन में सुधार के साथ-साथ उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतों को भी पूरा करे। यदि वे इस दिशा में सही कदम उठाते हैं, तो निस्संदेह वे भारतीय ऑडियो बाजार में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बने रहेंगे और भविष्य में और भी ऊँचाइयों को छू सकते हैं।
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